पटना, 15 जुलाई (हि.स.)। बीते 13 जुलाई को पटना में विधानसभा घेराव के दौरान भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज की घटना को लेकर भाजपा ने सीएम -डिप्टी सीएम सहित छह लोगों के खिलाफ पटना सिविल कोर्ट में हत्या, हत्या का प्रयास छेड़खानी समेत कई तरह के आरोप लगाये गये हैं।

इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह, पटना एसएसपी राजीव मिश्रा, गांधी मैदान थानाध्यक्ष अरुण कुमार, पटना पुलिस उपाधीक्षक अशोक कुमार सिंह 6 लोगों पर कंप्लेंट केस फाइल किया गया है।

भाजपा नेता कृष्णा सिंह कल्लू ने पटना व्यवहार न्यायालय सीजेएम पटना के यहां आज कंप्लेंट फाइल किया है। नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव समेत 6 लोगों के खिलाफ धारा 302,307,341 323 समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कराया गया है।

उल्लेखनीय है कि 13 जुलाई को भाजपा का विधानसभा मार्च था। इस दिन गांधी मैदान से विधानसभा के लिए भाजपा कार्यकर्ता शांतिपूर्वक पैदल मार्च पर निकले थे। जिसमें भाजपा के कई कार्यकर्ता और वरिष्ठ नेता शामिल हुए थे। मार्च के दौरान अचानक नीतीश कुमार के इशारे पर और तेजस्वी यादव के दबाव में आकर बिहार पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जिसमें भाजपा नेता विजय सिंह की निर्मम हत्या कर दी गयी। वही कई भाजपा नेता के साथ मारपीट की गयी और महिला भाजपा नेता के साथ छेड़खानी किया गया।

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पटना , 14 जुलाई (हि.स.)। विधानसभा मार्च के दौरान गुरुवार को प्रदर्शन करने वाले भाजपा के 59 नेताओं समेत सैकड़ों अज्ञात के खिलाफ बिहार पुलिस ने शुक्रवार को केस दर्ज किया है।

मार्च में शामिल तार किशोर प्रसाद, रेणु देवी, सांसद सुशील कुमार सिंह, नितिन नवीन, विजय कुमार सिन्हा, रामकृपाल यादव, शाहनवाज हुसैन, मंगल पांडे, सम्राट चौधरी समेत कई बड़े भाजपा नेताओं को अभियुक्त बनाया गया है।

कोतवाली थाने में दर्ज एफआईआर में भाजपा नेताओं पर आरोप है कि उन्होंने प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसकर हंगामा किया। सरकारी काम में बाधा डालने के साथ ही पुलिस के साथ मारपीट, हमला और पत्थरबाजी का आरोप भाजपा नेताओं पर लगाया गया है।

शिक्षक बहाली में गड़बड़ी, 10 लाख नौकरी और भ्रष्टाचार के मामले को लेक भाजपा ने गुरुवार को विधानसभा मार्च निकाला था। जैसे ही भाजपा का मार्च डाक बंगला चौराहा पर पहुंचा पुलिस ने उसे रोक दिया। इसके बाद पुलिस ने मार्च को रोकने के लिए लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरा पुलिस की तरफ से वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया और आंसू गैस के गोले भी दागे गए। इसके बाद डाक बंगला चौराहे इलाके में अफरा तफरी मच गई थी।

अब मजिस्ट्रैट के बयान के आधार पर पुलिस ने कोतवाली थाने में 59 भाजपा नेताओं के खिलाफ नामजद और सैकड़ों अज्ञात भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज किया है।भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर आरोप है कि उन्होंने प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसकर पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट करने के साथ ही हंगामा, पत्थरबाजी की।

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– शनिवार को राज्यभर में होगा प्रदर्शन: भाजपा अध्यक्ष

भाजपा ने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव को ठहराया भाजपा कार्यकर्ता की मौत के जिम्मेदार

पटना, 13 जुलाई (हि.स.)। बिहार विधानसभा मार्च के दौरान पुलिस के लाठीचार्ज से हुई भाजपा कार्यकर्ता की मौत के बाद बिहार की राजनीति गरमा गयी है। भाजपा ने पीड़ित परिवार को गोद लेते हुए 10 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। पुलिस के इस रवैये के खिलाफ भाजपा शुक्रवार को काला दिवस मनाएगी और 15 जुलाई को पूरे राज्य में प्रदर्शन करेगी।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कार्यकर्ता की मौत का जिम्मेदार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को ठहराया है। सम्राट ने कहा कि मैं सीधा आरोप लगा रहा हूं, आज हमारे कार्यकर्ता की हत्या की गई है। अभी पोस्टमार्टम कहां हुआ है, अभी होगा तब पता चलेगा। भाजपा के कार्यकर्ता की नीतीश कुमार ने हत्या की है। पार्टी इसकी निंदा करती है। जब से ममता दीदी के संरक्षण में आए हैं, तब से ये हो रहा है।

उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को 10 लाख मुआवजा दिया जायेगा और भाजपा ने शनिवार को धरना देने का भी ऐलान किया है।

सम्राट चौधरी ने भाजपा नेता की मौत के लिए राज्य सरकार को दोषी बताया है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता गुंडाराज भुगत रही है। कार्यकर्ताओं पर लाठी बरसाना सरेआम गुंडागर्दी है। आज लोकतंत्र की हत्या हुई है। बिहार में आज जंगल राज दिखने को मिला है। नीतीश कुमार तेजस्वी यादव के कारण हमारे पार्टी के नेता विजय सिंह की हत्या हुई है, पूरे बिहार के हजार कार्यकर्ता घायल हुए हैं। मीना झा को हेड इंजुरी हुई है। जनार्दन सिग्रीवाल हॉस्पिटल में भर्ती हैं।

सम्राट चौधरी ने कहा कि पूरे बिहार में कल यानि शुक्रवार को भाजपा काला दिवस मनाएगी। राज्य भर में पुतला दहन किया जाएगा।उन्होंने कहा कि राज्यपाल के बिहार आते ही भाजपा के नेता का डेलिगेशन उनसे मिलेगा सदन में भी हम मुद्दे को उठाएंगे।

ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए सम्राट चौधरी ने कहा कि जब से ममता बनर्जी बिहार से गई है। तब से बिहार की हालत भी बंगाल के जैसा हो गया है। नीतीश कुमार भी ममता बनर्जी के रास्ते पर चल रहे हैं।

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पटना, 13 जुलाई (हि.स.)। शांतिपूर्ण ढंग से गुरुवार को विधानसभा का घेराव करने जा रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर डाक बंगला चौराहे पर बिहार पुलिस के जवानों ने जमकर लाठियां बरसाईं। इस दौरान न सिर्फ भाजपा विधायकों और सांसद को पीटा गया, बल्कि महिला कार्यकर्ताओं को भी नहीं बख्शा गया। पुलिस के जवानों ने जिस तरह से भाजपा कार्यकर्ताओं को घेरकर लाठियां बरसाईं उससे सरकार की मंशा पर सवाल उठने लगे हैं।

दरअसल, बिहार में शिक्षक नियुक्ति में डोमिसाइल नीति को खत्म करने, शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्ज देने और तेजस्वी यादव से इस्तीफे की मांग को लेकर भाजपा ने आज विधानसभा मार्च का आयोजन किया था। भाजपा के कार्यकर्ता शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस ने नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा और महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल के ऊपर लाठियां बरसाईं। सिग्रीवाल बार-बार कहते रहे कि वे सांसद हैं लेकिन पुलिस उनपर लाठी बरसाती रही।

इस दौरान मार्च में शामिल महिला कार्यकर्ताओं पर भी पुलिस ने लाठीचार्ज किया और महिलाओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। भाजपा ने आरोप लगाया है कि जिस तरह से उनके विधायक विधानसभा में जनता के सवाल को उठा रहे हैं उससे सरकार घबराहट में आ गई है और इसी का बदला लेने के लिए भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं के ऊपर जान बूझकर लाठीचार्ज किया गया है। लाठीचार्ज की जो तस्वीरें सामने आई हैं उसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कैसे पुलिस के जवान महिलाओं पर लाठियां बरसा रहे हैं।



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Patna: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक द्वारा सभी जिलाधिकारी को पत्र निर्गत करते हुए 13 जुलाई को अनुपस्थित शिक्षकों को निलंबित करते हुए नियोजन इकाई को अनुशासनात्मक कार्यवाइ करने की मांग की है.

डीएम को भेजे गए पत्र में के के पाठक ने कहा है कि 13 जुलाई को आपके जिले के सभी विद्यालयों में शिक्षकों की शत प्रतिशत उपस्थिति का जायजा लिया जाना आवश्यक है. ऐसे में जिला स्तर से लेकर अनुमंडल स्तर, प्रखड स्तर तक पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्ति करते हुए विद्यालयों में शत प्रतिशत शिक्षकों की उपस्थिति की जांच की जाए.

अगर कोई शिक्षक अनुपस्थित है तो उसे निलंबित करते हुए नियोजन इकाई को अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए लिखा जाए. साथ ही भड़काने वाले शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज कराई जाए.

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-विधानसभा की कार्रवाई कल तक के लिए स्थगित

पटना, 12 जुलाई (हि.स.)। बिहार विधानमंडल में मानसून सत्र के तीसरे दिन विधानसभा में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जब सदन में अंकसूची प्रश्नों के बाद तारांकित प्रश्नों का जवाब देने के लिए खड़े हुए तो भाजपा के विधायकों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। भाजपा के विधायकों ने कुर्सी उठाई और सदन के अंदर पोस्टर भी दिखाए, जिसके बाद अध्यक्ष ने पोस्टर हटाने का आदेश दिया।

स्पीकर ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि यदि आप इस तरह का आचरण कीजिएगा तो मुझे कार्रवाई करनी पड़ेगी। इसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी।

दरअसल, तेजस्वी यादव जब ग्रामीण कार्य विभाग से जुड़े सवाल का जवाब देने खड़े हुए तो भाजपा सदस्यों ने विरोध किया। भाजपा विधायक वेल में पहुंच कर तेजस्वी यादव को पोस्टर दिखाने लगे। भाजपा के विधायक तेजस्वी यादव से इस्तीफे की मांग कर रहे थे। इसके बाद स्पीकर ने वेल में पोस्टर लहरा रहे भाजपा सदस्यों से पोस्टर लेने का आदेश दिया। भाजपा के नीरज बबलू ने कुर्सी उठा लिया। इसपर स्पीकर ने चेतावनी देते हुए कहा कि आप पूर्व में सरकार के मंत्री रहे हैं। यदि ऐसा आचरण करेंगे तो हमें कार्रवाई करने पर बाध्य होना पड़ेगा।

उल्लेखनीय है कि लैंड फॉर जॉब केस में चार्जशीट दाखिल किए जाने के बाद भाजपा लगातार इस्तीफे की मांग कर रहा है। नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने आज विधानसभा में मौजूद सीएम नीतीश से पूछा कि कहां गई आपकी जीरो टॉलरेंस की नीति, आपने भ्रष्टाचार से क्यों समझौता किया ? नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने सदन में कहा कि इतने कम उम्र में तेजस्वी यादव इतने संपत्ति के मालिक कैसे बने।

सिन्हा ने कहा कि मैं आसन का सम्मान करता हूं नेता विरोधी दल को बोलने की परंपरा रही है। इसलिए यह सवाल किया जा रहा है। यहां मुख्यमंत्री बैठे हुए हैं, जवाब दें। शिक्षकों को समान वेतन देने की बात कहने वाले आज क्यों मौन है? किसान सलाहकार आज पटना में प्रदर्शन कर रहे हैं तो उनपर लाठीचार्ज हो रहा है।

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पटना/बेगूसराय, 11 जुलाई (हि.स.)। मानसून के प्रवेश करने तथा जलग्रहण क्षेत्रों में बारिश के कारण तमाम नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने लगी है। नदी के जलस्तर में हो रहे वृद्धि से नदियों के गोद में बसे इलाके के लोगों की बेचैनी बढ़ने लगी है।

नदियों का जलस्तर खतरा के पार नहीं गया है, लेकिन शासन-प्रशासन और निजी स्तर पर लोग इस आपदा से मुकाबला करने की तैयारी कर रहे हैं। आपदा प्रबंधन के बीच एक बार फिर बिहार से लेकर पड़ोसी देश नेपाल तक में नाव के लिए मशहूर चर्चित मंडी बेगूसराय का गढ़पुरा जरूरतमंद ग्राहकों से गुलजार हो गया है।

50 से भी अधिक कारीगर दिन-रात मेहनत कर नाव बना रहे हैं तथा मौसम को देखकर लग रहा है कि इस वर्ष भी यहां तीन करोड़ से अधिक का कारोबार होगा। कारीगर जहां नाव बनाने में लगे हुए हैं, वहीं अलग-अलग टीम नाव बनाने में उपयोग होने वाले जामुन की लकड़ी ला रहे हैं, आरा मशीन पर उसे नाव के लायक तैयार किया जा रहा है।

कोशी, बागमती, कमला, महानंदा, गंडक आदि नदियों के जलस्तर में वृद्धि होते ही मधुबनी, सहरसा, सुपौल, कटिहार, पूर्णिया, खगड़िया, समस्तीपुर, दरभंगा, भागलपुर के लोग नाव खरीदने के लिए गढ़पुरा पहुंच गए हैं। इसके साथ ही नेपाल से भी बड़ी संख्या में नाव के खरीददार गढ़पुरा पहुंच गए हैं। एक पटिया से लेकर तीन पटिया तक नाव अपने सामने में बैठकर बनवा रहे हैं। कुछ जरूरतमंद नेपाल वासी समय के अभाव में बना बनाया नाव भी खरीद कर ले जा रहे हैं।

नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र आए खरीददार बताते हैं कि हिमालय की तराई से निकलने वाली महाकाली, करनाली, सेती, वाणगंगा, राप्ती, कोशी, गंडक एवं बागमती प्रत्येक साल अभिशाप बनकर आती है। इसके अलावा चीन की नदियों से आने वाला बेतहाशा पानी भी बर्बादी पहुंचाता है। जिसके कारण तीन से चार महीना नाव पर रहने की मजबूरी होती है।

नाव मिलता तो बहुत जगह है, लेकिन गढ़पुरा में तैयार किया गया नाव हम लोगों की पहली पसंद होती है। यहां नाव ना केवल सस्ता मिलता है, बल्कि मजबूत भी होता है। हम लोग प्रत्येक साल बाढ़ से प्रभावित होते हैं, जिसके कारण करीब सभी घर में नाव रखा जाता है। सरकार व्यवस्था करती है, लेकिन जब प्रत्येक साल इस आपदा को झेलना है तो अपना नाव रहना जरूरी है। जिसके कारण गढ़पुरा का नाव खरीदने आए हैं।

यहां से ट्रैक्टर से नजदीकी करेह (बागमती) नदी तक ले जाने के बाद नदी के रास्ते से नाव अपने गांव ले जाएंगे। नाव खरीदने आए बमभोली यादव ने बताया कि हिमालय के जलग्रहण क्षेत्रों में होने वाली अधिक वर्षा के कारण बाढ़ से प्रभावित होते हैं। नाव बना रहे कारीगर ने बताया कि लंबे समय से बिहार एवं पड़ोसी राज्य ही नहीं, नेपाल तक गढ़पुरा के बने नाव की मांग रहती है।

पानी में सबसे टिकाऊ माने जाने वाले जामुन के लकड़ी की नाव बनती है। एक पटिया से लेकर तीन पटिया तक एवं बड़ी-बड़ी नाव बनाई जा रही है, 25 हजार से दो लाख तक का नाव उपलब्ध है। नाव तो बहुत जगह बनते हैं, लेकिन यहां गुणवत्ता के साथ तुरंत पानी में छोड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार करके दिया जाता है।

यहां से नाव खरीद कर कुछ लोग बाढ़ प्रभावित इलाकों में नाव का व्यवसाय करते हैं, वहां नाव का अच्छा पैसा मिल जाता है। कुल मिलाकर कहें तो संभावित बाढ़ के मद्देनजर नाव की मंडी लोगों से गुलजार हो गई है। संभावित आपदा ने अवसर दिया है तथा पूरी मंडी इस अवसर को भुनाने में लगी हुई है। दिन-रात मेहनत कर रोज दस से 15 नाव तैयार किए जा रहे हैं।

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पटना, 11 जुलाई (हि.स.)। बिहार के जमुई जिले में एनएच- 333 के एकडरा मोड़ के पास मंगलवार को कांवरियों से भरी एक बस एक पेड़ से टकरा कर क्षतिग्रस्त हो गयी। बताया जा रहा है कि घटना में 46 लोग घायल हो गए। जिसमें तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों का इलाज रेफरल अस्पताल में चल रहा है। गंभीर रूप से घायल तीन लोगों को इलाज जमुई सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। घटना बस ड्राइवर को झपकी आने के कारण हुई है ऐसा बताया जा रहा है। ड्राइवर मौके से फरार है।

छपरा जिला के दो गांव सोहन बाजार एवं कड़ी बाजार के लगभग 45 लोग एक बस से चारधाम की यात्रा पर निकले थे। सोमवार को देवघर, बासुकीनाथ एवं तारापीठ में पूजा-अर्चना कर राजगीर पूजा करने के लिए जा रहे थे।

कांवरिया ने बताया कि देर रात को हमलोग देवघर में आराम करके सुबह तीन बजे यात्रा प्रारंभ किए। एकडरा मोड़ के समीप चालक को नींद आ गई। बस असंतुलित होकर सड़क के किनारे पेड़ से टकरा गई। जिसमें लगभग 46 लोग घायल हो गये। सभी को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल लाया गया। जहां डाॅक्टर सदाब अहमद ने सभी घायलों का उपचार किया। वही गंभीर रूप से घायल भगवान सिंह, कृष्णा सिंह और मंजू देवी को जमुई रेफर किया गया।

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पटना, 11 जुलाई (हि.स.)। बिहार विधान मंडल में मानसून सत्र के दूसरे दिन आज बिहार विधानसभा में हंगामे के बाद विधान परिषद में भी भारी हंगामा हुआ। दूसरे दिन सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई, भाजपा सदस्य शिक्षक नेताओं को नजरबंद करने के बारे में जानकारी दी।

भाजपा एमएलसी नवल किशोर यादव ने यह मुद्दा उठाया। उन्होंने सदन में कहा कि बिहार में इमरजेंसी से भी गंभीर हालात हो गए हैं। पुलिस शिक्षकों व उनके नेताओं को घर में बंद कर दी है। आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। भाजपा सदस्य के समर्थन में अन्य सदस्य भी आ गए और नारेबाजी करने लगे। भाजपा सदस्य नारेबाजी करते हुए वेल में पहुंच गए।

नारेबाजी के बीच संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्वयं कहा है कि शिक्षक संगठन से बात करेंगे और नियम के अनुसार काम करेंगे। मंत्री ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री की बात से इन लोगों को संतुष्टि नहीं है तो इन्हें शिक्षकों से कोई सहानुभूति नहीं है। सभापति ने कहा कि जब मुख्यमंत्री ने आश्वासन दे दिया तो आप लोग बैठ जाइए।

सम्राट चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जब समीक्षा की बात कह रहे तो फिर हाऊस अरेस्ट क्यों कर रहे? आप लोग गुंडागर्दी कर रहे हैं। इस पर विजय चौधरी ने जवाब दिया कि जब मुख्यमंत्री ने कह दिया है तो फिर आंदोलन क्यों? इसलिए हाऊस अरेस्ट किया गया है।

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पटना, 10 जुलाई (हि.स.)। बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र में शामिल होने से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सचिवालय पहुंचे, जहां वे वन एवं पर्यावरण विभाग के कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान सीएम के साथ तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव भी मौजूद रहे। इस दौरान सीएम महागठबंधन में मचे घमासान के सवाल से बचते नजर आए और कहा कि आप लोग पर तो एके पर्टिया का कब्जे हो गया है..छोड़िए न।

सीएम नीतीश ने कहा कि दो महीने के भीतर पूरे राज्य में चार करोड़ से अधिक पौधारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हम तो जल्दी चाहते हैं कि 97 प्रतिशत पौधारोपण हो जाए। उन्होंने कहा कि राज्य में आबादी से हिसाब से पौधारोपण भी होना चाहिए। पहले कहीं पेड़ दिखता था और अब सब जगह दिखता है। अभी और ज्यादा काम हो इसके लिए लगे हुए हैं। हर स्तर पर काम हो रहा है।

इस दौरान जब मीडिया ने महागठबंधन में मचे घमासान पर सीएम से सवाल किया तो वे सवाल से कन्नी काट गए और कहा कि आप लोग पर तो एके पर्टिया का कब्जे हो गया है।छोड़िए न। इसके बाद सीएम विधानसभा के लिए रवाना हो गए।

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मुजफ्फरपुर,09 जुलाई (हि.स.)। उत्तर बिहार का चर्चित सबसे बड़ा शिवालय मुज़फ़्फ़रपुर का बाबा गरीब नाथ धाम श्रावणी मेला 2023 का आगाज हो गया है.

रविवार को बिहार सरकार के मंत्री आलोक मेहता और जितेंद्र राय में इस मेले का विधिवत उद्घाटन किया. मुजफ्फरपुर के डीएन हाई स्कूल परिसर में आयोजित विशेष कार्यक्रम में इस मेले का उद्घाटन किया गया जिसमें मुजफ्फरपुर के कई विधायक, जिलाधिकारी प्रणव कुमार समेत प्रशासनिक और पुलिस पदाधिकारी भी मौजूद रहे.

उद्घाटन के अवसर पर मंत्री आलोक मेहता ने बताया कि यहां मेला काफी प्रसिद्ध है. झारखंड से अलग होने के बाद बिहार का सबसे बड़ा मेला मुजफ्फरपुर के बाबा गरीब नाथ मंदिर का श्रावणी मेला है. इसको राजकीय स्तर का मेला बनाने के लिए हम सब प्रयासरत है।

उल्लेखनीय है कि रविवार को देर रात 12:00 बजे के बाद से बाबा गरीब नाथ मंदिर में दूर-दूर से आ रहे कावड़िया जलाभिषेक करेंगे. इसको लेकर मुजफ्फरपुर में विशेष व्यवस्था की गई है. सुरक्षा व्यवस्था में 1700 पुलिसकर्मी मौजूद रहेंगे

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– मामला काफी तूल पकड़ चुका है, लेकिन दोनों दल कह रहे हैं “ऑल इज वेल”

पटना, 8 जुलाई (हि.स.)। पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार ने राजद के मंत्रियों की औकात नौकरों-जैसी बना दी है। अफसर उनकी बात नहीं सुनते। मोदी ने कहा कि अधिकारियों की ट्रांसफार्मर-पोस्टिंग का अधिकार जदयू के मुख्यमंत्री के हाथ में है, इसलिए नौकरशाही जदयू के मंत्रियों-कार्यकर्ताओं के अलावा किसी को महत्व नहीं देती।

मोदी ने शनिवार को यहां कहा कि जो हालत शिक्षा विभाग की है, वही सभी विभागों की है। राजद कार्यकर्ता उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने राजद कोटे के विभाग में ऐसे अफसर बैठा दिये हैं, जो मंत्रियों पर लगाम कस सकें। राजद के विधान पार्षद का यह सुझाव सही है कि नीतीश कुमार को शिक्षा विभाग के अवर प्रधान सचिव को ही अपना सलाहकार बना लेना चाहिए।

उन्होंने कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री के विश्वसनीय अफसर राजद के मंत्रियों को परेशान कर रहे हैं और दूसरी तरफ जदयू के मंत्री बयान देकर अफसरों को पोलिटिकल कवर दे रहे हैं। राजद-जदयू के मंत्रियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप से विकास के काम ठप हैं। मुख्यमंत्री धृतराष्ट्र बने हुए हैं।

उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में अब या तो मंत्री चंद्रशेखर रहेंगे या वर्तमान प्रधान सचिव। मामला काफी तूल पकड़ चुका है, लेकिन दोनों दल कह रहे हैं “ऑल इज वेल”।

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