नाबालिग से रेप मामले में लापरवाही बरतने पर एसपी ने महिला दारोगा को किया निलंबित

नाबालिग से रेप मामले में लापरवाही बरतने पर एसपी ने महिला दारोगा को किया निलंबित

नाबालिग से रेप मामले में लापरवाही बरतने पर एसपी ने महिला दारोगा को किया निलंबित

-अरेराज डीएसपी के जांच रिपोर्ट पर हुई करवाई

पूर्वी चंपारण:  जिले के हरसिद्धि थाना क्षेत्र के घिवाढार पंचायत के एक गांव के नाबालिग से रेप मामले में पुलिस की घोर लापरवाही सामने आने के बाद एसपी स्वर्ण प्रभात ने बड़ी कार्रवाई की है। केस की अनुसंधानकर्ता दारोगा पिंकी कुमारी को एसपी ने निलंबित कर दिया है।

पूरे मामले की जांच का जिम्मा अरेराज डीएसपी रंजन कुमार को सौंपा गया है। उल्लेखनीय है,कि बीते 27 अप्रैल को थाना क्षेत्र के एक गाँव मे एक लड़की के साथ रेप की घटना हुई थी। उसी दिन पीड़ित लड़की अपने माँ के साथ थाना पर जाकर आवेदन दिया। जिसमे लउकरिया गांव के युवक सेराज को आरोपित किया। लेकिन पुलिस जाँच के नाम पर दो दिन तक पीड़ित के घर नहीं पहुंची।

पीड़ित परिजन इस दौरान दारोगा पिंकी कुमारी को फोन करते रहे। वह आने का आश्वासन देती रही। नहीं आने पर 29 अप्रैल को दोबारा थाने पहुंचकर केस दर्ज करने का दबाव बनाया। तब जाकर पुलिस ने मामला दर्ज किया और पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल भेजा। आरोप है कि मेडिकल में भेजने से पहले पुलिस ने परिजनों को डराने की भी कोशिश की और मेडिकल जांच के खर्च की बात कर मामले को दबाने का प्रयास किया।

दारोगा पिंकी पीड़ित के परिजन को मोबाइल से फोन कर मेडिकल जाँच मे जाने के लिए लग्जरी गाड़ी लेकर आने का डिमांड की। स्कार्पिओ गाड़ी भाड़े पर ले जाने पर वह मेडिकल कराने 29 अप्रैल को गई। फिर कोर्ट मे जाने के लिए दारोगा ने लग्जरी गाड़ी का डिमांड किया। लेकिन पीड़ित गाड़ी नहीं ले गए। दारोगा व पीड़ित का ऑडियो वायरल हो गया। जिसकी जाँच एसपी ने कराने के बाद शुक्रवार को दारोगा पिंकी को निलंबित कर दिया। वही घटना के छह दिन बाद शुक्रवार को पुलिस की टीम पीड़िता के घर पहुंची। पीड़ित लड़की व परिजन से मामले की पूछताछ की। वहीं एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) की टीम ने भी छठे दिन पीड़िता के घर पहुंचकर साक्ष्य जुटाने की कोशिश की, लेकिन इतने दिन बाद घटनास्थल से सटीक साक्ष्य मिलना मुश्किल माना जा रहा है।इस मामले ने न केवल पुलिस की संवेदनहीनता को उजागर किया है बल्कि जांच प्रक्रिया की लापरवाही पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। छह दिन तक पीड़िता और उसके परिवार को इंसाफ के लिए भटकना पड़ा, वहीं आरोपी अब तक फरार है।ऐसा माना जा रहा है,कि एसपी की कार्रवाई के बाद मामले की निष्पक्ष जांच होगी और दोषी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा।

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