नई दिल्ली, 22 जुलाई (हि.स.)। गणतंत्र दिवस 2025 के अवसर पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन और सिफारिशें ऑनलाइन प्राप्त करने के लिए पोर्टल 15 सितंबर 2024 तक खुला रहेगा।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि गणतंत्र दिवस, 2025 के अवसर पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्कार 2025 के लिए नामांकन एवं सिफारिशें 1 मई 2024 से शुरू हो गई हैं। पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 15 सितंबर, 2024 है। पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन व सिफारिशें राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल (https://awards.gov.in) पर ऑनलाइन प्राप्त की जाएंगी।

उल्लेखनीय है कि पद्म पुरस्कार (पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री) देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से हैं। 1954 में स्थापित, इन पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। यह पुरस्कार ‘विशिष्ट कार्य’ को मान्यता देने का प्रयास करता है और कला, साहित्य और शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विज्ञान और इंजीनियरिंग, सार्वजनिक मामले, सिविल सेवा, व्यापार और उद्योग आदि जैसे सभी क्षेत्रों व विषयों में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों व सेवा के लिए दिया जाता है। जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं। डॉक्टर और वैज्ञानिकों को छोड़कर, सार्वजनिक उपक्रमों में काम करने वाले सरकारी कर्मचारी पद्म पुरस्कारों के लिए पात्र नहीं हैं।

मंत्रालय के बयान के अनुसार, सरकार पद्म पुरस्कारों को “लोगों के पद्म” में बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए, सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे स्वयं नामांकन सहित नामांकन व सिफारिशें करें। महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जातियों और जनजातियों, दिव्यांग व्यक्तियों में से ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने के लिए ठोस प्रयास किए जा सकते हैं जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां वास्तव में मान्यता के योग्य हैं और जो समाज के लिए निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं।

मंत्रालय ने कहा कि नामांकन व सिफारिशों में उपर्युक्त पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप में निर्दिष्ट सभी प्रासंगिक विवरण शामिल होने चाहिए, जिसमें वर्णनात्मक रूप में उद्धरण (अधिकतम 800 शब्द) भी शामिल होना चाहिए, जिसमें अनुशंसित व्यक्ति की उसके संबंधित क्षेत्र व विषय में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों व सेवा का स्पष्ट रूप से उल्लेख हो।

इस संबंध में विस्तृत जानकारी गृह मंत्रालय की वेबसाइट (https://mha.gov.in) और पद्म पुरस्कार पोर्टल (https://padmaawards.gov.in) पर ‘पुरस्कार और पदक’ शीर्षक के अंतर्गत उपलब्ध है। इन पुरस्कारों से संबंधित क़ानून और नियम वेबसाइट पर https://padmaawards.gov.in/AboutAwards.aspx लिंक पर उपलब्ध हैं।

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नई दिल्ली, 21 जुलाई (हि.स.)। विश्व धरोहर समिति की बैठक का 46वें सत्र का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। रविवार को भारत मंडपम में आयोजित समिति की बैठक में सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए केन्द्रीय संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने प्रधानमंत्री के पंच प्रण के संकल्प को दोहराया।

अतिथि देवो भवः के भाव से स्वागत करते हुए गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को विश्व में पहचान देने और तीसरी बार सरकार बनने के बाद इस बड़े आयोजन को भारत की तरफ लाने में सफलता हासिल की है।

अतिथियों को भारत के उन्नति और सांस्कृतिक धरोहरों के दर्शन होंगे। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के ऐतिहासिक स्मारकों के संरक्षण में विशिष्ट स्थान रखता है। विभिन्नता में एकता के मंत्र को दर्शाता है। भारत के विभिन्न संस्कृतियों का समायोजन विश्व में और भी अनूठा बनाता है।

गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने संकल्पना की है, उसे पंच प्रण की संज्ञा दी है। इसमें विरासत पर गर्व करने को भी समायोजित किया है। प्रधानमंत्री की इसी सोच को जनआंदोलन बनाने के लिए प्रेरित किया है।

यूनेस्को के इस मंच में दुनिया भर के सम्मानित विशेषज्ञों के वैश्विक भाव से नए विश्व धरोहरों को चिन्हित करने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति अनेक-अनेक सदियों की कालजेयी यात्रा है। वैदिक मंत्रोच्चरण को अमूर्त धरोहर की तरह चिन्हित किया गया है।

भारत सहित विश्व के लिए विरासत भी विकास भी हमारा पथ प्रदर्शक है। विश्व के 3000 प्रतिनिधि मानवता के आधार पर विचार करेंगे। उन्होंने अतिथियों को भारत दर्शन का भी आग्रह किया।

उल्लेखनीय है कि भारत पहली बार विश्व धरोहर समिति की बैठक की मेजबानी कर रहा है। यह 21 से 31 जुलाई 2024 तक नई दिल्ली के भारत मंडपम में होगा। विश्व धरोहर समिति की सालाना बैठक होती है और यह विश्व धरोहर से जुड़े सभी मामलों के प्रबंधन और विश्व धरोहर सूची में शामिल किए जाने वाले स्थलों पर निर्णय लेने के लिए जिम्मेदार है।

इस बैठक के दौरान, विश्व धरोहर सूची में नए स्थलों को नामांकित करने, 124 मौजूदा विश्व धरोहर संपत्तियों की संरक्षण स्थिति रिपोर्ट, अंतरराष्ट्रीय सहायता और विश्व धरोहर निधि के उपयोग आदि के प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी। बैठक में 150 से अधिक देशों के 2000 से अधिक अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय प्रतिनिधि भाग लेंगे। विश्व धरोहर समिति की बैठक के साथ-साथ, विश्व धरोहर युवा पेशेवर मंच और विश्व धरोहर स्थल प्रबंधक मंच भी किनारे पर आयोजित किए जा रहे हैं।

प्रदर्शनियां हैं खास

इसके अलावा, भारत की संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए भारत मंडपम में विभिन्न प्रदर्शनियाँ भी लगाई जा रही हैं। रिटर्न ऑफ ट्रेजर्स प्रदर्शनी में देश में वापस लाई गई कुछ कलाकृतियों को प्रदर्शित किया गया है। अब तक 350 से अधिक कलाकृतियाँ वापस लायी जा चुकी हैं। भारत के 3 विश्व धरोहर स्थलों के लिए एक व्यापक अनुभव प्रदान करने के लिए एआर और वीआर प्रौद्योगिकियों का भी उपयोग किया जा रहा है: रानी की वाव, पाटन, गुजरात; कैलासा मंदिर, एलोरा गुफाएं, महाराष्ट्र; और होयसला मंदिर, हलेबिदु, कर्नाटक। सूचना प्रौद्योगिकी और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में आधुनिक विकास के साथ-साथ भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, सदियों पुरानी सभ्यता, भौगोलिक विविधता और पर्यटन स्थलों को उजागर करने के लिए एक ‘अतुल्य भारत’ प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है।

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नई दिल्ली, 19 जुलाई (हि.स.)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को नई दिल्ली में देश में सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए जिम्मेदार आईबी के मल्टी एजेंसी सेंटर (एमएसी) के कामकाज की समीक्षा के लिए सुरक्षा और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के विभिन्न प्रमुखों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।

बैठक को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने देशभर की सुरक्षा एजेंसियों और अन्य खुफिया और प्रवर्तन एजेंसियों के प्रमुखों को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए समग्र सरकारी दृष्टिकोण अपनाने का निर्देश दिया। उन्होंने देश में उभरते सुरक्षा खतरे के परिदृश्य से निपटने के लिए आतंकी नेटवर्क और उनके सहायक इको-सिस्टम को खत्म करने के लिए सभी एजेंसियों के बीच अधिक तालमेल पर जोर दिया।

देश की समग्र आंतरिक सुरक्षा स्थिति और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की समीक्षा करते हुए गृह मंत्री ने सभी प्रतिभागियों से मल्टी एजेंसी सेंटर में भागीदारी बढ़ाने और इसे एक समेकित मंच बनाने पर जोर दिया, जो निर्णायक और त्वरित कार्रवाई के लिए सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों, नशा विरोधी एजेंसियों, साइबर सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों को एक साथ ला सके।

गृह मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि एमएसी ने अपने घटकों का विश्वास अर्जित किया है और इसे अंतिम छोर तक पहुंचने वाले प्रत्युत्तरदाताओं सहित विभिन्न हितधारकों के बीच कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी को सक्रिय और वास्तविक समय पर साझा करने के लिए एक मंच के रूप में 24X7 काम करना जारी रखना चाहिए।

बैठक के दौरान, केंद्रीय गृह मंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी सभी एजेंसियों से युवा, तकनीकी रूप से कुशल और जोशीले अधिकारियों की एक टीम गठित करने पर भी जोर दिया, ताकि बिग डेटा और एआई/एमएल संचालित एनालिटिक्स और तकनीकी प्रगति का उपयोग करके आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म किया जा सके। उन्होंने दोहराया कि नई और उभरती सुरक्षा चुनौतियों का सामना करते हुए, हमें अपनी प्रतिक्रियाओं में हमेशा एक कदम आगे रहना चाहिए।

गृह मंत्री ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एमएसी ढांचे में तकनीकी और परिचालन संबंधी बड़े बदलाव किए जाने की तैयारी है, ताकि इसकी पहुंच और प्रभावशीलता बढ़ाई जा सके। उन्होंने सभी हितधारकों से त्वरित प्रतिक्रिया और साझा इनपुट के आक्रामक अनुसरण के माध्यम से इन प्रयासों को और मजबूत करने का आह्वान किया।

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नई दिल्ली, 19 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दो हाई कोर्ट के दस एडिशनल जजों को स्थायी जज के रूप में नियुक्त किया है। राष्ट्रपति ने दिल्ली हाई कोर्ट के तीन एडिशनल जजों और बांबे हाई कोर्ट के सात एडिशनल जजों को स्थायी जज के रूप में नियुक्त किया है।

आज जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक राष्ट्रपति ने बांबे हाई कोर्ट के एडिशनल जज जस्टिस वाईबी खोबरागड़े, जस्टिस महेंद्र वादुमनी चांदवानी, जस्टिस अभय सोपानराव वाघवासे, जस्टिस रविंद्र मधुसूदन जोशी, जस्टिस संतोष गोविंदराव चपलगांवकर, जस्टिस मिलिंद मनोहर साथाये और जस्टिस डॉ. नीला केदार गोखले को स्थायी जज के रूप में नियुक्त किया है ।

तरह इसी राष्ट्रपति ने दिल्ली हाई कोर्ट के एडिशनल जज जस्टिस गिरीश कथपलिया, जस्टिस मनोज जैन और जस्टिस धर्मेश शर्मा को स्थायी जज के रूप में नियुक्त किया है। राष्ट्रपति ने बांबे हाई कोर्ट के दो एडिशनल जजों जस्टिस संजय आनंदराव देशमुख और जस्टिस वृषाली विजय जोशी का कार्यकाल एक साल के लिए एडिशनल जज के रूप में बढ़ाने का आदेश दिया है।

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नई दिल्ली, 19 जुलाई (हि.स.)। सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन रक्षा अलंकरण समारोह के दूसरे चरण में सशस्त्र बलों और भारतीय तटरक्षक बल के कर्मियों को 94 विशिष्ट सेवा अलंकरण प्रदान किए। मौजूदा भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी को परम विशिष्ट सेवा पदक (पीवीएसएम) प्रदान किया गया है। इसके अलावा 31 परम विशिष्ट सेवा पदक (पीवीएसएम), चार उत्तम युद्ध सेवा पदक (यूवाईएसएम), दो अति विशिष्ट सेवा पदक (एवीएसएम) और असाधारण क्रम की विशिष्ट सेवा के लिए कर्मियों को 57 एवीएसएम दिए गए हैं।

इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना भी उपस्थित थे।

रक्षा मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार, परम विशिष्ट सेवा मेडल पाने वालों में एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी, जनरल उपेंद्र द्विवेदी, लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार, लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमण्य, लेफ्टिनेंट जनरल जॉनसन पी मैथ्यू, एयर मार्शल रवि गोपाल कृष्ण कपूर, लेफ्टिनेंट जनरल बसंत कुमार रेप्सवाल, लेफ्टिनेंट जनरल तरुण कुमार आइच, लेफ्टिनेंट जनरल जगदीश बलिराम चौधरी, लेफ्टिनेंट जनरल समीर गुप्ता, एन लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह, लेफ्टिनेंट जनरल कुलभूषण हनुमंत गवास, लेफ्टिनेंट जनरल सुरिंदर सिंह महल (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट जनरल अजय कुमार सिंह (सेवानिवृत्त), एयर मार्शल चालपति जोन्नालागेड्डा (सेवानिवृत्त), एयर मार्शल विक्रम सिंह (सेवानिवृत्त), एयर मार्शल विभास पांडे (सेवानिवृत्त), एयर मार्शल आर राधीश (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट जनरल माधवन उन्नीकृष्णन नायर (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट जनरल अरुण अनंतनारायण (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट जनरल देवेंद्र प्रताप पांडे (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट जनरल रविन खोसला (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट जनरल पी गोपालकृष्ण मेनन (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट जनरल अशोक कुमार जिंदल (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट जनरल अजीत नीलकांतन (सेवानिवृत्त), वाइस एडमिरल संदीप नैथानी (सेवानिवृत्त), वाइस एडमिरल संजय महेंद्रू (सेवानिवृत्त), एयर मार्शल बी चंद्र शेखर (सेवानिवृत्त), मेजर जनरल हरिहरन धर्मराजन (सेवानिवृत्त), मेजर जनरल रवि मुरुगन (सेवानिवृत्त) शामिल थे।

उत्तम युद्ध सेवा मेडल लेफ्टिनेंट जनरल वीरेश प्रताप सिंह कौशिक, लेफ्टिनेंट जनरल रशिम बाली, लेफ्टिनेंट जनरल मनीष मोहन एरी, लेफ्टिनेंट जनरल हरजीत सिंह साही को दिया गया।

अति विशिष्ट सेवा मेडल लेफ्टिनेंट जनरल एस हरिमोहन अय्यर और मेजर जनरल राजेश कुमार झा (सेवानिवृत्त) को प्रदान किया गया।

अति विशिष्ट सेवा मेडल लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह, लेफ्टिनेंट जनरल अजय कुमार सूरी, लेफ्टिनेंट जनरल मंजीत कुमार, लेफ्टिनेंट जनरल अरविंद वालिया, लेफ्टिनेंट जनरल राकेश कपूर, लेफ्टिनेंट जनरल जगमोहन सिंह सिडाना, लेफ्टिनेंट जनरल एनए विनीत सिंह सरना, लेफ्टिनेंट जनरल संजय सेठी, लेफ्टिनेंट जनरल उल्हास वीरप्पा तालूर, लेफ्टिनेंट जनरल विपुल सिंघल, लेफ्टिनेंट जनरल के विनोद कुमार, लेफ्टिनेंट जनरल प्रीत पाल सिंह, सर्जन वाइस एडमिरल आरती सरीन, वाइस एडमिरल संजय भल्ला, वाइस एडमिरल विनीत मैककार्टी, वाइस एडमिरल गुरचरण सिंह, वाइस एडमिरल एएन प्रमोद, एयर मार्शल अजय कुमार अरोड़ा, एयर मार्शल जीतेंद्र मिश्रा, एयर मार्शल प्रबल कांति घोष, एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती, एयर मार्शल सीथेपल्ली इनिवास, महानिदेशक राकेश पाल, लेफ्टिनेंट जनरल तुमुल वर्मा (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट जनरल नरेंद्र कोतवाल (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट जनरल शरत चंद्र दास (सेवानिवृत्त), मेजर जनरल विनोद टी मैथ्यू, मेजर जनरल संदीप सिंह, मेजर जनरल गुरप्रीत सिंह, मेजर जनरल पंकज मल्होत्रा, मेजर जनरल (अब लेफ्टिनेंट जनरल) राजन शरावत, मेजर जनरल विकास लखेरा, मेजर जनरल यशपाल सिंह अहलावत, मेजर जनरल अजय कुमार सिंह, मेजर जनरल चरणजीत सिंह मान, मेजर जनरल विजय कुमार पुरोहित, मेजर जनरल वकामुल्ला हरिहरन, मेजर जनरल भूपेश कुमार गोयल, मेजर जनरल अनूप सिंघल, मेजर जनरल गिरीश कालिया, मेजर जनरल संजीव शर्मा (सेवानिवृत्त), मेजर जनरल परमवीर सिंह सहरावत (सेवानिवृत्त), मेजर जनरल पतंजलि राहुल (सेवानिवृत्त), मेजर जनरल अशोक कुमार (सेवानिवृत्त), रियर एडमिरल दीपक कुमार गोस्वामी, रियर एडमिरल आर विजय शेखर, रियर एडमिरल संजय रॉय (सेवानिवृत्त), एयर वाइस मार्शल जसवीर सिंह मान, एयर वाइस मार्शल फिलिप थॉमस, एयर वाइस मार्शल जगजीत सिंह भल्ला, गो-डब्ल्यू एडीजीबीआर राम कुमार धीमान, ब्रिगेडियर गौरव सिंह कार्की, ब्रिगेडियर अमरेश घई, एयर कमोडोर मानसिज लाल, एयर कमोडोर पंकज कुमार श्रीवास्तव, एयर कमोडोर मुकेश कुमार यादव, एयर कमोडोर प्रदीप अरुण शाह को दिया गया।

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– माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर ठप होने के बाद यूके का स्काई न्यूज हुआ ऑफ एयर

नई दिल्‍ली, 19 जुलाई (हि.स.)। माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में खराबी आने से दुनिया भर में उड़ानें बाधित हुई हैं और बैंकों का कामकाज ठप हुआ है। माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर ठप होने के बाद यूके का स्काई न्यूज हुआ ऑफ एयर हो गया है। दुनिया के ज्‍यादतर देशों में माइक्रोसॉफ्ट विंडोज यूजर्स को शुक्रवार को बड़े पैमाने पर परेशानी से जूझना पड़ा है।

आधिकारिक सूत्रों ने दी जानकारी में बताया कि अधिकांश यूजर्स को उनके कंप्यूटरों पर विंडोज का सिग्नेचर ‘ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ’ (बीएसओडी) एरर देखने को मिला है। इसने कई उद्योगों को प्रभावित किया है, जिसमें एयरपोर्ट, टेलीविजन न्यूज स्टेशन और वित्तीय संस्थान शामिल हैं। माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प की क्लाउड सर्विसेज में तकनीकी समस्या आने के चलते आज भारत सहित दुनियाभर में बड़े पैमाने पर उड़ानें प्रभावित हुईं। इसके अलावा दुनिया के अधिकांश देशों में बैंकों की सेवा बाधित हुई है। वही, कुछ फ्लाइट्स को कैंसिल करना पड़ा तो कुछ उड़ानें डिले हुईं हैं, जबकि बुकिंग और चेक-इन भी नहीं हो पा रहा है।

अकासा एयरलाइंस ने कहा कि मुंबई और दिल्ली एयरपोर्ट पर उसकी कुछ ऑनलाइन सर्विसेज अस्थायी रूप से उपलब्ध नहीं हैं। एयरलाइन ने कहा कि बुकिंग, चेक-इन सर्विसेज सहित हमारी कुछ ऑनलाइन सेवाएं अस्थायी रूप से अनुपलब्ध रहेंगी। स्पाइसजेट ने बताया ‍कि हम वर्तमान में उड़ान व्यवधानों पर अपडेट देने में तकनीकी समस्या का सामना कर रहे हैं।

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लखनऊ/गोण्डा, 18 जुलाई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के गोण्डा जिले के झिलाही रेलवे स्टेशन के पास गुरुवार को डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के पांच डिब्बे पटरी से उतर गए। रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। इस हादसे में कुछ यात्री घायल भी हुए हैं। विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है।

उधर उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस ट्रेन हादसे का संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।

मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।

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नई दिल्ली, 18 जुलाई (हि.स.)। केंद्रीय गृह एवं सहकारितामंत्री अमित शाह आज नई दिल्ली में नार्को समन्वय केंद्र (नार्को कॉर्डिनेशन सेंटर) की सातवीं शीर्ष बैठक की अध्यक्षता करेंगे।

गृहमंत्री राष्ट्रीय नारकोटिक्स हेल्पलाइन ‘एमएएनएएस’ की शुरुआत करने के साथ श्रीनगर के नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के जोनल कार्यालय का उद्घाटन भी करेंगे। इसके अलावा शाह एनसीबी की वार्षिक रिपोर्ट-2023 और नशामुक्त भारत पर सारांश जारी करेंगे।

इस बैठक का उद्देश्य देश में मादक पदार्थों की तस्करी और दुरुपयोग से निपटने में शामिल विभिन्न केन्द्रीय और राज्य सरकार की एजेंसियों के प्रयासों में समन्वय और तालमेल स्थापित करना है।

केंद्रीय गृहमंत्री शाह के आज के इस कार्यक्रम पर केंद्र सरकार के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) की 15 जुलाई को जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने ड्रग्स तस्करी के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई है। इसका मकसद ड्रग्स के खतरे को कम करना है।

गृह मंत्रालय का संकल्प संस्थागत ढांचे को मजबूत करना, सभी नार्को एजेंसियों के बीच समन्वय और व्यापक जनजागरुकता अभियान की तीन सूत्री रणनीति पर चलते हुए 2047 तक प्रधानमंत्री के नशामुक्त भारत के लक्ष्य को प्राप्त करना है।

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रायपुर, 18 जुलाई (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिला में बुधवार देररात आईईडी ब्लास्ट में दो जवान बलिदान और चार जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पता चला है कि नक्सल विरोधी अभियान से जुड़े सीआरपीएफ, कोबरा, सीएएफ, डीआरजी और एसटीएफ के जवान बुधवार रात को वापस लौट रहे थे। नक्सलियों ने पाइप बम को तर्रेम थाना इलाके के मंडिमरका के जंगलों में ब्लास्ट कर दिया।

इस घटना में एसटीएफ के प्रधान आरक्षक भरत लाल साहू और आरक्षक सतेर सिंह बलिदान और पुरषोत्तम नाग, कोमल यादव, सियाराम सोरी और संजय कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें फौरन जिला अस्पताल बीजापुर पहुंचाया गया। वहां उनका इलाज चल रहा है। घटना के बाद से इलाके में सर्चिंग अभियान तेज कर दिया है।

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देवशयनी एकादशी पर आदिकेशव को किया नमन, उतारी आरती

Varansi: देवशयनी एकादशी पर बुधवार को नमामि गंगे के सदस्यों ने भगवान आदिकेशव को फल व मिष्ठान का भोग लगा आरती उतारी। पूजा-अर्चना के बाद भगवान से जन कल्याण, गंगा निर्मलीकरण की गुहार लगाई। श्री हरि को प्रिय तुलसी के पौधे का वितरण कर पर्यावरण संरक्षण की अलख भी जगाई। इस दौरान आदिकेशव मंदिर परिसर में ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः, आरती कुंज बिहारी की श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की, ॐ जय जगदीश हरे की गूंज रही। आदिकेशव घाट पर सफाई अभियान भी चलाया गया।

नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने बताया कि भगवान विष्णु के योग निद्रा में जाने और चातुर्मास के प्रारंभ होने के दिन श्रीहरि व मां लक्ष्मी की उपासना की गई। टीम के सदस्यों ने काशी का द्वार कहे जाने वाले आदिकेशव तीर्थ पर सफाई की । लोगों से स्वच्छता बनाए रखने की अपील की। देवशयनी एकादशी के दिन श्री हरि और माता लक्ष्मी की उपासना करने से जीवन में सुख-एवं समृद्धि की प्राप्ति होती और सभी दुःख दूर हो जाते हैं। पवित्र आदिकेशव तीर्थ की स्वच्छता बनाए रखना हम सभी का दायित्व है। स्वच्छता को हमें व्यवहार में अपनाना चाहिए। कार्यक्रम में महानगर सहसंयोजक सारिका गुप्ता, आदि केशव मंदिर के पुजारी विनय त्रिपाठी, दिवाकर मिश्रा, साक्षी त्रिपाठी आदि ने भागीदारी की।

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नई दिल्ली, 16 जुलाई (हि.स.)। इस समय उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वोत्तर, महाराष्ट्र, केरल और कर्नाटक में मूसलाधार बारिश और बाढ़ से नदी-नाले उफान पर हैं। उत्तर प्रदेश, गुजरात, बिहार और असम तक कई राज्यों में बाढ़ का रौद्र रूप डरावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने आज से चार दिन तक 19 राज्यों में जोरदार बारिश का अलर्ट जारी किया है।

विभाग ने पूर्वानुमान जारी किया है कि आज केरल, गोवा, महाराष्ट्र, कर्नाटक और गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ में भारी बारिश होगी। विभाग ने इसके लिए रेड अलर्ट जारी किया है। पूर्वानुमान में कहा है कि उत्तराखंड में 17-18, पूर्वी राजस्थान में 18, ओडिशा में 19 और आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 18-19 जुलाई को भारी बारिश होगी। विभाग ने इन राज्यों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, बिहार, झारखंड, ओडिशा, पूर्वोत्तर और दक्षिण के राज्यों में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। सनद रहे पिछले 24 घंटे में कई राज्यों में भारी बारिश हुई। गुजरात के वलसाड और नवसारी में घरों में पानी घुस गया। केरल के सात जिलों और कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले में भारी बारिश के चलते सोमवार को स्कूल-कॉलेज बंद रहे।

 

 

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जम्मू, 16 जुलाई (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में एक अधिकारी समेत चार जवान बलिदान हो गए। यह मुठभेड़ कल शाम जम्मू संभाग के डोडा से 300 किलोमीटर दूर गांव कोटी के शिया धार चौंढ माता वन क्षेत्र में हुई।

एक अधिकारी के अनुसार, मुठभेड़ में एक सैन्य अधिकारी समेत पांच सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। घायलों की गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें से एक अधिकारी समेत चार जवानों का बलिदान हो गया। सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर रखी है। घटनास्थल पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों को भेजा गया।

इस अधिकारी के अनुसार, मुठभेड़ तब शुरू हुई जब राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह के जवानों ने शाम करीब 7ः45 बजे वन क्षेत्र में संयुक्त घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया।

सेना की ह्वाइट नाइट कोर ने रात को एक्स पर पोस्ट में लिखा, ”विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के आधार पर सेना और पुलिस की ओर से डोडा के उत्तर में सामान्य क्षेत्र में एक संयुक्त अभियान जारी था। रात लगभग 9 बजे आतंकियों से संपर्क स्थापित हुआ, जिसके बाद भारी गोलीबारी हुई। अतिरिक्त सैनिकों को इलाके में भेजा गया है।

सनद रहे उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में 24 घंटे पहले सुरक्षा बलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया था। मारे गए तीनों आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं। नियंत्रण रेखा के पास हुई मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादी बड़े हमले की तैयारी में थे। पुलिस और सेना के सतर्क जवानों ने उनके नापाक इरादों को मिट्टी में मिला दिया।

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