– युवाओं के लिए शुरू की गई 1 लाख करोड़ रुपये की योजना- रोजगार देने वाली कंपनियों को भी मिलेगी प्रोत्साहन राशि

नई दिल्ली, 15 अगस्त (हि.स.)। स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना लॉन्च करने का ऐलान करके देश के युवाओं को एक बड़ा तोहफा दिया। प्रधानमंत्री के ऐलान के मुताबिक इस योजना के तहत निजी क्षेत्र में पहली बार नौकरी करने वाली युवाओं को सरकार की ओर से 15,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। ये योजना आज से ही लागू हो रही है। प्रधानमंत्री ने बताया कि इस योजना से देश के 3.50 करोड़ से अधिक युवाओं को फायदा होगा। इसके लिए 1 लाख करोड़ का प्रावधान किया गया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज 15 अगस्त के दिन हम देश के युवाओं के लिए 1 लाख करोड़ रुपये की योजना शुरू कर रहे हैं। इसके तहत जो युवा निजी क्षेत्र में पहली बार नौकरी करेंगे, उन्हें सरकार की ओर से 15,000 रुपये दिए जाएंगे। इसके साथ ही, जो कंपनी ज्यादा रोजगार के अवसर बनाएंगी, उन्हें भी प्रोत्साहन राशि मिलेगी।

इस संबंध में उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री विकसित भारत योजना अलग-अलग सेक्टर में रोजगार के नए अवसरों के सृजन को प्रोत्साहित करेगी। इसमें भी सबसे अधिक फोकस मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर होगा। इस योजना को दो भागों में बांटा गया है। पहले भाग में पहली बार नौकरी करने वाले युवाओं के बारे में जानकारी दी गई है। दूसरे भाग में नौकरी देने वाली कंपनियों यानी नियोक्ता के संबंध में बताया गया है।

निजी क्षेत्र में नौकरी के जरिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) में पहली बार पंजीकृत होने वाले युवाओं को दो किस्तों में अधिकतम 15,000 रुपये ट्रांसफर किए जाएंगे। योजना के तहत पहली किस्त 6 महीने की नौकरी पूरी होने के बाद दी जाएगी, जबकि दूसरी किस्त कर्मचारियों द्वारा 12 महीने की नौकरी पूरी कर लेने और वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम (फाइनेंशियल लिटरेसी प्रोगाम) को पूरा कर लेने के बाद दी जाएगी‌। हालांकि वित्तीय सहायता वाली इस योजना का फायदा उन कर्मचारियों को ही मिलेगा, जिनका वेतन अधिकतम 1 लाख रुपये होगा। इससे अधिक वेतन वाले कर्मचारियों को इस योजना का फायदा नहीं मिल सकेगा।

इस योजना के जरिए सरकार युवाओं को नौकरी देने वाली कंपनियों को भी लाभ देगी। प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना के तहत मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में युवाओं के लिए रोजगार का सृजन करने वाली कंपनियों को प्राथमिकता मिलेगी। इसके तहत कंपनियों को 2 साल तक हर महीने हर कर्मचारी के लिए 3,000 रुपये का भुगतान किया जाएगा। हालांकि कंपनियों को कर्मचारियों की नौकरी के एवज में तभी भुगतान किया जाएगा, जब कर्मचारी कम से कम 6 महीने तक नौकरी करता रहे। योजना के प्रावधानों में ये भी स्पष्ट किया गया है कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के लिए ये इंसेंटिव 2 साल की अवधि पूरा होने के बाद तीसरे और चौथे साल में भी जारी रहेगा।

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नई दिल्ली, 14 अगस्त (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गुरुवार को 79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि इस वर्ष देश को आतंकवाद का कष्ट सहना पड़ा, लेकिन भारत ने अपनी एकता और संकल्प के साथ उसका निर्णायक जवाब भी दिया। उन्होंने आतंकवाद के विरुद्ध ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को भारतीय सेना की रणनीतिक क्षमता और आत्मनिर्भरता का प्रतीक बताया।

राष्ट्रपति ने कहा कि कश्मीर घूमने गए निर्दोष नागरिकों की हत्या एक कायरतापूर्ण और नितांत अमानवीय कृत्य था, जिसने पूरे देश को व्यथित किया। उन्होंने कहा, “इस हमले का जवाब भारत ने फौलादी संकल्प और निर्णायक तरीके के साथ दिया। ऑपरेशन सिंदूर ने यह दिखा दिया कि हमारे सशस्त्र बल हर परिस्थिति का सामना करने में पूर्णतः सक्षम हैं।” उन्होंने इस सैन्य अभियान को आतंकवाद के विरुद्ध मानवता की लड़ाई में एक ऐतिहासिक मिसाल बताया और कहा कि हमारी सेनाओं ने तकनीकी दक्षता और अनुशासन के साथ सीमापार आतंकी ठिकानों को नष्ट किया।

राष्ट्रपति मुर्मु ने आतंकवाद के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में देश की एकता को सबसे बड़ी विशेषता करार दिया। उन्होंने कहा कि यही एकता उन शक्तियों को सबसे सशक्त उत्तर है जो भारत को विभाजित करना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि भारत की विदेश नीति और कूटनीतिक दृष्टिकोण में भी यह एकता परिलक्षित हुई, जब विभिन्न देशों में गए बहुदलीय सांसद प्रतिनिधिमंडलों ने एक स्वर में भारत का पक्ष रखा।

राष्ट्रपति ने कहा कि विश्व समुदाय ने यह स्पष्ट रूप से देखा कि भारत आक्रमणकारी नहीं है, लेकिन अपने नागरिकों की रक्षा के लिए जवाबी कार्रवाई में तनिक भी संकोच नहीं करेगा। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन की एक सफल परीक्षा बताया। उन्होंने कहा कि भारत अब रक्षा क्षेत्र में भी स्वदेशी निर्माण के बल पर आत्मनिर्भर होता जा रहा है। उन्होंने इसे स्वाधीन भारत के रक्षा इतिहास में एक नए अध्याय की शुरुआत बताया। राष्ट्रपति ने कहा कि स्वदेशी रक्षा उपकरणों और तकनीकों के माध्यम से सेना ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया, जिससे यह सिद्ध हो गया कि भारत रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर निर्णायक कदम बढ़ा चुका है। उन्होंने देशवासियों को आत्मनिर्भरता, सुरक्षा, प्रकृति और लोकतंत्र के गौरव को नई ऊंचाई पर ले जाने का आह्वान किया। राष्ट्रपति ने पर्यावरण के प्रति संवेदना पर जोर देते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए हमें अपनी आदतों, दृष्टिकोण और प्रकृति के साथ संबंधों में बदलाव लाना होगा। हमारा लक्ष्य एक ऐसी पृथ्वी छोड़ना है जहां जीवन प्राकृतिक रूप में फल-फूल सके। उन्होंने अपने संबोधन में देश की लोकतांत्रिक यात्रा, सामाजिक-आर्थिक प्रगति, तकनीकी विकास और युवा, महिला एवं हाशिये के समुदायों की भूमिका पर विस्तृत विचार रखे।अपने संदेश में राष्ट्रपति ने पर्यावरण संरक्षण का मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया। उन्होंने जलवायु परिवर्तन की चुनौती को गंभीर बताते हुए कहा कि इसके समाधान के लिए हमें अपनी जीवनशैली, दृष्टिकोण और प्रकृति से संबंधों में बदलाव लाना होगा। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वे पर्यावरण की रक्षा के लिए हरसंभव प्रयास करें ताकि आने वाली पीढ़ियों को एक स्वस्थ और समृद्ध पृथ्वी सौंपी जा सके। उन्होंने कहा कि हम एक ऐसी धरती छोड़ कर जाएं जहां जीवन अपने नैसर्गिक रूप में फलता-फूलता रहे। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त भारत के लिए केवल एक तारीख नहीं, बल्कि राष्ट्रीय चेतना का प्रतीक है। यह दिन उन करोड़ों भारतीयों के स्वप्न का साकार रूप है, जिन्होंने आजादी की चाह में संघर्ष किया और बलिदान दिया।राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि कल, जब हम अपने राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देंगे, तब हम उन स्वतंत्रता सेनानियों को भी श्रद्धांजलि देंगे, जिनके प्रयासों से 78 वर्ष पहले हमें स्वतंत्रता प्राप्त हुई। भारत ने स्वतंत्रता के तुरंत बाद सभी नागरिकों को समान मताधिकार देकर लोकतंत्र को अपनाया, जो उस समय विश्व की कई लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में भी नहीं था। भारत को लोकतंत्र की जननी बताते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे लिए हमारा संविधान और हमारा लोकतंत्र सर्वोपरि है। संविधान में निहित मूल्यों न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुता ने देश को मजबूत नींव दी है।

राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में देश की अर्थव्यवस्था 6.5 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ विश्व की सबसे तेज़ गति से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बन गई है। उन्होंने कहा कि स्वाधीनता के समय भारत घोर गरीबी से जूझ रहा था लेकिन तब से अब तक के 78 वर्षों में हमने सभी क्षेत्रों में असाधारण प्रगति की है। आज का भारत आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ी प्रगति कर रहा है। पिछले वित्त वर्ष में देश की अर्थव्यवस्था 6.5 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ विश्व की सबसे तेज़ गति से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बन गई है। उन्होंने किसानों, श्रमिकों और उद्यमियों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि सुविचारित नीतियों और सुशासन से गरीबों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला गया है। आय के साथ-साथ क्षेत्रीय असमानताएं भी कम हो रही हैं।

उन्होंने भारतमाला परियोजना, रेलवे के आधुनिकीकरण और कश्मीर घाटी को रेल नेटवर्क से जोड़ने जैसी उपलब्धियों को देश की बुनियादी संरचना की मजबूती का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि कश्मीर में रेल-संपर्क एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, जिससे व्यापार और पर्यटन को नया प्रोत्साहन मिलेगा। देश में शहरी विकास की चर्चा करते हुए उन्होंने ‘अमृत’ मिशन, जल जीवन मिशन और मेट्रो नेटवर्क के विस्तार का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सरकार का मानना है कि जीवन की बुनियादी सुविधाएं नागरिकों का अधिकार हैं। स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि विश्व की सबसे बड़ी आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना के तहत अब तक 55 करोड़ से अधिक लोगों को सुरक्षा कवच प्रदान किया जा चुका है। उन्होंने डिजिटल भारत की सफलता और एआई के क्षेत्र में नई उड़ान का जिक्र करते हुए कहा कि भारत, 2047 तक ग्लोबल एआई हब बनने की दिशा में अग्रसर है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के क्षेत्र में भारत की तैयारी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ‘इंडिया-एआई मिशन’ के जरिए भारत, 2047 तक ग्लोबल एआई हब बनने की दिशा में अग्रसर है। इस मिशन के तहत ऐसे मॉडल विकसित किए जाएंगे जो भारत की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करेंगे। उन्होंने इस तकनीकी प्रगति को शासन में सुधार और आम लोगों के जीवन को बेहतर बनाने का माध्यम बताया।राष्ट्रपति ने कहा कि डिजिटल प्रगति के कारण भारत, विश्व में डिजिटल भुगतान में अग्रणी बन गया है। प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण प्रणाली के माध्यम से लाभार्थियों तक योजनाओं का लाभ सीधे और पारदर्शी तरीके से पहुंच रहा है। दुनिया में होने वाले कुल डिजिटल लेनदेन में से आधे से अधिक लेनदेन भारत में होते हैं। उन्होंने कहा कि युवा, महिलाएं और हाशिये के वर्ग को भारत की प्रगति के तीन स्तंभ बताया है। हाशिये पर रह चुके वर्गों के सशक्तिकरण की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़े वर्ग और अन्य वंचित समुदाय अब अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होकर देश की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं। इन समुदायों के लोग अब हाशिए पर होने का टैग हटा रहे हैं।राष्ट्रपति ने युवाओं को देश की शक्ति बताते हुए कहा कि उनके लिए रोजगार और उद्यमिता के अवसर बढ़े हैं। उन्होंने अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की उपलब्धियों और ‘गगनयान’ मिशन का उल्लेख करते हुए युवाओं की वैज्ञानिक क्षमता को रेखांकित किया। यह अंतरिक्ष यात्रा भारत के आगामी मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम गगनयान के लिए अत्यंत सहायक सिद्ध होगी। खेलों में भी युवाओं की भूमिका को सराहते हुए उन्होंने विशेष रूप से शतरंज में भारत की बढ़ती साख का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खेल नीति 2025 के तहत भारत को वैश्विक खेल महाशक्ति बनाया जाएगा।महिलाओं के सशक्तिकरण की बात करते हुए उन्होंने ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ को एक ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने शतरंज विश्व कप के फाइनल में दो भारतीय महिलाओं की उपस्थिति को महिला-शक्ति का प्रतीक कहा। राष्ट्रपति ने कहा कि महिला सशक्तिकरण अब केवल एक नारा न रहकर यथार्थ बन गया है। उन्होंने पिछले सप्ताह सात अगस्त को मनाए गए ‘राष्ट्रीय हथकरघा दिवस’ का जिक्र करते हुए कहा कि महात्मा गांधी द्वारा प्रोत्साहित स्वदेशी आंदोलन ने आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया जैसे अभियानों की नींव रखी। उन्होंने सभी देशवासियों से आग्रह किया कि वे भारत में बने उत्पादों को अपनाएं और स्थानीय उद्यमों को बढ़ावा दें।राष्ट्रपति ने देशवासियों से भ्रष्टाचार के खिलाफ संकल्प लेने का आह्वान किया। राष्ट्रपति मुर्मु ने महात्मा गांधी के एक विचार का उल्लेख करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार और दंभ, लोकतंत्र के अनिवार्य परिणाम नहीं होने चाहिए। हम भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस रखते हुए अनवरत सुशासन के साथ आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने देशवासियों से आह्वान किया कि वे इस संकल्प को आत्मसात करें और भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुट होकर कार्य करें।

उन्होंने कहा कि अमृतकाल में भारत का भविष्य उज्ज्वल है और सभी देशवासी अपने योगदान से इस यात्रा को सफल बनाएंगे। उन्होंने कहा कि सबका साथ, सबका प्रयास ही भारत को विकसित राष्ट्र बनाएगा।राष्ट्रपति ने सीमाओं की रक्षा में तैनात सेना, पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र बलों के जवानों को विशेष रूप से सम्मानित किया। उन्होंने न्यायपालिका, सिविल सेवा, प्रवासी भारतीयों और विदेशों में भारतीय मिशनों में कार्यरत अधिकारियों को भी स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अपने संबोधन का समापन देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की पुनः बधाई देते हुए किया और उन्हें राष्ट्र निर्माण की इस यात्रा में सहभागी बनने का आह्वान किया।

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नई दिल्ली, 14 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ हमें स्थायी जिम्मेदारी की याद दिलाता है। यह दिवस हमारे इतिहास का एक दुखद अध्याय है। देश के विभाजन की वजह से अनगिनत लोगों ने लंबी पीड़ा झेली है।

प्रधानमंत्री मोदी ने आज ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के मौके पर अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा, “भारत विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाता है और हमारे इतिहास के उस दुखद अध्याय के दौरान अनगिनत लोगों द्वारा झेली पीड़ा को याद करता है। यह उनके धैर्य, अकल्पनीय क्षति का सामना करने और फिर भी नए सिरे से शुरुआत करने की ताकत पाने की उनकी क्षमता का सम्मान करने का भी दिन है।”

उन्होंने कहा, ” प्रभावित हुए कई लोगों ने अपने जीवन का पुनर्निर्माण किया और उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल कीं। यह दिन हमारे देश को एक सूत्र में पिरोने वाले सद्भाव के बंधन को मजबूत करने की हमारी स्थायी जिम्मेदारी की भी याद दिलाता है।”

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Jammu & Kashmir, 13 अगस्त (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के उड़ी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारतीय सेना ने बुधवार को घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी। इसके बाद आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में एक जवान बलिदान हो गया।आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उड़ी सेक्टर में एलओसी से घुसपैठ कर रहे आतंकवादियों के साथ सैनिकों की एक संक्षिप्त मुठभेड़ हुई। इस दौरान हमारे एक सैनिक ने देश की बहादुरी से रक्षा करते हुए सर्वाेच्च बलिदान दिया। सेना ने आतंकवादियों का पता लगाने के लिए इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया है।

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जयपुर, 13 अगस्त (हि.स.)। राजस्थान के दौसा जिले में बुधवार तड़के करीब चार बजे भीषण सड़क हादसे में 11 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। दौसा-मनोहपुर रोड पर बापी के पास एक कंटेनर और यात्री पिकअप की जोरदार भिड़ंत में 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। एक महिला श्रद्धालु ने जयपुर के एसएमएस अस्‍पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सभी उत्तर प्रदेश के कासगंज (एटा) के रहने वाले हैं। यह लोग खाटूश्याम के दर्शन कर लौट रहे थे।

दौसा जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, बापी के पास हुए एक हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई है। नौ लोगों को इलाज के लिए रेफर किया गया है और तीन का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। यह दुर्घटना एक यात्री पिकअप और कंटेनर के बीच हुई है।

दौसा पुलिस ने बताया कि सभी श्रद्धालु खाटूश्याम और सालासर दर्शन के बाद उत्तर प्रदेश अपने घर जा रहे थे। शुरुआती जांच में सामने आया है कि कंटेनर ने पिकअप को पीछे से टक्कर मारी। पिकअप में 22 से ज्यादा श्रद्धालु थे। इनमें दस की मौत दौसा में हुई है। वहीं, एक गंभीर घायल ने जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में दम तोड़ा है। हादसे में सात बच्चे और चार महिलाओं की मौत हुई है।

पुलिस के अनुसार, यह लोग असरौली (एटा) उत्तर प्रदेश के निवासी हैं। मृतकों में पूर्वी (3), प्रियंका (25), दक्ष (12), शीला (35), सीमा (25), अंशु (26) और सौरभ (35) हैं। चार मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है। सीमा (23) पत्नी मनोज, मनोज (25) पुत्र लाखन, नैतिक (8) पुत्र सौरभ, प्रियंका पत्नी लाखन, रीता (26) पत्नी सौरभ, लक्ष्य (7) पुत्र सौरभ, नीरज (20) पत्नी जशवंत राजपूत, सौरभ (26) पुत्र खूबकरण राजपूत, सौरभ (32) पुत्र ज्ञान सिंह राजपूत गंभीर घायल हुए हैं। इन्हें प्राथमिक उपचार के बाद जयपुर रेफर कर दिया है। साथ ही चार मामूली घायलों का दौसा जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। प्रशासन ने पीड़ित परिजनों से संपर्क कर उन्हें सहायता राशि और जरूरी मदद का आश्वासन दिया है।

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New Delhi: राजीव प्रताप रूडी ने कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया के प्रबंधन में अपना 25 साल पुराना प्रभुत्व कायम रखा। मंगलवार को हुए कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के सचिव पद के चुनाव में भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी ने अपने साथी भाजपा नेता संजीव बालियान को 100 वोटों से हरा दिया।

चुनाव में दोनों के ही बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा था। इस चुनाव में पहली बार भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने वोट किया, जिसमें भाजपा के अमित शाह, जेपी नड्डा और कांग्रेस की सोनिया गांधी सहित प्रमुख सदस्य शामिल हैं। राजीव प्रताप रूडी को 391 वोट मिले जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी संजीव बालियन को 291 वोट मिले।

खेल सचिव पद पर राजीव शुक्ला, संस्कृति सचिव के पद पर तिरुचि शिवा ओर कोषाध्यक्ष के पद पर जितेंद्र रेड्डी निर्विरोध चुने हुए। चुनाव जीतने के बाद मीडिया से बात करते हुए भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि वोटों की गिनती पूरी होते हुए बुधवार सुबह 4 बजे नतीजों की घोषणा हुई। इस चुनाव में कुल 1295 वोट पड़े। उन्होंने कहा कि यह उनके पैनल की जीत है। पैनल में कांग्रेस, सपा, टीएमसी और निर्दलीय सांसद थे।

उल्लेखनीय है कि सचिव पद पर चुनाव 20 साल बाद हुआ है। इस क्लब के सदस्यों की संख्या लगभग 1300 है।

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New Delhi, 12 अगस्त (हि.स.)। स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाने के लिए उत्तर रेलवे ने 12 से 15 अगस्त तक दिल्ली क्षेत्र के रेलवे स्टेशनों पर सभी प्रकार के पार्सल यातायात पर अस्थायी रोक लगाने का निर्णय लिया है।

किसी भी तरह के पार्सल की लोडिंग और अनलोडिंग प्रतिबंधित रहेगी

उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने मंगलवार को एक बयान में बताया कि यह प्रतिबंध नई दिल्ली, दिल्ली जंक्शन, हजरत निजामुद्दीन, आनंद विहार टर्मिनल और दिल्ली सराय रोहिल्ला स्टेशनों पर लागू रहेगा। इन स्टेशनों से गुजरने वाली तथा यहां ठहराव लेने वाली सभी ट्रेनों में लीज्ड एसएलआर और वीपी कोचों के जरिए किसी भी तरह के पार्सल की लोडिंग और अनलोडिंग प्रतिबंधित रहेगी।

यात्री डिब्बों में व्यक्तिगत सामान ले जाने की छूट दी गयी है

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह कदम 15 अगस्त को राजधानी में होने वाले उच्चस्तरीय समारोहों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है। इस दौरान पार्सल गोदामों और प्लेटफॉर्मों पर किसी भी प्रकार की पार्सल पैकिंग या हैंडलिंग की अनुमति नहीं होगी। हालांकि, यात्री डिब्बों में व्यक्तिगत सामान ले जाने की छूट दी गयी है और नियमानुसार सभी व्यावसायिक औपचारिकताओं को पूरा करने पर समाचार पत्र-पत्रिकाओं की बुकिंग को भी अनुमति दी जाएगी।

यह प्रतिबंध न सिर्फ दिल्ली क्षेत्र के स्टेशनों पर बल्कि उन ट्रेनों पर भी लागू होगा जो अन्य मंडलों से होकर दिल्ली में लोडिंग या अनलोडिंग के लिए रुकती हैं। उत्तर रेलवे ने सभी संबंधित पक्षों से अपील की है कि वे निर्धारित तिथियों के दौरान वैकल्पिक प्रबंध करें और किसी भी असुविधा से बचने के लिए रेलवे के दिशा-निर्देशों का पालन करें।

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Uttarakhand 11 अगस्त (हि.स.)। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में धराली त्रासदी के सातवें दिन आयुक्त गढ‍़वाल मंडल विनय शंकर पाण्डेय ने बताया कि धराली आपदा के बाद 43 लोग लापता हाेने की सूचना दर्ज की गई है, जिनमें से एक युवक का शव बरामद हाे गया है। शेष 42 लाेगाें में सेना के नाै, बिहार के 13 और उत्तर प्रदेश के छह व्यक्ति शामिल हैं। रेस्क्यू अभियान में अब तक 1278 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।

लापता लोगों की खोजबीन का प्रयास भी तेजी से हाे रहे हैं

सोमवार को यहां आपदा नियंत्रण कक्ष में एक मीडिया ब्रीफिंग में गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने बताया कि आपदाग्रस्त धराली में राहत एवं बचाव अभियान तेजी से चलाया जा रहा है। अभियान में लापता लोगों की खोजबीन का प्रयास भी तेजी से हाे रहे हैं। मंडलायुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार धराली गांव के आपदा पीड़िताें को तत्कालिक तौर पर पांच लाख रूपये की अनुग्रह राशि का वितरण कार्य शुरू कर दिया गया है। मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप पीड़िताें काे राहत एवं पुनर्वास का बेहतर पैकेज तैयार कराया जा रहा है। जिसके लिए सचिव राजस्व की अध्यक्षता में तीन सदस्यों की एक उच्चस्तरीय समिति बनाई गई है। आपदा से हुई क्षति का आकलन और प्रभावितों से वार्ता के लिए समिति के सदस्य आज उत्तरकाशी पहुंचेंगे।

मंडलायुक्त ने बताया कि आपदा प्रभावित क्षेत्र में युद्धस्तर पर रेस्क्यू अभियान चलाकर 1278 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। प्रभावित क्षेत्र में फंसे सभी बाहरी लोगों एवं जरूरतमंद स्थानीय लोगों को वहां से निकाल लिया गया है। मलबे के भीतर दबे लोगों की खोज करना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जिसके लिए एनडीआरएफ की टीम सहित अलग से एक विशेष अधिकारी मौके पर तैनात है। एसडीआरएफ के आईजी भी मौके पर कैम्प कर रहे हैं।

उत्तर प्रदेश के छह व्यक्ति भी लापता बताए गए हैं

उन्हाेंने बताया कि देहरादून से 10 विशेषज्ञ भूवैज्ञानिकों की एक विशेष टीम भी भेजी गई है। राहत एवं बचाव कार्यों तथा सर्च ऑपरेशन को तत्परता से संचालित करने के लिए जिलाधिकारी लगातार प्रभावित क्षेत्र में ही कैम्प कर रहे हैं। प्रभावित लोगों को पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न, कपड़े व दैनिक उपयोग की सामग्री उपलब्ध कराई जा चुकी है। मंडलायुक्त ने बताया कि अभी तक प्राप्त विवरण के अनुसार इस आपदा में 43 लोगों के लापता होने की सूचना मिली थी। जिनमें से धराली गांव के एक युवक आकाश पंवार का शव बरामद हुआ है। मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता दी जा चुकी है। इन लापता 42 लोगोंं में नाै सेना के कार्मिकों के साथ ही धराली गांव के आठ तथा निकटवर्ती क्षेत्रों के पांच लोग शामिल हैं। टिहरी जिले का एक, बिहार के 13 और उत्तर प्रदेश के छह व्यक्ति भी लापता बताए गए हैं।

उन्हाेंने बताया कि इनके अतिरिक्त 29 नेपाली मजदूरों के लापता होने की भी सूचना मिली थी, जिनमें से मोबाइल नेटवर्क बहाल होने के बाद पांच व्यक्तियों से संपर्क हो चुका है। शेष 24 मजदूरों के संबंध में उनके ठेकेदारों से अधिक विवरण नहीं मिल पाया है। संबंधित ठेकेदारों को कहा गया है कि इन मजदूरों को जहां से लाया गया है, वहां से उनके मोबाइल नंबर तथा अन्य जानकारी प्राप्त की जाय। ऐसा माना जा रहा है कि अभी तक सकुशल मिले पांच मजदूरों की तरह शेष अन्य मजदूर भी अन्यत्र जा सकते हैं। केदारनाथ आपदा के दौरान भी लापता बताए गए कई लोग प्रभावित क्षेत्र से वापस अपने घर पहुंच चुके थे। अन्य राज्यों के लापता लोगों के घरों का पता जुटाकर भी उनकी खोज-खबर का प्रयास किया जा रहा है। इन लोगों के बारे में अंतिम वस्तुस्थिति एक-दो दिन में साफ होने की उम्मीद है। मीडिया ब्रीफिंग के दौरान पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र राजीव स्वरूप भी उपस्थित रहे।

डबरानी व सोनगाड क्षेत्र में क्षतिग्रस्त सड़कें बहाल करने के प्रयास तेज

मंडलायुक्त ने बताया कि हर्षिल में भागरथी नदी पर बनी झील से पानी निकासी के लिए सिंचाई विभाग और उत्तराखंड जल विद्युत निगम ने काम शुरू कर दिया गया हैं। डबरानी-सोनगाड क्षेत्र में सड़क मरम्मत के लिए मशीनें पहुंची है। इसके अलावा पैदल मार्ग पर सुरक्षा व सहायता के अनेक इंतजाम किये जा रहे

हैं। मंडलायुक्त ने बताया कि आपदा प्रभावित क्षेत्र में सड़क संपर्क बहाल करने का काम तेजी से जारी है। गत रात्रि को लिमच्यागाड में वैली ब्रिज का निर्माण पूरा हो चुका हैं। अब डबरानी और सोनगाड क्षेत्र में क्षतिग्रस्त सड़क बहाल करने का काम चल रहा है। मंगलवार सायं तक इस क्षेत्र में सड़क संपर्क बहाल हो जाने की उम्मीद है। लिमच्यागाड में वैली ब्रिज बनने के बाद भारी मशीनों को डबरानी क्षेत्र में पहुंचा दिया गया है।

उन्हाेंने बताया कि डबरानी से सोनगाड तक लगभग पांच किमी पैदल मार्ग पर एक हेल्प पोस्ट एवं मेडिकल कैम्प की व्यवस्था करने के साथ ही एसडीआरएफ व वायरलेस टीम को भी तैनात किया गया है। डबरानी से सोनगाड के बीच खच्चरों के माध्यम से गैस सिलिंडरों को भेजा शुरू कर दिया गया है। जिन हिस्सों में सड़क अवरूद्ध हैं, वहां पर ट्रांशिपमेंट कर प्रभावित क्षेत्र के लिए जरूरी सामान की आपूर्ति की जा रही है। उन्हाेंने बताया कि सड़क बाधित होने के कारण प्रभावित गांवों में प्रशिक्षित आपदा मित्रों एवं पंचायतराज विभाग के माध्यम से लगातार संपर्क किया जा रहा है। प्रभावित क्षेत्र में मोबाइल संपर्क उपलब्ध है। आपदा नियंत्रण कक्ष निरंतर संचालित हो रहा हैं। प्रभावित गांवों में कोई समस्या होने पर तत्काल सहायता पहुंचाए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।

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New Delhi, 11 अगस्त (हि.स.)। विपक्षी दलों के इंडी गठबंधन ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के विरोध और 2024 के लोकसभा चुनाव में वोट चोरी के आरोप में संसद से चुनाव आयोग तक सोमवार को मार्च निकाला। इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विपक्ष पर निशाना साधा। केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र प्रधान ने इंडी गठबंधन और राहुल गांधी पर संविधान की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन के लोग, विशेषकर कांग्रेस के नेता राहुल गांधी हर रोज झूठ का नया पहाड़ बनाते हैं। देश देख रहा है कि सबसे ज्यादा संविधान विरोधी काम अगर कोई कर रहा है, तो उसके सरगना भी राहुल गांधी ही हैं।

कांग्रेस जीत जाती है तो सब ठीक रहता है: धर्मेंद्र प्रधान 

धर्मेंद्र प्रधान ने भाजपा मुख्यालय में पत्रकार वार्ता में कहा कि कांग्रेस जीत जाती है तो सब ठीक रहता है और अगर हार जाती है तो कहती है कि सब जगह भ्रष्टाचार हो रहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव की प्रक्रिया आज दुनिया में सिद्ध व्यवस्था बन चुकी है। एसआईआर पहली बार नहीं हो रहा है। हर राज्य में राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव आयोग की एक नियमित प्रक्रिया है कि मतदाता सूची को व्यवस्थित करने के लिए वो लगातार काम करता है। कांग्रेस पहले ईवीएम पर झूठ फैलाती हैै, कभी महाराष्ट्र का मुद्दा उठाती है, कभी हरियाणा की बात उठाती है यानी हर रोज झूठ का एक नया पहाड़ बनाती है। वर्ष 2014, 2019 और 2024 में लोकसभा चुनाव और अनेक राज्यों में निरंतर पराजय के कारण कांग्रेस दिवालियापन की स्थिति में पहुंच चुकी है।

कांग्रेस और विपक्ष के पास केवल वोटबैंक की राजनीति ही बची है: धर्मेंद्र प्रधान 

प्रधान ने कहा कि पिछले 2-3 दिनों में जो वाद-विवाद हुआ, उसपर भारतीय मीडिया ने फैक्ट चेक करके राहुल गांधी के हर एक झूठ का प्रमाण के आधार पर बेनकाब किया है। कांग्रेस और विपक्ष के पास केवल वोटबैंक की राजनीति ही बची है। घुसपैठियों को मतदाता बनाकर वो अपनी राजनीतिक रोटी सेंकना चाहते हैं। जिन लोगों को तकनीक या चुनाव आयोग की प्रक्रियाओं की बुनियादी समझ नहीं है, उनके पास वोट बैंक की राजनीति के अलावा कुछ नहीं बचा है।

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11 अगस्त (हि.स.)। स्वतंत्रता दिवस के अवसर परसंभावित किसी भी प्रकार की घुसपैठ या अवांछनीय गतिविधियों के मद्देनजर सीमा सुरक्षा बल राजस्थान फ्रंटीयर ने अगले एक सप्ताह तक सरहद पर ऑपरेशन हाईअलर्ट शुरू किया है। इस दौरान भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अपनी नियमित गश्त के साथ अतिरिक्त चौकसी बढ़ाई जाएगी। यह ऑपरेशन आज से शुरू हुशा है और 17 अगस्त तक चलेगा।

बीएसएफ ने हाईअलर्ट के दौरान सरहद पर नफरी बढ़ाई जाएगी

BSF सेक्टर नार्थ डीआईजी योगेन्द्र सिंह राठौड़ के अनुसार स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बॉर्डर पर तारबंदी के नजदीक जवानों के साथ उनका हौसला अफजाई करने के लिए अधिकारी भी तैनात रहेंगे और कड़ी निगरानी रखी जाएगी। हाई अलर्ट के चलते बीएसएफ की सभी विंग एक्टिव रहेगी। बीएसएफ ने हाईअलर्ट के दौरान सरहद पर नफरी बढ़ाई जाएगी। उन्होंने बताया कि ज्यादा से ज्यादा डिजीटल गैजेट्स का उपयोग कर सीमावर्ती गांवों पर भी बीएसएफ नजर रखेगी। बीएसएफ के जवान अत्याधुनिक हथियारों से लैस होकर गश्त करेंगे।

उल्लेखनीय है कि ऑपरेशन हाई अलर्ट के तहत बीएसएफ अतिरिक्त चौकसी के साथ निगरानी करती है। ड्रोन थ्रेट को मद्देनज़र रखते हुए सीमावर्ती गांव में रहने वाले ग्रामीणों को जागरूक किया जाएगा । चौकसी के लिहाज से सबसे दुरूह और दुर्गम मानी जाने वाली सीमा पर तारबंदी के निकट बीएसएफ के अधिकारी व्हिकल, केमल व फुट पेट्रोलिंग के माध्यम से दिन रात लगातार पेट्रोलिंग करेंगे। इस दौरान बढ़ी हुई पेट्रोलिंग आम दिनों में होने वाली पेट्रोलिंग व गश्त से अधिक होगी। ऑपरेशन अलर्ट में खुर्रा चैकिंग भी तेज कर दी जाती है। ऑपरेशन अलर्ट के दौरान सीमा पर बीएसएफ की इंटेलीजेंसी विंग भी सक्रिय रहती है। इसके अलावा अन्य खुफिया एजेंसियों व स्थानीय निवासियों और पुलिस से भी बीएसएफ का तालमेल रहता है।

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Kulgam, 11 अगस्त (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम ज़िले के अखल के जंगल में सोमवार को 11वें दिन भी आतंकियों को मार गिराने के लिए सुरक्षाबलों का अभियान जारी है। सुरक्षाबल घेराबंदी को और कड़ा कर रहे हैं ताकि आतंकी घने जंगल व तेज गोलीबारी कर मौके से भाग न सकें। अधिकारियों ने बताया कि यह घाटी में सबसे लंबे आतंकवाद-रोधी अभियानों में से एक है।

जंगली क्षेत्र में तीन स्थानों पर 8 आतंकवादी छिपे हुए हैं

अभी तक इस अभियान में दो सेना के जवान बलिदान और 9 जवान घायल हो चुके हैं। जबकि अभियान की शुरूआत में ही दो आतंकवादी मारे गए थे।

अधिकारियों ने बताया कि इस जंगली क्षेत्र में तीन स्थानों पर 8 आतंकवादी छिपे हुए हैं जो दिन के समय गोलीबारी करने से बच रहे हैं लेकिन रात को भागने के लिए तेज गोलाबारी कर रहे हैं। अखल का यह जंगल बहुत धना है जहां पर बहुत सी प्राकृतिक गुफाएं हैं जिसमें ये आतंकी छिपे बैठे हैं।

मारे गए आतंकवादियों की पहचान का अभी तक पता नहीं चल पाया है

सुरक्षाबल जंगल क्षेत्र में आतंकवादियों का पता लगाने के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल कर रहे हैं। पैरा कमांडो भी छिपे हुए आतंकवादियों को मार गिराने में सुरक्षा बलों की मदद कर रहे हैं।

1 अगस्त को दक्षिण कश्मीर ज़िले के अखल के एक जंगल में सुरक्षा बलों द्वारा आतंकवादियों की मौजूदगी की ख़ुफ़िया जानकारी मिलने के बाद घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू करने के बाद शुरू हुई मुठभेड़ में अब तक दो आतंकवादी मारे गए हैं। मारे गए आतंकवादियों की पहचान और उनके समूह का अभी तक पता नहीं चल पाया है।

सुरक्षा बलों ने इलाके की कड़ी घेराबंदी कर रखी है और घने जंगलों में छिपे आतंकवादियों से मुठभेड़ जारी है।

अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रमुख नलिन प्रभात और सेना के उत्तरी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा सहित वरिष्ठ पुलिस और सेना के अधिकारी चौबीसों घंटे अभियान पर कड़ी नज़र रख रहे हैं।

 

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नई दिल्ली, 11 अगस्त (हि.स.)। तिरुवनंतपुरम से दिल्ली जा रहे एयर इंडिया के विमान (संख्या एआई2455) की रविवार को चेन्नई में आपातकालीन लैंडिंग कराई गई।

सफर के दौरान खराब मौसम के बीच तकनीकी समस्या का शक होने पर चालक दल ने विमान को चेन्नई की तरफ मोड़ दिया, जहां विमान की सुरक्षित लैंडिंग कराई गई। विमान ने रात करीब 8 बजे तिरुवनंतपुरम से उड़ान भरी और लगभग 10.35 बजे चेन्नई पहुंचा।

विमान में कांग्रेस सांसद वेणुगोपाल सहित कुछ अन्य सांसद और यात्री सवार थे, जो चालक दल की समझदारी के कारण बड़ी दुर्घटना से बाल-बाल बच गए। वेणुगोपाल ने हवाई सफर की सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने और डीजीसीए से इस घटना की जांच की मांग की है।

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