पटना, 11 मार्च (हि.स.)। राजधानी पटना में अटल पथ के पास सुबह-सुबह तेज रफ्तार महिंद्रा की एक्सयूवी नई कार अचानक अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गयी, जिससे गाड़ी में मौजूद ड्राइवर के सीने में लोहे की रॉड घुस गया। वह जिन्दगी और मौत के बीच जुझ रहा है।

इस घटना से अटल पथ पर अफरा-तफरी मच गयी। घटना के बाद लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। लोग ड्राइवर को कार से बाहर निकालने में लगे है। एक्सयूवी कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। रोंगटे खड़ा कर देने वाली इस घटना को देखकर लोग भी हैरान हैं। घटना की सूचना पुलिस को दी गयी जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ड्राइवर को कार से निकालने में जुटी है।

इससे पहले 15 फरवरी को भी पटना-दीघा अटल पथ पर इसी तरह की घटना हुई थी। थार गाड़ी ने एक साइकिल सवार को रौंद दिया था, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी थी, जिसके बाद थार गाड़ी डिवाइडर से टकरा गयी थी तब सड़क किनारे बैरिकेडिंग से थार टकरा गयी थी। इस दौरान लोहे का रॉड थार के ड्राइवर सीट पर बैठे व्यक्ति के सीने के आर पार हो गया था। काफी प्रयास के बाद डॉक्टरों ने रॉड को सीने से बाहर निकाला था।

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केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को मोदी सरकार का होली गिफ्ट, केंद्र ने महंगाई भत्ता बढ़ाया

Delhi: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के को बड़ा होली गिफ्ट दिया है। केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनधारकों के महंगाई भत्ते और महंगाई राहत को सरकार ने 46 फीसदी से बढ़ाकर 50 फीसदी कर दिया है।

गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में सरकार ने महंगाई भत्ते को बढ़ाने का फैसला लिया। सरकार ने महंगाई भत्ता को 46 फीसदी से बढ़ाकर 50 फीसदी करने का निर्णय लिया है। सरकार के इस फैसले से करीब 49 लाख के केंद्रीय कर्मचारी और 68 लाख के पेंशनर्स को फायला मिलेगा।

सरकार के पेंशनर्स के महंगाई राहत को भी 46 फीसदी से बढ़ाकर 50 फीसदी कर दिया गया है। इस फैसले से 68 लाख पेंशनधारकों को फायदा होगा। मार्च के वेतन में बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता मिलेगा। साथ ही पिछले दो महीने का एरियर भी मार्च महीने के वेतन के साथ ही मिलने की उम्मीद है।

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कोलकाता, 06 मार्च (हि.स.) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज (बुधवार) पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में 15 हजार 400 करोड़ रुपये के विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने इस दौरान देश की पहली अंडरवॉटर मेट्रो रेल को हरी झंडी दिखा कर राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बच्चों के साथ इस ट्रेन में सफर भी किया। गंगा नदी के नीचे तैयार की गई ईस्ट वेस्ट मेट्रो परियोजना का यह पहला मेट्रो ट्रैक है।

इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 36 सेकेंड का वीडियो सामने आया है। इसमें देखा जा सकता है कि वह मेट्रो ट्रेन में बच्चों को आसपास बैठने के लिए कह रहे हैं। प्रधानमंत्री ने इस दौरान बच्चों से बातचीत भी की। सफर के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने मेट्रो स्टाफ से भी चर्चा की। मेट्रो में उनके साथ बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और वरिष्ठ विधायक तथा नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी भी मौजूद रहे।

यह ट्रेन पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से सटे हावड़ा मैदान और एस्प्लेनेड के बीच चलेगी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने कवि सुभाष-हेमंत मुखोपाध्याय खंड और तारातला-माजेरहाट मेट्रो खंड (जोका-एस्पलेनड लाइन का हिस्सा) का भी उद्घाटन किया है। मेट्रो रेलवे के यह खंड सड़क यातायात को कम करने और निर्बाध, आसान तथा आरामदायक कनेक्टिविटी प्रदान करने में मदद करेगा। 4.8 किलोमीटर लंबा हावड़ा मैदान- एस्प्लेनेड मेट्रो खंड देश का पहला मेट्रो प्रोजेक्ट है। इसमें हुगली नदी के नीचे सुरंग तैयार की गई हैं। भारत की किसी भी नदी के नीचे यह पहली परिवहन सुरंग है। सुरंग की लंबाई 520 मीटर है। अप व डाउन लाइन के लिए दो सुरंग तैयार की गई हैं। मेट्रो को नदी पार करने में एक मिनट से कम का समय लगेगा। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि यह देश की सबसे गहरी सुरंग है।

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कोलकाता, 03 मार्च (हि.स.)। भाजपा द्वारा पश्चिम बंगाल के कोयलांचल क्षेत्र आसनसोल से उम्मीदवार के तौर पर घोषित किए गए भोजपुरिया स्टार और मशहूर सिंगर पवन सिंह ने यू टर्न ले लिया है। शनिवार शाम जब उन्हें पार्टी ने उम्मीदवार बनाया तो वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के अन्य नेताओं का आभार जता रहे थे और कहा था कि वह आसनसोल की जनता पर भरोसा करते हैं। इसके बाद रविवार दोपहर उन्होंने घोषणा कर दी है कि वह अब चुनाव नहीं लड़ेंगे।

सूत्रों ने बताया कि भोजपुरी गानों को लेकर हुए विवाद के बाद ही उन्होंने यह निर्णय लिया है। रविवार दोपहर पवन सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को दिल से आभार प्रकट करता हूं। पार्टी ने मुझ पर विश्वास करके आसनसोल का उम्मीदवार घोषित किया, लेकिन किसी कारणवश मैं आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ पाऊंगा।

इधर, दूसरी ओर राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने पवन सिंह के इस पीछे हटने के कदम पर भाजपा पर निशाना साधा है। पार्टी ने कहा है कि खेला शुरू हो गया है।

पार्टी के नेता अभिषेक बनर्जी ने पवन सिंह के चुनाव नहीं लड़ने के ऐलान पर कहा है कि यह पश्चिम बंगाल के लोगों की अदम्य भावना और शक्ति की जीत है।

भाजपा की तरफ से आसनसोल से पवन सिंह को उम्मीदवार बनाने पर तृणमूल कांग्रेस ने बड़ा हमला बोला था। तृणमूल ने पवन सिंह के पुराने गानों में बंगाल की महिलाओं के चित्रण पर सवाल खड़े किए थे। कुछ ही घंटों में यह विवाद काफी बढ़ गया। तृणमूल ने इसे बंगाल की महिला सम्मान से जोड़ दिया था। पार्टी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि चुनाव के पहले भी खेला होने की शुरुआत हो चुकी है।

उल्लेखनीय है कि आसनसोल सीट पर फिलहाल तृणमूल कांग्रेस की ओर से शत्रुघ्न सिन्हा सांसद हैं।

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नई दिल्ली, 3 मार्च (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं पूर्व केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की है। हाल ही में भाजपा की ओर से जारी उम्मीदवारों की सूची में चांदनी चौक से उनके स्थान पर प्रवीण खंडेलवाल को टिकट दिया गया है।

प्रधानमंत्री मोदी की वापसी की शुभकामनाओं के साथ उन्होंने इस बात पर हर्ष व्यक्त किया कि उन्हें उनके साथ काम करने का अवसर मिला। साथ ही उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं, प्रशंसकों और आम नागरिकों के साथ-साथ पार्टी के नेताओं को धन्यवाद दिया।

एक सोशल मीडिया पोस्ट में अपने कैरियर का उल्लेख करते हुए उन्होंने अपनी जड़ों से दोबारा जुड़ने की बात कही। उन्होंने कहा, “कृष्णा नगर में मेरा ईएनटी क्लीनिक भी मेरी वापसी का इंतजार कर रहा है।” उन्होंने कहा कि वे तंबाकू और मादक द्रव्यों के सेवन के खिलाफ, जलवायु परिवर्तन और सरल व टिकाऊ जीवन शैली सिखाने के लिए काम करेंगे।

अपने तीस साल से अधिक के करियर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इन तीस सालों में पांच विधानसभा और दो संसदीय चुनाव लड़े और अनुकरणीय अंतर से जीते और पार्टी संगठन तथा राज्य और केंद्र की सरकारों में कई प्रतिष्ठित पदों पर काम किया। उन्होंने कहा कि संघ के कहने पर वे राजनीति में आए थे। “वे (संघ) मुझे केवल इसलिए मना सके क्योंकि मेरे लिए राजनीति का मतलब हमारे तीन मुख्य शत्रुओं- गरीबी, बीमारी और अज्ञानता से लड़ने का अवसर था।”

डॉ हर्षवर्धन ने कहा, “दिल से एक स्वयंसेवक, मैं हमेशा पंक्ति में अंतिम व्यक्ति की सेवा करने के प्रयास के दीन दयाल उपाध्याय के अंत्योदय दर्शन का उत्साही प्रशंसक रहा हूं।” केन्द्र में मंत्री के तौर पर उन्हें पहले पोलियो मुक्त भारत बनाने की दिशा में काम करने और बाद में खतरनाक कोविड -19 से जूझ रहे हमारे लाखों देशवासियों के स्वास्थ्य की देखभाल करने का दुर्लभ अवसर मिला।

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नई दिल्ली, 03 मार्च (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 04 से 06 मार्च तक पांच राज्यों तेलंगाना, तमिलनाडु, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बिहार का दौरा करेंगे। इस दौरान अदिलाबाद, हैदराबाद, संगारेड्डी, कलपक्कम, चंडीखोल, कोलकत्ता और बेतिया में आयोजित कार्यक्रमों में हजारों करोड़ की परियोजनाओं की सौगात देंगे।

प्रधानमंत्री तेलंगाना के आदिलाबाद में 56 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। आदिलाबाद में शुरू की जा रही कई परियोजनाओं के माध्यम से बिजली क्षेत्र को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा। वे तेलंगाना के संगारेड्डी में 68 सौ करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। संगारेड्डी में शुरू की गई परियोजनाओं में सड़क, रेल, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस जैसे कई प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं। हैदराबाद में प्रधानमंत्री नागरिक उड्डयन अनुसंधान संगठन राष्ट्र को समर्पित करेंगे।

इसके बाद प्रधानमंत्री तमिलनाडु के कलपक्कम में भारत के स्वदेशी प्रोटोटाइप फास्ट ब्रीडर रिएक्टर की कोर लोडिंग की शुरुआत देखेंगे। यह भारत के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगा।

ओडिशा में प्रधानमंत्री चंडीखोल में 19.6 हजार करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। वे कोलकाता में 15.4 हजार करोड़ रुपये की कई कनेक्टिविटी परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। बेतिया में प्रधानमंत्री करीब 8.7 हजार करोड़ रुपये के विभिन्न बुनियादी ढांचे का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री मुजफ्फरपुर-मोतिहारी एलपीजी पाइपलाइन का उद्घाटन करेंगे और मोतिहारी में इंडियन ऑयल के एलपीजी बॉटलिंग प्लांट और स्टोरेज टर्मिनल को समर्पित करेंगे।

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बीजेपी की पहली सूची में 195 प्रत्याशियों के नाम, वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लड़ेंगे चुनाव

दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर भाजपा ने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. बीजेपी की पहली सूची में इनमें 195 प्रत्याशियों के नाम हैं. जिसमे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी से ही चुनाव लड़ेगें. वहीं, अमित शाह गुजरात के गांधीनगर सीट से प्रत्याशी होंगे. बीजेपी ने दो पूर्व मुख्यमंत्रियों को टिकट दिया है. लेकिन पार्टी ने कई अहम चेहरों को बेटिकट कर दिया है. केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी, क्रिकेटर गौतम गंभीर से लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा का टिकट कटा है.

बीजेपी प्रत्याशियों की सूची में 28 महिलाएं, 47 युवा, 27 एससी, 18 एसटी और 57 ओबीसी शामिल हैं. बीजेपी ने उत्तर प्रदेश की 51, पश्चिम बंगाल की 20, मध्य प्रदेश की 24, गुजरात की 15, राजस्थान की 15, केरल की 12, तेलंगाना की 9, असम की 11, दिल्ली की 5, जम्मू-कश्मीर की 2, उत्तराखंड की 3, अरुणाचल की 2, गोवा की 1, त्रिपुरा की 1, अंडमान की 1, दमन और दीव की 1 सीटों के लिए उम्मीदवारों का ऐलान किया

भाजपा प्रत्याशियों की सूची

वाराणसी नरेंद्र मोदी

अंडमान निकोबार विष्णु पराडे

अरुणाचल प्रदेश (वेस्ट) किरण रिजिजू

अरुणाचल ईस्ट तापिर गाओ

सिलचर परिमल शुक्ल बैद्य

तेजपुर रंजीत दत्ता

नवगांव सुरेश बोरा

करियाबोर कामाख्या प्रसाद

जोरहाट तपन गोगोई

डिब्रूगढ़ सर्बानंद सोनोवाल

चांदनी चौक प्रवीण खंडेलवाल

उत्तर पूर्वी मनोज तिवारी

नई दिल्ली बांसुरी स्वराज

पश्चिमी दिल्ली कमलजीत सेहरावत

दक्षिण दिल्ली रामवीर सिंह बिधूड़ी

मुरैना शिवमंगल सिंह तोमर

भिंड संध्या राय

ग्वालियर भारत सिंह कुशवाह

गुना ज्योतिरादित्य सिंधिया

सागर लता वानखेड़े

टीकमगढ़ वीरेंद्र खटीक

दमोह राहुल लोधी

खजुराहो वीडी शर्मा

सतना गणेश सिंह

रीवा जनार्दन मिश्रा

सीधी डॉ. राजेश मिश्रा

शहडोल हिमाद्री सिंह

जबलपुर आशीष दुबे

मंडला फग्गन सिंह कुलस्ते

होशंगाबाद दर्शन सिंह चौधरी

विदिशा शिवराज सिंह चौहान

भोपाल आलोक शर्मा

राजगढ़ रोडमल नागर

देवास महेंद्र सिंह सोलंकी

मंदसौर सुधीर गुप्ता

रतलाम अनीता नागर सिंह चौहान

खंडवा ज्ञानेश्वर पाटिल

बैतूल दुर्गादास उइके

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पटना/औरंगाबाद (बिहार), 02 मार्च (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के औरंगाबाद में जनसभा को संबोधित करते हुए भोजपुरी में कहा कि रउवा सब के प्रणाम करइतही। बिहार में शांति और कानून व्यवस्था का राज-ये मोदी की गारंटी है। बिहार में बहन-बेटियों को अधिकार-ये मोदी की गारंटी है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज यहां करीब 21.5 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास हुआ है। इन परियोजनाओं में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी कई परियोजनाएं हैं। इनमें रेल इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े काम भी हैं और इनमें आधुनिक बिहार की मजबूत झलक भी है। उन्होंने यही एनडीए की पहचान है। हम काम की शुरुआत भी करते हैं, काम पूरा भी करते हैं और हम ही उसे जनता-जनार्दन को समर्पित भी करते हैं। ये मोदी की गारंटी है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बिहार का विकास-ये मोदी की गारंटी है। तीसरे टर्म में हमारी सरकार इन्हीं गारंटियों को पूरा करने और विकसित बिहार बनाने के लिए काम करेगी। उन्होंने कहा कि एक वो दौर था, जब बिहार के ही लोग अपने ही घरों से निकलने में डरते थे। एक ये दौर है, जब बिहार में पर्यटन की संभावनाएं विकसित हो रही हैं। बिहार को वंदे भारत और अमृत भारत जैसी आधुनिक ट्रेनें मिलीं, अमृत स्टेशनों का विकास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एनडीए की शक्ति बढ़ने के बाद बिहार में परिवारवादी राजनीति हाशिए पर जाने लगी है। परिवारवादी राजनीति की एक और विडंबना है।

पीएम मोदी ने कहा कि बिहार की धरती पर आना कई मायने में मेरे लिए खास है। जननायक कर्पूरी ठाकुर को मैंने भारत रत्न दिया, जिसकी खुशी हर जगह है। हम काम की शुरुआत और उसे पूरा भी करते हैं। कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिलना पूरे बिहार का सम्मान है। उन्होंने कहा कि अभी कुछ ही दिन पहले अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा भी हुई है। अयोध्या में रामलला विराजमान हुए हैं, तो स्वाभाविक है, सबसे ज्यादा खुशी माता सीता की धरती पर ही मनाई जाएगी। ज्ञान की धरती बिहार आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। औरंगाबाद में विभिन्न विकास परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहा हूं।

पीएम नरेन्द्र मोदी करीब 20 महीने बाद बिहार दौरे पर आए हैं। गया एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर ने उनकी अगुवानी की। इसके बाद पीएम मोदी और सीएम नीतीश एक ही हेलिकॉप्टर से औरंगाबाद के लिए रवाना हो गए।

इससे पहले सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि आज वापस से आप (पीएम मोदी) यहां आए हैं तो काफी खुशी की बात है। आप पहले आए थे तो इधर हम गायब हो गए थे, तो फिर हम आपके साथ हैं। हम आपको आश्वस्त करते हैं, हम आपके साथ जीवनभर रहेंगे, अब इधर-उधर होने वाले नहीं हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि 400 सीट आप जीतिएगा यह हमको पूरा भरोसा है। विकास होगा तो इसका श्रेय हम आपको देते रहेंगे। आपको इसका क्रेडिट मिलेगा। आपस में कोई विवाद नहीं करना चाहिए, मिलजुलकर काम करना चाहिए।

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नई दिल्ली, 02 मार्च (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने दो दिवसीय झारखंड, पश्चिम बंगाल और बिहार दौरे के आखिरी दिन आज (शनिवार) भी विकास योजनाओं की सौगात देंगे। प्रधानमंत्री कल झारखंड को करोड़ों रुपये की विकास योजनाएं सौंपकर पश्चिम बंगाल पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी के आज के कार्यक्रम का ब्यौरा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने एक्स हैंडल पर साझा किया है। इससे पहले 29 फरवरी को पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने प्रधानमंत्री के इस दौरे की विस्तृत जानकारी विज्ञप्ति जारी कर दी। प्रधानमंत्री आज पश्चिम बंगाल का दौरा पूरा कर आखिरी चरण में बिहार पहुंचेंगे।

प्रधानमंत्री इसके बाद दोपहर 2ः30 बिहार के औरंगाबाद पहुंचेंगे। शाम सवा पांच बजे वो बेगूसराय में होंगे। पीआईबी के अनुसार, प्रधानमंत्री औरंगाबाद में 21,400 करोड़ रुपये से अधिक की अनेक विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। बिहार में राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क को मजबूत करने के मद्देनजर प्रधानमंत्री मोदी 18,100 करोड़ रुपये से अधिक की अनेक राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। उद्घाटन की जाने वाली परियोजनाओं में एनएच-227 का 63.4 किलोमीटर लंबा दो-लेन का पक्की सड़क वाला जयनगर-नरहिया खंड, एनएच-131जी पर कन्हौली से रामनगर तक छह लेन की पटना रिंग रोड का खंड, किशनगंज शहर में मौजूदा फ्लाईओवर के समानांतर 3.2 किलोमीटर लंबा दूसरा फ्लाईओवर, 47 किलोमीटर लंबी बख्तियारपुर-रजौली चार लेन परियोजना,और एनएच -319 के 55 किलोमीटर लंबा अर्रा-पररिया खंड चार लेन शामिल है।

इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी छह राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे, जिनमें आमस से ग्राम शिवरामपुर तक 55 किलोमीटर लंबा चार लेन वाला नियंत्रित सुगमता का ग्रीनफील्ड राष्ट्रीय राजमार्ग, शिवरामपुर से रामनगर तक 54 किलोमीटर लंबा चार लेन वाला नियंत्रित सुगमता का ग्रीनफील्ड राष्ट्रीय राजमार्ग, ग्राम कल्याणपुर से ग्राम बलभदरपुर तक 47 किलोमीटर लंबा चार लेन वाला नियंत्रित सुगमता का ग्रीनफील्ड राष्ट्रीय राजमार्ग, बलभदरपुर से बेला नवादा तक 42 किलोमीटर लंबा चार लेन वाला नियंत्रित सुगमता का ग्रीनफील्ड राष्ट्रीय राजमार्ग, दानापुर-बिहटा खंड से 25 किलोमीटर लंबा चार लेन वाला एलिवेटेड कॉरिडोर और बिहटा-कोइलवर खंड के मौजूदा दो लेन से चार लेन कैरिज-वे शामिल है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गंगा नदी पर छह लेन पुल की आधारशिला भी रखेंगे, जिसे पटना रिंग रोड के एक हिस्से के रूप में विकसित किया जाएगा। यह पुल देश के सबसे लंबे नदी पुलों में से एक होगा। यह परियोजना पटना शहर में यातायात की भीड़ को कम करेगी और बिहार के उत्तरी व दक्षिणी हिस्सों के बीच तेज और बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी, जिससे पूरे क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री बिहार में नमामि गंगे के तहत लगभग 2,190 करोड़ रुपये की लागत से विकसित की गई बारह परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे। परियोजनाओं में सैदपुर और पहाड़ी में सीवेज उपचार संयंत्र, सैदपुर, बेउर, पहाड़ी जोन आईवीए के लिए सीवरेज नेटवर्क, करमालीचक में सीवर नेटवर्क के साथ सीवरेज प्रणाली, पहाड़ी जोन-वी में सीवरेज योजना, और बाढ़, छपरा, नौगछिया, सुल्तानगंज तथा सोनपुर शहर में अवरोधन, डायवर्जन और सीवेज उपचार संयंत्र शामिल हैं। ये परियोजनाएं अनेक स्थानों पर गंगा नदी में छोड़े जाने से पहले अपशिष्ट जल का उपचार सुनिश्चित करेंगी, जिससे नदी की स्वच्छता को बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्र के लोगों को लाभ होगा।

प्रधानमंत्री मोदी पटना में यूनिटी मॉल का शिलान्यास करेंगे। 200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित होने वाली इस परियोजना की परिकल्पना एक अत्याधुनिक सुविधा के रूप में की गई है। इसमें विभिन्न के लिए 36 बड़े स्टॉल और बिहार के प्रत्येक जिले के लिए 38 छोटे स्टॉल होंगे। यूनिटी मॉल स्थानीय विनिर्माण और एक जिला एक उत्पाद, भौगोलिक संकेतक (जीआई) उत्पादों और बिहार व भारत के हस्तशिल्प उत्पादों को बढ़ावा देगा। इस परियोजना से रोजगार सृजन, बुनियादी ढांचे के विकास और राज्य से निर्यात के मामले में महत्वपूर्ण सामाजिक-आर्थिक लाभ होगा।

प्रधानमंत्री बिहार में तीन रेलवे परियोजनाएं भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जिनमें पाटलिपुत्र से पहलेजा रेलवे लाइन के दोहरीकरण की परियोजना, बंधुआ-पैमार के बीच 26 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन और गया में एक एमईएमयू शेड भी शामिल है। प्रधानमंत्री आरा बाइपास रेल लाइन का भी शिलान्यास करेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में शाम को बेगुसराय देश में ऊर्जा क्षेत्र को महत्वपूर्ण प्रोत्साहन का गवाह बनेगा। प्रधानमंत्री लगभग 1.48 लाख करोड़ रुपये की अनेक तेल और गैस परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। ये परियोजनाएं केजी बेसिन के साथ-साथ देश भर के विभिन्न राज्यों जैसे बिहार, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब और कर्नाटक में फैली हुई हैं। प्रधानमंत्री केजी बेसिन से ‘फर्स्ट ऑयल’ राष्ट्र को समर्पित करेंगे और ओएनजीसी कृष्णा गोदावरी गहरे पानी परियोजना से पहले कच्चे तेल टैंकर को हरी झंडी दिखाएंगे। केजी बेसिन से ‘फर्स्ट ऑयल’ निकालना भारत के ऊर्जा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, जो ऊर्जा आयात पर हमारी निर्भरता को काफी कम कर देगी। यह परियोजना भारत के ऊर्जा क्षेत्र में एक नए युग का सूत्रपात भी करेगी, जिससे ऊर्जा सुरक्षा को मजबूती और आर्थिक लचीलेपन को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा बिहार में लगभग 14,000 करोड़ रुपये की तेल एवं गैस क्षेत्र की परियोजनाएं शुरू की जाएंगी।

साथ ही देश भर में शुरू की जा रही अन्य महत्वपूर्ण तेल और गैस परियोजनाओं में हरियाणा में पानीपत रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स का विस्तार, पानीपत रिफाइनरी में 3-जी इथेनॉल संयंत्र और उत्प्रेरक संयंत्र, आंध्र प्रदेश में विशाख रिफाइनरी आधुनिकीकरण परियोजना (वीआरएमपी), सिटी गैस वितरण नेटवर्क परियोजना के दायरे में पंजाब के फाजिल्का, गंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों को रखा गया है। इसी तरह, गुलबर्गा कर्नाटक में नया पीओएल डिपो, महाराष्ट्र में मुंबई हाई नॉर्थ पुनर्विकास चरण -चतुर्थ आदि भी इसमें शामिल हैं। प्रधानमंत्री आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में भारतीय पेट्रोलियम और ऊर्जा संस्थान (आईआईपीई) की आधारशिला भी रखेंगे।

प्रधानमंत्री बरौनी में हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) उर्वरक संयंत्र का उद्घाटन करेंगे। 9500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित यह संयंत्र किसानों को किफायती दर पर यूरिया उपलब्ध कराएगा और उनकी उत्पादकता तथा वित्तीय स्थिरता में वृद्धि करेगा। यह देश में फिर से चालू होने वाला चौथा उर्वरक संयंत्र होगा। प्रधानमंत्री लगभग 3917 करोड़ रुपये की अनेक रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे। प्रधानमंत्री देश में पशुधन के लिए एक डिजिटल डेटाबेस – ‘भारत पशुधन’ राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘1962 फार्मर्स ऐप’ भी लॉन्च करेंगे। यह एक ऐसा ऐप है, जो ‘भारत पशुधन’ डेटाबेस के तहत मौजूद सभी डेटा और सूचनाओं को रिकॉर्ड करता है, जिसका उपयोग किसान कर सकते हैं।

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नई दिल्ली, 01 मार्च (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) केंद्रीय चुनाव समिति ने लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची पर लंबा मंथन किया है। समिति की बैठक में विचार-विमर्श का यह दौर लगभग साढ़े चार घंटे चला। यह बैठक आज (शुक्रवार) तड़के समाप्त हुई। बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए।

भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक नई दिल्ली स्थिति पार्टी मुख्यालय में गुरुवार रात करीब साढ़े 10 बजे शुरू हुई। बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्रियों अमित शाह एवं राजनाथ सिंह समेत पार्टी के कई नेताओं ने हिस्सा लिया। भाजपा की कोशिश है कि चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से पहले सभी 543 लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवारों के नाम तय हो जाएं।

इस बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत भी शामिल हुए। इनके अलावा मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और राजस्थान की उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने भी हिस्सा लिया।

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नई दिल्ली, 29 फरवरी (हि.स.)। केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने गुरुवार को पीएम-सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना को आज मंजूरी दे दी। प्रधानमंत्री मोदी ने 13 फरवरी को योजना की घोषणा की थी। योजना के तहत 75,021 करोड़ रुपये के कुल व्यय के साथ एक करोड़ घरों में छत पर सौर ऊर्जा स्थापित करने का लक्ष्य है।

केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आज इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की। केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने फैसलों की जानकारी देते हुए योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इससे न केवल घरेलू उपभोक्ताओं के बिजली बिल की बचत होगी बल्कि उनकी आमदनी भी होगी।

अनुराग ठाकुर ने बताया कि योजना के तहत 1 किलो वाट, 2 किलो वाट और तीन किलो वाट सिस्टम लगाने पर क्रमशः 30 हजार, 60 हजार और 78 हजार रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी। एक राष्ट्रीय पोर्टल के तहत लोग योजना के लिए आवेदन दे सकेंगे। पोर्टल के माध्यम से ही वेंडर भी चुन सकते हैं। इसके अलावा सब्सिडी की अतिरिक्त राशि पर 7 प्रतिशत की दर से ऋण भी लिया जा सकता है। योजना के तहत हर जिले में एक मॉडल सोलर विलेज बनाया जाएगा।

उन्होंने बताया कि योजना के माध्यम से 17 लाख लोगों को सीधे रोजगार मिलेगा। लोग अपने घरों पर सोलर लगाकर अतिरिक्त बिजली डिस्कॉम कंपनियों को बेच सकते हैं। इससे 30 गीगावाट की अतिरिक्त नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता बढ़ेगी और कार्बन उत्सर्जन में 72 करोड़ टन की कमी आयेगी।

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नई दिल्ली, (हि.स.)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मिशन गगनयान के पहले क्रू मिशन के लिए मंगलवार को नामित किये गए चार अंतरिक्ष यात्री भारतीय वायु सेना के लड़ाकू वायु योद्धा हैं। ऐतिहासिक मिशन के लिए प्रशिक्षण ले रहे इन वायु योद्धाओं ने वायु सेना के लिए कई अहम मिशन में योगदान दिया है। इनकी योग्यता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इन सभी के पास 2 से 3 हजार घंटे वायु सेना के फाइटर जेट उड़ाने का अनुभव है।

मिशन गगनयान के लिए वायु सेना के ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर, ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन, ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप और विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला का चयन किया गया है। इन चारों से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) से मुलाक़ात करके उन्हें सम्मानित भी किया। वायुसेना के 25 पायलट्स में से चार फाइटर पायलट्स को पिछले साल ‘मिशन गगनयान’ के लिए चुना गया था। इन्हें एक साल का अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण लेने के लिए रूस भेजा गया था, जहां इन्हें ट्रेनिंग देने के लिए इसरो ने रूसी संगठन ग्लेवकोस्मोस के साथ अनुबंध किया था।

रूस से प्रशिक्षण लेकर लौटे ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर, अंगद प्रताप, अजीत कृष्णन और विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला इस समय ऐतिहासिक मिशन के लिए बेंगलुरु में प्रशिक्षण ले रहे हैं। रूस में चारों अंतरिक्ष यात्रियों को सामान्य प्रशिक्षण दिए गए हैं लेकिन अब इन्हें गगनयान-विशिष्ट प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिनमें चिकित्सा प्रशिक्षण, मनोवैज्ञानिक प्रशिक्षण, उन्नत प्रशिक्षण और उड़ान सिमुलेशन प्रशिक्षण शामिल हैं। चिकित्सा प्रशिक्षण ‘मिशन गगनयान’ की लॉन्चिंग के समय तक चलेगा। अंतरिक्ष यात्रियों को दिया जाने वाला मनोवैज्ञानिक प्रशिक्षण शून्य-गुरुत्वाकर्षण वातावरण, कार्य थकान, तनाव प्रबंधन करने में मदद करेगा। इससे उन्हें अंतरिक्ष में जाने और सुरक्षित रूप से वापस आने में मदद मिलेगी।

ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर

गगनयान हिस्से के रूप में कम-पृथ्वी की कक्षा में उड़ान भरने वाले चार नामित अंतरिक्ष यात्रियों में से एक ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर सेवानिवृत्त इंजीनियर के पुत्र हैं। वह पलक्कड़ के नेम्मारा गांव के रहने वाले और एनडीए के पूर्व छात्र हैं। उन्हें वायु सेना अकादमी में स्वॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया था। उन्हें 19 दिसंबर, 1998 को भारतीय वायु सेना की फाइटर स्ट्रीम में कमीशन दिया गया था। वह एक कैट ए उड़ान प्रशिक्षक और एक परीक्षण पायलट हैं, जिनके पास लगभग 3,000 घंटे की उड़ान का अनुभव है। उन्होंने कई प्रकार के विमान उड़ाए हैं, जिनमें सुखोई-30 एमकेआई, मिग-21, मिग-29, हॉक, डोर्नियर, एएन-32 आदि हैं। उन्होंने लड़ाकू विमान सुखोई-30 स्क्वाड्रन की कमान संभाली है।

ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप

प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) में 17 जुलाई, 1982 को जन्मे ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र हैं। वह 18 दिसंबर, 2004 को भारतीय वायु सेना की लड़ाकू स्ट्रीम में नियुक्त हुए थे। वह एक उड़ान प्रशिक्षक और एक परीक्षण पायलट है। उनके पास लगभग 2,000 घंटे की उड़ान का अनुभव है। उन्होंने कई प्रकार के विमान उड़ाए हैं, जिनमें सुखोई-30 एमकेआई, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डॉर्नियर, एएन-32 आदि शामिल हैं।

ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन

तमिलनाडु के चेन्नई में 19 अप्रैल, 1982 को पैदा हुए ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र हैं। उन्हें वायु सेना अकादमी में राष्ट्रपति के स्वर्ण पदक और स्वॉर्ड ऑफ ऑनर दिया जा चुका है। उन्हें 21 जून, 2003 को भारतीय वायु सेना की फाइटर स्ट्रीम में कमीशन दिया गया था। वह एक उड़ान प्रशिक्षक और परीक्षण पायलट हैं। उनके पास लगभग 2,900 घंटे की उड़ान का अनुभव है। उन्होंने कई प्रकार के विमान उड़ाए हैं, जिनमें सुखोई-30 एमकेआई, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डोर्नियर, एएन-32 आदि शामिल हैं। वह डीएसएससी, वेलिंगटन के पूर्व छात्र भी हैं।

विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 10 अक्टूबर, 1985 को पैदा हुए विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला भी राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र हैं। उन्हें 17 जून, 2006 को भारतीय वायु सेना की लड़ाकू स्ट्रीम में नियुक्त किया गया था। वह लगभग 2,000 घंटे की उड़ान के अनुभव के साथ लड़ाकू परीक्षण पायलट हैं। उन्होंने कई प्रकार के विमान उड़ाए हैं, जिनमें सुखोई-30 एमकेआई, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डोर्नियर, एएन-32 आदि शामिल हैं।

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