बिहार केसरी श्रीबाबू  की जयंती पर उनके आदर्श को अपनाने का लिया गया संकल्प

नवादा: नवादा जिला के नारदीगंज के सभागार में बिहार केसरी एवं बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ श्रीकृष्ण सिंह की 137वीं जयंती समारोह सोमवार को मनाई गई।

इस समारोह की अध्यक्षता शिक्षाविद एवं मॉडर्न शैक्षणिक समूह के अध्यक्ष डॉ अनुज सिंह ने किया। इस कार्यक्रम में नारदीगंज प्रखंड के विभिन्न पंचायतों से लगभग 500 लोगों ने शिरकत की। कार्यक्रम का संचालन का कार्य प्रसिद्ध समाज सेवी अनील कुमार के ने किया । सर्वप्रथम श्रीबाबू के तैलीय चित्र पर डॉ अनुज सिंह के द्वारा माल्यार्पण कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की गई। इस अवसर पर उन्होंने ने कहा कि नवादा जिले के गौरव की बात है कि श्रीबाबू का जन्म इसी जिले में उनके ननिहाल खनवां में हुआ है। बिहार के निर्माण और राजनीतिक निर्णय लेने में बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. श्री कृष्ण सिंह की बड़ी भूमिका रही है।

उन्होंने जमींदारी प्रथा का उन्मूलन और लैंड सीलिंग जैसे बड़े और साहसिक कार्य किए थे। उन्होंने बड़े-बड़े कल कारखाने के द्वारा बिहार का आधुनिक निर्माण किया था। अबतक उनको भारत रत्न नहीं दिया जाना चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि श्रीबाबू को बहुत पहले भारत रत्न मिल जाना चाहिए था। इस अवसर पर अनिल कुमार ने कहा कि श्री बाबू किसानों एवं गरीबों के मुखर नेता थे। उनके कार्यकाल में बिहार को एक नई दिशा मिली थी। बिहार को आगे ले जाने एवं कल कारखाने लगाने में उनकी बड़ी भूमिका रही है।वे एक ऐसे नेता थे जो सबको साथ लेकर चलते थे। इस कार्यक्रम में नारदीगंज प्रखंड के सभी वक्ताओं ने भी अपना विचार रखा ।

इसमें नारदीगंज उच्च विद्यालय के पूर्व प्राचार्य श्रीकांत सिंह,बिक्कू के सेवानिवृत शिक्षक सुरेश प्रसाद सिंह, कोशला पंचायत के पूर्व मुखिया रविंद्र सिंह, ननौरा पंचायत के मुखिया प्रदीप सिंह एवं सरपंच मोहम्मद बारीक, हंडिया के अधिवक्ता अरविंद कुमार, कहुआरा के प्रो डॉ राजकुमार सिंह तमाम वक्ताओं ने महान राजनेता श्रीकृष्ण सिंह को याद किया। बिहार के पहले सीएम को पूरे राज्य में बेहद सम्मान मिलता है। इसकी वजह यह है कि वे एक राजनेता के तौर पर लोकतांत्रिक मूल्यों को बखूबी पालन किया।

चंद्रिका सिंह ने बताया कि आज की राजनीति में राजनेताओं का भ्रष्ट होना सबसे बड़ी बुराई बन गई है। ऐसे में श्रीकृष्ण सिंह को याद किए जाने की जरूरत है। इस अवसर पर डॉ अनुज ने कहा कि श्रीकृष्ण सिंह के महज 10 साल के कार्यकाल में बिहार में जो उद्योग, कृषि, शिक्षा, सिंचाई, स्वास्थ्य, कला व सामाजिक क्षेत्र में कई कार्य हुये हैं , आज देखने को नहीं मिल रहा है।आधुनिक बिहार के निर्माता डॉ श्री बाबू हैं ,हमें उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लेना चाहिए।

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मुख्यमंत्री ने गांदरबल में हुए आतंकी हमले में बिहार के तीन श्रमिकों की मौत पर जताई शोक संवेदना

पटना:  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में हुए आंतकी हमले में बिहार के तीन श्रमिकों की मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि यह घटना अत्यंत दुखद है और मैं इस घटना से मर्माहत हूँ।

मुख्यमंत्री ने इस आतंकी हमले में तीनों मृतकों के निकटतम आश्रितों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 02-02 लाख रुपये देने की घोषणा की है। साथ ही श्रम संसाधन विभाग एवं समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं से नियमानुसार अन्य लाभ दिलाने का अधिकारियों को निर्देश दिया है। साथ ही मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री ने स्थानिक आयुक्त, नई दिल्ली को निर्देश दिया है कि जम्मू-कश्मीर सरकार से समन्वय स्थापित कर मृतकों के पार्थिव शरीर को बिहार लाने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें।

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दस माह के मासूम ने चबाया सांप,परिजनों के उड़े होश

Bihar: नवादा में सोमवार को एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां एक 10 माह के बच्चे ने सांप को मुंह में दबा लिया। इस घटना के बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गयी।

खेल-खेल में मुंह में दबोचा सांप

ये पूरा मामला नवादा नगर थाना क्षेत्र के शिवनगर मोहल्ले का है। बताया जा रहा है कि शिवनगर मोहल्ले के निवासी चंद्रमणिकांत का 10 माह का बच्चा हर्ष राज घर में खेल रहा था। तभी सांप उसके पास आया, जिसे हर्ष ने नादानी में उसे पकड़ लिया और खेलते-खेलते उसे अपने मुंह में दबा लिया। हालांकि, जब बच्चे पर उसके पिता की नजर गई तो वह हैरान रह गए। आनन-फानन में बच्चे के मुंह से उस सांप को निकाला और फिर सांप को मार डाला। इसके बाद घर के लोग बच्चे और मरे हुए सांप को लेकर आनन-फानन में सदर अस्पताल पहुंचे, जहां बच्चे का चिकित्सकों ने इलाज किया।

डॉक्टरों की माने तो बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है। चिकित्सकों के मुताबिक सांप जहरीला नहीं था। ये सुनने के बाद परिजनों ने राहत की सांस ली है। वहीं, मृत सांप को कोई केंचुआ कहता है तो कई जगह उसे ग्रामीण भाषा में तेलिया सांप कहा जाता है। बताया जा रहा है कि यह जहरीला नहीं होता है। फिलहाल बच्चे की हालत खतरे से बाहर है और डॉक्टरों ने उसे डिस्चार्ज कर दिया है।

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मुख्यमंत्री ने 1,239 नवनियुक्त पुलिस अवर निरीक्षकों को सौंपे नियुक्ति पत्र

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र स्थित बापू सभागार में आयोजित कार्यक्रम में 1,239 नवनियुक्त पुलिस अवर निरीक्षकों को नियुक्ति प्रमाण पत्र प्रदान किया। उन्होंने नवनियुक्त पुलिस अवर निरीक्षकों मधु कश्यप, गौतम कुमार, शोभा रानी, लाडली कुमारी, शिवेश कुमार झा, कोमल कुमारी, रीना कुमारी तथा रौशनी कुमारी को सांकेतिक रूप से नियुक्ति प्रमाण पत्र प्रदान किया।

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ करने के पश्चात् मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आज के नियुक्ति प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम में 1,239 नवनियुक्त पुलिस अवर निरीक्षकों को नियुक्ति प्रमाण पत्र दिया जा रहा है। इनमें 442 महिलाएं चयनित हुई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 के पहले कानून-व्यवस्था की क्या स्थिति थी? नवम्बर 2005 में जब हमलोग सरकार में आए तो कानून-व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाए गये। वर्ष 2005 में पुलिस बल की संख्या लगभग 42 हजार थी। हमने पुलिस की बहाली की प्रक्रिया को तेज किया और अब पुलिसबल की संख्या 1 लाख 10 हजार हो गई है।

नीतीश ने कहा कि वर्ष 2013 में पुलिसबल में महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत आरक्षण लागू किया गया, जिससे पुलिसबल में महिलाओं की संख्या बढ़ी। आज पुलिसबल में महिलाओं की संख्या लगभग 30 हजार हो गई है। देश के दूसरे राज्यों में पुलिसबल में महिलाओं की संख्या इतनी कहीं नहीं है। यह हम सभी के लिए प्रसन्नता की बात है। महिला थानों में महिला पुलिस पदाधिकारी की नियुक्ति से महिलाओं को शिकायत दर्ज कराने में सहूलियत हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में पुलिसबल की संख्या 02 लाख 29 हजार होनी चाहिए।

सीएम ने कहा कि अभी पुलिसबल की संख्या 01 लाख 10 हजार है। इसके तहत 21 हजार पुलिसबल की बहाली प्रक्रिया जारी है और 20 हजार पुलिसबल की बहाली के लिए कार्य किया जा रहा है। उन्होनें पुलिस महानिदेशक को निर्देश देते हुये कहा कि शेष 78 हजार पुलिसबल की बहाली जल्द कराएं। अगले 6 महीने में बचे हुए पदों की बहाली प्रक्रिया पूरी करें। उन्होंने कहा कि हमने पुलिसिंग सिस्टम को ठीक किया है। थाना के कार्यों को दो भागों केसों के अनुसंधान और विधि व्यवस्था को अलग-अलग किया ताकि कार्यों को त्वरित और बेहतर ढंग से निष्पादित किया जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले आपस में लोग झगड़ा करते थे। हिंदू-मुस्लिम का झगड़ा होता था, अब सब ठीक हो गया है। राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बहाल की गई। कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने में पुलिस की बड़ी भूमिका होती है। बिहार पुलिस सभी कार्यों को बेहतर ढंग से और पूरी मेहनत के साथ कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2020 में सात निश्चय-2 के अंतर्गत हमलोगों ने 10 लाख नौकरी और 10 लाख रोजगार देने की बात कही थी। अबतक 24 लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। दस लाख लोगों को और रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है। दस लाख नौकरी देने की जो बात कही गई थी उसमें 7 लाख 16 हजार लोगों को नौकरी दी जा चुकी है। हमने लक्ष्य निर्धारित किया है कि अब 10 लाख की जगह 12 लाख नौकरी दी जाएगी।

मुख्यमंत्री को कार्यक्रम की शुरूआत से पूर्व पुलिस बल द्वारा सलामी दी गयी। कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक आलोक राज ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिह्न एवं पौधा भेंटकर स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान पुलिस महानिदेशक आलोक राज ने नवनियुक्त पुलिस अवर निरीक्षकों को विभागीय शपथ तथा मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने मद्यनिषेध की शपथ दिलाई।

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प्रयागराज रामबाग 2.224 किमी रेल खण्ड का स्पीड ट्रायल सीआरएस ने सफलतापूर्वक किया पूर्ण 

chhapra: रेल प्रशासन द्वारा यात्री सुविधाओं के उन्नयन एवं परिचालन सुगमता एवं तीव्र गति प्रदान करने हेतु मूलभूत ढाँचे में विस्तार के क्रम में वाराणसी मंडल के प्रयागराज – वाराणसी रेलखण्ड पर प्रयागराज जं (उत्तर मध्य रेलवे)- प्रयागराज रामबाग(पूर्वोत्तर रेलवे) 2.224 किमी रेल खण्ड का दोहरीकरण एवं विद्युतीकृत लाइन पूर्ण होने के उपरान्त आज दिनांक 21 अक्टूबर 2024 को रेल संरक्षा आयुक्त पूर्वोत्तर परिमंडल  प्रणजीव सक्सेना ने इस रेल खण्ड का संरक्षा निरीक्षण किया।

इस अवसर पर उनके साथ मुख्य प्रशासनिक अधिकारी/निर्माण अभय  कुमार गुप्ता, मंडल रेल प्रबन्धक/वाराणसी विनीत कुमार श्रीवास्तव सहित मुख्यालय, एक्सक्यूटीव डाइरेक्टर(RVNL) विकास चन्द्रा तथा मंडल के सम्बंधित शाखा अधिकारी, वरिष्ठ पर्यवेक्षक एवं रेल विकास निगम लिमिटेड वरिष्ठ इंजीनियर उपस्थित थे।
रेल संरक्षा आयुक्त ने सबसे पहले प्रयागराज जं रेलवे स्टेशन पहुँचे जहाँ उन्होंने यार्ड रिमाडलिंग ,स्टेशन विस्तार, विद्युतीकृत एवं दोहरीकृत सेक्शन के मानक के अनुरूप स्टेशन की पूर्ण ब्लॉक वर्किंग,कलर लाइट सिगनलों के स्टैण्डर्ड-।। R, Dual VDU system with route-setting operations, स्टेशन पैनल एवं रूट रिले इलेक्ट्रानिक इंटरलॉकिंग के साथ यार्ड रिमाडलिंग से जुड़े विभिन्न कार्यों के विषय में सम्बंधित अधिकारियों से कार्य योजना पर विस्तृत चर्चा की । तदुपरांत उन्होंने प्रयागराज जं –प्रयागराज रामबाग ब्लॉक सेक्शन का निरीक्षण करने निरंजन ब्रिज पर पहुँचे और ब्रिज का गहन निरीक्षण,लोड परिक्षण एवं फार्मेशन परीक्षण किया । इसके बाद वे मोटर ट्राली से ब्लॉक सेक्शन का निरीक्षण करने रवाना हुए, सेक्शन में माईनर ब्रिज संख्या-01 का संरक्षा निरीक्षण किया स्लीपर स्पेसिंग की जाँच की और ट्रैक्शन लाइन की ऊँचाई का मापन करते हुए कर्व संख्या-04 पर पहुँचे इन्डेन्ट, गति क्षमता एवं ट्रैक्शन लाइन एवं ट्रैक का अभिकेन्द्र त्वरण तथा उनके मध्य की मानक दूरी का परीक्षण करते हुए प्रयागराज रामबाग स्टेशन के प्लेटफार्म सं-09 पर पहुँचे । प्रयागराज रामबाग पर उन्होंने दोहरीकरण के मानकों के अनुरूप गहन निरीक्षण किया । इस दौरान उन्होंने पॉइंट क्रासिंग,स्विच एक्सटेंसन जॉइंट,सिगनल ओवर लैप, ब्लॉक ओवर लैप, अप लाइन के फार्मेशन,प्लेटफार्म क्लियरेंस, फुट ओवर ब्रिज के विस्तार समेत यात्रियों की संरक्षा से सबन्धित विभिन्न पहलुओं की जाँच की । प्रयागराज जं- प्रयागराज रामबाग सेक्शन के निरीक्षण के दौरान उन्होंने अप लाइन के फार्मेशन, रेल पथ जड़ाई,बैलास्ट फैलाई,ब्रिज की फाउंडेशन,ट्रैक फिटिंग्स,ओवर हेड ट्रैक्शन पोल फिटिंग्स तथा ब्रिज का लोड परीक्षण भी किया ।

निरीक्षण के अंत में रेल संरक्षा आयुक्त ने अपनी सी आर एस स्पेशल से प्रयागराज जं- प्रयागराज रामबाग 2.224 किमी रेल खण्ड का स्पीड ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा किया।

प्रयागराज रामबाग-वाराणसी रेल खंड का दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण का लाभ 

भारत के प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक काशी विश्वनाथ मंदिर में देश भर से श्रद्धालुओं का आवागमन वर्ष पर्यन्त होता है। प्रतिवर्ष प्रयागराज संगम पर लगने वाले माघ मेला तथा अर्ध कुम्भ व महाकुम्भ स्नान पर्व में बहुत बड़ी संख्या में तीर्थयात्री आते हैं।
बनारस-प्रयागराज रेल खंड पर बढ़ते हुये यातायात को देखते हुये रेल मंत्रालय द्वारा बनारस प्रयागराज खंड के दोहरीकरण को स्वीकृति प्रदान की थी । इस दोहरीकरण परियोजना के बनारस-झूसी (111.41 किमी.) का विद्युतीकरण सहित दोहरीकरण का कार्य रू 1600 करोड़ की लागत से पूर्ण किया गया है। यह विद्युतीकरण के साथ दोहरीकृत रेल लाइन वाराणसी, मिर्जापुर, संत रविदास नगर एवं प्रयागराज जनपद में स्थित है। इस परियोजना को 07 चरणों में पूर्ण किया गया। इस परियोजना के पूरा होने से लाइन क्षमता में बढ़ोत्तरी होने से जन आकांक्षाओं के अनुरूप अतिरिक्त ट्रेनों का संचलन सम्भव होगा । प्रयागराज-नैनी-पं० दीन दयाल उपाध्याय जं. रेल मार्ग पर दबाव कम होगा । देश की पहली 20 कोच की वंदे भारत एक्सप्रेस समेत तीन वन्देभरत ट्रेन इसी रेल मार्ग से होकर चलाई जाती है। विद्युतीकरण सहित इस दोहरी लाइन का निर्माण होने से पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिला है क्षेत्र में आर्थिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियाँ बढ़ी हैं तथा क्षेत्र तेजी से विकास की ओर अग्रसर हुआ है।

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पटना, 17 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार में उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती सीवान-सारण जिले में अबतक संदिग्ध अवस्था में 24 लोगों की मौत हो गई है। सीवान के पुलिस अधीक्षक अमितेश कुमार ने गुरुवार सुबह बताया कि सीवान सिविल सर्जन की रिपोर्ट के अनुसार जिले में 20 लोगों की मौत हुई है। जबकि 4 लोगों की मौत की पुष्टि सारण जिले के पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने की है।

मृतकों की संख्या बढ़ने का अंदेशा है। बीमार व उनके स्वजन खुलकर मंगलवार रात जहरीली शराब के सेवन की बात कह रहे हैं। जबकि दोनों जिलों के डीएम व एसपी संदिग्ध पेय पदार्थ का सेवन मान रहे हैं। उनका कहना है कि पोस्टमार्टम व बिसरा रिपोर्ट से ही स्पष्ट होगा कि मौत का वास्तविक कारण क्या है।

स्थानीय लोगों की शिकायत पर पुलिस ने क्षेत्र के चिह्नित शराब विक्रेताओं की गिरफ्तारी शुरू कर दी है। सारण में आठ तो सिवान में एक दर्जन से अधिक शराब विक्रेता हिरासत में लिए गए हैं। उनसे पूछताछ कर शराब या स्प्रिट आपूर्ति का जरिया पता किया जा रहा है। सारण एसपी कुमार आशीष ने 4 मौत की पुष्टि की है। उन्होंने मशरक थाना क्षेत्र में बीट के पुलिस पदाधिकारी व चौकीदार को निलंबित कर दिया है। वहीं, एलटीएफ (लिकर टास्क फोर्स) प्रभारी व मशरक थानाध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

सीवान एसपी अमितेश कुमार ने भगवानपुर थाना के दो चौकीदारों को निलंबित कर दिया है, वहीं भगवानपुर थाना अध्यक्ष व मद्य निषेध के एसआई व एएसआई के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की है।

सारण डीएम अमन समीर एवं सिवान डीएम मुकुल कुमार गुप्ता ने बताया कि पूरे मामले की जांच के लिए एडीएम के नेतृत्व में जांच टीम का गठन कर दिया गया है। राज्य स्तर पर भी मद्य निषेध विभाग की टीम जांच के लिए पहुंचेगी। अगर जहरीली शराब से मौत की पुष्टि हो जाती है तो आपूर्तिकर्ता को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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नई दिल्ली, 16 अक्टूबर (हि.स.)। सुप्रीम कोर्ट ने 1998 में बिहार के पूर्व मंत्री बृज बिहारी प्रसाद की हत्या के मामले के दोषी पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला को कोई राहत नहीं दी है।

जस्टिस संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली बेंच ने मुन्ना शुक्ला की उस अर्जी को खारिज कर दिया, जिसमें मुन्ना शुक्ला ने सरेंडर करने के लिए समय देने की मांग की थी।

कोर्ट ने इस मामले में 3 अक्टूबर को पूर्व सांसद सूरजभान सिंह समेत 6 लोगों को बरी करने के पटना हाई कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा था, जबकि मुन्ना शुक्ला और मंटू तिवारी को उम्रकैद की सजा मुकर्रर की थी।

सुप्रीम कोर्ट ने दोनों को 15 दिन के अंदर सरेंडर करने को कहा था। पटना हाई कोर्ट ने इस मामले में पूर्व सांसद सूरजभान सिंह, पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला समेत 9 लोगों को बरी कर दिया था।

बृजबिहारी प्रसाद की 1998 में उस समय कर दी गई थी जब वे आईजीआईएमएस में इलाज के लिए भर्ती थे। बृज बिहारी प्रसाद की पत्नी और भाजपा नेता रमा देवी के अलावा सीबीआई ने भी पटना हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती दी थी।

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Chhapra: सारण जिला के मशरक थाना क्षेत्र के इब्राहिमपुर काइया टोला में जहरीली शराब पीने से एक व्यक्ति की मौत की आशंका व्यक्त की गई है। वहीं दो लोगों के बीमार पड़ने की खबर से सनसनी फ़ैल गई है।

बताया जा रहा है कि दो लोगों को आंख से कम या नही दिखने की शिकायत के बाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बीमार पड़े दोनों शख्स ने शराब पीने की बात स्वीकार की है।
शराब पीने से एक की मौत और दो लोगों के बीमार होने की बात सामने आने के बाद प्रशासन भी अलर्ट मोड में आ गया है।

बीमार पड़े तीन में से एक शख्स की मौत हो गई है। मृतक का नाम इस्लामुद्दीन अंसारी (35) है जो लतीफ अंसारी का बेटा बताया जा रहा है। वही बीमार लोगों में अलीराज अंसारी का बेटा शमशाद अंसारी और आलम अंसारी का बेटा मुमताज अंसारी शामिल है। जिन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

मृतक के परिजनों ने बताया कि एक दिन पहले सभी ने गाँव मे ही मछली पार्टी की थी जिसमें शराब का सेवन भी किया गया था। जिसके बाद सब की तबीयत बिगड़ने लगी और सबको मशरक पीएचसी में भर्ती कराया गया था जहाँ एक शख्स की मौत हो गई।

हालांकि हर बार की तरह प्रशासन इसे संदिग्ध पेय पदार्थ ही बता रहा है।

शराब पीने से बीमार व्यक्ति ने बताया कि उसका चेचेरा भाई इस्लामुद्दीन शराब लेकर आया था जिसे तीनो ने पिया था।

शराब पीने के बाद सबकी तबियत खराब हो गई और उन्हें दिखाई देना बंद हो गया है। जिसके बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां चिकित्सक इलाज कर रहे हैं। फिलहाल दोनों को खतरे से बाहर बताया गया है।

आपकी बता दें कि इसके पूर्व भी जिले में जहरीली शराब से बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई थी।

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पटना, 15 अक्टूबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को संपन्न कैबिनेट की बैठक में बिहार खनिज समानुदान, अवैध खनन, परिवहन एवं भंडारण निवारण संशोधन नियमावली-2024 की स्वीकृति सहित 22 एजेंडों पर मुहर लगी।

कैमूर और रोहतास जिले के 177 बसावट (132 गांव) के 21644 घरों को सीधे ग्रिड से विद्युतिकरण के लिए “पुर्नोत्थान वितरण क्षेत्र योजना” के तहत 117 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है। नये तीन आपराधिक कानूनों के प्रावधानों में इलेक्ट्रॉनिक साधनों लैपटॉप, स्मार्टफोन सहित अन्य उपकरण के लिए राशि स्वीकृत की गई है। इसके लिए 190 करोड़ 63 लाख 20 हजार रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है। बापू टावर के संचालन, रख-रखाव एवं अनुश्रवण के लिए एक करोड़ 63 लाख 5104 की वार्षिक व्यय पर निदेशक संग्रहालय बापू टावर पटना के कार्यालय का गठन सहित कुल 20 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है।

तत्कालीन क्षेत्रीय अपर निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डॉक्टर जनार्दन प्रसाद सुकुमार की सेवा से बर्खास्तगी के दंड को वापस लिया गया है और उन्हें सेवा में पुनः स्थापित किया गया है। सदर अस्पताल बांका के चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर नादरा फातिमा को लगातार अनुपस्थित रहने के आरोप में सेवा से बर्खास्त किया गया है। बिहार फार्मासिस्ट संवर्ग के मूल कोटि के पदों पर नियुक्ति एवं सेवा शर्त निर्धारण के लिए बिहार फार्मासिस्ट संवर्ग संशोधन नियमावली-2024 के गठन की स्वीकृति दी गई है।

लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के तहत कार्य निरीक्षक संवर्ग की कर्मियों के प्रबंधन, नियुक्ति तथा सेवा शर्त विनियमन के लिए लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण क्षेत्रीय कार्य निरीक्षक संवर्ग भर्ती एवं सेवा शर्त नियमावली-2024 की स्वीकृति दी गई है। मोकामा औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना के लिए 33 पदों के सृजन की स्वीकृति एवं इस वित्तीय वर्ष में एक करोड़ 25 लाख तथा अगले वित्तीय वर्ष में 02 करोड़ 39 लाख 51 हजार रुपये प्रतिवर्ष की राशि के व्यय की स्वीकृति दी गई है।

पैक्स चुनाव को लेकर सरकार ने 18 करोड़ 64 लाख 3000 रुपये की स्वीकृति दी है। बिहार तकनीकी सेवा आयोग को प्रतियोगी परीक्षाओं के निष्पादन के लिए 6 करोड़ रुपये आकस्मिकता निधि से देने की स्वीकृति दी गई है। बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष की अनुपस्थिति में वरिष्ठतम सदस्य को प्रशासनिक कर्तव्यों के प्रभार धारण करने की अवधि में 200 प्रति माह विशेष वेतन दिए जाने संबंधी प्रावधान को संशोधित करते हुए 15000 प्रति माह विशेष वेतन देने का प्रस्ताव पास हुआ है। दरभंगा जिले के बिरौल अनुमंडल व्यवहार न्यायालय में जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश न्यायालय की स्थापना के लिए जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश के एक पद के सृजन की स्वीकृति दी गई है।

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पटना, 15 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार में 16 अक्टूबर से 236 घाटों से बालू खनन और बिक्री शुरू होगी। इसको लेकर खान एवं भूतत्व विभाग ने तैयारी लगभग पूरी कर ली है।

राज्य में कुल 891 बालू घाट हैं। इनमें 488 लाल और 403 सफेद बालू के घाट हैं। इसमें 236 घाटों से खनन के लिए पर्यावरणीय मंजूरी मिल चुकी है जबकि अन्य घाटो की बंदोबस्ती सहित पर्यावरणीय मंजूरी की प्रक्रिया चल रही है। इसे पूरा होते ही इन घाटों पर भी खनन का काम शुरू कर दिया जाएगा। राज्य सरकार का मकसद अधिक से अधिक घाटों से बालू का खनन शुरू करना है। इससे आम लोगों को निर्माण कार्य के लिए कम समय में उचित कीमत पर बालू उपलब्ध हो सकेगा। इसके साथ राज्य सरकार के राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी।

दूसरी ओर, बालू और गिट्टी ढोने वाले वाहनों के चारों तरफ लाल रंग की 20 इंच चौड़ी पट्टी पेंट करना होगा। उस पर सफेद रंग से छह इंच चौड़े फांट साइज के शब्दों में खनन वाहन निबंधन संख्या और निबंधन साफ्ट की निबंधन संख्या लिखनी होगी। इससे खनिज लदे वाहनों को दूर से ही पहचाना जा सकेगा और अवैध तरीके से खनन सामग्री ढोने वाले वाहनों पर अंकुश लगाया जा सकेगा। ऐसे में बालू कारोबारियों की फिर से चांदी होने वाली है।

चार महीने के बाद यह खनन फिर से शुरू हो रहा है। इससे बालू की कीमतें नियंत्रित होंगी और लोगों को आसानी से बालू मिलेगा। खनन विभाग ने ठेकेदारों को ड्रोन सर्वे रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया है।

उल्लेखनीय है कि फिलहाल एनजीटी के निर्दश पर 15 जून से 15 अक्टूबर तक बालू खनन बंद है। इससे पहले राज्य में करीब 152 घाटों से बालू खनन हो रहा था। ऐसे में 16 से बालू खनन शुरू होने पर करीब 55 फीसदी घाटों की संख्या मे बढ़ोतरी हो जायेगी।

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पटना, 13 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार के मुजफ्फरपुर रेलवे थाने की टीम ने गाड़ी संख्या 15027 गोरखपुर-हटिया मौर्य एक्सप्रेस के ए-वन कोच से कोकीन व टेट्रा पैक विदेशी शराब आज सुबह मुजफ्फरपुर में जब्त किया है, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 12 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गयी है। इस मामले में ए-वन कोच के अटेंडेंट धनंजय कुमार को गिरफ्तार किया गया है।

प्रारंभिक पूछताछ के बाद आरोपित को सोनपुर स्थित रेल कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। धनंजय के पास से एक मोबाइल, कोच अटेंडेंट का आइकार्ड मिला है। धनंजय के अनुसार वह आरा के तरारी थाना क्षेत्र के बरसी धनगांव का रहने वाला है। इसकी पुष्टि रेलवे थाना मुजफ्फरपुर के थानेदार इंस्पेक्टर रंजीत कुमार ने की है। उन्होंने बताया है कि यह पहला मामला है जब मुजफ्फरपुर जंक्शन पर किसी भी एजेंसी द्वारा चलती ट्रेन से इतनी बड़ी मात्रा में कोकीन जब्त हुआ है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 12 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गयी है।

इंस्पेक्टर रंजीत कुमार के बयान पर रेलवे थाना में मादक अधिनियम के तरह प्राथमिकी दर्ज की गयी है। दारोगा जयप्रकाश को इस मामले की जांच सौंपी गयी है। आइओ रेल पुलिस की सर्विलांस टीम के साथ मिलकर लिंकेज के आधार पर तफ्तीश में जुट गये हैं। जब्त कोकीन को क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला मुजफ्फरपुर, पटना या कोलकाता से जांच करायी जाएगी। इसके बाद इसके स्ट्रेंथ की पुष्टि होगी। इसके अलावा सीसीटीवी की जांच रिपोर्ट भी पुलिस के लिए अहम होगी। पुलिस धनंजय के मोबाइल को भी खंगाल रही है।

पूछताछ में कोच अटेंडेंट धनंजय कुमार ने रेल पुलिस को बताया कि वह करीब ढ़ाई-तीन साल से मौर्य एक्सप्रेस में बतौर कोच अटेंडेंट नौकरी कर रहा है। उसे एक युवक को करीब 25-30 साल का होगा, वह ओडिशा के झाड़सागुडा स्टेशन पर एक पैकेट में सफेद रंग जैसा एक सामान दिया, जिसके बदले उसे मोटी रकम भी दी। उसने कहा कि उसे छपरा-गोरखपुर रेलखंड के देवरिया सदर स्टेशन पर एक व्यक्ति को यह माल सौंपना था। उसके बारे में झाड़सागुडा वाले युवक ने विशेष कुछ नहीं बताया। एक कोड वर्ड दिया, जिससे उसकी वह आसानी से पहचान कर लेता।

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पटना, 12 अक्टूबर (हि.स.)। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में विजयादशमी के मौके पर रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संयुक्त रूप से किया।

दशहरा कमेटी के इस कार्यक्रम में दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, रविशंकर प्रसाद, नंदकिशोर यादव सहित कई नेता और कमेटी से जुड़े लोग मौजूद रहे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने भगवान राम को तिलक लगाकर उनकी आरती उतारी। इसके बाद श्रीराम ने तीर चलाकर बुराई के प्रतीक रावण का दहन कर दिया। पटना का गांधी मैदान जय श्रीराम के नारों से गूंज उठा।

इससे पहले गांधी मैदान में बनाई गई रावण की लंका जली। राम और रावण की बीच युद्ध का नजारा भी दखने को मिला। श्रीराम ने तीर चलाई और सबसे पहले कुंभकर्ण का दहन हुआ। इसके बाद रावण के बेटे मेघनाद का पुतला जला। अंत में श्रीराम ने बाण चलाकर बुराई पर अच्छाई के जीत के प्रतीक अहंकारी रावण का वध कर दिया और रावण धू-धू कर जल गया।

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