चेन्नई, 11 अक्टूबर (हि.स.)। तमिलनाडु में शुक्रवार को मैसूर-दरभंगा एक्सप्रेस ट्रेन एक मालगाड़ी से टकरा गई। टक्कर होने से तीन डिब्बे पटरी से उतर गए। ट्रेन नंबर 12578 मैसूर-दरभंगा एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के बीच टक्कर के बाद पोन्नेरी (कवरापेट्टई) के पास एक्सप्रेस ट्रेन की दो बोगियों में आग लग गई। फिलहाल बचाव कार्य जारी है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार तमिलनाडु के तिरुवल्लुर जिले के कवरापेट्टई रेलवे स्टेशन पर दरभंगा एक्सप्रेस ट्रेन एक मालगाड़ी से टकरा गई। मालगाड़ी से टकराने के बाद दरभंगा एक्सप्रेस के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसे के बाद दरभंगा एक्सप्रेस की दो बोगियों में आग भी लग गई है। घटना के बाद ट्रेन में सवार यात्रियों को किसी तरह से बाहर निकाला जा रहा है। हादसे में अभी तक किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं मिली है।

शुरुआती जानकारी के मुताबिक दरभंगा एक्सप्रेस ने स्टेशन पर खड़ी मालगाड़ी को पीछे से टक्कर मारी है। टक्कर के समय एक्सप्रेस ट्रेन की स्पीड कितनी थी इसे लेकर भी अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आयी है। टक्कर के तुरंत बाद रेलवे के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे हुए हैं। राहत व बचाव कार्य भी शुरू कर दिया गया है। इस दुर्घटना का कारण अभी तक पता नहीं सका है। अग्रिम जानकारी प्रतीक्षारत है।

Rear end collision at KAVARAIPPETTAI Railway Station around 20.30 hrs today in Chennai -Gudur section involving Train No.12578 Mysuru – Darbhanga Bagmati Express and a Goods train Help line numbers at Chennai Division 04425354151 04425330952 044-25330953 044-25354995

Major train accident in Tamil Nadu. Bagmati Express coming from Mysore to Darbhanga collides with goods train

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नई दिल्ली, 11 अक्‍टूबर (हि.स.)। तिरुचिरापल्ली से शारजाह जा रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट संख्या IX 613 हाइड्रोलिक खराबी का सामना करने के बाद सुरक्षित रूप से अब तिरुचिरापल्ली एयरपोर्ट पर लैंड कर गई। इस विमान में क्रू मेंबर सहित 144 यात्री सवार थे। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) को इसकी जानकारी दे दी गई है।

आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को दी जानकारी में बताया कि तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली से संयुक्‍त अरब अमीरात (यूएई) के शारजाह जा रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट संख्‍या IX 613 हाइड्रोलिक खराबी का सामना करने के बाद तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डे पर सुरक्षित रूप से लैंडिंग करा दी गई है। जानकारी के मुताबिक ये विमान दो घंटे से भी अधिक समय तक हवा में रहा, जो रात 8:14 बजे त्रिची एयरपोर्ट पर सुरक्षित रूप से उतरा। इस विमान में सवार सभी 144 यात्री सुरक्षित हैं।

एयर इंडिया एक्सप्रेस के इस विमान को हवा में हाइड्रोलिक फेलियर का सामना करने के बाद बेली लैंडिंग की अनुमति दी गई थी। हालांकि, फ्लाइट ने सफलतापूर्वक सामान्य लैंडिंग की। विमान का पायलट लगातार एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) के संपर्क में था, जिसने बेली लैंडिंग की सलाह दी थी। घटना की आंतरिक जांच शुरू कर दी गई है।

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उत्तरकाशी, 11 अक्टूबर (हि.स.)। गंगोत्री धाम के कपाट अभिजीत मुहूर्त में अन्नकूट पर्व के अवसर पर 2 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद होंगे, जबकि यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज के दिन 3 नवंबर को बंद किए जाएंगे। परंपरा अनुसार, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद करने के मुहूर्त शारदीय नवरात्र के अवसर पर तय किए जाते हैं।

शुक्रवार को गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों ने दोनों धामों के कपाट बंद करने के शुभ मुहूर्त की घोषणा की। गंगोत्री धाम में भगवती गंगा के कपाट 2 नवंबर को दोपहर 12:14 बजे बंद होंगे। मां भगवती गंगा की डोली गंगोत्री से प्रस्थान कर रात्रि में भगवती मंदिर मारकंडेय में विश्राम करेगी और 3 नवंबर को मुखवा गांव में शीतकालीन प्रवास के लिए विराजमान हो जाएगी।

गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने जानकारी दी कि परंपरा अनुसार गंगोत्री धाम के कपाट बंद करने का मुहूर्त शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन तय किया जाता है। इस वर्ष, मां गंगा की डोली 3 नवंबर को अपने मायके मुखवा में छह महीने के शीतकालीन प्रवास के लिए पहुंचेगी। इस अवसर पर मंदिर समिति के अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे।

यमुनोत्री धाम के कपाट भी परंपरानुसार दशहरे के दिन तय किए गए मुहूर्त के अनुसार 3 नवंबर को भैया दूज पर बंद होंगे। यमुनोत्री धाम के रावल आशीष उनियाल ने बताया कि 3 नवंबर को सोमेश्वर देवता की डोली के साथ मां यमुना की डोली खरसाली गांव के लिए रवाना होगी, जहां शीतकालीन प्रवास होगा।

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नई दिल्ली, 11 अक्‍टूबर (हि.स.)। रतन टाटा के बाद अब समूह की कमान नोएल टाटा संभालेंगे। मुंबई में शुक्रवार को टाटा ट्रस्ट की बैठक में नोएल टाटा को सर्वसम्‍म‍ति से टाटा ट्रस्ट का नया चेयरमैन चुना गया है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि दिवंगत रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा को सर्वसम्मति से टाटा ट्रस्ट्स का चेयरमैन चुन लिया गया है। वे उन ट्रस्टों का नेतृत्व करेंगे, जो टाटा समूह की प्राथमिक होल्डिंग कंपनी टाटा संस में नियंत्रण हिस्सेदारी रखते हैं।

नोएल वर्तमान में टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड, वोल्टास लिमिटेड, टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड जैसी समूह की कंपनियों के अध्यक्ष हैं। साथ ही टाइटन कंपनी के उपाध्यक्ष भी हैं। नोएल टाटा अपने पारिवारिक संबंधों और समूह की कई कंपनियों में भागीदारी की वजह से टाटा की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए एक मजबूत दावेदार थे।

नोएल टाटा पहले ही सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट और सर रतन टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी हैं। ये दोनों ट्रस्ट टाटा संस में हिस्सेदारी रखते हैं। ये टाटा समूह की परोपकारी संस्थाओं का समूह है, जो 13 लाख करोड़ रुपये के रेवेन्यू वाले टाटा ग्रुप में 66 फीसदी की हिस्सेदारी रखता है। इसके तहत आने वाले सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट और सर रतन टाटा ट्रस्ट के पास ही टाटा संस की 52 फीसदी हिस्सेदारी है।

बुधवार को 86 वर्षीय रतन टाटा के निधन के बाद नोएल टाटा की नियुक्ति हुई है। वे टाटा संस के मानद चेयरमैन थे और टाटा ट्रस्ट्स के प्रमुख थे। भारत की अग्रणी सार्वजनिक धर्मार्थ संस्थाओं में से एक के रूप में ट्रस्ट का प्रबंधन इसकी दो प्रमुख संस्थाओं: सर रतनजी टाटा ट्रस्ट और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट में 13 ट्रस्टियों के बोर्ड द्वारा किया जाता है।

उल्‍लेखनीय है कि टाटा ट्रस्ट्स, टाटा समूह के प्रशासन में अहम भूमिका निभाते हैं। ये टाटा संस में 66 फीसदी हिस्सेदारी को नियंत्रित करते हैं, जो ऑटोमोबाइल से लेकर विमानन तक के विविध व्यवसायों की देखरेख करने वाली होल्डिंग कंपनी है। अपने धर्मार्थ और परोपकारी कार्यों के माध्यम से इन ट्रस्टों ने वित्‍त वर्ष 2022-23 के दौरान लगभग 456.42 करोड़ रुपये (लगभग 56 मिलियन डॉलर) दान किए हैं।

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मुंबई, 10 अक्टूबर (हि.स.)। शीर्ष उद्योगपति रतन टाटा आजीवन अपनी दादी नवाजबाई टाटा की सादगी की सीख को आजीवन जीते रहे। रतन टाटा के जीवन का सफर आसान नहीं था। टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन को भी पारिवारिक कलह का भी सामना करना पड़ा था। उनकी दादी ने पालन-पोषण किया और सादगीभरा शांत जीवन जीने की सीख दी थी, जिसका निवर्हन रतन टाटा ने अपने जीवन के आखिरी पड़ाव तक किया।

रतन टाटा का जन्म 28 सितंबर, 1937 को मुंबई में हुआ था। रतन टाटा के पिता नवल टाटा को टाटा परिवार ने गोद ले लिया था। नवल टाटा होर्मुसजी टाटा के रिश्तेदार भी थे। 1948 में जब रतन टाटा 10 साल के थे, तब उनके पिता नवल और मां सोनू का तलाक हो गया। तब रतन टाटा की देखभाल उनकी दादी नवाजीबाई ने की थी। उन्होंने रतन टाटा और उनके भाई दोनों का पालन-पोषण किया। इसलिए रतन टाटा को अपनी दादी की दी हुई सीख हमेशा याद रहती थी।

एक इंटरव्यू में बोलते हुए रतन टाटा ने अपनी दादी की यादों से जुड़े कुछ किस्से बताए थे। रतन टाटा ने कहा था कि अगर आप इस तरह से देखें तो मेरा बचपन मजेदार था। लेकिन जैसे-जैसे मैं और मेरा भाई बड़े हुए, हमें उग्रता और कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसका कारण हमारे माता-पिता का तलाक था। लेकिन हमारी दादी ने हमें अच्छे से पाला। जब मेरी माँ ने दूसरी शादी की, तो स्कूल में कुछ बच्चे हमारे बारे में इधर-उधर बातें कर रहे थे। हालाँकि, हमारी दादी ने हमें हमेशा सिखाया कि सीमा पार नहीं करनी चाहिए। यह शिक्षा आज तक हमारे साथ है।

रतन टाटा ने आगे कहा था कि दादी की इसी सीख के कारण हम अक्सर ऐसे बयानों को नजरअंदाज कर देते थे और इस तरह आगे की बहस भी टाल जाते थे। मुझे अभी भी याद है कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद गर्मियों की छुट्टियों के दौरान मेरी दादी मुझे और मेरे भाई को लंदन ले गई थीं। वहां मुझे जीवन का मूल्य सीखने को मिला। वह हमेशा हमसे कहती थी कि ऐसा मत कहो, जो किसी को बुरा लगे। इसीलिए हमें बचपन से सिखाया गया है कि मर्यादाओं का उल्लंघन नहीं करना चाहिए। दादी हमेशा हमारे साथ थीं।

रतन टाटा ने कहा था कि मैं वायलिन सीखना चाहता था लेकिन मेरे पिता ने मुझसे पियानो सीखने को कहा। मैं अमेरिका में कॉलेज जाना चाहता था लेकिन मेरे पिता ने मुझे यूके जाने पर ज़ोर दिया। मैं आर्किटेक्ट बनना चाहता था और वे चाहते थे कि मैं इंजीनियर बनूं लेकिन अगर मेरी दादी नहीं होती तो मैं कभी भी अमेरिका विश्वविद्यालय में नहीं जा पाता। यह उन्हीं की वजह से था कि मैं मैकेनिकल इंजीनियरिंग में आया लेकिन वास्तुकला में डिग्री लेकर निकला। मेरे पिता बहुत परेशान थे और बहुत बहस हुई। लेकिन आखऱिकार मैं अपने पैरों पर खड़ा हो गया। मेरी दादी ने मुझे यही सिखाया है कि साहस सौम्य सम्मानजनक भी हो सकता है। रतन टाटा ने दादी की सीख को आजीवन मानते टाटा नामक ब्रांड को बड़ी नैतिकता और समर्पण के साथ पूरी दुनिया में विस्तार किया। इसके अलावा, अपने परोपकारी व्यक्तित्व के कारण, वह भारत के युवाओं के चहेते बन गए।

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– हरियाणा विधानसभा चुनाव की हार पर मंथन के लिए दिल्ली में हुई पहली बैठक

चंडीगढ़, 10 अक्टूबर (हि.स.)। हरियाणा में मिली करारी हार को लेकर कांग्रेस में मंथन शुरू हो गया है। कांग्रेस हाईकमान ने टिकट आवंटन से लेकर चुनाव लड़ने तक की समीक्षा करने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान समेत पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया को दिल्ली में तलब किया लेकिन तीनाें ही इस बैठक में शामिल नहीं हुए। नई दिल्ली में गुरुवार को हुई बैठक की खास बात यह रही कि इसमें कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला तथा कैप्टन अजय सिंह यादव को नहीं बुलाया गया।

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणगुगोपाल, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, अजय माकन विशेष रूप से मौजूद रहे। बैठक में कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला तथा कैप्टन अजय सिंह यादव को नहीं बुलाया गया था लेकिन पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान तथा प्रभारी दीपक बाबरिया बुलाने के बावजूद इस बैठक में शामिल नहीं हुए। दीपक बाबरिया स्वास्थ्य ठीक नहीं हाेने के कारण वीसी से शामिल हुए, जबकि हुड्डा व उदयभान पूर्व निर्धारित कार्यक्रमाें के चलते बैठक में नहीं गये।

हाईकमान ने इस चुनाव में भूपेंद्र सिंह हुड्डा को फ्री हैंड दिया था, जिसके चलते 90 में 73 सीटों पर हुड्डा की पसंद के उम्मीदवार उतारे गए। चुनाव प्रचार के दौरान भी भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ही कमान संभाली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इस बैठक में कहा है कि चुनाव के दौरान हमारे नेताओं के निजी हित पार्टी के हितों से ऊपर रहे। बैठक में तय किया गया कि हार के कारणों को जानने के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई जा रही है, जो हरियाणा में जाकर नेताओं से चर्चा करके रिपोर्ट हाईकमान को सौपेंगी। कमेटी में कौन-कौन चेहरे शामिल किए जाएंगे, अभी उनके नामों पर चर्चा नहीं हो पाई है।

करीब आधे घंटे चली मीटिंग के बाद कांग्रेस नेता अजय माकन ने हुड्डा-सैलजा के मतभेदों पर कहा कि हार के बहुत सारे कारण हैं, जो चुनाव आयोग से लेकर नेताओं के मतभेद तक हैं। इन्हीं सब कारणों पर चर्चा हुई और आगे भी चर्चा करेंगे। आधे घंटे की मीटिंग में इस मामले में किसी निष्कर्ष तक नहीं पहुंचा जा सका। आज की मीटिंग में हमने आगे की रणनीति पर चर्चा की है। आगे जो भी होगा, उसकी जानकारी केसी वेणुगोपाल देंगे।

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नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (हि.स.)। गृह मंत्रालय ने हिज्ब-उत-तहरीर को आतंकवादी संगठन घोषित किया है। गृह मंत्रालय ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के तहत हिज्ब-उत-तहरीर (हुत) और उसके सभी रूपों और प्रमुख संगठनों को आतंकवादी संगठन घोषित किया है। गृह मंत्रालय ने गुरुवार काे यह अधिसूचना जारी की है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 1953 में यरूशलम में बने वैश्विक इस्लामी कट्टरपंथी संगठन हिज्ब-उत-ताहिर (हुत) को आतंकवादी संगठन घोषित कर इसके ऊपर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार का कहना है कि यह संगठन आतंकवादी गतिविधियों में शामिल है जोकि देश के भोले-भाले नागरिकों को जिहाद की आड़ लेकर उन्हें प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन आईएसआईएस में शामिल करने के लिए उकसाता है।

मंत्रालय के मुताबिक, यह संगठन आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन जुटाने का भी काम कर रहा है। देश में कई आतंकवादी गतिविधियों में इसका हाथ रहा है। सरकार ने यह भी कहा है कि हिज्ब-उत-तहरीर नाम का यह संगठन भारत समेत दुनिया भर में इस्लामिक राज्य स्थापित करना चाहता है। इसी मकसद को हासिल करने के लिए यह आतंकवादी गतिविधियों में शामिल है। यह देश की एकता-अखंडता को खतरा है। इस पर प्रतिबंध लगाना बेहद जरूरी है।

गृह मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना में यह भी बताया गया है कि यह संगठन विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल करते हुए मासूम नौजवानों को आतंकवाद में शामिल होने के लिए उकसा रहा है। यह संगठन देश में अशांति फैलाना चाहता है। केंद्र सरकार का यह भी मानना है कि यह संगठन भारत में आतंकवाद के कई कार्यों में शामिल रहा है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने देश में हिंसक जिहाद छेड़कर, भारत सरकार को उखाड़ फेंककर, खिलाफत की स्थापना करने के मामले में तमिलनाडु से फैजुल रहमान को गिरफ्तार किया। यह हुत से संबद्ध आतंकी है। वह अब एनआईए की हिरासत में सातवां आरोपी है।

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-वरली श्मशान घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया गया अंतिम संस्कार

मुंबई, 10 अक्टूबर (हि.स.)। देश के अनमोल रतन, शीर्ष उद्योगपति, पद्मविभूषण रतन टाटा का गुरुवार शाम का राजकीय सम्मान के साथ वरली के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। मौके पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर उपस्थित थे। इसके साथ राजनीतिक, फिल्म जगत, खेल जगत, उद्योग जगत के अतिविशिष्ठ लोगों नम आंखों से अपने प्रिय उद्योगपति के पार्थिव शरीर को अंतिम विदाई दी।

रतन टाटा का कल देर रात ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया था। वह 86 वर्ष के थे। रतन टाटा के पार्थिव शरीर को ब्रीच कैंडी अस्पताल से कोलाबा स्थित उनके आवास ले जाया गया। वहां उनके परिवार, रिश्तेदारों और विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गजों ने उनके अंतिम दर्शन किए। इसके बाद आज सुबह 10 बजे रतन टाटा का पार्थिव शरीर कोलाबा स्थित उनके आवास से एनसीपीए लाया गया। इस मौके पर मुंबई पुलिस ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी।

रतन टाटा का पार्थिव शरीर आज सुबह 10 बजे मुंबई के एनसीपीए में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे, उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, वरिष्ठ नेता शरद पवार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मंत्री उदय सामंत, विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार, उद्योगपति मुकेश अंबानी समेत बॉलीवुड और इंडस्ट्री के दिग्गजों ने रतन टाटा के पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन किया। शाम 4 बजे के बाद रतन टाटा के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए वर्ली श्मशान घाट ले जाया गया। श्मशान घाट में पुलिस ने रतन टाटा के पार्थीव को सलामी दी और इसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया।

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नई दिल्ली, 05 अक्टूबर (हि.स.)। दो राज्यों जम्मू-कश्मीर और हरियाणा से जुड़ी मतदान प्रक्रिया आज पूरी हो गई। मतदान के बाद आए एग्जिट पोल के अनुसार हरियाणा में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिल रहा है और केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के बहुपक्षीय मुकाबले में किसी को भी स्पष्ट बहुमत नहीं मिल रहा है। यहां सरकार बनाने के लिए गठजोड़ जरूरी होगा।

हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों पर आज मतदान सम्पन्न हुआ। एग्जिट पोल के मुताबिक पिछले 10 साल से सत्तारूढ़ भाजपा को इस बार 20-32 तक सीटें मिल सकती हैं। वहीं राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को 55 से 62 सीटें मिल सकती हैं।

दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर में बहुपक्षीय मुकाबला है। यहां की 90 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेस का गठबंधन है। भाजपा, पीडीपी और अन्य पार्टियां स्वतंत्र लड़ रही हैं। यहां के एग्जिट पोल के आंकड़ों के अनुसार कांग्रेस-एनसी गठबंधन को 40 से ज्यादा सीटें मिल सकती हैं। वहीं भाजपा अपने दम पर सबसे बड़ी पार्टी बनते हुए 27 से अधिक सीटें जीत सकती है।

हरियाणा के एग्जिट पोल के संबंध में दैनिक भास्कर के अनुसार भाजपा को 55 से 59, कांग्रेस को 44 से 54, जेजेपी को एक और स्वतंत्र को 01 से 05 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है। वहीं ध्रुव रिसर्च के मुताबिक भाजपा 22 से 32, कांग्रेस 50 से 64 सीटें हासिल कर सकती है। पीपल्स पुल्स के मुताबिक भाजपा 20 से 32, कांग्रेस 49 से 61 और अन्य तीन से चार सीटें ले सकते हैं।

वहीं, जम्मू-कश्मीर के सर्वे की बात की जाए तो दैनिक भास्कर के अनुसार भाजपा 20 से 25 सीटें, कांग्रेस-एनसी गठबंधन 35 से 40, पीडीपी 04 से 07 और अन्य 12 से 16 सीटें हासिल कर सकते हैं। इंडिया टुडे-सी वोटर सर्वे के मुताबिक भाजपा 27 से 32, कांग्रेस-एनसी 40 से 48, पीडीपी 6 से 12 और अन्य 6 से 11 सीटें जीत सकते हैं। पीपल्स पुल्स के अनुसार भाजपा 23 से 27, कांग्रेस-एनसी 46 से 50, पीडीपी 7 से 11 और अन्य 4 से 6 सीटें हासिल कर सकते हैं।

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चंडीगढ़, 5 अक्टूबर (हि.स.)। हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को राज्य की कुल 90 सीटों पर शाम 05 बजे तक औसतन 61 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान सुबह 07 बजे से शुरू हुआ, जो शाम 06 बजे तक जारी रहा।

निर्वाचन आयोग के मुताबिक शाम पांच बजे तक राज्य में 61 फीसदी मतदान हो चुका है। शाम छह बजे जो लोग मतदान केंद्रों के बाहर लाइनों में होंगे उनका वोट डलवाया जाएगा। छह बजे के बाद किसी भी मतदाताओं को लाइनों में नहीं लगाया गया। आज मतदान के दौरान रोहतक जिले के महम विधानसभा हलके में पूर्व विधायक बलराज कुंडू के साथ मारपीट तथा उनके भाई को बंधक बनाने की खबरें आईं। हिसार जिले के नारनौंद हलके में कांग्रेस तथा भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट हुई। नूंह जिले में कांग्रेस तथा बसपा कार्यकर्ताओं के बीच पथराव की घटना की खबर है।

निर्वाचन आयोग के अनुसार शाम पांच बजे तक अंबाला जिले में 62.26 प्रतिशत, भिवानी जिले में 63.06, चरखी-दादरी जिले में 58.10, फरीदाबाद जिले में 51.28, फतेहाबाद जिले में 67.05, गुरुग्राम जिले में 49.97, हिसार जिले में 64.16, झज्जर जिले में 60.52, जींद जिले में 66.02, कैथल जिले में 62.53, करनाल 60.42, कुरुक्षेत्र जिले में 65.55, महेंद्रगढ़ जिले में 65.76, नूंह जिले में 68.28, पलवल जिले में 67.69, पंचकूला जिले में 54.71, पानीपत जिले में 60.52, रेवाड़ी जिले में 60.91, रोहतक जिले में 60.56, सिरसा जिले में 65.37, सोनीपत जिले में 56.69 तथा यमुनानगर जिले में 67.93 प्रतिशत मतदान हुआ है।

इस बीच हरियाणा के मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद तथा मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल ने राज्य में मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्वक संपन्न होने पर प्रदेश के मतदाताओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक या दो स्थानों पर मामूली झड़प की घटनाएं सामने आई हैं लेकिन कहीं पर भी प्रत्याशियों के समर्थकों के आपसी झगड़े के कारण मतदान प्रक्रिया बाधित नहीं हुई है।

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तिरुवनंतपुरम/नई दिल्ली, 04 अक्‍टूबर (हि.स.)। एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट संख्‍या (IX- 549) को तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। इस विमान में सवार सभी 148 यात्री और चालक दल के सदस्य सुरक्षित हैं, जिन्‍हें नीचे उतार लिया गया है। इनमें से किसी को चोट नहीं आई है।

एयर इंडिया एक्सप्रेस के प्रवक्ता ने एक बयान में बताया कि तिरुवनंतपुरम से मस्कट जा रहे इस विमान में 148 यात्री सवार थे। इस विमान के उड़ान भरने के बाद धुआं निकलने लगा था, जिसके बाद इसकी आपातकालीन लैंडिंग करानी पड़ी। विमान में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं। इनकी आगे की यात्रा के लिए एक वैकल्पिक विमान की व्यवस्था की गई है।

उल्‍लेखनीय है कि विमानन कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस एक कम लागत वाली एयर इंडिया की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। वर्तमान में इसका मुख्यालय गुड़गांव में स्थित है। यह भारत, मध्य पूर्व और दक्षिण पूर्व एशिया में 45 गंतव्यों के लिए हर हफ्ते 2000 से अधिक उड़ानें संचालित करती है।

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पटना/गया, 04 अक्टूबर (हि.स.)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के पटना शाखा में कार्यरत पुलिस उपाधीक्षक अजय प्रताप सिंह एवं दो मध्यस्थ व्यक्तियों को 20 लाख रुपये रिश्वत मामले में गिरफ्तार किया है।

सीबीआई ने बताया है कि इस मामले में जनता दल यूनाइटेड के पूर्व विधान परिषद सदस्य के बेटे रॉकी से मिली जानकारी के आधार पर कार्रवाई की गई है। इस केस के आईओ अजय प्रताप सिंह थे। यह मामला तब प्रकाश में आया जब सीबीआई को इस संदर्भ में सूचना मिली और उन्होंने तुरंत जांच शुरू की। सीबीआई ने पटना में इस मामले की जांच करते हुए डीएसपी को रंगे हाथों पकड़ा। इसके साथ दो अन्य एजेंटों को भी गिरफ्तार किया गया है, जो इस भ्रष्टाचार में शामिल थे। एनआईए और सीबीआई ने जाल बिछाया, जिसमें अजय प्रताप फंस गए और उन्हें रिश्वत लेते धर दबोचा गया।

उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही जदयू की पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी के बेटे रॉकी यादव की कंपनी और ठिकानों पर एनआईए ने छापेमारी की थी। इस दौरान डेढ़ करोड़ से ज्यादा की रकम बरामद हुई थी। इस केस के आईओ डीएसपी अजय प्रताप सिंह थे। इसी मामले मे वे अपने एजेंटों के माध्यम से रिश्वत लेने की कोशिश कर रहे थे। उनके द्वारा लगातार रिश्वत का दबाव बनाए जाने के बाद रॉकी ने सीबीआइ से शिकायत की। इसके बाद सीबीआई ने कार्रवाई को अंजाम दिया।

सीबीआइ के अनुसार रॉकी यादव ने लिखित शिकायत में कहा था कि बीते 19 सितम्बर को उसके ठिकानों पर एनआईए ने छापेमारी की थी। इस छापे के बाद एनआईए डीएसपी की एक नोटिस उन्हें मिली, जिसमें 26 सितम्बर को एनआईए कार्यालय में मिलने के लिए बुलाया गया था। वह 26 सितम्बर को आइओ के समक्ष उपस्थित हुआ। उसने आरोप लगाया कि यहां पूछताछ के दौरान उसे तथा उसके परिवार के लोगों को अलग-अलग तरह के झूठे मुकदमों में फंसा देने की धमकी दी गई और ढाई करोड़ की रिश्वत की मांग की गई। परिवार को बचाने के लिए वह रिश्वत देने को तैयार हो गया। इसके बाद उसे एक अक्टूबर को बुलाया गया और 70 लाख की मांग की गई, जिसे उसी दिन पटना में देने कहा गया।

रॉकी ने शिकायत में कहा कि उसने इसके लिए समय की मांग की और तीन अक्टूबर को गया में रिश्वत देने की बात तय हुई। राकी की शिकायत की जानकारी एनआईए को भी दी गई। इसके बाद सीबीआई ने गया, पटना और वाराणसी में छापेमारी की। इस दौरान कई दस्तावेज, गैजेट्स तथा घूस की 20 लाख की रकम बरामद की गई।

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