चुनाव प्रशिक्षण में भाग लेना अनिवार्य, कोई भी पदाधिकारी कर्मी अगर अनुपस्थित होंगे तो होगी सख्त कार्रवाई

केवल मेडिकल बोर्ड के माध्यम से छूट प्राप्त या विशेष परिस्थिति में जिला निर्वाचन पदाधिकारी की पूर्व अनुमति से ही किसी भी पदाधिकारी/कर्मी को मिल सकता है छूट

जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी कोषांगों के नोडल, वरीय पदाधिकारी एवं आरओ के साथ की बैठक

छपरा: जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी अमन समीर ने बिहार विधानसभा आम निर्वाचन को लेकर गठित सभी कोषांगों के नोडल पदाधिकारी, वरीय प्रभारी एवं सभी विधानसभा के आरओ के साथ बैठक किया। कार्मिक कोषांग के माध्यम से उपलब्ध कराए गये सभी कार्मिकों का आज से प्रथम प्रशिक्षण प्रारंभ हो चुका है। छपरा शहर में 10 निर्धारित प्रशिक्षण स्थलों पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि प्रशिक्षण में सभी कर्मियों की उपस्थिति अनिवार्य है। कोई भी कर्मी अगर प्रशिक्षण से अनुपस्थित होगा तो उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी। मेडिकल बोर्ड के रिपोर्ट के आधार पर अथवा विशेष परिस्थिति में जिला निर्वाचन पदाधिकारी की पूर्व अनुमति से ही किसी भी कर्मी को छूट मिल सकती है।

प्रशिक्षण के क्रम में पीओ की डायरी भरने के तरीके,  ईवीएम को रेडी करने के तरीके आदि बिंदुओं पर बारीकी से जानकारी देने को कहा गया। ईवीएम का हैंड्स ऑन प्रशिक्षण भी सभी कर्मियों को दिया जा रहा है।
ईवीएम कोषांग के नोडल पदाधिकारी ने बताया कि ईवीएम का फर्स्ट रैंडमाइजेशन 11 अक्टूबर को किया जायेगा, जिसमें ईवीएम को विधानसभा वार पृथक किया जायेगा। इसके बाद ईवीएम को विधानसभावार निर्धारित डिस्पैच स्थल पर वज्रगृह में सुरक्षित रखा जायेगा।

सभी डिस्पैच स्थल को अविलंब रेडी करने का निदेश दिया गया। वाहन कोषांग द्वारा विभिन्न श्रेणी के वाहनों की आवश्यकता एवं उपलब्धता का आकलन किया गया है।
सभी आरओ को कल तक वल्नेरेबिलिटी मैपिंग रिपोर्ट जमा करने को कहा गया। सोशल मीडिया पर अफवाहजनक/गलत एवं आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों पर सतत निगरानी रखी जायेगी। इसकी मोनिटरिंग के लिये अलग से सोशल मीडिया कोषांग क्रियाशील है।

बैठक में उपविकास आयुक्त, नगर आयुक्त, सभी कोषांगों के नोडल एवं वरीय पदाधिकारी एवं सभी निर्वाची पदाधिकारी (आरओ) उपस्थित थे।

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पटना, 7 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार विधानसभा चुनाव- 2025 की तारीखों की घोषणा के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में हलचल तेज हो गई है। आज मुख्यमंत्री आवास में नीतीश कुमार ने जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की है।

बैठक में जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, अशोक चौधरी, विजेंद्र यादव, सुनील कुमार और पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल हुए। बैठक के दौरान पार्टी नेताओं ने सीट बंटवारे और उम्मीदवारों के चयन पर चर्चा की।

बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि दो से तीन दिनों में राजग में सीट शेयरिंग पर फैसला हो जाएगा। कहीं से कोई परेशानी नहीं है। उन्होंने दावा किया कि प्रचंड बहुमत के साथ फिर से नीतीश कुमार के नेतृत्व में राजग की सरकार बनेगी। हमलोग 2010 से भी बेहतर प्रदर्शन इस बार करेंगे।

जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा इसी सिलसिले में आज दिल्ली भी जा रहे हैं। जहां भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के साथ उनकी बैठक अहम होगी। माना जा रहा है कि राजग घटक दलों की बैठक में सीट शेयरिंग पर अंतिम रूप से मुहर लग जाएगी।

भाजपा के चुनाव प्रभारी बनाए जाने के बाद धर्मेंद्र प्रधान की पूर्व जदयू अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह, हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के संरक्षक और केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा से पिछले दिनों पटना में मुलाकात हो चुकी है। वहीं, दिल्ली में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) (एलजेपीआर) अध्यक्ष चिराग पासवान के साथ भी उनकी आज बैठक हुई है।

जदयू में भी उम्मीदवारों के चयन का काम अधिकांश सीटों पर हो चुका है। कुछ सीटों पर चर्चा हो रही है। कई सीटों पर इस बार नए चेहरे देखने को भी मिलेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले दिनों जदयू के 500 से अधिक कार्यकर्ताओं और नेताओं से मिलकर प्रतिक्रिया भी लिया था। कई नेताओं ने चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी भी की थी। नीतीश कुमार अममून मौजूद विधायकों का टिकट कम ही काटते हैं।

हाल में ही परबत्ता के जदयू विधायक संजीव सिंह राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में शामिल हो चुके हैं। ऐसे में वहां नया चेहरा देखने को मिलेगा। 2020 में मांझी सीट से गौतम सिंह का टिकट काट दिया गया था, लेकिन इस बार उनको लड़ाने की चर्चा हो रही है। चकाई से पिछली बार जदयू के टिकट पर संजय प्रसाद चुनाव लड़े थे, लेकिन इस बार निर्दलीय विधायक और मंत्री सुमित सिंह को टिकट मिलना तय है। डुमरांव में अंजूम आरा पिछली बार चुनाव लड़ी थीं, लेकिन इस बार वहां से नया चेहरा देखने को मिल सकता है।

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पटना, 6 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार विधानसभा चुनाव-2025 की तारीख की घोषणा हो गई है। दिल्ली के विज्ञान भवन में चुनाव आयोग के अधिकारियों ने पत्रकार वार्ता कर चुनाव शेड्यूल की जानकारी आज दी।

बिहार में चुनाव 2 चरण में होंगे। 6 और 11 नवंबर को मतदान होगा। 14 नवंबर को नतीजे आएंगे। 243 सदस्यीय राज्य विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है। पिछली बार 2020 का विधानसभा चुनाव तीन चरणों में हुआ था, जिसमें 56.93 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था।

बिहार विधानसभा चुनाव की तीरखों की घोषणा के बाद अपनी प्रतिक्रिया में तेजस्वी यादव ने एक्स पर लिखा कि मेरे प्रिय बिहारवासियों, 14 नवंबर 2025! इस तारीख को हम सभी को याद कर लेना है। इतिहास के पन्नों को भविष्य में जब भी पलटा जाएगा तो ये तारीख बिहार के सुनहरे भविष्य, परिवर्तन, विकास और बुलंदी की शुरुआत बनकर हमेशा स्वर्ण अक्षरों में दिखेगी। परिवर्तन का बिगुल बज चुका है, जनता की जीत का शंखनाद हो चुका है। बस अब पूरे मनोयोग, समस्त ऊर्जा का संचय कर प्रत्येक बिहारवासी को जुट जाना है, महागठबंधन की सरकार बनाने के लिए।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों की घोषणा पर केंद्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा, चुनाव आयोग का बहुत आभार कि एक शांतिपूर्ण पारदर्शिता के साथ बिहार लोकतंत्र का पर्व मनाएं, इसके लिए विस्तृत योजना बनाई है। बिहार लोकतंत्र की जननी है…दो तारीखें तय की गई हैं…मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि चुनाव आयोग ने जो व्यवस्था बनाई है और 1990 से 2005 तक जो जंगल राज में बूथ लूट लिए जात थे, मतदाताओं को धमकाया जाता था, वो अब बिहार में नहीं हो पाएगा।

बिहार विधानसभा चुनाव की तारिखों के एलान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, “ये तारीख चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों से बात करके रखा है। विपक्ष द्वारा एसआईआर के विरोध पर उन्होंने कहा, “ये चुनाव आयोग की दया हो जो उन पर एफआईआर नहीं हुआ। नहीं तो ऐसे लोगों पर अफवाह फैलाने का केस दर्ज होना चाहिए था। पूरे एसआईआर में बांग्लादेशियों को बचाने के लिए अफवाह फैलाया गया।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों की घोषणा पर बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा, “बिहार का चुनाव, चुनाव की जननी होगी, यह देश के लिए एक नजीर पेश करेगा…यह चुनाव लोकतंत्र की मजबूती की खूबसूरती होगी…यह देश को एक नया संदेश भी देगा…”

चुनाव से संबंधित तारीखों की सूची

-पहला चरण 06 नवम्बर (121 विधानसभा क्षेत्र)
-दूसरा चरण 11 नवम्बर (122 विधानसभा क्षेत्र)।
-गजट अधिसूचना जारी करने की तिथि 10.10.2025 (शुक्रवार)13.10.2025 (सोमवार)
-नामांकन करने की अंतिम तिथि 17.10.2025 (शुक्रवार)20.10.2025 (सोमवार)
-नामांकन की जांच की तिथि 18.10.2025 (शनिवार) 21.10.2025 (मंगलवार)
-उम्मीदवारों की नाम वापसी की अंतिम तिथि 20.10.2025 (सोमवार)23.10.2025 (गुरुवार)
– मतगणना की तिथि 14.11.2025 (शुक्रवार) –

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Araria 01 अक्टूबर(हि.स.)। चुनाव के मौसम में पाला बदलने का काम भी शुरू हो गया है। अररिया के नरपतगंज से चार बार भाजपा विधायक रहे जनार्दन यादव ने भाजपा से इस्तीफा देने के बाद जन सुराज का दामन थाम लिया है।

जनार्दन यादव ने सैकड़ों समर्थकों के साथ जन सुराज का दामन थामा

उन्होंने जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय कुमार सिंह के समक्ष पटना स्थित जन सुराज के कार्यालय में जन सुराज का दामन थामा। जनार्दन यादव ने सैकड़ों समर्थकों के साथ जन सुराज का दामन थामा है। प्रशांत किशोर और उदय कुमार सिंह ने पीला गमछा ओढ़ाकर उन पार्टी में स्वागत किया।

जनार्दन यादव अररिया जिला में भाजपा के पुराने सिपहसलार रहे हैं। जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में लड़े गए छात्र आंदोलन की उपज रहे जर्नादन यादव ने पिछले दिनों पार्टी में उपेक्षा और अनदेखी का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। तबसे ही उनके जन सुराज में जाने की संभावना लगाई जा रही थी।

जनार्दन यादव ने 1977 में पहली बार जीत दर्ज की थी

जनसंघ के काल से ही पार्टी से जुड़े जनार्दन यादव छात्र आंदोलन के दौरान मीसा के तहत दो बार जेल गए थे। भागलपुर केंद्रीय कारा में काफी दिनों तक उन्होंने बंदी के रूप में समय बिताया था। छात्र आंदोलन के बाद 1977 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने पहली बार जीत दर्ज की थी। लेकिन चुनाव लड़ने के लिए निर्धारित कम उम्र के कारण पटना हाईकोर्ट ने उन्हें अयोग्य करार दे दिया था। फलस्वरूप हाईकोर्ट के निर्णय के आलोक में उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था।जिसके बाद हाईकोर्ट के आदेश पर फिर से 1980 में हुए मध्यावधि चुनाव में पार्टी न उनपर भरोसा जताते हुए उन्हें उम्मीदवार बनाया।

2015 के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा ने उन्हें टिकट दिया

इस चुनाव में जनार्दन यादव की चुनाव लड़ने की तय उम्र सीमा पार कर गई थी।पार्टी के भरोसे को भी जनार्दन यादव ने कायम रखते हुए 1980 के मध्यावधि चुनाव में जीत दर्ज किया। 1980 के बाद 2000 और 2005 के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा के टिकट से नरपतगंज विधानसभा से जीत दर्ज की। 2015 के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा ने उन्हें टिकट दिया था, लेकिन उस चुनाव में जीतने में कामयाब नहीं रहे। जिसके बाद से ही पार्टी में वो हाशिए पर चलते चले गए। 2010 में नरपतगंज से भाजपा ने देवयंती यादव और 2020 के चुनाव में जयप्रकाश यादव को नरपतगंज से उम्मीदवार बनाया और इन दोनों चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के रूप में दोनों उम्मीदवारों ने पार्टी को निराश नहीं किया और विजयी रहे। पार्टी और संगठन में लगातार उपेक्षा को लेकर वे आवाज बुलन्द करते रहे,लेकिन पार्टी में वे धीरे धीरे हाशिए पर चलते चले गए।

पुराने भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं की कोई पूछ नहीं है: जनार्दन यादव

जनार्दन यादव ने कहा कि वर्तमान समय में बिहार में भ्रष्टाचार चरम पर है। चाहे थाना हो, प्रखंड कार्यालय या अन्य सरकारी विभाग, बिना रिश्वत कोई काम नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि फारबिसगंज और नरपतगंज के वर्तमान भाजपा विधायक जनता की सेवा में सक्षम नहीं रहे और कार्यालयों में कामकाज ठीक से नहीं हो रहा था। दोनों विधानसभा की जनता बार बार अपने कामकाज को लेकर उनके पास आते रहे हैं।

उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में अररिया जिले के पुराने भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं की कोई पूछ नहीं है। उन्होंने कहा कि नरपतगंज विधानसभा क्षेत्र से चार बार उन्हें प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है। फलस्वरूप क्षेत्र की जनता आज भी कई कार्यों से को लेकर उनके पास पहुंचते हैं, लेकिन वर्तमान समय में सरकारी कार्यालयों में बिना चढ़ावे के कोई कार्य नहीं होता। उन्होंने भाजपा संगठन में बाहरी तत्वों के घुसपैठ हो जाने से पार्टी के मूल स्वरूप में बदलाव आने की बात कही।उन्होंने कहा कि पार्टी के पुराने समर्पित कार्यकर्ता भाजपा से दूर जा रहे हैं। उन्होंने जन सुराज पार्टी के सिपाही के रूप में पार्टी के लिए समर्पित भाव से काम करने की बात कही और जिला में फिर से जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह बबन के नेतृत्व में जन सुराज के संगठन को मजबूती प्रदान करने की बात कही। उल्लेखनीय हो कि जन सुराज के जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह बबन भी भाजपा के पुराने कार्यकर्ता रहे हैं और संगठन में दो बार जिलाध्यक्ष की भी भूमिका निभाया था।उन्होंने भी पार्टी में उपेक्षा पर इस्तीफा देते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय कुमार सिंह के समक्ष जन सुराज का दामन थाम लिया था।

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Patna: भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार और हाल ही में एनडीए में लौटे पवन सिंह की राजनीतिक सक्रियता ने बिहार की सियासत को एक नया मोड़ दे दिया है। मंगलवार को पवन सिंह ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात की। इस भेंट के बाद कुशवाहा का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने साफ कहा कि पवन सिंह की वापसी से एनडीए को खासकर शाहाबाद और मगध के इलाके में व्यापक लाभ मिलेगा।

राजपूत और कुशवाहा वोटर होंगे एकजुट: उपेंद्र कुशवाहा

राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि पिछली बार के लोकसभा चुनाव में एनडीए को वोट बंटवारे का खामियाजा उठाना पड़ा था, लेकिन इस बार रणनीति अलग होगी। उनका कहना था कि एनडीए एकजुट होकर मैदान में उतरेगा और वोटों के बिखराव पर पूरी तरह रोक लगेगी। पवन सिंह हमेशा गठबंधन के हित की बात करते हैं। उनकी मौजूदगी से राजपूत और कुशवाहा समाज के बीच एकजुटता बनेगी, जिसका सीधा असर चुनावी नतीजों पर दिखेगा।

पवन सिंह के आने से एनडीए की ताकत और बढ़ेगी: उपेंद्र कुशवाहा

उन्होंने व्यक्तिगत सवालों पर टिप्पणी करने से इनकार किया, लेकिन यह जरूर कहा कि पवन सिंह के आने से एनडीए की ताकत और बढ़ेगी। उपेंद्र कुशवाहा का मानना है कि गठबंधन अब पहले से ज्यादा आक्रामक और ठोस रणनीति के साथ आगे बढ़ रहा है।

दरअसल उपेंद्र कुशवाहा बुधवार को सासाराम के वेदा इलाके में एक वर्कशॉप का उद्घाटन करने पहुंचे थे। इसी दौरान पत्रकारों ने उनसे पवन सिंह को लेकर सवाल पूछा, जिस पर उन्होंने विस्तार से अपनी प्रतिक्रिया दी।

गौरतलब है कि पवन सिंह की एनडीए में सक्रियता ने बिहार की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है। माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में कुशवाहा और राजपूत वोटरों का समीकरण तय कर सकता है कि सत्ता की कुर्सी पर कौन बैठेगा।

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Patna: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच भारत निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को अंतिम मतदाता सूची (Final Voter List) सार्वजनिक कर दी है। अब हर मतदाता के लिए यह जरूरी हो गया है कि वह यह सुनिश्चित कर लें कि उनका नाम और उनके परिवार के सदस्यों का नाम इस सूची में शामिल है या नहीं। आयोग ने अपडेटेड वोटर लिस्ट अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दी है, जिसे ऑनलाइन आसानी से देखा जा सकता है।

ऐसे करें नाम की जांच

  • सबसे पहले चुनाव आयोग की वेबसाइट eci.gov.in या सीधे मतदाता सेवा पोर्टल पर जाएं।
  • यहां राज्य, जिला, विधानसभा क्षेत्र और भाषा का चयन करें।
  • Roll Type के विकल्प में Final Roll-2025 चुनें।
  • इसके बाद दिए गए कैप्चा को भरें।
  • अब अपने बूथ और भाग संख्या का चुनाव कर PDF फाइल डाउनलोड कर लें।
  • डाउनलोड की गई फाइल में आप अपने तथा अपने परिवार के सदस्यों का नाम देख सकते हैं।

ऑफलाइन भी मिलेगी वोटर लिस्ट

फाइनल वोटर लिस्ट की प्रतियां निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों में संबंधित अधिकारियों को भेज दी हैं। आने वाले दिनों में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के सभी बूथों पर बीएलओ के पास भी यह सूची उपलब्ध होगी। मतदाता चाहे तो अपने क्षेत्र के बीएलओ से संपर्क कर भी सूची की जांच कर सकते हैं।

चुनाव में वही डाल पाएंगे वोट, जिनका नाम सूची में

आयोग ने स्पष्ट किया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में मतदान का अधिकार केवल उन्हीं मतदाताओं को मिलेगा जिनका नाम इस फाइनल वोटर लिस्ट में मौजूद है। इसलिए हर मतदाता को समय रहते सूची में अपना नाम जांचना बेहद जरूरी है।

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पटना, 29 सितंबर (हि.स.)। अगर नेता प्रतिपक्ष जननायक राहुल गांधी को एक खरोच भी लगता है तो इसके लिए भाजपा और आरएसएस जिम्मेदार होगा। उक्त बातें कांग्रेस प्रवक्ता नदीम अंसारी ने कहीं।

उन्होंने कहा कि आज देश उस दहलीज पर आ खड़ा है जहां सत्ता रूढ़ दल का एक प्रवक्ता सरेआम टीवी डिबेट में आकर देश नेता प्रतिपक्ष जननायक राहुल गांधी के सीने पर गोली मारने की बात करता है और देश प्रधानमन्त्री, गृह मंत्री और पूरा का पूरा सिस्टम खामोश है।

उन्होंने कहा कि इससे यही लगता है की या तो ये गुंडा सरकार के संरक्षण में बोल रहा है या फिर इसे कानून का कोई डर नहीं है।

मैं सरकार से ये मांग कर ता हूं की इस आदमी को तुरत सलाखों के पीछे भेजे और जननायक राहुल गांधी के सुरक्षा और मजबूत करे।

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पटना: भाजपा के प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने आज जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को घेरते हुए कहा कि पीके बहेलिया है और राजनीतिक नटवरलाल है।

उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर बिहार की राजनीति का सबसे बड़ा फ्रॉड है और अपने बयानों को लेकर यही कर रहे हैं।

भाजपा नेता ने कहा कि प्रशांत किशोर हर उस आदमी पर सवाल उठा रंहे हैं जो लालू के जंगल राज के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सही अर्थों में कहे तो वे महागठबन्धन की सरकार बनाने में लगे हुए हैं। यही कारण है कि वे अनाप शनाप आरोप लगा रहे हैं।

भाजपा के नेता ने सीधा सवाल करते हुए कहा कि प्रशांत किशोर दूसरे पर आरोप लगा रहे है लेकिन खुद पर लगे आरोपो का जवाब नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें यह तो बताना होगा कि उनकी पार्टी को मिले पैसे उनके निजी खाते में कैसे जमा हुए हैं।

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पटना, 28 सितंबर (हि.स.)। भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के टाईम बम पर बैठा हुआ है, मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के मामले पर धृतराष्ट्र बन गए है। बिहार में राजग सरकार ये क्यों नहीं बताती है कि वह प्रतिदिन बिहार के तिजोरी से 65 करोड़ रूपये कर्ज के रूप में अदा कर रही है। उक्त बातें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज पत्रकार वार्ता में कहीं।

तेजस्वी यादव ने कहा कि नकलची सरकार बताइए कि बिहार का बजट जब 𝟎𝟑 लाख 𝟏𝟕 हजार करोड़ का है और जुलाई में 𝟓𝟖 हजार करोड़ के सप्लीमेंट्री बजट और आकस्मिक निधि से 𝟐𝟎 हज़ार करोड़ की निकासी भी जोड़ दिया जाए तो कुल मिलाकर बिहार का टोटल बजट 𝟎𝟑 लाख 𝟗𝟓 हजार करोड़ हो गया है, जिसमें 𝟎𝟐 लाख करोड़ का कमिटेड एक्सपेंडीचर है। अब स्कीम चलाने के लिए टोटल फंड 𝟎𝟏 लाख 𝟗𝟓 हजार करोड़ का बचा है। 𝟎𝟏 लाख 𝟗𝟓 हजार करोड़ रूपये से पुल, पुलिया, रोड, बिल्डिंग बनाने में क्या खर्च हुए? बताए? मई, 𝟐𝟎𝟐𝟓 से लेकर सितम्बर, 𝟐𝟎𝟐𝟓 तक प्रधानमंत्री द्वारा बिहार में 𝟎𝟏 लाख 𝟏𝟓 हजार करोड़ के योजनाओं की घोषणा की गई है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी प्रगति यात्रा के क्रम में 𝟓𝟎 हजार करोड़ के योजनाओं की घोषणा की थी। अब विगत महीने में मुख्यमंत्री ने जो घोषणाएं की है उन पर कुल 𝟕 लाख 𝟎𝟖 हजार 𝟕𝟐𝟗 करोड़ रूपये का व्यय होगा।

तेजस्वी ने कहा कि राजस्व प्राप्ति और वित्तीय प्रबंधन पर उनका विज़न क्या है, इस बजट का प्रबंधन नीतीश कुमार कैसे करेंगे? इसका जवाब मुख्यमंत्री जी अवश्य दें। बिहार में राजस्व कैसे बढ़ेगा, इस संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बुद्धिजीवी, मीडिया और अन्य लोग पूछकर बतायें कि सरकार के स्तर से राजस्व बढ़ाने के लिए कौन से उपाय किये जा रहे हैं?

उन्होंने कहा कि 𝟐𝟎 साल के राज बाद राजग सरकार द्वारा महिला रोजगार योजना अंतर्गत जो 𝟏𝟎 हज़ार की राशि दी गई है वो प्रति महिला प्रति माह 𝟓𝟎𝟎 रूपये हुआ । इस हिसाब से हर महीने का 𝟒𝟏 रूपये 𝟔𝟔 पैसा और एक दिन का 𝟎𝟏 रूपया 𝟑𝟖 पैसा दिया जा रहा है। मतलब डबल इंजन सरकार ने 𝟐𝟎 साल राज करने के बाद बिहार के बच्चों का भविष्य और वर्तमान दोनों छीन लिया है। प्रतिदिन 𝟎𝟏 रूपये 𝟑𝟖 पैसा के षड्यंत्र में बिहार की जनता फंसने वाली नहीं है। 𝟐𝟎𝟐𝟎 में मुख्यमंत्री ने कैबिनेट के प्रस्ताव के माध्यम से महिला उद्यमी योजना के तहत 𝟓 लाख तक की कर्ज मुक्त राशि का जो वादे किये थे उसका क्या हुआ? मुख्यमंत्री जी अगर सक्षम हैं तो स्वयं इसका जवाब दें।

यादव ने कहा कि राज्य सरकार 𝟕𝟏 हजार करोड़ के सीएजी के मामले का हिसाब-किताब नहीं दे रही है और इस मामले में सरकार के स्तर से मुख्यमंत्री कोई जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं? देश के प्रधानमंत्री से राज्य सरकार रिश्वत दिलवा रही है। प्रधानमंत्री ने 𝟎𝟏 रूपये 𝟑𝟖 पैसा के बल पर बिहार के वर्तमान और भविष्य को बर्बाद करने का ठेका लिया है। चुनावी हार के डर से डि के छाप अधिकारी ज्यादा डरे हुए हैं। बिहार का तिजोरी खाली किया जा रहा है। पटना के सरकारी भवनों के साफ-सफाई, झाड़ू-पोछा के लिए निजी कंपनियों को देकर 𝟕𝟎𝟎 करोड़ रूपये का ठेका दिया गया है । संगठित और खुदरा भ्रष्टाचार रिकार्ड कायम किये हुए है।

उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के धृतराष्ट्र नीतीश कुमार बने हुए हैं। एक इंजीनियर के घर 𝟏𝟑 करोड़ कैश बरामद हुआ? इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ। 𝟓𝟎𝟎 करोड़ की प्रॉपर्टी मिली लेकिन कारवाई क्या हुई? एक इंजीनियर ने 𝟏𝟐 करोड़ रुपये जला दिए? 𝟏𝟎𝟎 करोड़ की प्रॉपर्टी मिली लेकिन कारवाई क्या हुई? एक इंजीनियर के यहाँ 𝟑𝟎𝟎 करोड़ की प्रॉपर्टी मिली लेकिन कारवाई क्या हुई? अभी एक हफ़्ते पहले शिक्षा विभाग के अधिकारी के यहाँ करोड़ों मिले? 𝟑 दिन पहले विद्युत विभाग के इंजीनियर के यहाँ 𝟑𝟎 करोड़ की संपत्ति मिली? क्या हुआ?

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Chhapra: छपरा विधानसभा क्षेत्र के इनई की विद्युत आपूर्ति की समस्या के निराकरण के लिए स्थानीय विधायक डॉ सीएन गुप्ता ने रेलवे के एजीएम और डीआरएम को निर्देश दिए हैं। विधायक ने पहिया में अंडरपास विद्युत केबल के क्षतिग्रस्त होने से कई दिनों से इनई समेत कई इलाकों में विद्युत आपूर्ति सही नहीं होने को लेकर ग्रामीणों के द्वारा की गई शिकायत से रेलवे के अधिकारियों को दी गई जानकारी की वर्तमान प्रगति को जाना। 

इस सम्बन्ध में विद्युत विभाग के अधिकारियों को विधायक डॉ गुप्ता ने निर्देश दिया था. जिसमे उन्होंने रेलवे से मदद की मांग की थी. इसी क्रम में वाराणसी मंडल के एजीएम और डीआरएम के छपरा आगमन पर डॉ सी एन गुप्ता ने  बैठक कर हल करने की पहल की. जिस पर  रेलवे के अधिकारियों ने जल्दी ही अनापत्ति देकर केबल मरम्मत की बात कही है.

विधायक के इस पहल से स्थानीय लोगों को खुशी देखने को मिली है. विधायक के साथ इस दौरान रिविलगंज प्रखंड 20 सूत्री के अध्यक्ष धर्मेन्द्र चौहान और अन्य लोग उपस्थित थे.

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Chhapra: बिहार की राजनीति में नई धारा और पारदर्शिता की मिसाल पेश करने का दावा कर रही जनसुराज पार्टी ने शुक्रवार को सारण जिले के छपरा विधानसभा क्षेत्र में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। शहर के ब्रह्मपुर से शुरू हुए इस रोड शो में पार्टी के सभी संभावित प्रत्याशी एक ही वाहन पर सवार होकर जनता से सीधे संवाद करते दिखे। इस अनोखे आयोजन ने न केवल लोगों का ध्यान आकर्षित किया बल्कि यह संदेश भी दिया कि जनसुराज पार्टी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा नहीं बल्कि सामूहिक नेतृत्व और जनसहभागिता पर आधारित राजनीति को बढ़ावा दे रही है।

रोड शो की शुरुआत होते ही सड़कों पर भीड़ उमड़ पड़ी। स्थानीय नागरिक, कार्यकर्ता और समर्थक बड़े उत्साह के साथ शामिल हुए। लोग ढोल-नगाड़ों की थाप पर नाचते-गाते हुए पार्टी का झंडा लहरा रहे थे। जगह-जगह प्रत्याशियों का फूल-मालाओं से स्वागत किया गया। आम जनता ने भी इस नए प्रयोग की सराहना की और कहा कि पहली बार वे देख रहे हैं कि एक ही सीट से कई दावेदार मिलकर जनता से आशीर्वाद मांग रहे हैं।

संभावित प्रत्याशियों ने अपने संबोधन में कहा कि जनसुराज पार्टी बिहार में बदलाव की ठोस पहल कर रही है। पार्टी जिस उम्मीदवार को टिकट देगी, बाकी सभी प्रत्याशी उसका पूरा समर्थन करेंगे। यह परंपरागत राजनीति से बिल्कुल अलग प्रयोग है, जहाँ टिकट कटने के बाद असंतोष और बगावत देखने को मिलती है। लेकिन जनसुराज में लक्ष्य सिर्फ सत्ता नहीं, बल्कि समाज और व्यवस्था में सुधार है।

इस दौरान संभावित प्रत्याशी कन्हैया सिंह, अजित सिंह, जयप्रकाश सिंह, सुरेश सिंह और कविता सिंह समेत कई नेता मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में कहा कि बिहार की जनता लंबे समय से बदलाव की प्रतीक्षा कर रही है। रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास के मुद्दों पर ठोस काम करने का समय आ गया है। जनसुराज पार्टी ने इस दिशा में ठोस नीति और कार्यक्रम तैयार किए हैं, जिनके बल पर आने वाले चुनाव में जनता का विश्वास जीता जाएगा।

कार्यक्रम में मौजूद कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने जनसुराज पार्टी के इस प्रयास को ऐतिहासिक करार दिया। उनका कहना था कि अब तक राजनीति में टिकट की लड़ाई और आंतरिक कलह आम बात रही है, लेकिन जनसुराज पार्टी ने यह साबित कर दिया कि एकजुटता और सामूहिक सोच से राजनीति को नई दिशा दी जा सकती है।

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नई दिल्ली, 25 सितंबर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार को बिहार, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के प्रभारी और सह प्रभारी की घोषणा की। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान को बिहार और भूपेंद्र यादव को पश्चिम बंगाल का चुनाव प्रभारी बनाया गया है।

भाजपा महासचिव अरुण सिंह ने एक बयान में बताया कि पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने धर्मेंद्र प्रधान को बिहार चुनाव का प्रभारी नियुक्त किया है। इसके साथ केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को सह-प्रभारी नियुक्त किया है।

उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को पश्चिम बंगाल के लिए पार्टी का चुनाव प्रभारी और बिप्लब कुमार देब को सह-प्रभारी नियुक्त किया गया है। बैजयंत पांडा को तमिलनाडु का चुनाव प्रभारी और मुरलीधर मोहोल को सह-प्रभारी नियुक्त किया गया है।

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