New Delhi, 22 जुलाई (हि.स.)। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का अपने पद से दिया गया इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने स्वीकार कर लिया है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनकी भूमिका को रेखांकित किया है।

उपराष्ट्रपति ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा  दिया था

गृह मंत्रालय ने संविधान के अनुच्छेद 67ए के तहत अधिसूचना जारी कर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे की सूचना दी है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

प्रधानमंत्री ने की उत्तम स्वास्थ्य की कामना

प्रधानमंत्री मोदी ने आज एक्स पोस्ट में कहा, “जगदीप धनखड़ जी को भारत के उपराष्ट्रपति सहित कई भूमिकाओं में देश की सेवा करने का अवसर मिला है। मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।”

उल्लेखनीय है कि संसद के मानसून सत्र की शुरुआत में ही उपराष्ट्रपति का इस्तीफा सबके लिए आश्चर्य की तरह था। उनके इस्तीफे के बाद नए उपराष्ट्रपति को लेकर अटकलें शुरू हो गई हैं।

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नई दिल्ली, 18 जुलाई (हि.स.)। केंद्र सरकार ने 21 जुलाई से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र से एक दिन पहले यानी 20 जुलाई, रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। सत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए यह बैठक बुलाई गयी है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार, संसद भवन एनेक्सी के मुख्य बैठक कक्ष में पूर्वाह्न 11 बजे से आयोजित सर्वदलीय बैठक में दोनों सदनों के फ्लोर लीडर को आंमत्रित किया है। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। बैठक में सरकार सभी दलों के समक्ष आगामी मानसून सत्र का एजेंडा रखेगी।

संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से 21 अगस्त तक प्रस्तावित है। इसमें कुल 21 बैठकें होंगी। 12 से 18 अगस्त तक कोई बैठक नहीं होगी। इसमें सात लंबित विधेयकों को विचार और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया गया है। आठ विधेयकों को पुरःस्थापन, विचार और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया गया है।

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वाराणसी, 18 जुलाई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांवड़ यात्री पूरी श्रद्धा और भक्ति भावना से यात्रा करते हैं, लेकिन कुछ लोग उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें उपद्रवी और आतंकवादी तक बोला जाता है। यह मानसिकता हर प्रकार से भारत की विरासत और आस्था को अपमानित करने का काम कर रही है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दो दिवसीय वाराणसी दौरे के अन्तिम दिन शुक्रवार को यहां राजघाट स्थित वसंता महिला महाविद्यालय में आयोजित ‘बिरसा मुंडा की विरासत, आदिवासी सशक्तीकरण और राष्ट्रीय आंदोलन’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। इस संगोष्ठी का आयोजन महाविद्यालय और भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था।

मुख्यमंत्री योगी ने कांवड़ यात्रा को बदनाम करने और जातीय संघर्ष को हवा देने वालों को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर जातीय संघर्ष फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने ऐसे लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि इस बारे में समाज को सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कांवड़ यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा, “आज कांवड़ यात्री अपनी भक्ति भावना से 200, 300, 400 किलोमीटर तक कांवड़ उठाकर हर-हर बम बोलते हुए चले जाते हैं, लेकिन उनका भी मीडिया ट्रायल होता है। उन्हें उपद्रवी और आतंकवादी तक बोला जाता है। यह मानसिकता हर प्रकार से भारत की विरासत और आस्था को अपमानित करने का काम कर रही हैं। यही लोग सोशल मीडिया पर फेक अकाउंट बनाकर जातीय संघर्ष फैलाने का काम करते हैं”….। समाज को बांटने का काम करते हैं। ऐसे लोगों से हमें सावधान रहना चाहिए।

उन्होंने कहा कि कुछ लोग समाज के बीच विघटन पैदा कर लोगों को मुख्यधारा से अलग करने का काम करते हैं। इनके ऐसे ही कारनामे हैं। उन्होंने ऐसे लोगों के खिलाफ सख्ती का संदेश देते हुए आम लोगों को भी सतर्क किया। उन्होंने एक घटना का उल्लेख कर कहा कि दो—तीन साल पहले ऐसे ही एक घटना हुई थी। एक आगजनी की घटना में एक व्यक्ति केसरिया भगवा गमछा ओढ़े था, बीच में अचानक गमछा निकलने पर उसके मुंह से निकला या अल्लाह…। समाज की एकता में ऐसे लोग बाधक है। ऐसे लोगों को चिन्हित करना चाहिए।

ऐसे लोग बातों से नहीं मानते-

मुख्यमंत्री ने कहा कि सावन का महीना चल रहा है। इससे पहले मुहर्रम था, हमने नियम बना दिये थे कि ताज़िये की लंबाई सीमित रखें। इससे बिजली,पेड़ की टहनी को नुकसान पहुंचता था। मुहर्रम पर नियम नहीं मानने पर जौनपुर में घटना हो गई । ताजिया को इतना ऊंचा किया कि हाई टेंशन लाइन की चपेट में आकर तीन लोग मारे गए। बाद में उपद्रव हुआ, तो मैंने कहा लाठी मारो इनको, बातों से नही मानेंगे। इसका किसी ने विरोध नही किया।

भगवान बिरसा मुंडा को स्मरण किया-संगोष्ठी में मुख्यमंत्री ने आदिवासी समाज के योगदान को भी सराहा और भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा, “भगवान बिरसा मुंडा ने आदिवासी समाज के अधिकारों के लिए संघर्ष किया। वह हमारे लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। जनजाति समाज हमेशा हमारे साथ खड़ा रहा है, चाहे वह भगवान राम के साथ हो, भगवान श्रीकृष्ण के साथ हो, हल्दीघाटी युद्ध के समय हो, या फिर महाराणा प्रताप और शिवाजी महाराज के समय हो।”

संगोष्ठी में मौजूद पद्मश्री अशोक भगत ने भी बिरसा मुंडा की बहुआयामी विरासत पर चर्चा की। संगोष्ठी का उद्देश्य बिरसा मुंडा की विरासत को और अधिक उजागर करना था। साथ ही आदिवासी समाज की भूमिका को समाज में सही ढंग से प्रस्तुत करना था। इस संगोष्ठी पर 100 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत होने हैं। जो आदिवासी अधिकारों, सामाजिक न्याय और पर्यावरण संरक्षण के विभिन्न पहलुओं पर आधारित हैं।

महाविद्यालय की संयोजक प्रो. अंजना सिंह ने बताया कि यह सेमिनार बिरसा मुंडा की बहुआयामी विरासत का पता लगाने का एक प्रयास है, जिसमें उनके द्वारा आदिवासी अधिकारों, सामाजिक न्याय और पर्यावरण संरक्षण के लिए किए गए योगदानों को समझा जाएगा।

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रायपुर, 18 जुलाई (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हिरासत में ले लिया है।

सूत्रों ने बताया कि ईडी ने शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यह कार्रवाई की है। ईडी ने भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य के ठिकानों पर आज सुबह से छापेमारी शुरू की थी।

बताया जा रहा है कि चैतन्य को रायपुर कार्यालय ले जाया गया है। जैसे ही भूपेश बघेल के समर्थकों को चैतन्य के हिरासत में लेने की खबर मिली, वहां नारेबाजी शुरू हो गई है।

भूपेश बघेल के पूर्व मीडिया सलाहकार विनोद वर्मा ने पत्रकारों को बताया कि इससे पहले जब ईडी ने दबिश दी थी उस दिन भूपेश बघेल का जन्मदिन था और आज जब टीम ने दबिश दी है, चैतन्य बघेल का जन्मदिन है। चैतन्य को आज ईडी हिरासत में लेकर गई है। सूत्रों का कहना है की उन्हें मनी लांड्रिंग के सिलसिले में हिरासत में लिया गया है।

ईडी के छापे की कार्यवाही के बीच मानसून सत्र के अंतिम दिन भूपेश बघेल विधानसभा पहुंचे हैं। भिलाई तीन पदुम नगर स्थित अपने आवास से विधानसभा के लिए रवाना होने से पूर्व, भूपेश बघेल ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान आरोप लगाया था कि भाजपा सरकार केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा था कि जिसे जो करना है वह कर ले मुझे न्याय पालिका पर भरोसा है।

उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि मुझे तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है परंतु मैं हार नहीं मानूंगा।

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पूर्वी चंपारण,18 जुलाई(हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को मोतिहारी पहुंचे। हैलीपैड से वे खुली गाड़ी से लोगों का अभिवादन करते हुए मंच तक पहुंचे। खुली गाड़ी में उनके साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद रहे।

इस दौरान उनकी गाड़ी पर फूलों की बारिश होती रही। लोग भारत माता की जय की नारे लगाते रहे। उल्लेखनीय है,कि पीएम मोदी ने मोतिहारी के इस भव्य कार्यक्रम के दौरान बिहार को 7,196 करोड़ की परियोजनाओं की शुरुआत की। जिसमे सड़क एवं परिवहन राजमार्ग मंत्रालय की 1,173 करोड़, इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की 63 करोड़, रेलवे की 5,398 करोड़ की परियोजनाएं शामिल है।

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इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने पीएम आवास योजना के 40 हजार लाभार्थियों को 162 करोड़ ट्रांसफर किये। साथ साथ करीब 12 हजार लाभार्थियों का वर्चुअल तरीके गृह प्रवेश कराया गया। उन्होने पूर्वी चंपारण के लिए 700 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने 4 अमृत भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जिसमे राजेन्द्र नगर टर्मिनल (पटना से नई दिल्ली),दरभंगा से लखनऊ (गोमती नगर),बापूधाम (मोतिहारी से दिल्ली) (आनंद विहार टर्मिनल) मालदा टाउन से लखनऊ (गोमती नगर) शामिल है।

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पटना, 18 जुलाई (हि.स.)। बिहार के पूर्वी चंपारण जिला मुख्यालय मोतिहारी में शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू-राबड़ी के शासनकाल की याद दिलाते हुए कहा कि पहले क्या हाल था, आप सभी जानते हैं। 2005 से पहले यहां कोई काम नहीं होता था।

मुख्यमंत्री नीतीश ने आज प्रधानमंत्री की मोतिहारी जनसभा में अपने संबोधन में कहा कि जब नवम्बर 2005 में भाजपा और जदयू की सरकार बनी, तब से लेकर 20 साल से हम काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार की तरफ से लोगों के हित में बिहार में बहुत काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सात निश्चय-2 के तहत युवाओं को 10 लाख सरकारी नौकरी और 29 लाख लोगों को रोजगार दिया गया है। अब अगले 5 साल में एक करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार देंगे।

नीतीश ने कहा कि पहले वे लोग (लालू-राबड़ी) कुछ भी पैसा नहीं लगाते थे। हमलोग धीरे-धीरे विकास के लिए पैसा बढ़ाते गए। हम सब काम कर रहे हैं।

उन्होंने केंद्र सरकार की सराहना करते हुए कहा कि बहुत काम किया गया है। सभी क्षेत्रों में तेजी से काम हो रहा है। शिक्षा और स्वास्थ्य पर बहुत काम हुआ है। पुल-पुलिया, सात निश्चय, हर घर बिजली, शौचालय, टोलों को पक्की सड़क से जोड़ने का काम किया गया है।

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने बिहार में 125 यूनिट मुफ्त बिजली देने का ऐलान किया है। इसका प्रस्ताव आज ही कैबिनेट में पारित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस पर हमने आपस में बात कर ली है। यहां से जाते ही शाम में प्रस्ताव पारित हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जहां कमी देख रहे, उसका समाधान कर रहे हैं। 50 हजार करोड़ की 430 योजनाओं की स्वीकृति दी है। प्रधानमंत्री ने बजट में आर्थिक सहायता दी। पर्यटन, बाढ़ के लिए पैसा दिए हैं। मखाना बोर्ड, एयरपोर्ट स्थापना, कोसी परियोजना जैसे काम कराए हैं।

इससे पहले सभा में मौजूद सभी लोगों को नीतीश कुमार ने एक्सरसाइज करवा दिया। नीतीश ने कहा- ऐ खड़ा हो, सब खड़ा हो। फिर सभा में मौजूद सभी लोगों को खड़ा करवाकर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत कराया। इसके बाद मंच पर बैठे प्रधानमंत्री भी अपनी कुर्सी से उठ गए और हाथ जोड़कर जनता का अभिवादन किया।

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15 जुलाई (हि.स.)। विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से शिष्टाचार मंगलवार को भेंट की और राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की शुभकामनाएं प्रेषित कीं।

जयशंकर ने  द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति के बारे में अवगत कराया

डॉ जयशंकर ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों के साथ चीनी राष्ट्रपति से मुलाकात की। उन्होंने राष्ट्रपति शी जिनपिंग को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शुभकामना संदेश प्रेषित किये। इसके साथ ही द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति के बारे में अवगत कराया।

विदेश मंत्री ने एक्स पर इससे जुड़ी तस्वीर भी साझा की। उन्होंने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति शी को हमारे द्विपक्षीय संबंधों में हाल ही में हुई प्रगति से अवगत कराया। इस संबंध में वे दोनों देशों नेताओं के मार्गदर्शन को महत्व देते हैं। विदेश मंत्री चीन के तियानजिन में होने वाली एससीओ विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने यहां की यात्रा पर हैं। कल उन्होंने अपने चीनी समकक्ष के साथ वार्ता की थी। इसमें उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों में हालिया सकारात्मक प्रगति को बनाए रखने और सीमावर्ती मुद्दों के समाधान की आवश्यकता पर बल दिया था। उन्होंने कहा था कि यह आवश्यक है कि हम अपने संबंधों के प्रति एक दूरदर्शी दृष्टिकोण अपनाएँ और रणनीतिक संवाद को नियमित करें।

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– रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने की सीसीटीवी कैमरा परियोजना की समीक्षा

नई दिल्ली, 13 जुलाई (हि.स.)। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने रविवार को ट्रेनों में सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के उद्देश्य से इंजनों और कोचों में सीसीटीवी कैमरे लगाने की प्रगति की समीक्षा की। इस समीक्षा बैठक में रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया। रेल मंत्री से यात्रियों की सुरक्षा से संबंधित कई महत्वपूर्ण निर्देश अधिकारियों को दिए।

समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों ने जानकारी दी कि उत्तर रेलवे के लोको इंजनों और कोचों में सीसीटीवी कैमरों का सफल परीक्षण किया जा चुका है। रेल मंत्री ने सभी 74,000 कोचों और 15,000 लोको में सीसीटीवी कैमरे लगाने की अनुमति दे दी है। प्रत्येक कोच में चार डोम कैमरे लगाए जाएंगे, जिनमें से दो प्रत्येक प्रवेश द्वार पर होंगे। लोकोमोटिव में छह सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जो इंजन के आगे, पीछे और दोनों तरफ की निगरानी करेंगे। साथ ही, इंजन की आगे और पीछे की कैब में एक-एक डोम कैमरा और दो डेस्क माउंटेड माइक्रोफोन भी लगाए जाएंगे।

अधिकारियों ने बताया कि ये कैमरे नवीनतम मानकों वाले होंगे और मानकीकरण, परीक्षण और गुणवत्ता (एसटीक्यूसी) प्रमाणित होंगे, जिससे कि बेहतर निगरानी संभव हो सकेगी।

केंद्रीय रेल मंत्री ने भी बैठक के दौरान अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं। उन्होंने अपने निर्देश में कहा है कि ये कैमरे तेज़ गति (100 किमी प्रति घंटे से अधिक) पर भी स्पष्ट वीडियो रिकॉर्ड करें और कम रोशनी में भी अच्छी क्वालिटी की फुटेज दें। उन्होंने यह भी कहा कि इंडिया एआई मिशन के तहत कैमरों द्वारा रिकॉर्ड किए गए डेटा का विश्लेषण करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग किया जा सकता है।

बैठक के दौरान रेल मंत्री ने यात्रियों की गोपनीयता का विशेष ध्यान रखते हुए आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल से रेलवे को सुरक्षित और संरक्षित बनाने पर भी जोर दिया।

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Mumbai, 13 जुलाई (हि.स.)। दक्षिण भारतीय सिनेमा के प्रतिष्ठित अभिनेता कोटा श्रीनिवास राव का निधन हो गया है। उन्होंने 83 वर्ष की आयु में आज सुबह करीब 4 बजे अंतिम सांस ली। वे उम्र संबंधी कई स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। उनके निधन की खबर से फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भी गहरा दुख व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।

अभिनेता कोटा श्रीनिवास राव के निधन से न सिर्फ साउथ भारतीय सिनेमा, बल्कि पूरी भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को गहरा सदमा लगा है। आंध्र प्रदेश के कांकीपाडु में जन्मे श्रीनिवास एक प्रतिष्ठित परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनके पिता, डॉ. सीता राम अंजनेयुलु, एक जाने-माने चिकित्सक थे। हालांकि श्रीनिवास का झुकाव शुरू से ही अभिनय की ओर था। विज्ञान में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने कॉलेज के दिनों में थिएटर के प्रति अपने जुनून को जीवित रखते हुए स्टेट बैंक में नौकरी भी की, लेकिन अभिनय का प्रेम इतना गहरा था कि वे जल्द ही रंगमंच और फिर सिनेमा की दुनिया में पूरी तरह रम गए।

श्रीनिवास विजयवाड़ा ईस्ट सीट से आंध्र प्रदेश विधानसभा में विधायक भी रहे थे

भारतीय सिनेमा के चमकते सितारे कोटा श्रीनिवास राव का फिल्मी और राजनीतिक सफर एक प्रेरणा की मिसाल है। वे ऐसे कलाकार थे, जिन्होंने न सिर्फ पर्दे पर अभिनय का जादू बिखेरा, बल्कि थिएटर, राजनीति और निजी जीवन में भी चुनौतियों को स्वीकार कर उन्हें अपना जीवन दर्शन बना लिया। वर्ष 1999 से 2004 तक उन्होंने विजयवाड़ा ईस्ट सीट से आंध्र प्रदेश विधानसभा में विधायक भी रहे थे। एक सच्चे जनप्रतिनिधि और समर्पित अभिनेता के रूप में श्रीनिवास ने समाज के विविध पहलुओं को नज़दीक से देखा और उन्हें अपनी अदाकारी के माध्यम से सजीव रूप में प्रस्तुत किया। उनका सफर, संघर्षों से भरा होते हुए भी असाधारण उपलब्धियों से सजा रहा।

कोटा श्रीनिवास राव को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए पद्मश्री सहित राज्य के प्रतिष्ठित नंदी पुरस्कार समेत कई बड़े सम्मान प्राप्त हुए। अपने चार दशकों से भी लंबे करियर में उन्होंने 700 से अधिक फिल्मों में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई। महेश बाबू, जूनियर एनटीआर, प्रभास और अल्लू अर्जुन जैसे दिग्गज कलाकारों के साथ काम करते हुए उन्होंने हर पीढ़ी के दर्शकों को प्रभावित किया। अपने हर किरदार में पूरी तरह डूब जाने की उनकी कला ने उन्हें खास बनाया। सिर्फ तेलुगु सिनेमा ही नहीं, श्रीनिवास ने कई हिंदी फिल्मों में भी अपनी छाप छोड़ी। सरकार, डार्लिंग, बागी और लक जैसी फिल्मों में उनका अभिनय आज भी याद किया जाता है।

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New Delhi, 13 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राज्यसभा के लिए चार नए सदस्यों उज्ज्वल देवराव निकम, सी. सदानंदन मास्टे, हर्षवर्धन श्रृंगला और मीनाक्षी जैन को मनोनीत किया है।

गृह मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक भारत के संविधान के अनुच्छेद 80 की उपधारा (1) के उपखंड (क) में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तथा उक्त अनुच्छेद की उपधारा (3) के साथ पठित होकर राष्ट्रपति ने नामित सदस्यों के सेवानिवृत्त होने से उत्पन्न रिक्तियों की पूर्ति हेतु राज्यसभा में उज्ज्वल देवराव निकम, सी. सदानंदन मास्टर, हर्षवर्धन श्रृंगला तथा डॉ. मीनाक्षी जैन को नामित किया है।

नामित सदस्यों में उज्ज्वल देवराव निकम जाने-माने अधिवक्ता हैं जिन्होंने मुंबई आतंकी हमले में जिंदा पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकी अजमल कसाब को फांसी तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। जबकि सी. सदानंदन मास्टर केरल के वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता और शिक्षाविद् हैं। हर्षवर्धन श्रृंगला भारत के पूर्व विदेश सचिव हैं। मीनाक्षी जैन प्रख्यात इतिहासकार एवं शिक्षाविद् हैं। ये नामांकन पूर्व में नामित सदस्यों की सेवानिवृत्ति के कारण खाली पड़ी सीटों को मद्देनजर किए गए हैं।

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New Delhi, 12 जुलाई (हि.स)। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट एआई-171 का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान हादसे पर 15 पन्नों की प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। एएआईबी की प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक, जेट ईंधन स्विच हवा में 1 सेकंड के अंतराल पर बंद हो गए और एक पायलट को यह कहते हुए सुना गया कि “मैंने ईंधन बंद नहीं किया।”

एयर इंडिया की फ्लाइट एआई-171 अहमदाबाद में 12 जून को भीषण दुर्घटना का शिकार हो थी 

अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट एआई-171 अहमदाबाद में 12 जून को भीषण दुर्घटना का शिकार हो गई। हादसा इतना भयावह था कि कुछ ही सकेंड में लोगों की जान चली गई। मृतकों में 229 यात्री, 12 क्रू सदस्य और 19 जमीन पर मौजूद लोग शामिल थे।

विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट आने के बाद एयरलाइन ने ‘एक्‍स’ पोस्‍ट पर जारी बयान में लिखा है, एयर इंडिया एआई-171 हादसे से प्रभावित परिवारों और अन्य लोगों के साथ एकजुटता से खड़ी है। हम इस क्षति पर शोक व्यक्त करते हैं, इस कठिन समय में सहायता प्रदान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। हमें एएआईबी द्वारा आज, 12 जुलाई, 2025 को जारी प्रारंभिक रिपोर्ट प्राप्त होने की सूचना है। एयर इंडिया नियामकों सहित हितधारकों के साथ मिलकर काम कर रही है। हम एएआईबी और अन्य प्राधिकारियों के साथ उनकी जांच में पूर्ण सहयोग जारी रखेंगे। इस जांच की सक्रिय प्रकृति को देखते हुए, हम विशिष्ट विवरणों पर टिप्पणी करने में असमर्थ हैं और ऐसी सभी पूछताछ एएआईबी को भेज रहे हैं।

एयर इंडिया की एआई-171 विमान हादसे के प्रमुख घटनाक्रम

एएआईबी ने इस हादसे पर 15 पन्नों की प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें कई सारे चौकाने वाले खुलासे हुए हैं। ऐसे में शुरुआत से लेकर अबतक इस विमान हादसे में क्या-क्या हुआ एक नजर डालते हैं।

12 जून को टाटा की अगुवाई वाली एयर इंडिया का करीब 12 साल पुराना बोइंग 787-8 विमान वीटी-एएनबी, उड़ान भरने के कुछ ही देर के बाद गुजरात के अहमदाबाद में बीजे मेडिकल कॉलेज के आवासीय परिसर पर गिरकर हादसे का शिकार हो गया। ये विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था।

इस विमान में चालक दल के 12 सदस्यों समेत कुल 242 लोग सवार थे। हादसे में केवल एक यात्री बच पाया। विमान दुर्घटना में यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के अलावा भी कई लोगों की जानें गईं। विमान हादसे में कुल 260 लोग मारे गए।

इस हादसे में जीवित बचे यात्री विश्वास कुमार रमेश (45) ‘11ए’ सीट पर बैठे थे। यह सीट आपातकालीन निकास द्वार के पास की खिड़की वाली सीट थी। वह ब्रिटेन के नागरिक हैं।

अहमदाबाद की यह विमान दुर्घटना बोइंग के सबसे ज्यादा बिकने वाले 787 विमान की पहली ऐसी घातक दुर्घटना है जिसमें विमान पूरी तरह से नष्ट हो गया।

विमान हादसों की जांच करने वाली एजेंसी एएआईबी ने 13 जून को इस विमान हादसे की जांच शुरू की और एक बहु-विभागीय टीम गठित की।

केंद्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बहु-विभागीय समिति 13 जून को गठित की गई जिसका उद्देश्य विमान दुर्घटना के पीछे के कारणों की जांच करना और भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकने के लिए व्यापक सुझाव देना था।

इस विमान के ‘कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर’ (सीवीआर) और ‘फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर’ (एफडीआर) बरामद किए गए। इनमें से एक 13 जून को दुर्घटनास्थल से और दूसरा 16 जून को मलबे से मिला था।

ब्लैक बॉक्स को पूरी सुरक्षा में 24 जून को वायुसेना के विमान के जरिए अहमदाबाद से दिल्ली लाया गया। फ्रंट ब्लैक बॉक्स 24 जून को एएआईबी लैब, दिल्ली पहुंचा।

इस विमान के रियर ब्लैक बॉक्स एक दूसरी एएआईबी टीम द्वारा लाया गया और 24 जून को शाम पांच बजकर 15 मिनट पर एएआईबी लैब, दिल्ली पहुंचा। ब्लैक बॉक्स से डेटा निकालने की प्रक्रिया 24 जून को शुरू हुई।

25 जून को फ्रंट ब्लैक बॉक्स से ‘क्रैश प्रोटेक्शन मॉड्यूल’ (सीपीएम) सुरक्षित रूप से निकाला गया। ‘मेमोरी मॉड्यूल’ को सफलतापूर्वक एक्सेस कर उसमें मौजूद डेटा को डाउनलोड किया गया।

संयुक्त राष्ट्र की संस्था ‘अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन’ (आईसीएओ) के विशेषज्ञ को जांच में पर्यवेक्षक का दर्जा दिया गया है।

इस विमान दुर्घटना के एक दिन बाद नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयर इंडिया एयरलाइंस के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर बेड़े की सुरक्षा जांच को और बढ़ाने का आदेश दिया। एयर इंडिया ने अपने बोइंग 777 विमान बेड़े की भी सघन जांच का निर्णय लिया है।

एयर इंडिया एयरलाइंस की मूल कंपनी टाटा संस ने पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की। इसके अलावा एयर इंडिया विमान हादसे के शिकार परिजनों को 25 लाख रुपये का अंतरिम मुआवजा भी दे रही है।

एयर इंडिया ने प्रभावित परिवारों को मानसिक आघात से उबारने और मनोवैज्ञानिक सहायता देने के लिए प्रशिक्षित मनोवैज्ञानिकों की एक टीम तैनात की है।

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New Delhi, 12 जुलाई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को रोजगार मेले में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों में नियुक्त हुए युवाओं को 51 हजार से अधिक नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस बार 16वां रोजगार मेला देशभर के 47 स्थानों पर आयोजित किया गया।

भारत के पास दो असीमित शक्तियां हैं, एक डेमोग्राफी और दूसरी डेमोक्रेसी: प्रधानमंत्री

इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज 51 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। ऐसे रोजगार मेलों के माध्यम से अब तक लाखों नौजवानों को भारत सरकार में स्थायी नौकरी मिल चुकी है। अब ये नौजवान राष्ट्र निर्माण में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को नियुक्ति पत्र देने का अभियान लगातार जारी है और बिना पर्ची बिना खर्ची के नौकरी हमारी पहचान भी है। प्रधानमंत्री ने अपनी पांच देशों की हालिया यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि हमने अन्य देशों के साथ जो भी समझौते किए हैं, उनसे हमारे युवाओं को निश्चित रूप से लाभ होगा। उन्होंने कहा कि आज दुनिया मान रही है कि भारत के पास दो असीमित शक्तियां हैं। एक डेमोग्राफी और दूसरी डेमोक्रेसी यानि सबसे बड़ी युवा आबादी और सबसे बड़ा लोकतंत्र।

उन्होंने कहा कि स्टार्टअप्स, इनोवेशन और रिसर्च का जो इकोसिस्टम आज देश में बन रहा है वो देश के युवाओं का सामर्थ्य बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार का जोर प्राइवेट सेक्टर में रोजगार के नए अवसरों के निर्माण पर भी है। हाल ही में सरकार ने रोजगार से जुड़ी प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दी है।

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