नई दिल्ली, 09 अक्टूबर (हि.स.)। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सोमवार को कहा कि लोकप्रिय घोषणाएं करना आसान है लेकिन उन वायदों को पूरा करना कठिन। ऐसी घोषणाओं को रोक पाना भी मुश्किल है। ऐसे में लोगों को जानने का पूरा हक है कि वादे कैसे पूरे होंगे ताकि जनता जागरूक निर्णय ले सके।

दिल्ली में पांच राज्यों के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सवाल उठाया कि चुनाव नजदीक आते ही इस तरह की घोषणाएं क्यों की जाती हैं। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि यह उनका कार्यक्षेत्र नहीं है। जहां तक मुफ्त में समान और सेवाएं देने जैसे वादों का सवाल है, लोगों को यह जानने का हक है कि वादे कब और कैसे पूरे होंगे। इससे जीडीपी पर क्या प्रभाव पड़ेगा। सतत विकास लक्ष्यों पर क्या प्रभाव पड़ेगा और लोगों को कोई अतिरिक्त कर देना होगा या नहीं। चुनावी दलों से चर्चा के दौरान इन सब विषयों पर चर्चा की गई थी और यह सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध हैं।

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि जम्मू कश्मीर में सही समय पर सुरक्षा स्थिति को देखते हुए चुनाव कराए जाएंगे। सुरक्षा स्थिति को देखते हुए और अन्य राज्यों के चुनावों के साथ तालमेल बिठाकर केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव कराए जाएंगे।

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नई दिल्ली, 09 अक्टूबर (हि.स.)। भारत निर्वाचन आयोग ने सोमवार को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम सहित पांच राज्यों के लिए विधानसभा चुनाव कार्यक्रम घोषित कर दिया।

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों 7 नवंबर और 17 नवंबर को मतदान होगा। मध्य प्रदेश विधानसभा की 230 सीटों के लिए 17 नवंबर को, मिजोरम की सभी 40 सीटों के लिए 7 नवंबर को, राजस्थान की 200 सीटों के लिए 23 नवंबर को और तेलंगाना की सभी 119 सीटों के लिए 30 नवंबर को मतदान होगा। सभी पांच विधानसभा चुनावों के लिए वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।

पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों पर चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि सभी राज्यों के चुनाव 5 दिसंबर तक पूरे हो जाएंगे।

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New Delhi: माइक्रोकाउंट्स इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड के निर्देशक एवं पर्यावरणविद प्रशान्त सिन्हा को अंतरराष्ट्रीय पीपल शांति पुरस्कार ( International Peepal Peace award ) से सम्मानित किया गया।

श्री प्रशान्त सिन्हा को यह पुरस्कार इनके द्वारा बीते कुछ वषों में पर्यावरण,जल संरक्षण एवं सामाजिक कार्य हेतु किए गए महतवपूर्ण योगदान के लिए दिया गया। रघुराम पीपल मैन फाउंडेशन द्वारा अंतराष्ट्रीय पीपल शांति पुरस्कार को पर्यावरण सरंक्षण, सामाजिक कार्यकर्ता के रुप में देश विदेश में उत्कृष्ट कार्य के लिए दिए जाते हैं।

श्री प्रशान्त सिन्हा अभी तक सुंदर लाल बहुगुणा स्मृति पर्यावरण गौरव सम्मान, अमृता देवी स्मृति पर्यावरण गौरव सम्मान, सुंदर लाल बहुगुणा स्मृति वृक्ष मित्र सम्मान, पर्यावरण रत्न सम्मान, जल प्रहरी सम्मान आदि अनेक शैक्षिक, सामाजिक क्षेत्रों में सम्मानित हो चुके हैं। श्री सिन्हा सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक रुप से पिछड़े बच्चों के उत्थान के लिए सतत् प्रयास काफी लंबे अरसे से करते आ रहे हैं।

श्री सिन्हा ने ” पचास शहर, पचास पेड़ ” अभियान शुरू किया है जिसके अंतर्गत पचास शहरों में जा कर पेड़ लगाएंगे और लोगों को पर्यावरण बचाने के लिए ज्यादा से ज्यादा पौधा लगाने के लिए जागरूक करेंगे।

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अयोध्या, 07 अक्टूबर (हि.स.)। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक शनिवार को श्री मणिराम दास छावनी में देर शाम समाप्त हुई। बैठक के बाद ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने बताया कि बैठक में 12 लोग मौजूद रहे, जबकि ट्रस्टी केशव परासरण ऑनलाइन शामिल हुए। मीटिंग में 18 बिंदुओं पर चर्चा की गई। मन्दिर प्रांगण में बैठक के बाद आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने बताया कि मंदिर को तीन चरणों में बनाया जा रहा है। पहले चरण में भूतल जनवरी 2024 में पूरा होगा, जबकि दूसरा दो चरण दिसंबर 2024 और तीसरा चरण दिसंबर 2025 में पूरे किए जाएंगे।

ट्रस्ट के लेखाजोखा के संदर्भ में उन्होंने बताया कि 05 फरवरी 2020 से 31 मार्च 2023 तक मंदिर निर्माण में 900 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। जबकि बैंक खाते में अब भी 3 हजार करोड़ रुपये हैं, जिसमें एफडी, बचत भी शामिल है। समर्पण निधि से आये धन को खर्च नहीं किया गया है। मन्दिर में आ रहे दान और ऑनलाइन मिली राशि से शेष खर्चों का निबटारा हो रहा है। ट्रस्ट को जानकारी दी गई कि मंदिर के लिए विदेशी करेंसी में चंदा लेने के लिए एफसीआरए के रजिस्ट्रेशन को ऑनलाइन किया गया है, जो प्रक्रिया है उसे कर दिया गया है।

हर घर में प्राण प्रतिष्ठा के दिन 5 दीपक जलाए जाएंगे
चंपत राय ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर पूरे देश में हर घर में 5 दीपक सरसों के तेल से जलाए जाएंगे। जिससे वातावरण शुद्ध होगा। प्राण प्रतिष्ठा के बाद गर्भ गृह से भगवान की फोटो को लेकर छपवाया जाएगा और प्रसाद के रूप में भक्तों को दर्शन के समय दिया जायेगा। लगभग 10 करोड़ घरों तक फोटो वितरित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद लगभग 50 लाख लोगों के अयोध्या पहुंचने की संभावना है। अयोध्या में 25 हजार लोगों के रहने और भोजन की व्यवस्था की जाएगी, जिसमें एक हजार चलित शौचालय बनाए जायेंगे।

प्राण प्रतिष्ठा के लिए 5 लाख गांवों तक जाएगा अक्षत
उन्होंने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के पहले गर्भ गृह के सामने अछत का पूजन होगा, जो प्राण प्रतिष्ठा के लिए 5 लाख गांवों तक भेजा जाएगा। सभी लोग अपने अपने घरों के आसपास देव स्थान पर पूजन अर्चन करें और वहीं से लाइव कार्यक्रम दूरदर्शन से देखें।

ट्रस्ट के 15 सदस्यों में 11 सदस्य अयोध्या की बैठक में शामिल हुए। जबकि के पाराशरण सहित तीन सदस्य वर्चुअली रूप से जुड़े रहे। बैठक में ट्रस्ट अध्यक्ष एवं मणि राम दास छावनी महंत नृत्यगोपाल दास, जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती और कोषाध्यक्ष गोविंदेव गिरि, महासचिव चंपत राय, सदस्यों में अयोध्या राजा बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, निर्माण समिति अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, डॉ अनिल मिश्र, कामेश्वर चौपाल, जिलाधिकारी नीतिश कुमार, प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि एवं मणि राम दास छावनी महंत नृत्यगोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास शास्त्री उपस्थित रहे।

900 करोड़ अब तक खर्च, कुल 1800 करोड़ लगेंगे
राम मंदिर निर्माण पर अब तक 900 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। ट्रस्ट के मुताबिक, पूरे मंदिर को तैयार करने में 1800 करोड़ रुपये खर्च होंगे। राम मंदिर निर्माण में लार्सन एंड टुब्रो और टाटा कंसल्टेंसी लगी है। चम्पत राय ने बताया कि कंपनियों के समझौते के हिसाब से अगस्त में ही मन्दिर निर्माण पूरा होना था। पत्थर का इतना बड़ा कार्य अनुभव न होने के कारण नहीं हो पाया। श्री राय ने प्रधानमंत्री के समारोह में सम्मिलित होने के विषय में कहा कि अभी तक कोई पत्र आने का नहीं प्राप्त हुआ है।

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गंगटोक, 06 अक्टूबर (हि.स.)। सिक्किम के सिंगताम बाजार के निकट बारदांग में तीस्ता नदी की बाढ़ में बह गये भारतीय सेना के जवानों की तलाश आज तीसरे दिन भी जारी है। पिछले मंगलवार-बुधवार की रात बाढ़ की चपेट में आकर सेना के 23 जवान बह गए थे। हालांकि, एक जवान को सुरक्षित बचा लिया गया है।

भारतीय सेना की ओर से आज जारी की गई जानकारी के मुताबिक, लापता जवानों की तलाश जारी है। तीस्ता नदी को केंद्रित करते हुए तलाशी अभियान को तेज कर दिया गया है। सर्च ऑपरेशन में तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू, ट्रैकर डॉग, स्पेशल रडार को तैनात किया गया है।

इसके अतिरिक्त, सेना उत्तरी सिक्किम में फंसे नागरिकों और पर्यटकों के लिए भोजन, चिकित्सा और संचार सुविधाएं भी सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है।

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जम्मू, 06 अक्टूबर (हि.स.)। अब माता वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए जाने वाले भक्तों को त्रिकुटा पहाड़ियों पर जाते समय रास्ते में पांच जगह वर्चुअल प्राकृतिक गुफा के दर्शन कराये जायेंगे। इसके लिए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने भवन के रास्ते में पांच स्थानों पर कियोस्क स्थापित करने की व्यवस्था की है।

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने जम्मू-कश्मीर में रियासी जिले के त्रिकुटा पहाड़ियों में स्थित माता रानी के प्राकृतिक गुफा के माध्यम से आभासी दर्शन कराने की शुरुआत की है। बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अंशुल गर्ग ने शुक्रवार को बताया कि भवन के रास्ते में पांच स्थानों पर तीर्थयात्रियों के लिए पवित्र प्राकृतिक गुफा के माध्यम से उपलब्ध होंगे।

उन्होंने कहा कि तीर्थयात्री 15 अक्टूबर से शुरू होने वाले इस शारदीय नवरात्रि में केवल 101 रुपये का डिजिटल भुगतान करके वीआर हेडसेट के माध्यम से एक अद्वितीय अनुभव का आनंद ले सकते हैं। यह कियोस्क निहारिका भवन (कटरा), सेरली हेलीपैड, अर्धकुंवारी, पार्वती भवन और दुर्गा भवन में उपलब्ध होंगे।गर्ग ने बताया कि तीर्थयात्री अक्सर दर्शन के लिए एक पुरानी पारंपरिक प्राकृतिक गुफा को खोलने की मांग करते हैं, जिसे साल में केवल एक बार खोला जाता है।

उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए और प्राकृतिक गुफा के माध्यम से दर्शन करने की उनकी इच्छा को पूरा करने के लिए अब वर्चुअल मोड के माध्यम से पूरा किया जाएगा। यह व्यवस्था विशेष रूप से उन बुजुर्ग तीर्थयात्रियों के लिए लाभदायक होगी, जो प्राकृतिक गुफा के माध्यम से दर्शन करने में आस्था व्यक्त करते हैं। सीईओ ने कहा कि इस नवरात्र में यात्रा को सुचारू रूप से चलाने और पवित्र दिनों के दौरान भीड़ को कम करने के लिए भवन में श्राइन बोर्ड आधुनिक स्काईवॉक फ्लाईओवर और डिजिटल लॉकर सुविधाएं भी शुरू करेगा।

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नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (हि.स.)। केन्द्र सरकार के इलेक्ट्रॉनिक और आईटी मंत्रालय ने बाल यौन शोषण सामग्री को लेकर शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स, यूट्यूब और टेलीग्राम को नोटिस जारी किया है। नोटिस में सोशल मीडिया को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि वे किसी भी प्लेटफाॅर्म पर बाल यौन शोषण सामग्री न परोसे और उसे ब्लॉक करने की व्यवस्था रखें। नोटिस में चेतावनी दी गई है कि सरकार के इन निर्देशों का पालन नहीं किया गया तो उन पर कार्रवाई की जाएगी।

नोटिस में मंत्रालय ने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म को इस तरह की व्यवस्था की जानी चाहिए जिससे बाल यौन शोषण से संबंधित कंटेंट अपने आप डिटेक्ट होकर ब्लॉक हो जाए। इसके लिए अपने एल्गोरिदम को बदलें और अपने रिपोर्टिंग प्रक्रिया को भी बदलें। नोटिस में कहा गया है कि यदि इन निर्देशों का पालन नहीं किया जाता है तो आईटी अधिनियम 2021 के नियम 3(1)(बी) और नियम 4(4) का उल्लंघन माना जाएगा और उन पर कार्रवाई की जाएगी।

केंद्रीय कौशल विकास व उद्यमिता और इलेक्ट्रॉनिक्स व आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बाल यौन शोषण से जुड़े सामग्री को रोकने के लिए उन्हें नोटिस भेजा गया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को निर्देशों के पालन को सुनिश्चित करना होगा।

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नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (हि.स.)। पूर्वोत्तर का खूबसूरत राज्य सिक्किम इस समय प्राकृतिक आपदा की भीषण मार से बेहाल है। सोमवार-मंगलवार की मध्य रात्रि में बादल फटने के बाद मंगलवार की सुबह से आशंकाओं के बादल अब तक घिरे हुए हैं। बुधवार सुबह तक 14 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि 100 से अधिक लोग लापता हैं। इनमें सेना के भी 23 जवान शामिल हैं।

मंगलवार भोर के समय उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर बादल फटा, जिसके बाद तीस्ता नदी में बड़े पैमाने पर सैलाब आ गया। इसके चलते तीस्ता नदी के किनारे बने घर, मकान धाराशायी हो गए। 14 पुल टूट गए। नदी किनारे खड़े वाहन नदी के तेज बहाव में बह गए। इसमें नदी किनारे बने एक अस्थायी कैंप में रह रहे सेना के 23 जवान भी शामिल हैं। अभी लापता लोगों की सही सही संख्या का केवल अनुमान ही लगाया जा सका है। तीन हजार से अधिक पर्यटक भी सड़क आदि टूट जाने से अनेक स्थानों पर फंस गए हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट पर सिक्किम की आपदा पर गंभीर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने लिखा कि “सिक्किम के मुख्यमंत्री पी. एस. तमांग से बात की और राज्य के कुछ हिस्सों में दुर्भाग्यपूर्ण प्राकृतिक आपदा से पैदा हुई स्थिति की समीक्षा की। चुनौतियों का सामना करने के लिए हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया। मैं सभी प्रभावितों की सुरक्षा और कुशलता की प्रार्थना करता हूं।”

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क्षेत्रीय मनोरंजन के दिग्गजों ने मिलाया हाथ, ‘मितवा टीवी’ के साथ ‘महुआ ब्रांड’ का हुआ मर्जर

मनोरंजन: देश के पहले OTT न्यूज़ एवं भोजपुरी मनोरंजन प्लेटफॉर्म मितवा टीवी आज भोजपुरी भाषा को पसंद करने वालों के बीच काफी चर्चित हो चुका है. अब मितवा टीवी ने आगे बढ़कर भोजपुरी मनोरंजन क्षेत्र की चर्चित कम्पनियों “महुआ एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड” एवं “महुआ ब्राडकास्टिंग प्राइवेट लिमिटेड” को अपने साथ मर्ज करके भोजपुरी मनोरंजन के क्षेत्र में बड़े स्तर पर कार्यक्रमों को लांच करने की घोषणा कर दी है. इस आशय की जानकारी मितवा टीवी के CEO अविनाश राज ने शुक्रवार को दी है.

अविनाश राज ने बताया है कि “महुआ प्लस ब्रांड” भोजपुरी भाषाई लोगों के बीच एक स्थापित नाम है, जिसे यूपी, बिहार एवं झारखंड के लोग बेहद पसन्द करते हैं, अतः आधुनिकतम तकनीकियों के साथ हमारा संयुक्त मंच जल्दी ही अपने प्रिय दर्शकों के लिए उनके मनपसंद कार्यक्रम दिखाना प्रारम्भ कर देगा.

बता दें, कोविड के बाद मनोरंजन के बदले हुए स्वरूप में फ़िल्म, गाने और न्यूज के दर्शक मोबाइल पे सिमट चुके हैं. कोरोना काल में सिनेमाघरों के बंद होने के बाद उसकी जगह टीवी और डिजिटल प्लेटफार्म ले चुकी थी. ओटीटी पर प्रसारित हो रहे बेहतरीन कंटेंट को दर्शकों ने खूब पसंद किया. इन्ही बातों को ध्यान में रख कर भोजपुरी का पहला ओटीटी प्लेटफॉर्म “मितवा टीवी लॉन्च किया गया था. मितवा टीवी नाम के इस ओटीटी को पूरे देशी अंदाज में लांच किया गया था. जिसे दर्शको का भरपूर प्यार मिला. दरअसल वर्ष 2021 में मितवा टीवी की नींव रखी गयी थी और अगस्त 22 से इसका टेस्ट फिड शुरू किया गया. अंततः 12 सितंबर 2022 को इस भोजपुरी ओटीटी को लॉन्च कर दिया गया.

मितवा टीवी ने बहुत ही कम समय मे दर्शकों के बीच काफी लोकप्रियता हासिल कर चुकी है. देश और विदेशों में अपने दर्शकों की बढ़ती संख्या मितवा की बढ़ती लोकप्रियता ही प्रमाण है कि मितवा टीवी भोजपुरी का दुनिया में पहला OTTप्लेटफार्म हैं, जहाँ मनोरंजक कार्यक्रमों के साथ ही देश की प्रथम समाचार प्रस्तुति भी उपलब्ध हैं. अपने मजबूत वितरण और बेहतरीन कंटेंट के कारण मितवा आज देश के लोकप्रिय ओटीटी में शामिल हो चुका है. इस पर भोजपुरी फिल्मों के साथ हॉलीवुड क्लासिक्स, लाइव-स्ट्रीमिंग, ड्रामा, वेब-सीरीज़ एवं समाचार, यहाँ हर आयु वर्ग के लिए कुछ न कुछ उपलब्ध है. इसे प्ले-स्टोर,ऐप-स्टोर, फायरस्टिक और अन्य लोकप्रिय स्ट्रीमिंग डिवाइसेज़ जैसे एमआई स्टिक पर आसानी से डाउनलोड कर देखा जा सकता है.

अविनाश राज का कहना है कि मनोरंजक कार्यक्रमों के साथ एक मजबूत डिस्ट्रीब्यूशन मितवा टीवी सफलता का राज़ है. हमारे पास नेटफ्लिक्स की तरह एक स्टैंडअलोन ऐप बनाने का विकल्प था, लेकिन बाजार की मांग को समझते हुए, हमने वितरण एवं कार्यक्रमों की गुणवत्ता में निवेश किया, साथ ही अनेकों भाषाओं के प्रमुख टेलीविज़न चैनलों को मितवा के माध्यम से दर्शकों तक मुफ्त पहुंचने का प्राविधान बनाया.” इस रणनीति ने बेहतरीन काम किया. आज तक, मितवा भारत और विदेशों में लाखों दर्शकों के लिए 200+ चैनलों के साथ कई अनूठे कार्यक्रम प्रस्तुत कर रहा है और आज मितवा देश में सबसे तेजी से लोकप्रिय होते हुए स्टार्ट-उप में से एक है. अब ‘महुआ ब्रांड’ और OTT प्लेटफॉर्म ‘मितवा टीवी’ के साथ आ जाने से देश-विदेश में भोजपुरी फिर से नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ चलेगा. विदित हो, महुआ चैनल ने अपने समय में जबरदस्त ढंग से भोजपुरी भाषाई लोगों के बीच अपनी पैठ बनाई थी. लेकिन इस चैनल के बंद हो जाने से भोजपुरी भाषाई भोजपुरी के हिट कार्यक्रमों का मजा नहीं ले पा रहे थे. अब ‘महुआ ब्रांड’ और ‘मितवा टीवी’ साथ मिलकर इसी कमी को दूर करने जल्द लोगों के बीच आ रहा है.

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नई दिल्ली, 29 सितंबर (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में विश्वविद्यालय, एनएसएस इकाइयों और एनएसएस वालंटियर को 2021-22 के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) पुरस्कार प्रदान किए।

यह पुरस्कार 41 व्यक्तियों को सामाजिक सेवाओं में उनके योगदान के लिए दिया गया। पुरस्कार पाने वालों में डॉ. रामबीर सिंह चौहान (उत्तर प्रदेश), डॉ. मिताली कथकटिया (असम), डॉ. रंजन शर्मा (चंड़ीगढ़), डॉ. मलकियत सिंह (हिमाचल प्रदेश), डॉ. राघवेन्द्र आर (कर्नाटक), डॉ. एस. लक्ष्मी (केरल), डॉ. इंदिरा बर्मन (मध्य प्रदेश), डॉ. पवन रमेश नायक (महाराष्ट्र), जोसेफ वनलालह्रुइया सेलो (मिजोरम), डॉ. रेनू विष्ट (उत्तराखंड), बबीता प्रसाद (पश्चिम बंगाल), कुरुबा जयमारुथि (आंध्र प्रदेश), पेल्लाकुरू सात्विका (आंध्र प्रदेश), साजिश अली (असम), मैक्स कुमार (बिहार), बनश्री काकती (असम), सागर रॉय (चंड़ीगढ़), कुमुधिनी साओ (छत्तीसगढ़), अलीशा अंसारी (छत्तीसगढ़), अनुज (दिल्ली), पटेल सोनल चमनभाल (गुजरात), शालीन मनीष कुमार पटादिया (गुजरात), दीपक सिंह (हरियाणा), काजल कौशिक (हरियाणा), ऋषभ चौधरी (हिमाचल प्रदेश), किफ़ायतुल्लाह मलिक (जम्मू और कश्मीर), अभिषेक रंजन (झारखंड), अंकित लखेरा (मध्य प्रदेश), अक्षिता शर्मा (मध्य प्रदेश), जाह्नवी विजय पेडीवार (महाराष्ट्र), वेदांत सुदाम डाइक (महाराष्ट्र), श्रिया मैनी (पंजाब), शुभम पारीक (राजस्थान), ममता कुमावत (राजस्थान), गुंडे परशुरामुलु (तेलंगाना), दवेरा मनोज खन्ना (तेलंगाना), अली देबनाथ (त्रिपुरा), सुब्रत साहा (त्रिपुरा), लक्ष्य (उत्तर प्रदेश), संजना सिंह (उत्तर प्रदेश) और अभिजीत भुइन (पश्चिम बंगाल) शामिल हैं।

इस मौके पर युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर और युवा मामले और खेल राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक भी मौजूद रहे।

केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा स्थापित एनएसएस पुरस्कार हर साल एनएसएस वालंटियर, कार्यक्रम अधिकारियों, एनएसएस इकाइयों और विश्वविद्यालयों/ 2 परिषदों को उनकी स्वैच्छिक सेवा को मान्यता देने के लिए प्रदान किए जाते हैं।

एनएसएस एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है, जिसे स्वैच्छिक सामुदायिक सेवा के माध्यम से छात्र युवाओं के व्यक्तित्व और चरित्र को विकसित करने के प्राथमिक उद्देश्य के साथ वर्ष 1969 में शुरू किया गया था। एनएसएस का वैचारिक रुझान महात्मा गांधी के आदर्शों से प्रेरित है। एनएसएस का आदर्श वाक्य ‘स्वयं से पहले आप’ है।

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नई दिल्ली, 25 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्षी गठबंधन को महिला विरोधी करार देते हुए सोमवार को कहा कि घमंडिया (अहंकारी) गठबंधन ने अनिच्छा से संसद में महिला विधेयक का समर्थन किया।

प्रधानमंत्री ने पंडित दीनदयाल की जयंती पर मध्य प्रदेश के भोपाल में भाजपा के कार्यकर्ता महाकुंभ को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हमारे प्रेरणापुंज, पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म दिवस है। पंडित जी ने सुशासन को अंत्योदय से जोड़कर देखा, समाज के अंतिम व्यक्ति के विकास को प्राथमिकता दी। अंत्योदय की यही प्रेरणा, सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के रूप में हमें प्रेरित करती है। बीते 9 वर्षों में हमने जो योजनाएं बनाईं, उनके मूल में यही भावना थी।

मप्र विधानसभा चुनावों में भाजपा के सत्ता में लौटने पर पार्टी के सभी वादों को पूरा करने की गारंटी देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “जब मोदी गारंटी देता है, जब भाजपा गारंटी देती है, तो वो जमीन पर उतरती है। हर लाभार्थी तक पहुंचती है। मोदी, यानी हर गारंटी पूरी होने की गारंटी।”

संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने वाले नए कानून का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नारीशक्ति वंदन अधिनियम ने देश में नया इतिहास रच दिया है। उन्होंने कहा कि घमंडिया गठबंधन ने अनिच्छा से महिला आरक्षण विधेयक का समर्थन किया। ये वही लोग हैं, जिन्होंने देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनने से रोकने का भरसक प्रयास किया। ये वही लोग हैं, जिन्होंने देश की सेनाओं में अग्रिम मोर्चे में बेटियों के प्रवेश को रोक कर रखा था।

मोदी ने कहा कि हमारी कोशिश यही थी कि बहनों की समृद्धि का रास्ता खुले, बेटियां अपने पैरों पर खड़ी हो सकें, इसलिए मैं देश की हर माता और बेटी से कहूंगा कि कोई कितनी भी कोशिश कर ले, आपको भ्रमित नहीं होना है। ये महिलाओं की भागीदारी के विस्तार की शुरुआत है। एक सार्थक बदलाव का शुभारंभ है।

प्रधानमंत्री ने नए संसद भवन के निर्माण और गुणवत्तापूर्ण सड़कों और स्टेशनों के निर्माण पर भाजपा की आलोचना करने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा।

प्रधानमंत्री ने अपने वादे पूरे नहीं करने के लिए राज्य की पिछली कांग्रेस सरकारों पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद अपने लंबे शासन के दौरान कांग्रेस ने समृद्ध मध्य प्रदेश को बीमारू राज्य में बदल दिया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण के इतिहास वाली कांग्रेस परिवारवादी पार्टी है। यह जंग लगे लोहे की तरह है, जो बारिश में रखा तो खत्म हो जाएगा। मौका मिला तो कांग्रेस मप्र को बीमारू बना देगी। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के शासन की पहचान कुनीति, कुशासन और करोड़ों का करप्शन था।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पहली बार मतदान करने वाले मतदाता भाग्यशाली हैं कि उन्होंने मध्य प्रदेश में केवल भाजपा सरकार देखी है, जो भारत के विकास दृष्टिकोण का प्रमुख केंद्र है। उन्होंने कहा, “मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार को लगभग 20 साल पूरे हो चुके हैं, यानी जो युवा इस बार के चुनावों में पहली बार वोट डालेंगे, उन्होंने भाजपा की सरकार को ही देखा है। ये युवा सौभाग्यशाली हैं कि इन्होंने मध्य प्रदेश में कांग्रेस का बुरा शासन और बुराइयां देखी नहीं हैं।”

मोदी ने मप्र की जनता को कांग्रेस से सतर्क रहने की सलाह देते हुए कहा कि आजादी के बाद मध्य प्रदेश में लंबे समय तक कांग्रेस का ही शासन रहा लेकिन कांग्रेस ने साधन संपन्न मध्य प्रदेश को बीमारू बना दिया। कांग्रेस ने डिजिटल पेमेंट का विरोध किया लेकिन दुनिया यूपीआई मोड से प्रभावित हुई। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस जैसी परिवारवादी पार्टी, हजारों करोड़ों के घोटाले का इतिहास रचने वाली पार्टी, वोट बैंक व तुष्टीकरण की राजनीति करने वाली पार्टी को जरा भी मौका मिल गया तो मध्य प्रदेश को बहुत बड़ा नुकसान होगा। कांग्रेस एक बार फिर मध्य प्रदेश को बीमारू बना देगी।

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की तुलना जंग लगे लोहे से करते हुए कहा कि कांग्रेस जंग लगा हुआ वो लोहा है, जो बारिश में रखे-रखे खत्म हो जाता है। अब कांग्रेस में न देखने का सामर्थ्य बचा है और न ही देशहित को समझने का। कांग्रेस सिर्फ एक परिवार का गौरवगान करने में जुटी रही है। कांग्रेस, भारत में भ्रष्ट व्यवस्था को पोषित करने में ही जुटी रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने हित में लोगों को गरीब बनाये रखा। भाजपा शासन में 5 वर्षों में 13.5 करोड़ से अधिक लोग गरीबी से बाहर आये।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस न खुद बदलना चाहती है और न ही देश को बदलने देना चाहती है। देश समृद्धि की तरफ बढ़ने के लिए घोर परिश्रम कर रहा है लेकिन कांग्रेस देश को 20वीं शताब्दी में ले जाना चाहती है।

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– इसी तरह के 15 और विमान फ्रांस से ‘फ़्लाइंग मोड’ में आएंगे, 40 भारत में बनाएगी टाटा कंपनी

– हिंडन एयरबेस पर 50 से अधिक लाइव हवाई प्रदर्शन करके भारत की ड्रोन क्षमता दिखाई गई

नई दिल्ली, 25 सितंबर (हि.स.)। फ्रांस से भारत को मिला पहला सी-295 परिवहन विमान सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विधि-विधान से पूजा करके वायु सेना के बेड़े में शामिल किया। इससे सेना की रसद तथा अन्य क्षमताओं में बढ़ावा होगा। यह भव्य कार्यक्रम एयर फ़ोर्स के हिंडन एयरबेस पर वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी की मौजूदगी में हुआ। उन्होंने रक्षा मंत्री को विमान की इंडक्शन चाबी सौंपी। इसी तरह के 15 और विमान फ्रांस से ‘फ़्लाइंग मोड’ में आयेंगे और 40 सैन्य परिवहन विमान टाटा कंपनी भारत में ही निर्माण करेगी।

एयर फ़ोर्स के हिंडन एयरबेस पर आज सुबह भारत ड्रोन शक्ति-2023 कार्यक्रम में विभिन्न क्षमताओं वाले ड्रोन का प्रदर्शन किया गया। इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री जनरल विजय कुमार सिंह (सेवानिवृत्त), वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी के साथ शामिल हुए। यहां 50 किलो से 100 किलो तक वजन ले जाने की क्षमता वाले ड्रोन का अद्भुत प्रदर्शन किया गया। इसके अलावा किसानों को खेती में काम आने वाले, चिकित्सा सहायता के लिए एक जगह से दूसरी जगह मेडिकल सामग्री पहुंचाने, युद्ध के दौरान बमबारी करने वाले, सीमा पर सैनिकों की अग्रिम चौकियों तक खाद्य एवं रसद सामग्री पहुंचाने वाले ड्रोन का प्रदर्शन किया गया।

भारत ड्रोन शक्ति-2023 के दौरान प्रदर्शित ड्रोन की एक कॉम्पैक्ट प्रणाली दिखाई गई, जिसे मोटरसाइकिल पर ले जाया जा सकता है। विशेष मोटरसाइकिलों को बिना असेंबल किए ड्रोन ले जाने के लिए अनुकूलित किया गया है। आधुनिक कृषि पद्धतियों को शुरू करने के लिए किसान ड्रोन को ग्रामीण इलाकों में मोटरसाइकिलों का उपयोग करके ले जाया जा सकता है। भारतीय ड्रोन उद्योग की ताकत का यह अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन रहा, जिसमें 50 से अधिक लाइव हवाई प्रदर्शन और ड्रोन के 75 से अधिक स्थिर प्रदर्शन शामिल रहे। इस प्रदर्शन में भारत की ड्रोन तकनीक में बढ़ती ताकत दिखी, जिसका मौजूद लोगों ने तालियां बजाकर और ‘भारत माता की जय’ का उद्घोष करके स्वागत किया।

इस भव्य कार्यक्रम के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस से भारत को मिला पहला सी-295 परिवहन विमान औपचारिक रूप से वायु सेना के बेड़े में शामिल किया। राजनाथ सिंह ने विधि-विधान से पूजा करके विमान ‘स्वास्तिक’ का निशान बनाया। यह सैन्य परिवहन विमान फ्रांस की एयरबस कंपनी ने 13 सितम्बर को भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी को स्पेन के सेविले में सौंपा था। इस विमान को वायु सेना के ग्रुप कैप्टन पीएस नेगी फ्रांस से मिस्र और बहरीन होते हुए उड़ाकर 20 सितंबर को भारत लाये और वडोदरा के वायु सेना स्टेशन पर उतारा। यह विमान सी -295 विमान आगरा एयरबेस पर तैनात होगा। वहां पर इसका ट्रेनिंग सेंटर भी बनाया जा रहा है। सी-295 एयरक्राफ्ट के लिए आगरा एयरबेस को इसलिए चुना गया है, क्योंकि इसे खासतौर पर पैराट्रूपर्स के लिए बनाया गया है।

फ़्रांसीसी कंपनी एयरबस डिफेंस एंड स्पेस के साथ पिछले साल 24 सितंबर को 56 सी-295 सैन्य परिवहन विमानों का सौदा फाइनल हुआ था। इसी सौदे के तहत यह पहला विमान स्पेन में ही तैयार किया है। समझौते के मुताबिक़ कंपनी को 16 विमान स्पेन में तैयार करके भारत को ‘फ्लाइंग मोड’ में आपूर्ति करना है जबकि अन्य 40 विमानों का निर्माण दस वर्षों के भीतर टाटा कंसोर्टियम भारत में ही करेगा। भारत को पहला विमान मिलने के साथ ही अन्य 15 विमानों के ‘फ्लाइंग मोड’ में आपूर्ति होने का रास्ता साफ़ हो गया है। यह अपनी तरह की पहली परियोजना है, जिसमें निजी सभी 56 विमानों को स्वदेशी इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट के साथ स्थापित किया जाएगा। यह मीडियम लिफ्ट सामरिक विमान बिना तैयार लैंडिंग ग्राउंड से उड़ान भरने और उतरने में सक्षम है।

सी-295 सैन्य परिवहन विमान की खासियत

इस विमान को दो लोग उड़ाते हैं और इसकी क्षमता 73 सैनिक या 48 पैराट्रूपर्स या 12 स्ट्रेचर इंटेसिव केयर मेडवैक या 27 स्ट्रेचर मेडवैक के साथ 4 मेडिकल अटेंडेंट ले जाने की है। यह अधिकतम 9250 किलोग्राम तक वजन उठा सकता है। इसकी गति अधिकतम 482 किलोमीटर प्रति घंटा है और अधिकतम 13,533 फीट की ऊंचाई पर उड़ सकता है। इसे टेक ऑफ करने के लिए 844 मीटर से 934 मीटर लंबाई वाला और उतरने के लिए सिर्फ 420 मीटर का रनवे चाहिए। हथियार लगाने के लिए इसमें छह हार्ड प्वाइंट्स होते हैं। यानी हथियार और बचाव प्रणाली लगाने के लिए दोनों विंग्स के नीचे तीन-तीन जगह होती हैं, जिसमें 800 किलोग्राम के हथियार लगाए जा सकते हैं। सी-295 के शामिल होने से भारतीय वायु सेना की मध्यम लिफ्ट सामरिक क्षमता बढ़ेगी।

टाटा कंसोर्टियम वडोदरा में बना रहा है फैक्टरी

भारत में 40 विमानों का निर्माण करने के लिए टाटा कंसोर्टियम वडोदरा में फैक्टरी बना रहा है, जो 2026 तक बन जाएगी। टाटा ने पिछले साल नवंबर से 40 सी-295 विमानों के लिए मेटल कटिंग का काम शुरू कर दिया है। हैदराबाद फिलहाल इसकी मेन कांस्टीट्यूट एसेंबली है, जहां कई पार्ट्स बनाए जाएंगे। हैदराबाद फैसिलिटी एयरक्राफ्ट के प्रमुख हिस्सों को फैब्रिकेट करेगी। इसके बाद उसे वडोदरा भेजा जाएगा, जहां इंजन और इलेक्ट्रॉनिक्स सेट लगाकर सी-295 विमान को अंतिम रूप दिया जाएगा। भारतीय वायुसेना के लिए ट्रांसपोर्ट विमान बेहद जरूरी हैं, ताकि सैनिकों, हथियारों, ईंधन और हार्डवेयर को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचा सकें। यह विमान इंडियन एयरफोर्स के पुराने एचएस एरोस विमानों की जगह लेंगे। इसके अलावा यूक्रेन से आए एंतोनोव एएन-32 को बदला जाएगा।

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