Chhapra: राजेन्द्र कॉलेज के वनस्पति विज्ञान विभाग के प्राध्यापक रहें प्रो (डॉ) एच के वर्मा की याद में कॉलेज में शोक सभा का आयोजन किया गया।

प्राचार्य डॉ उदय शंकर पांडेय की अध्यक्षता में शोक सभा आयोजित किया गया। जिसमें महाविद्यालय के सभी शिक्षक व कर्मी शामिल होकर दो मिनट का मौन रख कर दिवंगत आत्मा के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त कीं।

उल्लेखनीय है डॉ वर्मा एक उच्च कोटि के शिक्षाविद के साथ लंबे समय तक टाईम्स ऑफ इंडिया के पत्रकार थे। शोक संवेदना व्यक्त करते हुए प्राचार्य डॉ पांडेय ने कहा कि प्रो एच के वर्मा के निधन से सारण के शैक्षणिक, सामाजिक, खेल-कूद एवं पत्रकारिता जगत को अपूरणीय क्षति हुई है।

शोक सभा मे डॉ राजीव कुमार मिश्रा, डॉ आलोक कुमार वर्मा, डॉ पुनम सिंह, डॉ संजय कुमार, डॉ प्रशांत कुमार सिंह, डॉ सुनील पांडेय, डॉ सुनील प्रसाद , हरिहर मोहन सहित कॉलेज के सभी कर्मी शामिल थे।

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Chhapra: हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में स्थानीय राजेन्द्र कॉलेज में आयोजित हिंदी सप्ताह के अंतिम दिन विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। हिंदी विभाग की तरफ से आयोजित विभिन्न प्रतिस्पर्धा में प्रतिभागियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।

पुरस्कार वितरण समारोह की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य प्रो (डॉ) उदय शंकर पाण्डेय ने किया। इस मौके पर उन्होंने विजेता प्रतिभागियों को शुभकामना देते हुए उनके बेहतर भविष्य की कामना कीं।

उन्होंने कहा कि राजेन्द्र कॉलेज का इतिहास गौरवपूर्ण रहा है। यहाँ के विद्यार्थी व शिक्षक देश-विदेश में ख्याति अर्जित किये हैं। अतः उस गरिमा को बनाये रखना सबकी जिम्मेवारी है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मानस संस्था व राज्य अपीलीय पदाधिकारी देवेशनाथ दीक्षित उपस्थित हुए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि पुस्तक विद्यार्थी का सच्चा मित्र होता है। इससे जुड़ाव विद्यार्थी में होना चाहिए। उन्हें सामाजिक कार्यों हेतु राष्ट्रपति से पुरस्कृत किया जा चुका है। उन्होंने राजेन्द्र कॉलेज के अपने विद्यार्थी जीवन के संस्मरण को विद्यार्थियों के बीच साझा करते हुए कॉलेज की गरिमा का बखान किया। इसके पूर्व सभी वर्गों के विजेताओं के नाम की घोषणा की गई जिन्हें कॉलेज प्रशासन द्वारा प्रस्सतिपत्र एवं मेडल से सम्मानित किया गया।

निबंध प्रतियोगिता में अमित कुमार,रोबिन सिंह तथा शालिनी कुमारी को प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। पत्र लेखन में शिक्षा कुमारी, शिवानी कुमारी तथा अनन्या कुमारी।तत्क्षण प्रतियोगिता में पल्लवी सिंह,अंशु कुमारी तथा सुरुचि त्रिपाठी।

काव्य पाठ प्रतियोगिता में पूजा कुमारी,रिद्धि कुमारी, दोनों प्रथम स्थान पर शिक्षा कुमारी द्वितीय जबकि नंदिनी मिश्रा तृतीय स्थान हाशिल कीं।

श्रुतिलेख प्रतियोगिता में अमित कुमार शिवानी कुमारी,शिक्षा कुमारी। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के समूह क में सुहानी कुमारी,अंशु कुमारी, सलोनी कुमारी समूह ग में शालिनी कुमारी शिवानी कुमारी, जूली कुमारी तथा समूह ख में रौनक कुमारी, शिवानी कुमारी, नीशू कुमारी विजेता रहीं।

प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में राजनीतिकशास्त्र के विभागाध्यक्ष प्रो. पूनम सिंह , डॉ. गौरव सिंह तथा डॉ. रजनीश कुमार यादव शामिल थे। मंच संचालन हिंदी विभाग के डॉ ऋचा मिश्रा द्वारा किया गया।

इस मौके पर इतिहास विभाग के वरीय शिक्षक डॉ संजय कुमार, कॉलेज शिक्षक संघ के सचिव डॉ. प्रशांत कुमार सिंह, डॉ. देवेश रंजन, डॉ अनुपम सिंह, डॉ ऐमन रियाज, डॉ अब्दुल रसीद के, डॉ सादाब हाशमी, डॉ जफर इकबाल, डॉ अब्दुल रहमान, डॉ राकेश सिंह, डॉ. नवीन सिंह, डॉ. इस्तियाख अहमद, डॉ. निधि कुमारी, डॉ. विशाल सिंह, डॉ. ज्योति, डॉ. सुनील कुमार पाण्डेय, डॉ. बेठियार सिंह साहू, डॉ. रविकांत सिंह, डॉ नीतू सिंह, डॉ चंदा कुमारी,डॉ सुनील प्रसाद, डॉ नीलांबरी गुप्ता, प्रशाखा पदाधिकारी हरिहर मोहन आदि उपस्थित थे।

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Chhapra/Motihari: सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत मोतिहारी, पूर्वी चंपारण जिले में माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष नवल किशोर सिंह की अध्यक्षता में कोर कमिटी की बैठक बुलाई गई। जिसका पूर्ण संचालन माध्यमिक शिक्षक संघ के सचिव बुन्नीलाल ठाकुर के द्वारा की गई।

इस बैठक में शिक्षकों के हित एवं उनकी जटिल समस्याओं को ध्यान में रखते हुए निःस्वार्थ भाव से कार्यरत भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉ राहुल राज का अभिवादन किया गया।

इस बैठक के दौरान डॉ राहुल राज ने माध्यमिक शिक्षक संघ से जुड़े सभी शिक्षकों से संवाद करते हुए उनकी समस्याओं को सुना एवं उसके शीघ्र निराकरण हेतु उन्हें पूर्ण आश्वस्त भी किया।

डॉ राहुल राज ने कहा कि शिक्षकों के सेवा निरंतरता, वेतन वृद्धि एवं वित्तरहित शैक्षणिक संस्थानों के वर्षों से लंबित बकाया अनुदान का शीघ्र भुगतान करवाने एवं अनुदान के बदले वेतनमान पर शिक्षा समिति की शीघ्र अनुशंसा की बात कही।

डॉ राहुल राज के तमाम मन्तव्यों व विचारों को सुनते हुए माध्यमिक शिक्षक संघ के उपस्थित सभी सदस्यों, शिक्षकों, नेताओं ने सर्वसहमति संगठनपूर्ण भाव से यह निर्णय लिया कि जो व्यक्ति तात्कालिक किसी पद पर पदस्थापित न होते हुए भी निरंतर शिक्षकों के हित के लिए माननीय शिक्षा मंत्री से प्रत्यक्ष रूप से मिलना, अपर मुख्य सचिव से मिलना, ईपीएफ हेतु शिक्षा मंत्री से मिलकर पूरे जिला स्तर पर कैंप लगवाना, वरिष्ठ शिक्षकों के सेवा निरंतरता के लिए अपर मुख्य सचिव से मिलकर उसकी कमिटी का गठन कराना जैसे विभिन्न मुद्दों पर अथक प्रयास के साथ निरंतर कार्यरत है ऐसे ऊर्जावान, नौजवान एवं कर्मठ भावी प्रत्याशी को माध्यमिक शिक्षक संघ ने सर्वसम्मति से समर्थन देने का निर्णय लिया।

इस बैठक में शिक्षक मुन्ना कु० पांडेय, जीवेश कुमार सिंह, प्राचार्य डॉ उमेश कुमार, प्रमोद राम, ताराकांत मित्र, मुकेश चौधरी, जावेद अख्तर खान, संजीव कुमार सिंह, अमित कुमार, रंजीत कुमार, प्रभुनाथ राय एवं पंकज कुमार वर्मा, सेवानिवृत प्रधानाध्यापक विजय कुमार समेत पूरी कोर कमिटी के शिक्षकगणों ने उपस्थिति दर्ज करते हुए समर्थन देने का निर्णय लिया।

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Chhapra: जय प्रकाश विश्वविद्यालय के सारण जिले की राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई एवं वीगन आउटरीच संस्था के संयुक्त तत्वावधान में “फ़ूड, प्लानेट और हेल्थ” विषय पर एक वेबिनार का सफल आयोजन किया गया।

वीगन आउटरीच संस्था के साथ जागरूकता अभियान हेतु क्षेत्रीय निदेशालय एनएसएस की अनुमति प्रदान की है।

इस कार्यक्रम के संरक्षक राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक प्रो. हरिश्चंद तथा संयोजक जिला नोडल अधिकारी डॉ. अनुपम कुमार सिंह थे।

वेबिनार के मुख्य वक्ता वीगन आउटरीच संस्था के कोऑर्डिनेटर अभिषेक दूबे रहे। प्रो. हरिश्चंद ने वेबिनार की औपचारिक शुरुआत करते हुए बताया कि इसमें वैश्विक पर्यावरण की वर्तमान स्थिति, भोजन की आदतों का पर्यावरण, स्वास्थ्य तथा पशु-पक्षियों पर प्रभाव, साथ ही जलवायु परिवर्तन और जैवविविधता विनाश जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।

जिससे आप छात्रों को काफ़ी लाभ मिलेगा। मुख्य वक्ता ने बताया कि हमारा भोजन केवल हमारे स्वास्थ्य से ही नहीं, बल्कि पर्यावरणीय संतुलन और जीव-जंतुओं के जीवन से भी गहराई से जुड़ा हुआ है। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने अपने प्रश्न पूछे और विशेषज्ञ द्वारा उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया गया।

धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अनुपम कुमार सिंह ने दिया। यह वेबिनार प्रतिभागियों में पर्यावरण संरक्षण, स्वस्थ जीवनशैली और करुणामय जीवन मूल्यों के प्रति जागरूकता फैलाने की दिशा में एक सार्थक प्रयास साबित हुआ।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों व समाज में यह संदेश देना था कि व्यक्तिगत स्तर पर छोटे-छोटे प्रयास करके भी हम अपने पर्यावरण, स्वास्थ्य और प्राणियों की रक्षा कर सकते हैं। सभी प्रतिभागियों को प्रतिभाग प्रमाणपत्र भी प्रदान किए गए। इस वेबिनार में सैकड़ों छात्रों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

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Chhapra: एक राष्ट्र, एक चुनाव विषय पर चल रहे राष्ट्रीय परिचर्चा के तहत जय प्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा के सीनेट हॉल में मंगलवार को एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

जय प्रकाश विश्वविद्यालय और पाटलिपुत्र इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस रिसर्च, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस संगोष्ठी का उद्घाटन करते हुए जय प्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति परमेंद्र कुमार वाजपेई ने कहा कि भारत में लोकतंत्र की जड़े मजबूत और गहरी है हमने दुनिया को विश्व के पहले लोकतंत्र लिच्छवि गणतंत्र के माध्यम से दुनिया को लोकतंत्र की शुरुआत करने की शिक्षा दी थी। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्यों का चुनाव एक साथ करना देश हित में है।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए विधान पार्षद डॉ. वीरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि भारत राज्यों का एक संघ है जिसमें राज्यों की स्वायत्ता को अच्छे बनाए रखना चाहिए।

उद्घाटन सत्र के कीनोट स्पीकर तथा राजनीति विज्ञान विभाग दिल्ली विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ. प्रो रेखा सक्सेना ने इस विषय पर विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि चुनाव में बढ़ते खर्च विकास कार्यों में हो रहे अवरोध तथा केंद्र और राज्य के बीच चुनाव को लेकर हो रहे मतभेदों को दूर करने के लिए एक देश एक चुनाव करना उचित प्रतीत होता है।

उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता जयप्रकाश विश्वविद्यालय राजनीति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. इरफान अली ने किया जबकि सत्र का संचालन विजय कुमार और राजमोहन शर्मा ने किया।

प्रारंभ में पाटलिपुत्र इंस्टीट्यूट आफ सोशल साइंस रिसर्च के निदेशक और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राध्यापक डॉ प्रमोद कुमार ने आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए संगोष्ठी के औचित्य पर प्रकाश डाला इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी पदाधिकारी तथा भारी संख्या में शिक्षक छात्र एवं शोधार्थी उपस्थित थे।

सेमिनार के प्रथम तकनीकी सत्र में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली के डॉक्टर निशांत कुमार, दिल्ली विश्वविद्यालय दिल्ली के डॉक्टर सुमन कुमार एवं डॉ.नवल किशोर, महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी के डॉ मृत्युंजय यादवेंद, इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय राजनीति विज्ञान के डॉक्टर पंकज कुमार तथा डॉ अनुपम कुमार ने भारत में संघवाद एवं विषय पर अपने अपने विचार प्रकट किए।

प्रथम तकनीकी सत्र की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ संजय कुमार ने किया जबकि संचालन डॉ सोनाली सिंह ने किया।

दूसरे तकनीकी सत्र की अध्यक्षता जयप्रकाश विश्वविद्यालय के हैं राजनीतिक विज्ञान विभाग के अध्यापक डॉ अनिल कुमार सिंह ने के द्वारा किया गया और इसमें आधे दर्जन से अधिक वक्ताओं ने जिसमें पटना विश्वविद्यालय के डॉ सुधीर कुमार, अश्विनी कुमार, पवन कुमार यादव, डॉ गौरव सिंह ने अपने अपने विचार लोकसभा और विधानसभा के चुनाव के विभिन्न आयामों पर प्रकट किया।

संगोष्ठी में पूर्व राजनीति विज्ञान विभाग विभाग अध्यक्ष डॉ. लाल बाबू यादव, डॉ विकास चौहान, डॉ. संदीप कुमार यादव, डॉ रुचि त्रिपाठी, डॉ कन्हैया कुमार, डॉ.शबाना परवीन मलिक, विश्वविद्यालय के CCDC डॉ गुनसागर यादव, प्रोफेसर अजीत कुमार तिवारी, परीक्षा नियंत्रक अशोक मिश्रा कुलसचिव नारायण दास डीएसडब्ल्यू राणा विक्रम सिंह सहित विभिन्न विभागों के विभागाअध्यक्ष संकाय अध्यक्ष उपस्थित थे।

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Patna/Chhapra:  बिहार में अब से कुछ महीनों के बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में सरकार के द्वारा लगातार अलग अलग घोषणाएं की जा रहीं हैं। इसी क्रम में मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक और घोषणा की।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सोशल मीडिया हैन्डल से पोस्ट करते हुए लिखा कि बिहार में 07 निश्चय योजना के अंतर्गत 12वीं कक्षा उत्तीर्ण छात्र जो उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं उनके लिए 02 अक्टूबर 2016 से बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना लागू है। बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए अधिकतम 04 लाख रुपए का शिक्षा ऋण सामान्य आवेदक को 04 प्रतिशत ब्याज दर पर तथा महिला, दिव्यांग एवं ट्रांसजेन्डर आवेदक को मात्र 01 प्रतिशत ब्याज दर पर दिया जाता है।

उन्होंने कहा कि मुझे यह बताते हुए अत्यंत खुशी हो रही है कि अब स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत दिए जाने वाले शिक्षा ऋण की राशि सभी आवेदकों के लिए ब्याज रहित होगी।

साथ ही 02 लाख रुपए तक के शिक्षा ऋण को 60 मासिक किस्तों (05 वर्ष) में वापस करने का प्रावधान था, जिसे अब बढ़ाकर अधिकतम 84 मासिक किस्तों (07 वर्ष) में तथा 02 लाख से ऊपर ऋण राशि को 84 मासिक (07 वर्ष) किस्तों से बढ़ाकर अधिकतम 120 मासिक (10 वर्ष) किस्तों में वापस करने का प्रावधान किया गया है।
हमलोगों का उद्देश्य है कि राज्य के अधिक से अधिक छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें। उच्च शिक्षा के लिए प्रदान की जाने वाली शिक्षा ऋण में दी जाने वाली इन सुविधाओं से छात्रों के मनोबल में वृद्धि होगी और वे अधिक उत्साह एवं लगन से उच्च शिक्षा प्राप्त कर अपने भविष्य के साथ-साथ राज्य एवं देश का भविष्य भी संवार सकेंगे।
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Chhapra: 14 सितंबर हिंदी दिवस के अवसर पर हिन्दी विभाग, राजेंद्र कॉलेज, छपरा के तत्वावधान में प्राचार्य डॉ. उदय शंकर पांडेय के मार्गदर्शन में हिंदी सप्ताह का आयोजन आज से आरंभ हुआ।

सप्ताह भर चलने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में प्रश्नोत्तरी, निबंध, काव्य पाठ, श्रुतिलेख, पत्र लेखन आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी जिसमें सभी संकाय के स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर में अध्यनरत छात्र छात्राएँ भाग लेंगे।

उद्घाटन समारोह में कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. उदय शंकर पांडेय ने की। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि हिंदी की जननी के रूप में संस्कृत को स्वीकार्य किया जाता है। दोनों का संबंध घनिष्ठ है। फ्रेंच के 60 प्रतिशत शब्द संस्कृत के हैं। उन्होंने भारतीय मूल्य संवाहक के रूप में हिन्दी को महत्वपूर्ण निरुपित किया। 

अगली कड़ी में सभा को संबोधित करते हुए शिक्षक संघ के सचिव डॉ. प्रशांत कुमार सिंह ने हिंदी के प्रति गौरव भाव रखने और अपने दैनन्दिन जीवन में इसका आधिकारिक उपयोग करते हुए एक अधिक समर्थ भाषा के रूप में स्थापित करने हेतु अपनी भूमिका सुनिश्चित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि जन -जन को मिलाने वाली भाषा ही हिंदी है। इसे 14 सितम्बर 1949 को राजभाषा के रूप में स्वीकार किया गया। राष्ट्रीय एकता व अखंडता को अक्षुण रखना ही हिंदी दिवस की सार्थकता है।

दर्शन शास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ देवेश रंजन ने अपने उद्बोधन में कहा कि वैज्ञानिक खोजों एवं अन्य चीजों को अपनी मातृभाषा में लाकर सहजतापूर्ण तरीके से समझना चाहिए। भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ अनुपम सिंह ने कहा कि हमें हिंदी के प्रति आत्मविश्वास व गर्व होना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया की देश की समृद्ध विरासत को सँभालने और आगे बढ़ाने के लिए उन्हें तत्पर रहना चाहिए।

वाणिज्य विभाग की अध्यक्ष डॉ. अर्चना उपाध्याय ने इसे चेतन अचेतन हर अवस्था में अपने अन्तःकरण में अवस्थित रहने वाली स्वाभाविक भाषा के रूप में रेखांकित किया| अगली कड़ी में हिन्दी के सहायक प्राध्यापक डॉ. सुनील कुमार पाण्डेय ने अपने उद्बोधन में आग्रह किया कि हमे शिक्षा, प्रशासन, न्यायालय आदि क्षेत्रों में अधिकाधिक उपयोग करना चाहिए।

हिन्दी के ही सहायक प्राध्यापक डॉ. बेठियार सिंह साहू ने प्रयोक्ताओं की संख्या और भौगोलिक विस्तार की दृष्टि से हिन्दी की वैश्विक स्थिति को गौरवपूर्ण बताते हुए अपने ही देश में दृष्टिगत होने वाली कुछ समस्याओं के प्रति सजग रहने और समाधान हेतु प्रयास करने का आग्रह किया| डॉ. रविकांत सिंह ने अपने वक्तव्य में कथनी और करनी में समन्वय का आग्रह किया। 

उन्होंने कहा कि हम कार्यक्रमों में बातें बहुत करते हैं किन्तु व्यवहार में पीछे रह जाते हैं यही समस्या की जड़ है। कार्यक्रम के दौरान सफल मंच सञ्चालन हिन्दी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. रजनीश कुमार यादव ने किया और डॉ. ऋचा मिश्रा द्वारा हिन्दी के विविध विचारणीय पहलुओं पर चर्चा करते हुए धन्यवाद तथा आभार ज्ञापन किया गया।

उल्लेखनीय है कि अपरिहार्य कारणों से अन्यत्र गए हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार सिन्हा ने दूरभाष पर अपनी शुभकामनाएँ प्रेषित कीं और कार्यक्रम की सफलता के लिए मार्गदर्शन किया| इसी तरह डॉ. विशाल कुमार सिंह ने भी दूरभाष पर सतत कार्यक्रम के बारे में अपने मूल्यवान सुझाव साथियों को दिए। 

इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापकों में डॉ. तनु गुप्ता, डॉ. गौरव सिंह, डॉ. मृणाल चन्द्र, डॉ. नीलाम्बरी गुप्ता, डॉ. इश्तियाक अहमद, डॉ. निधि कुमारी, डॉ. सुनील प्रसाद डॉ. सुप्रिया कुमारी, डॉ. ओमप्रकाश, डॉ. अंकित विश्वकर्मा, डॉ. गौरव शर्मा, डॉ. विकास कुमार, डॉ. प्रवीण कुमार भास्कर, डॉ. आनंद गुप्ता, प्रशाखा पदाधिकारी श्री हरिहर मोहन, कर्मचारियों में सूरज राम, मनोज दास, रामबाबू आदि की सक्रिय उपस्थिति रही। वहीँ स्नातकोत्तर के विद्यार्थियों में अमित कुमार, सुरुचि कुमारी, पल्लवी, शालिनी, नेहा, पूजा, रिहा, जुली, खुशबू आदि की उत्साहपूर्ण सक्रिय सहभागिता रही साथ ही सभी संकायों के विद्यार्थियों की भरी संख्या में सुरुचिपूर्ण उपस्थिति रही| कार्यक्रम उल्लासपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ।

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Chhapra: सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के भावी प्रत्याशी डॉ राहुल राज ने शिक्षकों के लंबे समय से चल रहे जटिल समस्याओं के निराकरण हेतु बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव से मुलाकात की है।

राहुल राज ने आवास भत्ता को निर्धारित दरों पर भुगतान करवाने की मांग की

डॉ राहुल राज ने बताया कि उन्होंने वार्ता के दौरान अपर मुख्य सचिव से सभी प्रकार के शिक्षकों के महंगाई भत्ता एवं आवास भत्ता को निर्धारित दरों पर भुगतान करवाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि HRMS अपडेट नहीं होने के कारण सभी प्रकार के शिक्षकों का मंहगाई भत्ता और आवास भत्ता काफी लंबे समय से पुराने दर पर ही भुगतान हो रहा है जो कि न्यायोचित नहीं है।

उन्होंने अपर मुख्य सचिव से वार्ता के दौरान शिक्षकों के सेवा के निरंतरता के उद्देश्य से 19 वर्ष पहले नियोजित शिक्षकों एवं पुस्तकालय अध्यक्षों जो कि अब राज्यकर्मी का दर्जा प्राप्त कर चुके हैं उन सभी वरिष्ठ शिक्षकों को प्राथमिकता के साथ वेतन वृद्धि का लाभ दिया जाए जिससे कि उनके साथ नैसर्गिक न्याय हो सके और उनके बीच व्याप्त असंतुष्टि का भाव कम हो सके।

यह शिक्षक समाज के मनोबल को बनाए रखने के लिए अति आवश्यक है: राहुल राज

उन्होंने कहा कि विशिष्ट शिक्षकों का वेतन BPSC से नियुक्त विद्यालय अध्यापकों के वेतन से कम हो रहा है जबकि बिहार विद्यालय विशिष्ट शिक्षक नियमावली में वरीयता के लिए स्पष्ट प्रावधान है कि स्थानीय निकाय शिक्षक के रूप में प्रशिक्षित वेतनमान मिलने की तिथि से वरीयता का निर्धारण किया जाएगा। इस आधार पर वेतन विसंगति को दूर किया जा सकता है। यह शिक्षक समाज के मनोबल को बनाए रखने के लिए अति आवश्यक है।

राहुल राज ने शिक्षकों के सभी मुद्दों पर शीघ्र ही सकारात्मक निर्णय लेने हेतु आश्वस्त किया

उन्होंने ANO के रूप में कार्यरत NCC प्रशिक्षित नियोजित शिक्षकों को NCC आच्छादित विद्यालय में पदस्थापित करने हेतु भवदीय स्तर से आदेश निर्गत करने की बात भी कही। वही शिक्षकों के सेवा निरंतरता, वेतन वृद्धि एवं वित्तरहित शैक्षणिक संस्थानों के वर्षों से लंबित बकाया अनुदान का भुगतान एवं अनुदान के बदले वेतनमान पर शिक्षा समिति की शीघ्र अनुशंसा की बात कही। उन्होंने अपर मुख्य सचिव से कहा कि पूर्ण प्राथमिकता के साथ शिक्षकों से जुड़ी तमाम समस्याओं पर शीघ्र ही विचार करते हुए निराकरण हेतु आदेश निर्गत किया जाए ताकि शिक्षकों में एकरूपता और संतुष्टि का भाव जागृत हो और वे शिक्षा को एक बेहतर आयाम दे सकें।

प्रखंड प्रमुख द्वारा सौंपे गए ज्ञापन और सभी तथ्यों को सुनकर अपर मुख्य सचिव का रुख काफी सकारात्मक रहा। उन्होंने शिक्षकों के सभी मुद्दों पर शीघ्र ही सकारात्मक निर्णय लेने हेतु आश्वस्त किया।

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Chhapra: शिक्षक दिवस पर गुरु-शिष्य परंपरा के भावों को सहेजे डॉ.धीरज सिंह ने अपने गुरु प्रो.डॉ. परमेंद्र रंजन सिंह को अलग अंदाज में सम्मान प्रदान किया। जिसमें सम्मान भी था और समाज के लिए संदेश भी।

उन्होंने शॉल व पेन के साथ पौधा भी भेंट किया। इस अवसर पर डॉ.धीरज सिंह ने कहा कि गुरुजन ही जीवन की सही दिशा दिखाते हैं। वे शिक्षा,संस्कार और समाज सेवा के लिए प्रेरित करते हैं। उनका मार्गदर्शन जीवनभर ऊर्जा और संबल देता है। पौधा भेंट कर गुरु का सम्मान करने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण और प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता का संदेश भी दिया गया।

समारोह में मौजूद लोगों ने इस पहल को सराहते हुए कहा कि यह सम्मान न केवल गुरु के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक है,बल्कि भावी पीढ़ी के लिए अनुकरणीय उदाहरण भी है। मौके पर प्रोफेसर डॉक्टर पर्मेन्द्र रंजन ने डॉ धीरज को अपनी शुभकामनाएं दी

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सारण के दरियापुर की पूनम कुमारी सहित सूबे के 72 शिक्षक राजकीय पुरस्कार के लिए चयनित

छपरा: आगामी 5 सितंबर शिक्षक दिवस के अवसर पर सारण के दरियापुर स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय कोठिया की विशिष्ट शिक्षक पूनम कुमारी का चयन राजकीय पुरस्कार के लिए किया गया है. शिक्षिका पूनम कुमारी को पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आगामी 5 सितंबर को पुरस्कृत किया जाएगा.

पुरस्कार वितरण को लेकर शिक्षा विभाग की निदेशक साहिला ने पत्र जारी करते हुए इसकी सूचना दी है. जारी पत्र में सूबे के 72 शिक्षकों का चयन किया गया है जिन्हे पुरस्कृत किया जाएगा.

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Chhapra: सारण जिले के रिविलगंज प्रखंड के प्रखंड प्रमुख सह सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के भावी एवं प्रत्याशी डॉ राहुल राज ने बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार का अपने कार्यालय पर भव्य स्वागत किया।

सर्वप्रथम शिक्षा मंत्री के आगमन पर प्रखंड प्रमुख ने उन्हें माल्यार्पण कर एवं बुके व अंगवस्त्र के साथ हार्दिक अभिवादन किया तत्पश्चात वहां उपस्थित शिक्षक नेता व तमाम शिक्षकों ने भी माल्यार्पण कर उनका स्वागत किया।

इस दौरान बैठक में राजकीयकृत एवं उत्क्रमित विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा हुई तथा शिक्षकों से जुड़ी सभी प्रासंगिक मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श किया गया।

विशिष्ट शिक्षकों के वेतन विसंगति पर उनका कहना था कि इसके समाधान के लिए वित्त विभाग में फाइल भेज दी गई है, शीघ्र ही सकारात्मक निर्णय आने पर उसे लागू किया जायेगा। इतना ही नहीं बल्कि क्षतिपूरक अवकाश के लिए ई- शिक्षाकोष पर विकल्प शीघ्र देने पर सहमति भी बनी।

बैठक में शिक्षकों के आवास-भत्ता, मंहगाई-भत्ता एवं सेवा निरन्तरता को अद्यतन करने की मांग भी रखी गई जिसके संबंध में मंत्री के द्वारा इस मुद्दे पर निदेशक माध्यमिक शिक्षा से बात कर समाधान करने की सहमति प्रदान की गई।

शिक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि डॉ राहुल राज जिस प्रकार शिक्षकों की समस्याओं को लेकर पूर्ण सक्रियता के साथ उन्हें विश्वास दिलाते हुए आगे बढ़ रहे हैं तथा वृहद स्तर पर उनके द्वारा किये जा रहे प्रयासों से पहली बार ऐसा लग रहा है कि इस क्षेत्र को एक ईमानदार प्रतिनिधि मिलने जा रहा है जो शिक्षकों के वर्तमान व भविष्य दोनों को सुरक्षित करेगा।

डॉ राहुल राज ने शिक्षा मंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि उनका यह आगमन शिक्षा जगत में नई ऊर्जा का संचार करेगा और प्रदेश के युवाओं को मार्गदर्शन एवं प्रेरणा से सशक्त बनाएगा।

इस मौके पर मकसूद आलम अंसारी, अजय यादव, पुनीत रंजन, प्रभु बैठा, नसीम अख्तर, सफदर अली, प्रकाश, झुन्नु कुमार अर्णज, बृजभूषण, शशि, शाहनवाज हुसैन आदि प्रमुख शिक्षक नेता मौजूद रहें।

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Chhapra: लोक शिक्षा समिति बिहार द्वारा आयोजित विभाग स्तरीय प्रश्न मंच प्रतियोगिता में सरस्वती शिशु विद्या मंदिर दर्शन नगर, छपरा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 9 पुरस्कार अपने नाम किए। इस उपलब्धि से सारण जिला गौरवान्वित हुआ है।

इन सफलताओं के साथ विद्यालय के भैया-बहनों का चयन प्रांतीय प्रश्न मंच प्रतियोगिता के लिए हो गया है, जो 21 से 23 सितंबर तक सरस्वती विद्या मंदिर फारबिसगंज में आयोजित होगी। सर्वविदित है कि विद्या भारती प्रत्येक वर्ष विभाग स्तर से लेकर अखिल भारतीय स्तर तक विभिन्न विषयों का प्रश्न मंच आयोजित करती है।

सिवान विभाग के विभाग स्तरीय प्रश्न मंच प्रतियोगिता में विद्यालय ने अन्य विद्यालयों को कड़ी टक्कर देते हुए साबित किया कि बिना कठिन परिश्रम के सफलता संभव नहीं।

पुरस्कार सूची इस प्रकार रही :

  • संस्कृति ज्ञान: शिशु वर्ग द्वितीय स्थान, बाल वर्ग प्रथम स्थान, किशोर वर्ग प्रथम स्थान
  • विज्ञान: किशोर वर्ग तृतीय स्थान
  • संगणक (कंप्यूटर): बाल वर्ग द्वितीय स्थान, किशोर वर्ग द्वितीय स्थान
  • अंग्रेजी: बाल वर्ग द्वितीय स्थान
  • संस्कृत: शिशु वर्ग प्रथम स्थान, किशोर वर्ग तृतीय स्थान

प्रधानाचार्य  ने सभी प्रतिभागियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं

इस जीत पर विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के सचिव सुरेश प्रसाद सिंह, प्रधानाचार्य विनोद कुमार, डॉ. देव कुमार सिंह एवं डॉ. कल्पना खेत्री (प्राचार्य सेंट जोसेफ स्कूल, गड़खा) ने विजेता छात्रों को बधाई दी। वक्ताओं ने कहा कि समय प्रबंधन और कठिन परिश्रम सफलता की कुंजी है। साथ ही उन्होंने सभी प्रतिभागियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।

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