Varanasi/Chhapra: देश Corona Virus संक्रमण से उत्पन्न मुश्किल दौर से गुजर रहा है. ऐसे में देश की लाइफलाइन कही जाने वाली भारतीय रेल के कर्मचारियों को प्रेरित करती एक कविता की खूब चर्चा हो रही है.

यह कविता पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक एल० सी० त्रिवेदी ने लिखी है. जो समसामयिक और इस मुश्किल दौर में देश सेवा में जुटे रेलवे के कर्मचारियों को नई ऊर्जा दे रहा है.

पढ़िए उनकी कविता
CORONA

कोरोना को हराना है
रेल को चलाना है ।

रेलों से पहुँचेगी आवश्यक सामग्री सब दूर
जनता को मिलेगी कोरोना से लड़ने की ताक़त भरपूर ।

लक्ष्मण रेखा को नहीं फाँदेंगे
खुद को और दूसरों को इस रोग से बचाएँगे ।

मोदी की सलाह का करेंगे पूरा पालन
जिससे भारत का संसार में रहेगा रुतबा क़ायम ।

आरोग्य सेतु ऐप को करेंगे डाउनलोड
जिसमें समाहित हैं कोरोना को हारने का भेद ।

आयुष मंत्रालय ने दिया है कोरोना को हराने का नुस्क़ा
इसका इस्तेमाल करने से होगा सबको भरपूर फ़ायदा।

ग्रह मंत्रालय भी कर रहा है जारी दिशा निर्देश
बारीकी से जाँच हो रही जो गए थे हाल में विदेश ।

मोदी के नेतृत्व में भारतवासियों को है पूरा विश्वास
की देश से होगा कोरोना वाइरस का पूर्ण विनाश।

इसे भी पढ़े:#छपरा में रेल डिब्बों को बनाया गया आइसोलेशन वार्ड, वाराणसी रेल मंडल में 32 डिब्बे बनेंगे आइसोलेशन वार्ड

Chhapra: कोरोना वायरस से पूरे देश मे लॉक डाउन है. सरकार के इस पहल से कई सकारात्मक बातें सामने आई है. जिनमे सबसे बड़ा परिवर्तन वायुमंडल का है. देश के अलग अलग राज्यों के साथ साथ वायुमंडल में हुए इस परिवर्तन का सीधा असर छपरा में भी देखने को मिल रहा है. प्रतिदिन सड़कों पर दौड़ते हजारों चारपहियां, दुपहियां वाहनों के अलावे ट्रेन, ट्रक, ट्रैक्टर, जेनरेटर में से इन दिनों गिने चुने संख्या में सड़को पर दिख रहे है. ऐसे में वायुमंडल में ना सिर्फ कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य हानिकारक तत्वों की मात्रा कम हुई है बल्कि हवा भी स्वच्छ हुई है.

विगत 10 दिन से जारी लॉक डाउन की इस अवधि में वायु प्रदूषण में कमी के साथ साथ ध्वनि प्रदूषण में भी कमी आयी है. जो वृद्ध एवं छोटे बच्चों के लिए एक वरदान साबित हो रहा है. स्वच्छ हवा लोगों के मन मस्तिष्क को प्रफुल्लित कर रही है. घुटन वाली जिंदगी के अर्से बाद लोग स्वच्छ हवा में सांस ले रहे है और कुछ बेहतर महसूस कर रहे है.

निश्चित तौर पर इस लॉक डाउन की अवधि में कई सकारात्मक पहलू सामने आए है. आने वाले दिनों में यह एक बड़े परिवर्तन का घोतक बन सकता है. सरकार इस दिशा में पहल भी कर सकती है. जिससे के हम अपने बच्चों को एक सुनहरा भविष्य दे सकते है.

जिंदगी को जीने की जद्दोजहद और भागम भाग की इस जिंदगी में यह लॉक डाउन एक विराम के समान है लेकिन शारीरिक थकान, मानसिक तनाव को दूर करने और परिवार से पुनः लगाव का कारण भी यह लॉक डाउन ही बना है. इस अवधि में सभी ने अपने परिवार के छोटे बड़े बुजुर्ग के साथ जो समय व्यतीत किया वह एक इस सदी की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जायेगी.

लोग अपने घरों में रह रहे है, परिवार के लोगो से बातचीत कर रहे है, उनके साथ खेल रहे है, घरेलू कार्यो में हाथ बटा रहे है, पारिवारिक जीवन मे पुनः वापसी का श्रेय लॉक डाउन को ही मिलेगा. निश्चित तौर पर कोरोना वायरस ने हमे सीख दी है जिसपर अमल करने की जरूरत है.

 


वाराणसी: कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुई रेलवे प्रशासन द्वारा रेल डिब्बों को आइसोलेशन वार्ड में परिवर्तित किया जा रहा है.जिससे कि इस महामारी में साधन की कमी नही हो.

रेल मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व एवं रेलवे बोर्ड के निर्देशानुसार प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में कोरोना वायरस की भयावहता देखते हुए कोरोना मरीजों के प्रबंधन एवं संक्रमण रोकने हेतु पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल में व्यापक तैयारी की जा रही है. इस क्रम में वाराणसी मंडल के कैरेज एण्ड वैगन विभाग द्वारा मांडुवाडीह एवं छपरा कोचिंग डिपो में रेलवे 32 कोचों का रूप परिवर्तित करके उन्हें आइसोलेशन वार्ड /कवरेन्टाइन वार्ड के रूप में परिवर्तित किया जा रहा है.

 

इन परिवर्तित कोचों में 24X7 बिजली और पानी की सप्लाई मिलेगी तथा इन्हें लगातार अंदर और बाहर से सेनेटाइज किया जाएगा.

वाराणसी मंडल का पहला आइसोलेशन कोच मांडुवाडीह कोचिंग डिपो में बन कर तैयार कर लिया गया है.

रेल डिब्बों के आइसोलेशन वार्ड में मिलेगी ये सुविधाएं

रेलवे द्वारा एक कोच में 08 आइसोलेशन केबिन बनाये गए है. जो 16 कोविड-19 के मरीजों को नवीनतम सुविधाएं देने में सक्षम होंगे. एक कोच में एक डॉक्टर केबिन, एक स्टोर रूम, नवीनतम फिटिंग्स युक्त 03 टॉयलेट, नवीनतम फिटिंग्स के साथ एक बाथरूम एवं वाशबेसिनों से लैस है. इस कोच में प्रत्येक बेड के साथ वाटर बॉटल होल्डर, ऑक्सीजन गैस होल्डर, ड्रिप स्टैंड एवं डस्टबिन से युक्त होगा जबकि पहले से लगी टेबलों का प्रयोग वेंटिलेटर, ई सी जी मॉनिटर, प्लस एवं बी पी मॉनिटरों के लिए किया जाएगा. इसके साथ ही कोच के सभी खिड़कियों पर मच्छरों से बचने हेतु जाली( नेट) लगाया गया है जो मक्खियों और मच्छरों से मरीजों को सुरक्षित रखेगा.

छपरा में बन रहे आइसोलेशन वार्ड का कार्य अंतिम चरण में

छपरा कोचिंग डिपो में भी कोच परिवतर्न का कार्य प्रगति पर है जो जल्द ही उपयोग के लिए उपलब्ध हो जाएगा. इसका कार्य अंतिम चरण में है.

वाराणसी मंडल इस सप्ताह अपने सभी कोचिंग डिपो की मदद से 32 कोचों को परिवर्तित करने के लक्ष्य पर लगातार काम कर रहा है.

5 हजार रेल डिब्बो को आइसोलेशन वार्ड बनाने की है योजना

कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न मेडिकल इमरजेंसी में तत्काल बेड उपलब्ध कराने हेतु भारतीय रेलवे पर अलग-अलग मंडलो द्वारा कुल 5000 कोचों को परिवर्तित का लक्ष्य दिया गया है.

Chhapra: कोरोना महामारी के बीच लोगों की मदद के लिए समाजसेवी और स्वयंसेवी संस्था लगातार कार्य कर रहे है. वही सारण जिले में संकट के दौर में किन्नर भी आगे आए है.

छपरा शहर के मौना हुसै छपरा में किन्नरों ने गरीब लोगों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया. इस दौरान किन्नरों ने भगवान से देश को कोरोना मुक्त करने की दुआएं भी मांगी.

किन्नरों के प्रमुख चंचल किन्नर ने अपने शिष्यों को भी आर्थिक मदद की ताकि लॉक डाउन के दौरान किन्नरों के शिष्य भी प्रभावित ना हो. उन्होंने इस मुश्किल घड़ी में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए जा रहे उपायों की जमकर सराहना की. साढ़ ही प्रधानमंत्री को दुआएं भी दी.

किन्नरों ने प्रधानमंत्री मोदी के सलाह को मानने की आम लोगों से अपील की और कहा कि लोग अपने घरों के अंदर सुरक्षित रहें ताकि देश से कोरोना को भगाया जा सके.

आपको बता दे कि लॉक डाउन के बाद किन्नरों की रोजी रोटी भी छीन गई है, लेकिन इसके बावजूद किन्नरों द्वारा समाज के गरीब तबके की मदद करना एक मिसाल पेश कर रहा है.

Chhapra/ Amanaur: प्रखंड क्षेत्र के संदलपुर गांव में शुक्रवार को अजीबोगरीब मामला सामने आया. क्षेत्र में तेंदुआ के पंजे से युवती के घायल होने का मामला प्रकाश में आया.

इस अफवाह के बाद क्षेत्र में एक अलग हो माहौल कायम हो गया. पुलिस ने त्वरित रूप से इसपर एक्शन लेते हुए ग्रामीणों की मदद से खोजबीन शुरू की. पुलिस और वन विभाग को टीम ने आसपास के सभी गेहूँ लगे खेतो में ढोल बजाकर ग्रामीणों की सहायता से तेंदूआ की खोजबीन की लेकिन कुछ भी हाथ नही लगा.

कुछ लोग इसे अफवाह बता रहे है तो कुछ युवती पर हुए हमले को लेकर इसे सच भी बता रहे है. हालांकि इस पूरे मामले में शामिल युवती जिसे तेंदुए के पंजे से घायल होने की बात कही जा रही है. उसने प्रशासन और पुलिस को अपनी आपबीती सुनाई. जिसके बाद ही प्रशासन हरकत में आया और पूरे क्षेत्र में खोजबीन शुरू हुई. हालांकि अबतक ऐसा कोई मामला सामने नही आया है जिससे कि तेंदुए के आने का प्रमाण मिले.

खेतों में भी गेंहू की फसल होने के कारण तेंदुए को खोजना एक मुश्किल काम है. क्षेत्र के लोगों में इस घटना के बाद भय का माहौल है. लोग सजग और सक्रिय है.

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉक डाउन में पुलिस कर्मियों की ड्यूटी अनवरत जारी है. शहर के सभी चौक चौराहों पर लगातार पुलिस कर्मी कई शिफ्ट में ड्यूटी दे रहे है. ऐसे में इनकी सुरक्षा बेहद जरूरी है.

शहरवासियों की सुरक्षा में जो पुलिसकर्मी चौक-चौराहे पर तैनात हैं उनके बचाव एवं सुरक्षा को लेकर एसपी हरकिशोर राय एवं समाजसेवी धर्मेंद्र सिंह ने अपनी टीम के साथ चौक-चौराहे पर तैनात पुलिसकर्मियों के बीच मास्क, ग्लब्स, सेनेटाइजर, साबुन, खाने-पीने के नमकीन, बिस्किट, पानी की बोतलें व अन्य सामग्री का वितरण किया गया. ड्यूटी पर लगे पुलिसकर्मियों के चेहरे पर अलग से मुस्कान झलकने लगी.

यहां देखे  वीडियो

https://youtu.be/Ms2yNt2KJPI/

इस मौके पर समाजसेवी धर्मेन्द्र सिंह ने कहा कि लोगों की सुरक्षा में दिन भर ड्यूटी में लगे रहने वाले हमारे सिपाही व अन्य पुलिसकर्मी अपने परिवार को छोड़कर अपने डिपार्टमेंट के लिए सेवा दे रहे है. नागरिकों का भी कर्तव्य बनता है कि वह इनको सहयोग करें.

उन्होंने कहा कि लोग घर में ही रहें. हम एक वायरस से घर बैठे ही लड़ सकते. इसमें कही जाने की जरूरत नहीं है. अपने परिवार के साथ समय बिताए.

 

नई दिल्ली: आपदा प्रबंधन विभाग, बिहार द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम हेतु लॉकडाउन के कारण दिल्ली में बिहार राज्य के श्रमिकों के लिए दस केंद्रों पर भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है.

दोपहर का भोजन 12 बजे से 2 बजे और रात्रि भोजन संध्या 7 बजे से 9 बजे तक की व्यवस्था की गयी है.

निम्न केंद्रों पर भोजन की विशेष व्यवस्था की गयी है.

1- बदरपुर- मीठापुर चौक, पुलिस चौकी के पास, गोल चक्कर पर, परशुराम मंदिर के सामने दिल्ली-110044

2- सोनिया विहार- E3/47 गली न 3, चौथा पुस्ता, दिल्ली-110090

3- पालम कॉलोनी- F ब्लॉक, शास्त्री पार्क, राज नगर-2, न्यू दिल्ली-110007

4- आया नगर- C-1 ब्लॉक, फेज़-4, कलिंगा स्कूल, H ब्लॉक, हेरिटेज पब्लिक स्कूल के पास, ज़िला-महरौली- 110047

5- किरारी- T ब्लॉक G ब्लॉक प्रेम नगर, नई दिल्ली 110086

6- शकरपुर- B-56, साउथ गणेश नगर

7- शकरपुर- काली मंदिर, गणेश नगर काम्प्लेक्स

8- बुरारी- हाउस न 707, G-3, B- ब्लॉक, जनता विहार, मुकुंदपुर Extn, पार्ट 1

9- बुरारी- हाउस न.4, गली न.29, बंगाली कॉलोनी

10- गोविंदपुरी- गली न.1308/2, गोविन्दपुरी, नई दिल्ली, 110019

सूचना प्रदान एवं प्राप्त करने के लिए इन हेल्पलाइन नंबर (011-23792009, 011-23014326, 011-23013884) एवं आपदा प्रबंधन विभाग के कंट्रोल रूम न. 0612-2294204, 2294205 पर कॉल किया जा सकता है.

Chhapra: Covid 19 से लड़ाई में इंडियन ऑयल परिवार की सारण शाखा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री राहत कोष में 1 लाख रुपये का चेक डोनेट किया. यह चेक सारण के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन को सौंपा गया.

इस दौरान ताजपुर स्थित पेट्रोल पंप के अजय सिंह, चनचौरा पेट्रोल पंप के कामेश्वर सिंह आदि ने जिलाधिकारी को यह चेक सौंपा.

इस मौके पर संघ के अजय सिंह ने कहा कि कोविड19 से लड़ाई में पूरा देश एक साथ खड़ा है और इसी एकजुटता की बदौलत हम यह जंग जीतेंगे. उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में इंडियन ऑयल परिवार का यह एक छोटा सा योगदान है. उन्होंने अन्य सभी व्यावसायिक संगठनों से भी मुख्यमंत्री राहत कोष में योगदान का आह्वान किया है.

जद यू नेता कामेश्वर सिंह ने बताया है कि इस वैश्विक महामारी में लोग कोरोना वायरस से त्रस्त है. इस तरह से एक छोटी राशि मुख्यमन्त्री आपदा कोष में देने से राज्य की जनता की सेवा का मौका मिल जाएगा.

 

Chhapra: भारतीय जनता पार्टी के जिला मीडिया प्रभारी श्याम बिहारी अग्रवाल की माता भगवती देवी का स्वर्गवास हो गया. वो 85 वर्ष की थीं.

बीजेपी के जिला मीडिया प्रभारी श्याम बिहारी अग्रवाल ने बताया कि वह विगत कई महीनों से बीमार चल रही थी.शुक्रवार को उन्होंने अंतिम सांस ली. उन्होंने अपने पीछे बेटा बहू और पाँच पोता तथा सात पोती, तीन भतीजा एक भतीजी भरा पूरा परिवार छोड़ गई हैं.

उनका अंतिम संस्कार शनिवार को डोरीगंज घाट पर किया जाएँगा.

Chhapra: अग्निकांड मानक संचालन प्रकिया के अनुरूप अग्निकांड से प्रभावित परिवारों को देय सहायता चौबीस घंटे के अंदर सभी प्रक्रिया पूर्ण कर उपलब्ध कराने का आदेश जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने सभी अंचलाधिकारियों को दिया है.

जिलाधिकारी ने कहा कि अग्निकांड प्रभावित परिवारों को राहत के रूप में पॉलिथिन सिट्स, खाद्यान्न, नगद एवं अन्य अनुदान देना है. आग लगने से प्रभावितों को नगद के रूप में तीन हजार रूपया प्रति परिवार, खाद्यान्न के लिए तीन हजार रूपया प्रति परिवार तथा क्षतिग्रस्त वस्त्रादि के लिए 3800 रूपया प्रति परिवार तथा मृतक के परिवार को चार लाख रूपया तत्काल देना हैरर

जिलाधिकारी ने कहा है कि भीषण अग्निकांड से प्रभावित व्यक्तियां के लिए विशेष राहत शिविर/केन्द्रों का संचालन करायी जाय. सभी अंचलाधिकारियों को अग्निकांड की घटना की जानकारी आपदा प्रवंधन के जिला आपात कालीन संचालन केन्द्र के दूरभाष सं0 06152-245023 पर अविलम्ब देने का निर्देश दिया.

अगलगी की सूचना संबंधित अनुमंण्डल क्षेत्र के अग्निषमन पदाधिकारियों को मोवाइल नं0 पर दी जाय. सदर छपरा अनुमंडल के फायर स्टेशन अधिकारी कन्हाई यादव 7764879767, मढ़ौरा अनुमंडल के जयराम सिंह 7765815261 एवं सोनपुर अनुमंडल के प्रमोद कुमार 7667240524 को सूचना शीघ्र दी जाय.

अग्निकांड के रोकथाम के लिए लोगों को करें जागरूक
जिलाधिकारी ने कहा कि अग्निकांड की रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक करें. दिन का खाना 9 बजे सुबह से पूर्व तथा रात का खाना शाम 6 बजे तक बना लें, कटनी के बाद खेत में छोड़े डंठलों में आग नही लगावें, हवन आदि का काम सुबह निपटा लें. भोजन बनाने के बाद चूल्हे की आग पूरी तरह से बुझा दें, रसोई घर यदि फूस का हो तो उसकी दीवाल पर मिट्टी का लेप अवश्य कर दें, रसोई घर की छत उँची रखी जाये. आग बुझाने के लिए बालू अथवा मिट्टी बोरे में भरकर तथा दो बाल्टी पानी अवश्य रखें. दीपक लालटेन मोमबत्ती को ऐसी जगहों पर न रखें जहाँ से गिरकर आग लगने की संभावना हो. शार्ट सर्किट की आग से बचने के लिए बिजनी वायरिंग की समय पर मरम्मत करा लें. मवेशियों को आग से बचाने के लिए मवेशी घर के पास पर्याप्त मात्रा में पानी का इंतजाम एवं निगरानी अवश्य करते रहें. घर में किसी भी उत्सव के लिए लगाये कनात अथवा टेण्ट के नीचे से बिजली के तार को न ले जायें, जलती हुई माचिस की तीली अथवा अधजली बीड़ी एवं सिगरेट पीकर इधर-उधर ना फेकें, जहाँ पर समाहिक भोजन इत्यादि का कार्य हो रहा हो, वहां पर दो से तीन ड्रम पानी अवश्य रखा जाये, भोजन बनाने का कार्य तेज हवा के समय नहीं किया जाये, खाना बनाते समय ढीले-ढाले और पॉलिस्टर के कपड़े पहनकर खाना ना बनायें, हमेशा सूती कपड़ा पहन कर ही खाना बनायें, ग्रामीण क्षेत्रों में हरा गेहूँ, खेसारी, छिमी भी बच्चे लेककर भूनते हैं.

ऐसे में आग लगाने से बचने के लिए उनपर निगरानी रखें. आग लगने पर समुदाय के सहयोग से आग बुझाने का प्रयास करें, फायर बिग्रेड एवं प्रशासन को तुरंत सूचित करें एवं उन्हें आग बुझाने में सहयोग करें, अगर कपड़ों में आग लगे तो उन्हें रोकने के लिए पहले रूको-लेटो-लुढ़कों सिद्धांत का प्रयोग करें.

Chhapra: सारण जिले में कोरोना वायरस संक्रमण से ग्रसित पहला मरीज मिला है. जिसकी पुष्टि जिला प्रशासन ने की है.  जिला प्रशासन ने त्वरित करवाई करते हुए इसुआपुर प्रखंड के संक्रमित गाँव के 3 किलोमीटर की परिधि में क्षेत्र को सील कर दिया है. साथ ही आने और जाने वालों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दी गयी है.

जिला प्रशासन द्वारा जारी सूचना के अनुसार त्वरित रूप से कार्रवाई करते हुए दो पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है जो इस मामले पर पूरी नजर बनाए रखेंगे. यह भी बताया गया है कि पूरे क्षेत्र को सैनेटाइज किया जाए साथ ही साथ इसकी पूरी निगरानी की जाए.

क्वॉरेंटाइन वार्ड में व्यवस्था को किया गया दुरुस्त
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने तथा बचाव के लिए सदर अस्पताल परिसर में जीएनएम स्कूल को क्वॉरेंटाइन वार्ड बनाया गया है. जिसमें कोरोना वायरस के संक्रमित पॉजिटिव मरीज के परिजनों तथा रिश्तेदारों को लाकर भर्ती किया गया है.

साथ ही आइसोलेशन वार्ड में तैनात कर्मचारियों को भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुरूप पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट्स उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं.

7 किलोमीटर की दूरी तक “बफर जोन” घोषित
संक्रमित गांव की परिधि से लेकर सात किलोमीटर की दूरी तक “बफर जोन” घोषित किया गया है. डीएम ने इसुआपुर के बीडीओ तथा अंचल पदाधिकारी को आदेश दिया है कि पंचायत को चारों तरफ से सील कर आवागमन को पूरी तरह बाधित कर दे और अगले आदेश तक उस गांव को क्वानटाइनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है. सभी सरकारी तथा निजी प्रतिष्ठान एवं मार्गो को अगले आदेश तक बंद करने को कहा गया है.

गांव को संक्रमण मुक्त करने का आदेश
डीएम ने गांव को संक्रमण मुक्त करने का आदेश दिया गया है. जिला मलेरिया पदाधिकारी को संक्रमण मुक्त करने के कार्यों की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है क्वरेंटाइनमेंट जोन में रहने वाले सभी परिवारों की गहन निगरानी की जा रही है.

डोर टू डोर पहुंचेगा राशन
जिलाधिकारी ने आदेश दिया है कि इस गांव के सभी परिवारों को आवश्यक राशन सामग्री डोर टू डोर पैकेट तैयार कर आपूर्ति की जाए. इसके लिए प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है. बफर जोन में आने वाले सभी स्वास्थ्य संस्थान सरकारी एवं निजी सहित अन्य चिकित्सकीय संस्थाओं को सूचीबद्ध करते हुए बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ वाले मरीजों की जांच कर सूचना नियमित रूप से प्राप्त करने का भी सिविल सर्जन को आदेश दिया गया है.

New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक बार फिर देश की जनता का उत्साह बढ़ाया. उन्होंने वीडियो संदेश के माध्‍यम से देश की जनता को संबोधित किया.

अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस से जारी इस जंग में पूरे देश का साथ मिल रहा है. इस लड़ाई में सभी मिलकर कोरोना के संकट को चुनौती दे रहे हैं. कोरोना के संकट को भारत के लोग अपने प्रकाश की ताकत का आभास करा रहे हैं.

पीएम मोदी ने देशवासियों से अपील करते हुए कहा है कि सभी लोग पांच अप्रैल को रात नौ बजे कुछ देर के लिए अपने घर की लाइट बुझा कर दिये जलाएं. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.

प्रधानमंत्री ने वीडियो संदेश में कहा कि हमें कोरोना वायरस से पैदा हुए अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ना होगा. रविवार पांच अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट के लिए सभी लाइटें बंद करें और मोमबत्तियां, दीये, टॉर्च या मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट जलाएं. उन्होंने कहा कि हम लॉकडाउन के दौरान घर में हैं लेकिन हम अकेले नहीं है क्योंकि पूरे देश की सामूहिक ताकत हममें से प्रत्येक के साथ है.

उन्होंने कहा कि लोगों ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए लॉकडाउन के दौरान अभूतपूर्व अनुशासन और सेवा भाव दिखाया. लॉकडाउन पर मोदी बोले कि लोगों के मन में सवाल आते होंगे कि कितने दिन ऐसे और काटने होंगे. लेकिन कोई अकेला नहीं है. सब एक दूसरा की शक्ति बढ़ा रहे. उन्होंने कहा कि जनता रूपी महाशक्ति से बातचीत करते रहना चाहिए, इससे मनोबल मिलता है, इससे मार्ग ज्यादा स्पष्ट होता है.