नई दिल्ली, 01 नवंबर (हि.स.)। राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में अगले हफ्ते से फिजाओं में ठंडक घुलने लगेगी। मौसम विभाग के अनुसार तीन नवंबर के बाद से तापमान में 2 से 3 डिग्री तक गिरावट दर्ज हो सकती है।

शुक्रवार को मौसम विभाग की वैज्ञानिक सोमा सेन रॉय ने मीडिया को बताया कि दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत और पूर्वोत्तर भारत के कुछ क्षेत्र में अगले दो से तीन दिन तक मौसम में बदलाव की संभावना नहीं है। लेकिन इसके बाद तेजी से तापमान में गिरावट का अनुमान है।

सोमा सेन रॉय के मुताबिक उत्तर भारत में शुक्रवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री अधिक रहा। अगले दो से तीन दिन तक मौसम में बदलाव होने की संभावना नहीं है। हवा की गति 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे चलेगी। तीन नवंबर के बाद से तापमान में गिरावट आएगी। उत्तर और पूर्वी भारत में 2-3 डिग्री तापमान में गिरावट आने की संभावना है। मौसम विभाग सफदरजंग मानक वेधशाला के ताजा अनुमानों के अनुसार 7 नवंबर तक न्यूनतम तापमान 16 और अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेलि. तक गिरने की संभावना है। नवंबर 15 नवंबर के बाद तापमान में तेजी से गिरावट आएगी, जिसके चलते मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा।

केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक हवा की गति बरकरार रहने से राजधानी में प्रदूषण का स्तर पटाखों के जलाने के बाद वायु गुणवत्ता सूचकांक 360 दर्ज किया गया। प्रतिबंध के बावजूद दीपावली में राजधानी में खूब पटाखे जलाए गए लेकिन हवा की गति 10 -15 किलोमीटर प्रतिघंटे रहने के कारण हवा में घुले प्रदूषण के कण एक जगह जमा नहीं हुए।

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लद्दाख, 31 अक्टूबर (हि.स.)। भारत और चीन के सैनिकों ने गुरुवार को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के कई सीमा बिंदुओं पर मिठाइयों का आदान-प्रदान कर एक दूसरे को दीपावली की बधाई दी। एलएसी पर पांच सीमा कार्मिक बैठक बिंदुओं पर यह आदान-प्रदान हुआ।

सैन्य सूत्रों ने बताया कि दीपावली के अवसर पर भारत और चीन के सैनिकों ने एलएसी पर कई सीमा बिंदुओं पर मिठाइयों का आदान-प्रदान किया। यह पारंपरिक प्रथा पूर्वी लद्दाख में डेमचोक और देपसांग इलाके में दो टकराव बिंदुओं पर दोनों देशों द्वारा सैनिकों की वापसी पूरी करने के एक दिन बाद मनाई गई। इससे चीन और भारत के संबंधों में नई गर्माहट आई। इस दौरान भारतीय और चीनी सैनिकों ने दीपावली पर चुशुल-मोल्दो सीमा बिंदु पर मिठाइयों का आदान-प्रदान किया।

चीनी सैनिकों ने अपना पारंपरिक चीनी मास्क का मोमेंटो और साथ में मिठाई भारतीय सैनिकों के साथ अदान-प्रदान किया। एलएसी पर पांच सीमा कार्मिक बैठक बिंदुओं पर यह आदान-प्रदान हुआ। सेना के एक सूत्र ने एक दिन पहले कहा था कि दोनों देशों की सेना ने दो टकराव बिंदुओं पर विघटन पूरा कर लिया है और जल्द ही इन बिंदुओं पर गश्त शुरू हो जाएगी।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने 21 अक्टूबर को कहा था कि पिछले कई हफ्तों से चल रही बातचीत के बाद भारत और चीन के बीच एक समझौते को अंतिम रूप दिया गया है। इससे 2020 में उठे मुद्दों का समाधान निकलेगा। पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर सैनिकों की गश्त और विघटन पर समझौते को पुख्ता किया गया, जो चार साल से अधिक समय से चल रहे गतिरोध को समाप्त करने की दिशा में एक बड़ी सफलता है।

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नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को परंपरा के तहत दीपावली के अवसर गुजरात में सीमा पर तैनात सैनिकों के बीच पहुंचे और उनका मनोबल बढ़ाया। उन्होंने सैनिकों को मिठाई खिलाई और संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज देश दुश्मन की बातों पर नहीं, सेना के संकल्पों पर भरोसा करता है और देश की नीतियाें का आधार भी सेना का संकल्प होता है।

प्रधानमंत्री आज गुजरात के कच्छ से लगी सीमा पर पहुंचे और सीमा सुरक्षा बलों के जवानों के साथ दीपावली की शुभकामनायें साझा की और उन्हें मिठाई खिलाई। ज्ञातव्य है कि हर वर्ष दीपावली के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सीमा क्षेत्र में तैनात जवानों से मिलते हैं।

इस अवसर पर जवानों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “आज देश की सरकार सीमा के एक इंच से भी समझौता नहीं करती है। आज जब हमें ये जिम्मेदारी मिली है तो हमारी नीतियां हमारी सेनाओं के संकल्पों के हिसाब से बनती हैं। हम दुश्मन की बातों पर नहीं, हमारी सेनाओं के संकल्पों पर भरोसा करते हैं।”

सेना के तीनों अंगों में बेहतर तालमेल को बढ़ावा देने के प्रयासों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) का पद सृजित किया है। हमारी सरकार ने अब थल सेना, नौसेना और वायुसेना के बीच बेहतर तालमेल के लिए इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड तैयार कर लिया है।

बॉर्डर टूरिज्म की संभावनाओं का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ एक और पहलू जुड़ा हुआ है, जिसकी अधिक चर्चा नहीं होती। इसमें कच्छ के पास अपार संभावनाएं हैं। इतनी समृद्ध विरासत, आकर्षण और आस्था के हमारे अद्भुत केंद्र प्रकृति की अद्भुत देन हैं। गुजरात में कच्छ और खंभात की खाड़ी के मैंग्रोव फॉरेस्ट बहुत महत्वपूर्ण हैं।

रक्षा निर्माण के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को वर्तमान में मिल रही प्राथमिकता का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत में अपनी सबमरीन बनाई जा रही हैं। आज हमारा तेजस फाइटर प्लेन वायु सेना की ताकत बन रहा है। पहले भारत की पहचान हथियार मंगाने वाले देश की थी। आज भारत दुनिया के कितने ही देशों को डिफेंस उपकरण निर्यात कर रहा है।

दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वे मां भारती की सेवा में तैनात देश के हर जवान को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं। इन शुभकामनाओं में जवानों के प्रति 140 करोड़ देशवासियों का कृतज्ञ भाव और उनका आभार भी शामिल है।

उन्होंने कहा कि गुजरात के समुद्री तटों पर समुद्री जीवों व वनस्पतियों का पूरा इकोसिस्टम है। सरकार ने भी मैंग्रोव के जंगलों के विस्तार के लिए कई कदम उठाए हैं। हमारा राष्ट्र जीवंत चेतना है, जिसे हम मां भारती के रूप में पूजते हैं। हमारे जवानों के तप और त्याग के कारण ही आज देश सुरक्षित है, देशवासी सुरक्षित हैं। सुरक्षित राष्ट्र ही प्रगति कर सकता है। इसलिए आज जब हम विकसित भारत के लक्ष्य की ओर इतनी तेजी से बढ़ रहे हैं तो इसमें आप सब इस स्वप्न के रक्षक हैं।

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 नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज राष्ट्रीय एकता दिवस पर कहा कि ‘एक देश, एक संविधान’ का संकल्प पूरा करने के बाद अब उनकी सरकार देश में ‘एक देश, एक चुनाव’ और ‘एक देश, एक समान नागरिक संहिता’ को लागू करने की दिशा में काम कर रही है। गुजरात के केवड़िया में राष्ट्रीय एकता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री र मोदी ने आज सुबह भाग लिया। इस वर्ष के राष्ट्रीय एकता दिवस आयोजन की बैकग्राउंड थीम छत्रपति शिवाजी महाराज का रायगढ़ किला है।

प्रधानमंत्री ने संबोधन में अपनी सरकार के एकता की दिशा में किए गए प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने आज बहुत से विषयों को पूरे राष्ट्र में एक समान लागू किया है। इसमें स्वास्थ्य सुविधा, पहचान पत्र, राशन, बिजली ग्रीड जैसे विषय शामिल है। आज पूरे देश में एक संविधान समान रूप से लागू है। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने अनुच्छेद-370 हटने के बाद इस बार पहली बार पद भार ग्रहण करते समय संविधान की शपथ ली है।

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में देश से नक्सलवाद का खात्मा, पूर्वोत्तर में अलगाववादियों को मुख्य धारा में शामिल करना और आतंक को करारा जवाब देने जैसे विषय भी शामिल रहे। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने एकता दिवस पर एकता शपथ दिलाई और एकता दिवस परेड का अवलोकन किया। इस परेड में नौ राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की पुलिस, चार केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, एनसीसी और एक मार्चिंग बैंड की 16 मार्चिंग टुकड़ियां शामिल हुई। विशेष आकर्षणों में एनएसजी की हेल मार्च टुकड़ी, बीएसएफ और सीआरपीएफ के महिला और पुरुष बाइकर द्वारा साहसी प्रदर्शन, बीएसएफ द्वारा भारतीय मार्शल आर्ट के संयोजन पर एक शो, स्कूली बच्चों द्वारा पाइप बैंड शो, भारतीय वायु सेना द्वारा ‘सूर्य किरण’ फ्लाईपास्ट आदि शामिल रहा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि विकास और विश्वास की एकता ही ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के निर्माण की को गति देती है। हमारी हर योजना, नीति और नीयत में एकता प्राण शक्ति है। इसे देखकर सरदार साहब की भी आत्मा जहां होगी हमें अवश्य आशीर्वाद दे रही होगी। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को भी उद्धृत किया। उन्होंने कहा कि वह कहते थे कि विविधता में एक होकर रहने की हमारी क्षमता की लगातार परीक्षा होती रहेगी जिसे हमें हर परिस्थिति में पास करना आवश्यक है। उन्हें खुशी है कि पिछले 10 साल में उनकी सरकार ने विविधता में एकता को बढ़ावा दिया है।

उन्होंने कहा कि बीते 10 वर्ष का कालखंड भारत की एकता और अखंडता के लिए अभूतपूर्व उपलब्धियां भरा रहा है। आज सरकार के हर काम हर मिशन में राष्ट्रीय एकता की प्रतिबद्धता दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि आज सरदार पटेल की 150वीं जयंती वर्ष की शुरुआत हो गई है। अगले दो सालों में देश उनकी उपलब्धियां को उत्सव मनाएगा। इस कालखंड में सरकार की हर पहल और मिशन के माध्यम से राष्ट्रीय एकता की दिशा में किए गए प्रयासों और उपलब्धियां को सम्मान की दिया जाएगा। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर छत्रपति शिवाजी महाराज को भी याद किया। उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। उन्होंने आक्रांताओं को खदेड़ने के लिए सबको एक किया।

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केवड़िया (गुजरात), 31 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यहां लौह पुरुष और देश के प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर आयोजित समारोह में महत्वपूर्ण बात कही। उन्होंने कहा कि हम एक देश, एक चुनाव (वन नेशन, वन इलेक्शन) पर काम कर रहे हैं। यह भारत के लोकतंत्र को मजबूती देगा। देश विकसित भारत के सपने को साकार करेगा। इससे नई गति मिलेगी। राष्ट्र और समृद्ध होगा।

उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक का कालखंड देश की एकता और अखंडता के लिए अभूतपूर्व उपलब्धियों से भरा रहा है। आज सरकार के हर काम, हर मिशन में राष्ट्रीय एकता की प्रतिबद्धता दिखती है। आज से सरदार पटेल की 150वीं जयंती का वर्ष शुरू हो रहा है। आने वाले दो वर्ष तक देश सरदार पटेल की 150वीं जयंती का उत्सव मनाएगा। यह भारत के प्रति उनके असाधारण योगदान के प्रति देशवासियों की कार्यांजलि होगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर सभी देशवासियों को राष्ट्रीय एकता दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस बार का राष्ट्रीय एकता दिवस अद्भुत संयोग लेकर आया है। एक तरफ आज हम एकता का उत्सव मना रहे हैं, वहीं दूसरी ओर दीपावली का भी पावन पर्व है। दीपावली दीपों के माध्यम से पूरे देश को जोड़ती है। अब तो दीपावली का पर्व भारत को दुनिया से भी जोड़ रहा है। अनेक देशों में इसे राष्ट्रीय उत्सव की तरह मनाया जा रहा है।

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– ड्रोन शो देख मुख्यमंत्री योगी और केंद्रीय मंत्री सहित हजारों अयोध्यावासी हुए मंत्रमुग्ध

– 500 ड्रोन के जरिए आसमान में उतरा ‘त्रेतायुग’

– जय श्रीराम के जय घोष से गूंज उठी अयोध्या नगरी

– अयोध्या की दिव्यता को ड्रोन शो ने पहुंचाया नए आयाम पर

अयोध्या, 30 अक्टूबर (हि.स.)।आठवें ऐतिहासिक अयोध्या दीपोत्सव समारोह में इस बार का आयोजन ड्रोन शो के जरिए और भी खास रहा, जहां 500 ड्रोन के जरिए त्रेतायुग के भगवान श्रीराम के प्रसंगों को आकाश में सजीव किया गया। इस अनूठे ड्रोन शो ने दीपोत्सव को और भव्य बना दिया। जैसे ही ड्रोन ने भगवान श्रीराम की आकृति उकेरी, समस्त नगरी ‘जय जय श्रीराम’ के जयकारों से गूंज उठी।

पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित इस शो में तकनीकी दक्षता और कला का अद्भुत मिश्रण देखने को मिला। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत ने भी इस नायाब शो का आनंद लिया और इसकी सराहना की। ड्रोन शो ने अयोध्या की दिव्यता को एक नए आयाम पर पहुंचाया, जिसने रामायण की कहानियों को आकाश में जीवंत किया और जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस भव्य आयोजन में भगवान श्रीराम के महाकाव्य को प्रतीकात्मक आकृतियों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया, जो दीपोत्सव में आए श्रद्धालुओं के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बन गया।

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-केवड़िया में मना राष्ट्रीय एकता दिवस मना, राष्ट्रीय एकता के लिए शपथ का आयोजन

राजपीपला, 31 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सरदार पटेल जयंती के अवसर पर गुरुवार सुबह सरदार पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। सुबह आयोजित परेड में उपस्थित रहकर सुरक्षा दलों की परेड की सलामी ली। समारोह में मौजूद सभी लोगों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई।

केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिट के समक्ष प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एकता दिवस परेड में शामिल हुए। इसमें नौ राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश की पुलिस, चार केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, एनसीसी और एक मार्चिंग बैंड की 16 मार्चिंग टुकड़ियां शामिल हुईं।

विशेष आकर्षणों के तहत एनएसजी की हेल ​​मार्च टुकड़ी, बीएसएफ और सीआरपीएफ के महिला और पुरुष बाइकर द्वारा साहसी प्रदर्शन, बीएसएफ द्वारा भारतीय मार्शल आर्ट के संयोजन पर एक शो, स्कूली बच्चों द्वारा पाइप बैंड शो, भारतीय वायु सेना द्वारा ‘सूर्य किरण’ फ्लाईपास्ट आदि शामिल रहा।

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ग्वालियर, 31 अक्टूबर (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से प्रेरित समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत प्रचारक बन्धुओं का वर्ग आज (गुरुवार) शुभ दीपावली पर्व पर मध्य प्रदेश के ग्वालियर में शुरू हो रहा है। आगामी चार नवम्बर तक आयोजित इस वर्ग में देश भर से 31 विविध संगठन के कुल 554 प्रचारक सहभागी होंगे। इस वर्ग का स्वरूप प्रशिक्षणात्मक रहेगा।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ‎अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने जानकारी बताया कि यह अखिल भारतीय वर्ग प्रति चार-पांच वर्ष में एक बार आयोजित होता है। वर्ग में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत एवं सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले सहित संघ के सभी सहसरकार्यवाह तथा अन्य प्रमुख पदाधिकारी सहभागी होंगे। वर्ग में अपेक्षित यह सभी कार्यकर्ता समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में राष्ट्रीयता के भाव से समाज हित में सक्रिय रहते हैं। यह मजदूर, किसानों, विद्यार्थियों तथा सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक एवं ग्रामीण, वनवासी, शहरी क्षेत्र में कार्य पर चर्चा करेंगे।

उन्होंने बताया कि इस वर्ग में व्यक्तिगत कुशलक्षेम, व्यक्तिगत विकास, स्वाध्याय के साथ समाज जीवन के लिये आवश्यक कार्यों की चर्चा एवं परस्पर अनुभव साझा किए जाते हैं। सभी अपने-अपने कार्य व अनुभवों का आदान-प्रदान करते हुए विस्तार से चर्चा करते हैं। राष्ट्रीय एवं सामाजिक कार्यों से जुड़े मुद्दों दिव्यांगजनों, युवा एवं महिला सशक्तीकरण, स्वावलम्बन, सुरक्षा, जैविक कृषि, जल संधारण, पर्यावरण संरक्षण, घुमन्तु कार्य, व्यसन मुक्ति जैसे अन्यान्य विषयों पर निरंतर सक्रिय ये सभी कार्यकर्ता इस वर्ग में मंथन करेंगे।

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श्रीनगर, 29 अक्टूबर (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में सेना के काफिले में शामिल एंबुलेंस पर फायरिंग करने वाले अन्य दाेनाें आतंकवादियों को भी सुरक्षाबलों ने मार गिराया है। इससे पहले साेमवार काे एक आतंकी काे सुरक्षाबलाें ने मार गिराया था। इस तरह सेना की एंबुलेंस पर हमला करने वाले तीनाें आतंकवादियाें काे सुरक्षाबलाें ने ढेर कर दिया है। इस ऑपरेशन में सेना का एक कुत्ता फैंटम भी गोली लगने से शहीद हो गया।

अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने मंगलवार सुबह जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर के एक गांव के पास जंगल में छिपे दो आतंकवादियों को भी मार गिराया है, जिससे नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास 27 घंटे तक चली मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों की संख्या तीन हो गई है।

दरअसल, सोमवार सुबह एलओसी के पास सेना के काफिले में शामिल एंबुलेंस पर तीन आतंकवादियाें ने गोलीबारी की थी। इस पर सुरक्षाबलाें ने जवाबी फायरिंग कर साेमवार काे ही एक आतंकवादी काे मार गिराया था। इसके बाद अन्य दाेनाें आतंकवादियों काे सुरक्षाबलाें ने घेर लिया था। इस कार्रवाई में विशेष बलों और एनएसजी कमांडो और बीएमपी-पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों का इस्तेमाल भी किया गया।

अधिकारियों के अनुसार साेमवार को सेना और पुलिस की संयुक्त टीमों ने साथ बटाल-खौर क्षेत्र के जोगवान गांव में असन मंदिर के पास रात भर की निगरानी की। इसके बाद मंगलवार काे सुबह फिर भीषण गोलीबारी हुई जिसके परिणामस्वरूप सुरक्षाबलों को एक महत्वपूर्ण जीत मिली। इस मुठभेड़ में अन्य दोनाें आतंकवादियाें काे मार गिराया।

सुरक्षाबलों के अथक अभियानों और सामरिक उत्कृष्टता के कारण सेना के वाहन पर हमला करने वाले तीन आतंकवादियों का सफाया हो गया है। सेना की जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर ने एक्स पर एक पोस्ट कर कहा कि इस अभियान में युद्ध जैसे भंडार की सफलतापूर्वक बरामदगी भी हुई है, जो क्षेत्र में सुरक्षा बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि आज दो धमाके हुए और उसके बाद एक घंटे से अधिक समय तक भीषण गोलीबारी हुई, जिसके बाद दूसरा आतंकवादी मारा गया। उन्होंने बताया कि तीसरे आतंकवादी को मार गिराने से पहले एक घंटे तक रुक-रुक कर गोलीबारी होती रही।

इस ऑपरेशन में एक चार वर्षीय बहादुर सेना का कुत्ता फैंटम गोली लगने से शहीद हो गया। पहली बार सेना ने हमले वाली जगह पर निगरानी और घेराबंदी को मजबूत करने के लिए अपने चार बीएमपी-2 पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों को तैनात किया, जबकि छिपे हुए आतंकवादियों का पता लगाने के लिए हेलीकॉप्टर और ड्रोन भी तैनात किए गए। जम्मू क्षेत्र में यह ताजा मुठभेड़ कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि के बीच हुई है जहां पिछले दो हफ्तों में सात हमले हुए है।

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कुरुक्षेत्र/लखनऊ, 28 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के पेहोवा स्थित डेरा सिद्ध बाबा गरीबनाथ
मठ में आयोजित आठमान, बत्तीस धुनी व शंखाढाल भण्डारा कार्यक्रम में उपस्थित हुए। उन्होंने यहां देशभर से पधारे संतों और भक्तजनों को संबोधित किया। उन्होंने सभी को प्रयागराज महाकुंभ में आमंत्रित करते हुए कहा कि सनातन धर्म का ये सबसे बड़ा आयोजन पिछले सभी कुंभों से ज्यादा विराट और भव्य होगा।

आदित्यनाथ ने कार्यक्रम में पधारे हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को विधानसभा चुनाव में जीत की बधाई भी दी। आदित्यनाथ ने प्रदेश की जनता का विशेष रूप से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हरियाणावासियों ने प्रदेश में डबल इंजन की सरकार को फिर से चुनकर भगवान श्रीकृष्ण के उद्घोष ‘परित्राणाय साधुनाम, विनाशाय चदुष्कृताम’ को सिद्ध करके दिखा दिया है। हरियाणा वालों ने दिखा दिया है कि जनता का जनार्दन रूप कैसा होता है। सज्जन शक्ति का संरक्षण और दुर्जन शक्ति को रसातल में पहुंचाना ही परम कर्तव्य है। उन्होंने धर्म के दो हेतुओं अभ्युदय और नि:श्रेयस की चर्चा करते हुए कहा कि अभ्युदय का पालन किये बिना नि:श्रेयस की प्राप्ति संभव नहीं है।

उन्होंने कहा कि धर्म के दो हेतु हैं, पहला अभ्युदय और दूसरा है नि:श्रेयस का। अभ्युदय का अर्थ सांसारिक उत्कर्ष है, जिसमें हम अपने सामर्थ्य के अनुसार अपनी ऊर्जा को लोककल्याण के साथ जोड़ते हैं। इसके लिए हमें सही फैसला लेना होगा। धार्मिक क्षेत्र में अच्छे संत चाहिए होंगे। विकास के लिए सही लोग चुनने होंगे। अच्छे लोगों को चुनेंगे तो परिणाम भी अच्छा आएगा। हरियाणा के लोगों ने अच्छा फैसला किया है।

ये भगवान श्रीकृष्ण के कर्मयोग की धरा है। जिन लोगों ने बुरा किया, उनका परिणाम भी बुरा ही होगा। दूसरा हेतु है नि:श्रेयस का। एक योगी या सद्गृहस्थ अपने अभ्युदय को विस्मृत करके कभी नि:श्रेयस की प्राप्ति नहीं कर सकता। जब सांसारिक उत्कर्ष के लिए निष्काम भाव से काम करेंगे तो परिणाम हमें इसी रूप में देखने को मिलेगा।

ये इस लोक में विकास के साथ लोकमंगल की कामनाओं की सिद्धि का आधार तो तय करेगा ही, इसके बाद वह हमारी मुक्ति का मार्ग भी प्रशस्त करेगा। यही धर्म की दो कामनाएं हैं। इन्हीं कामनाओं को लेकर प्राचीन काल से संतों के समागम होते रहे हैं। समय-समय पर इस धरा धाम को उपकृत करने वाले दैवीय महापुरुषों के माध्यम से जो विशिष्ट घटनाएं घटित हुईं वही हमारे पर्व और त्यौहार बन गये।

उन्होंने अपना संस्मरण सुनाते हुए जूनागढ़ में गुरुगोरखनाथ आश्रम के पूज्य गुरु श्रीत्रिलोकनाथ बाबू जी के भजन का उल्लेख करते हुए कहा कि ‘संत हैं सुहागी, रहते सदा मगन, जाते हैं जिस लोक में करते सदा चमन’। पेहोवा के इस स्थल से अवतारी योगी सत्यनाथ जी की परंपरा को पूरे देश में विस्तार मिला। मगर पिछली चार पीढ़ियों से यहां की स्थिति ठीक नहीं थी। मगर ये प्रसन्नता का विषय है कि महंत शेरनाथ जी ने न केवल पेहोवा, बल्कि मुजफ्फरनगर और शामली के उजड़े हुए पवित्र स्थानों में ‘चमन’ लाकर और सिद्धों की भावनाओं को मूर्तरूप देकर भक्तों के मन में नया विश्वास जागृत किया है।

चार पीढ़ी से पतन की ओर जा रही ये पावन धरा एक योगी के आने के बाद उत्थान की ओर अग्रसर हुई है। यह नाथ संप्रदाय के एक सुप्रसिद्ध सिद्ध योगी गरीबनाथ जी की पावनधरा है। धर्म का मतलब पलायन नहीं होता आदित्यनाथ ने कहा कि ये आयोजन मां सरस्वती के तट पर हो रहा है। सरस्वती नदी को पुनर्जीवन देने का कार्य हरियाणा की सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ कर रही है। अब संतों और आमजन की भी जिम्मेदारी है कि सभी इसके लिए सामूहिक प्रयास करें। जल की एक-एक बूंद को बचाने, जल की शुद्धि, वृक्षारोपण का कार्य, प्राकृतिक और गौ आधारित खेती इस नदी को पुनर्जीवन देने का आधार होगा।

भारत की नदियों के प्रति हमें अपने उत्तरदायित्व का निर्वहन करना होगा। धर्म का मतलब पलायन नहीं होता। किसी योगेश्वर ने पलायन का नाम धर्म नहीं कहा। केरल में जन्म लेने वाले संन्यासी आदि शंकराचार्य ने देश के चार कोनों में जनजागरण और शास्त्रार्थ के माध्यम से चार पीठों की स्थापना का कार्य किया। आज देश उसी रूप में हम सबके सामने हमें देखने को मिल रहा है। विरासत का संरक्षण करके ही सार्थक होगी उज्ज्वल भविष्य की कामना योगी आदित्यनाथ ने काशी विश्वनाथ धाम का उल्लेख करते हुए बताया कि पहले वहं 10 श्रद्धालु भी एक साथ इकट्ठा नहीं हो सकते थे, मगर आज 50 हजार श्रद्धालु एकसाथ जुट सकते हैं।

इसी प्रकार अयोध्या में 500 साल बाद अपने भव्य मंदिर में भगवान श्रीराम विराजमान हो चुके हैं। ऐसे ही 2025 का महाकुंभ भी पहले के सभी कुंभ से विराट और भव्य होगा। दुनिया के इस सबसे बड़े समागम में सनातन धर्म के पूज्य संतों की उपस्थिति होगी। सभी लोकों से जुड़े हुए देवी-देवता, पितृगण और पवित्र आत्माएं भी आएंगी।

पूज्य संतों का सानिध्य हम सबको प्राप्त हो इसके लिए भाजपा की डबल इंजन की सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि हर एक पवित्र स्थल जो हमारे सनातन धर्म, सिद्धों-संतों और अवतारी पुरुषों से जुड़ा हुआ है, उनके संरक्षण के लिए डबल इंजन की सरकार पूरी प्रतिबद्धताके साथ काम कर रही है। विरासत का संरक्षण करके ही हम उज्ज्वल भविष्य की कामना को सार्थक कर पाएंगे। आदित्यनाथ ने दीपावली पर्व की हरियाणावासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विरासत और विकास के अद्भुत संगम से ही 2047 में देश विकसित भारत और दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बनेगा।

इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, वरिष्ठ योगेश्वर श्रीमहंत शेरनाथ जी महाराज, नाथ संप्रदाय के उपाध्यक्ष और राजस्थान विधानसभा के विधायक श्रीमहंत बालकनाथ, समुद्रनाथ जी, योगी कृष्णनाथ जी, चैताईनाथ जी, लहरनाथ जी, राजनाथ जी, पूरननाथ जी महाराज समेत बड़ी संख्या में भक्तजन उपस्थित रहे।

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वडोदरा, 28 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज ने आज यहां सी-295 सैन्य विमान के निर्माण के लिए टाटा एयरबस की असेंबली यूनिट का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स में प्रदर्शनी को भी देखा। इससे पूर्व दोनों ने वडोदरा एयरपोर्ट से टाटा के प्लांट तक करीब पौने तीन किलोमीटर का रोड शो किया।

अक्टूबर 2022 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वडोदरा में फाइनल असेंबली लाइन (एफएएल) का शिलान्यास किया था। अब यहां सैन्य परिवहन विमान बनाए जाएंगे। सी-295 प्रोग्राम के तहत कुल 56 विमान हैं। इनमें से 16 विमानों की आपूर्ति स्पेन से सीधे एयरबस के जरिये की जा रही है और शेष 40 विमानों का निर्माण भारत में किया जाना है। भारत में इन 40 विमानों के निर्माण की जिम्मेदारी टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड की है।

यह केन्द्र भारत में सैन्य विमानों से संबंधित निजी क्षेत्र की पहली फाइनल असेंबली लाइन (एफएएल) होगी। इसमें विमान के निर्माण से लेकर संयोजन, परीक्षण एवं योग्यता, वितरण और विमान के संपूर्ण जीवनचक्र के रखरखाव तक से संबंधित एक संपूर्ण इकोसिस्टम का पूर्ण विकास शामिल होगा। इस कार्यक्रम में टाटा के अलावा, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड जैसी रक्षा से संबंधित सार्वजनिक क्षेत्र की प्रमुख इकाइयों के साथ-साथ निजी क्षेत्र के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम भी योगदान देंगे।

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मुंबई, 27 अक्टूबर (हि.स.)। बांद्रा टर्मिनस रेलवे स्टेशन पर रविवार सुबह यात्रियों की भारी भीड़ की वजह से अचानक भगदड़ मच गई। भगदड़ में 9 यात्री घायल हो गए। इन सभी को तत्काल बांद्रा भाभा अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। घायलों में दो की स्थिति चिंताजनक बताई जा रही है। रेलवे पुलिस घटना की छानबीन कर रही है।

जानकारी के अनुसार आज सुबह बांद्रा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर भारी संख्या में यात्री बांद्रा-गोरखपुर एक्सप्रेस गाड़ी पकड़ने आए थे। इनमें से ज्यादातर यात्री दीपावली और छठ पर्व के लिए अपने घरों को जाने वाले थे।

अत्यधिक भीड़ के बीच यात्री जैसे-तैसे गाड़ी के डिब्बे में सवार होने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान यात्रियों में भगदड़ मच गई।

भगदड़ में सुखबीर, अब्दुल रहमान, परमेश्वर गुप्ता, रवींद्र चौमा, रामसेवक प्रजापति, संजय कांगेय, दिव्यांशी यादव, मोहम्मद शेख, इंद्रजीत साहनी और नूर मोहम्मद शेख घायल हो गए। इन सभी का इलाज बांद्रा भाभा अस्पताल में हो रहा है।

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