शामली (उप्र), 21 जनवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के शामली जिले के झिंझाना में रात को हुई मुठभेड़ में एसटीएफ ने चार बदमाशों ढेर कर दिया। इस दौरान गोली लगने से एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील घायल हो गए। मारे गए बदमाशों में मुस्तफा उर्फ कग्गा गिरोह का एक लाख रुपये का इनामी बदमाश अरशद भी शामिल है।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मुखबिर ने एसटीएफ को सूचित किया था कि अरशद अपने साथियों के साथ झिंझाना थाना क्षेत्र से गुजरने वाला है। इसके बाद एसटीएफ ने घेराबंदी की। बदमाश जब गुजरे तो उन्हें रोकने की कोशिश की। इस पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोली चलानी शुरू कर दी। एसटीएफ ने माकूब जवाब दिया। करीब आधे घंटे चली इस मुठभेड़ में अरशद और उसके तीन साथी घायल हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

कुख्यात अरशद थाना बेहट (सहारनपुर) से लूट के एक मामले में वांछित था। उस पर एडीजी जोन ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। अरशद पर लूट, डकैती और हत्या के एक दर्जन मामले दर्ज थे। मुठभेड़ के दौरान एसटीएफ टीम का नेतृत्व कर रहे इंस्पेक्टर सुनील को कई गोलियां लगी हैं। आनन-फानन में उन्हें करनाल के अमृतधारा अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से उन्हें गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल रेफर किया गया है।

0Shares

कोलकाता, 20 जनवरी (हि.स.) । पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डाक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में सियालदह कोर्ट ने सोमवार को अहम फैसला सुनाया। कोर्ट ने आरोपित सिविक वॉलंटियर संजय रॉय को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। जज अनिर्बाण दास ने आदेश दिया कि संजय को अपनी बाकी की जिंदगी जेल में ही बितानी होगी।

सीबीआई के वकील ने इस मामले को ‘रेयर ऑफ द रेयरेस्ट’ करार देते हुए फांसी की सजा की मांग की थी। उन्होंने तर्क दिया कि पीड़ित एक डॉक्टर थीं, जो ड्यूटी पर थीं। यह न केवल परिवार की, बल्कि पूरे समाज की क्षति है। वहीं, संजय के वकीलों ने फांसी विरोध करते हुए दलील दी कि कानून के तहत दोषी को सुधारने का मौका दिया जाना चाहिए। जज ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कहा कि दोषी को उम्रकैद की सजा दी है। इसके तहत दोषी को आपको अपनी आखिरी सांस तक जेल में रहना होगा।

आज सियालदह कोर्ट के 210 नंबर कोर्टरूम में सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच सुनवाई हुई। जज अनिर्बाण दास ने दोपहर 2:45 बजे अपना अंतिम फैसला सुनाया। इससे पहले संजय ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि उसे फंसाया जा रहा है।

सजा के ऐलान से पहले पीड़ित के माता-पिता कोर्ट पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह उनकी कानूनी लड़ाई का पहला कदम है। उनका मानना है कि संजय अकेला दोषी नहीं है। इस मामले में किसी प्रभावशाली व्यक्ति को बचाने की कोशिश की जा रही है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है। ममता ने कहा कि उन्होंने भी इस जघन्य अपराध के खिलाफ प्रदर्शन में भाग लिया था और दोषी को सख्त सजा मिलने की मांग की थी।

उल्लेखनीय है कि गत नौ अगस्त 2024 को आरजी कर मेडिकल कालेज और अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात एक महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की गई थी। इस घटना के विरोध में राज्य और देश भर व्यापक आंदोलन हुए थे। मामले में दोषी संजय रॉय, जो अस्पताल में सिविक वॉलंटियर के तौर पर कार्यरत था। उसे गिरफ्तार किया गया था। पहले इस मामले की छानबीन राज्य पुलिस कर रही थी। बाद में उसे सीबीआई के हवाले कर दिया गया था। —————-

0Shares

महाकुम्भ हेतु 16 जनवरी, 2025 को चलाई जायेंगी 10 महाकुम्भ मेला विशेष गाड़ियाँ

वाराणसी, 15 जनवरी, 2025: महाकुम्भ-2025 में मकरसंक्रांति के बाद – वाराणसी मंडल के विभिन्न स्टेशनों से/के लिए मेला स्पेशल गाड़ियों का संचालन निम्नवत किया जायेगा ।

– 16 जनवरी, 2025 को 01455 पुणे-मऊ मेला विशेष गाड़ी, पुणे से 10:10 बजे वाया प्रयागराज छिवकी चलाई जायेगी जो दूसरे दिन 22:00 बजे मऊ पहुँचेगी।

– 16 जनवरी, 2025 को 01661 रानी कमलापती-बनारस मेला विशेष गाड़ी, रानी कमलापती से 11.10 बजे वाया प्रयागराज छिवकी चलाई जायेगी जो दूसरे दिन 10:15 बजे बनारस पहुँचेगी।

– 16 जनवरी, 2025 को 09413 साबरमती-बनारस मेला विशेष गाड़ी, साबरमती से 11:00 बजे वाया प्रयागराज छिवकी चलाई जायेगी जो दूसरे दिन 14:45 बजे बनारस पहुँचेगी।

– 16 जनवरी, 2025 को 05267 मुजफ्फरपुर-झूंसी मेला विशेष गाड़ी,मुजफ्फरपुर से 17:15 बजे वाया प्रयागराज छिवकी चलाई जायेगी जो दूसरे दिन 09:55 बजे झूंसी पहुँचेगी।

– 16 जनवरी, 2025 को 05160 झूंसी-भटनी मेला विशेष गाड़ी, झूंसी से 23:15 बजे वाया प्रयागराज छिवकी चलाई जायेगी जो दूसरे दिन 07:45 बजे भटनी पहुँचेगी।

– 16 जनवरी, 2025 को 05268 झूंसी-मुजफ्फरपुर मेला विशेष गाड़ी, झूंसी से 12:00 बजे वाया प्रयागराज छिवकी चलाई जायेगी जो दूसरे दिन 00:25 बजे मुजफ्फरपुर पहुँचेगी।

बनारस-प्रयागराज के मध्य मेला विशेष रिंग रेलगाडियां:-

– 16 जनवरी, 2025 को 04114 बनारस-प्रयागराज मेला विशेष रिंग रेलगाड़ी, बनारस से 04:25 बजे चलाई जायेगी, यह गाड़ी 08:00 बजे प्रयागराज पहुँचेगी।

– 16 जनवरी, 2025 को 04112 बनारस-प्रयागराज मेला विशेष रिंग रेलगाड़ी, बनारस से 17:10 बजे चलाई जायेगी, यह गाड़ी 21:00 बजे प्रयागराज पहुँचेगी।

– 16 जनवरी, 2025 को 04111 प्रयागराज-बनारस मेला विशेष रिंग रेलगाड़ी, प्रयागराज से 06:00 बजे चलाई जायेगी, यह गाड़ी 08:20 बजे बनारस पहुँचेगी।

– 16 जनवरी, 2025 को 04113 प्रयागराज-बनारस मेला विशेष रिंग रेलगाड़ी, प्रयागराज से 17.30 बजे चलाई जायेगी, यह गाड़ी 19:50 बजे बनारस पहुँचेगी।

ज्ञातव्य हो की पौष पूर्णिमा एवं मकर संक्रांति के अवसर पर 12 जनवरी से 15 जनवरी तक कुल 96 मेला स्पेशल गाड़ियों का संचालन वाराणसी मंडल द्वारा कुशलतापूर्वक किया गया है ।

मेला विशेष गाड़ियों के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की जानकारी के लिये रेलवे हेल्पलाइन नम्बर 139 पर डायल कर सकते हैं अथवा राष्ट्रीय गाड़ी पूछताछ प्रणाली (एन.टी.ई.एस.) वेब पोर्टल या मोबाइल एप पर प्राप्त कर सकते हैं।

0Shares

ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के तहत आरपीएफ ने रामबाग रेलवे स्टेशन पर कुंभ मेला यात्री के गुम बच्ची को रिकवर कर परिजनों को सौंपा

वाराणसी: महाकुम्भ मेला में मंगलवार मकर संक्रांति के दिन कुंभ स्नान कर मेला से वापस आ रहे श्रद्धालुओं के भीड़ की दृष्टिगत रामबाग स्टेशन पर तैनात रेलवे सुरक्षा बल के जवानों द्वारा एक गुमशुदा बच्ची जिसका नाम सोनाली कुमारी पिता रंजन गोस्वामी निवासी ग्राम बड़गांव थाना अजीमाबाद जिला आरा भोजपुर बिहार मोबाइल नंबर 9570 521428, जो अपने परिजनों से छूट गई थी. जिसे ऑन ड्यूटी रेलवे सुरक्षा बल स्टाफ द्वारा रामबाग स्थित मेला कंट्रोल रूम में लाया गया. बच्ची से उसके घर का नाम पता प्राप्त कर उद्घोषणा के माध्यम से स्टेशन पर उक्त बच्ची के सकुशल कंट्रोल रूम में होने की सूचना स्टेशन परिक्षेत्र में दी गई.

तदोपरांत बच्ची द्वारा बताए गए मोबाइल नंबर पर उसके परिजनों को भी सूचित किया गया.

कंट्रोल रूम में मौजूद सहायक सुरक्षा आयुक्त मुकेश पंवार द्वारा पूरी तफ्तीश के बाद उक्त लड़की के परिजन के आने पर उन्हें उनकी बच्ची को सही-सलामत सुपुर्द किया गया. बच्ची की उम्र तकरीबन 8 वर्ष है.

0Shares

वाराणसी, 11 जनवरी, 2025ः रेलवे प्रशासन द्वारा प्रयागराज में लगने वाले महाकुम्भ मेला अवधि में निम्नलिखित एक्सप्रेस गाड़ियों को मार्ग परिवर्तित कर चलाया जायेगा। मार्ग परिवर्तन के फलस्वरूप इन गाड़ियों के ठहराव प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर प्रदान किया जायेगा।

मार्ग परिवर्तन-
– छपरा से 29 एवं 30 जनवरी, 2025 को चलने वाली 15159 छपरा-दुर्ग एक्सप्रेस निर्धारित मार्ग वाराणसी-जंघई-प्रयागराज जं.-मानिकपुर के स्थान पर परिवर्तित मार्ग वाराणसी-मिर्जापुर-प्रयागराज छिवकी-मानिकपुर के रास्ते चलाई जायेगी। मार्ग परिवर्तन के फलस्वरूप यह गाड़ी भदोही, जंघई, फूलपुर, प्रयाग, प्रयागराज जं. एवं नैनी जं. स्टेशनों पर नहीं रूकेगी तथा यह गाड़ी प्रयागराज छिवकी पर स्टेशन 15.40 बजे पहुँचकर 15.45 बजे छूटेगी।

– गोरखपुर से 29 जनवरी, 2025 को चलने वाली 11056 गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस
एक्सप्रेस निर्धारित मार्ग ज़फराबाद-जंघई-प्रयागराज जं. मानिकपुर के स्थान पर परिवर्तित मार्ग ज़फराबाद-वाराणसी-मिर्जापुर-प्रयागराज छिवकी-मानिकपुर के रास्ते चलाई जायेगी। मार्ग परिवर्तन के फलस्वरूप यह गाड़ी मड़ियाहूँ, जंघई, फूलपुर, प्रयागराज जं. एवं नैनी जं. स्टेशनों पर नहीं रूकेगी तथा यह गाड़ी प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर 16.50 बजे पहुँचकर 16.55 बजे छूटेगी।

– छपरा से 30 जनवरी, 2025 को चलने वाली 11060 छपरा-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस निर्धारित मार्ग ज़फराबाद-जंघई-प्रयागराज जं.-मानिकपुर के स्थान पर परिवर्तित मार्ग ज़फराबाद-वाराणसी- मिर्जापुर-प्रयागराज छिवकी-मानिकपुर के रास्ते चलाई जायेगी। मार्ग परिवर्तन के फलस्वरूप यह गाड़ी मड़ियाहूँ, जंघई, फूलपुर, प्रयागराज जं. एवं नैनी जं. स्टेशनों पर नहीं रूकेगी तथा यह गाड़ी प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर 16.50 बजे पहुँचकर 16.55 बजे छूटेगी।

– नई दिल्ली से 30 जनवरी, 2025 को चलने वाली 12424 नई दिल्ली-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस निर्धारित मार्ग प्रयागराज जं.-मिर्जापुर-पं. दीन दयाल उपाध्याय जं. के स्थान पर परिवर्तित मार्ग प्रयागराज जं.- प्रयागराज रामबाग-पं. दीन दयाल उपाध्याय जं. के रास्ते चलाई जायेगी।

– नई दिल्ली से 30 जनवरी, 2025 को चलने वाली 12302 नई दिल्ली-हावड़ा एक्सप्रेस निर्धारित मार्ग प्रयागराज जं.-मिर्जापुर-पं. दीन दयाल उपाध्याय जं. के स्थान पर परिवर्तित मार्ग प्रयागराज जं.- प्रयागराज रामबाग-पं. दीन दयाल उपाध्याय जं. के रास्ते चलाई जायेगी।

0Shares

सीएम योगी ने कहा- पहले की सरकारों ने कभी नहीं किया आस्था का सम्मान

महाकुंभनगर, 09 जनवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को महाकुंभ में बने मीडिया सेंटर में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि पहले की सरकारों ने कभी आस्था का सम्मान नहीं किया। आस्था कैसे अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाती है, प्रयागराज इसका उदाहरण बनने जा रहा है। हम आस्था के साथ अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रहे हैं। ये प्रयागराज के साथ साथ पूरे देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करेगा। अकेले प्रयागराज कुम्भ से अर्थव्यवस्था में 2 लाख करोड़ रुपए का ग्रोथ होने का अनुमान है।

मुख्यमंत्री ने कहा है कि महाकुम्भ 2025 अब तक के सभी कुम्भ पर्वों से अधिक दिव्य और भव्य होगा। इस महाकुम्भ में आस्था और आधुनिकता का समागम होगा और यह समागम प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में कैसे खुशहाली ला सकता है, इसका उदाहरण भी बनेगा। उन्होंने कहा कि लाखों लोग इस महासमागम और व्यवस्था के साथ जुड़े हुए हैं।

पत्रकारों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ सांस्कृतिक एकता का ऐसा महायज्ञ है जो पूर्व से पश्चिम तथा उत्तर से दक्षिण न केवल भारतवर्ष को अपितु सम्पूर्ण विश्व को एक नीड़ (घोंसले) में लाकर स्थापित कर देता है। यजुर्वेद का संदर्भ देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यजुर्वेद में कहा गया है “यत्रविश्वं भवत्येक नीडम्” अर्थात जहाँ सम्पूर्ण विश्व एक घोंसले में आ जाता है। महाकुम्भ उसी परिकल्पना का उत्कृष्ट उदाहरण है।

मुख्यमंत्री ने देश भर के पत्रकारों से अपील की कि हमने इस महाआयोजन को एक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और आधुनिक महासमागम के रूप में प्रस्तुत करने की जो योजना बनाई है, उसे अपनी रिपोर्टिंग के माध्यम से पूरी दुनिया में प्रसारित करना होगा, ताकि न केवल प्रयागराज बल्कि उत्तर प्रदेश को दुनिया के बेहतरीन डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित किया जा सके। यह मान्यता प्रयागराज को पहले ही मिल जानी चाहिए थी, लेकिन आपकी रिपोर्टिंग आज प्रयागराज को उसका हक दिलाने में मददगार होगी।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पत्रकार बंधुओं की आवश्यकता और अपेक्षाओं का ध्यान रखते हुए सूचना विभाग द्वारा यह सर्वसुविधायुक्त मीडिया सेंटर तैयार किया गया है। खबरें फाइल करनी हों या इंटरव्यू और पॉडकास्ट, एडिटिंग हो या संदर्भ ग्रंथों की आवश्यकता, आप सभी की हर जरूरत को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। 2019 कुम्भ को आपने आस्था के अद्भुत संगम के रूप में देश और दुनिया के सामने प्रस्तुत किया था। परिणाम था कि यूनेस्को ने प्रयागराज कुम्भ को मानवता की अमूर्त विरासत की मान्यता प्रदान की। इस बार भी विश्व मानता के कल्याण का मार्ग यहां से प्रशस्त हो, इसके लिए यह मीडिया सेंटर आपको समर्पित किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि 12 वर्ष के बाद महाकुम्भ का आयोजन हो रहा है और उसमें भी 144 वर्ष का वह शुभ मुहुर्त आया जो सचमुच आज की पीढ़ी के लिए सौभाग्य की बात है। यह उनके लिए भी गौरव का क्षण है जो जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इस आयोजन से जुड़े हैं। ये हमारा सौभाग्य है कि सनातन गर्व के प्रतीक महाकुम्भ पर्व का आयोजन करने का डबल इंजन सरकार को अवसर प्राप्त हो रहा है।

उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र में 13 अखाड़े स्थापित हो चुके हैं। दंडीबाड़ा, खाकचौक, आचार्यबाड़ा ये सभी व्यवस्थित रूप से यहां संचालित हो रहे हैं। प्रयागवाल भी अपनी व्यवसव्था को आगे बढ़ा रहा है। इस दौरान 25 से 30 लाख कल्पवासी भी अगले एक महीने तक प्रयागराज में रहेंगे। वे भी यहां एक-दो दिन में पर्याप्त मात्रा में प्रवेश कर जाएंगे। सीएम ने कहा कि इस बार 6 प्रमुख स्नान में तीन परंपरागत रूप से शाही स्नान थे जिन्हें पूज्य संतों ने अमृत स्नान के रूप में मान्यता दी है। मौनी अमावस्या के दिन हमारा अनुमान है कि 8 से 10 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज आएंगे। बसंत पंचमी में भी हमारा अनुमान है कि 5-6 करोड़ श्रद्धालु स्नान करने आएंगे। मकर संक्रांति के अवसर पर भी भारी मात्रा में श्रद्धालु आने वाले हैं।

रेलवे ने 3 हजार से अधिक स्पेशल ट्रेनें दी

उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने 3 हजार से अधिक स्पेशल ट्रेनें दी हैं। यहां पर पहले से एयर कनेक्टिविटी के लिए 14 नई फ्लाइट्स जोड़ी गई हैं। 8 हजार से अधिक परिवहन की बसें श्रद्धालुओं को लाने के लिए लगाई गई हैं। 9 रेलवे स्टेशन हैं, जहां श्रद्धालुओं के लिए वेटिंग स्टेशन बनाए गए हैं जिसमें एक लाख लोगों के रुकने की व्यवस्था रहेगी। मोबाइल टिकट भी हर स्टेशन पर उपलब्ध होंगे। डिजिटल डिस्प्ले के माध्यम से सभी परिवहन स्थलों पर गाड़ियों के आने जाने की सूचना मिलेगी।

इस अवसर पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, डीजीपी प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव गृह एवं सूचना एवं जनसम्पर्क संजय प्रसाद सूचना निदेशक शिशिर व अन्य प्रमुख अधिकारीगण उपस्थित रहे।

0Shares

नई दिल्ली, 9 जनवरी (हि.स.)। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए शुक्रवार को राजपत्र अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। इसके साथ ही नामांकन भी शुरू हो जाएंगे। इसके मद्देनजर निर्वाचन आयोग ने कुछ आवश्यक और एहतियाती दिशा-निर्देश दिए हैं।

दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार प्रत्येक नामांकन के साथ सिक्योरिटी डिपाजिट के रूप में 10 हजार रुपये अदा करने होंगे। हालांकि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी) उम्मीदवारों के लिए आधी राशि (सामान्य निर्वाचन क्षेत्रों में भी) लगेगी। जो रिटर्निंग अफसर या सहायक रिटर्निंग अफसर (आरओ/एआरओ) के समक्ष नकद या आरबीआई/ट्रेजरी में जमा किया जाना चाहिए। चेक या बैंक ड्राफ्ट द्वारा कोई जमा स्वीकार्य नहीं होगा।

नामांकन के समय वाहनों और लोगों की संख्या पर भी कुछ प्रतिबंध तय किए गए हैं। किसी उम्मीदवार के काफिले में 100 मीटर की परिधि के भीतर केवल 3 वाहनों को अनुमति दी जाएगी तथा रिटर्निंग अफसर के कार्यालय में प्रवेश करने वाले व्यक्तियों की संख्या 5 (पांच) तक सीमित की जा सकती है, जिसमें उम्मीदवार भी शामिल होगा। कार्यालय से 100 मीटर की परिधि स्पष्ट रूप से चिह्नित होनी चाहिए।

उम्मीदवारों के साथ आने वाले वाहनों और व्यक्तियों की संख्या को सीमित करने के उपरोक्त निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए सहायक पुलिस आयुक्त के पद से नीचे के पुलिस अधिकारी को नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त किया जाना चाहिए। निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए नोडल अधिकारी को पर्याप्त सहायक कार्मिक उपलब्ध कराए जाएंगे। इसका प्रवर्तन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह चुनाव के उम्मीदवार के खर्च से जटिल रूप से जुड़ा हुआ है।

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को नतीजे आएंगे। सम्पूर्ण चुनाव प्रक्रिया 10 फरवरी 2025 तक सम्पन्न हो जानी चाहिए।

0Shares

– आने वाले दिनों में हमारे देश का किसान बनेगा ईंधन दाताः गडकरी

धार, 9 जनवरी (हि.स.)। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के प्रवास के दौरान जिले में स्थित औद्योगिक नगरी पीथमपुर में देश की पहली हाइड्रोजन-सीएनजी बाजा व्हीकल का अनावरण किया। केन्द्रीय मंत्री गडकरी इंदौर पहुंचेंगे और वे वहां ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में इंदौर और आसपास के क्षेत्रों में चल रही नेशनल हाईवे परियोजनाओं की समीक्षा करेंगे।

इस अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि हम लगातार इथेनॉल, बायोडीजल, सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहन के उपयोग को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं। आने वाले दिनों में हमारे देश का किसान हमारा ईंधन दाता बनेगा।

केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि मेरे पास इनोवा कार है, जो इथेनॉल और बिजली से चल रही है। यह जीरो प्रतिशत प्रदूषण करती है। भारत की सभी बड़ी कंपनियां भविष्य को ध्यान में रखते हुए पेट्रोल डीजल के अलावा अन्य पर लगातार काम कर रही हैं। सीएनजी से चलने वाली बाइक बाजार में उपलब्ध हैं, जो एक रुपये प्रति किलोमीटर में चल रही है। हम वायु प्रदूषण को कम करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। महेंद्रा एंड महेंद्रा ने अभी ट्रैक्टर भी बाजार में उतारा है, जो सीएनजी से चल रहा है। गडकरी ने कहा कि पिछले 5 साल में चार करोड़ 50 लाख नौकरियां ऑटो इंडस्ट्री में मिल रही हैं। भारत में महेंद्रा एंड महेंद्रा ऑटो इंडस्ट्री में पहले नंबर पर चल रही है। उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर भारत को ऊर्जा को आयात करने वाले देश से निर्यात करने वाला बनाना है।

अपने संबोधन के बाद केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने यहां देश की पहली हाइड्रोजन-सीएनजी बाजा व्हीकल का अनावरण किया। एटीवी व्हीलकल की टेक्नोलॉजी वॉल्वो आयशर की ओर से उपलब्ध कराई गई है। यह पांच फीसदी हाइड्रोजन और सीएनजी के मिश्रण से चलती है। इसका इंजन ग्रीव्स कॉटन का बाइ-फ्यूल इंजेक्शन है, जो स्थिर गतिशीलता की दिशा में बड़ा कदम है। वॉल्वो ग्रुप इंडिया की उपाध्यक्ष मारिया एबेसन ने बताया कि 2025 में सीएनजी में पांच फीसदी हाइड्रोजन मिश्रण का इस्तेमाल किया जाएगा। वर्ष 2026 में इसे बढ़ाकर 18 फीसदी किया जाएगा।

केन्द्रीय मंत्री गडकरी पीथमपुर से लौटकर इंदौर पहुंचेंगे और यहां ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में इंदौर और आसपास के क्षेत्रों में चल रही नेशनल हाईवे परियोजनाओं की समीक्षा करेंगे। गडकरी इंदौर में नाथ मंदिर के दर्शन के लिए भी जाएंगे।

0Shares

सुकमा, 9 जनवरी (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के सुकमा एवं बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षा बलों के साथ गुरुवार को हुई मुठभेड़ में तीन नक्सली मारे गए। घटनास्थल से विस्फोटक सामग्री और अन्य नक्सली सामग्री बरामद की गई हैं। मारे गए तीनों नक्सलियों की शिनाख्त की जा रही है।

पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने पत्रकारों को बताया कि एक दिन पहले बुधवार को सुकमा एवं बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सुकमा डीआरजी, एसटीएफ एवं कोबरा की संयुक्त टीम नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर सर्च ऑपरेशन के लिए रवाना हुई थी।

गुरुवार सुबह करीब 10 बजे कंछाल और पल्लीगुड़ा के जंगल में सुरक्षा बल के जवान सर्चिंग करते हुए इलाके में आगे बढ़ रहे थे। इस दौरान घात लगाए नक्सलियों ने सुरक्षा बल के जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने भी जवाबी फायरिंग शुरू की। दोनों और से करीब 07 घंटे तक रुक-रुककर फायरिंग हुई। सुरक्षा बलों को भारी पड़ता देख नक्सली भाग खड़े हुए। घटनास्थल की सर्चिंग के दौरान तीन नक्सलियों का शव बरामद किया गया। तीनों नक्सलियों की शिनाख्त की कार्रवाई की जा रही है।

0Shares

– राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, प्रधानमंत्री संग्रहालय और दिल्ली के अन्य प्रमुख स्थानों का भी दौरा करने का ​मौका मिलेगा

नई दिल्ली, 09 जनवरी (हि.स.)। इस बार नई दिल्ली के ​कर्तव्य पथ पर​ गणतंत्र दिवस ​परेड​ के 10​ हजार विशेष अतिथि​ साक्षी बनेंगे।​राष्ट्रीय महत्व के आयोजनों में जनभागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से 26 जनवरी को​ परेड देखने के लिए ​इन्हें आमंत्रित किया गया है। ​गणतंत्र दिवस परेड का गवाह बनने को विविध पृष्ठभूमि वाले भारत के उन स्वर्णिम निर्माताओं को आमंत्रित किया गया है​, जिन्‍होंने सरकार की योजनाओं का सर्वोत्तम उपयोग करते हुए अपने-अपने क्षेत्रों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। ​विशेष अतिथि​यों को ​राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, प्रधानमंत्री संग्रहालय और दिल्ली के अन्य प्रमुख स्थानों का भी दौरा करने का ​मौका मिलेगा​।

​दरअसल, प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग ने​ ग्राम पंचायतों के बीच एक राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता की थी। ​कम से कम छह प्रमुख योजनाओं में लक्ष्य हासिल ​करने वाली पंचायतों ​ को विशेष अतिथि के रूप में चुना गया​ है।​ आमंत्रित अतिथियों में कुछ स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के माध्यम से आय और रोजगार सृजन तथा पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित करने के लिए अनुकरणीय कार्य कर रहे हैं। खाद्य, पोषण, स्वास्थ्य, जल स्वच्छता और सफाई, पंचायती राज संस्थाओं​ और लैंगिक गतिविधियों के क्षेत्रों में काम करने ​वालों को भी आमंत्रित किया गया है। ​

​इसके अलावा पीएम-जन मन मिशन प्रतिभागियों, आदिवासी कारीगरों​, वन धन विकास योजना के सदस्यों, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति वित्त एवं विकास निगम उपक्रमों, आशा कार्यकर्ताओं, मा​ई भारत स्वयंसेवकों को ​भी परेड देखने के लिए आमंत्रित किया गया है।​ आपदा राहत और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले आपदा राहत कार्यकर्ताओं, पानी समिति, जल योद्धाओं, सामुदायिक संसाधन व्यक्तियों, वन और वन्य जीव संरक्षण स्वयंसेवकों को पहली बार गणतंत्र दिवस परेड देखने के लिए ​न्योता भेजा गया है। पीएम सूर्य घर योजना और पीएम कुसुम के तहत पर्यावरण संरक्षण और अक्षय ऊर्जा के उपयोग में सहयोग करने वाले किसानों और परिवारों को भी पहली बार आमंत्रित किया गया है।

​रक्षा मंत्रालय ने पैरा-ओलंपिक दल के सदस्य, शतरंज ओलंपियाड पदक विजेता, ब्रिज वर्ल्ड गेम्स रजत पदक विजेता और स्नूकर वर्ल्ड चैंपियनशिप स्वर्ण पदक विजेता को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है​, क्योंकि उन्होंने अपने-अपने खेतों में अपने प्रदर्शन से देश को गौरवान्वित किया है। नवाचार और उद्यमशीलता की भावना को प्रोत्साहित करने के लिए, पेटेंट धारकों​ और स्टार्टअप को भी विशेष अतिथि के रूप में शामिल किया गया है। देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत स्कूली बच्चे ​गणतंत्र दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे।​ यह सभी बच्चे अखिल भारतीय स्कूल बैंड प्रतियोगिता और वीर गाथा प्रतियोगिता के विजेता बनकर उभरे हैं​।

0Shares

नई दिल्ली, 8 जनवरी (हि.स.)। दिल्ली समेत उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में गुरुवार सुबह घना कोहरा छाने की संभावना है। भारत मौसम विभाग ने गुरुवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बुधवार को आईएमडी के वैज्ञानिक सोमा सेन ने कहा कि हाल ही में उत्तर भारत के ऊपर से एक पश्चिमी विक्षोभ गुजरा है। इसके प्रभाव से क्षेत्र में बारिश और हवा चली है। कुछ क्षेत्रों में घना कोहरा भी छाया जिससे तापमान के गिरवाट में कमी नहीं आई। उन्होंने बताया कि बुधवार को हवा की गति कम हो गई है, इसलिए आज सुबह की तुलना में कल सुबह कोहरे की स्थिति बढ़ जाएगी।

सोमा सेन ने बताया कि उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में तापमान में 3-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। गुरुवार से दक्षिण-पूर्वी हवा चलने से तापमान बढ़ना शुरू हो जाएगा। नमी बढ़ेगी। इससे न्यूनतम तापमान में वृद्धि होने लगेगी। कोहरे की संभावना भी बढ़ जाएगी। गुरुवार को दिल्ली सहित पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में बहुत घना कोहरा छाए रहने की संभावना है, इसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

10-12 जनवरी से उत्तर-पश्चिम भारत में दिखेगा पश्चिमी विक्षोभ का असर

मौसम विभाग के अनुसार ताजा पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी हवाओं के कारण 10-12 जनवरी से उत्तर-पश्चिम भारत को प्रभावित हो सकते हैं। इसके कारण पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में हल्की एवं मध्यम से लेकर काफी व्यापक वर्षा, बर्फबारी की संभावना है और इसी अवधि के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों और आसपास के मध्य भारत में हल्की वर्षा की संभावना है। 11 जनवरी को हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर और 11 – 12 जनवरी को उत्तराखंड में गरज के साथ बारिश की संभावना है। 11 जनवरी को राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर ओलावृष्टि की भी संभावना है।

दक्षिण भारत में चक्रवाती परिसंचरण का होगा असर

मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और उससे सटे भूमध्यरेखीय हिंद महासागर पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण उत्तरी तमिलनाडु और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है। इसके प्रभाव में 11 और 12 जनवरी को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में कुछ स्थानों पर तथा 12 जनवरी को केरल और माहे में गरज के साथ हल्की से मध्यम वर्षा और बिजली गिरने की संभावना है, जबकि 11 जनवरी को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है। इसलिए मछुआरों को 08 और 10 जनवरी को दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में और 09 जनवरी को दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों में समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।

0Shares

नई दिल्ली, 8 जनवरी (हि.स.)। केंद्र सरकर ने वी नारायणन को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का नया अध्यक्ष बनाया है। वे 14 जनवरी को एस. सोमनाथ की जगह लेंगे। नारायणन की नियुक्ति 14 जनवरी से दो साल की अवधि के लिए रहेगी। यह जानकारी आधिकारिक अधिसूचना में दी गई।

इसरो के नये अध्यक्ष डॉ. वी. नारायणन अभी लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम्स सेंटर (एलपीएससी) के निदेशक हैं। नारायणन ने लगभग चार दशक तक अंतरिक्ष संगठन में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। रॉकेट और अंतरिक्ष यान प्रणोदन उनकी विशेषज्ञता का क्षेत्र है। वह जीएसएलवी एमके इल वाहन के सी25 क्रायोजेनिक प्रोजेक्ट के परियोजना निदेशक भी थे। 1984 में नारायणन इसरो में शामिल हुए और केंद्र के निदेशक बनने से पहले विभिन्न पदों पर कार्य किया।

शुरुआत में करीब साढ़े चार साल तक उन्होंने विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) में साउंडिंग रॉकेट्स और एएसएलवी और ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) के ठोस प्रणोदन क्षेत्र में काम किया। 1989 में उन्होंने आईआईटी-खड़गपुर में प्रथम रैंक के साथ क्रायोजेनिक इंजीनियरिंग में एम.टेक पूरा किया और लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम सेंटर (एलपीएससी) में क्रायोजेनिक प्रोपल्शन क्षेत्र में शामिल हुए। लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम सेंटर, वलियामाला के निदेशक के रूप में जीएसएलवी एमके III के लिए सीई20 क्रायोजेनिक इंजन विकसित करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान है। उनके कार्यकाल में एलपीएससी ने इसरो के विभिन्न मिशनों के लिए 183 लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम और कंट्रोल पावर प्लांट बनाए हैं।

डॉ. नारायणन को कई पुरस्कार और सम्मान मिले हैं। उन्हें आईआईटी खड़गपुर से रजत पदक मिला है। एस्ट्रोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (एएसआई) ने उन्हें स्वर्ण पदक से सम्मानित किया है। एनडीआरएफ से उन्हें राष्ट्रीय डिजाइन पुरस्कार भी मिला है।

0Shares