Chhapra: शहर के मालखाना चौक के समीप समाजसेवी अजीत सिंह के आवास पर विभिन्न जनप्रतिनिधियों और आम लोगों  से विधान पार्षद ई० सच्चिदानंद राय ने मुलाकात की। इस दौरान जन सुराज के विजय सिंह समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने उनका स्वागत किया। 

अजित सिंह ने बताया कि बैठक के दौरान सारण जिले की जन समस्याओं पर चर्चा हुई। इस दौरान मालखाना चौक रोड का पुनर्निर्माण कराने को लेकर आग्रह किया गया। साथ ही साथ लोगों ने कई अन्य समस्याएं उनके समक्ष रखीं।  जिसके बाद सच्चिदानंद राय ने लोगों की समस्याओं को तुरंत निष्पादन के लिए आश्वासन दिया.

उन्होंने कहा कि मालखाना चौक रोड जलजमाव को देखते हुए सड़क का पुनर्निर्माण के लिए तुरन्त कार्य किया जाएगा.

 

 

 

Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय स्नातक तृतीय खंड 2019–22 एवं एवं विशेष परीक्षा के जनरल एनवायरमेंटल स्टडी के पेपर में इतिहास का प्रश्न पूछा गया।  इस मामले को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छपरा ने राजभवन को पत्र लिख कार्यवाही की मांग की है। 

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रवि पांडे ने कहा कि जयप्रकाश विश्वविद्यालय में ऐसी घटना पहली नहीं है। हर साल परीक्षा विभाग में ऐसी भ्रष्टाचार अव्यवस्था देखने को मिलती है।  प्रांत सहमंत्री अपराजित सिंह ने कहा कि परीक्षा विभाग द्वारा छात्रों को पैसा उगाही का जरिया बना लिया गया प्रमोट फेल अब्सेंट के नाम पर पैसा वसूला जाता है और रिजल्ट बनाया जाता है। 

विश्वविद्यालय संयोजक प्रशांत सिंह ने कहा कि परीक्षा विभाग के पदाधिकारी अपने कर्तव्य को पूरा करने में असमर्थ हो चुके हैं।  उन्होंने मांग किया की इस घटना की जांच कर करवाई होनी चाहिए ।

 

भोजपुरी सिने जगत में वुमन पावर को रिप्रेजेंट करने वाली सेंसेशनल एक्ट्रेस और सिंगर अक्षरा सिंह का नया गाना ‘अखियां घायल करे’ आज रिलीज हो गया है, जिसमें वे अपने प्रेमी की अदाओं का बखान कर रही हैं। अक्षरा का यह रोमांटिक गाना उनके फैंस और भोजपुरी म्यूजिक लवर्स को खासा पसंद आ रहा है। इस गाने में अक्षरा की सुरीली आवाज लोगों के दिल तक पहुंच रही है, तो इसका म्यूजिक वीडियो भी बेहद आकर्षक और मनोरंजक बनाया गया है। अक्षरा सिंह के ऑफिशियल यू-ट्यूब चैनल से रिलीज होने के बाद से गाना ‘अखियां घायल करे’ वायरल होना शुरू हो गया है।

गाना गाना ‘अखियां घायल करे’ से एक बार फिर से गीतकार मनोज मतलबी और संगीतकार घुंगरू जी के साथ अक्षरा सिंह की केमिस्ट्री भोजपुरी म्यूजिक इंडस्ट्री में धमाल मचा रही है। इन तीनों ने मिलकर एक से बढ़कर एक गाने बनाए हैं और यह सिलसिला इस गाने के साथ भी जारी रहा है। इस गाने को लेकर अक्षरा सिंह ने कहा कि यह गाना रोमांटिक है और यह यूथ को बेहद पसंद आने वाला है। कलाकार के नाते मैं हर तरह के गाने लेकर आती हूं और लोगों का मनोरंजन करने में विश्वास रखती हूं।

अक्षरा ने कहा कि भोजपुरी म्यूजिक आज तेजी से आगे बढ़ रहा है, जिसमें कलाकारों के साथ-साथ श्रोताओं का भी योगदान बराबर है। उन्होंने कहा कि मैं एक से बढ़कर एक गाने और प्रोजेक्ट भोजपुरी की बेहतरीन और ऑडियंस के मनोरंजन के लिए करना चाहती हूं और इस दिशा में अपने फैंस के प्यार और स्नेह से आगे भी बढ़ रही हूं। अक्षरा ने कहा कि उसी क्रम में मेरा यह गाना भी है। उम्मीद करती हूं सबों को बेहद पसंद आ रही है और आप सभी इसे खूब बड़ा करें।

अक्षरा सिंह के बैक टू बैक धमाकेदार गाने भोजपुरी म्यूजिक इंडस्ट्री के लिए प्रभावकारी साबित हो रहे हैं। उनके फैंस पूछ भी रहे हैं कि क्या उन्हें कोई पसंद आ गया है। इस सवाल का जवाब तो अक्षरा सिंह ही दे सकती हैं, लेकिन फिलहाल हम आपको यह बता रहे हैं कि अक्षरा सिंह का यह गाना भी रिकॉर्ड की ओर बढ़ रहा है। लोग पसंद कर रहे हैं।

उर्वशी रौतेला ने गुजरे जमाने की अदाकारा और पॉप कल्चर आइकॉन परवीन बाबी की बायोपिक साइन की है। रविवार को रौतेला ने इसकी पुष्टि करते हुए इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया। उन्होंने धीरज मिश्रा की लिखी आगामी फिल्म की अधिकृत कहानी का स्क्रीनशॉट साझा किया। अभिनेत्री ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर जानकारी दी कि फिल्म का निर्देशन वसीम एस खान करेंगे और वह मुख्य भूमिका निभाएंगी।

अपनी पोस्ट में अभिनेत्री रौतेला ने बताया कि यह फिल्म न केवल परवीन बाबी के फिल्मी करियर के, बल्कि उनकी पर्नसल लाइफ के बारे में भी बताएगी। साथ ही उनके सुनहरे पलों को पर्दे पर पेश करेगी। पोस्ट के कैप्शन में अभिनेत्री रौतेला लिखा, “बॉलीवुड असफल रहा लेकिन मैं आपको गर्व महसूस करवाऊंगी परवीन बाबी। ऊं नम: शिवाय। वाकई ये नया सफर जादुई है।’’

अभिनेत्री उर्वशी रौतेला ने परवीन बाबी की एक बायोपिक के लिए कान फिल्म फेस्टिवल 2023 में एक फोटोकॉल लॉन्च में शिरकत की थी, लेकिन बहुतों ने इस पर विश्वास नहीं किया। उर्वशी को आखिरी बार रणदीप हुड्डा के साथ इंस्पेक्टर अविनाश में देखा गया था।

ओडिशा ट्रेन हादसे के बाद पूरा देश हतप्रभ है। बालासोर में बहनागा बाजार स्टेशन के पास तीन ट्रेनों के बीच भीषण दुर्घटना में 275 लोगों की मौत हो गई और 900 से अधिक गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हादसे को लेकर फिल्म अभिनेता सोनू सूद ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त की और पीड़ितों के परिवारों के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है। उन्होंने सरकारों से इस संबंध में कुछ ठोस कदम उठाने की मांग की।

सोनू सूद ने अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए और दुर्घटना पीड़ितों के परिवारों के लिए प्रार्थना करते हुए एक वीडियो ट्वीट किया । इस वीडियो के जरिए सोनू ने यह चिंता भी जताई है कि सरकार के मुआवजे के बाद इन लोगों का क्या होगा। उन्होंने लिखा, “हम एक ट्वीट करते हैं, अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं और फिर अपने काम में लग जाते हैं, लेकिन उनका क्या जो अपना घर छोड़कर दूसरे शहर में अपने परिवार का पेट भरने के लिए चले जाते हैं? आज कई परिवार उजड़ गए हैं, क्या वे फिर से मजबूती से खड़े हो पाएंगे?” इतना ही नहीं इस वीडियो से सोनू ने लोगों और सरकार से एक गुजारिश भी की है। सोनू ने कहा कि, ‘मेरी सभी से गुजारिश है कि इस तस्वीर को बदलने के लिए कुछ करें। राज्य सरकार और केंद्र सरकार को इस संबंध में अभी कुछ ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में होने वाले हादसों से बचा जा सके और हमें सबक मिले।”

मराठी फिल्म जगत में अपने अभिनय से एक अलग पहचान बनाने वाली सुलोचना लटकर का निधन हो गया है। उन्होंने 94 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। कुछ दिन पहले उनकी तबीयत खराब हुई थी। उसके बाद उन्हें दादर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। सुलोचना दीदी की मौत ने मराठी फिल्म जगत को झकझोर कर रख दिया है। दीदी के निधन की खबर सामने आते ही मराठी और हिंदी फिल्म जगत की कई मशहूर हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।

दीदी कुछ दिनों से सांस की बीमारी से पीड़ित थीं। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इससे पहले मार्च में जब सुलोचना दीदी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, तब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सुलोचना दीदी के इलाज का सारा खर्च मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से देने का निर्देश दिया था।

सुलोचना दीदी का जाना मराठी दर्शकों के लिए एक सदमा है। न केवल मराठी में बल्कि हिंदी फिल्म जगत में भी उन्होंने अपने अभिनय से दर्शकों के दिलों पर राज किया। उनके जाने से फैंस पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।

दीदी के फिल्मी करियर की बात करें तो उन्होंने मराठा तितुका मेळवावा, मोलकरीण, बाळा जो जो रे, सांगते ऐका, सासुरवास, वहिनीच्या बांगड्या जैसी कई मराठी फिल्मों में काम किया। इसके अलावा उन्होंने ये दिन बहार के, कटी पतंग, नाटक, चिराग, संबंध जैसी हिंदी फिल्मों में काम किया।

नई दिल्ली, 4 जून (हि.स.)। रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने रविवार को कहा कि ओडिशा के बालासोर में हुई रेल दुर्घटना मामले की जांच रेलवे बोर्ड ने सीबीआई को सुपुर्द करने की सिफारिश की है।

इस हादसे में अब तक 275 लोगों की मौत हो चुकी है और 1000 से अधिक घायल हैं।

पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय मंत्री ने बताया कि हादसे से जुड़ा बचाव कार्य पूरा हो चुका है और घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। रेलवे पटरी को बिछल्ल का काम पूरा हो चुका है। अब ऊपर बिजली के तार बिछाने का काम चल रहा है।

इसी दौरान उन्होंने कहा कि जिस तरह से घटनाक्रम हुआ, परिस्थितियों को देखते हुए और प्रशासनिक जानकारी के साथ रेलवे बोर्ड ने सीबीआई जांच की सिफारिश की है।

उल्लेखनीय है कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव दुर्घटना स्थल पर 2 दिन से मौजूद हैं। बचाव कार्य के बाद अब दुर्घटना स्थल पर रेस्टोरेशन का काम चल रहा है।

इस मामले में अश्विनी वैष्णव ने बताया था कि दुर्घटना इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव की वजह से हुई थी।

पटना, 4 जून (हि.स.)। बालासोर ट्रेन एक्सीडेंट को लेकर बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने केन्द्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि इस ट्रेन हादसे ने केन्द्र सरकार के सभी दावों की पोल खोल दी है। पटना में रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे तेजस्वी यादव ने बालासोर ट्रेन एक्सीडेंट के लिए जिम्मेदार केंद्र सरकार और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को ठहराते हुए हादसे में मारे गए लोगों के प्रति संवेदनाएं जतायी।

तेजस्वी यादव ने कहा कि हादसे की जो तस्वीरें सामने आई हैं, वह देखकर कलेजा फटने लगता है। बच्चों, महिलाओं, जवान और बुजुर्ग यात्रियों की मौत हुई है। केंद्र सरकार लगातार यह दावे करती रही है कि उन्होंने रेलवे में सेफ्टी को लेकर बहुत काम किया है लेकिन इस हादसे में यह सारे दावे पूरी तरह से गलत साबित हो गये हैं।

उन्होंने कहा कि हमें इसका बहुत दुख है। इस घटना में लापरवाही हुई है। इसकी जिम्मेवारी तय होनी चाहिए और जल्द से जल्द इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा इस घटना में बिहार के कई लोग घायल हुए हैं। सारी जानकारी ली जा रही है और इसके बाद बिहार सरकार निर्णय लेगी कि आगे क्या करना है।

तेजस्वी यादव ने बिहार से जुड़े रेल मंत्रियों का जिक्र करते हुए कहा कि रामविलास पासवान रेल मंत्री रहे। लालू और नीतीश भी रेल मंंत्री रह चुके हैं। उस समय इतना प्राइवेटाइजेशन नहीं था। आज रेलवे का प्राइवेटाइजेशन पर इतना जोर है कि बाकी चीजों को दरकिनार कर दिया गया है।

Chhapra:  यात्री जनता की सुविधा के लिये रेलवे प्रशासन ने 15028/15027 गोरखपुर- हटिया-गोरखपुर मौर्या एक्सप्रेस गाड़ी को तत्काल प्रभाव से 04 जून ,2023 से दाउदपुर स्टेशन पर प्रायोगिक ठहराव प्रदान किया गया है ।

फलस्वरूप आज 04 जून,2023 से गाड़ी सं-15028 गोरखपुर-हटिया मौर्या एक्सप्रेस ने दाउदपुर स्टेशन पर 10.38 बजे पहुंचकर दो मिनट के ठहराव लेकर 10.40 बजे प्रस्थान किया । इसी प्रकार वापसी यात्रा में गाड़ी संख्या 15027 हटिया- गोरखपुर मौर्या एक्सप्रेस गाड़ी दाउदपुर स्टेशन पर 12.04 बजे पहुंचकर दो मिनट का ठहराव लेकर 12.06 बजे प्रस्थान किया ।

यात्रियों की सुविधा एवं माँग पर पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन द्वारा गाड़ी सं-15028/15027 गोरखपुर-हटिया-गोरखपुर मौर्या एक्सप्रेस गाड़ी को 04 जून,2023 से सीवान-छपरा रेल खण्ड पर स्थित दाउदपुर रेलवे स्टेशन पर अतिरिक्त ठहराव दिया गया है ।

रविवार को महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिगरीवाल ने हरी झंडी दिखा कर मौर्य एक्स्प्रेस को रवाना किया। 

 

 

 

पटना, 04 जून (हि.स.)। बिहार में खगड़िया जिले के परबता प्रखंड अन्तर्गत अगुवानी-सुल्तानगंज के बीच गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल का तीन पाया रविवार को नदी में समा गया। खगड़िया की तरफ के निर्माणाधीन पुल के अचानक गिरने से अफरा-तफरी मच गयी।

खगड़िया के अगवानी से सुल्तानगंज तक करीब तीन किलोमीटर से ज्यादा लंबी इस पुल को एसपी सिंगला कंपनी बना रही है। उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाले इस पुल का तीन पाया ध्वस्त हो गया। 1,711 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा यह पुल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल था। स्थानीय लोगों ने बताया कि अगवानी घाट पुल बनाने में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा था। यह पुल भ्रष्टाचार की कहानी चीख-चीख कर बयां कर रही है। पुल का स्ट्रक्चर गिरने के दौरान कई लोगों की जान बाल-बाल बच गई है।

वर्ष 2014 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका शिलान्यास किया था। इसके बाद 2016 में अगुवानी सुल्तानगंज गंगा ब्रिज का निर्माण शुरू हुआ था। इससे पहले जब नितिन नवीन पथ निर्माण मंत्री थे तब यह पुल गिरा था। इस पुल के चालू हो जाने से उत्तर बिहार के कई जिलों की दूरी कम हो जाती। सितंबर 2015 में पुल और एप्रोच पथ का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। पूर्व में पुल का निर्माण कार्य नवम्बर 2019 में पूरा करने का डेडलाइन था, जिसे बढ़ाकर जुलाई 2021 किया गया था। अब 2023 के अंत तक पुल के पूरा होने की संभावना व्यक्त की जा रही थी।

कोलकाता, 4 जून (हि.स.)। रेलवे ने ओडिशा के बालेश्वर के पास हुई रेल दुर्घटना की उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी है। दक्षिण पूर्व रेलवे के सुरक्षा आयुक्त की निगरानी में यह जांच हो रही है। प्रारंभिक तौर पर दावा किया जा रहा है कि सिग्नल की समस्या की वजह से यह दुर्घटना हुई है।

रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अप मेन लाइन में ग्रीन सिग्नल दिया गया था लेकिन ट्रेन उस पटरी पर न जाकर बगल में लूप लाइन पर खड़ी मालगाड़ी वाली पटरी पर चढ़ कर टकरा गई, जिसकी वजह से कोरोमंडल एक्सप्रेस बेपटरी होकर दुर्घटनाग्रस्त हुई। यह भी पता चला है कि डाउन लाइन से सर एम विश्वेश्वरैया हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस बालेश्वर की ओर जा रही थी। उस ट्रेन के दो डिब्बे पटरी से उतर गए थे।

ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि मेन लाइन पर ग्रीन सिग्नल होने के बावजूद ट्रेन लूप लाइन पर कैसे गई। दावा किया जा रहा है कि सिग्नल देने में समस्या हुई थी जिसकी वजह से दुर्घटना हुई है। बहरहाल रेलवे की ओर से भी अंतरिम रिपोर्ट जारी होने का इंतजार किया जा रहा है।

इस बीच शुक्रवार शाम 7:00 बजे के करीब दुर्घटना के बाद से ही दक्षिण भारत की ओर जाने वाली सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। यहां तक कि दिल्ली, मुंबई और अन्य क्षेत्रों से भी पुरी आने वाली ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है। ऐसे में रेल सेवाएं कब तक सामान्य होंगी, इसे लेकर भी लगातार सवाल पूछे जा रहे हैं।

रेलवे के एक अधिकारी ने रविवार सुबह बताया कि मंगलवार से पहले ट्रेन सेवाएं सामान्य होने की संभावना नहीं है। दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी आदित्य कुमार ने बताया कि दुर्घटना के बाद रेल सेवाएं सामान्य करने के लिए एक हजार मजदूरों को मौके पर लगाया गया है। सात पोकलेन मशीनें काम कर रही हैं। दो एआरटी दुर्घटनास्थल पर मौजूद हैं। 1400 टन का रेलवे क्रेन भी लगातार काम कर रहा है। तीन रोड क्रेन काम कर रहे थे और रात को एक और रोड क्रेन को लगाया गया है।

पटरी को दोबारा सामान्य कर रेल यातायात सुचारू करने के लिए कोशिशें हो रही हैं लेकिन सबकुछ पहले की होने के बाद भी तकनीकी जांच में वक्त लगेगा। काम ठीक से हुआ है या नहीं, इस पर फिर ट्रेन चलाने से कोई दुर्घटना तो नहीं होगी, इसकी जांच पुख्ता करने के बाद ही सेवाएं सामान्य की जा सकेंगी। इसलिए मंगलवार से पहले इसके सामान्य होने की संभावना नहीं है। तब तक दक्षिण भारत जाने वाली सभी ट्रेनों को रद्द रखना ही पड़ेगा।

भोपाल, 4 जून (हि.स.)। खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए आज (रविवार) की शाम बेहद खास होने जा रही है। इस दौरान वट पूर्णिमा का चांद जहां पूर्व दिशा में स्ट्राबेरी मून के साथ चमक रहा होगा तो पश्चिम दिशा में शुक्र (वीनस) अपनी चमक बढ़ाए हुये सूर्य के साथ सबसे अधिक कोणीय दूरी पर रहेगा। अर्थात् स्ट्राबेरी मून आसमान में चमकते हुए वीनस का मुकाबला करता नजर आएगा।

नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने इन खगोलीय पिंडों की जानकारी देते हुए बताया कि पश्चिमी देशों में पूर्णिमा के इस चंद्रमा को स्ट्राबेरी के पकने के आरंभ होने के समय को देखते हुए स्ट्राबेरी मून नाम दिया गया है। कुछ देशों में इसे हॉट मून, रोज़ मून, मीड मून कहा जाता है। उन्होंने बताया कि पूर्णिमा का चांद महीने के बदलने और मौसम की जानकारी का समय बताने के लिए आकाशीय घड़ी के रूप में उपयोग किया जाता रहा है।

सारिका ने बताया कि आज शाम को पश्चिमी आकाश में चमकता दिखने वाला वीनस इस साल के लिये पृथ्वी से देखने पर सूर्य से सबसे अधिक कोणीय दूरी पर पहुंचेगा। यह इस समय माइनस 4.3 के मैग्निट्यूड से चमकेगा। यह खगोलीय घटना वीनस एट ग्रेटेस्ट इलोंगेशन कहलाती है, जिसमें इसकी डिस्क का आधा भाग सूर्य के प्रकाश से चमचमाता दिखेगा। उन्होंने बताया कि वीनस कुछ दिन पहले ही क्षितिज से इसके सबसे अधिक एल्टीट्यूड 42 डिग्री पर पहुंचा है। इसके बाद भी वीनस अपनी चमक बढ़ाता रहेगा और नौ जुलाई को यह सबसे चमकदार होगा।

सारिका ने बताया कि अगले साल स्ट्राबेरी मून 22 जून 2024 को होगा तो वहीं वीनस एट ग्रेटेस्ट इलोंगेशन की यह घटना 10 जनवरी 2025 को देखी जा सकेगी।