सिडनी, 3 जनवरी (हि.स.)। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच यहां खेले जा रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच के पहले दिन का खेल समाप्त हो गया है। पहले दिन भारत ने जहां अपनी पहली पारी में 185 रन बनाए, वहीं, ऑस्ट्रेलिया की भी पहली पारी की शुरुआत खराब रही और ऑस्ट्रेलियाई टीम ने दिन का खेल खत्म होने पर केवल 9 रन पर 1 विकेट खो दिया है। सैम कोंस्टास 7 रन बनाकर नाबाद हैं, जबकि उस्मान ख्वाजा केवल 2 रन बनाकर बुमराह का शिकार बने।

पहली पारी में भारत के लिए ऋषभ पंत ने सर्वाधिक 40 रन बनाए। पंत के अलावा रवींद्र जडेजा ने 26, कप्तान जसप्रीत बुमराह ने 22 और शुभमन गिल ने 20 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से स्कॉट बोलैंड ने सर्वाधिक 4 विकेट लिए।

इस मैच में रोहित शर्मा की जगह कप्तानी कर रहे जसप्रीत बुमराह ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही और 8वें ओवर तक दोनों सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (04) और यशस्वी जायसवाल (10) पवेलियन लौट गए। रोहुल को मिचेल स्टॉर्क और यशस्वी को स्टॉक बौलैंड ने पवेलियन भेजा। इसके बाद विराट कोहली और शुभमन गिल ने भारत का स्कोर 50 के पार पहुंचाया, हालांकि 57 के कुल स्कोर पर गिल 20 रन बनाकर नाथन लियोन का शिकार बने।

विराट कोहली बल्ले से एक बार फिर असफल रहे और 72 के कुल स्कोर पर केवल 17 रन बनाकर बोलैंड का दूसरा शिकार बने। यहां से पंत और जडेजा ने 44 रनों की साझेदारी कर भारत का स्कोर 120 रनों तक पहुंचाया। इसी स्कोर पर पंत को बोलैंड ने अपना तीसरा शिकार बनाया। पंत ने 40 रन बनाए। इसी ओवर की अगली गेंद पर बोलैंड ने नीतीश रेड्डी (00) को भी पवेलियन भेज मैच में अपना चौथा विकेट लिया। संभलकर खेल रहे जडेजा भी 134 के कुल स्कोर पर 26 रन बनाकर मिचेल स्टॉर्क की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए। 148 के स्कोर पर वाशइंगटन सुंदर 14 रन बनाकर कमिंस का शिकार बने।

प्रसिद्ध कृष्णा (03) बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में स्टॉर्क की गेंद पर सैम कोंस्टास को कैच दे बैठे। आखिरी में जसप्रीत बुमराह ने कुछ अच्छे शॉट खेले और टीम का स्कोर 185 तक पहुंचाया। इसी स्कोर पर पैट कमिंस ने बुमराह को आउट कर भारतीय पारी का अंत किया। बुमराह ने 22 रन बनाए। मोहम्मद सिराज 3 रन बनाकर नाबाद रहे।

ऑस्ट्रेलिया की ओर से स्टॉक बोलैंड ने 4, मिचेल स्टॉर्क ने तीन, पैच कमिंस ने 2 और नाथन लियोन ने 1 विकेट लिया।

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सिडनी, 3 जनवरी (हि.स.)। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच यहां खेले जा रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच के पहले दिन भारत ने अपनी पहली पारी में 185 रन बनाए। भारत के लिए ऋषभ पंत ने सर्वाधिक 40 रन बनाए। पंत के अलावा रवींद्र जडेजा ने 26, कप्तान जसप्रीत बुमराह ने 22 और शुभमन गिल ने 20 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से स्कॉट बोलैंड ने सर्वाधिक 4 विकेट लिए।

इस मैच में रोहित शर्मा की जगह कप्तानी कर रहे जसप्रीत बुमराह ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही और 8वें ओवर तक दोनों सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (04) और यशस्वी जायसवाल (10) पवेलियन लौट गए। रोहुल को मिचेल स्टॉर्क और यशस्वी को स्टॉक बौलैंड ने पवेलियन भेजा। इसके बाद विराट कोहली और शुभमन गिल ने भारत का स्कोर 50 के पार पहुंचाया, हालांकि 57 के कुल स्कोर पर गिल 20 रन बनाकर नाथन लियोन का शिकार बने।

विराट कोहली बल्ले से एक बार फिर असफल रहे और 72 के कुल स्कोर पर केवल 17 रन बनाकर बोलैंड का दूसरा शिकार बने।

यहां से पंत और जडेजा ने 44 रनों की साझेदारी कर भारत का स्कोर 120 रनों तक पहुंचाया। इसी स्कोर पर पंत को बोलैंड ने अपना तीसरा शिकार बनाया। पंत ने 40 रन बनाए। इसी ओवर की अगली गेंद पर बोलैंड ने नीतीश रेड्डी (00) को भी पवेलियन भेज मैच में अपना चौथा विकेट लिया। संभलकर खेल रहे जडेजा भी 134 के कुल स्कोर पर 26 रन बनाकर मिचेल स्टॉर्क की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए। 148 के स्कोर पर वाशइंगटन सुंदर 14 रन बनाकर कमिंस का शिकार बने। प्रसिद्ध कृष्णा (03) बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में स्टॉर्क की गेंद पर सैम कोंस्टास को कैच दे बैठे।

आखिरी में जसप्रीत बुमराह ने कुछ अच्छे शॉट खेले और टीम का स्कोर 185 तक पहुंचाया। इसी स्कोर पर पैट कमिंस ने बुमराह को आउट कर भारतीय पारी का अंत किया। बुमराह ने 22 रन बनाए। मोहम्मद सिराज 3 रन बनाकर नाबाद रहे।

ऑस्ट्रेलिया की ओर से स्टॉक बोलैंड ने 4, मिचेल स्टॉर्क ने तीन, पैच कमिंस ने 2 और नाथन लियोन ने 1 विकेट लिया।

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सिडनी, 3 जनवरी (हि.स.)। भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली, जो खराब दौर से गुजर रहे हैं, शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चल रहे सिडनी टेस्ट में पहली गेंद पर ही शून्य पर आउट होने से बच गए थे।

यह घटना भारत के पहले सत्र के 7.5वें ओवर में हुई, जब विराट कोहली क्रीज पर यशस्वी जयसवाल की जगह आए।

कोहली ने अपनी पहली गेंद पर ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड का सामना किया। बोलैंड ने एक लंबी गेंद फेंकी जो कोहली के बल्ले से किनारा लेकर स्मिथ के पास चली गई। स्लिप पर खड़े स्मिथ ने कैच पकड़ा, लेकिन गेंद जमीन को छूती हुई स्मिथ के पास गई।

मैदानी अम्पायर तुरंत तीसरे अम्पायर जोएल विल्सन के पास गए, जिन्होंने सभी कैमरा कोणों से अच्छी तरह देखा और भारत के पक्ष में अपना निर्णय दिया।

हालांकि स्टीवन स्मिथ को “100%” यकीन है कि सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) टेस्ट के पहले दिन जब उन्होंने स्लिप में विराट कोहली का कैच लेने का प्रयास किया तो उनका हाथ गेंद के नीचे चला गया था।

स्मिथ ने लंच ब्रेक के दौरान फॉक्स स्पोर्ट्स से कहा, “100%. मेरा हाथ गेंद की नीचे था, इससे इनकार नहीं किया जा सकता। लेकिन अंपायर ने फैसला कर दिया है। हम आगे बढ़ेंगे।”

समाचार लिखे जाने तक कोहली 13 रन बनाकर खेल रहे हैं।

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नई दिल्ली, 2 जनवरी (हि.स.)। डबल ओलंपिक पदक विजेता निशानेबाज मनु भाकर को हॉकी कप्तान हरमनप्रीत सिंह, नए विश्व शतरंज चैंपियन डी. गुकेश और पैरा-हाई जम्पर प्रवीण कुमार के साथ मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित जाएगा।

युवा मामले और खेल मंत्रालय (एमवाईएएस) ने गुरुवार को उक्त घोषणा की। पुरस्कार के लिए आवेदन करने में त्रुटि के कारण शुरुआत में मनु को खेल रत्न जीतने की दौड़ में शामिल एथलीटों की सूची से बाहर कर दिया गया था।

राष्ट्रीय खेल पुरस्कार वितरण 17 जनवरी को नई दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में होगा।

22 वर्षीय भाकर अगस्त में 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत और 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर ओलंपिक के एक ही संस्करण में दो पदक जीतने वाली स्वतंत्र भारत की पहली एथलीट बन गईं।

इन्हीं खेलों में, हमरनप्रीत ने भारतीय हॉकी टीम को लगातार दूसरा कांस्य पदक दिलाया। दूसरी ओर, 18 वर्षीय गुकेश सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन बने, साथ ही पिछले साल शतरंज ओलंपियाड में भारतीय टीम को ऐतिहासिक स्वर्ण जीतने में भी मदद की।

चौथे प्राप्तकर्ता पैरा हाई-जम्पर प्रवीण होंगे, जिन्हें पेरिस पैरालिंपिक में टी64 चैंपियन का ताज पहनाया गया था। टी 64 वर्गीकरण उन एथलीटों के लिए है जिनके घुटने के नीचे एक या दोनों पैर गायब हैं और दौड़ने के लिए कृत्रिम पैर पर निर्भर हैं।

खेल मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, “पुरस्कार विजेता 17 जनवरी, 2025 (शुक्रवार) को 11 बजे राष्ट्रपति भवन में एक विशेष रूप से आयोजित समारोह में भारत के राष्ट्रपति से पुरस्कार प्राप्त करेंगे।”

2024 ओलंपिक वर्ष होने के कारण, 32 एथलीटों को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, जिसमें अमन सहरावत, स्वप्निल कुसाले और सरबजोत सिंह जैसे अन्य पेरिस खेलों के पदक विजेता शामिल हैं।

मेजर ध्यानचंद खेल रत्न: मनु भाकर (निशानेबाजी), डी. गुकेश (शतरंज), हरमनप्रीत सिंह (हॉकी) और प्रवीण कुमार (पैरा-एथलेटिक्स)।

अर्जुन पुरस्कार: ज्योति याराजी (एथलेटिक्स), अन्नू रानी (एथलेटिक्स), नीटू (मुक्केबाजी), स्वीटी (मुक्केबाजी), वंतिका अग्रवाल (शतरंज), सलीमा टेटे (हॉकी), अभिषेक (हॉकी), संजय (हॉकी), जरमनप्रीत सिंह ( हॉकी), सुखजीत सिंह (हॉकी), राकेश कुमार (पैरा-तीरंदाजी), प्रीति पाल (पैरा-एथलेटिक्स), जीवनजी दीप्ति (पैरा-एथलेटिक्स), अजीत सिंह (पैरा-एथलेटिक्स), सचिन सरजेराव खिलारी (पैरा-एथलेटिक्स), धरमबीर (पैरा-एथलेटिक्स), प्रणव सूरमा (पैरा-एथलेटिक्स), एच होकाटो सेमा (पैरा-एथलेटिक्स), सिमरन (पैरा) -एथलेटिक्स), नवदीप (पैरा-एथलेटिक्स), नितेश कुमार (पैरा-बैडमिंटन), थुलसिमथी मुरुगेसन (पैरा-बैडमिंटन), निथ्या श्री सुमति सिवन (पैरा-बैडमिंटन), मनीषा रामदास (पैरा-बैडमिंटन), कपिल परमार (पैरा-जूडो), मोना अग्रवाल (पैरा-शूटिंग), रूबीना फ्रांसिस (पैरा-शूटिंग), स्वप्निल सुरेश कुसाले (शूटिंग), सरबजोत सिंह (शूटिंग), अभय सिंह (स्क्वैश), साजन प्रकाश (तैराकी), अमन (कुश्ती)।

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नई दिल्ली, 1 जनवरी (हि.स.)। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में सर्वाधिक रेटिंग अंक हासिल करने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने मेलबर्न में एक और सफल टेस्ट मैच के बाद आईसीसी पुरुष टेस्ट गेंदबाजी रैंकिंग में शीर्ष पर अपनी स्थिति मजबूत कर ली है, जिसमें उन्होंने मैच में नौ विकेट लिए थे। सर गारफील्ड सोबर्स ट्रॉफी के लिए आईसीसी पुरुष क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवार्ड और आईसीसी पुरुष टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवार्ड के लिए नामित किये गए बुमराह ने रविचंद्रन अश्विन को पीछे छोड़ते हुए 907 रेटिंग पॉइंट्स हासिल किये हैं।

बुमराह अब इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर डेरेक अंडरवुड के साथ सर्वकालिक सूची में संयुक्त 17वें स्थान पर हैं। इस सूची में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज सिडनी बार्न्स (932) और जॉर्ज लोहमैन (931) शीर्ष पर हैं। जबकि इमरान खान (922) और मुथैया मुरलीधरन (920) तीसरे और चौथे स्थान पर हैं।

ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस, 837 रेटिंग पॉइंट के साथ टेस्ट गेंदबाजों की रैंकिंग में तीसरे स्थान पर हैं। जबकि जोस हेजलवुड 843 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर हैं।

2025 का पहला साप्ताहिक अपडेट जिसमें सेंचुरियन में दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान के बीच पहले टेस्ट और बुलावायो में जिम्बाब्वे और अफगानिस्तान के बीच टेस्ट मैच में प्रदर्शन को भी शामिल किया गया है, कमिंस ने 283 अंकों के साथ ऑलराउंडरों की सूची में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ तीसरा स्थान हासिल किया है, जो अगस्त 2019 में हासिल किए गए उनके पांचवें स्थान से बेहतर है। ऑलराउंडरों की सूची में रवींद्र जडेजा 405 अंकों के साथ शीर्ष पर हैं।

मेलबर्न टेस्ट में कमिंस की 49 और 41 की पारी ने उन्हें बल्लेबाजों के बीच 10 पायदान ऊपर चढ़कर 97वें स्थान पर पहुंचा दिया है। दक्षिण अफ्रीका के मार्को जेनसन ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पांचवीं रैंकिंग हासिल की है। उन्होंने दूसरी पारी में 52 रन देकर छह विकेट लिए, जिससे उन्हें पहली बार 800 रेटिंग अंक हासिल करने में मदद मिली। वहीं पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद अब्बास ने मैच में सात विकेट लेने के बाद 23वें स्थान पर फिर से रैंकिंग में प्रवेश किया है। नसीम शाह (छह स्थान ऊपर 33वें स्थान पर) और डेन पैटरसन (आठ स्थान ऊपर 46वें स्थान पर) सेंचुरियन में अपने प्रदर्शन के रैंकिंग में आगे बढ़े हैं, जबकि ऑस्ट्रेलिया के स्कॉट बोलैंड (सात स्थान ऊपर 38वें स्थान पर) और जिम्बाब्वे के ब्रायन बेनेट (48 स्थान ऊपर 94वें स्थान पर) भी गेंदबाजी रैंकिंग में बढ़े हैं।

टेस्ट बल्लेबाजी रैंकिंग में पाकिस्तान के बाएं हाथ के बल्लेबाज सऊद शकील दूसरी पारी में 84 रन बनाकर अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ छठे स्थान पर पहुंच गए हैं। स्टीव स्मिथ 140 रन बनाकर तीन पायदान ऊपर सातवें स्थान पर पहुंच गए हैं, जबकि भारत के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल 84 और 82 रन बनाकर अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ 854 रेटिंग अंकों के साथ चौथे स्थान पर पहुंच गए हैं।

सेंचुरियन में 89 और 37 रन बनाकर मैन ऑफ द मैच बने दक्षिण अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज एडेन मार्कराम आठ पायदान ऊपर चढ़कर 16वें स्थान पर पहुंच गए हैं, जबकि भारत के नितीश कुमार रेड्डी आठवें नंबर पर अपने शानदार शतक के बाद 20 पायदान ऊपर 53वें स्थान पर पहुंच गए हैं। सीन विलियम्स की 154 रनों की पारी ने उन्हें 653 अंकों के साथ 19वें स्थान पर पहुंचा दिया है, जो कि 2014 में ब्रेंडन टेलर के 684 अंकों तक पहुंचने के बाद जिम्बाब्वे के किसी बल्लेबाज द्वारा बनाए गए सर्वोच्च अंक हैं। रहमत शाह (234) और हशमतुल्लाह शाहिदी (246) की अफगानी जोड़ी क्रमशः 52वें और 57वें स्थान पर पहुंच गई है।

आईसीसी टी20 रैंकिंग में, श्रीलंका के पथुन निसांका बल्लेबाजों में तीन स्थान ऊपर छठे स्थान पर हैं, जबकि न्यूजीलैंड के मिशेल सेंटनर (पांच स्थान ऊपर नौवें स्थान पर) और मथेशा पथिराना (आठ स्थान ऊपर 26वें स्थान पर) अपनी टी20 श्रृंखला के पहले दो मैचों के बाद गेंदबाजी रैंकिंग में ऊपर आ गए हैं, जिसमें मेजबान न्यूजीलैंड 2-0 से आगे है।

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दुबई, 30 दिसंबर (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने सोमवार को चार सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटरों को राचेल हेहो फ्लिंट ट्रॉफी के लिए नामांकित किया है। इन चार महिला क्रिकेटरों में तीन ऑलराउंडर और एक बल्लेबाज शामिल है।

चार नामांकित खिलाड़ियों में एक दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाज लौरा वोल्वार्ड्ट हैं, जिन्होंने एक वर्ष कैलेंडर में असाधारण प्रदर्शन किया है। उन्होंने सभी प्रारूपों की कप्तान के रूप में आगे बढ़कर नेतृत्व किया और लगातार बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया। वोल्वार्ड्ट ने एकदिवसीय में उन्होंने 87.12 की औसत से 697 रन बनाए, जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 184* था। जबकि टेस्ट में उन्होंने 37.16 की औसत से 223 रन बनाए, जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर 122 था। टी20 में उनका प्रदर्शन भी उतना ही प्रभावशाली रहा। 39.58 की औसत से 673 रन बनाए, जिसमें 102 का उच्चतम स्कोर भी शामिल है।

वहीं, श्रीलंका की सभी प्रारूपों की कप्तान चमारी अथापथु के लिए बल्ले और गेंद दोनों से यह वर्ष असाधारण रहा। उन्होंने नौ वनडे मैचों में 65.42 की औसत से 458 रन बनाए, जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 195 रहा और उन्होंने 9 विकेट भी लिए। T20 में उन्होंने 40 की औसत से 720 रन बनाए और 21 विकेट लिए। पोटचेफस्ट्रूम में एकदिवसीय मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अथापत्थू की नाबाद 195 रन की पारी खेली थी, जो महिला वनडे इतिहास में तीसरा सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर बन गया। इसके अतिरिक्त, वह जुलाई में महिला एशिया कप में “प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट” रहीं, जिससे श्रीलंका ने 304 रन और तीन विकेट के साथ अपना पहला खिताब जीता।

ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी एनाबेल सदरलैंड ने खुद को 50 ओवर के प्रारूप में प्रमुख ऑलराउंडरों में से एक के रूप में स्थापित किया है। उन्होंने एक टेस्ट मैच में 210 के उच्चतम स्कोर के साथ 210 रन बनाए और 5 विकेट लिए। वनडे में उन्होंने 52.71 की औसत से 369 रन बनाए, जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर 110 रहा और उन्होंने 13 विकेट लिए हैं।

न्यूजीलैंड की ऑलराउंडर मेली केर ने इस कैलेंडर वर्ष में अपने प्रदर्शन से टीम के लिए कई रिकॉर्ड कायम किए। जिसमें न्यूजीलैंड को पहली बार महिला टी20 विश्व कप का खिताब दिलाना और एक कैलेंडर वर्ष में सबसे अधिक महिला टी20 विकेट लेने का राष्ट्रीय रिकॉर्ड स्थापित करना प्रमुख है। उन्होंने नौ वनडे मैचों में 33 की औसत से 264 रन बनाए और 14 विकेट लिए। वहीं, T20 में उन्होंने 24.18 की औसत से 387 रन बनाए और 29 विकेट लिए।

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नई दिल्ली, 31 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय फुटबॉल के ध्वजवाहक सुनील छेत्री ने 2024 में अपने संन्यास की घोषणा की और दो दशकों से अधिक लंबे करियर को अलविदा कह दिया। भारत का प्रतिनिधित्व करने का सपना देखने वाले एक विनम्र लड़के से लेकर देश के सर्वकालिक सर्वोच्च स्कोरर और इसके सबसे सम्मानित फुटबॉल आइकन में से एक बनने तक, छेत्री की सर्वव्यापी सफलता वास्तव में उल्लेखनीय है।

छेत्री ने 2002 में मोहन बागान के लिए अपना पेशेवर पदार्पण किया, जहाँ वे 2005 तक खेले और 18 मैचों में आठ गोल किए। हालाँकि शुरुआती साल चुनौतीपूर्ण थे, लेकिन उनकी प्रतिभा ने जल्द ही भारत भर के बड़े क्लबों का ध्यान आकर्षित किया। पिछले कुछ सालों में, छेत्री ने जेसीटी (2005-08), ईस्ट बंगाल (2008-09), डेम्पो एफसी (2009-10), चिराग यूनाइटेड (2011), मोहन बागान (2011-12), चर्चिल ब्रदर्स (2013 लोन पर), बेंगलुरु एफसी (2013-15, 2016-वर्तमान) के लिए खेला और भारतीय क्लब फ़ुटबॉल में एक घरेलू नाम बन गए।

कुल मिलाकर, छेत्री ने अपने पूरे करियर में 365 क्लब मैचों में 158 गोल किए हैं।

उनकी अंतरराष्ट्रीय यात्रा 2005 में शुरू हुई, जब उन्होंने भारत के लिए पदार्पण किया और अपना पहला गोल किया। छेत्री का करियर 2008 एएफसी चैलेंज कप में एक उच्च बिंदु पर पहुंच गया, जहां ताजिकिस्तान के खिलाफ उनकी हैट्रिक ने 2011 एएफसी एशियाई कप के लिए भारत की योग्यता सुनिश्चित की। छेत्री ने विदेश में भी काम किया, 2010 में यूएसए के मेजर लीग सॉकर क्लब कैनसस सिटी विजार्ड्स और 2012-13 में पुर्तगाली क्लब स्पोर्टिंग सीपी के लिए खेला। इन अनुभवों ने उनके खेल को निखारने में मदद की और उन्हें अधिक बहुमुखी स्ट्राइकर बनाया।

भारतीय राष्ट्रीय टीम के कप्तान के रूप में, छेत्री के नेतृत्व कौशल ने खूब चमक बिखेरी। उनकी कप्तानी में, भारत ने वह अनुभव किया जिसे अब देश में आधुनिक फुटबॉल का स्वर्ण युग माना जाता है, जिसमें कई सैफ चैंपियनशिप और इंटरकॉन्टिनेंटल कप जीते गए। उनके निर्णायक क्षणों में से एक 2018 इंटरकॉन्टिनेंटल कप के दौरान आया, जहाँ उन्होंने सोशल मीडिया का उपयोग करके अधिक से अधिक प्रशंसकों का समर्थन प्राप्त करने की अपील की, सफलतापूर्वक हज़ारों लोगों को स्टेडियम में लाया और भारतीय फुटबॉल में रुचि बढ़ाई।

छेत्री ने 150 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 94 गोल किए हैं, जिससे वह अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में चौथे सबसे ज़्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। वह केवल लियोनेल मेसी (180 मैचों में 106 गोल) और क्रिस्टियानो रोनाल्डो (205 मैचों में 128 गोल) जैसे दिग्गजों से पीछे हैं।

अपने क्लब करियर में, छेत्री ने आई-लीग (डेम्पो के साथ 2009-10 और चर्चिल ब्रदर्स के साथ 2012-13) सहित कई पुरस्कार जीते, साथ ही बेंगलुरु एफसी के साथ भी कई खिताब जीते, जिनमें आई-लीग (2013-14, 2015-16), इंडियन सुपर लीग (2018-19), फेडरेशन कप (2014-15, 2016-17), सुपर कप (2018), और डूरंड कप (2022) शामिल हैं।

छेत्री को प्रतिष्ठित अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) प्लेयर ऑफ द ईयर के खिताब से सात बार (2007, 2011, 2013, 2014, 2017, 2018-19, 2021-22) और एफपीएआई इंडियन प्लेयर ऑफ द ईयर पुरस्कार से तीन बार (2009, 2018, 2019) सम्मानित किया गया है। उन्हें अर्जुन पुरस्कार (2011) और खेल रत्न पुरस्कार (2021) से सम्मानित किया जा चुका है, जो भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान है। उनके नेतृत्व में, भारत 2018 के बाद पहली बार 2023 में फीफा रैंकिंग में शीर्ष 100 में पहुंचा।

छेत्री की यात्रा न केवल एक फुटबॉल स्टार की है, बल्कि अगली पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा भी है, जो यह साबित करती है कि अथक समर्पण और कड़ी मेहनत से क्या हासिल किया जा सकता है।

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नई दिल्ली, 31 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल एक कैलेंडर वर्ष में भारत के लिए सबसे अधिक रन बनाने वाले तीसरे खिलाड़ी बन गए। उन्होंने सोमवार को यह उपलब्धि ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच चौथे टेस्ट के पांचवें और अंतिम दिन हासिल की।

जयसवाल ने दूसरी पारी में 340 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 208 गेंदों पर 84 रनों की पारी खेली, जिसमें उन्होंने आठ चौके लगाए। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 40.38 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए। इस पारी के साथ ही खब्बू बल्लेबाज ने एक कैलेंडर वर्ष में 1478 रन पूरे कर लिए।

इस उपलब्धि को हासिल करने वाले अन्य भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर हैं जिन्होंने 2010 में 1562 रन बनाए थे, सुनील गावस्कर ने 1979 में 1555 रन बनाए थे और वीरेंद्र सहवाग ने 2008 और 2010 में क्रमशः 1462 और 1422 रन बनाए थे।

हालांकि यशस्वी जयसवाल की यह मैराथन पारी काम न आई और ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच 184 रनों से जीत कर पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला में 2-1 की बढ़त हासिल कर ली। दोनों टीमो के बीच पांचवां और आखिरी टेस्ट 3 जनवरी से सिडनी में खेला जाएगा।

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मेलबर्न, 30 दिसंबर (हि.स.)। ऑस्ट्रेलिया ने भारत को यहां बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत खेले जा रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में 184 रन से हराकर पांच मैचों की श्रृंखला में 2-1 की बढ़त हासिल कर ली है।

पांचवें दिन 340 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही भारतीय टीम मात्र 155 रनों पर सिमट गई। भारत की तरफ से केवल यशस्वी जयसवाल ने ही कुछ संघर्ष किया। उन्होंने 84 रनों की शानदार अर्धशतकीय पारी खेली। यशस्वी के अलावा ऋषभ पंत ने 30 रन बनाए। इन दोनों के अलावा कोई भी बल्लेबाज दहाई के आंकड़े को छू नहीं सका।

340 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को यशस्वी और रोहित शर्मा ने सधी शुरुआत दिलाई और पहले विकेट के लिए 25 रन जोड़े। हालांकि इसी स्कोर पर पैट कमिंस ने एक ही ओवर में रोहित शर्मा और केएल राहुल को आउट कर भारत की मुश्किलें बढ़ा दीं। विराट कोहली एक बार फिर असफल रहे और 5 रन बनाकर 33 के कुल स्कोर पर मिचेल स्टॉर्क का शिकार बने।

यशस्वी-पंत ने संभाली भारत की पारी

यहां से यशस्वी जयसवाल और ऋषभ पंत ने चौथे विकेट के लिए 88 रनों की साझेदारी कर भारत को मैच में लाने की कोशिश की, लेकिन लंच के बाद 121 के कुल स्कोर पर पंत एक बार फिर ट्रैविस हेड की गेंद पर गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर चलते बने। पंत ने 30 रन बनाए। पंत के आउट होने के बाद रवींद्र जडेजा (02) पहली पारी के शतकवीर नीतीश रेड्डी (01) भी जल्दी-जल्दी आउट हो गए।

विवादास्पद तरीके से आउट हुए यशस्वी जयसवाल

दो विकेट जल्दी-जल्दी गिरने के बाद सभी की उम्मीदें वाशिंगटन सुंदर और यशस्वी से थी, लेकिन पैट कमिंस की गेंद को हुक शॉट खेलने के चक्कर में यशस्वी भी आउट हो गए, हालांकि स्निकोमीटर में कोई हलचल नहीं थी, लेकिन वीडियो फुटेज में गेंद दस्ताने को छुकर जाती हुई दिखा रही थी, थर्ड अंपायर ने स्निकोमीटर को दरकिनार कर यशस्वी को आउट करार दिया। उस समय कमेंट्री कर रहे पूर्व दिग्गज भारतीय बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने इस निर्णय का कड़ा विरोध भी किया। यशस्वी के आउट होने के बाद भारतीय पारी बिखर गई और 155 रन पर सिमट गई। वाशिंगटन सुंदर एक छोर पर 5 रन बनाकर खड़े रहे।

ऑस्ट्रेलिया की ओर से पैट कमिंस और स्कॉट बोलैंड ने 3-3, नाथन लियोन ने 2, मिचेल स्टॉर्क और ट्रैविस हेड ने 1 विकेट लिया।

इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलियाई टीम का विश्व टेस्ट चैम्पयनशिप फाइनल्स के फाइनल में जाना लगभग तय हो गया है, वहीं भारतीय टीम की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में बनाए 234 रन, रखा 340 रनों का लक्ष्य

इससे पहले आज ऑस्ट्रेलियाकी दूसरी पारी आज 234 रनों पर समाप्त हुई। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहली पारी में 105 रनों की हासिल की थी, जिससे उसकी कुल बढ़त 339 रनों की हुई और भारत को 340 का लक्ष्य मिला।

दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया के लिए मार्नस लाबुशेन ने बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेलते हुए 70 रन बनाए। लाबुशेन के अलावा पैट कमिंस और नाथन लियोन ने 4-41 रन बनाए। ऑस्ट्रेलियाई पारी का मुख्य आकर्षण लियोन और बोलैंड के बीच आखिरी विकेट के लिए 61 रनों की साझादारी रही, जिसमें बोलैंड के नाबाद 15 रन शामिल थे।

भारत के लिए जसप्रीत बुमराह ने 5, मोहम्मद सिराज ने 3 और रवींद्र जडेजा ने 1 विकेट लिया।

भारत ने पहली पारी में 369 रन बनाए, नीतीश रेड्डी का शतक, यशस्वी और वाशिंगटन सुंदर ने लगाया अर्धशतक

इससे पहले भारत ने अपनी पहली पारी में नीतीश रेड्डी के शतक, यशस्वी जयसवाल और वाशिंगटन सुंदर के अर्धशतकों की बदौलत अपनी पहली पारी में 369 रन बनाए। नीतीश ने 114 रन बनाए, जबकि यशस्वी ने 82 और सुंदर ने 50 रनों की महत्वपूर्ण पारियों खेलीं। इन दोनों के अलावा विराट कोहली ने 36 और केएल राहुल ने 24 रन बनाए।

ऑस्ट्रेलिया के लिए कप्तान पैट कमिंस, स्कॉट बोलैंड और नाथन लियोन ने 3-3 विकेट लिये।

ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में बनाए 474 रन, स्मिथ का शतक

इसके पहले ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 474 रन बनाए। स्टीव स्मिथ ने 140 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली। स्मिथ के अलावा उस्मान ख्वाजा ने 57, मार्नस लाबुशेन ने 72 और सैम कोंस्टास ने 60 रन बनाए। इन चारों के अलावा पैट कमिंस (49) और एलेक्स कैरी (31) ने भी महत्वपूर्ण पारियां खेलीं।

भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह ने 4, रवींद्र जडेजा ने 3, आकाशदीप ने 2 और वाशिंगटन सुंदर ने 1 विकेट लिया।

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सारण खेल महोत्सव का शानदार समापन, मुकरेड़ा ने वॉलीबॉल टूर्नामेंट में बसडिला को हराया

Chhapra: छपरा में चल रहे सारण खेल महोत्सव के चौदह दिवसीय विभिन्न खेलों की प्रतियोगिता का समापन पीएन सिंह कॉलेज मैदान में हो गया। समारोह में मुख्य अतिथि बिहार सरकार के खेल मंत्री माननीय सुरेंद्र मेहता, विशिष्ट अतिथि इंडियन वॉलीबॉल सीनियर टीम के कोच जयदीप सरकार , पूर्व विधायक प्रेम रंजन पटेल, भाजपा पूर्व उपाध्यक्ष मृत्युंजय झा, पूर्व विधायक संजय सिंह टाइगर तथा स्थानीय विधायक सीएन गुप्ता को आयोजक सारण फाउंडेशन के अध्यक्ष शैलेंद्र सेंगर ने अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।

इस अवसर पर राष्ट्रीय कोच प्रमोद कुमार सिंह, संजय कुमार सिंह, सुशील कुमार सिंह, सुजीत कुमार,अभिषेक चौहान, अमीत सौरभ, कृष्ण मोहन सिंह, वॉलीबॉल प्रशिक्षक गिरीश ओझा को भी अंग वस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर माननीय खेल मंत्री, बिहार सरकार सुरेंद्र मेहता ने सम्मानित किया। इस भव्य आयोजन के लिये माननीय मंत्री बिहार सरकार खेल विभाग सुरेंद्र मेहता ने विशेष रूप से सारण फाउंडेशन के अध्यक्ष शैलेंद्र सेंगर को भी सम्मानित किया । सीनियर टीम इंडियन वॉलीबॉल कोच जयदीप सरकार ने अपने संबोधन में बताया कि यह बहुत बड़ा आयोजन करके युवाओं के लिए बहुत ही अच्छा कार्य किया गया है। बिहार सरकार के खेल मंत्री के समक्ष वॉलीबॉल की अकादमी सारण में होना चाहिए ऐसा प्रस्ताव जयदेव सरकार के द्वारा रखा गया।

संबोधन में बताया कि छोड़ो कल की बाते कल की बाते पुरानी ,लिखेंगे मिलकर हम सब नई कहानी। आपसी सद्भाव में खेल को आगे बढ़ाने की जरूरत है।

बिहार सरकार के खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता ने संबोधन में बताया कि इस आयोजन में आकर मुझे खुशी है कि इतना बड़ा आयोजन इस जिले में हुआ है। सरकार अपने तरह से खेलों को बढ़ाने का प्रयास कर रही है लेकिन कोई व्यक्ति इस तरफ का आयोजन करे, यह बहुत ही खुशी की बात है। आज खेल के क्षेत्र में पूरे देश ने प्रगति की है और हमारे माननीय प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी ने खेलो इंडिया के माध्यम से मेडल लाओ नौकरी पाओ की शुरुआत की है वहीं बिहार के मुख्यमंत्री माननीय नीतीश कुमार ने भी प्रत्येक पंचायत तक खेलो को ले जाने का कार्य किया है। निश्चित ही ऐसी योजना से दुनिया में बिहार का नाम होगा और आने वाले समय में बिहार के खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर निश्चित रूप से दिखाई देगे।

आयोजक सारण फाउंडेशन के अध्यक्ष शैलेंद्र सेंगर नेअपने संबोधन में बताया कि 14 दिनों तक विभिन्न खेलों का आयोजन लगातार चलता रहा। बारह सौ से अधिक प्रतिभागियों ने प्रत्येक खेल में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। चाहे वह क्रिकेट की प्रतियोगिता हो या महिला-पुरुष फुटबॉल, महिला -पुरुष कबड्डी, वॉलीबॉल, काराटे, भारोत्तोलन और शतरंज हो , सभी में खिलाड़ियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। स्थानीय विधायक सीएन गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि शैलेंद्र सेंगर जी ने इस खेल आयोजन से छपरा की बड़ी सेवा की है और हमलोगों को इनसे आशा रहेगा कि यह आयोजन हर वर्ष हो।

समापन समारोह से पहले वॉलीबॉल प्रतियोगिता के पहले सेमीफाइनल मैच में मुकरेड़ा ने श्यामचक को लगातार सेटों में हराकर फाइनल में जगह बनाया। वहीं दूसरे सेमीफाइनल मैच में बसडिला ने इनई को लगातार दो सेटों में परास्त कर फाइनल में स्थान बनाया ।
फाइनल मैच मुकरेड़ा बनाम बसडिला के बीच दूधिया लाइट में रात को खेला गया । कांटे की टक्कर में मुकरेड़ा ने बसडिला को लगातार 3 सेटों में हरा कर विजेता कप पर कब्जा कर लिया। वहीं उप- विजेता ट्रॉफी से ही बसडिला को संतोष करना पड़ा।
इस मैच में निर्णायक के रूप में राष्ट्रीय निर्णायक राजू सिंह, किशोर कुणाल, शैलेंद्र कुमार सिंह, पिंटू सिंह, प्रभात कुमार,रमेश कुमार सिंह ने भूमिका निभाई।

इस अवसर पर अभिनव सिंह , सोनू ,विकास सिंह, जितेंद्र सिंह, अरविंद सिंह, रमेश कुमार सिंह, मुन्ना सिंह, गुड्डू सिंह, अर्जुन सिंह ,अर्जुन राय, लल्लन राय, पिंटू सिंह, बच्चा सिंह, सत्येंद्र सिंह ,राजन प्रसाद यादव ,सुशील सिंह, अरविंद सिंह, मनोज कुमार वर्मा संकल्प,सुनील कुमार सिंह आदि उपस्थित थे।

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मेलबर्न टेस्ट : चौथे दिन का खेल खत्म, 333 रनों की हुई ऑस्ट्रेलिया की बढ़त

मेलबर्न। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के तहत खेली जा रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के चौथे मैच के चौथे दिन का खेल खत्म हो गया है। ऑस्ट्रेलिया टीम ने अपनी दूसरी पारी में 9 विकेट खोकर 228 रन बना लिए हैं। नाथन लियोन 41 रन और स्कॉट बोलैंड और 10 बनाकर नाबाद हैं। दोनों ने आखिरी विकेट के लिए अब तक 55 रन की साझेदारी कर ली है।

मेजबान टीम ने अपनी पहली पारी में 474 रन बनाए थे। इसके बाद भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी में 369 रन बनाए। इससे पहली पारी के आधार पर ऑस्ट्रेलिया के पास 105 रन की बढ़त थी। ऐसे में अब उसकी कुल बढ़त 333 रन की हो चुकी है।

ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी

ऑस्ट्रेलिया टीम की दूसरी पारी की शुरुआत अच्छी नहीं रही और 20 रन के स्कोर पर पहला झटका लगा। सलामी युवा बल्लेबाज सैम कोंस्टास को जसप्रीत बुमराह ने पवेलियन भेजा। कोंस्टास ने 8 रन बनाए। इसके बाद मोहम्मद सिराज ने उस्मान ख्वाजा को आउट कर दिया। ख्वाजा ने 21 रन बनाए। फिर सिराज ने स्टीव स्मिथ को अपना शिकार बनाया। वह 13 रन बना सके। इसके बाद बुमराह ने एक ही ओवर में पहले ट्रेविस हेड और मिचेल मार्श को चलता कर दिया। हेड केवल 1 रन बना सके, जबकि मिचेल मार्श खाता भी नहीं खोल सके।

ऑस्ट्रेलिया का 91 के स्कोर पर छठा विकेट गिरा। बुमराह ने विकेटकीपर बल्लेबाज एलेक्स कैरी को बोल्ड कर दिया। कैरी दो रन बना सके। हालांकि दूसरे छोर से मार्नस लाबुशेन ने अच्छी बल्लेबाजी करते हुए टेस्ट करियर का 23वां अर्धशतक पूरा किया। लाबुशेन को सिराज ने अपने जाल फंसाया और उन्हें एल्बीडब्ल्यू कर पलेवियन भेजा। लाबुशेन ने 139 गेंद में 70 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया का आठवां विकेट 156 के स्कोर पर गिरा। मिचेल स्टार्क 5 रन बनाकर रन आउट हुए। ऑस्ट्रेलिया को 173 के स्कोर पर नौवां झटका लगा। कप्तान पैट कमिंस 90 गेंद में चार चौके की मदद से 41 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद नाथन लियोन ने स्कॉट बोलैंड के साथ मिलकर 10वें विकेट के लिए 55 रन की साझेदारी कर ऑस्ट्रेलिया की बढ़त को 300 के पार पहुंचा दिया। दिन का खेल खत्म होने तक नाथन लियोन 41 रन और स्कॉट बोलैंड और 10 बनाकर नाबाद हैं। ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में अब तक 9 विकेट खोकर 228 रन बना लिए हैं और कुल बढ़त 333 रन की हो चुकी है।

भारत की ओर से जसप्रीत बुमराह ने अब तक चार विकेट और मो. सिराज ने तीन विकेट लिए हैं। रवींद्र जडेजा को एक विकेट मिला है।

भारतीय टीम की पहली पारी 369 रन पर समाप्त

भारतीय टीम की पहली पारी 369 रन पर समाप्त हुई। टीम ने आज नौ विकेट पर 358 रन से आगे खेलना शुरू किया। नीतीश कुमार रेड्डी और मोहम्मद सिराज केवल 11 रन जोड़ सके। नीतीश आखिरी विकेट के रूप में आउट हुए। उन्होंने 189 गेंद में 11 चौके और एक छक्के की मदद से 114 रन की शानदारी पारी खेली।

इससे पहले सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल 82 रन, कप्तान रोहित शर्मा 3 रन, केएल राहुल 24 रन, विराट कोहली 36 रन, ऋषभ पंत 28 रन, रवींद्र जडेजा 17 रन और वॉशिंगटन सुंदर 50 रन बनाकर आउट हुए थे। जसप्रीत बुमराह और आकाश दीप खाता नहीं खोल सके थे।

ऑस्ट्रेलिया की ओर से पैट कमिंस, स्कॉट बोलैंड और नाथन लियोन ने तीन-तीन विकेट लिए।

ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में बनाए 474 रन

इसके पहले ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 474 रन बनाए। स्टीव स्मिथ ने 140 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली। स्मिथ के अलावा उस्मान ख्वाजा ने 57, मार्नस लाबुशेन ने 72 और सैम कोंस्टास ने 60 रन बनाए। इन चारों के अलावा पैट कमिंस (49) और एलेक्स कैरी (31) ने भी महत्वपूर्ण पारियां खेलीं। भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह ने 4, रवींद्र जडेजा ने 3, आकाशदीप ने 2 और वाशिंगटन सुंदर ने 1 विकेट लिया।

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– भारतीय टीम अभी ऑस्ट्रेलिया से 116 रन पीछे

मेलबर्न, 28 दिसंबर (हि.स.)। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के तहत खेली जा रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के चौथे मैच के तीसरे दिन का खेल खत्म हो गया है। खेल खत्म होने तक भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी में नौ विकेट खोकर 358 रन बना लिए हैं। युवा ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी ने बेहतरीन शतक जड़ा है और वह फिलहाल 176 गेंदों में 10 चौके और एक छक्के की मदद से 105 रन बनाकर नाबाद हैं। उनके साथ मोहम्मद सिराज भी दो रन बनाकर नाबाद हैं। मेलबर्न में खेले जा रहे मैच में ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 474 रन बनाए थे। इस लिहाज से भारतीय टीम अभी भी 116 रन पीछे है।

भारतीय टीम तीसरे दिन आज अपने कल के स्कोर 5 विकेट पर 164 रन से आगे खेलना शुरू किया। ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा ने संभलकर पारी को आगे बढ़ाया। हालांकि पंत टीम के 191 के कुल स्कोर पर बोलैंड का शिकार बने। पंत ने 28 रन बनाए। रवींद्र जडेजा भी 221 के कुल स्कोर पर नाथन लियोन का शिकार बने। जडेजा ने 17 रन बनाए।

नीतीश रेड्डी और वाशिंगटन सुंदर ने दिलाई वापसी-

221 रन पर 7 विकेट खोकर भारतीय टीम मुश्किल में फंस गई थी और ऐसा लग रहा था कि भारत फॉलोआन खेलेगा, लेकिन यहां से नीतीश कुमार रेड्डी और वाशिंगटन सुंदर ने बेहतरीन बल्लेबाजी कर भारत को न सिर्फ फॉलोआन से बचाया, बल्कि मैच में वापसी भी दिला दी। दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर पहले पुरानी और फिर नई गेंद को भी संभलकर खेला और भारत के स्कोर को तीन सौ के पार पहुंचाया। नीतीश ने इस दौरान अपना अर्धशतक भी पूरा किया। दोनों खिलाड़ियोंं ने बेहतरीन बल्लेबाजी की। नीतीश के बाद सुंदर ने भी अर्धशतक जड़ दिया। हालांकि इसके बाद वह ऑउट हो गए। उन्होंने 162 गेंद में 50 रन बनाए। 350 के स्कोर पर भारत को नौवां झटका लगा। जसप्रीत बुमराह खाता खोले बिना आउट हो गए। इसके बाद नीतीश रेड्डी ने शानदार शतक जड़ दिया। उन्होंने 171 गेंद में चौका लगाकर शतक लगाया। यह उनके अंतरराष्ट्रीय करियर का पहला शतक है। इसके बाद खराब रोशनी की वजह से खेल रोका गया, लेकिन फिर बारिश शुरू हो गई जिसके चलते दिन का खेल खत्म होने की घोषणा कर दी गई।

इससे पहले दूसरे दिन सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल 82 रन, कप्तान रोहित शर्मा तीन, केएल राहुल 24 रन, विराट कोहली 36 रन बनाकर आउट हुए थे। ऑस्ट्रेलिया के लिए पैट कमिंस ने 3, स्कॉट बोलैंड ने 3 और नाथन लियोन ने 2 विकेट लिए।

ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में बनाए 474 रन-

स्मिथ का शतक इसके पहले ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 474 रन बनाए। स्टीव स्मिथ ने 140 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली। स्मिथ के अलावा उस्मान ख्वाजा ने 57, मार्नस लाबुशेन ने 72 और सैम कोंस्टास ने 60 रन बनाए। इन चारों के अलावा पैट कमिंस (49) और एलेक्स कैरी (31) ने भी महत्वपूर्ण पारियां खेलीं। भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह ने 4, रवींद्र जडेजा ने 3, आकाशदीप ने 2 और वाशिंगटन सुंदर ने 1 विकेट लिया।

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