पटना, 25 जुलाई (हि.स.)। बिहार की राजधानी सहित अन्य जिलाें में पड़ी रही गर्मी से लाेगाें काे थाेड़ी राहत मिली है। गुरुवार रात हुई बारिश से पटना के माैसम में बदलाव हुआ है। हालांकि उमस अभी भी है।

पटना में आज सुबह से ही बादल छाये है और मध्यम दर्जे से लेकर हल्की बारिश रुक रुक कर हाे रही है। इस बीच उमस भी गर्मी से भी लाेगाें काे राहत मिलने की सूचना माैसम विभाग ने दी है, क्योंकि बंगाल की खाड़ी में बन रहा निम्न दबाव का क्षेत्र मौसम में बड़ा बदलाव ला रहा है।

मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के अनुसार यह निम्न दबाव क्षेत्र अब तेजी से सक्रिय हो रहा है। जिसके प्रभाव से अगले 24 घंटों में पटना और आसपास के इलाकों में बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं, बेगूसराय, समस्तीपुर, खगड़िया, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, गया, नवादा, बांका और जमुई जैसे 10 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इस दौरान तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट की संभावना है, जिससे लोगों को उमस से राहत मिलेगी।

0Shares

पटना, 25 जुलाई (हि.स.)। बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाइटी (बीपीएसएएस) के तत्वावधान में शुक्रवार को राज्य सरकार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने नागरिक सेवा वितरण को अधिक पारदर्शी, प्रभावी और डिजिटल बनाने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण योजनाओं, पोर्टल एवं मोबाइल ऐप्स का शुभारंभ किया। कार्यक्रम सचिवालय स्थित सभाकक्ष में आयोजित किया गया।

मुख्य सचिव अमृत लाल मीना ने इस अवसर पर कहा कि सामान्य प्रशासन विभाग और बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाइटी द्वारा तकनीकी उन्नयन और समय की मांग को ध्यान में रखते हुए किए गए इन नवाचारों के माध्यम से ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल हुई हैं। उन्होंने इन पहलों को सुशासन की दिशा में मील का पत्थर बताया।

मौके पर विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत ने कहा कि यह योजना संविदा कर्मियों के लिए सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक अत्यंत लाभकारी कदम है। साथ ही, तकनीक आधारित यह प्लेटफॉर्म पारदर्शिता और सुशासन को मजबूत करेगा।

इन सभी पहलों का उद्देश्य बिहार में सुशासन, सेवा पारदर्शिता और कर्मचारी कल्याण को नई दिशा देना है। डिजिटल नवाचारों के माध्यम से न केवल नागरिकों को सरकारी सेवाओं की निर्बाध पहुंच मिल सकेगी, बल्कि राज्य सरकार के संविदा कर्मियों को भी सामाजिक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधा का भरोसा प्राप्त होगा। यह कार्यक्रम बिहार में प्रशासनिक सुधारों की दिशा में एक सशक्त कदम सिद्ध होगा। इसका द्देश्य प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल बनाना, नागरिकों की सेवा तक पहुंच को सुगम करना और संविदा कर्मियों के लिए सामाजिक सुरक्षा को सुनिश्चित करना भी है।

कार्यक्रम के दौरान बिहार मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली (एचआरएमएस) का एंड्रॉइड मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया गया, जो अब गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त एचआरएमएस प्रणाली के दूसरे चरण के मॉड्यूल का भी जीयो-लाइव किया गया, जिसमें कर्मचारी स्वयं सेवा, अनुशासनात्मक कार्रवाई, वेतन प्रबंधन, पेंशन और बीमा, प्रशिक्षण, स्थानांतरण, पदोन्नति, प्रदर्शन मूल्यांकन और सेवा समाप्ति जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं को डिजिटाइज़ किया गया है।

इस दौरान संविदा कर्मियों के लिए समूह स्वास्थ्य बीमा योजना की शुरुआत भी की गयी है। इसके लिए बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाइटी और एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के बीच एक त्रैवार्षिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस योजना के अंतर्गत कुल 3,560 संविदा कर्मियों, जिनमें विभाग, जिला, अनुमंडल एवं प्रखंड स्तर पर कार्यरत 2,850 कार्यपालक सहायक, 608 आईटी सहायक और 102 आईटी प्रबंधक शामिल हैं, को 5 लाख तक का कैशलेस स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाएगा। इसका वार्षिक प्रीमियम 1.42 करोड़ और उस पर लगने वाली जीएसटी पूरी तरह से मिशन कार्यालय द्वारा वहन किया जाएगा।

इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में राज्य कते मुख्य सचिव के अलावा विकास आयुक्त, अपर मुख्य सचिव सह मिशन निदेशक, सचिव सह अपर मिशन निदेशक, विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव एवं सचिव, आईपीआरडी निदेशक, एसबीआई के मुख्य महाप्रबंधक, सामान्य प्रशासन विभाग के अधिकारी, बीपीएसएमएस, एनआईसी पटना, विभागीय पीजीआरओ, आईटी प्रबंधक एवं केपीएमजी के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

0Shares

Patna, 23 जुलाई (हि.स.)। बिहार विधानसभा में मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन की कार्यवाही राजग विधायक भाई विरेंद्र के विवादित बयान के बाद हुए हंगामे के बाद स्थगित कर दी गई। भाई विरेंद्र के बयान को लेकर उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा सहित पूरा सत्ता पक्ष ने जमकर बवाल काटा। सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद भाई विरेंद्र ने सदन के बाहर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि वो ऐसी कोई बात नहीं बोले हैं जिसके लिए वो मांफी मांगे।

भाई विरेद्र ने साफ इनकार कर दिया है कि वो सदन में मांफी नहीं मांगेंगे

भाई विरेंद्र जब सदन से बाहर आए तो उन्होंने मीडियाकर्मियों से बातचीत की। भाई विरेंद्र ने कहा कि, उन्होंने सदन के अंदर सिर्फ इतना कहा था कि सदन किसी की बपौती नहीं है। यह भाषा असंसदीय नहीं है। वो इसके लिए मांफी नहीं मांगेंगे। भाई विरेद्र ने साफ इनकार कर दिया है कि वो सदन में मांफी नहीं मांगेंगे।

दरअसल, सदन के तीसरे दिन एसआईआर पर चर्चा हो रही थी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सदन में अपनी बात रख रहे थे तभी राजद विधायक भाई विरेंद्र ने विवादित टिप्पणी करते हुए कहा कि बिहार विधानसभा किसी के बाप का नहीं है। भाई विरेंद्र के इस बयान को सुनते हीं विधानसभा अध्यक्ष भड़क गए। विधानसभा अध्यक्ष ने तुरंत भाई विरेंद्र को मांफी मांगने के लिए कहा।

सदन में सत्ता पक्ष के सभी दल खड़े होकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। सभी ने मांग की कि भाई विरेंद्र मांफी मांगे जिसके बाद ही सदन की कार्यवाही सुचारु रुप से चलेगी। हालांकि भाई विरेंद्र ने मांफी नहीं मांगी। जिसके बाद सदन की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया।

राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने विजय सिन्हा की तरफ उंगली दिखाकर गुंडई शब्द का प्रयोग किया। इसके बाद विजय सिंन्हा ने विरोध जताया। विधानसभा अध्यक्ष ने भाई वीरेंद्र से खेद प्रकट करने के लिए कहा।

सदन से बाहर आने के बाद उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने भी विपक्ष पर जमकर हंगामा बोला। उन्होंने कहा कि सदन के अंदर अध्यक्ष के कहने पर नेता प्रतिपक्ष को मौका मिला वो लंबे समय तक बोले, मुख्यमंत्री ने प्यार से समझाया कि सदन की कार्यवाही चलने दें। लेकिन उनके विधायक खड़ा होकर कहा कि सदन किसी के बाप का नहीं है, सदन के अंदर इस तरह जंगलराज का आजरकता, ये लोग सदन के अंदर गुंडाराज स्थापित करना चाहते हैं। ये लोग भूल गया है कि यह 1990 का दशक नहीं है। जनता को भरकाने का काम कर रहे हैं। ये लोग संवैधानिक संस्थान का अपमान कर रहे हैं। विपक्ष को लोकतंत्र में विश्वास नहीं है।

0Shares

Patna, 23 जुलाई (हि.स.)। बिहार विधानमंडल के मामसून सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही भी हंगामे के भेंट चढ़ गयी है। दोनों ही सदनों के बाहर और भीतर विपक्ष का हंगामा जारी है। बिहार विधान परिषद की कार्यवाही शुरू होने के पहले सदन के बाहर विरोधी दल की नेता राबड़ी देवी के नेतृत्व में विपक्ष के विधायकों ने जमकर नारेबाजी की और सरकार से मतदाता सूची पुनरीक्षण को वापस लेने की मांग की है।

विपक्षी दलों का आरोप है कि चुनाव आयोग सरकार के कहने पर वोटर लिस्ट पुनरीक्षण करा रहा है

बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए चुनाव आयोग की तरफ से कराये जा रहे विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण नी विपक्षी दलों का आरोप है कि चुनाव आयोग सरकार के कहने पर वोटर लिस्ट पुनरीक्षण करा रहा है। विपक्ष को आशंका है कि वोटर लिस्ट पुनरीक्षण के दौरान मतदाताओं को नाम काटे जा रहे हैं, जिससे उनके वोट बैंक पर असर पड़ सकता है।

राबड़ी देवी के नेतृत्व में विपक्षी सदस्यों ने हाथों में पोस्टर बैनर लेकर नारेबाजी की

विपक्ष का आरोप है कि चुनाव आयोग की मिलीभगत से सरकार गरीबों का नाम वोटर लिस्ट से कटवा रही है। बिहार विधान परिषद के बाद राबड़ी देवी के नेतृत्व में विपक्षी सदस्यों ने हाथों में पोस्टर बैनर लेकर नारेबाजी की। उनका कहना था कि जबतक मतदाता सूची पुनरीक्षण को रद्द नहीं किया जाएगा उनका आंदोलन जारी रहेगा।

0Shares

Patna, 23 जुलाई (हि.स.)। बिहार विधानमंडल में मानसून सत्र के तीसरे दिन विधानसभा-विधानपरिषद में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया। बिहार तीसरे दिन विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मतदाता पुनरीक्षण पर अपनी बात रखी। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को जवाब दिया।

अपने माता-पिता का कार्यकाल देखें तेजस्वी यादव: नीतीश कुमार

मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि अपने माता-पिता का कार्यकाल देखें तेजस्वी यादव। राजधानी पटना तक में कोई शाम को नहीं निकलता था। पहले क्या बुरे हालत थे। उन्होंने कहा कि राज्य को केंद्र सरकार काफी मदद कर रही है। हमने मिलकर जहां कहीं भी कमी थी उसे पूरा कर दिया है। अब चुनाव लड़ना है, तो चुनाव लड़िए। पहले किसी ने महिला के लिए कुछ नहीं किया। हम लोगों ने 50 प्रतिशत आरक्षण दिया। हमने महिलाओं के लिए काफी कुछ किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने मुस्लिमों के लिए भी काफी कुछ काम किया है। आप (तेजस्वी) जब बीच में थे, तो कितना ज्यादा बड़ाई कर रहे थे। हम लोगों ने जितना काम किया है, उसी को लेकर चुनाव में जाएंगे। जनता जिसे जिताएगी,वह यहां (सरकार में) आएगा।

हम सबका काम करते हैं: नीतीश कुमार

नीतीश कुमार ने कहा कि हम सबका काम करते हैं। पहले का बजट क्या था सबको पता है, आज तीन लाख करोड़ से ज्यादा का बजट बिहार का है। हम लोग चारों तरफ घूम कर देखें हैं। एक-एक काम किए हैं।

नीतीश कुमार के बोलने के बाद भी सदन में जबरदस्त हंगामा जारी रहा। विपक्षी विधायक भाई वीरेंद्र के बोलने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस तरह की अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल यहां ना करें। इस दौरान वहां काफी हंगामा होता रहा। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।

0Shares

Patna, 23 जुलाई (हि.स.)। बिहार के वैशाली जिले में विकसित बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप का उद्घाटन 29 जुलाई को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। यह ऐतिहासिक स्मारक वैश्विक बौद्ध समुदाय के लिए श्रद्धा और आकर्षण का केंद्र बनेगा। उद्घाटन समारोह में चीन, जापान, श्रीलंका, थाईलैंड, नेपाल, तिब्बत, म्यांमार, भूटान, वियतनाम, मलेशिया, लाओस, कंबोडिया, मंगोलिया, बांग्लादेश और इंडोनेशिया जैसे 15 बौद्ध देशों के भिक्षुओं की सहभागिता संभावित है।

स्तूप का निर्माण भवन निर्माण विभाग द्वारा किया गया है।

72 एकड़ भूमि में फैले इस भव्य परिसर को 550.48 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है। यह स्थल ऐतिहासिक पुष्करणी तालाब और मड स्तूप के समीप स्थित है। संग्रहालय के प्रथम तल पर भगवान बुद्ध का पावन अस्थि कलश स्थापित किया जाएगा, जो 1958-62 की खुदाई में प्राप्त हुआ था और स्मारक का प्रमुख केंद्र बिंदु होगा। पूरी तरह पत्थरों से निर्मित यह स्तूप वंशी पहाड़पुर (राजस्थान) से लाए गए 42,373 बलुआ पत्थरों से टंग एंड ग्रूव तकनीक के माध्यम से जोड़ा गया है। यह संरचना आधुनिक भूकंपरोधी तकनीकों से सुसज्जित है। परिसर में ध्यान केंद्र, पुस्तकालय, आगंतुक केंद्र, संग्रहालय ब्लॉक, एम्फीथियेटर, कैफेटेरिया, 500 किलोवाट सौर ऊर्जा संयंत्र, पार्किंग तथा अन्य सुविधाएं भी विकसित की गई हैं।

यह स्तूप न केवल वैशाली को वैश्विक बौद्ध मानचित्र पर प्रतिष्ठित करेगा

ओडिशा के कलाकारों द्वारा निर्मित भगवान बुद्ध की प्रतिमा इस स्थल की विशिष्ट पहचान होगी। यह स्तूप न केवल वैशाली को वैश्विक बौद्ध मानचित्र पर प्रतिष्ठित करेगा, बल्कि स्थानीय पर्यटन, संस्कृति और रोजगार को भी नई दिशा देगा।विभाग के सचिव कुमार रवि ने कहा कि बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-स्मृति स्तूप बिहार की सांस्कृतिक धरोहर और वैश्विक बौद्ध विरासत का भव्य प्रतीक है। यह स्मारक वैशाली को विश्व बौद्ध मानचित्र पर स्थापित करेगा और पर्यटन, संस्कृति व स्थानीय रोजगार को नई दिशा देगा।

0Shares

पटना, 23 जुलाई (हि.स.)। बिहार विधानमंडल में मानसून सत्र के तीसरे दिन बुधवार को सदन के दूसरे सत्र में छह विधेयकों को पेश किया जायेगा। जिनमें चार श्रम संसाधन विभाग, जबकि कृषि और पशुपालन विभाग के एक-एक विधेयक शामिल हैं।

बुधवार सुबह 11 बजे से शुरू होने वाली कार्यवाही में पहले प्रश्नकाल होगा, जिसमें विधायकों के सवालों का जवाब संबंधित विभागों के प्रभारी मंत्री देंगे।

मंगलवार को सत्र के दूसरे दिन सदन में भारी हंगामा हुआ। सुबह की कार्यवाही सिर्फ 21 मिनट और दोपहर बाद शुरू हुई कार्यवाही 30 मिनट में सिमट गई। पूरे दिन में कुल 51 मिनट ही सदन चला। विपक्षी विधायकों ने नारेबाजी करते हुए वेल में प्रवेश किया और हाथों में तख्तियां लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। रिपोर्टिंग टेबल की ओर कुर्सी उछालने की कोशिश की गई जिसे मार्शलों ने रोका। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन में मौजूद रहे।

हंगामे के दौरान स्पीकर नंदकिशोर यादव ने विपक्ष को कई बार चेताया और संयम बरतने की अपील की।

विपक्षी विधायक काले कपड़ों में विधानसभा पहुंचे और कार्यवाही शुरू होने से पहले विधानसभा पोर्टिको के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने मुख्य द्वार को जाम कर दिया। जिससे स्पीकर समेत सत्ता पक्ष के विधायकों को प्रवेश में दिक्कत हुई। इसके बाद विधानसभा के पीछे का दरवाजा खोला गया जहां से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी सहित अन्य विधायक अंदर पहुंचे।

0Shares

Patna, 22 जुलाई (हि.स.)। बिहार के खगड़िया जिले के चौथम थाना क्षेत्र अन्तर्गत कंकड़ कुड़िया बहियार में एक ही परिवार के 4 बच्चों की डूबने से मौत हो गयी।

काफी मशक्कत के बाद चारों बच्चों के शव को बरामद कर लिया

ये सभी बच्चे सोमवार को पानी भरे गड्ढे में नहाने गये हुए थे। इसी दौरान चारों बच्चे गहरे पानी में डूब गये। एसडीआरएफ की टीम लापता बच्चों की तलाश में जुटी थी । एसडीआरएफ ने मंगलवार को काफी मशक्कत के बाद चारों बच्चों के शव को बरामद कर लिया।

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है

बच्चों का शव मिलने से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतकों में 12 साल का गोलू कुमार, 9 साल का कर्ण कुमार दोनों सगे भाई थे। वहीं दो अन्य शव 11 साल की अंशु कुमारी और 10 साल की अन्नू कुमारी का है। ये दोनों भी सगी बहन थीं। चारों बच्चे चचेरे भाई बहन थे। पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है।

गौरतलब है कि सोमवार को चारों बच्चे अपने घर से स्कूल जाने के लिए एक साथ निकले थे। लेकिन स्कूल पहुंचने से पहले रास्ते में भरे पानी के गड्ढे में नहाने लगे। इसी दौरान चारों गहरे पानी में डूब गये। कल सभी बच्चों का कपड़े गड्ढे के किनारे पड़े मिले थे। इसके बाद इन बच्चों की वहां पर काफी खोजबीन की गई। लेकिन कल किसी का कुछ पता नहीं मिल पाया था। लेकिन आज चारों बच्चों का शव एसडीआरएफ ने बरामद कर लिया है। इस घटना से गांव में मातम का माहौल है।

0Shares

Patna, 22 जुलाई (हि.स.)। बिहार विधानमंडल में मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को दोनों सदनों (विधानसभा-विधानपरिषद) में विपक्षी सदस्यों के हंगामे के साथ सदन की कार्यवाही शुरु हुई। इस हंगामे के बीच विधानसभा से छह विधेयक पास किये गए। दोपहर बाद विपक्ष के हंगामे के बीच दोनों सदनों की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।

मार्शल ने हाथ पकड़ कर प्रदर्शनकारी विधायकों को उठा दिया

मंगलवार को कार्यवाही शुरू होने से पहले राजद-कांग्रेस विधायक विधानसभा के मुख्य द्वार पर बैठ गए। इन नेताओं के गेट पर बैठ जाने की वजह से विधायकों को अंदर जाने में परेशानी होने लगी। विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव को भी विधानसभा में जाने से रोकने का प्रयास किया। हालांकि, मार्शल ने हाथ पकड़ कर प्रदर्शनकारी विधायकों को उठा दिया।

विपक्षी विधायक लगातार मतदाता सूची पुनरीक्षण और राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर हंगामा करते रहे। सदन के अंदर कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के सदस्य हाथ में पोस्टर लेकर हंगामा करने लगे। विपक्ष के विधायक बेल में चले आए। विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने विपक्षी विधायकों से हंगामा ना करने का बार-बार आग्रह किया लेकिन विपक्ष के सदस्य लगातार नारेबाजी करते रहे। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगति कर दिया।

विपक्ष के हंगामे के बीचं 6 विधेयक पारित हुए

विधानसभा की द्वितीय पाली शुरु होते ही विपक्ष के हंगामे के बीचं 6 विधेयक पारित हुए। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही दोबारा दो बजे शुरु होने के बाद मात्र 30 मिनट चली, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को बुधवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। विधान परिषद की द्वितीय पाली शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने मतदाता पुनरीक्षण के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी। राजद के अब्दुल बारी सिद्दीकी ने सभापति से कार्य स्थगन प्रस्ताव मंजूर कर इस चर्चा करने की मांग की। सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि इस पर चर्चा कराना असंवैधानिक है। आप लोग क्या चाहते हैं, मैं यह असंवैधानिक कार्य की अनुमति दूं? विपक्षी सदस्यों के नारेबाजी के बीच सदन की कार्यवाही बुधवार 12 बजे भी तक के लिए स्थगित कर दी गई।

0Shares

Patna, 22 जुलाई (हि.स.)। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि बैंकों के प्रदर्शन में सुधार के लिए रैंकिंग इंडेक्स बनाने की स्वीकृति प्रदान की गई है। बैंकों की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए उनके प्रदर्शन के आधार पर रैंकिंग/स्कोरिंग इंडेक्स लागू करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। यह इंडेक्स बैंकिंग प्रदर्शन- वार्षिक साख योजना के लक्ष्य की प्राप्ति, क्रेडिट-डिपॉजिट अनुपात में वृद्धि, प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र – कृषि, पशुपालन, मत्स्य आदि में ऋण वितरण, स्वयं सहायता समूहों को ऋण उपलब्धता, तथा सरकार की योजना जैसे मुद्रा- योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, पीएमईजीपी आदि में भागीदारी को आधार बनाकर तैयार किया गया है।

बैंक का काम केवल बचत को सुरक्षित रखने तक सीमित नहीं हैं: उपमुख्यमंत्री 

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के आर्थिक विकास में बैंकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। बैंक का काम केवल बचत को सुरक्षित रखने तक सीमित नहीं हैं बल्कि ये राज्य की आर्थिक गति को भी बल प्रदान करते हैं। कृषि, उद्योग, व्यापार, सेवा, शिक्षा समेत अन्य क्षेत्रों में ऋण उपलब्ध कराकर बैंक रोजगार सृजन के अवसर सृजित करने में भी सहायता प्रदान करते हैं। बैंकों की इसी महत्त्वपूर्ण भूमिका को ध्यान में रखते हुए वित्तीय वर्ष की शुरुआत में राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति के माध्यम से वार्षिक साख योजना के तहत बैंकों के लिए साख प्राप्ति का लक्ष्य तय किया जाता है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान अधिकांश बैंक इन लक्ष्यों को प्राप्त करने में विफल रहे हैं। राज्य का क्रेडिट-डिपॉजिट अनुपात यानि CD Ratio भी वर्तमान में राष्ट्रीय औसत से कम है।

सम्राट चौधरी ने कहा कि इस स्थिति में सुधार लाने और बैंकों की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए उनके प्रदर्शन के आधार पर रैंकिंग/स्कोरिंग इंडेक्स लागू करने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई है। उन्हाेंने कहा कि यह बैंको के लिए अलार्मिंग की तरह है। इस इंडेक्स में न्यूनतम 40 अंक प्राप्त करने वाले बैंकों को ही राज्य सरकार की योजनाओं में शामिल किया जाएगा और उन्हें ही सरकारी जमा स्वीकार करने तथा सार्वजनिक उपक्रमों, प्राधिकरणों एवं सोसाइटीज से बैंकिंग लेन-देन की अनुमति दी जाएगी।

0Shares

Crime: पटना जिले के फुलवारी शरीफ थाना इलाके में आने वाले जानीपुर ओपी के मुरादपुर गांव में एक महिला की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। महिला का नाम शोभा देवी था, जो अब दिवंगत हो चुके शंभू पासवान की पत्नी थीं। जैसे ही यह खबर फैली, परिवार में कोहराम मच गया।

बेटी नेहा कुमारी ने बताया कि पैसों के झगड़े में ही उसकी मां की हत्या की गई 

शोभा देवी के घरवालों ने इस मौत को हत्या बताया है। उनका कहना है कि शोभा देवी के जीजा पर पैसों के लेन-देन को लेकर हत्या करने का शक है। शोभा देवी की बेटी नेहा कुमारी ने बताया कि उसके मौसा अक्सर उनके घर आते-जाते रहते थे और घटना वाली रात भी वो घर आए थे। नेहा का कहना है कि पैसों के झगड़े में ही उसकी मां की हत्या की गई और फिर मौसा वहां से भाग निकले। हालांकि, वो कब और कैसे फरार हुए, ये किसी को पता नहीं है।

पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है

जैसे ही पुलिस को इस घटना की जानकारी मिली, स्थानीय पुलिस और फॉरेंसिक टीम (एफएसएल) मौके पर पहुंच गई और पूरे मामले की जांच में जुट गई। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है। गांव में इस घटना को लेकर तरह-तरह की बातें हो रही हैं और हर कोई यही जानना चाह रहा है कि असली वजह क्या थी।

फुलवारी शरीफ के डीएसपी टू दीपक कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि पहली नजर में ये मामला हत्या का लग रहा है, लेकिन असली कारण तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच के बाद ही साफ होगा। फिलहाल आरोपी को पकड़ने के लिए संभावित जगहों पर छापेमारी की जा रही है।

0Shares

New Delhi, 22 जुलाई (हि.स.)। कांग्रेस महासचिव एवं लोकसभा की सदस्य प्रियंका गांधी वाड्रा ने बिहार में चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान को लोकतंत्र की हत्या बताते हुए इसको तत्काल रोके जाने की मांग की है।

प्रियंका गांधी ने पत्रकारों से कहा कि एसआईआर की प्रक्रिया पूरी तरह से गलत है

प्रियंका गांधी ने मंगलवार को संसद भवन परिसर में पत्रकारों से कहा कि एसआईआर की प्रक्रिया पूरी तरह से गलत है और इससे मतदाताओं के अधिकारों का हनन हो रहा है। इस दौरान मौजूद कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य इमरान प्रतापगढ़ी ने भी एसआईआर को लेकर गंभीर आपत्ति जतायी और कहा कि यह देशभर के मतदाताओं का वोट लूटने की साजिश है।

यह सिर्फ बिहार का नहीं, बल्कि पूरे देश के लोकतांत्रिक ढांचे से जुड़ा सवाल है: प्रियंका गांधी

उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे को संसद में जोर-शोर से उठाएगी और यह सिर्फ बिहार का नहीं, बल्कि पूरे देश के लोकतांत्रिक ढांचे से जुड़ा सवाल है। इससे पहले, आज एसआईआर के मुद्दे पर विपक्षी सांसदों ने संसद के मकर द्वार पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत कई प्रमुख विपक्षी नेता उपस्थित थे। सभी नेता अपने हाथों में एसआईआर के विरोध के पोस्टर लिये हुए थे, जिन पर एसआईआर विरोधी नारे लिखे हुए थे।

चुनाव आयोग बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची को अद्यतन करने के लिए एसआईआर करा रहा है। इस प्रक्रिया में अब तक 90.67 प्रतिशत मतदाताओं ने फॉर्म भर दिए हैं। इसके बाद ड्राफ्ट सूची जारी होगी और 30 सितंबर तक अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी।

 

0Shares