Patna, 29 मई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दो दिवसीय बिहार दौरे में आंशिक परिवर्तन किया गया है। वो अब अपने तय समय से एक घंटे पहले पटना पहुंचेंगे। उनके सभी कार्यक्रम भी एक घंटा पहले होंगे। बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने यह जानकारी दी।

शाम 4:30 बजे करेंगे नए टर्मिनल का उद्घाटन 

जायसवाल के अनुसार, प्रधानमंत्री आज पटना के लोकनायक जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल का उद्घाटन अब शाम 4:30 बजे करेंगे। यह टर्मिनल 65,155 वर्ग मीटर में फैला है और जून 2025 से 1 करोड़ यात्रियों की क्षमता के साथ संचालित होगा। इसके बाद वह बिहटा में नए एयरपोर्ट की आधारशिला रखेंगे, जो 50 लाख यात्रियों की क्षमता वाला होगा। उसी दिन पटना में भाजपा कार्यालय तक तीन किलोमीटर का रोड शो होगा, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जश्न मनाया जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को रोहतास जिले के बिक्रमगंज में जनसभा को संबोधित करेंगे

प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को रोहतास जिले के बिक्रमगंज में जनसभा को संबोधित करेंगे। वह 29,947.91 करोड़ रुपये के नबीनगर सुपर थर्मल पावर प्लांट, 3,712 करोड़ रुपये के पटना-सासाराम एक्सप्रेस-वे, और 368 करोड़ रुपये के बक्सर-भरौली गंगा पुल का शिलान्यास करेंगे। इसके अलावा, गोपालगंज में 184.9 करोड़ रुपये के बंजारी-हजियापुर एलिवेटेड रोड का वर्चुअल उद्घाटन भी संभावित है।

दस्तावेजों में भूमि की श्रेणी निर्धारण हेतु तकनीक की सहायता पर जोर 

छपरा: जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्कोर की बैठक संपन्न हुई जिसमें जिला अवर निबंधक सहित सारण जिलांतर्गत सभी निबंधन कार्यालयों के अवर निबंधक उपस्थित थे। बैठक में कंप्यूटराइज्ड निबंधन व्यवस्था की समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि दस्तावेजों में भूमि की श्रेणी निर्धारण हेतु तकनीक की सहायता अधिक से अधिक ली जाए  तथा जमीन की पहचान इसके longitude तथा latitude से भी की जाए ।

जिला अवर निबंधक ने बताया कि पूर्व में दिए गए निर्देश के अनुसार दस्तावेज में पक्षकार द्वारा भूमि का longitude, latitude सलंग्न किया जा रहा है जिसके आधार भी पर श्रेणी की जांच की जाती है। साथ ही सभी अवर निबंधकों को अभिलेख की सुरक्षा और सत्यापन हेतु निर्देश दिया गया। इस क्रम में बताया गया कि जिला निबंधन कार्यालय के जिल्दों का सत्यापन किया जा रहा है तथा वर्ष 1938 तक के जिल्दों का लगभग सत्यापन करा लिया गया है।

अवर निबंधक मशरक द्वारा सम्पूर्ण जिल्दों का सत्यापन करा लिया गया है जिसकी सूची भी उपलब्ध करा दी गई है। साथ ही जिलाधिकारी द्वारा पृच्छा के क्रम में बताया गया कि सभी कार्यालय के अभिलेखागार में सीसीटीवी कैमरा पर्याप्त संख्या में लगाया गया है। जिला पदाधिकारी द्वारा जनसुविधा हेतु वेटिंग रूम, स्वच्छ जल , अलग काउंटर इत्यादि की व्यवस्था का भी निर्देश दिया गया।अभिलेखों के स्कैनिंग का कार्य सभी कार्यालयों में किया जा रहा है जिसे तेजी से करने का निर्देश सभी निबंधन पदाधिकारी को दिया गया

बेटी-दामाद ने हड़पे बुजुर्ग के एक कराेड़ दस लाख, मुकदमा दर्ज

हरिद्वार:  एक सीनियर सिटीजन ने बेटी दामाद पर 1.10 करोड़ की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। पीड़ित की शिकायत पर रानीपुर पुलिस ने दंपति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पीड़ित बुजुर्ग महेश महाराज निवासी दयानंद नगरी ज्वालापुर ने मुकदमा दर्ज कराया कि वह वर्ष 2010 में भेल से रिटायर हुए थे।

उनके दो बैंक खाते स्टेट बैंक ऑफ इंडिया रानीपुर और पंजाब नेशनल बैंक आर्यनगर वानप्रस्थ आश्रम ज्वालापुर में है।जिनमें 93 लाख और 20 लाख की रकम जमा थी। आरोप है कि उनकी बेटी शोभा शर्मा ने अपने पति आशुतोष शर्मा निवासी शिवालिकनगर के साथ एलआईसी और म्यूचुअल फंड में निवेश करने की बात कहकर कई चेकों पर हस्ताक्षर करवा लिए थे।

बुजुर्ग का कहना है कि बैंक कर्मचारियों से मिलीभगत कर उनके फर्जी हस्ताक्षर करते हुए 90 लाख की रकम निकाल ली। यही नहीं पंजाब नेशनल बैंक में उनके संयुक्त खाते का दुरुपयोग करते हुए बेटी ने 20 लाख रुपये भी निकाल लिए। निकाली गई रकम से न कोई एलआईसी की गई और न ही निवेश किया गया। बताया कि बैंक शाखा में जाकर स्टेटमेंट निकलवाने पर हकीकत सामने आई। कोतवाली प्रभारी कमल मोहन भंडारी ने बताया कि दंपति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस के अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
Chhapra : विश्व माहवारी, स्वच्छता दिवस के अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन राजकीय अन्य पिछडा वर्ग कन्या प्लस टू आवासीय विद्यालय सारण के प्रांगण में किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन जिला प्रोग्राम पदाधिकारी सह नोडल पदाधिकारी कुमारी अनुपमा के द्वारा किया गया।
जिला प्रोग्राम पदाधिकारी के द्वारा बच्चियों को विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया तथा यह कहा गया कि प्रति वर्ष 28 मई को विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस इसलिए मनाया जाता है, क्योंकि मासिक चक्र 28 दिनों का होता है। लगभग 5 दिनों तक चलता है। इस दौरान किशोरी बच्चियों को अपनी सेहत एवं साफ-सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए। अनुमण्डल कल्याण पदाधिकारी निवेदिता तिवारी ने कहा कि माहवारी एक कुदरती प्रक्रिया है और इसके लिए किसी भी तरह की शर्म या झिझक बच्चियों में नहीं होनी चाहिए।
जिला मिशन समन्यवक निभा कुमारी ने कहा कि इस वर्ष विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस का विषय Together for a period friendly world है। हम सभी को यह प्रयास करना चाहिए की मासिक धर्म शिक्षा, स्वास्थ्य, या अवसरों तक पहुँच को सीमित ना करें। विश्व मासिक स्वच्छता दिवस के अवसर पर महिला एवं बाल विकास निगम के द्वारा एक अनोखी पहल की गई है जिसके अन्र्तगत कोई भी महिला या किशोरी माहवारी से जुड़ी किसी भी समस्या के समाधान के लिए 181 महिला हेल्पलाईन नम्बर पर डायल कर सकती है तथा दिनांक 28 मई एवं 29 मई 2025 को दोपहर 12 बजे से 03 बजे तक स्त्री एवं प्रसूती रोग विशेषज्ञ से निःशुल्क सलाह प्राप्त कर सकती है। इसके अतिरिक्त 181 और 1098 चाइल्ड हेल्प लाईन नम्बरों के विषय में भी विस्तृत जानकारी दी गई।
केन्द्र प्रशासक मधुबाला के द्वारा घरेलू हिंसा, बाल विवाह एवं वन स्टॉप सेन्टर के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गई। इस अवसर पर कुमारी अनुपमा, नोडल पदाधिकारी सह जिला प्रोग्राम पदाधिकारी  निवेदिता तिवारी (केंद) प्रेम प्रकाश, जिला परियोजना प्रबंधक निभा कुमारी, जिला मिशन समन्वयक  मधुबाला, केंद्र प्रशासक  ऋषिकेश कुमार सिंह, लैंगिक विशेषज्ञ  सत्येंद्र कुमार, वित्तीय साक्षरता विशेषज्ञ  लालबाबू प्राचार्य  कुमारी शैलजा, परामर्शी सुशील कुमार, लेखा सहायक एवं मो. इमामुद्दीन, डाटा एंट्री ऑपरेटर मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में खिलती कलियाँ” नामक शॉर्ट फिल्म दिखाकर माहवारी स्वच्छता के बारे में सभी को जागरूक करने का प्रयास किया गया। छात्राओं द्वारा रेड डॉट चैलेंज का प्रदर्शन अपने हाथों में रेड डॉट लगाकर किया गया।इस अवसर पर सभी छात्राएं काफी उत्साहित दिखी।

भिक्षावृत्ति निवारण योजना के तहत सेवा कुटीर दो लोगों को किया गया आवासित
chhapra: बिहार सरकार की महत्वपूर्ण योजना- भिक्षावृत्ति निवारण योजना के तहत सेवा कुटीर मे दो लोगों को आवासित किया गया। इस आशय की जानकारी देते हुए बताया गया कि छपरा भारत मिलाप चौक के पास पप्पू नामक व्यक्ति भिक्षावृत्ति कर रहे थे। तो उन्हें सेवा कुटीर के क्षेत्र समन्वयक और केयरटेकर की मदद से सेवा कुटीर लाया गया।
वहीं छपरा जंक्शन के वेटिंग हॉल में एक व्यक्ति जिसका नाम मोहन पूरी है। उन्हें भी सेवा कुटीर सारण में लाया गया। उन्हें स्नान करा कर सेवा कुटीर के द्वारा नया कपड़ा पहनाया गया और भोजन कराया गया। दोनों लोगों को सेवा कुटीर में आवासित किया गया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बिहार दौरे को लेकर सुरक्षा सख्त, यायातायत व्यवस्था में बदलाव

पटना: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने दो दिवसीय बिहार दौरे पर गुरुवार, यानी 29 मई को पटना आ रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री का यह पहला बिहार दौरा है। प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था काफी सख्त की गई है। प्रधानमंत्री 29 मई को पटना में एक साथ कई परियोजनाओं की सौगात देंगे। इसके साथ ही पटना एयरपोर्ट से भारतीय जनता पार्टी कार्यालय तक रोड शो करेंगे। रोड शो के दौरान सुरक्षा को लेकर विशेष व्यवस्था की गई है। शहर के कई सड़कों पर यातायात भी प्रतिबंधित रहेगा, जिस कारण लोगों को वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करना होगा।

कार्यक्रम के अनुसार प्रधानमंत्री गुरुवार शाम पटना एयरपोर्ट पहुंचेंगे और टर्मिनल भवन का उद्घाटन करेंगे। साथ ही बीहटा एयरपोर्ट का शिलान्यास भी करेंगे। इसके बाद उनका रोड शो शुरू होगा, जो करीब 45 मिनट चलेगा। रोड शो में प्रधानमंत्री एयरपोर्ट से डुमरा चौकी, बेली रोड, आयकर गोलंबर होते हुए वीरचंद पटेल पथ स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचेंगे।

रोड-शो के दौरान सुरक्षा को लेकर शहर में 200 मजिस्ट्रेट के साथ 3 हजार से ज्यादा पुलिस जवानों की तैनाती की गई है। रोड-शो के रास्ते में पड़ने वाली इमारतों पर स्नाइपर की तैनाती रहेगी। देश के कई राज्यों में कोरोना के दस्तक को देखते हुए बिहार में प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान कोरोना जांच कराने को लेकर खास निर्देश दिये गये हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से निर्देशित किया गया है कि प्रधानमंत्री के 100 मीटर के दायरे में रहने वाले सभी लोगों की कोरोना जांच अनिवार्य होगी। प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर पटना और रोहतास के बिक्रमगंज में सभा के दौरान एनएसजी की टीम भी तैनात रहेगी।

यातायात व्यवस्था में बदलाव प्रधानमंत्री के रोड शो के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था में गुरुवार शाम 4 से रात 8 बजे तक बदलाव किया गया है। बेली रोड पर डुमरा चौक से आयकर गोलंबर तक दोनों लेन में गाड़ियों का परिचालन बंद रहेगा। फुलवारी की ओर से एयरपोर्ट की तरफ आने वाले रास्ते को शाम 4 बजे के बाद पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। जगदेव पथ और आशियाना दीघा रोड से होकर उत्तर की ओर जा सकते हैं। चितकोहरा गोलंबर के रूट से एयरपोर्ट जाने के लिए यात्रियों को टिकट दिखाना होगा। डुमरा चौकी से किसी गाड़ी के आने पर रोक रहेगी।

तटबंधों की सुरक्षा के लिए संवेदनशील स्थलों का निरंतर निरीक्षण किया जाए : विजय कुमार चौधरी

-“बाढ़ संघर्षात्मक कार्य एवं पूर्ववर्ती अनुभवों से सीख” विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ

पटना: जल संसाधन विभाग द्वारा “बाढ़ संघर्षात्मक कार्य एवं पूर्ववर्ती अनुभवों से सीख” विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ बुधवार को पटना स्थित ज्ञान भवन में हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस मौके पर जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि तटबंधों की सुरक्षा के लिए संवेदनशील स्थलों का निरंतर निरीक्षण किया जाए, ऐसा कोई भी बिंदु शेष न रहे, जहां विभागीय अधिकारी न पहुंचे हों।

मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि बाढ़ जैसे चुनौतीपूर्ण विषय पर इस प्रकार का प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन करना अत्यंत सराहनीय कार्य है। इस तरह के कार्यक्रम की अपनी महत्ता और प्रांसगिकता होती है। बीते दिन ही विभिन्न बाढ़ परिक्षेत्रों की योजानाओं की समीक्षा हुई थी। मॉनसून काल विभाग के लिए परीक्षा की घड़ी है, इसमें सभी अधिकारी पूर्ण निष्ठा और सजगता के साथ कार्य करें।

विजय चौधरी ने कहा कि बाढ़ जैसी आपदा के समय में सामुदायिक प्रयास की सबसे अधिक आवश्यकता होती है और इसके लिए जन-विश्वास होना जरूरी है। साथ ही विभाग के अधिकारी के साथ ही स्थानीय लोगों का प्रयास आवश्यक हो जाता है। उन्होंने कहा कि स्थानीय जनता के साथ विश्वासपूर्ण संबंध बनाने का काम, समय से पूर्व स्थल निरीक्षण और तत्पर कार्यशैली से ही अर्जित किया जा सकता है। तटबंधों की नियमित निगरानी और बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यों को लेकर आपकी सजगता से स्थानीय लोगों में आपके काम के प्रति विश्वास कायम होगा। इस बार मॉनसून से पूर्व सभी कार्यों को गुणवत्तापूर्ण ढंग से निर्धारित समय से पहले पूरा किया जाए।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि तटबंधों की सुरक्षा के लिए संवेदनशील स्थलों का निरंतर निरीक्षण किया जाए और सभी अधिकारी अपने-अपने स्तर पर नियमित निरीक्षण करते रहें, ताकि ज्यादातर समस्याओं का समाधान पहले ही सुनिश्चित हो सके।

कार्यक्रम के पहले दिन वीरपुर, कटिहार एवं समस्तीपुर प्रक्षेत्र के तकरीबन 550 अभियंताओं को प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम के दौरान बाढ़ नियंत्रण से संबंधित एसओपी, आदेश, गश्ती निर्देशिका, बाढ़ सामग्री की उपलब्धता, पूर्व-तैयारी एवं बाढ़कालीन रणनीतियों, तटबंधों की सुरक्षा हेतु टीम निर्माण, गैर-संरचनात्मक उपायों तथा विश्व बैंक द्वारा सुझाए गए बाढ़ प्रबंधन अनुभवों पर विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया।

प्रेमी संग फरार हुई चार बच्चों की मां, पति ने थाना में दिया आवेदन

भागलपुर:  जिले में जोगसर थाना क्षेत्र से एक चार बच्चे की मां अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई है। घटना के बाद पति ने बुधवार को जोगसर थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।

मामला सामने आते ही थाने में लोगों की भारी भीड़ जुट गई और हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। पीड़ित पति रामचंद्र तूरी ने बताया कि उसकी पत्नी बिना देवी का पिछले कुछ वर्षों से छोटी साहेबगंज निवासी टिंकू चौधरी के साथ प्रेम संबंध चल रहा था। इसको लेकर पहले भी विवाद हुआ था। लेकिन मोहल्लेवासियों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत करा दिया गया था। पत्नी ने उस समय वादा किया था कि वह टिंकू से कोई संबंध नहीं रखेगी। बावजूद इसके, वह लगातार टिंकू के संपर्क में रही।

रामचंद्र के मुताबिक, टिंकू चौधरी उसकी गैरमौजूदगी में अक्सर उसके घर आता था। जब उसने इसका विरोध किया, तो टिंकू ने उसके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। रामचंद्र ने बताया कि उसके चार बच्चे हैं, जिनमें तीन बेटियां और एक बेटा शामिल हैं। बच्चों ने भी पुष्टि की कि उनकी मां टिंकू के साथ घर छोड़कर चली गई है।

इस घटना की जानकारी मिलते ही जोगसर थाना परिसर में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। परिजन और स्थानीय लोगों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। इस दौरान थाने में हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ, जिसे संभालने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। घटना की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय वार्ड पार्षद संजय सिन्हा मौके पर पहुंचे और रामचंद्र के परिवार को समझा-बुझाकर शांत कराया।

वार्ड पार्षद ने आश्वासन दिया कि परिवार को हरसंभव मदद प्रदान की जाएगी और पुलिस इस मामले में सख्त कार्रवाई करेगी। फिलहाल पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जोगसर थाना प्रभारी ने बताया कि जल्द ही आरोपी टिंकू चौधरी और फरार महिला की तलाश की जाएगी और मामले में कानून सम्मत कार्रवाई की जाएगी।

पत्नी के सामने पति को जबरन मोटरसाइकिल पर बिठाकर युवक फरार, सदमे में परिवार

भागलपुर:  जिले में कहलगांव थाना क्षेत्र के सलेमपुर सैनो गांव निवासी एक महिला बुधवार को अपने पति के गायब होने को लेकर भागलपुर के कचहरी चौक पर लोगों से गुहार लगाते दिखीं। महिला अपने पति की तलाश कर रही थी।

पीड़ित पत्नी पूनम देवी ने बताया कि कहलगांव स्टेशन से लोकल ट्रेन पड़कर पति-पत्नी भागलपुर कोर्ट आ रहे थे। इसी दौरान कचहरी चौक के समीप सिविल ड्रेस में एक व्यक्ति मेरे पति विकास कुमार को बाइक पर बिठाकर फरार हो गया। पीड़िता ने बताया राजद के पूर्व विधायक के द्वारा षड्यंत्र के तहत मेरे पति का अपहरण किया गया है। पीड़ित ने बताया कि कहलगांव में जेल भवन निर्माण के दौरान हम लोगों का कुछ जमीन उसमें चला गया है। इस बात को लेकर विवाद चल रहा था। इसी मामले को लेकर हम लोग भागलपुर कोर्ट आ रहे थे।

कुपोषित बच्चों के लिए जीवनदान बना सदर अस्पताल का पोषण पुनर्वास केंद्र
• 126 कुपोषित बच्चों का उपचार कर किया गया सुपोषित
• कुपोषण के दर में कमी लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध
• सदर अस्पताल में संचालित है 20 बेड का एनआरसी सेंटर
छपरा: जिले में कुपोषित बच्चों के समुचित इलाज की व्यवस्था के लिए सदर अस्पताल में पोषण पुनर्वास केंद्र संचालित किया जा रहा है। पोषण पुनर्वास केंद्र कुपोषित बच्चों के लिए जीवनदान साबित हो रहा है। अप्रैल 2024 से मार्च 2025 तक 126 कुपोषित बच्चों का उपचार किया गया है, जो अब स्वस्थ जीवन जी रहें है। सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि जिले में कुपोषण के दर में कमी लाने के उद्देश्य से कुपोषण को दूर करने लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा कई स्तर पर महत्वपूर्ण प्रयास किया जा रहा है।
कुपोषित बच्चों के बेहतर उपचार के लिए सदर अस्पताल में पोषण पुनर्वास केंद्र संचालित किया जा रहा है। सिर्फ 10 से 15 फीसद अति गंभीर कुपोषित बच्चों को संस्था आधारित देखभाल की जरूरत होती है। अति गंभीर कुपोषित बच्चों को स्वस्थ करने के लिए उन्हें पोषण पुनर्वास केंद्रों में भेजा जाता है। एक अध्ययन के मुताबिक केवल 10 से 15 फीसद ही अति-गंभीर कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भेजने की जरूरत है। 90 फीसद बच्चे समुदाय आधारित देखभाल से ही स्वस्थ हो सकते हैं। बच्चों की देखभाल में लापरवाही और समाजिक कारणों से कुपोषण की स्थिति पैदा हो जाती है। इसके लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायक नर्स मिडवाइफ (एएनएम) को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में कुपोषित बच्चों की पहचान करें और उन्हें तुरंत एनआरसी भेजें।
अतिकुपोषित बच्चों को 21 दिनों तक रखने का प्रावधान:
सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि कुपोषित बच्चों के लिए यहां वार्ड बनाए गए हैं, जहां उपचार के साथ उन्हें अक्षर ज्ञान का भी बोध कराया जाता है। कुपोषित बच्चों व मां को आवासीय सुविधा प्रदान किया जाता है। पौष्टिक आहार की व्यवस्था है। 21 दिन तक रखने का प्रावधान है। जब बच्चे के वजन में बढ़ोतरी होने लगता है तो, उसे 21 दिन के पूर्व ही छोड़ दिया जाता है।
सदर अस्पताल में संचालित है 20 बेड का एनआरसी सेंटर:
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीसी रमेशचंद्र कुमार ने बताया कि एनआरसी में गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों के इलाज और पुनर्वास की व्यवस्था उपलब्ध है। गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों के लिए एनआरसी में 20 बेड की व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि जिले में जन्म के बाद नवजात शिशुओं का सही देखभाल नहीं होने से भी कुपोषण की स्थिति उत्पन्न होती है। समय पर बच्चों की देखभाल न होने पर मृत्यु दर बढ़ जाती है। 100 में से 85 बच्चे उपचारित हो जाते हैं यदि उन्हें समय पर चिकित्सकीय सहायता मिल जाए। देरी होने पर यह संख्या घटकर 10–15 प्रतिशत ही रह जाती है। भर्ती बच्चों की मां को प्रतिदिन प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है। आंगनबाड़ी की सेविका व आशा कार्यकर्ताओं द्वारा सर्वे करके कुपोषित बच्चों की पहचान की जाती है और बच्चों को बेहतर उपचार के लिए एनआरसी लाती हैं।
बच्चों को मिलता है पौष्टिक आहार:
पोषण पुनर्वास केंद्र के इंचार्ज स्टाफ नर्स पुष्पा कुमारी ने बताया कि बच्चों को एफ-100 मिक्स डाइट की दवा दी जाती है। आहार में खिचड़ी, दलिया, सेव, चुकंदर, अंडा दिया जाता है। कुल 20 बेड लगे हुए हैं । इस वार्ड में एक साथ 20 बच्चों को भर्ती कर उनका प्रॉपर उपचार के साथ पौष्टिक आहार निशुल्क उपलब्ध कराया जाता है। केंद्र में 0 से लेकर 5 वर्ष तक के कुपोषित बच्चों को ही भर्ती किया जाता है। सर्वप्रथम बच्चे का हाइट के अनुसार वजन देखा जाता है। दूसरे स्तर पर एमयूएसी जांच में बच्चे के बाजू का माप 11.5 से कम होना तथा बच्चे का इडिमा से ग्रसित होना शामिल है। तीनों स्तरों पर जांच के बाद भर्ती किया जाता है।

84 वर्षीय मां ने किडनी देकर बचाई अपनी 50 वर्षीय बेटी की जान

जयपुर: सवाई मानसिंह अस्पताल में किडनी फेल होने से डायलिसिस पर चल रही 50 वर्षीय की बेटी को 84 वर्षीय बुजुर्ग मां ने अपनी किडनी देकर उसे जीवन जान दिया है। काउंसलिंग और सभी जांचों के बाद मां की किडनी को बेटी के लिए फिट पाया गया। इसके बाद ट्रांसप्लांट किया गया,जो सफल रहा। ट्रांसप्लांट होने के महज दो घंटे के भीतर मां की किडनी बेटी के शरीर में काम भी करने लग गई। फिलहाल मां और बेटी स्वस्थ्य है।

सवाई मानसिंह अस्पताल के यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के सीनियर प्रोफेसर डॉ. नीरज अग्रवाल ने बताया कि यह देश में पहला केस है,जिसमें एक 84 वर्षीय बुजुर्ग मां की किडनी उसकी बेटी को ट्रांसप्लांट की गई है।

डॉ. नीरज अग्रवाल ने बताया कि 50 वर्षीय गुड्डी देवी पिछले कई महीनों से क्रॉनिक किडनी डिजीज से पीड़ित थी। उनकी जिंदगी केवल डायलिसिस पर टिकी थी। किडनी फेल होने के बाद उपयुक्त डोनर की तलाश की जा रही थी,लेकिन परिवार में कोई उपयुक्त डोनर नहीं मिला। इसके बाद भरतपुर में रहने वाली गुड्डी की मां बुधो देवी ने बेटी का जीवन बचाने की ठानी और किडनी दान करने की इच्छा जताई। बुजुर्ग मां बुधो देवी (डोनर) 84 वर्षीय की है। जिनका फैसला देखकर डॉक्टर्स की टीम हैरान रह गई। बुजुर्ग महिला की काउंसलिंग की गई और सभी जांचें की गई। गनीमत यह थी कि महिला के सभी ऑर्गन जांच में फिट पाए गए। इसके बाद डॉक्टर्स की टीम ने किडनी ट्रांसप्लांट का निर्णय किया और ट्रांसप्लांट ऑपरेशन सफल भी हुआ। किडनी ट्रांसप्लांट के बाद बुधो देवी (डोनर) को यूरोलॉजी आईसीयू में रखा। डॉक्टर्स की निगरानी में उनकी स्थिति लगातार बेहतर होती रही। सिर्फ तीन दिन बाद ही बुजुर्ग मां को स्थिर स्थिति में हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी। वहीं रिसीवर बेटी का अभी नेफ्रोलॉजी ट्रांसप्लांट आईसीयू में इलाज जारी है। बेटी को लगाई गई किडनी ने अच्छा फंक्शन करना शुरू कर दिया है और किडनी ट्रांसप्लांट के बाद मरीज भी स्वस्थ है। इस ट्रांसप्लांट सर्जरी टीम में डॉ नीरज अग्रवाल के अलावा डॉ. धर्मेंद्र जांगिड़, डॉ. कुलदीप, डॉ. राजेश, डॉ. फैसल, डॉ. नवीन, डॉ. करण, डॉ. सार्थक, डॉ. राघव शामिल रहे। जबकि एनेस्थीसिया टीम में डॉ. वर्षा कोठारी, डॉ. अनुपमा गुप्ता और डॉ. सिद्धार्थ शामिल थे।

Chhapra: इसुआपुर में शराब माफिया से साँठ-गाँठ रखने के आरोप में एक चौकीदार को निलंबित कर दिया गया है.

पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) को व्हाट्सएप के माध्यम से एक ऑडियो क्लीप प्राप्त हुआ, जिसके अनुश्रवण से दो व्यक्तियों के बीच शराब की खरीद / बिक्री के क्रम में सूचना का आदान प्रदान करने एवं पैसों के लेन-देन एवं दूसरे शराब कारोबारियों का शराब पकड़वाने तथा आपस में आधा-आधा पैसा रखने की बात की जा रही थी ।

उक्त ऑडियो की जाँच अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मढ़ौरा – 2 से करायी गयी । जाँच के क्रम में बात-चीत कर रहे दो व्यक्तियों में एक व्यक्ति की पहचान इसुआपुर थाना में पदस्थापित चौकीदार 5 / 13 अमरनाथ कुमार के रूप में की गयी । जो बात-चीत के क्रम में दूसरे व्यक्ति से शराब खरीद / बिक्री के क्रम में आसूचना आदान-प्रदान करने एवं पैसों के लेन-देन एवं दूसरे शराब कारोबारी का शराब पकड़वाने व आपस में आधा-आधा पैसा रखने की बात कर रहें है ।

तत्पश्चात अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मढ़ौरा – 2 से प्राप्त जाँच प्रतिवेदन के आधार पर वरीय पुलिस अधीक्षक, सारण द्वारा चौकीदार 5 / 13 अमरनाथ कुमार, इसुआपुर थाना को तत्काल प्रभाव (दिं0 – 24.05.25) से सामान्य जीवन यापन भत्ता पर निलंबित किया गया है एवं 05 दिनों के भीतर विभागीय कार्यवाही के विरूद्ध स्पष्टीकरण की मांग की गयी है ।