पटना, 26 मई (हि.स.)। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को खुला पत्र लिखा है। पत्र में तेजस्वी ने जातिगत गणना, आरक्षण, मंडल कमीशन और संविधान पर कई प्रश्न पूछे हैं। साथ ही प्रधानमंत्री के बिहार दौरे में जनसभा को संबोधित करने के दौरान उनके शब्दों पर भी प्रहार किया है।

तेजस्वी ने पत्र में लिखा है कि प्रधानमंत्री जी, आपके नाम खुला खत है। जरा समय निकालकर जातिगत जनगणना, आरक्षण, मंडल कमीशन और संविधान पर अवश्य ही अपना ज्ञानवर्धन कर लीजिएगा। पत्र में लिखा है कि चुनावी मौसम में ही आप बिहार आते हैं। कल (शनिवार) आप फिर से बिहार आए और एक बार फिर आपने सभी लोगों को भ्रमित करने की असफल कोशिश की। मैं आपके समक्ष कुछ बातें रखना चाहता हूं।

तेजस्वी ने लिखा है कि प्रधानमंत्री जी! आपको याद होगा कि बिहार से हम सब अगस्त 2021 में आपके पास जातिगत गणना की मांग को लेकर आए थे। नीतीश कुमार की जदयू समेत और भी दल इस मांग के पक्ष में थे। जातिगत गणना का प्रस्ताव मेरी ही पहल पर सर्वसम्मति से बिहार विधानसभा में पास कराया गया। हम सभी ने मिलकर आपसे जातिगत गणना की मांग की थी लेकिन आपने एकदम हमारी यह मांग ठुकरा दी थी। आपकी संवेदनशून्यता से हम सबको पीड़ा हुई लेकिन क्या ही कहे।

तेजस्वी ने लिखा है, जब हम बिहार में सरकार में आए तो राज्य के खर्चे पर जातिगत सर्वेक्षण कराया। उसकी हकीकत से आपको भी अवगत कराया गया। हमने उस सर्वेक्षण के आलोक में आरक्षण का दायरा 75 फीसदी तक बढ़ाया और आपसे बार-बार गुजारिश करते रहे कि इसको संविधान की नौंवी अनुसूची में डालिए लेकिन मूलतः आप पिछड़ा और दलित विरोधी मानसिकता के हैं। आपने हमारी इस महत्वपूर्ण आग्रह पर कोई विचार नहीं किया। पटना में 10 दिसंबर, 2023 को आयोजित पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री से भी इसकी मांग की गयी थी। आप उनसे पूछ सकते हैं।

पत्र में लिखा है कि आप बिहार आये और यहां आकर आप जितनी कुछ आधारहीन, तथ्यहीन और झूठी बातें कर सकते थे, आपने की। अब आपसे अपेक्षा नहीं है कि आप अपने पद की गरिमा का ख्याल रखकर विमर्श को ऊंचा रखेंगे लेकिन आप ‘भैंस’ और ‘मंगलसूत्र’ के रास्ते होते हुए ‘मुजरा’ तक की शब्दावली पर आ गए। सच कहूं तो हमें आपकी चिंता होती है। क्या इस विशाल हृदय वाले देश के प्रधानमंत्री की भाषा ऐसी होनी चाहिए? आप सोचिए और निर्णय कीजिए मुझे और कुछ नहीं कहना है।

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patna: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को खुला पत्र लिखा है। पत्र में तेजस्वी ने जातिगत गणना, आरक्षण, मंडल कमीशन और संविधान पर कई प्रश्न पूछे हैं। साथ ही प्रधानमंत्री के बिहार दौरे में जनसभा को संबोधित करने के दौरान उनके शब्दों पर भी प्रहार किया है।

तेजस्वी ने पत्र में लिखा है कि प्रधानमंत्री जी, आपके नाम खुला खत है। जरा समय निकालकर जातिगत जनगणना, आरक्षण, मंडल कमीशन और संविधान पर अवश्य ही अपना ज्ञानवर्धन कर लीजिएगा। पत्र में लिखा है कि चुनावी मौसम में ही आप बिहार आते हैं। कल (शनिवार) आप फिर से बिहार आए और एक बार फिर आपने सभी लोगों को भ्रमित करने की असफल कोशिश की। मैं आपके समक्ष कुछ बातें रखना चाहता हूं।

तेजस्वी ने लिखा है कि प्रधानमंत्री जी! आपको याद होगा कि बिहार से हम सब अगस्त 2021 में आपके पास जातिगत गणना की मांग को लेकर आए थे। नीतीश कुमार की जदयू समेत और भी दल इस मांग के पक्ष में थे। जातिगत गणना का प्रस्ताव मेरी ही पहल पर सर्वसम्मति से बिहार विधानसभा में पास कराया गया। हम सभी ने मिलकर आपसे जातिगत गणना की मांग की थी लेकिन आपने एकदम हमारी यह मांग ठुकरा दी थी। आपकी संवेदनशून्यता से हम सबको पीड़ा हुई लेकिन क्या ही कहे।

तेजस्वी ने लिखा है, जब हम बिहार में सरकार में आए तो राज्य के खर्चे पर जातिगत सर्वेक्षण कराया। उसकी हकीकत से आपको भी अवगत कराया गया। हमने उस सर्वेक्षण के आलोक में आरक्षण का दायरा 75 फीसदी तक बढ़ाया और आपसे बार-बार गुजारिश करते रहे कि इसको संविधान की नौंवी अनुसूची में डालिए लेकिन मूलतः आप पिछड़ा और दलित विरोधी मानसिकता के हैं। आपने हमारी इस महत्वपूर्ण आग्रह पर कोई विचार नहीं किया। पटना में 10 दिसंबर, 2023 को आयोजित पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री से भी इसकी मांग की गयी थी। आप उनसे पूछ सकते हैं।

पत्र में लिखा है कि आप बिहार आये और यहां आकर आप जितनी कुछ आधारहीन, तथ्यहीन और झूठी बातें कर सकते थे, आपने की। अब आपसे अपेक्षा नहीं है कि आप अपने पद की गरिमा का ख्याल रखकर विमर्श को ऊंचा रखेंगे लेकिन आप ‘भैंस’ और ‘मंगलसूत्र’ के रास्ते होते हुए ‘मुजरा’ तक की शब्दावली पर आ गए। सच कहूं तो हमें आपकी चिंता होती है। क्या इस विशाल हृदय वाले देश के प्रधानमंत्री की भाषा ऐसी होनी चाहिए? आप सोचिए और निर्णय कीजिए मुझे और कुछ नहीं कहना है।

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पटना/काराकाट/बक्सर, 25 मई (हि.स.)। बिहार के पाटलिपुत्र, काराकाट और बक्सर में राजग उम्मीदवार के पक्ष में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंडी गठबंधन पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन ने मुसलमानों को असंवैधानिक आरक्षण देने की बात कही है। विरोधी दलों ने ऐसा करके संविधान की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया। इंडी गठबंधन वाले एससी-एसटी का आरक्षण मुसलमानों को देने की साजिश कर रहे हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि इंडी गठबंधन वाले चाहते हैं कि मुस्लिम आरक्षण के लिए एससी, एसटी, ओबीसी का आरक्षण बदल दें। इसके लिए वे सत्ता हथियाना चाहते हैं। उन्हें आपकी चिंता नहीं है। हमने एक महीना पहले कहा था कि इंडी गठबंधन वाले लिखकर दो कि एससी, एसटी, ओबीसी का आरक्षण बदलकर मुस्लिमों को नहीं देंगे। लिखकर देने की बात छोड़िए, कोई जवाब आज तक नहीं दिए।

मोदी ने कहा कि रोहतास, कैमूर और औरंगाबाद इंडस्ट्री का हब बनेगा। यहां बड़ी संभावना रोजगार देने की है। तीन करोड़ लखपति दीदी बनायेंगे और 70 वर्ष से ऊपर सभी को मुफ्त इलाज, बिजली का बिल जीरो होगा। पीएम सूर्य घर योजना सभी के लिए लागू होगा। मोदी हर गारंटी पूरी करेगा। अब आप गैस सिलेंडर चिन्ह पर उपेंद्र कुशवाहा को वोट दीजिए तो मोदी को मिलेगा। उन्होंने कहा कि बिहार के लोग निर्णायक होते हैं। उन्हीं को वोट देते हैं, जिनकी सरकार बनती है।

मोदी ने कहा कि चार जून की शाम होते-होते बिहार में एक और काम होगा। राजद वाला कहेंगे कि कांग्रेस वालों ने लुटिया डूबो दी। दूसरा काम होगा कि कांग्रेस के युवराज खड़गे पर ठीकरा फोड़ विदेश में छूटी मनाने चले जाएंगे। उन्होंने कहा कि ये इंडी गठबंधन वाले देश को डराते हैं। ये ऐसा डराते हैं कि पूछिए मत। कहते थे कि अयोध्या में राम मंदिर बना तो देश में बवाल होगा। अब रामलला मंदिल में विराजमान हैं, कुछ हुआ क्या। धारा 370 पर भी डराते थे। कहते थे कि काश्मीर पाकिस्तान में चला जायेगा। धारा 370 हटाने पर कुछ हुआ क्या।

पीएम ने कहा कि लालटेन लेकर मुजरा करने वाली जमात बिहारियों के अपमान पर कांग्रेस के खिलाफ नहीं बोल सकती। इनको बिहार के गौरव और होनहार नौजवानों की चिंता नहीं है। इनके लिए बीमारियों का सम्मान कोई मायने नहीं रखता। पहली बार जो वोट डालने जा रहे हैं उन्हें जंगराज के बारे में बताने की आवश्यकता है। अपहरण और डकैती पहचान हो गई थी। नीतीश के नेतृत्व में एनडीए ने सुधार लाया। भ्रष्टाचारियों को अब जेल की रोटी चबाकर जिंदगी पूरी करनी है। बड़े भ्रष्टाचारी चाहते थे कि इंडी गठबंधन बने और मोदी की कुर्सी हिला दें लेकिन मोदी किसी से न डरा और न डरेगा।

पीएम ने कहा कि बिहार के लोगों को एक और गारंटी। बिहार के गरीबों को नौकरी के नाम पर जमीन लिखवाने वाले का समय पूरा हो गया है। मोदी की गारंटी है कि उन्हें जेल जाने का रास्ता तय हो गया है। गरीबों का हक नहीं मारने देंगे। यह बिहार और मोदी दोनों की गारंटी है।

उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में एक जून को बिहार की आठ लोकसभा सीटों नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकाट और जहानाबाद में वोट डाले जाएंगे। बिहार की इस सभी सीटों पर कुल 134 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। अंतिम चरण में देश के आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की कुल 57 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे।

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पटना, 25 मई (हि.स.)। लोकसभा चुनाव के छठे चरण में शनिवार को बिहार की आठ सीटों पर सुबह सात बजे से वोटिंग जारी है। बिहार की वाल्मीकिनगर, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, वैशाली, गोपालगंज, सीवान और महाराजगंज संसदीय सीट के लिए मतदान हो रहा है। इन आठ सीटों पर दोपहर एक बजे तक औसत 36.48 प्रतिशत मतदान हुआ है।

राज्य निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार

बाल्मिकीनगर में दोपहर तीन बजे तक 47.49 प्रतिशत,

पश्चिम चंपारण में 47.31 प्रतिशत,

पूर्वी चंपारण में 46.71 प्रतिशत,

शिवहर में 48.19 प्रतिशत,

वैशाली में 48.94 प्रतिशत,

गोपालगंज में 41.5141.51 प्रतिशत,

सीवान में 39.81 प्रतिशत और

महाराजगंज में 42.47  प्रतिशत मतदान हुआ है।

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 नई दिल्ली, 24 मई (हि.स.)। लोकसभा चुनाव के छठे चरण में दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और जम्मू-कश्मीर समेत आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की 58 संसदीय सीटों पर शनिवार (25 मई) को मतदान होगा। चुनाव आयोग कल होने वाले मतदान के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस चरण में कुल 889 उम्मीदवार मैदान में हैं। ओडिशा विधानसभा की 42 सीटों पर भी साथ-साथ मतदान होगा।

चुनाव आयोग के अनुसार, 58 संसदीय सीटों में 49 सामान्य, 2 एसटी और 7 एससी वर्ग के लिए आरक्षित हैं। राज्यवार उम्मीदवारों की बात करें तो इस चरण में बिहार की 8 सीटों के लिए 86, हरियाणा की 10 के लिए 223, जम्मू-कश्मीर की एक के लिए 20, झारखंड की चार सीटों के लिए 93, दिल्ली की 7 सीटों के लिए 162, ओडिशा की 6 सीटों के लिए 64, उत्तर प्रदेश की 14 सीटों के लिए 162 और पश्चिम बंगाल की 8 सीटों के लिए 69 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। उधर, ओडिशा विधानसभा की 42 विधानसभा सीटों में 31 सामान्य, 5 एसटी और 6 एससी वर्ग के लिए आरक्षित हैं।

आयोग के अनुसार इस चरण में लगभग 11.4 लाख मतदान अधिकारी 1.14 लाख मतदान केंद्रों पर 11.13 करोड़ से अधिक मतदाताओं का स्वागत करेंगे। कुल 11.13 करोड़ से अधिक मतदाताओं में 5.84 करोड़ पुरुष, 5.29 करोड़ महिलाएं और 5120 थर्ड जेंडर मतदाता हैं।

छठे चरण के लिए 8.93 लाख से अधिक पंजीकृत 85 वर्ष से अधिक आयु के मतदाता, 100 वर्ष से अधिक आयु के 23,659 मतदाता और 9.58 लाख दिव्यांग मतदाता हैं, जिन्हें अपने घर से ही मतदान करने का विकल्प दिया गया है। वैकल्पिक होम वोटिंग सुविधा को पहले से ही जबरदस्त प्रशंसा और प्रतिक्रिया मिल रही है।

सुरक्षाकर्मियों को आने-जाने के लिए 20 विशेष रेलगाड़ियां तैनात की गई हैं। 184 पर्यवेक्षक (66 सामान्य पर्यवेक्षक, 35 पुलिस पर्यवेक्षक, 83 व्यय पर्यवेक्षक) मतदान से कुछ दिन पहले ही अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में पहुंच चुके हैं। वे आयोग की आंख और कान के रूप में कार्य कर रहे हैं ताकि अधिक से अधिक सतर्कता बरती जा सके। इसके अतिरिक्त, कुछ राज्यों में विशेष पर्यवेक्षकों को भी तैनात किया गया है।

मतदाताओं को दिए जाने वाले किसी भी प्रकार के प्रलोभन से सख्ती और तेजी से निपटने के लिए कुल 2222 उड़न दस्ते, 2295 स्थैतिक निगरानी दल, 819 वीडियो निगरानी दल और 569 वीडियो अवलोकन दल चौबीसों घंटे निगरानी कर रहे हैं।

कुल 257 अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियां और 927 अंतर-राज्यीय सीमा चौकियां शराब, ड्रग्स, नकद राशि और मुफ्त उपहारों के किसी भी अवैध प्रवाह पर कड़ी निगरानी रख रही हैं। इसके साथ-साथ समुद्री और हवाई मार्गों पर कड़ी निगरानी रखी गई है।

पानी, शेड, शौचालय, रैम्प, स्वयंसेवक, व्हीलचेयर और बिजली जैसी सुनिश्चित और न्यूनतम सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बुजुर्गों और विकलांग व्यक्तियों सहित प्रत्येक मतदाता बड़ी आसानी से अपना वोट डाल सके।

छठे चरण में दिल्ली की सभी सात सीटों- चांदनी चौक, उत्तर पूर्वी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, नई दिल्ली, उत्तर पश्चिम दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली एवं दक्षिणी दिल्ली, हरियाणा की सभी 10 सीटों- अंबाला, कुरुक्षेत्र, सिरसा, हिसार, करनाल, सोनीपत, रोहतक, भिवानी-महेंद्रगढ़, गुड़गांव और फ़रीदाबाद, उत्तर प्रदेश की 14 सीटों- सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद, अम्बेडकर नगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संतकबीर नगर, लालगंज, आज़मगढ़, जौनपुर, मछलीशहर और भदोही, पश्चिम बंगाल की आठ सीटों- तमलुक, कांथी, घाटल, झाड़ग्राम, मेदिनीपुर, पुरुलिया, बांकुरा और बिष्णुपुर, झारखंड की चार सीटों गिरिडीह, धनबाद, रांची और जमशेदपुर, बिहार की आठ सीटों वाल्मीकी नगर, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, वैशाली, गोपालगंज (एससी), सीवान एवं महाराजगंज, जम्मू-कश्मीर की एक सीट अनंतनाग-राजौरी और ओडिशा की छह सीटों भुवनेश्वर, पुरी, ढेंकनाल, क्योंझर (एससी), कटक और संबलपुर पर मतदान होगा।

छठे चरण में तीन पूर्व मुख्यमंत्री और तीन केंद्रीय मंत्री चुनाव मैदान में हैं। हरियाणा की रोहतक सीट से कांग्रेस की तरफ से दीपेंद्र हुड्डा एक बार फिर चुनाव लड़ रहे हैं। करनाल से पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर चुनाव लड़ रहे हैं। फरीदाबाद सीट पर भाजपा से केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल सिंह गुर्जर चुनाव मैदान में हैं। कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से उद्योगपति नवीन जिंदल पहली बार भाजपा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने कांग्रेस-आआपा गठबंधन ने डॉ. सुशील गुप्ता को उतारा है। हरियाणा की गुड़गांव सीट से भाजपा ने केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को फिर से उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस की तरफ से अभिनेता एवं पूर्व सांसद राज बब्बर चुनाव मैदान में हैं।

पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज पहली बार भाजपा की टिकट पर नई दिल्ली सीट से चुनाव मैदान में हैं। उत्तर पश्चिमी दिल्ली से भोजपुरी गायक एवं अभिनेता मनोज तिवारी तीसरी बार चुनाव मैदान में हैं।

बिहार की पूर्वी चंपारण लोकसभा सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। बिहार की सिवान लोकसभा सीट पर बाहुबली शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरीं हैं। डुमरियागंज से भाजपा उम्मीदवार के तौर पर जगदंबिका पाल पांचवीं बार चुनाव मैदान में हैं।

पश्चिम बंगाल की कांथी सीट पर भाजपा ने शुभेंदु अधिकारी के भाई सौमेंदु अधिकारी को चुनाव मैदान में उतारा है। झारखंड की रांची सीट पर कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला है। यहां पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय की बेटी यशस्विनी सहाय का मुकाबला भाजपा के संजय सेठ से है। ओडिशा की संबलपुर सीट से केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान चुनाव लड़ रहे हैं। पुरी से भाजपा नेता संबित पात्रा चुनाव मैदान में हैं।

जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी सीट पर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती चुनाव मैदान में हैं। उत्तर प्रदेश की आजमगढ़ लोकसभा सीट से भोजपुरी सुपर स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ भाजपा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में हैं जबकि सपा से अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव चुनाव लड़ रहे हैं। आठ बार की सांसद रहीं मेनका गांधी लगातार दूसरी बार सुलतानपुर लोकसभा से भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं।

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पटना (बिहार), 22 मई (हि.स.)। भोजपुरी स्टार पवन सिंह को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने निष्कासित कर दिया है। पवन सिंह को भाजपा ने आसनसोल लोकसभा सीट से सिंबल दिया था, जिसे बाद में पवन सिंह ने भाजपा शीर्ष नेतृत्व से मिलकर सिंबल वापस कर दिया था। इसके बाद उन्होंने निर्दलीय कैंडिडेट के तौर पर एनडीए के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया।

भाजपा के पत्र में कहा गया है कि पवन सिंह भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य हैं और वे लोकसभा चुनाव में एनडीए के अधिकृत उम्मीदवार के विरुद्ध चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में उनका यह कार्य दल विरोधी है। इससे पार्टी की छवि घूमिल हुई है। साथ ही यह कार्य पार्टी अनुशासन के विरुद्ध है। इसलिए पवन सिंह को दल विरोधी कार्य के लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के आदेशानुसार पार्टी से निष्कासित किया जाता है।

उल्लेखनीय है कि काराकट लोकसभा सीट पर एक जून को मतदान होना है। इस लोकसभा क्षेत्र में यादव, कुशवाहा, राजपूत, ब्राह्मण, भूमिहार, दलित, महादलित, कुर्मी, वैश्य और मुस्लिम मतदाता प्रमुख हैं। चुनाव से पहले भाजपा ने पवन सिंह के खिलाफ यह कार्रवाई की है।

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पटना, 22 मई (हि.स.)। बिहार के छपरा में दो दिन पूर्व चुनावी रंजिश में हुई हिंसा के बाद सारण लोकसभा सीट से राजद प्रत्याशी रोहिणी आचार्य ने बुधवार को नगर थाना में 62 लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई है। इनमें 12 नामजद हैं और 52 अज्ञात हैं। इस मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

रोहिणी आचार्य की ओर दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि वे (रोहिणी आचार्य) तेलपा स्थित पोलिंग बूथ पर वोटिंग के दिन शाम में पहुंचीं थीं। बूथ पर मौजूद लोगों से वह कह रही थीं कि आपने वोट दे दिया है तो यहां से जाइए। इसी बात को लेकर गाली-गलौच और असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया गया। नगर थाना पुलिस ने मामले को दर्ज कर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है।

उल्लेखनीय है कि नगर थाना क्षेत्र के बड़ा तेलपा स्थित मतदान केंद्र संख्या 318 और 319 पर सोमवार को मतदान के दौरान राजद और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच भिड़ंत हुई थी। हालांकि, पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो गया लेकिन मंगलवार को दोनों पक्षों के बीच फिर से झड़प हो गयी। ये झड़प गोलीबारी तक पहुंच गयी। गोलीबारी में एक राजद कार्यकर्ता की मौत हो गयी जबकि दो अन्य कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गये। घायलों का इलाज पटना पीएमसीएच में चल रहा है। गोलीबारी की घटना के बाद मंगलवार से अगले दो दिनों के लिए छपरा में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गयी।

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पटना (बिहार), 21 मई (हि.स.)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि लालू-राबड़ी के जंगलराज में प्रति व्यक्ति आय 33 प्रतिशत गिर गई थी। जंगलराज के नुकसान से बाहर लाने के लिए कितनी मेहनत करनी पड़ी है, यह पहली बार बिहार की जनता को बताना जरूरी है। सम्मान चाहिए, विकास नहीं की बात बोलने वालों के समय में सकल घरेलू उत्पाद ओडिशा से कम था।

केंद्रीय वित्त मंत्री मंगलवार को पटना के भाजपा कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित कर रहीं थी। उन्होंने कहा कि बिहार में फर्स्ट टाइम वोटर को यहां के जंगलराज से हुए नुकसान को बताने की जरूरत है। साथ ही कहा कि लालू-राबड़ी के शासनकाल में जंगलराज के कारण बिहार में प्रति व्यक्ति आय 14,209 रुपये हो गई थी, जो फिलहाल 37,000 रुपये है। सीतारमण ने कहा कि जंगलराज मिटने के बाद पांच प्रतिशत का ग्रोथ मेंटेन करने के लिए परिश्रम करना पड़ा।

राज्य को विशेष राज्य का दर्जा अब तक नहीं मिलने के सवाल पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि विशेष दर्जा के लिए केंद्रीय वित्त आयोग की रिपोर्ट में रिकमेंडेशन आना चाहिए, तभी इसके बारे में आगे विमर्श किया जा सकता है। केंद्रीय वित्त आयोग रिपोर्ट में टैक्स को कम करने का रिकमेंडेशन आया था, जिसके बाद तीन अलग-अलग स्लैब में केंद्रीय करों में कमी की गई है। बिहार को आर्थिक सहायता और विशेष सहायता पर निर्मला सीतारमण ने कहा कि 2015 में एक पैकेज बिहार के लिए घोषणा की गई थी और 1.25 लाख करोड़ का पैकेज दिया गया था। यह पैकेज सभी क्षेत्रों के लिए दिया गया था।

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voting fifth phase in bihar

Patna: बिहार में पांचवें चरण की पांच सीटों पर सोमवार सुबह सात बजे से मतदना शुरु हुआ। सारण, हाजीपुर (सु), सीतामढ़ी, मधुबनी और मुजफ्फरपुर में सुबह सात बजे से मतदान हुआ। चिराग पासवान, विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर, रोहिणी आचार्य, राजीव प्रताप रुढ़ी समेत कई दिग्गजों के भाग्य का फैसला EVM में बंद हो गया है।

 पांचवें चरण में कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर है। मुख्य मुकाबला एनडीए बनाम इंडी गठबंधन है। हाजीपुर (सु) सीट पर (लोजपा-आर) के चिराग पासवान और राजद के शिवचंद्र राम के बीच मुकाबला है।

सारण में भाजपा के राजीव प्रताप रूडी और राजद की रोहिणी आचार्य, मुजफ्फरपुर सीट पर भाजपा के राजभूषण निषाद और कांग्रेस के अजय निषाद, सीतामढ़ी सीट पर जदयू के देवेश चंद्र ठाकुर और राजद के अर्जुन राय और मधुबनी सीट पर भाजपा के अशोक यादव और राजद के अली असरफ फातमी के बीच मुकाबला है।

चुनाव के मद्देनजर प्रदेश की पांच सीटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। 55 हजार से अधिक सुरक्षा बल, अश्वारोही दल, नदियों में नावों से गश्ती, बम निरोधक दस्ता तैनात हैं। सुरक्षा बलों को चार सेटेलाइट फोन एवं अतिरिक्त वायरलेस सेट भी दिये गए हैं। आपात स्थिति से निबटने को एक एयर एंबुलेंसलें तैयार रखा गया है। बूथों पर सशस्त्र सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी है।

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Patna: जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश कार्यालय में मंगलवार को अपने हजारों समर्थकों के साथ पूर्व विधायक रणधीर सिंह ने जदयू की सदस्यता ग्रहण की।

जदयू कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में बिहार सरकार के मंत्री व जदयू के वरीय नेता विजय कुमार चौधरी ने उन्हें जदयू की सदस्यता दिलवाई। इस दौरान राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा भी उपस्थित थें ।   

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New Delhi: बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का निधन हो गया है। वे लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे।  सुशील कुमार मोदी ने दिल्ली के AIIMS में आखिरी सांस ली.
सुशील मोदी के निधन की खबर से शोक की लहर दौर गई।  


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Chhapra: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन भाजपा प्रत्याशी जनार्दन सिंह सिग्रीवाल के द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 21 मई को महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत गोरियाकोठी प्रखंड के आज्ञा पंचायत के कीड़ा मैदान में होने वाले कार्यक्रम का स्थल का निरीक्षण किया गया.

मौके पर विधायक देवेश कांत सिंह, राजग कार्यकर्ता रंजीत प्रसाद, अमरजीत सिंह, अमरनाथ शर्मा, संजीव सिंह, मुखिया रंजीत प्रसाद, शीला सिंह, रंजन गुप्ता, पुष्पेंद्र पांडे, मनीष सिंह, भानु प्रताप, वाशी खान, श्याम किशोर तिवारी कार्यक्रम स्थल के अगल-बगल के कई गांव का का भ्रमण करके प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आमंत्रण भी दिया गया.

राष्ट्रीय जनता पार्टी गठबंधन के सभी साथियों से आग्रह किया गया आप सभी आज से वोट मांगने जाए तो जरूर प्रधानमंत्री का के कार्यक्रम का आमंत्रण लोगों को दे.

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