नई दिल्ली: देश में इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण मंगलवार दोपहर 2 बजकर 29 मिनट पर शुरू होगा और शाम 6 बजकर 32 मिनट पर खत्म होगा। सूर्य ग्रहण करीब 4 घंटे तीन मिनट तक चलेगा। ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पहले शुरू हो चुका है। सूर्य ग्रहण के सूतक काल में कई चीजों की मनाही रहती है। ग्रहण को भारत समेत दुनिया के कुछ हिस्सों में देखा जा सकेगा।

सूर्यग्रहण का सूतक तड़के 4 बजकर 29 मिनट से आरम्भ हो चुका है। यह सूर्यग्रहण ग्रहण के समाप्त होने तक रहेगा। भारतीय कालगणना के अनुसार ग्रहण का स्पर्श दिन में 4:29 बजे, मध्य 5:14 बजे एवं मोक्ष 5:42 बजे होगा। ग्रहण का कुल औसत समय 73 मिनट रहेगा।

सूर्य ग्रहण इस बार कार्तिक कृष्ण अमावस को चित्रा नक्षत्र में विष्कुंभ योग और नागकरण में पड़ रहा है। आज से ठीक 27 साल पहले 24 अक्टूबर, 1995 में भी इसी नक्षत्र और योग में ग्रहण लगा था। अंतर सिर्फ इतना है कि उस समय सूर्य ग्रहण सूर्योदय के समय पड़ा था, जबकि इस बार सूर्यग्रहण सूर्यास्त के समय लगेगा।

सूर्य ग्रहण लखनऊ में शाम 04:36 बजे से शाम 05:29 बजे तक, हैदराबाद में शाम 04:58 बजे से शाम 05:48 बजे तक, भोपाल में शाम 04:42 बजे से शाम 05:47 बजे तक, चंडीगढ़ में शाम 04:23 बजे से शाम 05:41 बजे तक, नागपुर में शाम 04:49 बजे से शाम 05:42 बजे तक, बेंगलुरु में शाम 05:12 बजे से शाम 05:56 बजे तक, अहमदाबाद में शाम 04:38 बजे से शाम 06:06 बजे तक, पुणे में शाम 04:51 बजे से शाम 06:06 बजे तक और मथुरा में शाम 04:31 बजे से शाम 05:41 बजे तक लगेगा।

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नई दिल्ली: पीएम मोदी इस बार दिवाली जम्मू-कश्मीर के कारगिल में मनाने वाले है. इसके लिए पीएम मोदी कारगिल पहुंच चुके है. बता दें कि पीएम मोदी इस कारगिल में सेना के जवानों के साथ इस बार दीपावली मनाने वाले है. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी करगिल पहुंच गए हैं, जहां वह देश के वीर जवानों के साथ दिवाली मनाएंगे.” जानकारी हो कि 2014 में सत्ता में आने के बाद से ही पीएम मोदी दिवाली मनाने के लिए विभिन्न सैन्य केंद्रों का दौरा करते रहे हैं.

दिवाली के अवसर पर सेना के जवानों को संबोधित करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कारगिल लद्दाख में कहा कि मेरे लिए तो वर्षों-वर्ष से मेरा परिवार आप ही सब हैं. मेरी दीपावली की मिठास आप के बीच बढ़ जाती है, मेरी दीपावली का प्रकास आपके बीच है और अगली दिवाली तक मेरा पद प्रशस्त करता है. आगे उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है मुझे वर्षों से दिवाली आपके बीच बॉर्डर पर आकर आपके साथ मनाने अवसर मिल रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि मेरी दीपावली की मिठास आप के बीच बढ़ जाती है, मेरी दीपावली का प्रकास आपके बीच है और अगली दिवाली तक मेरा पद प्रशस्त करता है.

इससे पहले पीएम मोदी ने लोगों को दिवाली की बधाई दी और कामना की कि यह त्योहार उनके लिए खुशी और समृद्धि लाए. उन्होंने ट्वीट किया, ‘दीपावली की आप सभी को ढेरों शुभकामनाएं. प्रकाश का यह पर्व हर किसी के जीवन में खुशियां और उत्तम स्वास्थ्य लेकर आए. मैं आशा करता हूं कि आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ शानदार दिवाली मनाएं.’

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चौथी बार पाकिस्तान की सीमा पर जवानों के साथ मनाएंगे दीपावली

– अपनी परंपरा को बरकरार रखते हुए जम्मू-कश्मीर में कारगिल के द्रास सेक्टर पहुंचे पीएम
– पिछले साल भी पाकिस्तान की सीमा पर नौशेरा सेक्टर के अग्रिम क्षेत्र में मनाई थी दिवाली

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चौथी बार पाकिस्तान की सीमा पर जवानों के साथ दीपावली मनाएंगे। प्रधानमंत्री बनने के बाद से वह लगातार आठ साल से सैनिकों के बीच दीपावली मनाते आ रहे हैं। इस साल वह सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाने की अपनी परंपरा को बरकरार रखते हुए जम्मू-कश्मीर में कारगिल के द्रास सेक्टर पहुंच गए हैं प्रधानमंत्री दोपहर एक बजे तक जवानों के साथ रहेंगे। उन्होंने पिछले साल भी पाकिस्तान की सीमा पर नौशेरा सेक्टर के अग्रिम क्षेत्र में जवानों के साथ दीपावली मनाई थी।

जवानों के संग मनाते रहे हैं दिवाली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केंद्र की सत्ता संभालने के बाद 2014 से हर साल दीपावली का त्योहार सैनिकों के साथ मनाने के लिए देश के किसी न किसी बॉर्डर पर जाते हैं। पीएम मोदी इस दौरान जवानों से मुलाकात करते हैं, उनके साथ वक्त बिताते हैं और उन्हें मिठाई खिलाते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में इस परंपरा की शुरुआत दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र सियाचिन से की थी। उन्होंने 23 अक्टूबर 2014 को बतौर पीएम सियाचिन में पहली दिवाली मनाई थी। अगले साल 2015 में 11 नवंबर को पंजाब के अमृतसर में जवानों के साथ दिवाली मनाई थी। यहां वे 1965 युद्ध के वॉर मेमोरियल का दौरा भी करने पहुंचे थे।

बतौर प्रधानमंत्री मोदी तीसरी दीपावली 2016 में मनाने के लिए 30 अक्टूबर को हिमाचल प्रदेश के चांगो गांव में पहुंचे थे।यहां उन्होंने भारत-चीन बॉर्डर के पास जवानों के साथ दिवाली मनाई थी। प्रधानमंत्री ने 18 अक्टूबर, 2017 को जम्मू-कश्मीर के गुरेज वैली में एलओसी पर जवानों के बीच जाकर दिवाली मनाई थी। प्रधानमंत्री ने 07 नवंबर, 2018 को उत्तराखंड के चमोली जिले में भारत के आखिरी गांव माणा के करीब चीन की सरहद पर तैनात भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों के साथ दिवाली मनाई थी।

केन्द्र की सत्ता में दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी ने इस परंपरा को जारी रखा।उन्होंने 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का जश्न मनाने के लिए के लिए 27 अक्टूबर, 2019 को राजौरी पहुंचे और एलओसी पर तैनात सैनिकों के साथ दीपावली मनाई। राजौरी से लौटते वक्त पीएम मोदी ने पठानकोट एयरबेस पर एयर वॉरियर व अन्य कर्मियों संग दिवाली मनाने के बाद एयरबेस में लड़ाकू विमानों का भी जायजा लिया था।

इसी तरह उन्होंने 2020 की दिवाली 14 नवंबर को पाकिस्तान की पश्चिमी सीमा पर राजस्थान के जैसलमेर में लोंगेवाला पोस्ट पर जवानों के साथ मनाई थी। उन्होंने उस दौरान जिस अर्जुन टैंक पर सवारी की थी, उसके उन्नत संस्करण स्वदेशी मुख्य युद्धक टैंक अर्जुन एमके वन-ए टैंकों की आपूर्ति के लिए एचएएल को ऑर्डर दिया जा चुका है। पिछले साल यानी 2021 में उन्होंने दिवाली का त्योहार पाकिस्तान की सीमा पर नौशेरा सेक्टर में मनाया था। यह वही जगह है जहां 1947 में पाकिस्तान की शह पर कबायलियों ने दीपावली के दिन ही राजौरी जिले पर हमला करके सैकड़ों लोगों को शहीद कर दिया था। 12 अप्रैल, 1948 तक चली कार्रवाई में सेना ने कबायलियों को खदेड़ दिया था। इसीलिए दीपावली के दिन राजौरी में हर साल कबायली हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है।

पिछली शाम अयोध्या के दीपोत्सव में शामिल हुए
इस साल पीएम मोदी दिवाली उत्सव पर लगातार अलग-अलग जगहों पर जा रहे हैं। वह 21 अक्टूबर को बाबा केदारनाथ और बद्रीनाथ के दर्शन करने पहुंचे थे। इसके बाद 23 अक्टूबर को रामलला विराजमान के दर्शन करने के साथ ही अयोध्या के दीपोत्सव में शामिल हुए और भव्य लेजर शो देखने के बाद देर रात अयोध्या से दिल्ली लौटे। आज नौवीं बार सीमा पर सेना के जवानों के साथ दीपावली मनाने के लिए जम्मू-कश्मीर के करगिल द्रास जा सकते हैं। यह चौथा मौका होगा, जब प्रधानमंत्री पाकिस्तान की सीमा पर जवानों के साथ दीपावली मनाएंगे। वह दोपहर एक बजे तक जवानों के साथ रहेंगे। पीएम के आने की सूचना से जवान भी बेहद उत्साहित हैं। सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। प्रधानमंत्री के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ अनिल सिंह, सेना प्रमुख मनोज पांडे भी शामिल हो सकते हैं।

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आप सभी पाठकों/दर्शकों को #ChhapraToday | www.chhapratoday.com की ओर से #दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं.
Wishing everyone a happy, safe, and prosperous #Diwali
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नई दिल्ली: त्योहारी सीजन में लोगों को पैसों की जरूरत बढ़ जाती है, लेकिन इस दौरान बैंकों में कई दिनों तक अवकाश होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में बैंक से जुड़ा कोई जरूरी काम है, तो आप उसे जल्द निपटा लीजिए।

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया आरबीआई हॉलिडे छुट्टियों की जारी लिस्ट के मुताबिक दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज सहित कई अन्य त्योहारों पर बैंक बंद रहेंगे। इस महीने बाकी बचे 10 दिनों 22 से लेकर 31 अक्टूबर के दौरान देशभर में कई जगहों पर सप्ताहिक और राजपत्रित छुट्टियों के कारण बैंक बंद रहेंगे। दरअसल अलग-अलग राज्यों में कई त्योहार अलग-अलग दिन मनाये जाते हैं। इन त्योहारों के अनुसार कुछ शहरों में बैंक खुले रहेंगे, जबकि कुछ शहरों में बंद रहेंगे।

दीपावली पर देशभर में 22 से लेकर 24 अक्टूबर तक बैंक बंद रहेंगे। 22 अक्टूबर को चौथा शनिवार है, जबकि 23 अक्टूबर को रविवार होने की वजह से बैंक में अवकाश रहेगा। 24 अक्टूबर को गंगटोक, हैदराबाद और इंफाल को छोड़कर सभी जगह दिपावली पर बैंक बंद रहेंगे। गुलाबी नगरी जयपुर में 25 अक्टूबर को बैंक बंद रहेंगे।

इसके अलावा 26 अक्टूबर को बेंगलुरु, अहमदाबाद, देहरादून और गंगटोक में गोवर्धन पूजा, विक्रम संवत और भाई दूज के अवसर पर बैंक बंद रहेंगे। 27 अक्टूबर को भाई दूज, चित्रगुप्त जयंती, लक्ष्मी पूजा, दीपावली और निंगोल चककूबा के अवसर पर कानपुर, लखनऊ, गंगटोक और इंफाल में बैंकों का अवकाश रहेगा, जबकि 31 अक्टूबर को छठ पूजा के अवसर पर पटना और रांची में बैंक बंद रहेंगे।

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शोपियां: शोपियां जिले के हरमेन इलाके में रह रहे श्रमिकों के कमरे के भीतर ग्रेनेड से सोमवार देररात किए गए आतंकियों के हमले में दो लोगों की मौत हो गई। दोनों मजदूर कानपुर (यूपी) के रहने वाले हैं। हमला कर भागे आतंकियों की तलाश में सुरक्षाबलों ने अभियान चलाया। इस दौरान प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी इमरान बशीर गनी पकड़ा गया । मंगलवार को भी सुरक्षाबलों का आतंकियों की तलाश में अभियान जारी है।

एडीजीपी कश्मीर जोन विजय कुमार के अनुसार पूरे क्षेत्र की घेराबंदी की गई है। आतंकियों की तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि पकड़े गए आतंकी ने ही ग्रेनेड फेंका था। सोमवार रात करीब साढ़े बारह बजे कानपुर और अन्य प्रदेशों के श्रमिक अपने कमरे में सो रहे थे। तभी आतंकियों ने ग्रेनेड फेंका। ग्रेनेड गिरते ही जोरदार धमाके के साथ फटा। इसमें दो श्रमिक घायल हो गए। पुलिस व स्थानीय लोगों ने दोनों को अस्पताल पहुंचाया। जहां दोनों को मृत लाया घोषित कर दिया गया। मृतकों की पहचान मुनीर अहमद और सागर अली के रूप में हुई है।

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को यहां किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त जारी कर दी। इस योजना के तहत इस बार 11 करोड़ से ज्यादा किसानों के खाते में दो हजार रुपये डीबीटी माध्यम से स्थानांतरित किए गए।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दो दिवसीय पीएम किसान सम्मान सम्मेलन 2022 की पूर्व संध्या पर रविवार को ट्वीट कर कहा था- ‘हमारी सरकार अन्नदाताओं के जीवन को आसान बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी कड़ी में कल सुबह 11:30 बजे दिल्ली में किसान सम्मान सम्मेलन का उद्घाटन करने के साथ ही पीएम-किसान की 12वीं किस्त भी जारी करूंगा। इस अवसर पर कई और योजनाओं को शुरू करने का भी सौभाग्य मिलेगा।’

प्रधानमंत्री ने सोमवार को इस मौके पर दो दिवसीय पीएम किसान सम्मान सम्मेलन 2022 का शुभारंभ किया। इसका आयोजन भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (पूसा) के मेला परिसर में किया गया है। प्रधानमंत्री ने किसान सम्मान निधि योजना की 12वीं किस्त के 16,000 करोड़ रुपये जारी किए। इस योजना के तहत पात्र भूमिधारक किसान परिवार को हर साल छह हजार रुपये का वित्तीय लाभ मिलता है। योजना के लाभार्थियों के खाते में हर चार महीने पर दो हजार रुपये सरकार की ओर से दिए जाते हैं।

कृषिमंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने ट्वीट किया है- ‘किसानों की समृद्धि में भागीदार बन रही पीएम किसान सम्मान निधि योजना। अब तक 11.3 करोड़ से अधिक किसान लाभान्वित।’ सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कृषि विज्ञानियों और किसानों से चर्चा करेंगे। साथ ही 600 प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र की शुरुआत करेंगे। इस योजना के तहत देश भर में खाद की दुकानों को प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र में परिवर्तित किया जाएगा। साथ ही किसानों को खाद, बीज, मिट्टी की जांच के बारे में बताया जाएगा।

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री भारतीय जन उर्वरक परियोजना की भी शुरुआत की जाएगी। इसका उद्देश्य एक देश एक फर्टीलाइजर है। इसके तहत प्रधानमंत्री भारत यूरिया बैग लांच करेंगे। इसी ब्रांड नाम के तहत खाद बनाने वाली कंपनी अपने उत्पाद को बेचेगी। मेले में 1500 से अधिक किसान और एफपीओ, 500 कृषि स्टार्टअप, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी और शिक्षाविद भी शामिल होंगे। ये सभी अपने विचार एक- दूसरे के साथ साझा करेंगे।

इस बार किसान सम्मेलन की थीम कृषि का बदलता स्वरूप और तकनीक है। इसका उद्देश्य किसानों को वैज्ञानिक तरीके से खेती करने के लिए नई-नई तकनीकों के बारे में जानकारी देना है। साथ ही खेती की चुनौतियों से निपटने के गुर बताए जाएंगे। इस दो दिवसीय मेले में एग्री स्टार्टअप कॉन्क्लेव और किसान सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।

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नई दिल्ली:  कांग्रेस का नया अध्यक्ष चुनने के लिए देशभर के 9,000 से अधिक प्रतिनिधि सोमवार को मतदान करेंगे। मतगणना बुधवार को होगी। मतदाताओं को मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर में से किसी एक का चुनाव करना है। चुनाव प्रचार के दौरान शशि थरूर कई बार चुनाव में समान अवसर नहीं दिए जाने की शिकायत कर चुके हैं।

मतगणना के बाद कांग्रेस को करीब ढाई दशक बाद गांधी परिवार से बाहर का अध्यक्ष मिलेगा। चुनाव के लिए दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय समेत पूरे देश में 65 से अधिक मतदान केंद्र बनाए गए हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद राहुल गांधी के इस्तीफे की वजह से अध्यक्ष पद खाली है। झारखंड के विधायक केएन त्रिपाठी ने पर्चा भरकर मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश की, लेकिन उनका नामांकन जांच के बाद खारिज कर दिया गया।

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देश-दुनिया के इतिहास में 15 अक्टूबर की तारीख कई कारणों से याद की जाती है। भारत के संदर्भ में इसका अहम स्थान है। दरसअल भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का इस तारीख से खास रिश्ता है। इस तारीख को उनकी जयंती मनाई जाती है। उनका जन्म 15 अक्टूबर, 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था। उन्होंने अपने जीवन के शुरुआती वर्षों में विज्ञान और भौतिकी का अध्ययन किया। अपने व्यावहारिक व्याख्यानों से विद्यार्थियों को स्वयं का सर्वश्रेष्ठ संस्करण बनने के लिए शिक्षण और प्रेरणा देने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। सबसे महत्वपूर्ण भारतीय मिसाइलों और अंतरिक्ष कार्यक्रमों के विकास की अगुवाई करने के लिए कलाम को ‘भारत का मिसाइल मैन’ भी कहा जाता है।

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रशासक के रूप में बहुत ही विशिष्ट पदों को संभाला । 2002 में, एयरोस्पेस वैज्ञानिक एपीजे अब्दुल कलाम देश के 11वें राष्ट्रपति बने। कलाम ने 2007 तक राष्ट्रपति पद पर सेवा की और उसके बाद अपना जीवन शिक्षण के लिए समर्पित कर दिया। वह शिलांग, आईआईएम-अहमदाबाद और आईआईएम-इंदौर में भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) में अतिथि प्रोफेसर बने।

डॉ. कलाम को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान या भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया। भारत सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार के रूप में उनके काम के लिए उन्हें पद्म भूषण और पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया। उन्होंने 27 जुलाई, 2015 को आईआईएम-शिलांग में लेक्चर देते समय अंतिम सांस ली।

डॉ. कलाम अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां को दिया करते थे। उन्होंने कहा था-“मैं अपने बचपन के दिन नहीं भूल सकता। बचपन को निखारने में मेरी मां का विषेश योगदान है। उन्होने मुझे अच्छे-बुरे को समझने की शिक्षा दी। छात्र जीवन के दौरान जब मैं घर-घर अखबार बांट कर वापस आता था तो मां के हाथ का नाश्ता तैयार मिलता। पढ़ाई के प्रति मेरे रुझान को देखते हुए मेरी मां ने मेरे लिए छोटा लैम्प खरीदा था, जिससे मैं रात को 11 बजे तक पढ़ सकता था। मां ने अगर साथ न दिया होता तो मैं यहां तक न पहुचता।”

कलाम अपनी लगन और कड़ी मेहनत से आगे बढ़ते गए। जीवन में अभाव के बावजूद वे किस तरह राष्ट्रपति के पद तक पहुंचे ये बात हम सभी को प्रेरणा देती है। उनकी शालीनता, सादगी और सौम्यता ने हर एक का दिल जीता। उनके जीवन दर्शन ने भारत के युवाओं को एक नई प्रेरणा दी। लाखों लोगों के वह रोल मॉडल हैं।

महत्वपूर्ण घटनाचक्र
1686ः बीजापुर के साथ मुगल शासक औरंगजेब ने शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए।
1815ः नेपोलियन बोनापार्ट ने शर्मनाक हार का सामना किया।1866ः कनाडा स्थित फ्रेंच बहुल क्षेत्र क्यूबेक आग लगने से तबाह।
1923ः लीवर्ड द्वीप के उत्तर में उष्णकटिबंधीय तूफान आया।
1924ः तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति काल्विन कूलीड्ज ने स्टेच्यु ऑफ लिबर्टी को राष्ट्रीय स्मारक करार दिया।
1932ः देश की पहली एयरलाइन टाटा संस लिमिटेड का शुभारंभ।
1949ः त्रिपुरा राज्य को भारत में शामिल किया गया।
1951ःस्वेज नहर समझौते को मिस्र की संसद ने ठुकराया।
1958ः मिस्र के साथ अफ्रीकी देश ट्यूनीशिया ने राजनीतिक संबंध तोड़े।
1978ः पूर्वी कजाखिस्तान क्षेत्र में सोवियत संघ ने परमाणु परीक्षण किया।
1988ः दुनिया की समुद्री यात्रा पूरी कर उज्ज्वला पाटिल एशिया की प्रथम महिला बनीं।
1990ः राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव को नोबेल शांति पुरस्कार।
1996ः फिजी ने व्यापक परीक्षण प्रतिबंध संधि की पुष्टि करने का दावा किया।
1998ः भारत की फातिमा बी को ग़रीबी उन्मूलन के लिए संयुक्त राष्ट्र पुरस्कार से नवाजा गया।
2003 : अंतरिक्ष में मानवयुक्त यान भेजने वाला चीन तीसरा देश बना।
2006ः उत्तर कोरिया को संयुक्त राष्ट्र संघ ने प्रतिबंधित किया।
2012ः ब्रिटिश लेखिका हिलेरी मेंटल को मैन बुकर पुरस्कार।
2013ः फिलीपीन्स में शक्तिशाली भूकंप।सैंकड़ो लोगों की जान गई।

जन्म
1542ः मुगल शासक अकबर।
1920ः प्रसिद्ध उपन्यास द गॉडफादर के रचयिता मारियो ग्येनल्यूगी पूजो।
1922ः इतालवी कैथोलिक पादरी लुइजी जिउसानी।
1922ः प्रसिद्ध संगीतकार शंकर।
1931ः भारत के 11वें राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम।
1952ः छत्तीसगढ़ के दूसरे मुख्यमंत्री रमन सिंह।
1957ः भारतीय निर्देशक मीरा नायर।

निधन

1595ः मध्यकालीन भारत के विद्वान, साहित्यकार और फारसी के कवि फैजी।
1961ः भारत के प्रसिद्ध कवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला।
1975ः प्रसिद्ध चित्रकार एवं मूर्तिकार पद्म भूषण देवी प्रसाद राय चौधरी।
1999ः भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतिकारियों की प्रमुख सहयोगी दुर्गा भाभी।
2012ः कंबोडिया के राजा नोरोदम शिनौक।

दिवस
विश्व छात्र दिवस (इसे भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम के सम्मान में उनकी जयंती पर मनाया जाता है।)
विश्व छड़ी दिवस
विश्व ग्रामीण महिला दिवस

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अदालत ने खारिज की मांग ,हिन्दू पक्ष को लगा झटका

वाराणसी (एजेंसी): ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने में मिले कथित शिवलिंग की कार्बन डेटिंग मामले में शुक्रवार को जिला जज डाॅ अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत ने कार्बन डेटिंग की मांग को खारिज कर दिया है। अब कथित शिवलिंग की कार्बन डेटिंग की जांच नहीं होगी। न्यायालय ने हिंदू और मुस्लिम पक्ष से जुड़े पक्षकार, उनके पैरोकार और अधिवक्ताओं की मौजूदगी में फैसला सुनाया।

इसके पहले अदालत ने न्यायालय परिसर में दोनों पक्षों से कुल 62 लोगों को प्रवेश की अनुमति मिली। इसके पूर्व दोनों पक्षों को सुनने और आपत्ति दाखिल करने के लिए समय देने के बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। इस मामले में प्रतिवादी पक्ष अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के अधिवक्ता मुमताज अहमद और एखलाक अहमद ने अदालत में तर्क दिया था कि 16 मई को सर्वे के दौरान मिली आकृति के बाबत दी गई आपत्ति का निस्तारण नहीं किया गया और मुकदमा सिर्फ शृंगार गौरी की पूजा और दर्शन के लिए दाखिल किया गया है। 17 मई को सुप्रीम कोर्ट ने मिली आकृति को सुरक्षित व संरक्षित करने का आदेश दिया है। वैज्ञानिक जांच में केमिकल के प्रयोग से आकृति का क्षरण सम्भव है। कार्बन डेटिंग जीव व जन्तु की होती है, पत्थर की नहीं हो सकती, क्योंकि पत्थर कार्बन को एडाप्ट नहीं कर सकता।

प्रतिवादी पक्ष के अधिवक्ताओं का कहना था कि कार्बन डेटिंग वाद की मजबूती व साक्ष्य संकलित करने के लिए कराई जा रही है, ऐसे में कार्बन डेटिंग का आवेदन खारिज होने योग्य है। उधर,वादी पक्ष के अधिवक्ता ने न्यायालय में दलील दिया कि सर्वे के दौरान मस्जिद के वजूखाने से पानी निकाले जाने पर अदृश्य आकृति दृश्य रूप में दिखाई दी। ऐसे में अब वह मुकदमे का हिस्सा है। उस आकृति को नुकसान पहुंचाए बगैर उसकी और उसके आसपास के एरिया की वैज्ञानिक पद्धति से जांच एएसआई की विशेषज्ञ टीम से कराया जाना जरूरी है।

जांच से आकृति की आयु, उसकी लंबाई-चौड़ाई और गहराई का तथ्यात्मक रूप से पता लग सकेगा। अदालत में वादिनी राखी सिंह के अधिवक्ता मानबहादुर सिंह ने प्रतिउत्तर में दलील देने से इनकार कर दिया था। बताते चलें कि अगस्त 2021 में विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह विसेन के नेतृत्व में दिल्ली की राखी सिंह और वाराणसी की सीता साहू, मंजू व्यास, रेखा पाठक व लक्ष्मी देवी ने सिविल जज सीनियर डिवीजन की कोर्ट में मुकदमा दाखिल किया था। पांचों महिलाओं ने मांग की थी कि ज्ञानवापी परिसर स्थित मां शृंगार गौरी के मंदिर में नियमित दर्शन-पूजन की अनुमति मिले। इसके साथ ही ज्ञानवापी परिसर स्थित अन्य देवी-देवताओं के विग्रहों की सुरक्षा के लिए मुकम्मल इंतजाम हो।

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– जूम के रूप में चिनार कॉर्प्स ने अपनी टीम का बहादुर सदस्य खो दिया

श्रीनगर: आतंकियों की दो गोलियों से शहीद हुए आर्मी असॉल्ट डॉग जूम को आज सेना ने श्रद्धांजलि अर्पित की। चिनार वॉर मेमोरियल, बीबी कैंट में एक समारोह में चिनार कॉर्प्स के सभी रैंकों की ओर से लेफ्टिनेंट जनरल एडीएस औजला, जीओसी चिनार कॉर्प्स ने बहादुर योद्धा को श्रद्धांजलि दी।

अनंतनाग में मुठभेड़ के दौरान 10 अक्टूबर को सेना के बहादुर हमलावर कुत्ते ज़ूम ने न केवल आतंकियों के सटीक स्थान की पहचान करने में बल्कि एक आतंकी को मार गिराने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। हालांकि इस दौरान उसे 02 गोलियां लगीं थीं, लेकिन घायल होने के बावजूद जूम ने दूसरे छिपे हुए आतंकी का पता लगाया। वहां से वापस आने पर ज्यादा खून बहने के कारण जूम बेहोश हो गया। उसे 54 एएफवीएच (एडवांस फील्ड वेटरनरी हॉस्पिटल) में भर्ती कराया गया, जहां गुरुवार को निधन हो गया था।

सेना का हमलावर कुत्ता जूम चिनार वारियर्स का एक अमूल्य सदस्य था। 2 साल की अपनी छोटी उम्र के बावजूद जूम को कई अभियानों का अनुभव था, जहां उसने अपनी ऊर्जा और साहस से खुद को प्रतिष्ठित किया था। जूम के रूप में चिनार कॉर्प्स ने अपनी टीम का बहादुर सदस्य खो दिया है।

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केरल के साजन प्रकाश और कर्नाटक की हशिका रामचंद्रा बने बेस्ट एथलीट

सूरत: 36वें नेशनल गेम्स की समाप्ति स्थानीय पंडित दीनदयाल उपाध्याय इंडोर स्टेडियम में खेलों का समापन हो गया। सर्विसेज को सबसे बेस्ट टीम चुनी गई, जबकि केरल के साजन प्रकाश और कर्नाटक की हशिका रामचंद्र को बेस्ट एथलीट चुना गया। अगला नेशनल गेम्स गोवा में आयोजित होगा।

सात साल बाद आयोजित हुए इस नेशनल गेम्स का गुजरात सरकार ने आखिरी समय में मेजबानी करने का फैसला लिया था। तैयारी के लिए केवल सौ दिन का समय मिलने के बावजूद गुजरात सरकार से सफलतापूर्वक खेलों का आयोजन किया है। इस आयोजन में भारत के 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के आठ हजार से अधिक एथलीट्स ने हिस्सा लिया था। जुड़ेगा इंडिया-जीतेगा इंडिया के नारे के साथ 36 प्रकार के खेलों में एथलीट्स ने हिस्सा लिया।

समापन पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राजा भलींद्र सिंह ट्रॉफी सर्विसेज को सौंपी। सर्विसेज ने लगातार चौथी बार इस पर अपना कब्जा किया है। सर्विसेज ने 61 स्वर्ण, 35 रजत और 32 कांस्य पदक अपने नाम किए। महाराष्ट्र ने पदक तालिका में दूसरा स्थान पाकर इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की बेस्ट स्टेट ट्रॉफी उठाई। महाराष्ट्र ने इस गेम्स में सबसे अधिक पदक जीते।

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल ने साजन प्रकाश को बेस्ट पुरुष एथलीट का अवार्ड दिया, जिन्होंने पांच स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य पदक अपने नाम किया। श्रीहरि नटराज ने पांच स्वर्ण और दो रजत जीते थे। 2015 में भी प्रकाश ने यह अवार्ड अपने नाम किया था। कर्नाटक की 14 साल की हशिका रामचंद्रा को बेस्ट महिला एथलीट का अवार्ड मिला। हशिका ने छह स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीता है। उन्हें लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने अवार्ड प्रदान किया। गुजरात के 10 साल के शौर्यजीत खैरे ने मल्लखंभ में पदक हासिल किया था और वह इस गेम्स में पदक जीतने वाले सबसे युवा एथलीट बने।

आईआईटी गांधीनगर में आयोजित ट्रैक एंड फील्ड इवेंट्स में 38 और राजकोट में आयोजित एक्वेटिक्स इवेंट्स में 36 राष्ट्रीय खेलों के रिकॉर्ड टूट गए। तमिलनाडु की रोजी मीना पॉलराज (महिला पॉल वॉल्ट) और एन. अजित (भारोत्तोलन पुरुषों की 73 किग्रा क्लीन एंड जर्क), सर्विसेज के शिव सुब्रमण्यम (पुरुष पोल वॉल्ट), यूपी के राम बाबू (पुरुषों की 35 किमी रेस वॉक) और अरुणाचल प्रदेश के सैम्बो लापुंग (पुरुषों की 96 किग्रा भारोत्तोलन- क्लीन एंड जर्क) राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी तोड़ने वाले कुछ एथलीटों में से एक हैं।

महाराष्ट्र और हरियाणा के बीच खेल महाशक्ति बनने का संघर्ष चलता रहा और इसमें महाराष्ट्र ने 39 स्वर्ण, 38 रजत और 63 कांस्य के साथ दूसरा नम्बर हासिल किया। हरियाणा (38 स्वर्ण, 38 रजत, 39 कांस्य) को तालिका में तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल ने पदक तालिका में क्रमश: चौथा, पांचवां और छठा स्थान हासिल किया। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और मणिपुर प्रत्येक का अभियान 20-20 स्वर्ण के साथ समाप्त हुआ। मेजबान गुजरात ने भी राष्ट्रीय खेलों के इतिहास में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उसने , कुल 49 पदक जीते जिनमें 13 स्वर्ण, 15 रजत और 21 कांस्य पदक शामिल हैं। मेजबान टीम ओवरआल स्टैंडिंग में 12 वें स्थान पर रही।

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि जब वे गुजरात आते हैं तो वहां एक तरह की ऊर्जा होती है, जिसे तुरंत महसूस किया जा सकता है। धनखड़ ने कहा, “मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि आप सभी गुजरात की मीठी यादों को घर ले जाएंगे।“ उन्होंने राष्ट्र निर्माण में खेल की शक्ति का जिक्र करते हुए कहा कि राष्ट्रीय खेलों में कई रिकॉर्ड तोड़े गए, लेकिन कोई दिल नहीं तोड़ा गया है। उपराष्ट्रपति ने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि देश जल्द ही ओलंपिक की मेजबानी करेगा।

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल ने कहा कि खेल राज्य के साथ-साथ देश में भी जीवन का एक तरीका बनने लगा है। मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारी नई खेल नीति से राज्य के एथलीटों को उच्च लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी। एथलीटों के कौशल को विकसित करने के लिए, हमने स्वर्णिम गुजरात खेल विश्वविद्यालय भी शुरू किया है और मुझे उम्मीद है कि विश्वविद्यालय ओलंपिक एथलीट बनाने में मदद करेगा।

भारतीय ओलंपिक संघ के सचिव राजीव मेहता ने कहा कि गुजरात ने सिर्फ 90 दिनों में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन कर एक नया मानक स्थापित किया है। मेहता ने कहा “यह उन राज्यों के लिए एक उदाहरण होना चाहिए जो भविष्य में इसका आयोजन करेंगे।” राष्ट्रीय खेलों का झंडा 2023 संस्करण के मेजबान गोवा के खेल मंत्री गोविंद गौडे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल को सौंपा गया। 8,500 लोगों ने राष्ट्रीय खेलों में हिस्सा लिया, जिनमें आईओए के अधिकारी, राष्ट्रीय खेल संघ और राज्य संघ, भारतीय खेल प्राधिकरण, शेफ डी मिशन, प्रतियोगिता प्रबंधक, शीर्ष एथलीट, मीडियाकर्मी और अन्य राष्ट्रीय खेल प्रतिभागी शामिल थे।

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