धुबरी (असम), 19 दिसम्बर (हि.स.)। ब्रह्मपुत्र नद पर निर्माणाधीन एशिया का सबसे बड़ा 19 किलोमीटर लंबा धुबड़ी-फुलबाड़ी पुल का कार्य 54 प्रतिशत कार्य सम्पूर्ण हो गया है।

धुबड़ी-फुलबाड़ी पुल का कार्य सम्पूर्ण होने से मेघालय से व्यापार के क्षेत्र में बहुत उन्नति होने के साथ साथ-साथ असम होते हुए पड़ोसी देश भूटान और बांग्लादेश के बीच आवाजाही के साथ ही व्यापारिक संबंध मजबूत होंगे।

ज्ञात हो कि धुबड़ी-फुलबाड़ी पुल के कार्य की प्रगति का जायजा लेने के लिए असम विधानसभा के अध्यक्ष विश्वजीत दैमारी के नेतृत्व में 24 सदस्यीय विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल योगीघोपा लॉजिस्टिक पार्क का निरीक्षण करने के बाद निर्माणाधीन धुबड़ी-फुलबाड़ी पुल का दौरा किया।

दौरा के दौरान प्रतिनिधि दल ने पुल का निर्माण कर रही ठेकेदार कंपनी एल एंड टी के अधिकारियों के साथ बैठक की।

निर्माण कार्य का जायजा लेने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए विश्वजीत दैमारी ने कहा, “निर्माण कार्य से पूरी तरह संतुष्ट हूं। धुबड़ी से फुलबाड़ी होते हुए मेघालय को जोड़ने वाले इस पुल के बन जाने पर व्यापार के क्षेत्र में बहुत उन्नति होगी। असम के जरिए भूटान और बांग्लादेश के साथ भी व्यापारिक संबंध मजबूत होंगे।”

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कटरा, 18 दिसंबर (हि.स.)। ताराकोट से सांझीशत तक लगने वाले रोपवे के विरोध में 15 दिसंबर को श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति द्वारा 18 दिसंबर को कटरा बंद की घोषणा की गई थी जिसको लेकर बुधवार को श्री माता वैष्णो देवी मार्ग पर घोड़े, पिट्टू तथा पालकी का काम करने वाले मजदूरों ने श्री माता वैष्णो देवी पुराना दरूड़ के दुकानदारों के साथ ही कटरा के होटल, गेस्ट हाउस व दुकानदारों ने व्यापार बंद रख कर हड़ताल का समर्थन किया।

वहीं कटरा के साथ लगते आसपास के गांवों के ऑटो रिक्शा वालों ने भी हड़ताल का समर्थन करते हुए बंद रखा। सभी व्यापारी वर्ग के लोग कटरा के शालीमार पार्क में सुबह एकत्रित हुए और हजारों की तादाद में लोग जुलूस के रूप में कटरा के मुख्य बाजार से होते हुए मुख्य बस अड्डे से होते हुए जम्मू कटरा मार्ग एशिया चौक पर मार्ग में बैठकर रोपवे का विरोध करते हुए श्राइन बोर्ड के खिलाफ काफी समय तक प्रदर्शन करते रहे। वहीं युवा राजपूत सभा के प्रधान और अन्य सदस्य कटरा के लोगों के समर्थन में कटरा पहुंचे और सरकार से मांग करते हुए कहा कि ताराकोट से लगने वाले रोपवे का काम जल्द से जल्द बंद किया जाए।

इस बीच डीसी रियासी निधि मलिक, एसएसपी रियासी परमवीर सिंह ने अन्य अधिकारियों के साथ संघर्ष समिति के सदस्यों के साथ कुछ समय तक बैठक कर बातचीत की। इसके बाद संघर्ष समिति के सदस्यों ने बताया की रोपवे को लेकर प्रशासन ने उच्च अधिकारियों से बातचीत कर 23 दिसंबर तक का समय मांगा है। 23 दिसंबर को संघर्ष समिति और कटरा के लोगों के साथ साफ-साफ शब्दों में बता दिया जाएगा की रोपवे को लेकर सरकार का रुख क्या है।

फिलहाल संघर्ष समिति द्वारा ऐलान किया गया कि हड़ताल को स्थगित किया जाता है। सभी दुकानदार, होटल, गेस्ट हाउस वाले अपने-अपने काम पर लौट जाएं। वहीं संघर्ष समिति के सदस्यों ने यह भी कहा कि 23 दिसंबर को प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात करने के बाद फिर एक बार शालीमार पार्क में सभी व्यापारी वर्ग के लोग इकट्ठे होंगे और आगे क्या कदम उठाए जाएंगे इस पर फैसला लिया जाएगा।

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मुंबई, 18 दिसंबर (हि.स.)। मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा जा रही नाव के समुद्र में डूबने से अब तक तीन यात्रियों की मौत हो गई है। नाव में सवार 88 यात्रियों में से 77 को बचा लिया गया है और 8 लोग लापता हैं। नौसेना, भारतीय तटरक्षक और बचाव दल की टीम लापता यात्रियों को खोज रही हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना के बाद राहत और बचाव अभियान तेज करने का आदेश दिया है।

दोपहर में हुए इस हादसे को शिवसेना यूबीटी के विधायक सचिन अहीर ने नागपुर में चल रहे विधानपरिषद में उठाया और मुख्यमंत्री से मामले की जानकारी दिए जाने की मांग की। इस पर मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि, ‘हमें रिपोर्ट मिली है कि एलीफेंटा जा रही नीलकमल नाव दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। तत्काल सहायता के लिए नौसेना, तटरक्षक बल, बंदरगाह, पुलिस टीमों की नौकाएं भेजी गई हैं। हम जिला एवं पुलिस प्रशासन से लगातार संपर्क में हैं, बचाव कार्य अभी भी जारी है। जिला प्रशासन को उन सभी प्रणालियों को बचाव कार्य में लगाने के आदेश दिए गए हैं।

मुंबई नगर निगम सूत्रों ने बताया कि हादसाग्रस्त नीलकमल नामक नाव बुधवार को दोपहर सवा तीन बजे एलीफेंटा पर्यटन स्थल की ओर रवाना हुई थी। इस नाव की कुल क्षमता 130 व्यक्तियों की थी, लेकिन नाव में 80 यात्री और 5 नाव के वर्कर सवार थे। नाव एलीफेंटा से करीब तीन किलोमीटर दूर उरन कारंजा के पास थी, उसी समय नेवी की स्पीड बोट ने नाव को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे नाव पलट गई। इस घटना की जानकारी मिलते ही नौसेना, जेएनपीटी, तटरक्षक बल, येलोगेट पुलिस स्टेशन 3 और स्थानीय मछली पकड़ने वाली नौकाओं की मदद से राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है।

एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि मैंने साढ़े तीन बजे ये नाव पकड़ी। 10 किलोमीटर अंदर जाने के बाद एक स्पीडबोट ने हमारी नाव को टक्कर मार दी। इसके बाद हमारी नाव में पानी आने लगा। उस वक्त हमारे ड्राइवर ने हमें लाइफ जैकेट पहनने के लिए कहा। जब तक मैं ऊपर से नीचे आया और लाइफ जैकेट पहना, तब तक नाव में पानी भर चुका था। मैं लगभग 15 मिनट तक तैरता रहा। तब तक दूसरी नाव आ गई और बचाया। हमारी नाव में छोटे-छोटे बच्चे थे। हमें शुरू में लाइफ जैकेट भी नहीं दी गई, जब नाव में पानी आ गया तो हमें लाइफ जैकेट दी गई।

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नई दिल्ली, 18 दिसंबर (हि.स.)। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को लोकसभा को बताया कि वर्तमान में देश में लंबी और मध्यम दूरी की यात्रा के लिए 10 वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों का निर्माण कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि पहला प्रोटोटाइप निर्मित हो चुका है और इसका फील्ड ट्रायल किया जाएगा।

रेल मंत्री ने लोकसभा में एक वक्तव्य में कहा कि इसके अलावा 200 वंदे भारत स्लीपर रेक के निर्माण का काम भी प्रौद्योगिकी भागीदारों को सौंपा गया है। ट्रेन के रोलआउट की समय-सीमा परीक्षणों के सफल समापन पर निर्भर है। 2 दिसंबर तक, देश भर में छोटी और मध्यम दूरी की यात्रा के लिए भारतीय रेलवे के ब्रॉड गेज विद्युतीकृत नेटवर्क पर 136 वंदे भारत ट्रेन सेवाएं चालू हैं।

वैष्णव ने एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा कि भारतीय रेलवे की उत्पादन इकाइयां अप्रैल 2018 से केवल एलएचबी कोच का उत्पादन कर रही हैं। पिछले कुछ वर्षों में एलएचबी कोच का उत्पादन लगातार बढ़ा है। 2014-24 के दौरान निर्मित एलएचबी कोच की संख्या 2004-14 के दौरान निर्मित (2,337) संख्या से 16 गुना (36,933) अधिक है। भारतीय रेलवे (आईआर) ने एलएचबी कोचों की भरमार कर दी है जो तकनीकी रूप से बेहतर हैं और इनमें एंटी क्लाइम्बिंग व्यवस्था, विफलता संकेत प्रणाली के साथ एयर सस्पेंशन और कम संक्षारक शेल जैसी विशेषताएं हैं।

उन्होंने कहा कि “सुगम्य भारत मिशन” (सुलभ भारत अभियान) के हिस्से के रूप में, भारतीय रेलवे दिव्यांगजनों और कम गतिशीलता वाले यात्रियों के लिए सुगमता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है। दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम, 2016 के दिशा-निर्देशों के तहत, रैंप, सुलभ पार्किंग, ब्रेल और स्पर्शनीय संकेत, कम ऊंचाई वाले काउंटर और लिफ्ट व एस्कलेटर जैसी व्यापक सुविधाएं प्रदान की गई हैं। नवंबर 2024 तक, भारतीय रेलवे ने 399 स्टेशनों पर 1,512 एस्कलेटर और 609 स्टेशनों पर 1,607 लिफ्टें स्थापित की थीं, जो पिछले दशक की तुलना में क्रमशः 9 और 14 गुना की उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाता है। इसके अलावा, अधिकांश मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों में चौड़े प्रवेश द्वार, सुलभ शौचालय और व्हीलचेयर पार्किंग वाले समर्पित कोच उपलब्ध हैं, जबकि वंदे भारत ट्रेनें दिव्यांगजनों के लिए स्वचालित दरवाजे, निर्धारित स्थान और ब्रेल साइनेज जैसी सुविधाओं के साथ बेहतर सुगमता प्रदान करती हैं।

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नई दिल्ली, 18 दिसंबर (हि.स.)। कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के बारे में कथित “अपमानजनक टिप्पणी” के लिए इस्तीफे की मांग की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमित शाह को देश से माफी मांगनी चाहिए।

संसद के बाहर पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में खरगे ने कल सदन में संविधान पर बहस के दौरान शाह द्वारा की गई टिप्पणी का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने (अमित शाह) विपक्षी सदस्यों से कहा था कि जितनी बार वे (विपक्षी सदस्य) बाबा साहेब का नाम लेते हैं, अगर उतनी बार वे भगवान का नाम लेंगे तो उन्हें सात बार स्वर्ग मिलेगा।

खरगे ने कहा कि इससे पता चलता है कि गृहमंत्री खुद डॉ. आंबेडकर के संविधान का सम्मान नहीं करना चाहते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने चेतावनी दी कि इस तरह की अपमानजनक टिप्पणी से पूरे देश में गुस्सा फैल सकता है, क्योंकि कोई भी डॉ. आंबेडकर और देश के संविधान का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि शाह को इस्तीफा देना चाहिए और डॉ. आंबेडकर का अपमान करने के लिए देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ कांग्रेस की मांग नहीं है, बल्कि पूरे विपक्ष की मांग है।

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नई दिल्ली, 18 दिसंबर (हि.स.)। रेल मंत्रालय ने अगले साल जनवरी माह में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं को ट्रेनों में मुफ्त यात्रा संबंधी खबरों का खंडन किया है। रेलवे ने कहा है कि महाकुंभ या किसी अन्य अवसर के दौरान मुफ्त यात्रा का कोई प्रावधान नहीं है।

रेल मंत्रालय ने महाकुंभ मेले के दौरान मुफ्त यात्रा के बारे में भ्रामक रिपोर्टों पर स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि भारतीय रेलवे के संज्ञान में आया है कि कुछ मीडिया आउटलेट ऐसी रिपोर्ट प्रसारित कर रहे हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि महाकुंभ मेले के दौरान यात्रियों को मुफ्त यात्रा की अनुमति दी जाएगी।

रेल मंत्रालय ने बयान में ऐसी खबरों को पूरी तरह गलत बताते हुए कहा, “भारतीय रेलवे इन रिपोर्टों का स्पष्ट रूप से खंडन करता है, क्योंकि ये पूरी तरह से निराधार और भ्रामक हैं।”

मंत्रालय ने बयान में यह भी याद दिलाया है कि भारतीय रेलवे के नियमों और विनियमों के तहत वैध टिकट के बिना यात्रा करना सख्त वर्जित है और यह दंडनीय अपराध है। इसमें कहा गया है, “महाकुंभ मेले या किसी अन्य अवसर के दौरान मुफ्त यात्रा का कोई प्रावधान नहीं है।”

बयान में कहा गया है कि भारतीय रेलवे महाकुंभ मेले के दौरान यात्रियों के लिए निर्बाध यात्रा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यात्रियों की अपेक्षित आमद को प्रबंधित करने के लिए विशेष होल्डिंग क्षेत्रों, अतिरिक्त टिकट काउंटरों और अन्य आवश्यक सुविधाओं की स्थापना सहित पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है।

उल्लेखनीय है कि महाकुंभ मेला 13 जनवरी, 2025 को पौष पूर्णिमा स्नान के साथ शुरू होगा और 26 फरवरी, 2025 को महाशिवरात्रि के दिन संपन्न होगा।

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– भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने पर बांग्लादेशी यूएवी मार गिराने का बीएसएफ को निर्देश

नई दिल्ली, 18 दिसंबर (हि.स.)। बांग्लादेश सीमा पर मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) के देखे जाने के बाद मेघालय पुलिस की ओर से सतर्क किये जाने पर वायु सेना ने अपनी निगरानी गतिविधि बढ़ा दी है। राज्य के पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा और शेला के पास बेराकटार टीबी-2 मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) के देखे जाने के बाद भारतीय राडार और लड़ाकू विमान नियमित रूप से इन पर नजर रख रहे हैं। मेघालय सीमा के बहुत नजदीक एक बांग्लादेशी ड्रोन के देखे जाने के बाद निर्देश दिए गए हैं कि भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने पर बांग्लादेशी यूएवी को मार गिराया जाएगा।

भारत-बांग्लादेश सीमा के पास पिछले हफ्ते में कई बार टीबी-2 यूएवी देखे जा रहे हैं। बांग्लादेश में छतक और सुनामगंज के आस-पास के इलाकों में यूएवी उड़ते हुए पाए गए। इसके अलावा सीमा के पास मेघालय राज्य के पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा और शेला के पास बेराकटार टीबी-2 मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) को उड़ते हुए देखा गया है। हालांकि, यूएवी से भारतीय सीमा में आधिकारिक तौर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है, लेकिन सीमा पर तैनात बीएसएफ ने इस बारे में मेघालय सरकार को जानकारी दी। बीएसएफ का मानना है कि यूएवी की तैनाती बांग्लादेश में अशांति के बीच घरेलू स्तर पर अपनी ताकत दिखाने का प्रयास हो सकता है।

बांग्लादेश ने इस साल की शुरुआत में अपने सैन्य आधुनिकीकरण प्रयासों के तहत यह ड्रोन हासिल किए थे। बांग्लादेश के तेजगांव एयरबेस से एक यूएवी संचालित किया गया था, जिसका ट्रांसपोंडर कोड TB2R1071 था। तुर्की कंपनी बायकर ने बेराकटार टीबी-2 यूएवी को विकसित किया है, जिसे निगरानी और सटीक हमला मिशनों में अपनी दोहरी क्षमताओं के लिए जाना जाता है। ये यूएवी 300 किमी. की परिचालन सीमा और 27 घंटे की धीरज के साथ अपनी तरह के सबसे उन्नत में से हैं। सीमा पर टीबी-2 यूएवी देखे जाने की जानकारी मिलने पर मेघालय पुलिस के महानिदेशक इदाशीशा नोंग्रांग ने इस घटना के बारे में भारतीय वायु सेना को भी अवगत कराया। इसके बाद भारतीय वायु सेना ने बांग्लादेश सीमा पर अपनी निगरानी गतिविधि बढ़ा दी है।

सुरक्षाबलों ने कहा कि ऐसी कार्रवाइयां अक्सर पड़ोसियों के लिए सीधे सुरक्षा खतरा पैदा करने के बजाय आंतरिक समर्थन जुटाने का काम करती हैं। भारत सीमा पर निगरानी और खुफिया जानकारी साझा करने के तंत्र को बढ़ाकर स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है। भारतीय सशस्त्र बल अपने हवाई क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संभावित जवाबी उपायों का भी मूल्यांकन कर रहे हैं। बांग्लादेशी सेना के टीबी-2 हमलावर ड्रोन देखे जाने के बाद बीएसएफ को भारत-बांग्लादेश सीमा के निकट उड़ने वाली किसी भी हवाई वस्तु को मार गिराने का निर्देश दिया गया है, इसीलिए भारतीय राडार और लड़ाकू विमान नियमित रूप से इन ड्रोन पर नजर रख रहे हैं।

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जयपुर, 18 दिसंबर (हि.स.)। राजस्थान के बीकानेर स्थित महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के नॉर्थ कैंप में बुधवार को सैन्य अभ्यास के दौरान तोप से फायर करते समय हुए ब्लास्ट में दो जवानों की मौत हो गई जबकि एक अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल जवान को सूरतगढ़ के मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल अमिताभ शर्मा ने बताया कि यह हादसा चार्ली सेंटर पर उस वक्त हुआ जब सैनिक गोला-बारूद लोड कर रहे थे। चार्जर में अचानक विस्फोट होने से तीन जवान इसकी चपेट में आ गए। इस हादसे में जान गंवाने वाले दोनों सैनिकों के नाम और रैंक की जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है।

उल्लेखनीय है कि महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में चार दिनों के भीतर यह दूसरा बड़ा हादसा है। दोनों घटनाओं में कुल तीन जवानों की जान गई है। बीते रविवार को फायरिंग रेंज के ईस्ट कैंप में भी युद्धाभ्यास के दौरान एक जवान की मौत हो गई थी। आर्टिलरी 199 मीडियम रेजिमेंट में तैनात हवलदार चंद्र प्रकाश पटेल (31) निवासी मिर्जापुर, उत्तर प्रदेश, तोप को टोइंग वाहन से अटैच कर रहे थे। इस दौरान तोप फिसल गई और चंद्र प्रकाश उसके और वाहन के बीच में फंस गए। गंभीर हालत में उन्हें सूरतगढ़ आर्मी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। चंद्र प्रकाश 13 वर्षों से सेना में सेवा दे रहे थे। महाजन फील्ड फायरिंग रेंज सेना के अभ्यास के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जहां नियमित तौर पर तोप और अन्य हथियारों का परीक्षण किया जाता है। सेना और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

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नई दिल्ली, 18 दिसंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि कांग्रेस और उसका पारिस्थितिक तंत्र दुर्भावनापूर्ण झूठ से कई वर्षों के अपने कुर्कर्मों को छिपाने की कोशिश कर रहा है। भारत के लोगों ने बार-बार देखा है कि कैसे एक वंश के नेतृत्व वाली पार्टी ने डॉ. अंबेडकर की विरासत को मिटाने और एससी-एसटी समुदाय को अपमानित करने के लिए हर संभव गंदी चाल चली है।

गृहमंत्री अमित शाह के मंगलवार को राज्यसभा में दिए गए एक बयान को कांग्रेस ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान बताया है। इसके चलते पार्टी के सदस्यों ने बुधवार को संसद के दोनों सदनों में हंगामा किया और कामकाज नहीं होने दिया। कांग्रेस के नेता देशभर में इसे मुद्दा बना रहे हैं। दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी ने इसे कांग्रेस का झूठ करार देते हुए पलटवार करना शुरू कर दिया है। स्वयं प्रधानमंत्री ने भी अब इस मुद्दे पर कांग्रेस पर हमला किया है।

प्रधानमंत्री ने कहा, “अमित शाह ने डॉ. अंबेडकर का अपमान करने और एससी-एसटी समुदायों की अनदेखी करने के कांग्रेस के काले इतिहास को उजागर किया। उनके द्वारा प्रस्तुत तथ्यों से वे स्पष्ट रूप से स्तब्ध हैं, यही कारण है कि वे अब नाटकीयता में लिप्त हैं! दुख की बात है कि उनके लिए लोग सच्चाई जानते हैं।”

चरणबद्ध एक्स पोस्ट में प्रधानमंत्री ने कहा कि डॉ. अंबेडकर के खिलाफ कांग्रेस के पापों की सूची में कई विशेष शामिल हैं। डॉ. अंबेडकर को दो बार हराया गया, पंडित नेहरू ने उनके खिलाफ प्रचार किया और उनकी हार को प्रतिष्ठा का मुद्दा बनाया। उन्हें भारत रत्न देने से इनकार किया गया। उनके चित्र को सेंट्रल हॉल में गौरव का स्थान देने से इनकार किया गया। कांग्रेस कितनी भी कोशिश कर ले लेकिन वे इस बात से इनकार नहीं कर सकती की एसटी-एसटी समुदाय के खिलाफ सबसे भयानक नरसंहार उसके शासनकाल में हुए। वर्षों तक सत्ता में रहने के बावजूद भी उन्होंने इन समुदायों को सशक्त बनाने का कोई प्रयास नहीं किया।

मोदी ने कहा कि हमारी सरकार डॉ अंबेडकर के दृष्टिकोण को पूरा करने का अथक प्रयास कर रही है। 25 करोड़ लोगों को गरीबी से निकलना एसटी-एसटी अधिनियम को मजबूत करना, स्वच्छ भारत, पीएम आवास योजना, जल जीवन मिशन, उज्ज्वला योजना और जितनी भी योजनाएं हैं उन्होंने गरीब और हाशिए पर गए लोगों के जीवन को प्रभावित किया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने डॉ. अंबेडकर से जुड़े पांच प्रतिष्ठित स्थानों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित करने का काम किया है। दशकों से चैत्य भूमि की जमीन को लेकर मामला लंबित था। हमारी सरकार ने न केवल इस मुद्दे को सुलझाया, बल्कि ‘मैं वहां प्रार्थना करने भी गया हूं।’ हमने दिल्ली में 26, अलीपुर रोड का भी विकास किया है, जहां डॉ. अंबेडकर ने अपने अंतिम वर्ष बिताए थे। लंदन में वह जिस घर में रहते थे, उसे भी सरकार ने अधिग्रहित कर लिया है।

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नई दिल्ली, 17 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय संविधान (129वां संशोधन) विधेयक, 2024 को लोकसभा में कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने आज प्रस्तुत किया। इस विधेयक को पेश करने के प्रस्ताव को 263 मतों के पक्ष में और 198 मतों के विरोध में पारित किया गया। खास बात यह रही की पहली बार नई संसद में इलेक्ट्रॉनिक तरीके से वोटिंग कराई गई।

कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने वोटिंग की आधुनिक प्रक्रिया पर कटाक्ष करते हुए एक एक्स पोस्ट में कहा कि 129वें संविधान संशोधन विधेयक को पेश करने के लिए मतदान के दौरान संसद में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग विफल हो गई। कई वोटों की गिनती नहीं की गई। अंत में कागजी वोटों से ही सही संख्या का पता चला।

सूत्रों ने उनके इस बयान का खंडन किया है। उनका कहना है कि यह पहला अवसर था जब नई लोकसभा कक्ष में स्वचालित मत रिकॉर्डिंग मशीन का उपयोग किया गया। कुल 369 सांसदों ने अपने मत मशीन के माध्यम से दर्ज किए, जबकि शेष 92 मत पर्चियों के माध्यम से डाले गए। पर्चियों से डाले गए मतों में से 43 पक्ष में और 49 विरोध में थे।

उल्लेखनीय है कि इलेक्ट्रॉनिक तरीके से अब सांसद मत विभाजन के समय अपनी सीट पर लगे लाल, हरे और पीले बटन का इस्तेमाल कर क्रमशः विरोध, समर्थन और भाग नहीं लेने का विकल्प चुन सकते हैं। उनके मतदान के बाद स्क्रीन पर स्पष्ट रूप उनकी सीट नंबर के साथ उनका मत दिखाई देता है।

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नई दिल्ली, 17 दिसंबर (हि.स.)। लोकसभा में आज एक देश-एक चुनाव (वन नेशन-वन इलेक्शन) संविधान (129वां संशोधन) विधेयक पेश होगा।

भाजपा ने कल अपने सभी लोकसभा सांसदों के लिए तीन लाइन का व्हिप जारी किया है। भाजपा के चीफ व्हिप ने कहा है कि दोनों सदनों में कुछ महत्वपूर्ण विधायी कार्यों पर चर्चा होनी है।

इस विधेयक को केंद्रीय कानूनमंत्री अर्जुन राम मेघवाल लोकसभा में पेश करेंगे। बाद में इसे दोनों सदनों की संयुक्त समिति को संदर्भित किया जाएगा। इस विधेयक का मकसद लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराना है।

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नई दिल्ली, 15 दिसंबर (हि.स.)। सुप्रसिद्ध तबला वादक और पद्मविभूषण से सम्‍मानित उस्‍ताद जाकिर हुसैन का रविवार रात में निधन हो गया। 73 वर्षीय जाकिर हुसैन हृदय संबंधी समस्याओं की वजह से अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को शहर में इलाज करा रहे थे। वहीं के एक अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।

तबले की थाप से एक पूरे युग को प्रभावित करने वाले जाकिर हुसैन पिछले कुछ वक्‍त से हृदय संबंधी बीमारी से परेशान थे। उसी का इलाज कराने के लिए वो अमेरिका के शहर सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती थे।

जाकिर हुसैन की प्रबंधक निर्मला बचानी ने बताया कि अमेरिका में रह रहे 73 वर्षीय संगीतकार को रक्तचाप की समस्या थी। साथ ही उन्होंने बताया कि उस्ताद को हृदय संबंधी समस्या भी थी। जिसको लेकर वो पिछले कुछ समय से सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में भर्ती थे।

भारत के सबसे प्रसिद्ध शास्त्रीय संगीतकारों में से एक हुसैन को 1988 में पद्म श्री, 2002 में पद्म भूषण और 2023 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। इसके अलावा हुसैन को पांच ग्रैमी अवॉर्ड से भी नवाजा गया है।

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