-तवांग में ऑक्सीन की कमी से हुआ निधन

इटानगर (एजेंसी): संस्कार भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री अमिर चंद का शनिवार को अरुणाचल प्रदेश के तवांग में निधन हो गया। उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गयी है।

विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, उनका निधन तवांग में ऑक्सीजन की कमी से होना बताया गया है। ऑक्सीजन लेबल कम होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका 56 वर्ष की अल्पायु में निधन हो गया। जानकारी के अनुसार उनके पार्थिव शरीर को तवांग से हवाई मार्ग से दिल्ली ले जाया जाएगा। उनके पार्थिव शरीर को लाने के लिए कई कार्यकर्ता तवांग के लिए रवाना हो गये हैं।

उल्लेखनीय है कि अमिर चंद ने असम समेत पूरे पूर्वोत्तर में लंबे समय तक संस्कार भारती के लिए काम किया। उनका पूर्वोत्तर से काफी लगाव था। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बलिया जिला के रहने वाले थे। इनका मुख्य केंद्र दिल्ली था।

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रायपुर (एजेंसी): राजधानी रायपुर रेलवे स्टेशन पर आज सुबह डेटोनेटर फटने से सीआरपीएफ के चार जवान जख्मी हो गये। सुबह करीब साढ़े 6 बजे स्टेशन पर ये हादसा हुआ है। जवान डेटोनेटर को एक बोगी से दूसरे बोगी में ले जा रहे थे, उसी दौरान ये ब्लास्ट हो गया। एक जवान को रायपुर के नारायणा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार सीआरपीएफ की 211 बटालियन के जवान स्पेशल ट्रेन से जम्मू जा रहे थे। ग्रेनेड डमी कारतूस बॉक्स में रखा था । सामान ट्रेन की बोगी में रखते ही फट गया। हवलदार विकास चौहान को गंभीर रूप से जख्मी होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जवानों का इलाज अभी चल रहा है। सभी की स्थिति अभी सामान्य है। घायल जवानों में चवन विकास लक्ष्मण, रमेश लाल, रविंद्र कर, सुशील, दिनेश कुमार पैकरा हैं।

रायपुर के एसपी ने बताया कि आज सुबह साढ़े 6 बजे झारसुगुड़ा से जम्मू तवी जा रही सीआरपीएफ की स्पेशल ट्रेन प्लेटफार्म नंबर दो पर खड़ी थी। इसमें तीन कंपनी की शिफ़्टिंग हो रही थी। सामान लोडिंग के दौरान इगनाइटर सेट और एसडी कार्तिज जो की ट्यूब लॉन्चिंग में यूज होता है, का एक बॉक्स लोडिंग के दौरान स्पेशल ट्रेन के बोगी नंबर 9 के गेट के पास हाथ से छूट गया। इससे ब्लास्ट हुआ, जिसमें 4 जवान घायल हो गये। इनमें से एक हेड कांस्टेबल को नारायणा हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। शेष जवान प्राथमिक चिकित्सा के बाद ट्रेन के साथ रवाना हो गए।

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देहरादून: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पांच नवंबर को केदारनाथ आएंगे। इस दौरान वह बाबा केदार के दर्शन के साथ ही केदारनाथ में द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण का शिलान्यास कर सकते हैं। प्रधानमंत्री का माहभर में उत्तराखंड का यह दूसरा दौरा होगा।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने प्रधानमंत्री के पांच नवंबर के प्रस्तावित केदारनाथ दौरे की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि पहले प्रधानमंत्री की जनसभा का कार्यक्रम भी निर्धारित किया जा रहा था। चार नवंबर को दीपावली होने के चलते यह संभव नहीं हो पा रहा है।

बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री इस दौरान केदारनाथ में आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का लोकार्पण करने के साथ ही द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण का शिलान्यास कर सकते हैं। शंकराचार्य की प्रतिमा का कार्य अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में पूरा होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री एम्स ऋषिकेश में सात अक्टूबर को आक्सीजन प्लांट के लोकार्पण के मौके पर आए थे तो माना जा रहा था कि वह केदारनाथ भी जाएंगे, लेकिन उनका वहां का कार्यक्रम नहीं बन पाया।

वहीं केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह 29 एवं 30 अक्टूबर को उत्तराखंड प्रवास पर रहेंगे। इस दौरान वह सहकारिता विभाग की मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना की लांचिंग भी करेंगे। इसे लेकर सहकारिता विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।सूत्रों के अनुसार दो दिवसीय प्रवास के दौरान वह एक दिन हरिद्वार अथवा ऋषिकेश में निजी दौरे पर रहेंगे। एक दिन सरकारी आयोजन में रहकर अगले दिन चुनाव को ध्यान में रखते हुए संगठन को धार देंगे।

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नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. मनमोहन सिंह की सेहत में अब सुधार है। डॉ. सिंह की बुधवार को अचानक तबीयत खराब होने के चलते उन्हें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के हृदय रोग विभाग में भर्ती कराया गया था। यहां विशेषज्ञों का एक पैनल पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. सिंह का इलाज कर रहा है। एम्स ने शुक्रवार को एक बयान में बताया कि डॉ. सिंह की सेहत में अब सुधार है।

वहीं, कांग्रेस की ओर से भी एक बयान में कहा गया है कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. सिंह की सेहत में सुधार है। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव प्रणव झा ने बताया कि डॉ. सिंह की सेहत अब पहले से बेहतर है, लेकिन कुछ लोग सोशल मीडिया पर उनके स्वास्थ्य को लेकर अफवाह फैला रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि पूर्व प्रधानमंत्री की निजता का सबको सम्मान करना चाहिए। झा ने कहा कि हम लोग डॉ. सिंह के शीघ्र स्वस्थ्य होने की कामना करते हैं।

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सिलीगुड़ी: यात्रियों से भरे एक वाहन के गुरुवार रात खाई में गिरने से तीन यात्रियों की मौत हो गई। इस हादसे में तीन अन्य लोग घायल हो गए। दुर्घटना मिरिक के जामबरी गोलाई घयाबारी में हुई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती रात यात्रियों से भरा डब्ल्यूबी 73 एफ 1476 नंबर वाला वाहन (वैगनार) मिरिक के जामबरी गोलाई घयाबारी में अचानक अनियंत्रित होकर खाई में गिर गया। जिस वक्त यह हादसा हुआ, वाहन में चालक सहित छह यात्री सवार थे। हादसे में मौके पर ही दो यात्रियों की मौत हो गई जबकि एक यात्री की मौत सुकना अस्पताल ले जाते समय रास्ते में हो गई। वहीं, एक महिला और दो बच्चों को सिलीगुड़ी स्थित एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है।

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नई दिल्ली: देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 97 करोड़, 14 लाख कोरोनारोधी टीके लगाए जा चुके हैं। इस अभियान में पिछले 24 घंटों में 30 लाख से ज्यादा टीके लगाए गये।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों को अब तक 100 करोड़ टीके की खुराक नि:शुल्क उपलब्ध कराई जा चुकी है। राज्यों के पास अभी भी 10 करोड़, 53 लाख टीके की खुराक मौजूद हैं।

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कानपुर देहात: इटावा से कानपुर जा रही मालगाड़ी ट्रेन हादसे का शिकार हो गई। ट्रेन के लगभग 22 बोगी पटरी से उतर गए और कुछ बोगी पलट भी गई। भोर पहर हुई इस घटना से इलाके में डर का माहौल बन गया। फिलहाल मालगाड़ी खाली थी और कोई जन हानि नहीं हुई है । लेकिन हादसा भयावह रहा और लोग सवारी गाड़ी होने पर हादसे के मंजर की कल्पना कर रहे थे।

कानपुर देहात के अंबियापुर में भोर पहर लगभग चार बजे अचानक धमाकेदार आवाज सुनाई दी, जिसको सुनकर इलाके के लोग जागे और तेज आवाज की तरफ यानी रेलवे ट्रैक की ओर भागने लगे। इलाकाई लोगों ने मौके पर जाकर देखा तो एक मालगाड़ी के कई डिब्बे पटरी से उतरे और पलटे हुए थे। घटना को देख सभी सहम गए क्योंंकि अभी यहां के लोग रूरा ट्रेन हादसे को भुला नहीं पाए हैं।

दरअसल इटावा से कानपुर की ओर जा रही मालगाड़ी शुक्रवार भोर पहर अचानक रूरा स्टेशन के लगभग सात किलोमीटर दूर अंबियापुर में पलट गई। ट्रेन 22 डिब्बे पटरी से उतर गए और पलट गए। सूचना मिलते ही मौके जीआरपी, आरपीएफ और स्थानीय रेलवे प्रशासनइपहुंच गया और घटना की जांच करने लगा। पटरी से उतरे डिब्बे एक दूसरे पर चढ़ गए थे। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितना बड़ा हादसा है। यह खाली मालगाड़ी इटावा से कानपुर की तरफ़ जा रही थी। ट्रेन पलटने का अभी कोई कारण स्पष्ट नहीं है और न ही कोई अधिकारी कुछ बताने को तैयार है।

बड़ा हादसा टला
बीते कुछ वर्ष पहले रूरा में एक पैसेंजर गाड़ी पलट गई थी जिसमे दो लोगों की मौत हुई थी और 30 से ज्यादा लोग गंभीर घायल हो गए थे। जिसको लेकर अभी भी यहां के लोग उस सदमे से उभर नही पाए थे। मालगाड़ी पलटने से जनहानि तो नही हुई पर अंदाजा लगाया जा रहा है कि मालगाड़ी की जगह अगर पैसेंजर गाड़ी होती तो बड़ा हादसा हो सकता था।

नुकसान और समस्याएं
मालगाड़ी पलटने से हालांकि जन हानि तो नही हुई पर रेलवे प्रशासन को इससे नुकसान जरूर बहुत होगा। सबसे बड़ी बात तो जिस रूट पर मालगाड़ी पलटी है वह रूट अब प्रभावित होगा और यहां से जाने वाली कई गाड़ियों के आवागमन में परेशानी होगी।

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को विजयदशमी के मौके पर सात नई रक्षा कंपनियां राष्ट्र को समर्पित करेंगे। रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लिए इनका गठन किया गया है। नई कंपनियां शत प्रतिशत सरकारी होंगी लेकिन ये कॉरपोरेट की तर्ज पर कार्य करेंगी। ये कंपनियां मौजूदा 41 आयुध फैक्टरियों को मिलाकर बनाई गई हैं।

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने गुरुवार को बताया कि विजयदशमी के शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15 अक्टूबर को दोपहर करीब 12:10 बजे इन नई रक्षा कंपनियों को राष्ट्र को समर्पित करने के लिए रक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में वीडियो संबोधन देंगे। इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिहं, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और रक्षा उद्योग संघों के प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।

इनका जिक्र करते हुए पीएमओ ने कहा कि सरकार ने देश की रक्षा तैयारियों में आत्मनिर्भरता के लिए सुधार के उपाय के रूप में आयुध निर्माणी बोर्ड को एक विभाग से सात पूरी तरह से सरकारी स्वामित्व वाली कॉर्पोरेट संस्थाओं में बदलने का फैसला किया है। यह कदम कार्यात्मक स्वायत्तता और दक्षता को बढ़ाएगा और नई विकास क्षमता और नवाचार को उजागर करेगा।

सात नई रक्षा कंपनियों में मुनिशन्स इंडिया लिमिटेड (एमआईएल), बख्तरबंद वाहन निगम लिमिटेड (अवनी), एडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड (एडब्ल्यूई इंडिया), ट्रूप कम्फर्ट्स लिमिटेड (टीसीएल), यंत्र इंडिया लिमिटेड (वाईआईएल), इंडिया ऑप्टेल लिमिटेड (आईओएल) और ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड (जीआईएल) शामिल हैं।

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को नवरात्रि के नौंवे दिन मां सिद्धिदात्री का नमन करते हुए देशवासियों को महानवमी की शुभकामनाएं दीं।

प्रधानमंत्री मोदी ने माता के भक्तों के लिए मां सिद्धिदात्री की स्तुति साझा करते हुए ट्वीट किया, नवरात्रि में महानवमी के पावन अवसर पर मां सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना होती है। मेरी कामना है कि उनके आशीर्वाद से हर किसी को अपनी सिद्धि की प्राप्ति हो।

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नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बुधवार अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया है।

जानकारी के अनुसार डॉ. मनमोहन सिंह को एम्स के हृदय रोग विभाग में भर्ती कराया गया है। मनमोहन सिंह को बाजू और सीने में दर्द की शिकायत होने के बाद अस्पताल लाया गया था। उनको हलका बुखार भी था। जहां उनका हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. नीतीश नायक की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है।

हाल ही में डॉ मनमोहन सिंह ने 89वां जन्मदिन मनाया था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोनिया गांधी उनका हाल-चाल जानने एम्स जा सकती हैं। संप्रग सरकार में 2004 से 2014 तक वह देश के प्रधानमंत्री रहे। वर्तमान में राजस्थान से राज्यसभा सदस्य हैं।

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– प्रगति मैदान में नए प्रदर्शनी परिसर में हॉल संख्या 2 से 5 का भी किया उद्घाटन

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के अवसंरचना परिदृश्य से जुड़े एक ऐतिहासिक आयोजन के तहत बुधवार को यहां प्रगति मैदान में ‘पीएम गतिशक्ति – मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी के लिए राष्ट्रीय मास्टर प्लान’ का शुभारंभ किया। सभी विभाग अब केंद्रीयकृत पोर्टल के माध्यम से एक-दूसरे की परियोजनाओं पर नजर रख सकेंगे।

इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने प्रगति मैदान में नए प्रदर्शनी परिसर में हॉल संख्या 2 से 5 का भी रिमोट का बटन दबाकर उद्घाटन किया। इससे पहले प्रधानमंत्री ने यहां हाल संख्या पांच में फोटो प्रदर्शनी का दौरा किया और प्रगति मैदान के पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया। भारत व्यापार संवर्धन संगठन का प्रमुख कार्यक्रम, भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला (आईआईटीएफ) 2021 भी इन नए प्रदर्शनी हॉल में 14-27 नवंबर के दौरान आयोजित किया जाएगा।

इस अवसर पर केन्द्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि व्यापार मंत्रियों की जी20 बैठक में उन्होंने पीएम गतिशक्ति अवसंरचना योजना की झलकियां साझा कीं थीं। उन्होंने कहा कि विकसित देशों के मंत्री भी इस योजना से चकित थे कि कैसे पूरे बुनियादी ढांचे की योजना को एक मंच पर लागू किया जा रहा है। गोयल ने कहा कि जी20 भारत में पहली बार 2023 में अपना विश्व सम्मेलन आयोजित करेगा। यह सम्मेलन प्रगति मैदान के नए परिसर में ही होगा।

इस अवसर पर सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, पोत परिवहन (शिपिंग) मंत्री सर्बानंद सोनेवाल, विद्युत मंत्री आर के सिंह, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद रहे।

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, भारत में अवसंरचना या बुनियादी ढांचागत सुविधाओं के निर्माण में पिछले कई दशकों से अनगिनत समस्याएं आड़े आती रही थीं। विभिन्न विभागों के बीच समन्वय का घोर अभाव देखा जाता था। उदाहरण के लिए, एक बार कोई सड़क बन जाने के बाद अन्य एजेंसियां भूमिगत केबल, गैस पाइपलाइन, इत्यादि बिछाने जैसी गतिविधियों के लिए निर्मित सड़क को फिर से खोद देती थीं। इससे न केवल लोगों को भारी असुविधा होती थी, बल्कि यह एक फिजूलखर्ची भी होती थी। इस समस्या के समाधान के लिए आपस में समन्वय बढ़ाने के ठोस प्रयास किए गए ताकि सभी केबल, पाइपलाइन, इत्यादि एक साथ बिछाई जा सकें। अनुमोदन प्रक्रिया में काफी समय लगने, तरह-तरह की नियामक मंजूरियां लेने, इत्यादि समस्याओं के समाधान के लिए भी अनेक ठोस कदम उठाए गए हैं। पिछले सात वर्षों में सरकार ने समग्र दृष्टिकोण के जरिये बुनियादी ढांचागत सुविधाओं या अवसंरचना पर अभूतपूर्व ध्यान देना सुनिश्चित किया है।

पीएम गतिशक्ति प्रमुख अवसंरचना परियोजनाओं के लिए समस्त पक्षों के लिए समग्र योजना को संस्थागत रूप देकर पिछले सभी मुद्दों को सुलझाएगी। एक-दूसरे से अलग-थलग रहकर योजना बनाने और डिजाइन तैयार करने के बजाय परियोजनाओं को एक साझा नजरिए से तैयार और कार्यान्वित किया जाएगा। इसमें विभिन्न मंत्रालयों और राज्य सरकारों की अवसंरचना योजनाओं जैसे कि भारतमाला, सागरमाला, अंतर्देशीय जलमार्गों, शुष्क तथा भूमि बंदरगाहों, उड़ान, इत्यादि को शामिल किया जाएगा। कनेक्टिविटी बेहतर करने एवं भारतीय व्यवसायों को और भी अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए टेक्सटाइल क्लस्टर, फार्मास्युटिकल क्लस्टर, रक्षा कॉरिडोर, इलेक्ट्रॉनिक पार्क, इंडस्ट्रियल कॉरिडोर, फिशिंग क्लस्टर, एग्री जोन जैसे आर्थिक क्षेत्रों को कवर किया जाएगा। इसमें विभिन्न प्रौद्योगिकियों का भी व्यापक उपयोग किया जाएगा जिनमें बीआईएसएजी-एन (भास्कराचार्य राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुप्रयोग और भू-सूचना संस्थान) द्वारा विकसित इसरो इमेजरी युक्त स्थानिक नियोजन उपकरण भी शामिल होंगे।

पीएम गतिशक्ति छह स्तंभों पर आधारित है:
व्यापकता: इसमें एक केंद्रीकृत पोर्टल में विभिन्न मंत्रालयों तथा विभागों की सभी मौजूदा और नियोजित पहलों का विवरण शामिल होगा। अब परियोजनाओं के व्यापक नियोजन और निष्पादन के क्रम में महत्वपूर्ण डेटा का आदान – प्रदान करते हुए प्रत्येक विभाग को एक-दूसरे की गतिविधियों से अवगत रहने की सुविधा होगी।

प्राथमिकता: इसके माध्यम से विभिन्न विभाग विविध क्षेत्रों से संबंधित पारस्परिक व्यवहार के जरिए अपनी परियोजनाओं को प्राथमिकता देने में सक्षम होंगे।

अधिकतम उपयोग: यह राष्ट्रीय मास्टर प्लान महत्वपूर्ण खामियों की पहचान के बाद विभिन्न परियोजनाओं की योजना बनाने में विभिन्न मंत्रालयों की सहायता करेगा। माल को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए, यह मास्टर प्लान समय और लागत की दृष्टि से अधिकतम उपयोगी मार्ग चुनने में मदद करेगा।

सामंजस्यीकरण: अलग-अलग मंत्रालय और विभाग अक्सर एक – दूसरे से अलग – थलग होकर काम करते हैं। परियोजनाओं के नियोजन एवं क्रियान्वयन को लेकर उनके बीच समन्वय का अभाव होता है जिसके परिणामस्वरूप विलम्ब होता है। पीएम गतिशक्ति प्रत्येक विभाग की गतिविधियों के साथ-साथ शासन – प्रणाली की विभिन्न परतों के बीच काम का समन्वय सुनिश्चित करके उनके बीच समग्र रूप से सामंजस्य स्थापित करने में मदद करेगी।

विश्लेषणात्मक: यह मास्टर प्लान जीआईएस आधारित स्थानिक नियोजन एवं 200 से अधिक परतों वाले विश्लेषणात्मक उपकरणों के जरिए एक ही स्थान पर संपूर्ण डेटा प्रदान करेगा, जिससे कार्यान्वन से जुड़ी एजेंसी को अपना कामकाज करने में सहूलियत होगी।

गतिशीलता: सभी मंत्रालय और विभाग अब जीआईएस प्लेटफॉर्म के माध्यम से विविध क्षेत्रों से संबंधित परियोजनाओं की प्रगति की परिकल्पना, समीक्षा और निगरानी करने में सक्षम होंगे, क्योंकि उपग्रह इमेजरी समय-समय पर धरातल पर होने वाली प्रगति की जानकारी देगी और उसके अनुरूप परियोजनाओं की प्रगति से संबंधित जाकारी को नियमित रूप से पोर्टल पर अपडेट किया जाएगा। यह कदम इस मास्टर प्लान को आगे बढ़ाने और उसे अपडेट करने से संबंधित महत्वपूर्ण उपायों की पहचान करने में मदद करेगा।

मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी, परिवहन के एक साधन से दूसरे साधन में लोगों, वस्तुओं और सेवाओं की आवाजाही के लिए एकीकृत और निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। यह कदम बुनियादी ढांचे को अंतिम मील तक कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान करेगा और यात्रा में लोगों को लगने वाले समय को भी कम करेगा।

पीएम गतिशक्ति कनेक्टिविटी से जुड़ी आगामी परियोजनाओं, अन्य व्यावसायिक केंद्रों, औद्योगिक क्षेत्रों और आसपास के वातावरण के बारे में जनता और व्यावसायिक समुदाय को जानकारी प्रदान करेगी। यह निवेशकों को उपयुक्त स्थानों पर अपने व्यवसाय की योजना बनाने में सक्षम बनाएगी जिससे पारस्परिक व्यवहार में वृद्धि होगी। यह रोजगार के कई अवसर पैदा करेगी और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगी। यह लॉजिस्टिक्स से जुड़ी लागत में कटौती और आपूर्ति श्रृंखला में सुधार करके स्थानीय उत्पादों की वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता को बेहतर बनाएगी और स्थानीय उद्योग एवं उपभोक्ताओं के बीच उपयुक्त जुड़ाव भी सुनिश्चित करेगी।

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नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द से मुलाकात की। पार्टी ने निष्पक्ष जांच का हवाला देते हुए केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने और सुप्रीम कोर्ट के दो मौजूदा न्यायाधीशों के आयोग से स्वतंत्र जांच कराने की मांग की।

राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि पीड़ित चाहते हैं कि उन्हें न्याय मिले। उन्होंने कहा कि हत्यारोपी का पिता मंत्री पद पर है ऐसे में जब तक वह पद पर हैं सही न्याय नहीं मिल सकता। उल्लेखनीय है कि अजय मिश्रा के बेटे अशीश मिश्रा पर मामले में आरोप लगें हैं और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। 

नीतीश कुमार ने देवी दरबारों में राज्य की सुख-समृद्धि की लगाई गुहार

कांग्रेस के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में राहुल गांधी के अलावा पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एके एंटनी और गुलाम नबी आजाद शामिल थे। नेताओं ने राष्ट्रपति से लखीमपुर खीरी मामले की दो मौजूदा न्यायाधीशों के आयोग से स्वतंत्र जांच कराने की मांग की।

नेताओं ने राष्ट्रपति से कहा कि लखीमपुर खीरी में किसानों की ‘निर्मम हत्या’ की गई है और देश की ‘आत्मा को झकझोर’ कर रख दिया है। उन्होंने कहा कि दिन दिहाड़े की गई इन हत्याओं पर केन्द्र और राज्य सरकार के अक्खड़ रवैये ने आम जनता का जांच कर रहे लोगों पर से विश्वास उठा दिया है। नीतीश कुमार ने देवी दरबारों में राज्य की सुख-समृद्धि की लगाई गुहार

राष्ट्रपति को सौंपे गए ज्ञापन में कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि किसान तीन कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग कर रहे हैं और सरकार उनसे किसी सार्थक बातचीत को तैयार नहीं हैं। ऐसा लगता है कि सरकार का मकसद है कि किसानों को थकाकर और हताश कर दिया जाए। सरकार की यह नीति विफल होने वाली है।

ज्ञापन में घटनाक्रम की जानकारी देते हुए कहा गया है कि 27 सितंबर को किसानों ने भारत बंद का आयोजन किया था। इस दौरान अजय मिश्रा ने खुले मंच से किसानों को धमकाया था। इस धमकी की वीडियो सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध है। ऐसे में जब नेता ही ऐसा बयान देगा तो न्याय कैसे संभव होगा। 3 अक्टूबर को किसान शांति पूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। इसके बाद ‘पूर्व नियोजित और झकझोर’ देने वाली हत्या हुई जिन्हें कैमरे पर भी रिकॉर्ड किया गया। वहीं उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी इस पर रिपोर्ट दर्ज करने से इनकार कर दिया।

ज्ञापन के अनुसार कांग्रेस का मानना है कि हाई प्रोफाइल लोगों के शामिल होने से मामले की निष्पक्ष जांच संभव नहीं है। ऐसे में कांग्रेस की मांग है कि स्वतंत्र न्यायिक जांच होनी चाहिए।

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