उत्तरकाशी, 26 नवंबर (हि.स.)। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में 12 नवंबर से फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के लिए अभियान जारी है। अब सुरंग के भीतर बचाव अभियान दल के सदस्यों के लिए सुरक्षा छतरी (प्रोटेक्शन अंब्रेला) बनाई जा रही है। आज (रविवार) से वर्टिकल ड्रिलिंग का काम शुरू किया जा सकता है।


यह अभियान अंतरराष्ट्रीय सुरंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स की निगरानी में चल रहा है। डिक्स ने कल कहा था कि जिस ऑगर मशीन से ड्रिल की जा रही थी, वह खराब हो गई है। अब बचाव दल लंबवत और हाथ से ड्रिलिंग सहित अन्य विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि चारधाम यात्रा मार्ग पर बन रही इस सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह गया था। इससे उसमें काम कर रहे 41 श्रमिक फंस गए थे। तब से विभिन्न एजेंसियां उन्हें बाहर निकालने के लिए युद्धस्तर पर बचाव अभियान चला रही हैं। इस बीच सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने सुरंग के ऊपर तक 1.5 किलोमीटर लंबी सड़क पहले ही बना दी है, क्योंकि लंबवत ड्रिलिंग पर कुछ समय से ही विचार किया जा रहा है।

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नई दिल्ली, 26 नवंबर (हि.स.)। सम्पूर्ण देशवासी संविधान दिवस का उत्सव मना रहे हैं। 26 नवंबर 1949 को भारत ने अपना नया संविधान स्वीकार किया था। हालांकि कुछ साल पहले तक गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) को ही उल्लासपूर्वक मनाया जाता था, जिस दिन 1950 में हमारा संविधान लागू हुआ था। केन्द्रीय विधि मंत्रालय देश के प्रमुख विधि संस्थान के साथ मिलकर आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में संविधान दिवस का प्रमुख आयोजन करने जा रहा है, भारत के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ उसमें विशिष्ट अतिथि होंगे।

केन्द्र में नरेन्द्र मोदी की सरकार आने के बाद 2015 से ही संविधान दिवस मनाने की शुरूआत हुई है। इस चलन से ही यह तथ्य सामने आया कि 26 नवंबर को संविधान सभा ने हमारे संविधान को स्वीकार किया था। 2015 के बाद से ही संविधान को लेकर देश भर में आयोजन होना शुरू हुए हैं। विशेषकर कॉलेज और स्कूलों में संविधान को लेकर भाषण प्रतियोगिता और प्रश्नोत्तरी आदि का आयोजन किया जाने लगा है। इसमें संविधान के महत्व, उसकी उपयोगिता, विशेषताओं की भी चर्चा होती है। संविधान सभा और उसकी कार्यवाही भी अब चर्चा का विषय बनने लगी है।

संविधान दिवस के मद्देनजर राजनेता आज एक्स (ट्वीटर) पर आज बधाई संदेश दे रहे हैं।

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नई दिल्ली, 23 नवंबर (हि.स.)। केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ‘डीपफेक’ को लोकतंत्र के लिए नया खतरा करार देते हुए गुरुवार को कहा कि सरकार इससे निपटने के लिए जल्द ही नए नियम लाएगी। मंत्री ने ‘डीपफेक’ के मुद्दे पर आज सोशल मीडिया मंचों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। उन्होंने इस मामले में सोशल मीडिया मंचों से सावधानी बरतने और वाजिब समाधान निकालने का आह्वान किया।

उसके बाद अश्विनी वैष्णव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्होंने आज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की है। इस दौरान डीपफेक मुद्दे का समाधान निकालने को लेकर चर्चा हुई है और इसका समाधान निकालने को कहा है।

वैष्णव ने कहा कि बैठक में डीपफेक की जांच कैसे हो, इसे वायरल होने से कैसे बचाया जाए, कोई यूजर इसे कैसे रिपोर्ट करे और इस पर तुरंत कार्रवाई कैसे हो सहित डीपफेक के प्रति जागरूकता बढ़ाने को लेकर चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि डीपफेक एक गंभीर मुद्दा है। इस पर जागरूकता बहुत जरूरी है। डीपफेक पर एक नए विनियमन की जरूरत है। इस पर त्वरित भाव से कार्रवाई शुरू होगी।

उल्लेखनीय है कि बीते दिनों वैष्णव ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा था कि जो सोशल मीडिया मंच डीपफेक के संबंध में पर्याप्त कदम नहीं उठाएंगे, उन्हें आईटी अधिनियम के ‘सेफ हार्बर’ प्रतिरक्षा खंड के तहत संरक्षण नहीं मिलेगा। सरकार ने हाल ही में डीपफेक मुद्दे पर कंपनियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। अब सोशल मीडिया मंचों को डीपफेक के मुद्दों को गंभीरता से लेना होगा।

बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी डीपफेक के मुद्दे को गंभीर बताते हुए आगाह किया था। उन्होंने कहा था कि इस मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि उनका एक डीपफेक वीडियो वायरल हुआ। उसमें वह गरबा कर रहे थे लेकिन वह वीडियो उनका नहीं था। वह स्कूल के बाद कभी भी गरबा नहीं खेले हैं।

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नई दिल्ली, 21 नवंबर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए अपमानजनक शब्द का प्रयोग करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी की कठोर शब्दों में निंदा की है। उन्होंने राहुल गांधी की टिप्पणी को ‘शर्मनाक व अपमानजनक’ करार दिया है। भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने इस टिप्पणी को विधानसभा चुनाव में संभावित हार की हताशा बताते हुए कहा कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री से माफी की मांगनी चाहिए।

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी सामने दिखाई दे रही हार की हताशा में ऐसी टिप्पणियां कर रहे हैं, जो शर्मनाक है। उन्होंने राहुल गांधी की निंदा करते हुए माफी मांगने की सलाह दी।

वहीं, केन्द्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री के लिए ‘पनौती’ जैसे शब्द का इस्तेमाल किया, इसी से पता चलता है कि वह किस तरह के इंसान हैं। हमारी संस्कृति में बड़ों के साथ दुर्व्यवहार की अनुमति नहीं है। देश के लिए लगातार काम कर रहे प्रधानमंत्री मोदी के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल स्वीकार्य नहीं है और पूरा देश इसे देख रहा है।

उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने राजस्थान में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि ‘पीएम का मतलब पनौती मोदी’ है। क्रिकेट विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की हार का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने दुर्भाग्य से जुड़े इस शब्द (पनौती) का इस्तेमाल किया।

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मुंबई, 15 नवंबर (हि.स.)। सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय का 75 साल की उम्र में मंगलवार को मुंबई में निधन हो गया। काफी समय से बीमार चल रहे सुब्रत रॉय का मुंबई के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था।

वहीं, कंपनी की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि सहारा प्रमुख का पार्थिव शरीर बुधवार को लखनऊ के सहारा शहर लाया जाएगा, जहां उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी।

कंपनी के जारी बयान में कहा गया है कि 12 नवंबर को तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर सुब्रत रॉय को मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 14 नवंबर की रात साढ़े 10 बजे सडेन कार्डियक अरेस्ट की वजह से उनका निधन हो गया। सहारा ग्रुप के चेयरमैन सुब्रत रॉय के पार्थिव शरीर को बुधवार (15 नवंबर) को लखनऊ (उत्तर प्रदेश) लाया जाएगा, जहां उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी।

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इंदौर, 14 नवंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार शाम को इंदौर में मेगा रोड शो किया। इस दौरान उनकी सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया है। रोड शो के के दौरान राजवाड़ा चौक के आसपास बेरिकेड मजबूती से नहीं लगाए गए थे। जब प्रधानमंत्री का वाहन राजवाड़ा चौक पर पहुंचा तो बेरिकेड सड़क पर गिर पड़े। चालक ने ब्रेक लगाकर प्रधानमंत्री के वाहन को बेरिकेड की टक्कर से रोका। ब्रेक लगाने के कारण जीप पर सवार प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को भी झटका लगा, लेकिन जीप पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने दोनों को संभाल लिया।

अचानक ब्रेक लगने के कारण जनता की तरफ देख रहे प्रधानमंत्री का ध्यान भी सड़क पर गिरे बेरिकेड्स पर गया। राजबाड़ा चौक पर तैनात पुलिस जवानों ने तत्काल बेरिकेड उठाए और भीड़ को नियंत्रित किया। रस्सियों के सहारे भीड़ को कारिडोर के भीतर आने से रोका गया। प्रधानमंत्री के वाहन के सामने बेरिकेड्स गिरने की घटना को आला अफसरों ने भी गंभीरता से लिया है।

प्रधानमंत्री मोदी का रोड शो मंगलवार शाम को इंदौर में बड़ा गणपति के दर्शन करने के बाद शुरू हुआ था। वे खुली जीप में सवार होकर बड़ा गणपति से मल्हारगंज होते हुए राजवाड़ा पहुंचे। इस दौरान मोदी की एक झलक पाने के लिए हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी। इनमें महिलाएं व युवा भी शामिल थे। प्रधानमंत्री पर लोग फूल बरसा रहे थे और वे दोनो हाथों से लोगों का अभिवादन करते हुए चल रहे थे। रोड शो राजवाड़ा पर खत्म हुआ। यहां प्रधानमंत्री ने देवी अहिल्या की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद वे एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए।

इंदौर में प्रधानमंत्री मोदी के रोड शो के दौरान मुस्लिम समाज की महिलाएं बड़ी संख्या में पहुंची। उन्होंने बताया कि तीन तलाक और लाड़ली बहना योजना ने समाज की महिलाओं को मजबूत बनाया है और जीवन जीने की एक नई दिशा दी है। भाजपा की योजनाओं की वजह से मुस्लिम महिलाओं को सम्मान मिला है। मोदी जैसे ही बड़ा गणपति से थोड़ा आगे पहुंचे तो मुस्लिम समाज के मंच पर बड़ी संख्या में महिलाओं युवतियों और बच्चियों ने उनका स्वागत किया। उनके हाथ में धन्यवाद मोदी के पोस्टर थे और सभी ने फूलों की वर्षा कर उनका स्वागत किया।

रोड शो के बाद मेयर ने लगाई झाडू

रोड शो के दौरान पूरे मार्ग पर लोगों ने उन पर फूल बरसाए। राजवाड़ा पर रोड शो जब खत्म हुआ तो सफाईकर्मियों की टीम सड़क की सफाई में जुट गई। उनका उत्साह बढ़ाने के लिए मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने भी झाडू थाम ली और सड़क साफ करते नजर आए।

राजबाड़ा के आसपास के क्षेत्र में कई जगह लंबा जाम लगा। नंदलालपुरा, गंगवाल बस स्टैंड, पोलो ग्राउंड, रीगल समेत आसपास के कई क्षेत्रों में जाम की स्थिति बनी। पुलिस प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद शाम 7:00 बजे दफ्तरों के बंद होने का मुख्य समय होने की वजह से लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।

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मुंबई/नई दिल्ली, 03 नवंबर (हि.स.)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) पर 72 लाख रुपये और निजी क्षेत्र के फेडरल बैंक पर 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। आरबीआई ने कुछ नियामक मानदंडों का अनुपालन नहीं करने को लेकर यह कार्रवाई की है।

आरबीआई ने शुक्रवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि पंजाब नेशनल बैंक पर 72 लाख रुपये और फेडरल बैंक पर 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। रिजर्व बैंक ने पीएनबी पर यह जुर्माना ‘कर्ज पर ब्याज दर’ और ‘बैंकों में ग्राहक सेवा’ से संबंधित कुछ प्रावधानों का पालन नहीं करने के लिए लगाया है। आरबीआई की एक अन्य विज्ञप्ति के मुताबिक फेडरल बैंक को केवाईसी मानदंडों के कुछ प्रावधानों के उल्लंघन के लिए दंडित किया गया है।

इसके अलावा रिजर्व बैंक ने अपने ग्राहक को जानो (केवाईसी) निर्देश, 2016 के कुछ प्रावधानों का अनुपालन न करने के लिए मर्सिडीज-बेंज फाइनेंशियल सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (जिसे पहले डेमलर फाइनेंशियल सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम से जाना जाता था) पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। रिजर्व बैंक ने प्रणालीगत रूप से महत्वपूर्ण गैर-जमा लेने वाली कंपनी और जमा लेने वाली कंपनी (रिजर्व बैंक) दिशानिर्देश, 2016 के कुछ प्रावधानों का पालन न करने के लिए ‘गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी कोसामट्टम फाइनेंस लिमिटेड, कोट्टायम पर 13.38 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।

रिजर्व ने कहा कि सभी मामलों में लगाया गया जुर्माना नियामक अनुपालन में कमियों पर आधारित है। इसका उद्देश्य संस्थाओं द्वारा अपने ग्राहकों के साथ किए गए किसी भी लेन-देन या समझौते की वैधता पर प्रभाव डालना नहीं है।

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नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (हि.स.)। एप्पल से मिले मेल पर हो रही राजनीति पर सरकार की ओर से स्पष्टीकरण आया है। सरकार ने एप्पल के अलर्ट को ‘अस्पष्ट’ बताते हुए कहा है कि मामले की जांच होगी। केन्द्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव ने विपक्ष पर मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ लोगों को देश की प्रगति पसंद नहीं है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की पत्रकार वार्ता के बाद केन्द्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव ने पत्रकार वार्ता कर मामले को स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि एप्पल का मेल 150 से अधिक देशों में प्राप्त हुआ है। एप्पल ने स्वीकारा है कि अलर्ट गलत भी हो सकता है। ऐसे में कुछ लोगों की आदत है कि नींद खुलते ही सरकार की आलोचना करने की आदत है। उन्हें अपने और अपने परिवार की चिंता है लेकिन देश की चिंता नहीं है।

अश्वनी वैष्णव ने कहा कि एप्पल के मेल के मुद्दे पर ध्यान भटकाने की राजनीति हो रही है। विश्व में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश का नाम ऊंचा हो रहा है और कुछ लोग इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि मीडिया रिपोर्टों के अनुसार एप्पल से मिले मेल में उपकरणों पर ‘राज्य-प्रायोजित हमलों’ का उल्लेख है। इस मुद्दे पर एप्पल द्वारा दी गई जानकारी अस्पष्ट और गैर-विशिष्ट प्रकृति की लगती है। एप्पल का कहना है कि अलर्ट उन सूचनाओं पर आधारित हैं जो ‘अधूरी या अपूर्ण’ हैं।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार सभी नागरिकों की गोपनीयता और सुरक्षा की रक्षा करने की अपनी भूमिका को बहुत गंभीरता से लेती है और इन अधिसूचनाओं की तह तक जाने के लिए जांच करेगी। ऐसी जानकारी और व्यापक अटकलों के आलोक में हमने एप्पल से कथित राज्य प्रायोजित हमलों पर वास्तविक, सटीक जानकारी के साथ जांच में शामिल होने के लिए भी कहा है।

केंद्रीय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि जिन लोगों को एप्पल सुरक्षा उल्लंघन की चेतावनी मिली है, उनसे अब सबूत साझा करने और हमले के स्रोत का पता लगाने के लिए जांच एजेंसियों के साथ सहयोग करने का अनुरोध किया जाएगा।

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वाराणसी, 30 अक्टूबर (हि.स.)। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य व दिव्य मंदिर में श्रीराम लला की मूर्ति के प्राण-प्रतिष्ठा के पहले ही विश्व रिकार्ड बनेगा। प्राण प्रतिष्ठा की तिथि 22 जनवरी, 2024 के पहले विश्व हिन्दू परिषद के नेतृत्व में 01 से 15 जनवरी, 2024 तक व्यापक गृह सम्पर्क एवं जन सम्पर्क अभियान चलाया जायेगा। जो अब-तक सबसे बड़ा जन सम्पर्क अभियान होगा।

इस अभियान के जरिये पूजित अक्षत लेकर कार्यकर्ता हर गांव मोहल्ले एवं बस्तियों में संपर्क कर सभी को अयोध्या पहुंचने का औपचारिक निमंत्रण देंगे। सूत्र बताते हैं कि इस अभियान के जरिये पांच लाख गांवों तक करीब 75 करोड़ हिन्दूओं एवं विभिन्न पंथ एवं सम्प्रदायों तक संघ परिवार एवं समाज के लोग अयोध्या आने का निमंत्रण देंगे।

अयोध्या में श्री रामजन्मभूमि मंदिर में रामलला की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा को लेकर संघ विचार परिवार ने तैयार शुरू कर दी है। 22 जनवरी को अयोध्या में संपन्न होने वाले ऐतिहासिक प्राण प्रतिष्ठा समारोह के संबंध में विस्तृत कार्य योजना भी तैयारी की गई है। विचार परिवार के 40 संगठनों के प्रमुख पदाधिकारियों को तैयारियों को लेकर जिम्मेदारी सौंपी गई है।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महामंत्री एवं विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने कोईराजपुर शिवपुर स्थित एक विद्यालय परिसर में बीते रविवार को मैराथन बैठक कर चार अलग-अलग सत्रों में कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करने के लिए रणनीति तैयार की। पदाधिकारियों को चंपत राय ने पूरे 45 दिन तक चलने वाले महाअभियान की चरण बद्ध ढंग से विस्तृत जानकारी दी।

चार नवम्बर को देशभर से 200 कार्यकर्ता पहुंचेंगे अयोध्या

बैठक में तय योजना के अनुसार 4 नवंबर, 2023 को देशभर से सभी प्रान्तों के दो-दो अर्थात कुल 200 कार्यकर्ता अयोध्या पहुंचेंगे। पांच नवम्बर को वहां से अक्षत भरे पीतल के कलश लेकर उसे पहुंचाएंगे। यह अक्षत न्यास की ओर से आमंत्रण का प्रतीक होगा। 05 नवंबर से दिसंबर के अंतिम सप्ताह तक कार्यकर्ता देशभर के सभी मंदिरों में अक्षत पहुंचायेंगे। 01 से 15 जनवरी 2024 तक पूजित अक्षत लेकर कार्यकर्ता हर गांव मोहल्ले एवं बस्तियों में संपर्क कर सभी को अयोध्या पहुंचने का औपचारिक निमंत्रण देंगे।

प्राण प्रतिष्ठा के दिन पांच करोड़ घरों में मनेंगे दीवाली

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महामंत्री चंपत राय ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन 22 जनवरी को कार्यकर्ता अपने-अपने गांव मोहल्ले के मंदिरों में इकट्ठे होंगे। वहां भजन कीर्तन के कार्यक्रम चलेंगे तथा सायं काल अपने दरवाजे पर दीप जलाएंगे। उन्होंने बताया कि 5 करोड़ घरों में इस दिन दीपक जलाए जाएंगे।

प्रधानमंत्री मोदी,आरएसएस प्रमुख डॉ मोहन भागवत एवं मुख्यमंत्री योगी रहेंगे मौजूद

उन्होंने बताया कि 22 जनवरी को अयोध्या में कश्मीर से कन्याकुमारी तक के 140 संप्रदायों के साधु संत, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी,आरएसएस के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अयोध्या आंदोलन में प्राण गवाने वालों के परिजन,विभिन्न क्षेत्रों में विशेष उपलब्धियां अर्जित करने वाले समाज के विशिष्ट नागरिक उपस्थित होंगे।

महामंत्री चंपत राय की अपील, प्राण-प्रतिष्ठा के दिन न पहुंचे कार्यकर्ता

उन्होंने बताया कि 8000 लोगों की सीमित क्षमता होने के कारण कार्यकर्ताओं से 22 जनवरी को अयोध्या न आकर अपने अपने क्षेत्र में कार्यक्रमों में जुटने का निर्देश दिया गया है। कार्यकर्ताओं को अलग-अलग तिथियों में उनके प्रांत के अनुसार अयोध्या पहुंचने का चंपत राय ने निमंत्रण दिया। अयोध्या पहुंचने वाले कार्यकर्ताओं के रुकने तथा भोजन आदि की समुचित व्यवस्था का भी उन्होंने भरोसा दिलाया। उन्होंने बताया कि 25000 कार्यकर्ताओं के प्रतिदिन अयोध्या में रूकने एवं खाने की व्यवस्था की जा रही है। काशी प्रांत के कार्यकर्ता 30 जनवरी को अयोध्या पहुंचेंगे। इसी तरह अलग-अलग प्रांतों के लिए अलग-अलग तिथियां होंगी। 45 दिनों तक चलने वाले इस अभियान में 50 लाख लोगों के आवास एवं भोजन की व्यवस्था अयोध्या में उपलब्ध कराई जाएगी।

आरएसएस के काशी प्रांत प्रचारक रमेश ने भी द्वितीय सत्र में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने आग्रह किया कि संगठन की रीति नीति के अनुसार और सभी कार्यकर्ता अपने-अपने स्थान पर सौंपे गये दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वाह करते हुए कार्यक्रम को सफल बनाएं।

उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्र के मंदिरों की सूची बनाए। प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन मंदिरों में संपूर्ण हिंदू शक्ति को एकत्रित कर भजन कीर्तन के कार्यक्रम संचालित करें। माइक लगाकर प्रभु श्री राम का गुणानुवाद करायें, इसके लिए कथावाचकों विद्वानों की भी सहायता ली जा सकती है। 1 से 15 जनवरी तक अब तक का सबसे बड़ा महासंपर्क अभियान चलेगा। इसमें पूरी भागीदारी निभायें। एक भी हिंदू घर छूटने न पाए इसका ध्यान रखें। 15 दिसंबर से पहले खंडों की समन्वय बैठकें हो जाए। टोलियों का गठन कर लें। गठित टोलियां ही परिवारों से संपर्क करेंगी। विचार परिवार की बैठक जिला स्तर पर करने के लिए अभी से तिथि तय करने का उन्होंने निर्देश दिया।

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नई दिल्ली, 30 अक्टूबर (हि.स.)। गुजरात में नवरात्रि के दौरान गरबा आयोजनों में दिल का दौरा पड़ने से हुई मौतों पर एक बार फिर कोरोना से इसे जोड़ कर देखा जाने लगा है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के एक अध्ययन के मुताबिक कोरोना यानी कोरोना 19 संक्रमण दिल के दौरे में योगदान दे सकता है और जिन लोगों को संक्रमण का गंभीर रूप से सामना करना पड़ा है, उन्हें कम से कम एक या दो साल तक खुद को अधिक परिश्रम नहीं करना चाहिए।

खुद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने आईसीएमआर रिपोर्ट का हवाला देते हुए लोगों से आग्रह किया कि अगर उन्हें पिछले एक या दो वर्षों में कोरोना संक्रमण हुआ है तो वे अधिक परिश्रम न करें। उन्हें दिल के दौरे से बचने के लिए, थोड़े समय के लिए, जैसे कि एक या दो साल के लिए कठिन परिश्रम, दौड़ और ज़ोरदार व्यायाम से दूर रहना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि नवरात्रि के दौरान एक दिन में पूरे गुजरात में गरबा आयोजनों में कम से कम 10 दिल का दौरा पड़ने से मौत की सूचना मिली और पीड़ितों में सबसे कम उम्र का बच्चा सिर्फ 17 साल का था जिसके बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री को स्वास्थ्य विशेषज्ञों और हृदय रोग विशेषज्ञों की एक बैठक बुलानी पड़ी है।

वहीं, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के एक अध्ययन के निष्कर्षों से पता चलता है कि कोरोना वायरस धमनी की दीवार के ऊतकों को संक्रमित करके दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकता है। यह एथेरोस्क्लोरोटिक प्लाक में सूजन को पैदा करता है, जिससे दिल का दौरा या स्ट्रोक हो सकता है।

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नई दिल्ली, 29 अक्टूबर (हि.स.)। आंध्र प्रदेश में हुए रेल हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात कर स्थिति का जायजा लिया है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के मुताबिक रेलवे अधिकारी प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना की। इसके अलावा प्रधानमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिजनों को पीएमएनआरएफ के फंड से दो लाख रुपये की आर्थिक राशि की घोषणा की है, जबकि घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।

इस हादसे को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि बचाव अभियान चल रहा है और टीमें तैनात कर दी गई हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हालात की समीक्षा की है। मैंने आंध्र प्रदेश के सीएम से भी बात की है। स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है।

उल्लेखनीय है कि आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के निकट विजयनगरम जिले के कोठावलासा मंडल के अलमांडा-कंथकपल्ली में रविवार शाम दो ट्रेनों के बीच टक्कर हो गई। दोनों ट्रेनों की टक्कर के बाद चार बोगियां पटरी से उतर गईं। इस घटना में छह यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 40 लोग घायल बताए जा रहे हैं।

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नई दिल्ली, 25 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों से मुलाकात की। ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने उन्हें श्री राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए आमंत्रित किया। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे नए मंदिर में रामलला के नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी।

प्रधानमंत्री ने एक्स पर इसकी जानकारी देते हुए कहा कि आज का दिन बहुत भावनाओं से भरा हुआ है। अभी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी उनसे उनके निवास स्थान पर मिलने आए। उन्होंने श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर अयोध्या आने के लिए निमंत्रित किया।

प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं खुद को बहुत धन्य महसूस कर रहा हूं। ये मेरा सौभाग्य है कि अपने जीवनकाल में, मैं इस ऐतिहासिक अवसर का साक्षी बनूंगा।”

वहीं आमंत्रण देने वाले प्रतिनिधिमंडल में शामिल श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे नए मंदिर में रामलला के नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस अवसर पर स्वयं उपस्थित रहेंगे।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी को अयोध्या पधारने का औपचारिक निमंत्रण पत्र प्रस्तुत किया गया, जिसे उन्होंने सहज स्वीकृति प्रदान की।

उन्होंने आगे कहा कि देश के 4000 संत महात्मा एवं समाज के 2500 प्रतिष्ठित महानुभाव इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बनेंगे।

प्रधानमंत्री को आमंत्रण देने वाले प्रतिनिधिमंडल में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के न्यासी पूज्य स्वामी विश्वप्रसन्न तीर्थ जी महाराज, ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष पूज्य स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज, मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा शामिल रहे।

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