नई दिल्ली, 1 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय सूचना सेवा की वरिष्ठ अधिकारी शेफाली बी. शरण ने सोमवार को प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) के प्रधान महानिदेशक का पदभार संभाल लिया। शेफाली शरण 1990 बैच की अधिकारी हैं।

तीन दशक से अधिक के शानदार करियर के दौरान शेफाली बी शरण ने वित्त मंत्रालय, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, सूचना और प्रसारण मंत्रालय जैसे मंत्रालयों के लिए प्रेस सूचना ब्यूरो अधिकारी के रूप में मीडिया प्रचार कार्यभार संभाला है। उन्होंने भारत के चुनाव आयोग के प्रवक्ता के रूप में भी काम किया है।

Chhapra: बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है। इसी कड़ी में सोमवार को राजद सुप्रीमो लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने चुनाव अभियान की शुरुआत की। सोनपुर स्थित बाबा हरिहरनाथ मंदिर में सोमवार को सारण लोकसभा सीट से राजद प्रत्याशी डॉ रोहिणी आचार्य ने पूजा अर्चना की इसके साथ ही उन्होंने लोकसभा  चुनाव अभियान की शुरुआत की।

पूजन के दौरान उनके साथ उनके पिता व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, माँ पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी,  बहन मीसा भारती, MLC सुनील सिंह, राजद नेता प्रीतम यादव, आशीष चंद्रवंशी समेत कार्यकर्ता उपस्थित थें।

 

 

 

#RohiniAcharya #RJD #RJDBihar #Loksabha #LokSabhaElections2024

 

आज का पंचांग
दिनांक 01/04 /2024 सोमवार
चैत्र कृष्णपक्ष सप्तमी
रात्रि 09:09 उपरांत अष्टमी
विक्रम सम्वत :2080
नक्षत्र : मूल
रात्रि 11:12 उपरांत पूर्वाषाढ़
चन्द्र राशि धनु
सूर्योदय 05:41 सुबह
सूर्यास्त :06:06 संध्या
चंद्रोदय :12:15 रात्रि( 02 अप्रेल 24 )
चंद्रास्त 10:10 सुबह
लगन :मीन 06:20 सुबह उपरांत
मेष लगन
ऋतू : बसंत
चौघडिया,
दिन चौघड़िया:
अमृत 05:41 सुबह 07:14 सुबह
काल 07:14 सुबह 08:47 सुबह
शुभ 08:47 सुबह 10:20 सुबह
रोग 10:20 सुबह11:53 दोपहर
उद्देग 11:53 दोपहर 01:27 दोपहर
चर 01:27 दोपहर 03:00 दोपहर,
लाभ 3:00 दोपहर 04:33 संध्या
अमृत 04:33 संध्या 06:06 संध्या
राहुकाल
सुबह 07:14 से 08:47 संध्या
अभिजित मुहूर्त
सुबह 11 :30 से 12:18 दोपहर
दिशाशूल पूर्व
यात्रा विचार :आज कही यात्रा पर जाने के पहले दर्पण में चेहरा देखकर यात्रा करे यात्रा पूर्ण होगा.

आज का राशिफल

मेष (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। भेंट व उपहार देना पड़ सकते हैं। बेवजह तनाव रह सकता है। सिर में चोट लग सकती है। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। घर में अतिथियों का आगमन होगा।
लकी नंबर 2 लकी कलर महरुम

वृष (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
जल्दबाजी से चोट लग सकती है। कुसंगति से बचें। कोई अप्रत्याशित खर्च सामने आएगा। कर्ज लेना पड़ सकता है। असमंजस की स्थिति बनेगी। लेन-देन में जल्दबाजी व लापरवाही न करें। भावनाओं को वश में रखें।
लकी नंबर 9 लकी कलर पिला

मिथुन (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। मित्रों तथा पारिवारिक सदस्यों के साथ समय सुखमय व्यतीत होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा।
लकी नंबर 3 लकी कलर केशरी

कर्क(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
किसी भी व्यक्ति के उकसाने में न आएं। बातचीत में संयम रखें। शत्रुता में कमी रहेगी। स्थायी संपत्ति की खरीदी-बिक्री की योजना बनेगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। पार्टनरों तथा मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा।
लकी नंबर 7 लकी कलर सफेद

सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
यात्रा लंबी तथा मनोरंजक रह सकती है। अप्रत्याशित लाभ के योग हैं। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। जीवन सुखमय व्यतीत होगा। प्रसन्नता तथा उत्साह से ओत-प्रोत रहेंगे।
लकी नंबर 5 लकी कलर गुलाबी

कन्या (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
ऐश्वर्यादि पर खर्च होगा। यश बढ़ेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नए काम मिल सकते हैं। आर्थिक वृद्धि के लिए योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। नौकरी में जवाबदारी बढ़ सकती है।
लकी नंबर 8 लकी कलर हरा

तुला (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। सृजनशीलता का विकास होगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। व्यापार-व्यवसाय सुखद रहेगा। जल्दबाजी न करें। शारीरिक कष्ट संभव है।
लकी नंबर 4 लकी कलर भुरा

वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
शत्रु पीठ पीछे षड्यंत्र रच सकते हैं। प्रियजनों के साथ रिश्तों में खटास आ सकती है। विवाद को बढ़ावा न दें। दूर से दु:खद समाचार मिल सकता है। पुराने रोग को नजरअंदाज न करें।
लकी नंबर 6 लकी कलर लाल

धनु(ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य संबंधी चिंता रहेगी। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। परिवार में कोई मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा।
लकी नंबर 7 लकी कलर आसमानी

मकर (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
सुख के साधन जुटेंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। मित्रों का साथ मिलेगा। प्रयास सफल रहेंगे। किसी विवाद में विजय मिल सकती है। सामाजिक काम करने का मन बनेगा। पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
लकी नंबर 1 लकी कलर बैगनी

कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
विवेक से कार्य करें, लाभ होगा। किसी धार्मिक स्थल के दर्शन का कार्यक्रम बन सकता है। मित्रों से भेंट होगी। किसी प्रभावशाली व्यक्ति का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। जीवनसाथी की चिंता रहेगी।
लकी नंबर 9 लकी कलर संतरी

मीन(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें। अनहोनी की आशंका निर्मूल नहीं हो सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। दूसरों के मामलों में हाथ न डालें। लेन-देन में जल्दबाजी न करें।
लकी नंबर 2 लकी कलर नीला

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष , वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ 8080426594/9545290847

मूर्ख दिवस (1 अप्रैल) पर विशेष

योगेश कुमार गोयल

‘मूर्ख दिवस’ मनाने की परम्परा कब, कैसे और कहां प्रचलित हुई, इस बारे में दावे के साथ तो कुछ नहीं कहा जा सकता पर माना यही जाता है कि इस परम्परा की शुरूआत फ्रांस में 16वीं सदी के उत्तरार्द्ध में हुई थी। माना जाता है कि एक अप्रैल 1564 को फ्रांस के राजा ने मनोरंजक बातों के जरिये एक-दूसरे के बीच मैत्री और प्रेम भाव की स्थापना के लिए एक सभा का आयोजन कराया था। उसके बाद निर्णय लिया गया कि अब से हर वर्ष इसी दिन ऐसी ही सभा का आयोजन होगा, जिसमें सर्वाधिक मूर्खतापूर्ण हरकतें करने वाले व्यक्ति को ‘मास्टर ऑफ फूल’ की उपाधि से सम्मानित किया जाएगा। इस सभा में शिरकत करने वाले व्यक्ति अनोखी और विचित्र वेशभूषाएं धारण करके अपनी अजीबोगरीब हरकतों से उपस्थित जनसमूह का मनोरंजन किया करते थे और सर्वाधिक मूर्खतापूर्ण हरकत करने वाले व्यक्ति को ‘मूर्खों का अध्यक्ष’ चुना जाता था, जिसे ‘बिशप ऑफ फूल्स’ की उपाधि से नवाजा जाता था। इस सभा के बाद ‘गधा सम्मेलन’ का भी आयोजन होता था, जो करीब एक सप्ताह चलता था। सम्मेलन में लोग अपने चेहरे पर गधे के मुंह की आकृति के मुखौटे लगाकर गधे की आवाज निकालते थे। इस दिन वहां कर्मचारी, अधिकारी सभी एक-दूसरे का मजाक उड़ाने को स्वतंत्र होते थे।

यह भी मान्यता है कि 1564 में फ्रांस के सम्राट चार्ल्स के आदेश पर लागू हुए ग्रेगेरियन कैलेंडर के अनुसार नए साल की शुरूआत 1 जनवरी से की जाने लगी जबकि उससे पूर्व चूंकि वर्ष में सिर्फ 9 ही महीने होते थे, अतः नया साल 1 अप्रैल से ही शुरू होता था लेकिन ग्रेगेरियन कैलेंडर लागू किए जाने के बाद भी जो लोग 1 अप्रैल को ही नव वर्ष के रूप में मनाते रहे, दूसरे लोगों ने उनका मजाक उड़ाना शुरू कर दिया और इस तरह 1 अप्रैल को ‘मूर्ख दिवस’ के रूप में मनाए जाने की परम्परा शुरू हो गई। कुछ पश्चिमी राष्ट्रों में वे लोग, जो जूलियन कैलेंडर के अनुसार नए साल की शुरूआत 25 मार्च से मानते हैं, वे वसंत के आगमन के साथ ही नए साल के आने की खुशियां मनाते हैं और एक सप्ताह तक चले इन मनोरंजक कार्यक्रमों का समापन वे 1 अप्रैल को ही करते हैं। ‘एनसाइक्लोपीडिया ऑफ रिलीजन’ तथा ‘एनसाइक्लोपीडिया ऑफ ब्रिटानिका’ के अनुसार भी एक अप्रैल को ‘मूर्ख दिवस’ मनाने का सीधा संबंध वसंत के आगमन से ही है, जब प्रकृति मनुष्य को अपने अनियमित मौसम से मूर्ख बनाती है।

कुछ लोग अप्रैल फूल मनाने की परम्परा की शुरूआत इटली से हुई मानते हैं। प्राचीन समय से ही इटली में एक अप्रैल को एक मनोरंजन उत्सव मनाया जाता है, जिसमें स्त्री-पुरूष सभी जमकर शराब पीते हैं और नाच-गाकर खूब हुड़दंग मचाते हैं। रात के समय दावतों का आयोजन भी किया जाता है। यूरोप के कुछ देशों में भी प्राचीन काल से ही ‘मूर्ख दिवस’ मनाए जाने का उल्लेख मिलता है। कहा जाता है कि इस दिन वहां मालिक नौकर की और नौकर मालिक की भूमिका अदा करता था और नौकर इस दिन मालिक से अपने मनचाहे काम कराते थे, जिन्हें मालिक भी बिना किसी विरोध के खुशी-खुशी किया करते थे।

यूनान में ‘मूर्ख दिवस’ की शुरूआत कैसे हुई, इस संबंध में कई किस्से प्रचलित हैं। ऐसे ही एक किस्से में कहा जाता है कि यूनान में एक व्यक्ति को खुद की बुद्धि और चतुराई पर बहुत घमंड था। वह बुद्धिमानी और चतुराई के मामले में अपने बराबर दुनिया में किसी को कुछ नहीं समझता था। एक बार उसके कुछ दोस्तों ने उसे सबक सिखाने का निश्चय किया और उससे कहा कि मध्य रात्रि के समय पहाड़ की चोटी पर आज देवता अवतरित होंगे और वहां जितने भी लोग उपस्थित होंगे, उन्हें वह मनचाहा वरदान देंगे। अपने दोस्तों की बात पर विश्वास करके वह अगले दिन सुबह होने तक पहाड़ की चोटी पर देवता के प्रकट होने का इंतजार करता रहा और जब निराश होकर वापस लौटा तो दोस्तों ने उसका खूब मजाक उड़ाया। जिस दिन यह घटना हुई, उस दिन पहली अप्रैल थी। माना जाता है कि तभी से यूनान में एक अप्रैल को लोगों को मूर्ख बनाने की परम्परा शुरू हुई।

स्कॉटलैंड में अप्रैल फूल को ‘अप्रैल गोक’ कहा जाता है, जिसका अर्थ है पपीहा और पपीहा को यहां बुद्धूपन का प्रतीक माना गया है। इस अवसर पर लोग यहां कई प्रकार की मनोरंजक व आश्चर्यजनक अफवाहें उड़ाते हैं, जिन पर लोगों को आसानी से विश्वास भी हो जाता है। आज तो दुनिया के बड़े-बड़े टी. वी. चैनल और प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाएं भी अपने दर्शकों व पाठकों के साथ 1 अप्रैल को ऐसी हंसी-ठिठौली करने में पीछे नहीं रहते।

(लेखक, स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं।)

नई दिल्ली, 31 मार्च (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को उनके आवास पर जाकर भारत रत्न से सम्मानित किया। इस अवसर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी उपस्थित रहे।

राष्ट्रपति कार्यालय से सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी गई। इसके अनुसार राष्ट्रपति ने लालकृष्ण आडवाणी को उनके आवास पर जाकर भारत रत्न प्रदान किया। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह और आडवाणी के परिवार के सदस्य उपस्थित थे।

एक दिन पहले यानी शनिवार को राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन में दो पूर्व प्रधानमंत्रियों चौधरी चरण सिंह एवं पीवी नरसिम्हा राव और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर एवं वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया। इन विभूतियों के स्वजनों ने राष्ट्रपति से भारत रत्न सम्मान प्राप्त किया।

आडवाणी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और नानाजी देशमुख के बाद ये सम्मान पाने वाले भाजपा एवं संघ परिवार से जुड़े तीसरे व्यक्ति हैं। आडवाणी ने सात दशक से अधिक समय तक अटूट समर्पण और असाधारण कौशल के साथ देश की सेवा की है। वर्ष 1927 में कराची में जन्मे आडवाणी 1947 में विभाजन की पृष्ठभूमि में भारत चले आए। सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के अपने दृष्टिकोण के साथ उन्होंने पूरे देश में दशकों तक कड़ी मेहनत की और सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य में परिवर्तन किया।

एक सांसद के रूप में संवाद पर उनकी आस्था ने संसदीय परंपराओं को समृद्ध किया। गृह मंत्री तथा उप प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने सदैव राष्ट्र हित को सर्वोपरि रखा, जिससे उन्हें दलगत सीमाओं से परे जा कर लोगों ने सम्मान और प्रशंसा प्रदान की। भारत के सांस्कृतिक पुनरुत्थान के लिए उनके लंबे और अथक संघर्ष की परिणति 2024 में अयोध्या में श्रीराम मंदिर के पुनर्निर्माण के रूप में हुई। वे स्वतंत्रता के बाद के उन गिने-चुने राजनीतिक नेताओं में हैं जो राष्ट्रीय प्राथमिकताओं को नया स्वरूप देने और देश को विकास-पथ पर आगे ले जाने में सफल रहे। उनकी उपलब्धियां भारत की सहज प्रतिभा और समावेशी परंपराओं को सर्वोत्तम अभिव्यक्ति प्रदान करती हैं।

पटना, 31 मार्च (हि.स.)। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है। बीएसईबी के अध्यक्ष आनंद किशोर ने रविवार को समिति के सभागार में 10वीं का रिजल्ट जारी किया है। मैट्रिक की परीक्षा में इस बार 16 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। अभ्यर्थी बोर्ड की वेबसाइट https:sebmatric.org एवं http://results.biharboardonline.com पर रिजल्ट देख सकते हैं।

बिहार बोर्ड की मैट्रिक की परीक्षा में 16.94 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिसमें 13 लाख 79 हजार 542 परीक्षार्थी पास हुए हैं। परीक्षा में कुल 82.91 फीसदी छात्र-छात्रा सफल हुए हैं। 04 लाख 52 हजार 302 छात्र-छात्राएं फर्स्ट डिवीजन से पास हुए हैं। मैट्रिक की परीक्षा में टॉप टेन में 51 स्टूडेंट शामिल है। द्वितीय श्रेणी में कुल 5,24,965 अभ्यर्थी सफल हुए है। इसमें छात्रों की संख्या 2,52,121 और छात्राओं की संख्या 2,27,844 है। तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण होने वाले 3,80,732 अभ्यर्थी हैं। इसमें छात्रों की संख्या 1,66,093 और छात्राओं की संख्या 2,14,639 है।

पूर्णिया के शिवांकर को मिले 489 अंक

मैट्रिक की परीक्षा में पूर्णिया के रहने वाले शिवांकर कुमार फर्स्ट टॉपर बने हैं। शिवांकर ने कुल 489 मार्क्स हासिल किए हैं। समस्तीपुर के रहने वाले आदर्श कुमार सेकंड टॉपर बने हैं। आदर्श कुमार को 488 अंक हासिल हुए हैं। जमुई स्थित सिमुलतला विद्यालय के स्टूडेंट आदित्य कुमार थर्ड टॉपर बने हैं। उन्हें 486 अंक हासिल हुए हैं। थर्ड टॉपर में कुल चार स्टूडेंट शामिल हैं।

पटना (बिहार), 31 मार्च (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चार अप्रैल को बिहार के जमुई जिले में आयेंगे। प्रधानमंत्री जमुई के खैरा प्रखंड अंतर्गत नरियाना पुल के समीप खाली भूखंड पर चुनावी सभा को संबोधित कर लोकसभा चुनाव के पहले चरण में एनडीए के जीत का शंखनाद करेंगे।

भाजपा के जिलाध्यक्ष कन्हैया कुमार सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी निर्धारित कार्यक्रम के तहत एनडीए उम्मीदवार अरुण कुमार भारती के समर्थन में जमुई जिले के खैरा प्रखंड अंतर्गत नरियाना पुल के समीप खाली भूखंड पर चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। चुनावी सभा के बाद वे अन्यत्र स्थान के लिए रवाना होंगे।

उल्लेखनीय है कि एनडीए समर्थित लोजपा रामविलास के उम्मीदवार अरुण कुमार भारती का चुनावी मुकाबला महागठबंधन समर्थित राजद प्रत्याशी अर्चना कुमारी से है। पीएम मोदी अरुण कुमार भारती के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन भी अलर्ट है।

अररिया,31 मार्च(हि.स.)। जोगबनी सीमा से सटे पड़ोसी देश नेपाल के कोशी प्रदेश में पुरातत्व विभाग की खुदाई में महाभारतकालीन भवन के अवशेष मिले हैं जो दो हजार दो सौ वर्ष पुराना बताया जाता है।कोशी प्रदेश अंतर्गत झापा जिले के भद्रपुर नगरपालिका वार्ड संख्या तीन के पृथ्वीनगर स्थित महाभारतकालीन कीचकवध स्थल पर पांच भवन की संरचना होने की पुष्टि की गयी है।उक्त स्थान मे पुरातत्व विभाग के द्वारा की गई खुदाई के बाद इसकी पुष्टि हुई है ।

पुरातत्वविद उद्धव आचार्य ने इस संदर्भ मे जानकारी देते हुए कहा कि उत्खनन स्थल के उत्तर पूर्व मे एक बहुमंजिल बड़ा भवन, इस भवन के दक्षिण मे एक और भवन, उसी भवन के उत्तर पश्चिम मे सेना का निवास के आकार का एक भवन के साथ इस भवन के कुछ पश्चिम दक्षिण मे एक अन्य बहुमंजिला भवन मिला है।वही इन सभी चार भवन के दक्षिण मे करीब दो सौ फीट की दूरी मे दो तल का एक और भवन सुरक्षाकर्मी के प्रमुख व सुरक्षाकर्मी के लिए बने मिले हैं।इस तरह कुल पांच भवन का संरचना मिला है।

पुरातत्वविद आचार्य के अनुसार इस स्थल के मूल भवन का उत्खनन का कार्य एक वर्ष मे पूरा होगा, क्योंकि जितनी गहराई तक खुदाई हो रही है तब तक उस स्थान का ऐतिहासिकता बुद्धकाल से भी आगे का मिल रहा है। उत्खनन हो रहे क्षेत्र मे पेड़ की कटाई , कीचक को मारने की मूर्ति स्थानान्तरण करने, कीचकवधस्थल के अंदर अन्य कार्य होने के कारण उत्खनन मे समय लगने की बात कही।

पुरातत्व विभाग के द्वारा इससे पूर्व कीचकवध में खुदाई का काम विक्रम संवत 2058 अर्थात 22 वर्ष पहले किया गया था।उस खुदाई कार्य का भी नेतृत्वकर्ता पुरातत्वविद उद्धव आचार्य ही थे। इससे पहले विक्रम संवत 2035 मे मेची बहुमुखी कैंपस के इतिहास के प्राध्यापक घनश्याम खनाल की अगुवाई मे उत्खनन कार्य हुआ था।महाभारत काल मे विराट राजा के सेनापति एवं साला कीचक ने द्रौपदी का सतीत्व लूटने का धृष्टता करने पर भीम के द्वारा इसी स्थान पर कीचक वध किया गया था।

Chhapra: रेल पुलिस ने 23 साल से फरार कुर्की वांरटी को गिरफ्तार किया है।

छपरा रेल थाना कांड सं0-35/2001 में धारा-379/411 भा0द0वि0 के फरार कुर्की वारंटी श्रवण कुमार सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार अभियुक्त कटरा नवाजी टोला का निवासी है जिसे गुप्त सूचना के आधार पर उसके घर से गिरफ्तार किया गया है।

Chhapra: मढ़ौरा प्रखंड अंतर्गत पदस्थापित प्रखंड शिक्षक राकेश प्रसाद के विरुद्ध जनप्रतिनिधीगण के राजनीतिक गतिविधी के अवसर पर उपस्थित रहने की शिकायत प्राप्त हुई।

सरकारी सेवक के रूप में उनका आचरण प्रभावी आदर्श आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन है। आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर श्री प्रसाद के विरुद्ध मढ़ौरा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। लोकसभा आम निर्वाचन की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता प्रभावी है।

नई दिल्ली, 30 मार्च (हि.स.)। चालू वित्त वर्ष 2023-24 को समाप्त होने में एक दिन शेष बचे हैं। यदि आपने आकलन वर्ष 2021-22, 2022-23 और 2023-24 के लिए अद्यतन (अपडेटेड) आयकर रिटर्न (आईटीआर) अबतक नहीं दाखिल किया है, तो 31 मार्च, 2024 तक अपना अपडेटेड आईटीआर (आईटीआर-यू) आप दाखिल कर सकते हैं।

आयकर विभाग ने शनिवार को को ‘एक्स; पोस्ट पर जारी एक बयान में कहा कि अपडेटेड आईटीआर दाखिल करने की अतिम तिथि 31 मार्च, 2024 तक है। विभाग के मुताबिक आकलन वर्ष 2021-2022 के साथ निर्धारण वर्ष 2022-23 और निर्धारण वर्ष 2023-24 के लिए अपना अद्यतन आईटीआर भी आप 31 मार्च, 2024 तक दाखिल कर सकते हैं।

विभाग ने करदाताओं से अपील कर कहा है कि अवसर समाप्त होने से पहले इसका लाभ उठाएं, अपनी अपडेटेड रिटर्न आज ही दाखिल करें। इसके साथ ही आयकर विभाग ने कहा है कि आकलन वर्ष 2021-23, 2022-23 और 2023-24 के लिए आप अपडेटेड आईटीआर फाइल कर सकते हैं। आयकर विभाग ने करदाताओं से अपील करते हुए कहा कि समय पर आईटीआर दाखिल कर आप बाद में उच्च कर का भुगतान करने से खुद को बचा सकते हैं। इसलिए देर न करें, आज ही फाइल करें!

उल्लेखनीय है कि आयकर विभाग ने इस प्रोविजन को 2022 के फाइनेंस एक्ट में शामिल किया था। इसके तहत जो टैक्सपेयर्स वित्त वर्ष 2020-21 का आईटीआर दाखिल नहीं कर सके हैं, वे अपना अपडेटेड आईटीआर 31 मार्च, 2024 तक कर सकते हैं।

पटना (बिहार), 30 मार्च (हि.स.)। एनडीए में सीट बंटवारे के बाद से राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस खासे नाराज चल रहे थे। उन्होंने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उनके महागठबंधन में जाने की अटकलें तेज हो गयी थीं। उन्होंने हाजीपुर से चुनाव लड़ने का फैसला भी कर लिया था लेकिन अब उन्होंने यू-टर्न ले लिया है।

पारस ने शनिवार को सोशल मीडिया एक्स लगातार दो पोस्ट डालकर रुख साफ कर दिया है। उन्होंने न सिर्फ खुद को एक बार फिर से मोदी के परिवार में शामिल कर लिया है, बल्कि आने वाले लोकसभा चुनाव में एनडीए के समर्थन की घोषणा कर दी है। इस दौरान उन्होंने खुद को एनडीए का अभिन्न अंग बताया। साथ ही नरेन्द्र मोदी को अपना नेता बताया है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं रालोजपा प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने एक्स हैंडल पर लिखा है, ‘हमारी पार्टी रालोजपा, एनडीए का अभिन्न अंग है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र हमारे भी नेता हैं और उनका निर्णय हमारे लिए सर्वोपरि है। उनके नेतृत्व में 400 सीटें जीतकर तीसरी बार रिकॉर्ड तोड़ बहुमत से एनडीए की सरकार बनेगी।’

उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव में एनडीए के सीट बंटवारे में उनकी पार्टी को जगह नहीं मिलने के बाद पशुपति पारस ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। साथ ही अपने एक्स हैंडल से मोदी का परिवार भी हटा दिया था। उन्होंने महागठबंधन में अपनी जगह बनाने की कोशिश की लेकिन बीते शुक्रवार जब महागठबंधन ने सीटों का एलान किया तो उन्हें अपनी जगह नजर नहीं आयी और वर्तमान परिस्थिति में वह अकेले चुनाव लड़ नहीं सकते। क्योंकि, उन्हें हार का डर सता रहा था। हाजीपुर से लड़ने का विकल्प उनके पास था नहीं। ऐसी परिस्थिति में उन्होंने एनडीए में फिर से लौटने को ही सही समझा।