New Delhi, 30 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जापान की सफल यात्रा के बाद शनिवार को अपनी यात्रा के अगले पड़ाव चीन के लिए रवाना हो गए। चीन के तियानजिन में रविवार, 31 अगस्त से शुरू हो रहे संघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इस दौरान उनके कई द्विपक्षीय बैठकें भी करने की उम्मीद है।

जापानी जनता और सरकार को उनकी गर्मजोशी के लिए धन्यवाद देता हूं: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री मोदी ने जापान के अपने समकक्ष शिगेरु इशिबा को धन्यवाद देते हुए सोशल मीडिया पर कहा कि जापान की यह यात्रा उन उपयोगी परिणामों के लिए याद रखी जाएगी जिनसे हमारे देश के लोगों को लाभ होगा। मोदी ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री इशिबा, जापानी जनता और सरकार को उनकी गर्मजोशी के लिए धन्यवाद देता हूं।”

अपनी यात्रा के दूसरे दिन प्रधानमंत्री मोदी ने जापान की सेमीकंडक्टर क्षमताओं का अवलोकन किया, एआई सहयोग पर चर्चा की तथा रणनीतिक तकनीक तथा प्रतिभा संबंधों को मजबूत किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान जापानी प्रधानमंत्री इशिबा को उपहार दिया 

प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान जापानी प्रधानमंत्री इशिबा को उपहार स्वरूप आंध्र प्रदेश से प्राप्त मूनस्टोन से बने पारंपरिक रेमन बाउल और राजस्थान की पारंपरिक शैली से सजे चॉपस्टिक भेंट किए। वहीं, इशिबा की पत्नी को कश्मीर की प्रसिद्ध पश्मीना शॉल और हस्तनिर्मित पेपर माशे बॉक्स उपहार में दिया गया।

विदेश मंत्रालय के अनुसार आज प्रधानमंत्री मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने मियागी प्रीफेक्चर के सेनदाई में स्थित टोक्यो इलेक्ट्रॉन मियागी लिमिटेड का संयुक्त दौरा किया। यह कंपनी सेमीकंडक्टर क्षेत्र में अग्रणी है। मोदी को कंपनी की वैश्विक भूमिका, निर्माण क्षमताओं और भारत से जुड़ी योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। दोनों नेताओं ने सेमीकंडक्टर आपूर्ति शृंखला, निर्माण और परीक्षण में सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की।

जापान की उन्नत तकनीकी क्षमता एक-दूसरे के पूरक हैं।

भारत के बढ़ते सेमीकंडक्टर विनिर्माण तंत्र और जापान की उन्नत तकनीकी क्षमता एक-दूसरे के पूरक हैं। दोनों देशों ने इस क्षेत्र में सहयोग गहराने की प्रतिबद्धता दोहराई। इससे पहले सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन साझेदारी और आर्थिक सुरक्षा संवाद के अंतर्गत हुए समझौतों पर भी आगे काम करने का निर्णय हुआ।

प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले जापान में एक घंटे में 320 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ने वाली शिंकानसेन बुलेट ट्रेन से सेनदाई तक की यात्रा की। उनके इस सफर में जापान के प्रधानमंत्री इशिबा भी रहे। वहां इशिबा ने उनके सम्मान में दोपहर भोज का आयोजन किया, जिसमें मियागी प्रीफेक्चर के गवर्नर सहित कई गणमान्य उपस्थित थे।

गवर्नरों ने भी उप-राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग को बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की

प्रधानमंत्री मोदी ने आज जापान के विभिन्न प्रान्तों के राज्यपालों से मुलाकात की। इस बातचीत में सोलह राज्यपालों ने भाग लिया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत-जापान साझेदारी को केवल दिल्ली-टोक्यो तक सीमित न रखते हुए राज्यों और प्रीफेक्चरों (जापान में राज्यों के लिए उपयोग शब्द) तक विस्तारित किया जाना चाहिए। उन्होंने राज्य-प्रीफेक्चर साझेदारी पहल के अंतर्गत व्यापार, प्रौद्योगिकी, पर्यटन, कौशल और संस्कृति के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया। गवर्नरों ने भी उप-राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग को बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री ने कल अपनी यात्रा के दौरान भारत-जापान 15वें वार्षिक शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री इशिबा के साथ वार्ता की। भारत और जापान ने टोक्यो में आयोजित वार्षिक शिखर सम्मेलन के दौरान अनेक समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इसमें आर्थिक, सुरक्षा, तकनीकी, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय सहयोग से जुड़े कुल 20 से अधिक दस्तावेज शामिल हैं।

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Maisoor, 30 अगस्त (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आगामी एक सितंबर, सोमवार को दो दिवसीय दौरे पर कर्नाटक के ऐतिहासिक शहर मैसूर आ रही हैं।राष्ट्रपति यहां अलग-अलग कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगी। साथ ही देवी चामुंडेश्वरी के पूजन-अर्चन और दर्शन करेंगी।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 1 और 2 सितंबर यानी सोमवार और मंगलवार को कर्नाटक के एतिहासिक शहर मैसूर के दौरे पर आ रही हैं। राष्ट्रपति 1 सितंबर को दोपहर 3.10 बजे मैसूर हवाई अड्डे पर पहुंचेंगी। एयरपोर्ट पर राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया उनका स्वागत करेंगे।

सदस्य प्रमोदा देवी वोडेयार के निमंत्रण पर 1 सितंबर को मैसूर पैलेस का दौरा करेंगी

राष्ट्रपति मैसूर में अखिल भारतीय वाणी एवं श्रवण संस्थान के हीरक जयंती समारोह में भाग लेंगी। साथ ही शाही परिवार की सदस्य प्रमोदा देवी वोडेयार के निमंत्रण पर 1 सितंबर को मैसूर पैलेस का दौरा करेंगी। राष्ट्रपति के मैसूर पैलेस में आगमन को लेकर 1 सितंबर से 2 सितंबर की दोपहर तक महल में आम जनता के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

राष्ट्रपति सोमवार रात 8 बजे चामुंडी हिल्स पहुचेंगी और देवी चामुंडेश्वरी की पूजा-अर्चना और दर्शन करेंगी। सुरक्षा कारणों से दोपहर 2 बजे से रात 8.30 बजे तक थावरेकाटे से चामुंडी हिल्स तक आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है।

राष्ट्रपति की यात्रा के मद्देनजर मैसूर शहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है

चामुंडेश्वरी क्षेत्र विकास प्राधिकरण ने शनिवार को एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी है। चामुंडेश्वरी क्षेत्र विकास प्राधिकरण ने अपने बयान में कहा है कि राष्ट्रपति केे आगमन के मद्देनजर सुरक्षा उपाय के रूप में दोपहर 2 बजे से रात 8.30 बजे तक थावरेकाटे से चामुंडी हिल्स तक आम जनता और श्रद्धालुओं की आवाजाही पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है।

राष्ट्रपति सोमवार रात मैसूर में ही रुकेंगी और मंगलवार सुबह 10.30 बजे मैसूर से दिल्ली के लिए रवाना होंगी। राष्ट्रपति की यात्रा के मद्देनजर मैसूर शहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।

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Ramban, 30 अगस्त (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले की राजगढ़ तहसील में बादल फटा है। इसमें चार लोगों की मौत हो गई और एक व्यक्ति लापता है।

एक व्यक्ति अभी भी लापता है

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बचाव दल ने प्रभावित क्षेत्र से चार शव बरामद किए हैं और लापता व्यक्ति का पता लगाने के प्रयास जारी हैं। अधिकारी ने बताया, “बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई, जिससे काफी नुकसान हुआ और क्षेत्र में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। एक व्यक्ति अभी भी लापता है।

बचाव कार्य जारी है और हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है

वहीं केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने एक्स पर एक पोस्ट में बताया कि उन्होंने रामबन के उपायुक्त मोहम्मद अयाज़ खान से घटना के संबंध में बात की है। उन्होंने बताया कि राजगढ़ क्षेत्र में बादल फटने से चार लोगों की मौत हो गई। एक व्यक्ति अभी भी लापता है और तलाशी अभियान जारी है। सौभाग्य से, किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। बचाव कार्य जारी है और हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। मैं जिला प्रशासन के लगातार संपर्क में हूं।

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया। मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि मुख्यमंत्री ने रामबन के राजगढ़ में भूस्खलन से हुए जान-माल की हानि पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने प्रशासन को तत्काल बचाव और राहत अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।

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Guwahati, 28 अगस्त (हि.स.)। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुरुवार की शाम असम पहुंचेंगे, वे यहां दो दिवसीय कार्यक्रम में शामिल होंगे।

कार्यक्रम के अनुसार, केंद्रीय गृहमंत्री शाम 7.35 बजे गुवाहाटी के गोपीनाथ बरदलै अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरेंगे। इसके बाद वे सीधे बशिष्ठ स्थित प्रदेश भाजपा मुख्यालय जाएंगे, जहां पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे और रात्रिभोज लेंगे। इसके बाद वे रात विश्राम के लिए कोईनाधारा स्थित राजकीय अतिथि गृह जाएंगे।

29 अगस्त को दोपहर 2.05 बजे पशु चिकित्सा महाविद्यालय मैदान में आयोजित सभा में भाग लेंगे

29 अगस्त को यहां उनका कार्यक्रम प्रस्तावित है। सुबह 11 बजे कोईनाधारा अतिथि गृह से राजभवन प्रस्थान करेंगे। सुबह 11.30 से दोपहर एक बजे तक राजभवन में शिलान्यास और विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।

गृहमंत्री दोपहर 1.05 बजे राजभवन से लौटकर कोईनाधारा अतिथि गृह में दोपहर का भोजन करेंगे। वे दोपहर 2.05 बजे पशु चिकित्सा महाविद्यालय मैदान में आयोजित सभा में भाग लेंगे।

शाम 3.50 बजे अमित शाह श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री गोलाप बरबोरा की जन्मशती पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेंगे। इसके बाद शाम 5.35 बजे वे गुवाहाटी हवाई अड्डे से दिल्ली के लिए प्रस्थान।

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New Delhi, 28 अगस्त (हि.स.)। केंद्र सरकार ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सतीश कुमार का कार्यकाल एक वर्ष के लिए बढ़ा दिया है।

सतीश कुमार के कार्यकाल विस्तार को मंजूरी दी है

कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के स्थापना अधिकारी कार्यालय द्वारा आज जारी आदेश के अनुसार मंत्रिमंडलीय नियुक्ति समिति (एसीसी) ने भारतीय रेलवे प्रबंधन सेवा (आईआरएमएस) से सेवानिवृत्त सतीश कुमार के कार्यकाल विस्तार को मंजूरी दी है। वह 01 सितम्बर 2025 से एक वर्ष तक अनुबंध के आधार पर, मौजूदा शर्तों और नियमों पर कार्यरत रहेंगे या फिर अगले आदेश तक पद पर बने रहेंगे।

कुमार वर्तमान में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ के रूप में कार्यभार संभाल रहे हैं। आदेश की प्रतियां प्रधानमंत्री कार्यालय, कैबिनेट सचिवालय और अन्य संबंधित अधिकारियों को भी भेजी गई हैं।

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New Delhi, 28 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए आज शाम जापान की यात्रा पर रवाना होंगे। प्रधानमंत्री मोदी की यह आठवीं जापान यात्रा होगी। इसके बाद वे शंघाई सहयोग परिषद (एससीओ) के राष्ट्राध्यक्षों की 25वीं बैठक में भाग लेने के लिए 31 अगस्त से 1 सितंबर तक चीन की यात्रा करेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए आज शाम जापान रवाना होंगे

प्रधानमंत्री मोदी 15वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए आज शाम जापान रवाना होंगे। इस दौरान वे जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के साथ 29 और 30 अगस्त को विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी की समीक्षा करेंगे, जिसमें रक्षा एवं सुरक्षा, व्यापार एवं अर्थव्यवस्था, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार शामिल हैं। वे क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे।

यह प्रधानमंत्री मोदी की जापान के पीएम इशिबा के साथ पहली वार्षिक शिखर बैठक है और लगभग 7 वर्षों में यह उनकी पहली जापान यात्रा भी है। उन्होंने आखिरी बार 2018 में वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए यात्रा की थी। साल 2014 में पद ग्रहण करने के बाद से यह प्रधानमंत्री मोदी की यह जापान की आठवीं यात्रा है।

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान कुछ द्विपक्षीय बैठकों की भी उम्मीद है।

अपनी यात्रा के दूसरे चरण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के निमंत्रण पर तियानजिन में शंघाई सहयोग परिषद (एससीओ) के राष्ट्राध्यक्षों की 25वीं बैठक में भाग लेने के लिए 31 अगस्त से 1 सितंबर तक चीन की यात्रा करेंगे। शिखर सम्मेलन के कार्यक्रम में 31 अगस्त की शाम एक स्वागत भोज शामिल है और मुख्य शिखर सम्मेलन अगले दिन 1 सितंबर को आयोजित किया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान कुछ द्विपक्षीय बैठकों की भी उम्मीद है। एससीओ के दस सदस्यों में भारत के अलावा बेलारूस, चीन, ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं।

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नई दिल्ली, 27 अगस्त (हि.स.)। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने रेल मंत्रालय की चार महत्वपूर्ण परियोजनाओं को बुधवार को मंजूरी प्रदान की। इनकी कुल अनुमानित लागत 12,328 करोड़ रुपये है। इनमें एक नई रेल लाइन परियोजना गुजरात के कच्छ क्षेत्र में तथा तीन मल्टी-ट्रैकिंग परियोजनाएं कर्नाटक, तेलंगाना, बिहार और असम में शामिल हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की गयी। मंजूर की गई परियोजनाओं में देशलपार–हाजीपीर–लूना एवं वायोर–लाखपत नई रेल लाइन, सिकंदराबाद (सनथनगर)–वाडी तीसरी एवं चौथी लाइन, भागलपुर–जमालपुर तीसरी लाइन तथा फुरकेटिंग–न्यू तिनसुकिया दोहरीकरण शामिल हैं। गुजरात, कर्नाटक, तेलंगाना, बिहार और असम राज्यों के 13 जिलों को कवर करने वाली ये चार परियोजनाएं भारतीय रेलवे के मौजूदा नेटवर्क को लगभग 565 किलोमीटर बढ़ा देंगी।

सरकार के अनुसार, इन परियोजनाओं का उद्देश्य यात्रियों और माल दोनों का निर्बाध और तेज़ परिवहन सुनिश्चित करना है। ये पहल कनेक्टिविटी प्रदान करेंगी और यात्रा सुविधा में सुधार के साथ-साथ रसद लागत को कम करेंगी और तेल आयात पर निर्भरता कम करेंगी। इसके अतिरिक्त, ये परियोजनाएं सीओ2 उत्सर्जन को कम करने में योगदान देंगी, जिससे टिकाऊ और कुशल रेल संचालन को बढ़ावा मिलेगा। परियोजनाओं से निर्माण अवधि के दौरान करीब 251 लाख मानव-दिवस का प्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने का अनुमान है।

प्रस्तावित नई रेल लाइन कच्छ क्षेत्र के सुदूर इलाकों को कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। यह गुजरात के मौजूदा रेलवे नेटवर्क में 145 रूट किमी और 164 ट्रैक किमी जोड़ेगी। इस पर 2526 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है और इसे तीन वर्षों में पूरा किया जाएगा। गुजरात राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के अलावा, यह नई रेल लाइन नमक, सीमेंट, कोयला, क्लिंकर और बेंटोनाइट के परिवहन में भी मदद करेगी। इस परियोजना का सामरिक महत्व यह है कि यह कच्छ के रण को कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। हड़प्पा स्थल धोलावीरा, कोटेश्वर मंदिर, नारायण सरोवर और लखपत किला भी रेल नेटवर्क के अंतर्गत आएंगे क्योंकि 13 नए रेलवे स्टेशन बनाए जाएंगे जिससे 866 गांवों और लगभग 16 लाख आबादी को लाभ होगा।

कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए, स्वीकृत तीन मल्टी-ट्रैकिंग परियोजनाओं से लगभग 3,108 गांवों और लगभग 47.34 लाख की आबादी और एक आकांक्षी जिले (कलबुर्गी) तक कनेक्टिविटी बढ़ेगी। इससे कर्नाटक, तेलंगाना, बिहार और असम राज्यों को लाभ होगा। इसमें कर्नाटक और तेलंगाना में फैली 173 किमी लंबी सिकंदराबाद (सनथनगर)- वाडी तीसरी एवं चौथी लाइन पर 5012 करोड़ रुपये खर्च होंगे और यह पांच साल में पूरी होगी। बिहार में 53 किमी लंबी भागलपुर-जमालपुर तीसरी लाइन 1156 करोड़ रुपये की लागत से तीन साल में तैयार होगी। असम में 194 किमी लंबी फुरकेटिंग- न्यू तिनसुकिया दोहरीकरण परियोजना की लागत 3634 करोड़ रुपये है और चार वर्षों में पूरी की जाएगी।

रेल मंत्रालय के अनुसार इन परियोजनाओं से भारतीय रेलवे की क्षमता में 565 किलोमीटर की बढ़ोतरी होगी। इससे न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ेगी बल्कि कोयला, सीमेंट, स्टील, कंटेनर, उर्वरक, कृषि उपज और पेट्रोलियम उत्पाद जैसे माल की ढुलाई भी सुगम होगी। इनसे लगभग 68 मिलियन टन प्रतिवर्ष अतिरिक्त माल ढुलाई क्षमता उपलब्ध होगी।

सरकार का कहना है कि ये परियोजनाएं प्रधानमंत्री गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के अंतर्गत तैयार की गई हैं। इनके पूरा होने से परिवहन लागत में कमी आएगी, तेल आयात पर निर्भरता घटेगी तथा 360 करोड़ किलोग्राम कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन कम होगा जो लगभग 14 करोड़ पेड़ लगाने के बराबर है। परियोजनाओं से निर्माण अवधि के दौरान करीब 251 लाख मानव-दिवस का प्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने का अनुमान है। सरकार का दावा है कि ये कदम प्रधानमंत्री मोदी के “नए भारत” और “आत्मनिर्भर भारत” के विजन को साकार करने में मदद करेंगे।

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New Delhi, 27 अगस्त (हि.स.)। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने ‘प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) योजना’ की ऋण अवधि के पुनर्गठन और विस्तार को मंज़ूरी दी है। ऋण अवधि अब पिछले वर्ष 31 दिसंबर से बढ़ाकर 31 मार्च 2030 कर दी गई है।

इस योजना का कुल परिव्यय 7,332 करोड़ रुपये है

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस योजना को आज मंजूरी दी। इस योजना का कुल परिव्यय 7,332 करोड़ रुपये है। पुनर्गठित योजना का लक्ष्य 50 लाख नए लाभार्थियों सहित 1.15 करोड़ लाभार्थियों तक लाभ पहुंचाना है।

एक सरकारी बयान के अनुसार पुनर्गठित योजना की प्रमुख विशेषताओं में पहली और दूसरी किस्त में बढ़ी हुई ऋण राशि, दूसरा ऋण चुकाने वाले लाभार्थियों के लिए यूपीआई-लिंक्ड रुपे क्रेडिट कार्ड का प्रावधान और खुदरा एवं थोक लेनदेन के लिए डिजिटल कैशबैक प्रोत्साहन शामिल हैं।

थोक लेनदेन पर 16 सौ रुपये तक के कैशबैक प्रोत्साहन का लाभ उठा सकते हैं

इस योजना का दायरा वैधानिक शहरों से आगे बढ़कर जनगणना शहरों, अर्ध-शहरी क्षेत्रों आदि तक चरणबद्ध तरीके से बढ़ाया जा रहा है। उन्नत ऋण संरचना में पहली किस्त के ऋण को बढ़ाकर 15 हजार रुपये (10 हजार रुपये से) और दूसरी किस्त के ऋण को बढ़ाकर 25 हजार रुपये (20 हजार रुपये से) कर दिया गया है, जबकि तीसरी किस्त 50 हजार रुपये पर अपरिवर्तित रहेगी।

यूपीआई-लिंक्ड रुपे क्रेडिट कार्ड की शुरुआत से रेहड़ी-पटरी वालों को किसी भी आकस्मिक व्यावसायिक और व्यक्तिगत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तुरंत ऋण उपलब्ध होगा। इसके अलावा, डिजिटल अपनाने को बढ़ावा देने के लिए, रेहड़ी-पटरी वाले खुदरा और थोक लेनदेन पर 16 सौ रुपये तक के कैशबैक प्रोत्साहन का लाभ उठा सकते हैं।

यह योजना उद्यमिता, वित्तीय साक्षरता, डिजिटल कौशल और विपणन पर ध्यान केंद्रित करते हुए रेहड़ी-पटरी वालों की क्षमता निर्माण पर भी केंद्रित है। एफएसएसएआई के साथ साझेदारी में रेहड़ी-पटरी वालों के लिए मानक स्वच्छता और खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षण आयोजित किए जाएंगे।

प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना ने पहले ही महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कर ली हैं

उल्लेखनीय है कि सरकार ने कोविड-19 महामारी के दौरान अभूतपूर्व कठिनाइयों का सामना करने वाले रेहड़ी-पटरी वालों की सहायता के लिए 1 जून 2020 को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना शुरू की थी। हालांकि, इस योजना की शुरुआत से ही यह रेहड़ी-पटरी वालों के लिए वित्तीय सहायता से कहीं बढ़कर साबित हुई है और इसने उन्हें अर्थव्यवस्था में उनके योगदान के लिए एक पहचान और औपचारिक मान्यता प्रदान की है।

प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना ने पहले ही महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कर ली हैं। 30 जुलाई तक 68 लाख से अधिक रेहड़ी-पटरी वालों को 13,797 करोड़ रुपये के 96 लाख से अधिक ऋण वितरित किए जा चुके हैं।

लगभग 47 लाख डिजिटल रूप से सक्रिय लाभार्थियों ने 6.09 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 557 करोड़ से अधिक डिजिटल लेनदेन किए हैं, जिससे उन्हें कुल 241 करोड़ रुपये का कैशबैक प्राप्त हुआ है। ‘स्वनिधि से समृद्धि’ पहल के अंतर्गत, 3,564 शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) के 46 लाख लाभार्थियों का प्रोफाइल तैयार किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप 1.38 करोड़ से अधिक योजनाओं को मंजूरी दी गई है।

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New Delhi, 27 अगस्त (हि.स.)। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे बड़े वीजा फ्रॉड रैकेट का पर्दाफाश किया है, जो नेपाली नागरिकों को नौकरी दिलाने के नाम पर भारी-भरकम रकम ऐंठ रहा था। इस मामले में पुलिस ने गैंग के सरगना जयकाब (41) और उसके साथी रूपेश (42) को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के कब्जे से 13 नेपाली पासपोर्ट और कई अहम डिजिटल साक्ष्य बरामद हुए हैं। पुलिस जांच में अब तक यह खुलासा हुआ है कि गैंग ने 19 नेपाली नागरिकों को सर्बिया में रोजगार दिलाने का लालच देकर लगभग 70 लाख रुपये की ठगी की।

क्राइम ब्रांच के डीसीपी विक्रम सिंह ने पुलिस मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर बताया

क्राइम ब्रांच के डीसीपी विक्रम सिंह ने पुलिस मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर बताया कि मामला तब उजागर हुआ जब नेपाल के रहने वाले सुजन खड़्का (22) ने क्राइम ब्रांच को लिखित शिकायत दी। उसने आरोप लगाया कि अप्रैल 2024 में जयकाब नाम का शख्स उससे और उसके साथियों से मिला और खुद को ऐसे प्रभावशाली व्यक्ति के रूप में पेश किया, जो सर्बिया में नौकरी दिला सकता है। जयकाब ने उन्हें नकली वीजा और जॉब ऑफर लेटर दिखाए और इसी भरोसे में 19 नेपाली युवाओं ने अपने मूल पासपोर्ट उसके हवाले कर दिए। मई 2024 में आरोपितों ने प्रति व्यक्ति 3,500 यूरो यानी करीब 70 लाख रुपये वसूले। यह रकम डिजिटल ट्रांजैक्शन और क्यूआर कोड के ज़रिए आरोपियों के सहयोगियों के खातों में जमा कराई गई।

13 नेपाली पासपोर्ट और एक मोबाइल फोन बरामद हुआ है 

इसके बाद जुलाई 2025 में सभी पीड़ित नेपाल से दिल्ली आए, ताकि अपने पासपोर्ट पर वीज़ा लगवाकर आगे की उड़ान पकड़ सकें। लेकिन यहां आकर उनके साथ धोखा हो गया। आरोपित लगातार टालमटोल करता रहा, न पासपोर्ट लौटाए न वीज़ा दिए। जब पीड़ितों ने उससे पैसा और दस्तावेज़ वापस मांगे तो उसने न केवल इनकार किया, बल्कि जान से मारने की धमकी तक दी। बाद में जांच में पता चला कि सभी वीज़ा और ऑफर लेटर फर्जी थे।

डीसीपी के अनुसार शिकायत दर्ज होने के बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने छापेमारी की और 25 अगस्त को जयकाब को ग्रेटर नोएडा से गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से 13 नेपाली पासपोर्ट और एक मोबाइल फोन बरामद हुआ, जिसमें फर्जी वीज़ा और बातचीत से जुड़े कई अहम चैट मिले। पूछताछ में उसने अपने साथियों सचिन, जॉर्ज उर्फ बिजोज और रूपेश का नाम बताया। आगे की कार्रवाई में पुलिस ने रूपेश को छावला, दिल्ली से गिरफ्तार किया। उसके पास से दो मोबाइल फोन और कई बैंकिंग ट्रांजैक्शन के सबूत मिले।

जांच में सामने आया कि करीब 60 लाख रुपये नेपाल से भारत लाए गए

पुलिस के अनुसार यह गैंग बेहद संगठित तरीके से काम करता था। सबसे पहले ये लोग नेपाल से ऐसे युवाओं को टारगेट करते थे जो विदेश नौकरी की चाह रखते थे। नेपाली भाषा में बातचीत कर उनका विश्वास जीतते थे। फिर नकली दस्तावेज़ और वीज़ा दिखाकर उनसे पैसे और पासपोर्ट ले लेते थे। पैसे की वसूली डिजिटल ट्रांजैक्शन और हवाला नेटवर्क दोनों के जरिए की जाती थी। जांच में सामने आया कि करीब 60 लाख रुपये नेपाल से भारत लाए गए, जिनमें से एक हिस्सा हवाला डीलरों के माध्यम से जयकाब तक पहुंचा और करीब 20 लाख रुपये उसकी पत्नी और दोस्तों के खातों में जमा किए गए।

पुलिस का कहना है कि आरोपित जयकाब मूल रूप से बिजनौर उप्र का रहने वाला है। वह पहले ट्रैवल एजेंट का काम करता था। नेपाली भाषा जानने के कारण वह नेपाली युवाओं को आसानी से झांसे में ले लेता था। वहीं रूपेश मूल रूप से बिहार के सीवान का रहने वाला है और पिछले 15 साल से ट्रैवल एजेंसी से जुड़ा था। दोनों ने मिलकर नेपाल और भारत के कई युवाओं को विदेश में नौकरी दिलाने का लालच देकर ठगा।

डीसीपी के अनुसार पुलिस टीम फिलहाल अन्य आरोपिताें की तलाश कर रही है। पुलिस का कहना है कि आगे और गिरफ्तारियां संभव हैं। दिल्ली पुलिस ने लोगों से अपील की है कि विदेश में नौकरी दिलाने का दावा करने वाले किसी भी एजेंट से पहले पूरी तरह जांच-पड़ताल कर लें, ताकि ठगी से बचा जा सके।

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New Delhi, 27 अगस्त (हि.स.)। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के उन जवानों से भेंट की और उन्हें सम्मानित किया, जिन्होंने हाल ही में सफलतापूर्वक ‘ऑपरेशन महादेव’ को अंजाम देते हुए पहलगाम हमले के आतंकियों का सफाया किया।

हमारे जवानों ने दुश्मन के मंसूबों को ध्वस्त कर दिया: गृहमंत्री

शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और देश की जनता की ओर से सुरक्षा बलों को यह सम्मान दिया जा रहा है, जिन्होंने देशवासियों के मन में सुरक्षा का विश्वास और अधिक मजबूत किया है। जिस समय कश्मीर में पर्यटन अपने चरम पर था, उसी दौरान आतंकियों ने पहलगाम हमले के जरिये ‘कश्मीर मिशन’ को पटरी से उतारने की असफल कोशिश की, लेकिन हमारे जवानों ने दुश्मन के मंसूबों को ध्वस्त कर दिया।

गृहमंत्री ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर से जनता के मन में संतोष उत्पन्न हुआ था, जबकि ऑपरेशन महादेव ने उस संतोष को आत्मविश्वास में बदल दिया है। दोनों अभियानों ने आतंक के आकाओं को यह सख्त संदेश दिया है कि भारत के नागरिकों के जीवन से खिलवाड़ करने का अंजाम कितना भयावह हो सकता है।

आतंकवाद के विरुद्ध इस लड़ाई में अब जम्मू-कश्मीर पुलिस भी अग्रणी भूमिका निभा रही है: गृहमंत्री

उन्होंने कहा कि तकनीकी रूप से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी ने यह सिद्ध कर दिया है कि ऑपरेशन महादेव में मारे गए वही आतंकी थे, जिन्होंने पहलगाम में निर्दोषों पर क्रूरता ढाई थी। शाह ने कहा कि भारत की सेना, अर्धसैनिक बलों और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने यह साबित कर दिया है कि आतंकवादी चाहे कितनी भी रणनीति बदल लें, भारत को आहत कर बच नहीं सकते। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के विरुद्ध इस लड़ाई में अब जम्मू-कश्मीर पुलिस भी अग्रणी भूमिका निभा रही है।

गृहमंत्री ने जोर देकर कहा कि ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव पर चाहे पक्ष हो या विपक्ष, सभी दलों और नागरिकों के मन में सुरक्षा बलों के प्रति अभिनंदन और उत्साह का भाव है। भारत के हर क्षेत्र में सर्वोच्च स्थान हासिल करने की आकांक्षा का मूल आधार सुरक्षा का यह विश्वास ही है।

उल्लेखनीय है कि ऑपरेशन महादेव पहलगाम आतंकी हमले के मास्टरमाइंड और उसके सहयोगियों को निष्प्रभावी करने के लिए चलाया गया था। इस संयुक्त अभियान में सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर 28 जुलाई को कई घंटों तक चले एनकाउंटर में लश्कर के तीन आतंकवादियों सुलेमान, अफगान और जिब्रान को मौत के घाट उतार दिया। इस सफलता के बाद घाटी में अमन-चैन की भावना और मजबूत हुई तथा पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों में सुरक्षा का विश्वास बढ़ा।

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Jammu, 27 अगस्त (हि.स.)। माता वैष्णो देवी तीर्थ मार्ग पर अर्धकुंवारी के पास हुए भूस्खलन से प्रभावित लोगों को सहायता के लिए राहत और बचाव सामग्री लेकर भारतीय वायुसेना का सी-130 परिवहन विमान बुधवार को जम्मू पहुंचा है।


सूत्रों ने बताया कि एनडीआरएफ का सामान लेकर सी-130 परिवहन विमान उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित हिंडन वायुसेना स्टेशन से जम्मू पहुंचा है। इसके अलावा चिनूक और एमआई-17 वी5 जैसे हेलीकॉप्टर जम्मू, उधमपुर, श्रीनगर और पठानकोट के नजदीकी ठिकानों पर सक्रिय स्टैंडबाय पर हैं।

अधिकारियों ने बताया कि अर्धकुंवारी के पास वैष्णो देवी मार्ग पर बचाव अभियान जारी है जहां मंगलवार को भूस्खलन हुआ था जिसमें अब तक 32 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई है और 20 अन्य घायल हैं।

इसी बीच निचले इलाकों से हजारों लोगों को निकाला गया है क्योंकि बुधवार को चौथे दिन भी बारिश जारी है जिससे जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में तबाही मच गई है।

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Katra, 27 अगस्त (हि.स.)। Jammu and Kashmir के कटरा में वैष्णो देवी मंदिर के पास भारी बारिश के कारण मंगलवार को हुए भूस्खलन में 32 लोगों की मौत हो गई है। रियासी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक परमवीर सिंह ने यह जानकारी दी। भूस्खलन वैष्णो देवी मंदिर के मार्ग पर स्थित अधक्वारी गुफा मंदिर में इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास हुआ।

आवश्यक जनशक्ति और मशीनरी के साथ बचाव अभियान जारी है

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि अधक्वारी में इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास भूस्खलन की घटना हुई है, कुछ लोगों के घायल होने की आशंका है। आवश्यक जनशक्ति और मशीनरी के साथ बचाव अभियान जारी है।

अधिकारियों ने बताया कि चक्की नदी में मिट्टी के कटाव और अचानक आई बाढ़ के बाद पठानकोट कैंट और कंड्रोरी के बीच डाउन लाइन पर यातायात बाधित होने के कारण 18 ट्रेनें रद्द कर दी गईं।

गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से की बात 

इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पोस्ट में कहा कि घटना के तुरंत बाद राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमें घटनास्थल पर पहुँच गई थीं। इस संबंध में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा जी से बात की है। स्थानीय प्रशासन घायलों की सहायता के लिए राहत और बचाव कार्य में लगा हुआ है और एनडीआरएफ की टीम भी वहाँ पहुँच रही है।

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और अधिकारियों को दुर्घटना में घायल हुए लोगों को तत्काल सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया। सिन्हा ने कहा कि अधिकारी भारी बारिश के बीच जम्मू संभाग में स्थिति पर नज़र रख रहे हैं और लोगों से सलाह के पालन का आग्रह किया है।

अमित शाह से बात करने के बाद सीएम उमर अब्दुल्ला ने भी एक्स पर पोस्ट किया कि केंद्रीय गृह मंत्री से फोन पर बात की और उन्हें जम्मू-कश्मीर, खासकर जम्मू प्रांत की स्थिति के बारे में जानकारी दी जहाँ भारी और लगातार बारिश ने बहुत नुकसान पहुँचा है और सामान्य जीवन में व्यवधान पैदा किया है।

जल्द से जल्द फोन/डेटा कनेक्टिविटी बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

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