New Delhi, 29 जुलाई (हि.स.)। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा में कांग्रेस पर तुष्टीकरण की राजनीति करने और पाकिस्तान के प्रति नरम नीति अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सारे आतंकवाद की जड़ पाकिस्तान है और पाकिस्तान कांग्रेस की भूल है।

पाकिस्तान कांग्रेस की भूल है: अमित शाह

गृहमंत्री अमित शाह ने कल से लोकसभा में जारी पहलगाम में आतंकवादी हमले के जवाब में भारत के सशक्त, सफल और निर्णायक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विशेष चर्चा में आज भाग लिया। उन्होंने ऑपरेशन महादेव, पहलगाम हमले पर एनआईए जांच, पूरे घटनाक्रम और आंतकवाद के खिलाफ भाजपा सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति से अवगत कराया। उन्होंने कांग्रेस सरकारों के दौरान कथित तौर पर की गयी ऐतिहासिक गलतियों का भी उल्लेख किया और तुष्टीकरण के मुद्दे पर पार्टी पर निशाना भी साधा।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ही देश के विभाजन को स्वीकार किया। पीओके को हासिल किए बिना 1948 में संघर्ष विराम और 1971 में मिली बड़ी जीत के बावजूद पीओके नहीं लेना पार्टी की बड़ी भूल रही। अगर ऐसा न किया होता ‘तो न रहता बांस न बजती बांसूरी।’ उन्होंने कहा, “पाकिस्तान कांग्रेस की भूल है। अगर उन्होंने बंटवारा स्वीकार नहीं किया होता, तो आज पाकिस्तान नहीं होता।”

सरकार का उद्देश्य आतंक के खिलाफ कार्रवाई था न कि युद्ध लड़ना: अमित शाह

शाह ने विपक्ष के पहलगाम हमले के बाद निर्णायक बढ़त हासिल करने के बावजूद भी आगे कार्रवाई नहीं करने के सवाल का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य आतंक के खिलाफ कार्रवाई था न कि युद्ध लड़ना। युद्ध का अपना परिणाम होता है। इसी सदंर्भ में उन्होंने कांग्रेस नेताओं को 1971 के युद्ध की याद दिलाई। उन्होंने कहा, “1971 में 93 हजार पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया, 15 हजार वर्ग किलोमीटर पाकिस्तानी क्षेत्र भारत के नियंत्रण में था, लेकिन पीओके वापस नहीं लिया गया।”

शाह ने कांग्रेस पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ अटल बिहारी वाजपेयी के समय में लाये गए आतंकवाद निरोधक अधिनियम, 2002 (पोटा) को संप्रग सरकार की पहली कैबिनेट में हटाए जाने को लेकर कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधा। शाह ने बटला हाउस की घटना की भी उल्लेख किया। साथ ही उन्होंने कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान देश छोड़कर भागे आंतकियों के नाम गिनाए।

उन्होंने कहा, “मुझे याद है एक सुबह नाश्ते के दौरान, मैंने टीवी पर सलमान खुर्शीद को रोते हुए देखा। वह सोनिया गांधी के आवास से बाहर आ रहे थे। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी बटला हाउस की घटना पर रो रही थीं। उन्हें बटला हाउस के आतंकवादियों के बजाय शहीद मोहन शर्मा के लिए रोना चाहिए था।”

आतंकी सुलेमान, फैजल और अफगान पहलगाम हमले में शामिल थे

शाह ने अपने भाषण की शुरुआत ऑपरेशन महादेव से की और कहा कि सारे सबूत बताते हैं कि इसमें मारे गए आतंकी सुलेमान, फैजल और अफगान पहलगाम हमले में शामिल थे। उन्होंने सदन को पूरे ऑपरेशन के बारे में बताया और कहा कि सारी जांच के बाद पुष्टि हो गयी है कि आतंकी पहलगाम हमले में शामिल थे। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही हमने हमले में शामिल आतंकियों और उनके आकाओं दोनों का सफाया किया है। एनआईए जांच का ब्यौरा देते हुए शाह ने बताया कि हमले के बाद 1005 लोगों से पूछताछ की गई। दो लोगों को आतंकियों को ठहरने में मदद करने के लिए गिरफ्तार किया गया।

सदन में शाह ने एक कांग्रेस नेता के आतंकियों के पाकिस्तान से आने पर सबूत मांगने पर कड़ी आपत्ती जताई। उन्होंने कहा कि देश के पूर्व गृहमंत्री अपने बयान से आतंकवादियों को क्लीन चीट दे रहे हैं। वे आतंकियों के पाकिस्तानी होने का सबूत मांग रहे हैं कल को वे पाकिस्तान पर हमला क्यों किया इसपर सवाल खड़े करेंगे।

हमने पाकिस्तान को इसबार 100 किमी अंदर जाकर मारा है: अमित शाह

शाह ने विपक्ष के प्रधानमंत्री मोदी के बिहार में एक चुनावी भाषण देने पर सवाल खड़े किए जाने पर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि हम जिस चश्मे से देखते हैं हमारी दृष्टि भी वैसी होती है। प्रधानमंत्री ने देश के नेता होने के नाते अपना फर्ज निभाया और जनता की भावनाओं के अनुरुप बयान दिया। यह चुनावी भाषण नहीं थी। इसी का परिणाम है कि हमने पाकिस्तान को इसबार 100 किमी अंदर जाकर मारा है।

विपक्ष की ओर से अनुच्छेद-370 हटने के बाद घाटी में शांति पर सवाल खड़े करने पर शाह ने कहा कि आज जम्मू-कश्मीर की स्थिति आज पूरी तरह बदल गई है। आतंकियों का पूरा इकोसिस्टम खत्म किया जा रहा है। आतंकियों को पहले महिमामंडित किया जाता था। आए दिन हड़ताल और पत्थरबाजी होती थी। पिछले कुछ सालों में यह पूरी तरह समाप्त हो गया है।

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New Delhi, 28 जुलाई (हि.स.)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में सोमवार को ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान कहा कि यह भारत की ओर से आतंकवाद के खिलाफ एक निर्णायक और स्पष्ट संदेश था कि भारत ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर कायम है। सिंह ने कहा कि यह सैन्य अभियान पाकिस्तान में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के लिए चलाया गया था, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी, उनके प्रशिक्षक और संचालक मारे गए।

अंतरराष्ट्रीय दबाव में ऑपरेशन को रोका, “निराधार और पूरी तरह गलत” है: राजनाथ सिंह  

रक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह कहना कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय दबाव में ऑपरेशन को रोका, “निराधार और पूरी तरह गलत” है। उन्होंने कहा, “अपने राजनीतिक जीवन में मैंने असत्य न बोलने की कोशिश की है।” उन्होंने कहा कि ऑपरेशन का उद्देश्य केवल सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की संप्रभुता, अस्मिता और नागरिकों के प्रति सरकार की जिम्मेदारी को दर्शाना था। यह ऑपरेशन 6-7 मई 2025 की रात को शुरू होकर मात्र 22 मिनट में पूरा किया गया।

राजनाथ सिंह ने कहा कि 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए कायराना आतंकी हमले में 25 निर्दोष नागरिकों सहित एक नेपाली नागरिक की जान गई थी। आतंकवादियों ने धर्म पूछकर लोगों को मारा- जो मानवता के विरुद्ध सबसे घृणित कृत्य है। हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ उच्च स्तरीय बैठक कर उन्हें आवश्यक स्वतंत्रता दी। इसके बाद भारतीय सेनाओं ने “ऑपरेशन सिंदूर” की योजना बनाई और उसे सफलतापूर्वक अंजाम दिया।

न उकसावे वाली थी और न ही विस्तारवादी: राजनाथ सिंह  

सिंह ने कहा कि ऑपरेशन के बाद, भारत ने पाकिस्तान को हॉटलाइन के माध्यम से संदेश भेजा कि यह कार्रवाई सीमित थी और आगे बढ़ाने की कोई मंशा नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत की ओर से की गई यह कार्रवाई पूर्णतः आत्मरक्षा में थी– न उकसावे वाली थी और न ही विस्तारवादी। बावजूद इसके, 10 मई को पाकिस्तान ने भारत पर बड़े पैमाने पर हमला करने की कोशिश की, जिसमें मिसाइलें, ड्रोन और रॉकेट शामिल थे।

सिंह ने लोकसभा को आश्वस्त करते हुए कहा कि एस-400, आकाश मिसाइल प्रणाली और ड्रोन-रोधी सिस्टम जैसे अत्याधुनिक रक्षा उपकरणों की मदद से भारत ने पाकिस्तान के इस हमले को पूरी तरह विफल कर दिया। पाकिस्तान भारत की किसी भी महत्वपूर्ण संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचा सका। रक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह कहना कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय दबाव में ऑपरेशन को रोका, “निराधार और पूरी तरह गलत” है। उन्होंने कहा, “अपने राजनीतिक जीवन में मैंने असत्य न बोलने की कोशिश की है।”

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस पर कहा कि पूरी दुनिया ने देखा कि कैसे भारतीय सेना ने आतंकवाद के विरुद्ध एक निर्णायक कार्रवाई की। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि कार्यमंत्रणा समिति (बीएसी) में तय प्रक्रिया के तहत इस पर चर्चा की जा रही है।

राजनाथ सिंह ने सदन में वीर सपूतों को नमन करते हुए कहा कि जब भी आवश्यकता पड़ी है, भारतीय जवानों ने राष्ट्र की रक्षा के लिए पीछे नहीं हटे।

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New Delhi, 28 जुलाई (हि.स.)। ऑपरेशन महादेव के तहत भारतीय सुरक्षाबलों ने श्रीनगर के दाचीगाम जंगल में लश्कर के तीन शीर्ष आतंकवादियों को मार गिराया है। माना जा रहा है कि मारे गए आतंकवादी पहलगाम नरसंहार ​में शामिल थे। कुछ और आतंकवादियों को सेना ने घेर रखा है, ऑपरेशन जारी है।

कुछ और आतंकवादियों के फंसे होने की आशंका है, ऑपरेशन जारी है

भारतीय सेना की चिनार कोर ने आधिकारिक बयान में बताया है कि ऑपरेशन महादेव के तहत दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान के पास श्रीनगर के हरवान इलाके में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। आतंकवादियों की मौजूदगी की विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिलने के बाद यह अभियान शुरू किया गया था। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। भारतीय सुरक्षाबलों ने पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 3 शीर्ष आतंकवादियों को मार गिराया है। माना जा रहा है कि मारे गए आतंकवादी पहलगाम नरसंहार के मुख्य आरोपी थे। कुछ और आतंकवादियों के फंसे होने की आशंका है, ऑपरेशन जारी है।

सूत्रों का कहना है कि पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड आतंकवादी ‘हाशिम मूसा’ उर्फ ‘सुलेमान’ भारतीय सेना के विशेष बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। हाशिम मूसा पाकिस्तानी सेना के विशेष बलों का पूर्व सैनिक है।

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लखनऊ, 26 जुलाई (हि.स.)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को लेकर दिए गये बयान पर राजनिति गरमा गई है। राहुल के बयान पर शनिवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कांग्रेस पर हमला बोला है। मायावती ने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है। यह दिल में कुछ और तथा जुबान पर कुछ और जैसी स्वार्थ की राजनीति ज्यादा लगती है।

बसपा प्रमुख मायावती ने एक्स पर लिखा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का यह स्वीकार करना कि देश के विशाल आबादी वाले अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समाज के लोगों की राजनीतिक व आर्थिक आशा, आकांक्षा व आरक्षण सहित उन्हें उनका संवैधानिक हक़ दिलाने के मामलों में कांग्रेस पार्टी खरी व विश्वासपात्र नहीं रही है। यह कोई नई बात नहीं है, बल्कि यह दिल में कुछ व जुबान पर कुछ और जैसी स्वार्थ की राजनीति ज़्यादा लगती है। वास्तव में उनका यह बयान उसी तरह से जगजाहिर है जैसा कि देश के करोड़ों शोषित, वंचित व उपेक्षित एससी-एसटी समाज के प्रति कांग्रेस पार्टी का ऐसा ही दुर्भाग्यपूर्ण रवैया लगातार रहा है। इस कारण ही इन वर्गों के लोगों को फिर अन्ततः अपने आत्म-सम्मान व स्वाभिमान तथा अपने पैरों पर खड़े होने की ललक के कारण अलग से अपनी पार्टी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) बनानी पड़ी है।

मायावती ने आगे कहा कि कुल मिलाकर इसके परिणामस्वरूप कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश सहित देश के प्रमुख राज्यों की सत्ता से लगातार बाहर है और अब सत्ता गंवाने के बाद इन्हें इन वर्गों की याद आने लगी है जिसे इनकी नीयत व नीति में हमेशा खोट रहने की वजह से घड़ियाली आंसू नहीं तो और क्या कहा जाएगा। जबकि वर्तमान हालात में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का भी इन वर्गों के प्रति दोहरे चरित्र वाला यही चाल-ढाल लगता है। वैसे भी एससी-एसटी वर्गों को आरक्षण का सही से लाभ व संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर को भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित नहीं करना। देश की आज़ादी के बाद लगभग 40 वर्षों तक ओबीसी वर्गों को आरक्षण की सुविधा नहीं देने और सरकारी नौकरियों में इनके पदों को नहीं भरकर उनका भारी बैकलॉग रखने आदि के जातिवादी रवैयों को भला कौन भुला सकता है, जो कि इनका यह अनुचित जातिवादी रवैया अभी भी जारी है।

बसपा प्रमुख ने आगे कहा कि इतना ही नहीं बल्कि इन सभी जातिवादी पार्टियों ने आपस में मिलकर एससी, एसटी व ओबीसी आरक्षण को किसी ना किसी बहाने से एक प्रकार से निष्क्रिय एवं निष्प्रभावी ही बना दिया है। इस प्रकार दलितों, आदिवासियों व अन्य पिछड़ों इन बहुजन समाज को सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक तौर पर गुलाम व लाचार बनाए रखने के मामलों में सभी जातिवादी पार्टियां हमेशा से एक ही थैली के चट्टे-बट्टे रहे हैं, जबकि अम्बेडकरवादी पार्टी बसपा सदा ही इन वर्गों की सच्ची हितैषी रही है। यूपी में चार बार बसपा के नेतृत्व में रही सरकार में सर्वसमाज के गरीबों, मजलूमों के साथ-साथ बहुजन समाज के सभी लोगों के जान-माल व मज़हब की सुरक्षा व सम्मान तथा इनके हित एवं कल्याण की भी पूरी गारण्टी रही है। मायावती ने कहा कि देश के बहुजनों का हित केवल बसपा की आयरन गारण्टी में ही निहित है। अतः ख़ासकर दलित, आदिवासी व अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) समाज के लोग ख़ासकर कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) आदि इन विरोधी पार्टियों के किसी भी बहकावे में नहीं आयें, यही उनकी सुख, शान्ति व समृद्धि हेतु बेहतर है।

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26 जुलाई (हि.स.)। भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शनिवार को कारगिल युद्ध स्मारक पर कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान की गई सर्जिकल स्ट्राइक पाकिस्तान के लिए स्पष्ट संदेश थी कि आतंकवाद समर्थकों को बख्शा नहीं जाएगा। यह पहलगाम आतंकी हमले का जवाब भी था जो पूरे देश के लिए गहरा घाव था। इस बार भारत ने दिखाया कि जवाब निर्णायक होगा।

दुश्मन को कड़ी प्रतिक्रिया देना भारत द्वारा स्थापित नई सामान्य स्थिति है: सेना प्रमुख

विजय दिवस पर एक सभा को संबोधित करते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि दुश्मन को कड़ी प्रतिक्रिया देना भारत द्वारा स्थापित नई सामान्य स्थिति है। उन्होंने कहा कि देशवासियों द्वारा दिखाए गए विश्वास और सरकार द्वारा दी गई खुली छूट के कारण भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया। जो भी शक्ति भारत की एकता, अखंडता और संप्रभुता को चुनौती देने या लोगों को नुकसान पहुँचाने की कोशिश करेगी, उसे करारा जवाब दिया जाएगा। जनरल द्विवेदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सेना ने पाकिस्तान में नौ महत्वपूर्ण आतंकवादी ठिकानों को बिना किसी नुकसान के ध्वस्त कर दिया।

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान में आतंकी ढाँचे को प्रभावी ढंग से निशाना बनाकर भारत ने निर्णायक जीत हासिल की। सेना ने आतंकवादी ढाँचे को निशाना बनाया और निर्णायक जीत हासिल करने के लिए पाकिस्तान के अन्य आक्रामक प्रयासों को भी विफल कर दिया। उन्होंने कहा कि 8 और 9 मई को पाकिस्तानी कार्रवाई का प्रभावी ढंग से जवाब दिया गया। हमारी सेना की वायु रक्षा एक अभेद्य दीवार की तरह खड़ी थी जिसे कोई भी मिसाइल या ड्रोन भेद नहीं सकता था।

उन्होंने कहा कि भारतीय सेना दुनिया में एक महत्वपूर्ण ताकत बनने की राह पर है। रुद्र, एक पूरी ब्रिगेड की स्थापना की जा रही है जिसके लिए कल मंजूरी दी गई है। इसके तहत हमारे पास रसद और युद्ध सहायता प्रदान करने के लिए एक ही स्थान पर पैदल सेना, मशीनीकृत पैदल सेना, बख्तरबंद इकाइयाँ, तोपखाने, विशेष बल और मानव रहित हवाई इकाइयाँ होंगी।

तोपखाने में शक्तिबान रेजिमेंट का गठन किया गया है

सेना ने एक विशेष स्ट्राइक फोर्स भैरव लाइट कमांडो यूनिट का गठन किया है जो सीमा पर दुश्मन को चौंकाने के लिए हमेशा तैयार है। द्विवेदी ने कहा कि हर पैदल सेना बटालियन में अब एक ड्रोन प्लाटून है। तोपखाने में शक्तिबान रेजिमेंट का गठन किया गया है जो ड्रोन, काउंटर-ड्रोन और लोइटर गोला-बारूद से लैस होगी। हर रेजिमेंट में इन चीजों से लैस एक कम्पोजिट बैटरी होगी।

सेना प्रमुख ने कहा कि आने वाले दिनों में हमारी क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी क्योंकि हम सेना की वायु रक्षा प्रणालियों को स्वदेशी मिसाइलों से लैस कर रहे हैं।

पिछले साल रजत जयंती समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति को याद करते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि शीर्ष नेताओं की उपस्थिति दर्शाती है कि यह केवल एक सेना दिवस नहीं बल्कि पूरे देश के लिए एक उत्सव है। उन्होंने कहा कि बर्फीली चोटियों पर वीरों द्वारा दिए गए बलिदानों के कारण ही राष्ट्र सुरक्षित है। हम उनके समर्पण और दृढ़ संकल्प को याद करते हैं और उन वीर नायकों को नमन करते हैं जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दे दी ताकि हम सम्मान के साथ शांतिपूर्ण जीवन जी सकें।

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 26 जुलाई (हि.स.)। थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शनिवार को 26वें कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में तीन सेवाओं की शुरुआत की जिनमें एक पोर्टल भी शामिल है, जहाँ लोग वीर बलिदानियों को ई-श्रद्धांजलि दे सकते हैं। इसके साथ एक क्यूआर कोड-आधारित ऑडियो गेटवे तैयार किया गया है जिस पर लोग 1999 के कारगिल युद्ध से जुड़ी प्रेरक कहानियाँ सुन सकते हैं। इसमें सिंधु व्यू प्वॉइंट भी शामिल है जो लोगों को बटालिक सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) तक जाने का अवसर प्रदान करता है।

साल 1999 में आज ही के दिन भारतीय सेना ने ऑपरेशन विजय की सफल समाप्ति की घोषणा की थी

कारगिल विजय दिवस हर साल 26 जुलाई को मनाया जाता है। साल 1999 में इसी दिन भारतीय सेना ने ऑपरेशन विजय की सफल समाप्ति की घोषणा की थी जिसमें कारगिल की बर्फीली चोटियों पर लगभग तीन महीने तक चली लड़ाई के बाद विजय की घोषणा की गई थी जिसमें तोलोलिंग और टाइगर हिल जैसे अत्यधिक ऊँचाई वाले स्थान भी शामिल थे।

एक सैन्य अधिकारी ने कहा कि नागरिक अब स्मारक पर जाए बिना ही देश के लिए सर्वाेच्च बलिदान देने वाले वीरों को ई-श्रद्धांजलि दे सकते हैं। इस परियोजना का उद्देश्य लोगों को सशस्त्र बलों के बलिदानों और कर्तव्यों के निर्वहन के समय उनके द्वारा उठाई गई कठिनाइयों के बारे में जागरूक करना है।

क्यूआर कोड  के माध्यम से विभिन्न लड़ाइयों की कहानियाँ सुन सकते है

शुरू की गई दूसरी सेवा एक क्यूआर कोड एप्लिकेशन है जहाँ लोग 1999 में पाकिस्तानी घुसपैठियों के खिलाफ लड़ी गई विभिन्न लड़ाइयों की कहानियाँ सुन सकते हैं। यह अवधारणा संग्रहालयों जैसी है जहाँ आगंतुक ईयरफोन का उपयोग करके प्रदर्शनों का विवरण सुन सकते हैं। यहाँ लोगों को सैनिकों के साहस, वीरता, बहादुरी और बलिदान की गाथा सुनने को मिलेगी। एक अन्य सेवा सिंधु व्यू प्वॉइंट आगंतुकों को बटालिक सेक्टर में नियंत्रण रेखा तक जाने की अनुमति देगी। इससे आगंतुकों को उन परिस्थितियों, कठिनाइयों और लगातार खतरों के बारे में जानकारी मिलेगी जिनका सामना सैनिक दिन-प्रतिदिन करते हैं।

कारगिल युद्ध के दौरान बटालिक मुख्य युद्धक्षेत्रों में से एक था। 10,000 फीट से ज़्यादा की ऊँचाई पर स्थित बटालिक, कारगिल, लेह और बाल्टिस्तान के बीच अपनी रणनीतिक स्थिति के कारण कारगिल युद्ध का केंद्र बिंदु था। सिंधु नदी घाटी में बसा यह छोटा सा गाँव अब एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण बन गया है।

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झालावाड़, 25 जुलाई (हि.स.)। राजस्थान के झालावाड़ जिले के मनोहरथाना ब्लॉक के दांगीपुरा थाना क्षेत्र में पीपलोदी गांव में शुक्रवार सुबह एक सरकारी स्कूल की इमारत का एक हिस्सा ढह गया। हादसे में सात बच्चों की मौत हो गई, जबकि 21 बच्चे घायल हैं। इनमें 9 की हालत गंभीर है। इस मामले में शिक्षा विभाग ने स्कूल की प्रधानाध्यापक समेत पांच शिक्षकों को निलंबित कर दिया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। राष्ट्रपति द्राैपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत समेत कई नेताओं ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हादसे पर दुख जताते हुए एक्स पोस्ट में लिखा कि घायलों की हरसंभव मदद की जा रही है।

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि फिलहाल घायल बच्चों को सही समय पर इलाज दिलाना ही प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सभी घायलों का सरकारी खर्च पर इलाज कराया जाएगा और मामले की पूरी जांच कराई जाएगी। दिलावर घटना स्थल पहुंचे। उन्होंने कहा कि ये दुखद घटना है। मुझे सुबह सूचना मिली तो मैं सीधे यहां आया और बच्चों से मिला हूं। इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। जो भी दोषी को दंडित किया जाएगा। घटना की जिम्मेदारी के सवाल पर शिक्षा मंत्री दिलावर ने कहा- जिम्मेदार तो मैं ही हूं। स्कूल हादसे में घायल बच्चों का इलाज मनाेहरथाना सीएचसी और झालावाड़ हॉस्पिटल में चल रहा है।

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे शाम को हॉस्पिटल पहुंचीं और घायल बच्चों और उनके परिजनों से बातचीत की। इस मामले में शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर स्कूल में कार्यरत प्रधानाचार्य मीना गर्ग, प्रबोधक बद्री लाल लोधा, शिक्षक रामविलास लववंशी, कन्हैयालाल सुमन और जावेद अहमद को निलंबित कर दिया है।

शिक्षा विभाग की ओर से जारी सूची के अनुसार मृतकों की शिनाख्त कान्हा (7) पुत्र छोटूलाल, कुंदन(10) पुत्र बीरम, हरीश(11) पुत्र बाबूलाल, प्रियंका(12) पुत्री मांगीलाल,पायल (13) पुत्री लक्ष्मण, मीना(10) पुत्री छोटूलाल और कार्तिक(8) पुत्र हरकचंद के रुप में हुई है। वहीं हादसे कुल 21 बच्चे घायल हुए। इनकी उम्र 6 से 13 वर्ष के बीच है। घायलों में आरती पुत्री रामदयाल, राजकुमार पुत्र मुकेश, अजय कुमार पुत्र प्रेमचंद, अंजना पुत्री बनलाल, विजय पुत्र प्रेमचंद, विक्रम पुत्र भागूलाल, किरण पुत्री बनलाल, मनीषा पुत्री हरखचंद, अयूब पुत्र कश्मीर खान, विशाल पुत्र कमलेश, आरती पुत्री अर्जुन, शाहिन (या शायना) पुत्री अब्दुलशेर, राजू पुत्र दीवान, बंसरी पुत्री तेजलाल, मिलन पुत्र तेजलाल, मुनव्वर पुत्र देवीलाल (जो नया प्रवेश लेकर आया था), अनुराधा पुत्री लक्ष्मण, बादल पुत्र सुखदेव, मिठुन पुत्र मुकेश तथा दिलकुशा पुत्री सुखदेव शामिल हैं।

जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ ने कहा कि मलबे में दबे सभी बच्चों को निकाल लिया गया है। कुछ अस्पताल में हैं या उन्हें घर पहुंचा दिया है। इस तरीके के हादसे को रोकने के लिए हम दृढ़ संकल्प हैं। भविष्य में कोई हादसा नहीं हो हम कोशिश करेंगे। शिक्षा विभाग को हमारे निर्देश थे, कोई भी ऐसा स्कूल हो, जहां पर इस तरीके के हादसे होने की संभावना है, उन स्कूलों में छुट्टी कर दें।

ग्रामीणों का आरोप है कि स्कूल भवन लंबे समय से जर्जर स्थिति में था और इसकी मरम्मत के लिए कई बार शिकायतें की गई थीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। हादसे के समय दोनों शिक्षक स्कूल भवन के बाहर थे। बारिश के दौरान कक्षा की छत गिरने से मलबे में दबे बच्चों को तुरंत बाहर निकालने का कार्य शुरू किया गया। राहत एवं बचाव कार्य के लिए प्रशासनिक टीमें मौके पर पहुंच गई थी।

हादसे के बाद ग्रामीण धरने पर बैठ गए। लोगों ने टायर जलाकर प्रदर्शन किया। ग्रामीण नेमीचंद मीणा ने कहा कि हादसे में जिन बच्चों की जान गई है, उनके साथ न्याय होना चाहिए। इसके लिए मृतक बच्चों के परिजनों को एक करोड़ और घायल बच्चों के परिजनों को 50 लाख का मुआवजा मिले। मृतक परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी की भी मांग कर रहे है। इसके साथ ही भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई को लेकर मांग की जा रही है।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर झालावाड़ जिले के पिपलोदी ग्राम के सरकारी स्कूल में हुए हादसे पर उच्च स्तरीय बैठक ली। उन्होंने विभागीय अधिकारियों एवं वीसी से जुड़े समस्त जिला कलक्टर्स को सरकारी भवनों विशेष रूप से स्कूलों, आंगनबाड़ी, अस्पतालों और अन्य राजकीय भवनों का तत्काल निरीक्षण कर प्राथमिकता के आधार पर मरम्मत कार्य करवाने के निर्देश दिए। साथ ही, इसकी तत्काल रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को भिजवाने के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया। बैठक में पिपलोदी हादसे पर 2 मिनट का मौन रख दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी गई।

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नई दिल्ली, 25 जुलाई (हि.स.)। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने शुक्रवार को एक बार फिर विपक्ष से संसद की कार्यवाही बाधित नहीं करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि संसद के दोनों सदनों में सोमवार को पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा होगी।

मानसून सत्र के पांचवें दिन के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि आपने इस सप्ताह देखा होगा कि सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर सदन में चर्चा करने की लिखित मांग की थी। मानसून सत्र शुरू होते ही, हमने सरकार की ओर से स्पष्ट रूप से कहा था कि हम इस मामले पर चर्चा के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, “हमने कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) में भी यही निर्णय लिया था, लेकिन विपक्ष हंगामा कर रहा है और नियमों के विरुद्ध, वे सदन के भीतर और बाहर पोस्टर और बैनर लेकर आए हैं, जिससे कार्यवाही बाधित हो रही है।”

उन्होंने कहा कि हम पहले सप्ताह में केवल एक विधेयक पारित कर पाए। पहला विधेयक पारित होने के बाद, हमने अगले सूचीबद्ध विधेयकों पर चर्चा करने का आग्रह किया, लेकिन कांग्रेस और अन्य दलों ने हंगामा किया और कार्यवाही बाधित की।

रिजिजू ने कहा, “मैं यह बताना चाहता हूं कि हम आपके द्वारा उठाए गए मुद्दों पर चर्चा करने जा रहे हैं; कृपया संसद को बाधित न करें। देश की जनता सांसदों के चुनकर भेजती है ताकि वे संसद में देश की समस्याओं पर नियम के तहत उठा सकें।” उन्होंने कहा कि सदन में प्रत्येक उत्तर का मसौदा तैयार करने के लिए बहुत सारे लोगों और संसाधनों की आवश्यकता होती है, और यदि हम उन पर चर्चा नहीं कर सकते और उन्हें सुन नहीं सकते, तो यह जनता के लिए नुकसानदेह है।

उन्होंने कहा कि आज, कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) में, हमने फिर से दोहराया कि हम ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं। हमने तय किया है कि अगले हफ़्ते, सोमवार को हम पहलगाम में हुए आतंकी हमले और उसके जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा करेंगे।

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नई दिल्ली, 25 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शुक्रवार को अपने कार्यकाल के तीन वर्ष पूरे कर लिए हैं। इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रपति भवन को मार्च 2027 तक नेट जीरो भवन बनाने सहित विभिन्न महत्वपूर्ण पहलों का शुभारंभ किया।

राष्ट्रपति भवन और राष्ट्रपति संपदा में विभिन्न पहलों के शुभारंभ के अवसर पर अपने संक्षिप्त संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि यह संतोष की बात है कि पिछले तीन वर्षों में कई ऐसे निर्णय लिए गए और कार्य किए गए जिनसे राष्ट्रपति भवन के साथ नागरिकों का जुड़ाव बढ़ा है। उन्होंने कहा कि हमारा सदैव यह प्रयास रहा है कि समाज के सभी वर्गों, विशेषकर वंचितों और पिछड़े वर्गों को देश की विकास यात्रा से प्रभावी ढंग से जोड़ा जाए। राष्ट्रपति ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि राष्ट्रपति भवन दिव्यांगजनों के लिए अधिक सुलभ हो गया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले दिनों में कई नई पहल की जाएंगी।

राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन परिसर को दिव्यांगजन अनुकूल घोषित किया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय शारीरिक दिव्यांगजन संस्थान की 50 सूत्री अनुशंसा को लागू करने के बाद राष्ट्रपति भवन, अमृत उद्यान और राष्ट्रपति भवन संग्रहालय अब दिव्यांगजनों के लिए अनुकूल परिसर बन गए हैं। इस मौके पर राष्ट्रपति भवन की आधिकारिक वेबसाइटें 22 भारतीय भाषाओं में लॉन्च की गईं।

राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति संपदा में रहने वाले लोगों और पर्यटकों के लिए कई नई सुविधाओं का भी उद्घाटन किया, जिनमें राष्ट्रपति भवन में नया आगंतुक सुविधा केंद्र, हैदराबाद स्थित राष्ट्रपति निलयम में निलयम निकुंज, शिमला के राष्ट्रपति निवास में कैफेटेरिया, स्मारिका दुकान एवं स्वागत कक्ष तथा राष्ट्रपति संपदा में नव-निर्मित जिम शामिल हैं।

इसके अलावा, 250 से ज़्यादा वस्तुओं की नीलामी के लिए ई-उपहार सीज़न 2 का शुभारंभ किया गया। नीलामी से प्राप्त समस्त धनराशि बच्चों के कल्याण से जुड़ी पहलों को दान की जाएगी। राष्ट्रपति ने अपने बीते एक वर्ष के कार्यकाल की झलकियों को समेटती ई-बुक का विमोचन भी किया।

एक अन्य महत्वपूर्ण पहल के तहत, राष्ट्रपति भवन को मार्च 2027 तक ‘नेट ज़ीरो’ भवन बनाने की शुरुआत की।

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पुंछ, 25 जुलाई (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में शुक्रवार को नियंत्रण रेखा पर एक बारूदी सुरंग विस्फोट में एक सैन्यकर्मी बलिदान हो गया और दो अन्य घायल हो गए हैं।

अधिकारियों ने बताया कि कृष्णा घाटी के सामान्य क्षेत्र में क्षेत्र प्रभुत्व गश्त के दौरान एक बारूदी सुरंग विस्फोट हुआ, जिसमें एक अग्निवीर जवान बलिदान हो गया और दो अन्य घायल हो गए। उन्होंने बताया कि घायलों में से एक जेसीओ है, जिसे एक सैन्य अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है और उनकी हालत स्थिर है।

व्हाइट नाइट कोर के जीओसी और सभी रैंक अधिकारियों ने अग्निवीर ललित कुमार को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने कृष्णा घाटी ब्रिगेड के सामान्य क्षेत्र में एक बारूदी सुरंग विस्फोट के बाद क्षेत्र प्रभुत्व गश्त के दौरान सर्वाेच्च बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि हम दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवार के साथ हैं।

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नई दिल्ली, 25 जुलाई (हि.स.)। केन्द्र सरकार ने अश्लील सामग्री प्रसारित करने वाले 25 ओटीटी प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगा दिया है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 23 जुलाई को अश्लील और पोर्नोग्राफ़िक सामग्री वाले 25 ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की वेबसाइटों और ऐप्स को ब्लॉक करने का निर्देश दिया है।

निर्देश पत्र के अनुसार यह कार्रवाई गृह मंत्रालय, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, विधि मामलों के विभाग, उद्योग निकायों फिक्की और सीआईआई, तथा महिला अधिकारों और बाल अधिकारों के क्षेत्र के विशेषज्ञों के परामर्श से की गयी।

ब्लॉक किए गए ओटीटी प्लेटफार्म में बिग शॉट एप, देसीफिलिक्स, बूमेक्स, न्योनएक्स, नवरास लाइट, गुलाब एप, कंगन एप, बुल एप, शो हिट, जलवा एप, वाओ इंटरटेनमेंट, लुक इंटरटेनमेंट, हिट प्राइम, फुगी, फेनो, शो एक्स, सोल टॉकीज, अड्डा टीवी, अल्ट, हॉट वीआईपी, हलचल एप, मूड एक्स, ट्रीफिलिक्स, उल्लू, मोजफिलिक्स शामिल है।

मंत्रालय के मुताबिक

सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 और आईटी नियम, 2021 के प्रावधानों का उपयोग करते हुए विभिन्न मध्यस्थों को अधिसूचनाएं जारी की गयी हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि संबंधित वेबसाइटों और ऐप्स तक पहुंच अक्षम कर दी गयी है।

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नई दिल्ली, 24 जुलाई (हि.स.)। संसद के मानसून सत्र के चौथे दिन बिहार में जारी मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के विरोध में विपक्षी दलों ने संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी सहित विपक्षी इंडी गठबंधन के सांसदों ने हिस्सा लिया। विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी करते हुए एसआईआर प्रक्रिया को तत्काल वापस लेने की मांग की।

कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने संसद भवन परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि संसद में विपक्ष के नेताओं बोलने नहीं दिया जाता। हम चर्चा की मांग कर रहे हैं, सरकार को चर्चा करने के लिए सहमत होना चाहिए।

प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सत्तारूढ़ दल पर लोकतंत्र को नष्ट करने पर आरोप लगाया। कांग्रेस की राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए कहा कि आयोग दावा कर रहा है कि 95 प्रतिशत मतदाताओं का वेरिफिकेशन हो चुका है, जबकि जमीनी स्तर पर बीएलओ का कहना है कि यह प्रक्रिया तो 26 जुलाई से शुरू होगी। आयोग की मंशा संदेह के घेरे में है।

गौरतलब है कि बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव आयोग मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण कर रहा है। आयोग के अनुसार, अब तक 90 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं ने फॉर्म भर दिए हैं और इसके आधार पर सितंबर के अंत तक अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। हालांकि, विपक्ष इस प्रक्रिया को संदिग्ध और पूर्वनियोजित मान रहा है।

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