Chhapra: कड़ाके की ठंड एवं शीतलहर के प्रभाव को देखते हुए सभी निजी एवं सरकारी विद्यालयों के वर्ग 8 तक के बच्चों के लिए शैक्षणिक गतिविधि को एक बार फिर से स्थगित रखने का आदेश जिलाधिकारी ने दिया है।   

जिलाधिकारी राजेश मीणा ने जिला के सभी निजी एवं सरकारी विद्यालयों के वर्ग 8:00 तक के बच्चों के लिए शैक्षणिक गतिविधि को 14 जनवरी 2023 तक बंद रखने का आदेश दिया है। इस बीच कक्षा 8 से ऊपर की शैक्षणिक गतिविधि 10:00 बजे प्रातः काल से 3:00 अपराह्न तक ही संचालित की जा सकेगी।

आपको बात दें कि जिला इन दिनों भीषणशीतलहर कि चपेट में है। जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है।   

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वन्दे मातरम् – भारत माता की जय के नारों से गूंजा छपरा, छात्रों के शोभायात्रा का हुआ ऐतिहासिक स्वागत

छपरा: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् बिहार के 64वे प्रदेश अधिवेशन के तीसरे दिन शनिवार 07 जनवरी को भव्य शोभा यात्रा निकाली गई । जिसमे पूरे प्रदेश से आए छात्र-छात्रा एवं शिक्षक शामिल हुए भारत माता की जय, वन्दे मातरम् के नारों के साथ निकली । शोभा यात्रा के विहंगम दृश्य ने पूरे शहर का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया । यह शोभा यात्रा अधिवेशन स्थल महर्षि दधीचि नगर (राम जयपाल महाविद्यालय) से निकलकर थाना चौक, साहेबगंज, खनुआ, कटहरी बाग़, के रास्ते मेवालाल चौक होते हुए मौना नीम, मौना चौक से नगरपालिका चौक होते हुए योगिनिया कोठी के रास्ते कचहरी स्टेशन परिसर में पहुंचा।

इस दौरान पूरे मार्ग में विभिन्न स्थानों पर सामाजिक संगठनों तथा शहर के लोगों ने पुष्पवर्षा कर प्रतिनिधियों का भव्य स्वागत व उत्साहवर्धन किया।

कचहरी स्टेशन परिसर में अभाविप के खुले अधिवेशन का आयोजन किया गया। इस दौरान छात्र नेताओं ने हुंकार भरी।

विद्यार्थी परिषद् के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल, बिहार की प्रदेश अध्यक्ष डॉ ममता कुमारी, प्रदेश मंत्री अभिषेक यादव, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य समृद्धि सिंह राठौड़, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य आलोक कुमार, प्रदेश सह मंत्री मनीष पासवान तथा छपरा के नगर मंत्री रविशंकर चौबे ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर खुले अधिवेशन का शुभारंभ किया।

उद्घाटन के पश्चात खुले अधिवेशन को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि छपरा की जनता ने छात्र तरुनाई का जो स्वागत किया है वो ऐतिहासिक है। हिंदुस्तान के स्वाभिमान तिरंगा को कभी झुकने नही देने के भाव के साथ परिषद कार्य कर रहा है। छात्राओं की सुरक्षा के लिए मिशन साहसी कार्यक्रम के माध्यम से स्वावलंबी और आत्मसुरक्षा का भाव जगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार में वर्तमान में उद्योग नहीं है जो पूर्व के समय में काफी समृद्ध था। लेकिन अब बिहार को कुर्सी कुमार की नजर लग गई। उन्होंने कहा कि बिहार की व्यवस्था लाचार है, कुर्सी का भूखा सरदार है।

बिहार में अपहरण उद्योग संचालित हो रहा है। एक साल में हजारों मामले सामने आए है। सारण के बगल के जिले में जैसा अपराध का तांडव चलता था उसे भी परिषद के कार्यकर्ताओं ने समाप्त कराया था। इस प्रदेश का सिस्टम लाचार हो गया है। 2012 से 2022 तक बीपीएससी पेपर लीक का उद्योग भी बिहार में चल रहा है। सत्ता के लोलूपो ने बिहार के छात्रों का भविष्य गर्त में पहुंचा दिया है। उन्होंने कहा कि जो 5 लाख पद पहले से रिक्त है उसे कब भड़ेगे ये बताने कि जगह 10 लाख नौकरी देने का झांसा सोने की चम्मच लेकर पैदा हुए युवराज बिहार के युवाओं को दे रहें है।

कोरोना में बिहार के लोग पैदल चले। 75 साल में आखिर ऐसी नीति क्यों नही बनी कि लोग बिहार से बाहर प्रवासी के रूप में रहने के लिए विवश हैं। बिहार से पलायन रोकने के लिए सरकार की क्या योजना है? इसे बताना होगा। देश में हर तीसरा बेरोजगार बिहारी छात्र होता है। 3 साल की डिग्री 5 साल में मिल रही है। विश्वविद्यालय में पद खाली है। प्रभारी कुलपति, कुलसचिव के माध्यम से विश्वविद्यालयों की व्यवस्था चल रही है। अब इसे रोकने के लिए अभियान चलाना होगा। गूंगी बहरी सरकार को जगाने के लिए शंखनाद करने की जरूरत है।

उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि आप सभी कमर कसो, बिहार के बदलाव का वाहक बनो।

उन्होंने कहा कि यहां की सरकार शराब पर विधानसभा में चर्चा करती है पर शिक्षा व्यवस्था में कैसे सुधार आए इसपर कोई चर्चा नहीं करती। बिहार की शिक्षा के विकास के लिए हम सब को साथ आना होगा। हम सभी एक नूतन बिहार की संकल्पना के साथ इस अधिवेशन से वापस जायेंगे।

वहीं प्रदेश मंत्री अभिषेक यादव ने कहा कि कभी ज्ञान के लिए पहचाने जाने वाले बिहार की शैक्षणिक स्थिति बदतर है। विश्वविद्यालयों में भ्रष्टाचार है। प्राथमिक विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का आभाव है। हजारों करोड़ खर्च करने के बाद भी संसाधनों की कमी है। प्राथमिक शिक्षा विकसित हो ना हो नेता और अधिकारी मालमाल हो रहें हैं।

शिक्षकों और संसाधनों के आभाव में महाविद्यालयों के प्रयोगशालाएं नही खुली है। राजभवन भ्रष्टाचारियों के गिरोह को संरक्षण दे रहा है। भ्रष्ट पदाधिकारियों की नियुक्ति विश्वविद्यालयों में की जा रही है। बिहार के छात्र बेरोजगार हैं और इसपर किसी का ध्यान नहीं है।

जबकि राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य आलोक कुमार ने कहा कि सत्ता में बैठे लोग उच्च शिक्षा को गर्त में मिलाने में जुटे है जो दुर्भाग्यपूर्ण हैं। राज्य के महामहिम और मुख्यमंत्री शिक्षा को बदहाल बना रहें है। 3 साल में मिलने वाली डिग्रियां 5 साल में मिल रही है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। यदि राज्य के विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा व्यवस्था नहीं मिलेगी तो परिषद जिम्मेदार लोगों की ईंट से ईंट बजाने का कार्य करेगा। बिहार के छात्र दूसरे प्रदेश में जाकर पढ़ रहें हैं। राज्य में कोई परीक्षा सही से संपन्न नही हो रही है। छात्रों द्वारा रोजगार मांगने पर इन पर लाठियां बरसाया जा रहा है। राज्य के परीक्षार्थियों को परीक्षा के पत्र लीक होने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। परीक्षा में सेटिंग की परम्परा को राज्य सरकार रोकने में विफल है। बिहार के विश्वविद्यालयों में शिक्षक नहीं हैं। महाविद्यालय, विश्वविद्यालयों में छात्रों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। सत्ता में बैठे लोगों को इसकी चिंता तक नहीं है।

सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य समृद्धि सिंह राठौड़ ने कहा कि हम आजादी के 75 वर्ष पूर्ण कर के अमृत वर्ष मना रहें पर क्या महिलाओं को आजादी मिली है? महिलाओं को नेतृत्व का मौका नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने सभी से नारी सम्मान के लिए आगे आने की अपील की।

खुला अधिवेशन को संबोधित करते हुए प्रदेश सह मंत्री मनीष पासवान ने कहा कि सीमांचल क्षेत्र में अपराध चरम पर है। लेकिन तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले लोग इस पर मौन है । अवैध घुसपैठियों को रोकने के लिए वर्तमान की सरकार कोई कदम नहीं उठा रही जो आंतरिक सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता का विषय है ।

छपरा के नगर मंत्री रवि शंकर चौबे ने अपने संबोधन में कहा कि छपरा की यह भूमि त्याग के साथ-साथ क्रांति की भी भूमि है। बिहार की बदहाल शिक्षा व्यवस्था के खिलाफ क्रांति का विगुल इस धरती से फूंक दिया गया है, अब परिवर्तन होकर रहेगा । इसके पश्चात उन्होंने इस अधिवेशन में आए बिहार के सभी प्रतिनिधियों, गणमान्य प्रबुद्धजनों, शिक्षाविदो तथा पत्रकार बंधुओं व छपरा की आम जनमानस को धन्यवाद ज्ञापित किया।

सभा का संचालन संचालक समिति की सह नियंत्रक निशा सिंह ने किया।

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महिला पहलवान बबीता फोगाट ने अभाविप बिहार के 64वें प्रांतीय अधिवेशन का विधिवत उद्घाटन, एबीवीपी में महिलाओं का जैसा सम्मान होता है वो पुरे समाज के लिए प्रेरणा है : बबीता फोगाट

Chhpara: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के 64वें प्रांतीय अधिवेशन का विधिवत उद्घाटन शुक्रवार 06 जनवरी को हुआ. अधिवेशन के उद्घाटन में उद्घतानकर्ता आई.आई.टी. के डायरेक्टर टी.एन.सिंह, मुख्य अतिथि 2014 के कॉमन वेल्थ गेम्स में भारत को स्वर्ण पदक दिलाने वाली महिला पहलवान बबीता फोगाट, विशिष्ट अतिथि मिलिंद मराठे, अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क शुक्ल, डॉ ममता कुमारी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ पूनम सिंह, अभिषेक यादव, जगजीत सिंह, एवं धर्मेन्द्र सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वालित कर किया.

सर्व प्रथम अधिवेशन को संबोधित करते हुए स्वागत समिति के अध्यक्ष डॉ जगजीत पाण्डेय (कैंसर सर्जन, एम्स पटना) ने कहा कि छात्र शक्ति-राष्ट्र शक्ति एक नारा मात्र नहीं रह गया है, विद्यार्थी परिषद् ने इसे चरितार्थ करके दिखाया है. विद्यार्थी परिषद् ने युवाओं को कल का नहीं आज का नागरिक साबित किया है. युवाओं को प्रेरित करने के लिए उन्होंने राष्ट्रकवि दिनकर जी की पंक्ति “वसुधा का नेता कौन हुआ? भूखण्ड-विजेता कौन हुआ? अतुलित यश क्रेता कौन हुआ? नव-धर्म प्रणेता कौन हुआ? जिसने न कभी आराम किया, विघ्नों में रहकर नाम किया” का उल्लेख किया.

प्रदेश मंत्री अभिषेक यादव ने अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि छात्र हित के साथ साथ राष्ट्रीय हित के मुद्दों पर भी अभाविप सदैव मुखर रहा है. बंगलादेशी घुसपैठ का मुद्दा हो या राम मंदिर मिर्माण, कोरोना काल में जरुरतमंदों की सेवा हो परिषद् के कार्यकर्त्ता पूरे समर्पण के साथ कार्यरत रहे हैं. पर्यावरण संरक्षण के लिए सिर्फ बिहार में 5 लाख से अधिक वृक्षारोपण किया गया.

प्रदेश अध्यक्ष डॉ. ममता कुमारी ने कहा कि समाज के लिए विद्यार्थी परिषद् सदैव तत्पर रहा है. देश के लिए जिम्मेदार एवं युवाओं में चरित्र निर्माण के लिए विद्यार्थी परिषद् निरंतर कार्यरत है.

अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क शुक्ल ने कहा कि बिहार की धरती वो धरती है जहाँ के गुरु ने साधारण से बालक को चन्द्रगुप्त बना दिया. ये वो धरती है जिसने पूरी दुनिया को लोकतंत्र का ज्ञान दिया. देश को भी प्रथम राष्ट्रपति बिहार की धरती ने दिया है. सांस्कृतिक धरोहर को संजोकर विकास की मुख्य धारा से जुड़ने वाली बिहार ही है. इसलिए जो लोग ये पूछते हैं बिहार में का बा उन्हें एकबार बिहार में आकर बिहार की विराट सांस्कृतिक विरासत और त्याग और ज्ञान की अनुभति करनी चाहिए.

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि बबीता फोगाट ने युवाओं को सबोधित करते हुए कहा कि प्रत्येक युवा को प्रभु श्रीराम के चरित्र से प्रेरणा लेनी चाहिए. भारत सोने की चिड़िया अपनी ज्ञान और विज्ञान की बदौलत रहा है. भारत की सनातन संस्कृति को मिटने की कोशिश करने वाले खुद मिट गए, लकिन हम आदि काल में भी थे और अंत तक रहेंगे.

वही नारी शक्ति को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा की नारी में पूरी दुनिया को आकार देने की शक्ति है, बस आपको अपनी शक्ति पहचानने की जरुरत है. महारानी लक्ष्मी बाई का जीवन हर नारी के लिए प्रेरणा श्रोत है.

उनके जीवनी से आप सभी को सीख लेनी चाहिए. वही माता-पिता से उन्होंने आग्रह करते हुए कहा कि आप अपनी बेटियों को परी या गुडिया नहीं शेरनी बुलाएं और बच्चों को डरना नहीं डर से लड़ना सिखाएं, बेटियों को धाकर बनाएं.

आगे उन्होंने कहा कि महिलाओं का सम्मान जैसा एबीवीपी में होता है वो पुरे समाज के लिए प्रेरणा दायक है. वही छोटे बच्चों में बढ़ रही मोबाईल की लत पर भी चिंता जताई और अभिभावकों से बच्चों को अपनी सांस्कृतिक विरासत और संस्कारों से जोड़ने का निवेदन किया.

इसके अलावा विशिष्ट अतिथि प्रो. मिलिंद मराठे, आई.आई.टी. पटना के डायरेक्टर डॉ. टी. एन. सिंह, एवं अधिवेशन के स्वागत मंत्री धर्मेन्द्र सिंह ने भी अपने विचारों को रखा. मंच संचालन अभाविप की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ पूनम सिंह ने किया. इस मौके पर आरएसएस के विभाग संपर्क प्रमुख अवध किशोर मिश्रा, अभाविप के क्षेत्रीय संगठन मंत्री निखिल रंजन, प्रान्त संगठन मंत्री डॉ सुग्रीव कुमार, सह संघठन मंत्री धीरज कुमार समेत परिषद् के कई पदाधिकारी व गणमान्य मौजूद थे.

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Chhapra: राजेंद्र कॉलेज (सेवा) शिक्षक संघ का चुनाव संपन्न हो गया है। इस चुनाव में अध्यक्ष पद पर डॉ. शादाब हाशमी निर्वाचित हुए। जबकि सचिव पद पर डॉ. प्रशांत कुमार सिंह और कोषाध्यक्ष डॉ. कन्हैया प्रसाद चुने गए। वहीं  संयुक्त सचिव पर पर डॉ. अर्चना उपाध्याय निर्वाचित घोषित हुईं। 

शिक्षक संघ चुनाव में चुनाव अधिकारी के रूप में में महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के पूर्व उपाचार्य डॉ. कुमार विरेश्वर सिन्हा तथा रसायन विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. कामेश्वर प्रसाद सिंह ने प्रमुख भूमिका निभाई।

चुनाव संपन्न होने के बाद चुनाव अधिकारी डॉ. कुमार विरेश्वर सिन्हा ने सभी चयनित पदाधिकारियों तथा शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि राजेंद्र कॉलेज शिक्षक संघ का इतिहास गरिमा से भरा है और उम्मीद करता हूं कि आगामी कार्यों को बेहतर तरीके से कार्यान्वित करेंगे।

नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉ. शादाब हाशमी ने कहा कि शिक्षकों के अधिकार और हितों के लिए प्रयास करेंगे। महाविद्यालय में शिक्षा की गुणवक्ता बढ़े ऐसे प्रयास किए जायेगे। वहीं नवनिर्वाचित सचिव डॉ. प्रशांत कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षकों कि समस्याओं को लेकर संगठन के माध्यम से प्रयास होगा। महाविद्यालय और विश्वविद्यालय प्रशासन से तालमेल मिलाकर शिक्षणिक वातावरण को बढ़ावा दिया जाएगा।     

इस अवसर पर पूर्व अध्यक्षा डॉ. पूनम, डॉ. विधान चंद्र भारती समेत सभी शिक्षकों ने उन्हें शुभकामना दिया।

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Chhapra: ठंड को देखते हुए जिले के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों में कक्षा 8 तक शिक्षण कार्य आगामी 10 जनवरी तक स्थगित करने के आदेश जिलाधिकारी ने दिए हैं.

जिलाधिकारी राजेश मीना ने आदेश जारी कर कहा है कि जिले के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों में कक्षा 8 तक शिक्षण कार्य आगामी 10 जनवरी तक स्थगित रहेंगे। साथ ही उच्च कक्षाएं सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक ही संचालित की जाएंगी।  अगले आदेश तक ऐसी व्यवस्था रहेगी। 

सारण जिले में विगत एक सप्ताह से शीतलहर चलने के कारण ठंड का प्रकोप बढ़ा है। ऐसे में लोगों के सेहत पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है। ठंड के कारण बचहोन को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । जिसके मद्देनजर पूर्व से ही विद्यालयों में शिक्षण कार्य को स्थगित किया गया था। जिसे अब 10 जनवरी 2023 तक बढ़ाया गया है।     

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नवनियुक्त शिक्षकों का होगा पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण

Chhapra: जिले के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत नवनियुक्त शिक्षकों को पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा. नवनियुक्त शिक्षकों का यह प्रशिक्षण आवासीय होगा जो सीटीई, डायट, पीटीईसी और बीआईटीई में आयोजित किया जाएगा.

शिक्षकों के प्रशिक्षण को लेकर एससीईआरटी के निदेशक द्वारा सभी प्रशिक्षण केंद्र के प्राचार्य को पत्र भेजकर इसकी जानकारी देते हुए आगामी 9 जनवरी से प्रशिक्षण प्रारंभ करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही इस प्रशिक्षण के लिए 500 रुपए प्रति प्रशिक्षु की दर राशि भी भेजी गई है. जिससे प्रशिक्षु के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जानी है.

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Chhapra: इसुआपुर प्रखंड स्थित शांति रमण प्रोजेक्ट बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सढ़वारा में नियमित पदस्थापित प्रधानाध्यापिका श्रीमती विभा कुमारी सिंह 31 दिसम्बर 2022 को सेवानिवृत्त हो गई। इनके सेवनिवृति उपरांत विद्यालय परिसर में विदाई सह सम्मान समारोह का भव्य आयोजन नयें प्रधानाध्यापक कृष्ण कान्त सिंह की अध्यक्षता में किया गया ।

वहीं कार्यक्रम एवं मंच संचालन का कार्य वरीय शिक्षक संजय कुमार सिंह व त्रिभुवन चतुर्वेदी के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस मौके पर सारण जिला माध्यमिक शिक्षक संघ इकाई तरैया के सचिव डाॅ. पंकज भारती ने कहा की बच्चें जहां राष्ट्र के धरोहर हैं वहीं शिक्षक राष्ट्र के प्रहरी हैं। लेखक और शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होते हैं।

एक शिक्षक आजीवन ज्ञान की धारा से जुड़ा रहता हैं। वे विद्यालय और कार्यालय से निवृत हो सकते है, लेकिन शिक्षा सेवा से कभी निवृत नहीं होते है। सेवा निवृत्त प्रधानाध्यापिका ने शिक्षा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान दिया है। वे भले विद्यालय और सरकारी सेवा से निवृत्त हो रही हैं। लेकिन उनकी सेवा समाज को हमेशा मिलता रहेगा। सेवानिवृत्ति उपरांत भी प्रधानाध्यापिका विभा सिंह अपने अनुभवों से शिक्षा जगत को लाभान्वित करती रहेंगी और हम सभी कार्यरत शिक्षकों के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में बनी रहेंगी।

समारोह में उपस्थित तमाम शिक्षकगण, छात्राओं एवं आगंतुकों को संबोधित करते हुए सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापिका विभा सिंह ने कहा कि, आज मेरे लिए भावुकता का पल हैं। यहां के लोगों ने मुझे इतना प्यार और सम्मान दिया है कि मैं सदियों तक इसे भुला नहीं पाऊंगी। खास कर बच्चों का प्यार और घनिष्ठता हमेशा आजीवन यादगार रहेगा, साथ ही अपने विद्यालय के सभी शिक्षकों का शुक्रिया अदा करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे समस्त शिक्षकों ने पूरे कार्यकाल में हमारा भरपूर सहयोग किया, और अपने एक परिवार के सदस्य जैसा व्यवहार किया,  जिसका मैं सदा आभारी रहूँगी।

आयोजित समारोह में आयें कई प्रतिष्ठित वक्ताओं ने कार्यक्रम को संबोधित किया, जिसमें क्षेत्र के वर्तमान जिला पार्षद छबिनाथ सिंह, समाजिक कार्यकर्ता विजय राय, शिक्षक त्रिभुवन चतुर्वेदी, उच्च विद्यालय धनाव के पूर्व प्रधानाध्यापक रजनीकांत सिंह, मैकडोनाल्ड उच्चतर माध्यमिक विद्यालय देवरिया, तरैया के प्रधानाध्यापक मनोज सिंह, उच्च विद्यालय बहुआरा के पूर्व प्रधानाध्यापक विभूति भूषण सिंह, उच्च विद्यालय रामपुर अटौली के प्रधानाध्यापक सतेन्द्र कुमार यादव, के.एस. उच्च विद्यालय इसुआपुर के प्रभारी प्रधानाध्यापक नंद कुमार, शिक्षक उपेन्द्र कुमार मिश्रा, रविन्द्र बैठा, नरेन्द्र कुमार सिंह, उच्च विद्यालय धनाव के संजीव कुमार सिंह, प्राध्यापक मकसूद आलम तथा विद्यालय के शिक्षक संजय सिंह, राजेश कुमार, धर्मेन्द्र कुमार, जगमोहन लाल, दिव्या कुमारी, नितू कुमारी इत्यादि कई प्रखर महानुभावों ने अपने अपने विचार प्रकट किया एवं अपने शुभ वाणी से कार्यक्रम को संबोधित किया और सेवानिवृत शिक्षिका के विद्यालय में शिक्षा के प्रति ईमानदारी पूर्वक किये कार्य, मधुर स्वभाव और कर्तव्य निष्ठा का बखुबी चर्चा व सराहना किया।

उनलोगों का कहना था कि सेवा में आने वाला का सेवानिवृत होना एक परंपरा है। जिसका हर किसी को पालन करना ही है। इनका शिक्षको और छात्रों से हमेशा मधुर संबंध बना रहा। आज इनका विद्यालय से जाना हम सबों के लिए काफी दुखदायी है। सबने उनकी दीर्घायु और अच्छे स्वस्थ्य जीवन की कामना किया। वहीं कईयों ने कहा कि इस मौके पर इतनी भीड़ उनके स्वभाव और कर्तव्य निष्ठा का एक उपहार है। तत्पश्चात प्रधानाध्यापक कृष्ण कान्त सिंह, विद्यालय शिक्षक और कई गणमान्य लोगों द्वारा सेवानिवृत्त शिक्षिका के सम्मान में पुष्प माला तथा शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया, वहीं कार्यकम में आये कई शिक्षक, शिक्षिका, छात्राओं गणमान्य लोग द्वारा अनेकों उपहार भेंट स्वरूप दिया गया।

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नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने इस साल की 10वीं और 12वीं परीक्षाओं की तिथियां घोषित कर दी हैं। सीबीएसई कक्षा 10वीं बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी से और कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी, 2023 से शुरू होंगी।

गुरुवार को सीबीएसई ने एक बयान जारी कर बताया कि इस वर्ष सीबीएसई की कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी से 21 मार्च, 2023 तक और कक्षा 12वीं की परीक्षाएं 15 फरवरी से 5 अप्रैल, 2023 तक आयोजित की जाएंगी।

बयान में कहा कि दोनों कक्षाओं के दो प्रमुख विषयों के बीच परीक्षाओं में उचित समय दिया गया है। कोशिश की गई है कि किसी छात्र की दो विषयों की परीक्षा एक ही तिथि पर न हो। बोर्ड ने बताया कि 12वीं की परीक्षा कार्यक्रम तैयार करते समय जेईई मेन, नीट ओर सीयूईटी यूजी सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तिथियों से टकराव न होने का भी ध्यान रखा गया है।

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Chhapra: आर एस ए के प्रमुख कार्यकर्ताओं की बैठक गंगा सिंह महाविद्यालय में हुई। बैठक में सदस्यता अभियान की समीक्षा की गई। जयप्रकाश विश्वविद्यालय के अंतर्गत छपरा, सीवान, गोपालगंज में लगभग 12000 छात्र -छात्राओं को सत्र 2022- 23 के लिए सदस्य बनाया गया है। विशेष अभियान 31 दिसंबर 2022तक चलाकर सदस्यता अभियान को इस सत्र के लिए बंद किया जाएगा।

बैठक की अध्यक्षता कर रहे संगठन के संयोजक उज्जवल कुमार सिंह ने कहा कि संगठन का संघर्ष प्रत्येक दिन नया अध्याय रच रहा है। जयप्रकाश विश्वविद्यालय प्रशासन में व्याप्त भ्रष्टाचार फैला हुआ है। छात्र-छात्राओं का कोई भी कार्य सुचारू रूप से नहीं चल रहा है। स्नातक प्रथम खंड नामांकन को करने में विश्वविद्यालय लगभग 5 माह लगा दिया।उसके बाद भी तृतीय मेघा सूची का अभी तक प्रकाशन नहीं हुआ है। इसके लिए संगठन व्यापक रूप से आंदोलन प्रारंभ करेगा। स्नातकोत्तर दितीय सेमेस्टर का अंक पत्र अभी तक छात्र-छात्राओं को नहीं दिया गया। जिसके कारण सत्र और लेट हो रहा है।स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर का एग्जाम रूटीन अभी तक जारी नहीं हुआ। कुलपति केवल दिखावे के लिए स्नातकोत्तर विभागों का निरीक्षण कर रहे हैं। केवल कुलपति अपने पूरे कार्यकाल में जितना निरीक्षण किया है दोषियों पर कितना करवाई किए है उस पर श्वेत पत्र जारी कर दे। सच्चाई का पता चल जाएगा।

पैट परीक्षा 2022 का नोटिफिकेशन अभी तक नहीं हुआ। स्नातक सत्र 21-24 का अभी तक पंजीयन छात्र-छात्राओं का नहीं मिला है। जिसके कारण परीक्षा प्रपत्र नहीं भरा जा पा रहा है। पैट 2021 क्वालीफाइंग सर्टिफिकेट एवं एडमिट कार्ड की हार्ड कॉपी अभी तक विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा उपलब्ध नहीं कराया गया। नए वर्ष में संगठन विशाल प्रदर्शन करेगी। इसकी रूपरेखा की तैयारियों पर भी विशेष चर्चा हुआ। बैठक में प्रमुख रूप से संगठन के संरक्षक मनीष पांडे मिंटू, प्रमेंद्र सिंह कुशवाहा, आशीष यादव उर्फ गुलशन यादव, विवेक कुमार विजय, हिमांशु शेखर छोटू, राहुल यादव, विवेक, गोलू, सौरभ कुमार गोलू, दीपा पांडे, शिवानी पांडे गर्ग, करुणा बिहारी, अंजलि, संगीता, ईशा मिश्रा, रुकसाना खातून, मंजरी आलम, राजूराम, बबलू राम,धर्मेंद्र राम आदि सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।

 

 

 

 

 

 

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Chhapra: शहर के विकास नगर चांदमारी रोड स्थित सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल (सीपीएस) ने एक मिसाल कायम करते हुए यह घोषणा की है कि अगले सत्र में विद्यालय द्वारा 51 बालिकाओं को निशुल्क नामांकन देने जा रहा है।

सीपीएस के चेयरमैन डॉ हरेन्द्र सिंह ने बताया कि जंहा समाज की आधी आबादी आधारभूत शिक्षा पाने में असमर्थ है वंही सीपीएस परिवार ने जनकल्याण में अपनी सहभागिता देते हुए यह घोषणा कि है कि अगले सत्र 2023-24 में कक्षा नर्सरी से नौंवी तक के 51 मेधावी छत्राओं को नुशुल्क नामांकन दिया जाएगा जिससे तकरीबन दस लाख रुपये का विद्यालय के ऊपर वित्तीय बोझ आएगा जिसका वहन विद्यालय बेटियों के लिए स्वयं करेगा।

डॉ हरेन्द्र सिंह ने इस निर्णय के पीछे यह कारण बताया कि अक्सर नामांकन के समय यह देखा जाता है कि माता पिता पैसे के अभाव में बेटों का नामांकन करा लेते है लेकिन बेटियों को अच्छी शिक्षा से वंचित कर देते है, जिसका दूरगामी परिणाम समाज में अशिक्षा के रूप में देखने को मिलता है। डॉ हरेन्द्र सिंह ने बताया कि किसी भी बच्चे की पहली शिक्षक उसकी माँ होती है और जब एक बेटी पढ़ती है तो पूरा परिवार शिक्षित होता है। विद्यालय की इस इस घोषणा से सभी ने करतल ध्वनियों से स्वागत किया।

विद्यालय के प्रबंधक श्री विकाश कुमार और प्राचार्य श्री मुरारी सिंह ने बताया की बालिका मेधा परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन फॉर्म 20 दिसंबर से विद्यालय के कार्यालय में उपलब्ध है जिसकी परीक्षा 22 जनवरी को होगी एवं परिणाम राष्ट्रीय बालिका दिवस के दिन 24 जनवरी को प्रकाशित किया जाएगा।

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22 वर्षों बाद छपरा में हो रहा आयोजित
राज्य भर से 2000 से अधिक छात्र-छात्रा होंगे शामिल।

Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बिहार के 64 वाँ प्रांतीय अधिवेशन की तैयारी जोरो पर है। परिषद के कार्यकर्ता अधिवेशन को भव्य रूप देने में जुटे हैं। इसी को लेकर अभाविप बिहार के प्रांतीय अधिवेशन की तैयारी को लेकर रविवार को हुई बैठक। 5 जनवरी से प्रस्तावित यह तीन दिवसीय अधिवेशन शहर स्थित रामजयपाल महाविद्यालय में होगा। इसके निमित्त कार्यकर्ताओं को सम्भाग सह जिम्मेदारी दी गई है। पूरी व्यवस्था को 16 प्रकार से विभाजित किया गया। (1)- स्वागत संभाग प्रमुख -अंकित सिंह संयोजक-अवधेश कुमार स्वागत विभाग प्रमुख- सचिन चौरसिया,सुरक्षा विभाग प्रमुख- नीरज यादव,वाहन विभाग प्रमुख-अमर पाण्डेय (2) आवास संभाग प्रमुख-प्रशांत सिंह,संयोजक-चरण दास,आवास-1 संभाग प्रमुख-: प्रकाश बादल, आवास-2-रोहित कुमार आवास-3-अनुकृति,मनीषा,श्रेया, खुशी,सुमन आवास-4-गोविंद कुमार (3) भोजन संभाग- प्रमुख-अभिषेक शर्मा, संभाग सहसंयोजक-धर्मेंद्र सिंह,

भोजन निर्माण विभाग-युवराज सिंह,आपूर्ति विभाग-अनमोल पाण्डेय, परिवेषण विभाग-मनीष कुमार,राकेश कुमार, स्वच्छता विभाग-सुबोध शर्मा,पेयजल विभाग-कुलदीप कुमार,अतिथि विभाग राहुल राय, (4) निर्माण संभाग प्रमुख-राजन कुमार संभाग संयोजक-सन्तोष श्रीवास्तव, (5) कार्यालय1 संभाग प्रमुख-गुलशन कुमार,कार्यालय संभाग सह संयोजक-राजीव तिवारी, कार्यालय-2 संभाग प्रमुख-प्रतीक कुमार सह संयोजक-गोलू कुमार (6) प्रेस मीडिया- संभाग प्रमुख सुरभित दत्त (7)- अतिथि संभाग प्रमुख-रजनीकांत सिंह,संभाग सह संयोजक-रंजन यादव (8) -प्रचार-प्रसार संभाग प्रमुख-रोहित गिरी, संभाग सहसंयोजक-राहुल मेहता, (8)कार्यक्रम-संभाग प्रमुख-रोहित पाण्डेय, अम्बिका सिंह,संभाग सहसंयोजक-नवलेश सिंह, (9)-छात्रा व्यवस्था- संभाग प्रमुख-अपराजिता सिंह,स्वेता रानी, (10)-प्रबंधक-संभाग प्रमुख-रविशंकर चौबे सह संयोजक-आकाश कुमार (11) संशाधन संग्रह- संभाग प्रमुख-प्रो.कुमार मोती सहसंयोजक-शांतुन कुमार आदि की जिम्मेदारी को सुव्यवस्थित तरीके से पूरी करने के विषय पर चर्चा की गई।

बैठक के मुख्य अतिथि बिहार प्रांत के प्रांत संगठन मंत्री डॉ. सुग्रीव कुमार ने कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता इस अधिवेशन को सफल बनाने के लिए जिले के प्रत्येक इकाई और कॉलेज में जाकर प्रवास करेंगे तथा छात्र-छात्राओं से इस अधिवेशन में शामिल होने के लिए आग्रह करेंगे। ज्ञात हो कि इस अधिवेशन में पूरे प्रदेश के लगभग 2000 से अधिक कार्यकर्ता शामिल होंगे ।

अधिवेशन को लेकर चल रही तैयारी की समीक्ष हुई। इस संबंध में अभाविप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य डॉ. पूनम सिंह ने बताया कि कार्यकर्ता इस अधिवेशन को सफल बनाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्यरत हैं।
बैठक में प्रमुख रूप से-: पुरुषोत्तम कुमार (विभाग संगठन मंत्री सारण),अभिमन्यु कुमार(मोतिहारी विभाग संगठन मंत्री)रवि पाण्डेय राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य,विष्णु शरण तिवारी SFS आयाम विश्विद्यालय संयोजक आदि उपस्थित थे।

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Chhapra: सरस्वती विद्या मंदिर के प्रांगण में लोक शिक्षा समिति बिहार के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय विभाग स्तरीय राष्ट्रीय शिक्षा नीति कार्यशाला सह आचार्य दक्षता वर्ग का आयोजन हुआ। दूसरे दिन के सत्र प्रारम्भ वंदना सत्र में सिवान विभाग के विभाग निरीक्षक राजेश कुमार रंजन विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष सुरेश प्रसाद सिंह विद्यालय के प्रधानाचार्य आशुतोष दास एवं सरस्वती शिशु मंदिर मीरगंज के प्रधानाचार्य सुनीता राय, सरस्वती शिशु मंदिर रामगढ़ के प्रधानाचार्य वीरेन्द्र कुमार यादव एवं सरस्वती शिशु मंदिर माझी के प्रधानाचार्य अजय कुमार मिश्र के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर की गई।

दूसरे दिन के द्वितीय सत्र में लोक शिक्षा समिति के प्रदेश सचिव मुकेश नंदन ने अपने प्रबोधन में विद्या भारती के कार्यक्षेत्र पर प्रकाश डाला। उन्होंने अपने आचार्य बंधु भगिनी को यह स्पष्ट रूप से बताया कि हम आचार्य दक्षता वर्ग क्यों लगाते हैं । इसके महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हम यह देखना चाहते हैं कि क्या हमारे अचार्य बंधु भगिनी विद्या भारती की योजनाओं को धरातल पर क्रियान्वयन कर रहे हैं या नहीं या क्रियान्वयन में कोई कमी रह गई हो तो उस कमी को ऐसे दक्षता वर्ग से उसकी क्षतिपूर्ति करना है।

उन्होंने विद्या भारती के आधारभूत विषयों एवं विभिन्न आयामों पर भी चर्चा की। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिपेक्ष में उन्होंने विभिन्न विषयों को प्रतिपादन करते हुए कहा की हमारा प्रारंभिक शिक्षा मातृभाषा में होनी चाहिए । हमारा शिक्षा बाल केंद्रित होनी चाहिए और उन्होंने प्रभावी अभिभावक संपर्क पर भी जोर दिया । उन्होंने बताया कि पूर्वर्ती छात्र और अभिभावक हमारे विद्यालय के थाती है।

उन्होंने अपने उद्बोधन में विद्या भारती के लक्ष्य पर जोर देते हुए कहा कि हम आचार्य बंधु भगिनी विद्या भारती के लक्ष्य के अनुरूप ही बालक का निर्माण करना ही हमारा परम कर्तव्य है ।इसलिए हम सबको पूर्वर्ती छात्रों और अभिभावकों से तालमेल बनाए रखना आवश्यक है।अपने आचार्य बंधू भगनी को यह स्पष्ट रूप से बताया कि विद्या भारती सामाजिक चेतना का केंद्र कैसे बन पाएगा ।इसके लिए हम सब को एकजुट होकर कार्य करने की आवश्यकता होगी ।

विभिन्न सत्रों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के नीतियों पर प्रवीण चंद्र मिश्र और डॉक्टर प्रमेंद्र उपाध्याय सरस्वती विद्या मंदिर विजय हता सिवान, डॉक्टर अमरनाथ गुप्ता अंग्रेजी विभाग जगदम महाविद्यालय छपरा एवं विभिन्न प्रवक्ताओं के द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई।ताकि सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के आचार्य बंधु भागनि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विभिन्न पहलुओं को भलीभांति से समझकर दक्ष हो जाएं और इस कार्यशाला से जाने के बाद वह इस नीति के विभिन्न विषयों के अनुरूप अपने कक्षा कक्ष का संचालन कर सकें । इस सत्र में विद्यालय के प्रचार प्रमुख अनिल कुमार आजाद उपस्थित थे

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