गहन पुनरीक्षण अभियान में हमारी भूमिका पर परिचर्चा का आयोजन
Chhapra: भारत निर्वाचन आयोग के महती कार्यक्रम स्वीप के तहत शुक्रवार को शहर के गंगा सिंह कालेज में शुक्रवार को परिचर्चा का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का विषय ‘गहन पुनरीक्षण अभियान में हमारी भूमिका-कोई भी योग्य मतदाता छूटे नहीं’ था। मुख्य वक्ता उप निर्वाचन पदाधिकारी जावेद एकबाल ने छात्रों से समान्य ज्ञान के विभिन्न प्रकार के प्रश्न पूछ कर आकर्षक ढंग से विषय प्रवेश कराया। उन्होंने मतदाता बनना क्यों आवश्यक है, मतदाता बनने की क्या योग्यता है, कैसे अपना नाम निर्वाचक सूची में शामिल कराएं आदि पर बिन्दुवार प्रकाश डाला।
उन्होंने गहन पुनरीक्षण अभियान के विषय में जानकारी देते हुए इसकी आवश्यकता, उद्देश, प्रक्रिया और उसके प्रतिफल से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि एक अगस्त को प्रारूप निर्वाचक सूची का प्रकाशन किया जा चुका है।
 
आगामी एक सितंबर तक दावा-आपत्ति की अवधि है। उन्होंने नए नाम जोड़ने, किसी प्रकार के सुधार आदि में छात्रों को सहयोग करने की विधि बतायी। इसके लिए फॉर्म भरने, बीएलओ से संपर्क करने, विशेष कैंप की मदद लेने और मोबाईल ऐप के ईस्तेमाल की जानकारी आकर्षक ढंग से दी।
उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि सफलता के लिए हमें ज्ञान आधारित शिक्षा ग्रहण करने की आवश्यकता है। इलेक्ट्रानिक्स गैजेट्स को अभिशाप और समय बर्बाद करने वाला बनाने की बजाय उपयोगी बनाना होगा।
मौके पर प्राचार्य प्रो डाॅ प्रमेन्द्र रंजन ने छात्रों को इस आयोजन को ज्ञानवर्धन का अवसर बताते हुए जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिए सभी लोकतांत्रिक प्रक्रिया की सम्पूर्ण जानकारी आवश्यक है।
जितना जरूरी मतदाता बनना है उतना ही आवश्यक निर्वाचन में भागीदारी है। किसी भी विषय की जानकारी सम्पूर्णता के साथ ग्रहण किया जाना चाहिए। आज के समय में डिग्री से अधिक कौशल महत्वपूर्ण है।
रिसोर्स पर्सन नदीम अहमद ने एसआईआर की विस्तार से जानकारी देते हुए स्वीप कार्यक्रम पर प्रकाश डाला। उन्होंने इलेक्टोरल लिटरेसी क्लब (इएलसी) के गठन, क्रियाकलाप और संचालन को समझाते हुए कालेज प्रशासन से इसका गठन करने और कैंपस एंबेसडर बनाने का अनुरोध किया। उन्होंने वोटर हेल्प लाईन मोबाईल ऐप का परिचय करते हुए उसके उपयोग की विधि बतायी।
कार्यक्रम का संचालन एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ कमाल अहमद ने और धन्यवाद ज्ञापन प्रो अंजर आलम ने किया। परिचर्चा में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ राजेश कुमार सिंह, डॉ संतोष कुमार सिंह, नलिन रंजन, राजीव कुमार गिरी, डॉ हरिमोहन पिंटू, डॉ फिरोज आलम, डॉ धर्मेंद्र कुमार सिंह, डॉ विजया वैजयंती, डॉ कुमकुम रे, डॉ सुमनलता सिंह, डॉ नीलेश झा, डॉ दिनेश यादव, डॉ फ़ख्र शायान, डॉ पुनीत पांडेय, अभिषेक चतुर्वेदी, डॉ राजेश मांझी, डॉ रुद्र नारायण शर्मा, डॉ नारायण दत्त शर्मा, डॉ बशिष्ठ कुमार शर्मा स्वीप कोषांग के राकेश कुमार सिन्हा, संतोष कुमार, विनय कुमार आदि के अलावा 100 से अधिक छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही।

									
									
									
									
									
									
																																
									
																																
									
																																
									
																																
									
																																
                        
                        
                        
                        
                        







                        
                        
                        
                        
                        

                        
                        




                        
                        
