Chhapra: सारण जिला के नगर थानांतर्गत क्षेत्र के करीम चक में दो पक्षों के कुछ व्यक्तियों में झड़प हुई। झड़प में चार लोग घायल हो गए।

जिन्हे इलाज के लिए छपरा सदर अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां से बेहतर इलाज के लिए सभी को पीएमसीएच पटना रेफर किया गया.

इस घटना में मो० सैफ, मो० मुस्की उर्फ मो० शाहिद, मो० शाहिल और मो० ढिल्लू घायल हुए हैं।स भी घायल करीम चक मुहल्ले के निवासी हैं।

सारण पुलिस ने बताया कि फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण है।पर्याप्त पुलिस बल घटनास्थल पर लगातार कैम्प कर रही है। घटना में शामिल व्यक्तियों की पहचान कर गिरफ्तारी हेतु छापेमारी की जा रही है।

योगेश कुमार गोयल

ब्रह्माण्ड के प्रथम दिव्य पत्रकार नारद मुनि की जयंती इस साल छह मई को है। वो लोकमंगल के पहले संवाददाता है। इसलिए वो देवर्षि हैं। यह कितना कष्टदायी है कि तात्कालीन हास्य के अग्रदूतों ने उनको चुगलबाज और आपस में भिड़ाकर क्लेश कराने वाले पौराणिक चरित्र के रूप में गढ़ दिया। इस पर विचार करने की जरूरत है। वास्तव में उनका प्रमुख उद्देश्य प्रत्येक भक्त की पुकार को भगवान तक पहुंचाना ही था। वे एक लोक से दूसरे लोक में भ्रमण करते हुए संवाद-संकलन का कार्य कर एक सक्रिय एवं सार्थक संवाददाता की भूमिका निभाते रहे हैं। संवाद के माध्यम से नारद जी ने तोड़ने का नहीं बल्कि जोड़ने का कार्य किया है। इसलिए वो पत्रकारिता के प्रथम पितृ पुरुष हैं। उन्हें देवताओं का दिव्य दूत और संचार का अग्रणी साधक माना गया है।

मान्यता है कि देवर्षि नारद का जन्म ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा के दिन हुआ था। इसीलिए प्रतिवर्ष इसी दिन नारद जयंती मनाई जाती है। इस दिन भगवान विष्णु तथा माता लक्ष्मी का पूजन करने के पश्चात देवर्षि नारद की पूजा की जाती है। अपनी वीणा की मधुर तान से भगवान विष्णु का गुणगान करने और अपने श्रीमुख से सदैव नारायण-नारायण का जप करते हुए विचरण करने वाले नारद को महर्षि व्यास, महर्षि वाल्मीकि तथा महाज्ञानी शुकदेव का गुरु माना जाता है।

कुछ शास्त्रों में नारद मुनि को त्रिकालदर्शी और विष्णु का अवतार भी माना गया है। श्रीमद्भागवद्पुराण के अनुसार सृष्टि में भगवान विष्णु ने देवर्षि नारद के रूप में तीसरा अवतार ग्रहण किया है। कुछ स्थानों पर उनका वर्णन बृहस्पति के शिष्य के रूप में भी मिलता है। धार्मिक पुराणों के अनुसार अनेक कलाओं तथा विद्याओं में निपुण देवर्षि नारद को संगीत की शिक्षा ब्रह्माजी ने स्वयं दी थी और भगवान विष्णु ने उन्हें माया के विविध रूप समझाए थे। मान्यता है कि देवर्षि नारद ने ही भक्त प्रह्लाद, भक्त अम्बरीष, भक्त ध्रुव इत्यादि भगवान विष्णु के कई परम भक्तों को उपदेश देकर उन्हें भक्ति मार्ग में प्रवृत्त किया था।

उन्होंने ही भृगु कन्या लक्ष्मी का विवाह भगवान विष्णु के साथ कराया। देवराज इन्द्र को समझा-बुझाकर देव नर्तकी उर्वशी का पुरुरवा के साथ परिणय सूत्र कराया। इसके अलावा वे कई अत्याचारी महाराक्षसों द्वारा जनता के उत्पीड़न का वृत्तांत भगवान तक पहुंचाकर उनके विनाश का माध्यम भी बने। महर्षि वाल्मीकि को रामायण की रचना करने के लिए प्रेरित किया। यही कारण है कि समस्त युगों, कालों, विधाओं और वर्गों में सम्मान के पात्र रहे नारद जी को सभी लोकों के समाचारों की जानकारी रखने वाले कवि, मेधावी नीतिज्ञ तथा एक प्रभावशाली वक्ता के रूप में स्मरण किया जाता है।

जन-जन के हितकारी देवर्षि नारद किस प्रकार धरती पर विभिन्न प्राणियों को दुखी देखकर स्वयं भी दुखी हो जाया करते थे, इसका उल्लेख भी एक पौराणिक कथा में मिलता है। कथानुसार, एक बार देवर्षि नारद ने बैकुंठधाम जाकर भगवान विष्णु से निवेदन किया कि वे पृथ्वी पर लोगों को दुखी देखकर खुद बहुत दुखी हैं क्योंकि वहां धर्म के रास्ते पर चलने वाले लोगों का नहीं बल्कि गलत कार्य करने वालों का ही भला होता है। भगवान विष्णु ने कहा कि हे नारद! ऐसा नहीं है और जो कुछ भी हो रहा है, सब नियति के जरिये ही हो रहा है। उन्होंने पूछा कि आखिर ऐसा आपने क्या देख लिया, जिसके आधार पर आप यह कह रहे हैं? तब देवर्षि ने कहा कि उन्होंने जंगल में दलदली जमीन में फंसी एक गाय देखी।

एक चोर वहां आया और गाय को दलदल में फंसी देखकर भी उसकी कोई मदद करने के बजाय वह उसी पर चढ़कर दलदल लांघकर निकल गया, जिसे आगे जाकर सोने की मोहरों से भरी एक थैली मिली। कुछ पलों बाद वहां एक वृद्ध साधु आए, जिन्होंने काफी प्रयासों के बाद गाय को दलदल से बाहर निकाल दिया लेकिन थोड़ा आगे जाने पर वही साधु एक गहरे गड्ढ़े में गिरकर घायल हो गए। आखिर यह कौनसा न्याय है? देवर्षि की बातें सुनने के पश्चात भगवान विष्णु ने कहा कि जो चोर गाय पर चढ़कर भाग गया था, उसकी किस्मत में तो एक बड़ा खजाना था लेकिन उसके इस पाप के कारण उसे केवल कुछ ही मोहरें मिली जबकि साधु को गड्ढ़े में इसलिए गिरना पड़ा क्योंकि उनके भाग्य में मृत्यु लिखी थी लेकिन गाय को बचाने के कारण उनके पुण्य बढ़ गए और उनकी मृत्यु एक छोटी सी चोट में बदल गई। भगवान विष्णु ने उन्हें समझाते हुए कहा कि किसी भी इंसान के कर्म से ही उसका भाग्य तय होता है।

सद्गुणों के अथाह भंडार और समस्त शास्त्रों में प्रवीण देवर्षि नारद को शास्त्रों में मन का ऐसा भगवान कहा गया है, जो किसी भी होनी-अनहोनी को समय रहते पहचान लेते हैं। उन्हें वेदों और उपनिषदों का मर्मज्ञ, न्याय तथा धर्म का तत्वज्ञ, शास्त्रों का प्रकांड विद्वान, इतिहास व पुराण विशेषज्ञ, औषधि ज्ञाता, योगनिष्ठ, ज्योतिष एवं संगीत विशारद, भक्ति रस का प्रमुख तथा अतीत की बातों को जानने वाला माना गया है। वे एक ऐसे पौराणिक चरित्र हैं, जो तत्वज्ञान में परिपूर्ण हैं। पच्चीस हजार श्लोकों वाला प्रसिद्ध ‘नारद पुराण’ देवर्षि द्वारा ही रचा गया है, जिसमें उन्होंने भगवान विष्णु की भक्ति महिमा के साथ-साथ मोक्ष, धर्म, संगीत, ब्रह्मज्ञान, प्रायश्चित इत्यादि कई विषयों की मीमांसा प्रस्तुत की है। इसके अलावा संगीत का एक उत्कृष्ट ग्रंथ ‘नारद संहिता’ भी है।

(लेखक, स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं।)

 

 

पटना: बांग्लादेश से नेपाल के काठमांडू जा रहे विमान की इमरजेंसी लैंडिंग पटना एयरपोर्ट पर कराई गई। विमान में तकनीकी खराबी आने के बाद पटना एयरपोर्ट पर उसे सुरक्षित लैंड कराया गया। विमान में पायलट और क्रूमेंबर सहित 77 यात्री सवार थे।

दरअसल, बांग्लादेश एयरलाइंस के विमान ने नेपाल के काठमांडू के लिए उड़ान भरी थी लेकिन बीच में ही विमान में तकनीकी खराबी आ गई। एटीसी से अनुमति मिलने के बाद शुक्रवार दोपहर बांग्लादेशी विमान की पटना एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। सूचना मिलते ही मौके पर फायर ब्रिगेड और एयरपोर्ट के अधिकारी पहुंच गए। इंजीनियर को भी तत्काल मौके पर बुलाया गया।

पटना एयरपोर्ट के एक अधिकारी के मुताबिक विदेशी विमान के पटना एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग को लेकर एहतियात के तौर पर सीआईएसएफ के जवानों ने सुरक्षा कड़ी कर दी। सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। विमान में क्या खराबी आई है, फिलहाल इसकी जांच की जा रही है।

पटना: वैशाख महीने के बुद्ध पूर्णिमा को लेकर शुक्रवार सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ पटना के विभिन्न नदियों पर उमड़ी।

गंगा स्नान करने के पटना के गांधी घाट पर सुबह से ही महिलाओं, पुरुषों और बच्चों की भीड़ पहुंचने लगी। श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाकर सुख,शांति और समृद्धि की कामना की। इसके बाद दान पुण्य किया। गंगा घाट, कलेक्टरियेट घाट, लॉ कॉलेज घाट, कंगन घाट और कृष्णा घाट पर गंगा स्नान करने वालों की भीड़ ज्यादा देखी गयी। वहीं पटना के विभिन्न मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ पूजा अर्चना के लिए देखी गयी।

बुद्ध पूर्णिमा को वैशाख पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन को भगवान गौतम बुद्ध की जयंती और उनके निर्वाण दिवस दोनों के ही तौर पर मनाया जाता है। इसी दिन भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। इस दिन का काफी महत्व है। कहते हैं कि बुद्ध पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है और ज्ञान प्राप्ति के अलावा सर्व कार्यों की प्राप्ति होती है। बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर आज बोधगया में जिले में आयोजन रखा गया है जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर बिहार के राज्यपाल श्री राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर शामिल होंगे।

बुद्ध पूर्णिमा पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट कर लोगों को शुभकामनाएं दी है। उन्होंने लिखा है- बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर प्रदेश एवं देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।भगवान बुद्ध के जीवन दर्शन से हमें प्रेम, शांति, सद्भाव, त्याग, अहिंसा एवं संयम जैसे गुणों को अपनाने की प्रेरणा मिलती है। उनका जीवन हम सभी के लिए आदर्श है। भगवान बुद्ध के बताए हुए अष्टांगिक मार्ग पर चलकर मनुष्य सम्यक और संतुलित जीवन यापन करने में सक्षम हो सकता है। भगवान बुद्ध की शिक्षा को आत्मसात कर हम आपसी प्रेम और सद्भाव की भावना को और मजबूत करें।

दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के प्रशंसकों को अपने प्रिय सितारे को एक बार फिर सात साल बाद बड़े पर्दे पर देखने का मौका मिलेगा। सुशांत की फिल्म ‘एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’ फिर से सिनेमाघरों में रिलीज होगी। 2016 में रिलीज हुई इस फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत ने महेंद्र सिंह धोनी का किरदार निभाया था।

सुशांत सिंह राजपूत की ‘एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’ सिनेमाघरों में एक नहीं, बल्कि कई भाषाओं में रिलीज हो रही है। यह फिल्म अगले हफ्ते 12 मई को फिर से सिनेमाघरों में दस्तक देगी और हिंदी के अलावा यह फिल्म तमिल और तेलुगु में भी रिलीज होगी। भारतीय क्रिकेट कप्तान धोनी के जीवन पर आधारित इस फिल्म को दुनिया भर में भारतीय प्रशंसकों ने पसंद किया था। फिल्म को फिर से रिलीज करने के पीछे प्रशंसकों को बड़े पर्दे पर क्रिकेट के जादुई पलों को फिर से जीने का मौका देना है।

फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत, कियारा आडवाणी, दिशा पटानी, अनुपम खेर और भूमिका चावला ने भी अभिनय किया है। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया था।

आज का पंचांग

दिनाँक 05/05/2023 शुक्रवार, वैशाख शुक्लपक्ष पूर्णिमा,रात्रि 11:03 उपरांत प्रतिपदा,नक्षत्र स्वाति,रात्रि 09:40 उपरांत विशाखा,चन्द्र राशि तुला ,विक्रम संवत 2080 सूर्योदय 05:11 सुबह, सूर्यास्त 06:22 संध्या,चंद्रोदय 06:07 संध्या,चंद्रास्त आज नहीं है ,लगन मेष 05:48 सुबह, उपरांत वृष लगन, चौघडिया, दिन चौघड़िया,चर 05:11 सुबह 06:49 सुबह,लाभ 06:49 सुबह
08:28 सुबह,अमृत 08:28 सुबह 10:07 सुबह ,काल 10:07 सुबह 11:46 सुबह ,शुभ 11:46 सुबह 01:25 दोपहर,रोग 01:25 दोपहर 03:04 दोपहर, उद्देग 03:04 दोपहर 04:43 संध्या चर 04:43 संध्या 06:22 संध्या, राहुकाल,सुबह 10:07 से 11:46 दोपहर,अभिजित मुहूर्त, सुबह 11:20 से 12:13 दोपहर ,दिशाशूल पच्छिम.
आज बुद्ध पुर्णिमा मनाया जायेगा।
आज का राशिफल

मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
राजकीय सहयोग से कार्य पूर्ण होंगे। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से खिन्नता रहेगी।राजकीय सहयोग से कार्य पूर्ण होंगे।यदि आप सांझेदारी में व्यापार करते है तो आज अपने बिज़नेस पार्टनर से बनाकर रखे।
लकी नंबर
6
लकी कलर
केसरी
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
भूमि व भवन की खरीद-फरोख्त लाभदायक रहेगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। कुसंगति से बचें। कारोबार में वृद्धि होगी। निवेशादि शुभ रहेंगे। रोजगार में वृद्धि होगी।परिवार में सभी का मन आनंदित रहेगा और माता-पिता का आशीर्वाद आप पर बना रहेगा।
लकी नंबर
4
लकी कलर
नीला
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। प्रसन्नता तथा मनोरंजन के साधन उपलब्ध होंगे। कारोबार लाभदायक रहेगा
यदि आप सोशल मीडिया पर अपना काम देखते है तो उसमे अप्रत्याशित सफलता मिल सकती है।
लकी नंबर
9
लकी कलर
पीला
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
बुरी खबर प्राप्त हो सकती है। मेहनत अधिक होगी। लाभ के अवसर टलेंगे। समय पर बाहर से धन नहीं मिलने से निराशा रहेगी।यदि आप किसी के साथ प्रेम करते है और उनसे दूर है तो आज के दिन उनके साथ मिलने का प्लान करेंगे। शायद उनके साथ आपकी भेंट भी हो जाए।
लकी नंबर
5
लकी कलर
गुलाबी
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। धन प्राप्ति सु्गम होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। आप को पुराना बीमारी परेशान करेगा। सुबह के समय योग व व्यायाम करने की आदत डालेंगे तो स्थिति में सुधार होगा।
लकी नंबर
3
लकी कलर
भूरा
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
पुराने साथियों तथा रिश्तेदारों से मुलाकात सुखद रहेगी। अच्‍छे समाचार प्राप्त होंगे। मान बढ़ेगा। किसी नए उपक्रम को प्रारंभ करने पर विचार होगा। फैशन, मॉडलिंग, संगीत, कला इत्यादि के क्षेत्र में पढ़ाई कर रहे लोगो को सफलता मिलेगी और उनके काम को भी प्रोत्साहन मिलेगा। घर से प्रोत्साहन प्राप्त होगा जो आपके उत्साह में वृद्धि करेगा।
लकी नंबर
2
लकी कलर
ग्रे
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। यात्रा मनोनुकूल लाभ देगी। यदि नयी नौकरी की तलाश में हैं तो आज के दिन कुछ ऐसे ऑफर आएंगे जो आपके लिए लोक-लुभावने तो होंगे लेकिन उसमे सफल नहीं हो पाएंगे।
लकी नंबर
5
लकी कलर
महरून
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
फालतू खर्च होगा। शत्रुओं से सावधानी आवश्यक है। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। कोई भी निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। वाणी पर नियंत्रण रखें।सिंगल लोगो को किसी के ऊपर आकर्षण की भावना आएगी लेकिन उनसे बात करने में झिझकेंगे।
लकी नंबर
6
लकी कलर
आसमानी
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। यात्रा मनोनुकूल रहेगी। नए काम हाथ में आएंगे। कारोबारी वृद्धि से प्रसन्नता रहेगी। समय की अनुकूलता का लाभ लें।परिवार या रिश्तो को लेकर चिंता रहेगी जिस कारण मन में बेचैनी भी रह सकती है। किसी कारणवश यह मानसिक अवसाद का रूप भी ले सकती है।
लकी नंबर
9
लकी कलर
संतरी
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
अध्यात्म में रुचि रहेगी। किसी धार्मिक आयोजन में भाग लेने का मौका हाथ आएगा। सुख-शांति बने रहेंगे। कारोबार मनोनुकूल चलेगा। मित्रों का सहयोग लाभ में वृद्धि करेगा।योजना फलीभूत होगी। कार्यपद्धति में सुधार होगा। कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी। मेहनत सफल रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे।
लकी नंबर
1
लकी कलर
हरा
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
अध्यात्म में रुचि रहेगी। किसी धार्मिक आयोजन में भाग लेने का मौका हाथ आएगा। सुख-शांति बने रहेंगे।आपका कोई अपना ही अहित करने का प्रयास कर सकता है। पड़ोस के लोगो के साथ भी रिश्ते कमजोर होंगे। कारोबार में कोई पुराना समझौता भी टूट सकता है।
लकी नंबर
8
लकी कलर
श्वेत
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
अज्ञात भय रहेगा। अनहोनी की आशंका रहेगी। वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में सावधानी रखें। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें।घर पर रिश्तेदारों का आना-जाना होगा। कोई आपसे नाराज़ चल रहा था तो उनकी नाराजगी भी दूर हो सकती है और वे आपका सहयोग करेंगे।
लकी नंबर
7

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष , वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ 8080426594/9545290847

Chhapra: शराबबंदी वाले बिहार राज्य में शराब बंदी कितना प्रभावी ढंग से लागू है, इसकी बानगी गुरुवार को उस समय देखने को मिली जब छपरा शहर के भगवान बाजार थाना क्षेत्र के काशी बाजार मेन रोड पर एक शराब लदे अनियंत्रित होंडा अमेज कार के चालक ने ऑटो और स्कूटी में टक्कर मार दी।

आमने सामने हुई यह टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के एयर बैग खुल गए। जोरदार आवाज सुनाई पड़ने पर मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने घायलों को पुलिस की मदद से अस्पताल पहुंचाया। वहीं जब इस कार की तलाशी ली गई तो सभी आवक रह गए। कार में बड़ी संख्या में बियर के केन रखे थे। जिसे देख कुछ लोग आप से बाहर हो गए और देखते ही देखते कार में रखे केन को लूट ले गए। वहीं मौके पर पहुंचे गश्ती दल ने बताया कि कार से शराब बरामद की गई है। दुर्घटनाग्रस्त कार की डिगी लॉक थी जिसे जब्त कर पुलिस थाने ले गई। कार के चालक को पुलिस ने हिरासत में लिया है।

इस घटना से कई प्रश्न खड़े होते हैं। पुलिस और उत्पाद विभाग शराबबंदी लागू कराने को लेकर अभियान चलाने के दावे करती है, स्कैनर से जांच करने की बातें कहीं जाती है, बावजूद इसके कई थाना क्षेत्र से गुजरता शराब लदा वाहन शहर तक पहुँच जाता है।

Chhapra: भगवान बाजार थाना क्षेत्र के काशी बाजार मेन रोड पर शराब लदे अनियंत्रित पटना नंबर होंडा अमेज कार ने ऑटो और स्कूटी में ठोकर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि ऑटो और कार दोनों के साथ चपेट में आई एक स्कूटी भी क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं कार के एयर बैग खुल गए।

इस दुर्घटना में आधा दर्जन लोग घायल हुए हैं। जिनमें ऑटो पर सवार ड्राइवर समेत तीन लोग और स्कूटी सवार एक युवक शामिल है। स्थानीय लोगों ने पुलिस की सहायता से घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा। जहां तीन घायलों का इलाज हुआ वही स्कूटी सवार का निजी क्लिनिक में इलाज कराया गया।  वहीं स्थानीय लोगों ने कार चालक को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया है।  

इस दुर्घटना के बाद मौके पर जूटे लोगों उस समय अवाक रह गए जब टक्कर मारने वाली कार में भारी संख्या में बियर के केन बरामद हुए। बियर के केन को देखते ही कुछ लोग उसे लूटने के लिए टूट पड़े। देखते ही देखते लोगों ने कार में रखी बियर की केन को लूट लिया।

मौके पर पहुंची भगवान बाजार थाना पुलिस ने कार को अपने कब्जे में ले लिया। वहीं घायलों को सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। 

घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कार का ड्राइवर नशे में था ऐसा प्रतीत होता है। टक्कर इतना जोरदार था कि आवाज सुन कर लोग पहुंचे।      

इस घटना के बाद सवाल उठता है कि शराब बंदी वाले बिहार में इतनी आसानी से तीन थाना क्षेत्रों को पार करते हुए कोई चालक नशे में कार को शहर तक लेकर कैसे पहुँच गया। जबकि उत्पाद विभाग और पुलिस के द्वारा जांच के दावे किए जातें हैं पर हकीकत तो कुछ और ही है।  

इस दुर्घटना में पीएचईडी विभाग में कार्यरत वासुदेव राय, ऑटो ड्राइवर अजय कुमार मांझी, विवेक कुमार और विकास कुमार समेत चार लोग घायल हैं।  

पटना: बिहार में नीतीश सरकार की जाति आधारित गणना पर गुरुवार को पटना हाई कोर्ट ने रोक लगा दी है। चीफ जस्टिस विनोद चंद्रन की बेंच ने आदेश दिया है कि गणना को तत्काल प्रभाव से रोक दिया जाए। इसके पहले हाई कोर्ट में मामले को लेकर दो दिन तक सुनवाई हुई थी। इसके बाद चीफ जस्टिस विनोद चंद्रन की बेंच ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। इस फैसले के बाद नीतीश सरकार को बड़ा झटका लगा है।

दूसरी ओर जातीय गणना पर मुख्यमंत्री ने गुरुवार को कहा कि जाति आधारित गणना सर्वसम्मति से कराई जा रही है। हम लोगों ने केंद्र सरकार से इसकी अनुमति ली है। हम पहले चाहते थे कि पूरे देश में जाति आधारित जनगणना हो लेकिन जब केंद्र सरकार नहीं मानी तो हम लोगों ने जाति आधारित गणना सह आर्थिक सर्वे कराने का फैसला लिया।

बीते 24 अप्रैल को ये मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था। सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता को पटना हाई कोर्ट जाने को कहा था। इसके बाद 2 और 3 मई को हाई कोर्ट में इस मामले में सुनवाई हुई थी। मामले में बीते सोमवार को पहली सुनवाई होनी थी लेकिन सरकार की ओर से किए गए काउंटर एफिडेविट रिकॉर्ड में नहीं होने के कारण हाई कोर्ट ने सुनवाई को मंगलवार के लिए टाल दिया।

मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता अपराजिता सिंह और हाई कोर्ट के अधिवक्ता दीनू कुमार को जातीय गणना को असंवैधानिक करार देने के लिए हाई कोर्ट में दलीलें पेश करनी थीं। एडवोकेट जनरल (महाधिवक्ता) पीके शाही ने सरकार की ओर से अपना पक्ष रखा। कोर्ट ने एडवोकेट जनरल से पूछा कि जाति आधारित गणना कराने का उद्देश्य क्या है? इसको लेकर क्या कोई कानून बनाया गया है? जवाब में पीके शाही ने कहा कि दोनों सदन में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर जातीय गणना कराने का निर्णय लिया गया था। कैबिनेट ने उसी के मद्देनजर गणना कराने पर अपनी मुहर लगाई। यह राज्य सरकार का नीतिगत फैसला है। इसके लिए बजट में प्रावधान किया गया है।

याचिकाकर्ता के वकील दीनू कुमार ने कहा कि आखिर इस जाति आधारित गणना का उद्देश्य क्या है? इसमें 500 करोड़ रुपये खर्च करने की बात कही जा रही है लेकिन इसका परिणाम क्या होगा और किसे फायदा होगा। सरकार यह बताए कि समाज में जाति प्रथा को खत्म करने की बात लगातार कही जा रही है लेकिन जातीय गणना कराकर किसे फायदा पहुंचाया जा रहा है? इसका जवाब सरकार दे।

संविधान के अनुच्छेद-37 का हवाला देकर सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि राज्य सरकार का यह संवैधानिक दायित्व है कि वह अपने नागरिकों के बारे में जानकारी प्राप्त करे ताकि कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उन तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि जाति से कोई भी राज्य अछूता नहीं है। जातियों की जानकारी के लिए पहले भी मुंगेरीलाल कमीशन का गठन हुआ था। बिहार सरकार की ओर से गणना असंवैधानिक है।

सरकार के पास डेटा नहीं

पीके शाही ने यह भी कहा कि सरकार के पास वंचित समाज और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों का कोई डाटा नहीं है। लिहाजा जातिगत आंकड़े जरूरी हैं। उन्होंने यह भी दलील दी है कि यह कास्ट सेंसस नहीं है। यह जातीय गणना सह आर्थिक सर्वेक्षण हैं। महाधिवक्ता से याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने कहा कि आपका निर्णय राजनीति से प्रेरित है। राजनीतिक फायदे के लिए यह सब हो रहा है।

इसके जवाब में महाधिवक्ता ने कहा कि हर सरकार राजनीति के तहत कार्य करती है। वोट बैंक के लिए होती है। हर राज्य और केंद्र की सरकार वोट बैंक के लिए ही योजना बनाती है। किसी भी सरकार के कार्यों को वोट बैंक से दूर नहीं कहा जा सकता है। पटना हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बेंच ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था।

Chhapra: शहर के सुप्रसिद्ध शिक्षण संस्थान विवेकानंद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल छपरा के प्रांगण में विश्व अग्निशामक दिवस कार्यक्रम के अंतर्गत, बिहार अग्निशमन सेवा छपरा के कर्मचारियों द्वारा Mock Drill किया गया।

कार्यक्रम के शुभारंभ विद्यालय के निदेशक सह रिविलगंज प्रखंड प्रमुख डॉ० राहुल राज ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। ततपश्चात विद्यालय प्रांगण में सभी विद्यार्थियों तथा कर्मचारियों को एकत्रित कर उनके समक्ष आग से बचाव की विभिन्न विधियों को बताया गया।

अग्निशमन कार्यकर्ताओं ने बताया कि सर्वप्रथम किसी भी प्रकार से आग लगने पर हमें उत्तेजित नही होना चाहिए, बल्कि उससे बचने एवं उसे बुझाने हेतु अपनी विवेक और बुद्धि से कार्य करना चाहिए। विषम परिस्थितियों में भी दुर्घटना को कैसे रोका जाए, उससे कैसे बचा जाए, इन सभी गतिविधियों पर विस्तृत चर्चा करते हुए अग्निशमन कार्यकर्ताओं ने महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्रदान की। यहाँ तक कि उन्होंने प्रयोग के माध्यम से गैस सिलेंडर में आज प्रज्ज्वलित कर उससे निपटने तथा उसे बुझाने का कार्य करके दिखाया। उन्होंने अग्निशामक यंत्र का सही प्रयोग भी बताया।

उनके इन सभी प्रेरणादायक कार्यों को देख विद्यालय के निदेशक डॉ० राहुल राज ने उनकी कार्यों को सराहनीय बताया तथा धन्यवाद करते हुए उन्होंने अग्निशमन कार्यकर्ताओं को प्रशंसा पत्र भी सौंपा। निदेशक ने कहा कि यह जानकारी हम सभी के लिए अत्यधिक महवपूर्ण है क्योंकि व्यवस्थाएँ रहते हुए भी कभी-कभी मुश्किलों के समय में हम उनका प्रयोग करने में असमर्थ हो जाते हैं।

बिहार अग्निशमन सेवा छपरा के अग्निसमालय पदाधिकारी, प्रभारी सत्येंद्र कुमार सिंह, कार्यकर्तागण सुधीर कुमार, सोनू कुमार, सुनील सिंह तथा रंजू कुमारी ने अपना महवपूर्ण योगदान दिया। जिनके प्रदर्शन को देखने हेतु हजारों की संख्या में विद्यार्थीगण, शिक्षक-शिक्षिकागण, प्राचार्य एवं निदेशक समेत अन्य लोग उपस्थित थे।

पटना (एजेंसी): बिहार स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम ने प्रदेश में 40 से अधिक नक्सल कांडों का वांछित एवं बिहार सरकार का पांच लाख रुपये का इनामी माओवादी रामबाबु राम उर्फ राजन (रीजनल कमेटी सदस्य) एवं उसके दस्ता का जोनल कमांडर रामबाबु पासवान उर्फ धीरज को गिरफ्तार किया है।

बिहार सरकार ने रामबाबू राम पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। एसटीएफ की टीम ने सारण और मुजफ्फरपुर जिले के बीच गंडक नदी के दियारा इलाके में बड़ा ऑपरेशन चलाकर उसको और संगठन के जोनल कमांडर रामबाबू पासवान उर्फ धीरज को गिरफ्तार किया। दोनों नक्सलियों के पकड़े जाने की पुष्टि गुरुवार को बिहार एसटीएफ ने की है। दियारा इलाके में अब भी सर्च ऑपरेशन जारी है।

उल्लेखनीय है कि रामबाबू राम प्रतिबंधित नक्सल संगठन भाकपा का सक्रिय सदस्य है और पश्चिमी जोनल कमेटी का सचिव है। नक्सली रामबाबू राम पूर्वी चंपारण के मधुबन में एक्टिव रहा है। रामबाबू राम का आपराधिक इतिहास 22 साल से अधिक पुराना है। साल 2019 में इसने चकरबंधा में सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन के एक सब इंस्पेक्टर की हत्या कर दी थी। इस कुख्यात नक्सली के ऊपर 40 से अधिक केस दर्ज है। अब इससे पूछताछ होगी। पकड़ने के बाद उसके संगठन और उससे जुड़े नक्सलियों के बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश की जा रही है।

Input Hindusthan Samachar News Agency

बिहार राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने हेतु बिहार के छात्रों ने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में चल रहे तीन दिवसीय स्वास्थ्य संसद में अपनी रिपोर्ट पेश की।  रिपोर्ट में बताया कि विकास के अलग अलग आयामों के संदर्भ में जब भी बिहार की चर्चा की जाती है तो अधिकतर अवसर पर इसे संघर्षशील और पिछड़ा ही बताया जाता है।

“स्वास्थ्य संसद 2023” में जब भारत के अलग अलग राज्यों के स्वास्थ्य प्रोफाईल की बात हो तब बिहार राज्य के स्वास्थ्य व्यवस्था की चर्चा बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है । आजादी के अमृतकाल में भारत के कंठहार बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था से राज्य के अंतिम घर और अंतिम व्यक्ति तक को जोड़ने की आवश्यकता है और ज़रूरी है कि इसके लिए परंपरागत व्यवस्था में तीव्रता और नीतिगत तरीके से बदलाव किया जाए ।

बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था की सबसे बड़ी चुनौती ग्रामीण स्तर पर अस्पतालों की कमी है । दरअसल किसी भी राज्य के स्वास्थ्य व्यवस्था की पहली कड़ी ग्रामीण स्तर पर मौजूद प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र ही होते हैं । इसके बाद पंचायत स्तर पर मौजूद प्राथमिक अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र , प्रखंड स्तर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और फिर जिला स्तर पर बनाए गए सदर अस्पताल या रेफरल अस्पताल किसी भी राज्य के स्वास्थ्य व्यवस्था को निर्धारित करते हैं ।

गौरतलब है कि बिहार राज्य में ग्रामीण स्तर पर मौजूद प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र और स्वास्थ्य केंद्र की संख्या अभी भी अपर्याप्त हैं और साथ ही ये स्वास्थ्य केंद्र आज भी कई मूलभूत सुविधाओं से वंचित है ।

बिहार के पूर्वी चंपारण में जहां 1000 प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र होने चाहिए वहां केवल 400 उपस्वास्थ्य केंद्र हैं, मुजफ्फरपुर में 960 उपस्वास्थ्य केंद्र होने चाहिए लेकिन वहां केवल 500 उपस्वास्थ्य केंद्र हैं । यही स्थिति कमोबेश हर इलाके की है ।आंकड़ों की ये उदासीनता केवल ग्रामीण स्तर के स्वास्थ्य केंद्रों तक ही सीमित नहीं है, जिला स्तर पर बनने वाले सदर अस्पतालों की संख्या में भी ऐसी ही कमी है ।

पूर्वी चंपारण में जहां 50 रेफरल केंद्र होने चाहिए वहां केवल 5 रेफरल केंद्र हैं । इसी तरह मुजफ्फरपुर में भी 58 रेफरल केंद्र के अनुपात में केवल 1 रेफरल केंद्र ही मौजूद है । ऐसे में सबसे जरूरी है कि राज्य सरकार ग्रामीण स्तर पर मौजूद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की संख्या और स्थिति सुधारने के लिए युद्धस्तर पर तैयारी करे । ग्रामीण स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने सदर अस्पताल या रेफरल केंद्र पर भी कम भार पड़ेगा और साथ ही गांव के अंतिम घर को भी त्वरित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो पाएगी ।

अस्पतालों में डॉक्टर्स और मेडिकल उपकरणों को चलाने के लिए तकनीशियन की कमी भी बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए बड़ी समस्या है । विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार बिहार राज्य में कथित तौर पर 2792 डॉक्टर हैं , इसका मतलब यह है कि 43788 लोगो को प्रभावी ढंग से एक ही डॉक्टर द्वारा सेवा दी जा रही है , इस अनुपात को सुधार करने के लिए बिहार के सामने बड़ी चुनौती है।

आंकड़ो के मुताबिक पूरे राज्य में 1899 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है , इनमें महज 439 केंद्र पर ही 4 MBBS डॉक्टर तैनात हैं। डॉक्टरों की संख्या बढ़ानी है तो राज्य सरकार द्वारा हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज के साथ नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र भी खुलना चाहिए और डॉक्टरों और नर्सों को उच्च गुणवत्ता के साथ प्रशिक्षित किया जाना चाहिए।

कई बार ऐसा देखा जाता है कि जो डॉक्टर बहाल है , जिनकी ड्यूटी है लेकिन वह अस्पताल में अधिकारियों या सिविल सर्जन के निरीक्षण के दौरान अनुपस्थिति पाए जाते है और उनको ड्यूटी से बर्खास्त भी कर दिया जाता है तो अधिकारियों द्वारा डॉक्टर के ऊपर नकेल कसने चाहिए ताकि प्रतिदिन ईमानदारी पूर्वक ड्यूटी करें।

कुपोषण बिहार के लिए हमेशा से एक चुनौती रहा है । इस रोग से प्रभावित जिले पोषण की रैंकिंग में देश के आखिरी तीस जिलों में शामिल हैं । बिहार का शिवहर जिला 57.3 प्रतिशत के कुपोषण स्टनिंग प्रतिशत के साथ देश भर में सबसे आखिरी पायदान पर है ।

कुपोषण को दूर करने के लिए उठाए गए सरकारी प्रयास नाकाफी है । इस समस्या से निदान के लिए ही आंगनबाड़ी संस्था की शुरुवात की गई थी लेकिन ये विडंबना ही है कि बिहार के आंगनबाड़ी केंद्रों के पास आज भी अपना आंगन नही है ।

बिहार के अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्र के पास अपना भवन नहीं है, लिहाजा वहां आधी अधूरी सुवधाएं मिलती हैं। रिपोर्ट ये बताते हैं कि कई बार तीन तीन महीनों के लिए सरकार की तरफ से पोषण आहार की आपूर्ति बंद कर दी जाती है । इसके अलावा इन केंद्रों पर भ्रष्टाचार की अपनी समस्या है, गर्भावस्था में माताओं को मिलने वाले टेकहोम राशन में अक्सर मात्रा की कमी की शिकायत मिलती है और कई बार ये बांटी भी नहीं जाती ।

इसलिए जरूरी है कि सबसे पहले आंगनबाड़ी केंद्रों को अपने भवन मिले और साथ ही ये भी सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि ज्यादा से ज्यादा बच्चे आंगनबाड़ी केंद्रों पर पहुंचे । बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए जरूरी है कि अब राज्य के आंगनवाड़ी, जीविका और आशा कर्मियों को गुणवतापूर्ण प्रशिक्षण दिया जाए ताकि वो और बेहतर तरीके से राज्य के स्वास्थ्य व्यवस्था में अपनी भागीदारी निभा सके ।

भारत में स्वास्थ्य सस्ता नहीं है, उसके लिए तो बिलकुल भी नहीं है जिनकी दुपहरी खेतों और मेढ़ों पर कटती है । ऐसे में जरूरी है कि केंद्रीय बीमा योजना के अलावा राज्य सरकार एक ऐसे स्वास्थ्य बीमा योजना लाने की पहल करें जिसके नियम और प्रारूप इतने सरल हो कि राज्य के निरक्षर और मजदूर वर्ग के लोग भी उसका सीधा सीधा लाभ उठा सके। इसके अलावा एम्बुलेंस , तमाम सरकारी दावों और वायदों के इतर ये एक ऐसी जरूरत है जिसके पहिए आज भी ग्रामीण इलाकों में नहीं पहुंच पाते जिसके कारण बिहार के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से आए दिन हृदयविदारक तस्वीर देखने को मिलती है ।

राज्य सरकार इसके लिए जिलावार “आपातकाल एम्बुलेंस कंट्रोल रूम” बनाने पर विचार करे । ये कंट्रोल रूम इस बात के लिए जवाबदेह होगा कि ग्रामीण स्तर के “उप स्वास्थ्य केंद्रों ” पर भी एम्बुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित रहे । हाल के समय में राज्य में फर्जी डिग्री वाले डॉक्टरों की संख्या भी काफी बढ़ गई और ये फर्जी डॉक्टर राज्य में एक नए किस्म के “मेडिकल टेररिज्म” को पैदा कर रहे हैं । कभी कहीं बच्चादानी के ऑपरेशन के नाम पर डॉक्टर द्वारा किडनी निकालने की खबर सामने आती है तो कहीं मोतियाबिंद के ऑपरेशन के नाम पर अंधा बनाने की खबर । इसलिए फर्जी डॉक्टरों पर तत्काल करवाई करना भी बहुत जरूरी है।

इस बिहार के टीम में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग के 5 छात्र थे जो पांचों बिहार के ही निवासी थे – अभिनंदन पाण्डेय, आकांक्षा हर्ष, भारत सूरज, आकांक्षा राज, स्नेहल चौरसिया इन छात्रों द्वारा बनाई गई रिपोर्ट के बेहतर प्रदर्शन पर विश्वविद्यालय के कुलपति के.जी सुरेश, भारतीय विश्वविद्यालय संघ, भारत सरकार के संयुक्त सचिव आलोक कुमार मिश्रा द्वारा सम्मानित किया गया।