डोरीगंज: सदर प्रखंड के ग्रामीण फीडर मे पिछले दो महीने से जारी विद्युत आपूर्ति मे अघोषित भारी कटौती से नाराज शुक्रवार की सुबह लोदीपुर चिरांद तथा महारागंज पंचायत के ग्रामीण उपभोक्ता सड़क पर उतर आए और डोरीगंज के समीप सुबह 9 बजे से छपरा पटना मुख्यमार्ग को जाम कर दिया. जिससे उक्त पथ पर वाहनो का आवागमन करीब घंटेभर के लिए बाधित हो गया.

सूचना मिलते ही डोरीगंज थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुँच लोगो से वार्ता कर जाम हटाये जाने के प्रयास मे जुट गए. किन्तु ग्रामीण उनकी एक सुनने को तैयार न थे. ग्रामीणो का कहना था कि दिन मे भीषण गर्मी व रात मे ऊमस से परेशान पिछले दो महीने से जीना मुहाल हो चुका है. 24 घंटे मे महज 2 से 3 घंटे ही बिजली की आपूर्ति हो रही है.

आक्रोशित उपभोक्ता मौके पर जेई व एसडीओ को बुलाने की माँग कर रहे थे. जिनसे ग्रामीणो की वार्ता का थानाध्यक्ष के द्वारा मिले आश्वसन के बाद लोग सुबह 10 बजे जाकर सड़क से हटे. जिसके बाद उक्त पथ पर पुनः वाहनो का परिचालन सामान्य हो सका वही सड़क से हटते हुए. ग्रामीणो ने एक चेतावनी भी दे डाली कहा कि यदि इस वार्ता के बावजूद भी शीघ्र इसका समाधान नही हुआ तो दूसरी बार यह घेराव अनिश्चित काल के लिए होगा. इस बाबत सदर जेई आलोक कुमार ने बताया कि पिछले एक माह से एक लाख 32 हजार का तार बदलने का काम चल रहा था. जिसे लेकर परेशानी हो रही थी.

असम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को असम में ब्रह्मपुत्र नदी पर बने देश के सबसे लंबे पुल ‘ढोला-सादिया महासेतु’ का उद्घाटन किया. 9.15 किलोमीटर लंबे पुल से असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच यात्रा का समय छह घंटे से कम होकर एक घंटा रह जाएगा. इस पुल पर भारी से भारी सामान ले जाना संभव होगा. बताया जा रहा है कि इस पुल से सेना का 60 टन वजनी टैंक भी गुजर सकता है. इसके अलावा यह रिएक्टर स्केल पर 8.0 की तीव्रता वाला भूकंप भी झेल सकता है.

अभी तक यहां ब्रह्मपुत्र नदी को पार करने के लिए केवल दिन के समय नौका का ही उपयोग किया जाता था और बाढ़ के दौरान यह भी संभव नहीं होता था. शुक्रवार को इस पुल का उद्घाटन होने के बाद ऊपरी असम और अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी भाग के लिए संपर्क सुनिश्चित हो जाएगा. इससे प्रतिदिन पेट्रोल और डीजल में 10 लाख रुपये तक की बचत होगी.

पुल के निर्माण का काम 2011 में शुरु हुआ. ये पुल मुंबई के बांद्रा-वर्ली सी लिंक से 3.55 किलोमीटर लंबा है. अभी तक मुंबई के बांद्रा-वर्ली सी लिंक को देश का सबसे लंबा पुल माना जाता रहा है.

पुल देश और एशिया का सबसे लंबा पुल है. इस पुल की लंबाई 9.15 किलोमीटर है. मुंबई बांद्रा-वर्ली सी-लिंक से 30 फीसदी ज्यादा लंबा है. एशिया का ये सबसे लंबा पुल असम के जिला तिनसुकिया में बना है. पुल सदिया और ढोला के बीच बना है. सदिया, असम में गुवाहाटी से 540 किलोमीटर दूर है, जबकि ढोला अरुणाचल की राजधानी ईटानगर से 300 किलोमीटर दूर है.

इस पुल से असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच की दूरी को कम होगी. अब तक अरुणाचल जाने के दूसरे सड़क रास्ते से 8 घंटे का वक़्त लगता था और फेरी यानी नाव से साढ़े 4 घंटे का समय लगता था. लेकिन इस पुल के बनने से यह दूरी केवल आधे घंटे में पूरी कर ली जा सकेगी यानी कम से कम 4 घंटे की सीधी बचत. इस पुल की शुरुआत साल 2011 में हुई थी जिसके लिए तय बजट 876 करोड़ था. इसे साल 2015 में पूरा कर लिया जाना था, लेकिन 2017 में पूरा हुआ. करीब 1000 करोड़ में बनकर तैयार हुआ है.

(नीरज सोनी)

विगत 16 मई 2014 के दिन जब लोकसभा के चुनाव परिणाम आ रहे थे तब उस दिन शाम होते- होते देश में एक नये सूर्य का उदय हो रहा था। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 35 वर्षो के बाद भाजपा को ही नहीं अपितु राजग गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिल गया। राजनैतिक विश्लेषकों को इस बात का  अनुमान नहीं था कि किसी दल को अकेले ही पूर्ण बहुमत मिल सकता है। 

भारतीय जनता पार्टी के लिए यह बेहद गौरवशाली क्षण तो थे ही साथ ही भारतीय लोकतंत्र व जनता की परिपक्वता की भी बात हो रही थी। पीएम मोदी की जीत कई मायनों में ऐतिहासिक थी। पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार अब तीन साल का लम्बा सफर तय कर चुकी है तथा अब इस सरकार के कामकाज का आंकलन किया जा सकता है,किया भी जा रहा है। मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने पर भाजपा पूरे देश मे जश्न मनाने की तैयारी कर रही हैं। हालांकि विपक्ष सरकार के कामकाज को अपने ही नजरिये से देख रहा है तथा सरकार को कश्मीर सहित तमाम मामलों में अभी तक नाकाम ही मान रहा है। जबकि विपक्ष के दावों के विपरीत वास्तविकता और आंकड़े कुछ और ही कहानी कह रहे हैं। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के संभवतः पहले ऐसे प्रधानमंत्री रहे हैं जिन्होंने बिना थके ,बिना रूके तथा बिना अवकाश के गरीबों के हित में लगातार काम करते जा रहे हैं। पीएम मोदी के दिमाग में देश के लिए सदा कुछ न कुछ नया करने के विचार चला ही करते हैं तथा वह देश की जनता के बीच अपने विचारों का प्रस्तुतीकरण भी बिल्कुल नये आंदाज में करते भी है आज उसी का प्रतिफल है कि देश के अधिकांश हिस्से में भाजपा का राज्य है। 

पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद केवल सरकार में ही बदलाव आया है ऐसा नहीं है। अपितु राजग सरकार बनने के बाद  पूरे देशभर में अब भाजपा की स्वीकार्यता भी बढ़ रही है। केंद्र में सत्तारूढ़ होने के बाद जम्मू कश्मीर में भाजपा ने अपनी धुर घोर विरोधी पीडीपी के साथ सरकार बनाकर पूरे देश को चैंका दिया था। राजनैतिक विश्लेषक जम्मू कश्मीर में भाजपा-पीडीपी की सरकार बनने के बाद आश्चर्यचकित थे तथा वे सोच रहे थे कि यह सरकार बहुत लम्बे समय तक नहीं चल पायेगी लेकिन आज भी बेहद कठिन समय के दौर से गुजरने के बाद भी सरकार चल रही हैं।

नरेंद्र मोदी सरकार ने पाकिस्तान के नियंत्रण वाले कश्मीर के हिस्से में सर्जिकल स्ट्राइक की मंजूरी दी और भारतीय सेना ने पहली बार यह कारनामा कर पूरी दुनिया को अचरज में डाल दिया, यह अलग बात है कि कांग्रेस की ओर से कहा गया कि उनके कार्यकाल के दौरान में ऐसा हुआ लेकिन उन्होंने ढिंढोरा नहीं पीटा।  डीजीएमओ ने इसे अपनी तरह का पहला आपरेशन बताया तो कुछ पूर्व सैन्य अधिकारियों ने कहा कि सीमा पर अकसर इस तरह की कार्रवाई होती है।

केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद 2015 में दिल्ली व बिहार में भाजपा को पराजय का मुंह देखना पड़ गया था। तब लोगों ने कहना शुरू कर दिया था कि पीएम मोदी का जादू अब उतार पर है। लेकिन जब पीएम मोदी ने एकाएक 8 नवंबर 2016 को अचानक से टी वी पर आकर यह नोटबंदी का ऐलान कर दिया तो पूरे देशभर में एक तूफान सा  आ गया । विरोधी दलों मे हडकम्प मच गया था। जो विरोधी दल केंद्र सरकार व पीएम मोदी से यह सवाल कर रहे थे कि आखिर कालेधन के खिलाफ सरकार क्या कदम उठाने जा रही है अब उन्हीं लोगों ने सरकार के कदम के खिलाफ महागठबंधन कर लिया था। विपक्ष ने नोटबंदी के बाद सरकार को डिगाने व पूरे देशभर में जनआक्रोश पैदा करने के हर संभव प्रयास किये लेकिन जनता सरकार के साथ पूरी ताकत व धैर्य के साथ खड़ी रही। विपक्ष ने नोटबंदी के खिलाफ वातावरण बनाने के लिए संसद का पूरा का पूरा एक सत्र बर्बाद कर दिया था जिसका बुरा परिणाम उसे पूरे देशभर में हुए निकाय चुनावों से लेकर विधानसभा चुनावों तक में उठाना पड़ गया। सरकार का नोटबंदी का फैसला देशहित में उठाया गया एक ऐतिहासिक व क्रांतिकारी कदम था।

पीएम मोदी ने अपने फैसले को गरीबो के हक में और भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाया गया कदम बताया। सरकार का कहना था कि यह कदम नक्सलवाद, आतंकवाद,तस्करी व जाली नोटो की तस्करी के खिलाफ उठाया गया कदम हैं। सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ महाजंग का ऐलान कर दिया था। अपने निर्णय के बाद पीएम मोदी ने जितने भी भाषण दिये वह गरीबों के हक में व भ्रष्टाचार केे खिलाफ दिये । पीएम मोदी का साफ कहना है कि 70 साल में जिन लोगों ने देश को लूटा है उन्हें तो अपना हिसाब देना ही होगा। आज जब सरकार अपने तीन साल का कार्यकाल पूरा करने जा रही है तब बेनामी संपत्ति के अंतर्गत बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव व उनके परिवार सहित कांग्रेस नेता पी चिदम्बरम व उनके बेटे के खिलाफ छापेमारी कर जांच भी शुरू कर दी है। सरकार कालेधन के खिलाफ लगातार काम कर रही है। सरकार का अनुमान है कि नोटबंदी के बाद 23 हजार करोड़ रूपये के कालेधन का पता चल चुका है।

पीएम मोदी अपनी जनसभाओं में कहा करते थे कि सरकार गरीबों के लिए होनी चाहिए तथा गरीबों के लिए सोचने व काम करने वाली होनी चाहिए। पीएम मोदी ने बकायदा अपने आप को देश का प्रधानसेवक तो घोषित किया ही साथ ही यह भी ऐलान किया कि उनकी सरकार गरीबो के लिए पूर्ण रूप से समर्पित है। पीएम मोदी का यह दावा बिलकुल सही है कि पिछली सरकारों में समाचारपत्रों में खबरें बनतीं थीं कि कितना गया, गया लेकिन अब वहीं विपक्ष सरकार से पूंछ रहा है कि कितना आया, कितना आया। यह एक महत्वपूर्ण बदलाव है। नोटबंदी वाकई में एक बेहद साहसिक कदम था। सरकार के फैसले के बाद घरों मं नोटों को छिपाकर रखने वाले लोगों के चेहरे से नकाब उतरने लग गया था। किसी ने नोटों को नदी में फेंका, पार्क में फेंका, नोटों को जलाया तक गया। लोगांे ने हर तरह से नोटों को छिपाने की कोशिश की लेकिन वह पीएम मोदी के दूरबीन से नहीं बच सके। सरकार के इस कदम के बाद जितने भी चुनाव हुए वहां पर भाजपा को जबर्दस्त कामयाबी मिली। 2017 में पांच प्रांतों के विधानसभा चुनाव हुए जिसमे उप्र व उत्तराखंड में तो पूर्ण बहुमत मिल गया लेकिन गोवा व मणिपुर में भी भाजपा अपने सहयोगी दलों के साथ सरकार बनाने में कामयाब रही। भाजपा के लिए उप्र की जीत वाकई में बहुत ही ऐतिहासिक अविस्मरणीय है। उप्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद अब पीएम मोदी पर कुछ दबाव कम हो गया है तथा अब उन्होनें 2019 का किला फतह करने के लिए मजबूत घेराबंदी अभी से शुरू कर दी है।

पीएम मोदी की सरकार ने अब तक कई ऐतिहासिक छोटे व बड़े फैसले भी लिये हैं। पीएम मोदी ने गरीबों के लिए जन धन योजना के तहत जीरो बैलेंस में खाते खुलवाये। नौकरियों के लिए प्रमाणपत्रों के सत्यापन का काम बंद करवाया। छोटे पदो के लिए साक्षात्कार बंद करवाये। सरकार अब तक 1200 बेकार के कानूनों को रदद करवाने में सफलता प्राप्त कर चुकी है।  केंद्र सरकार  देश व समाज तथ गरीबों के हित में लगातार फैसले कर रही है। केंद्र सरकार ने वर्षो से लम्बित सबसे कठिन काम वन रैंक वन पेंशन का उचित समाधान निकाला।  नेताजी सुभाषचंद्र बोस की गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर महीने के एक रविवार  को देश की जनता के साथ रेडियोे पर मन की बात कर रहे हैं  तथा एक प्रकार से वे देश में एक नये बदलाव की बयार उत्पन्न कर रहे हैं। मन की बात में वे हर बार नये विचारों के साथ जनता के सामने आते हैं। स्वच्छता से लेकर पर्यावरण सुरक्षा व ऊर्जा बचत तथा  छात्रों व  महापुरूषों के विषय में भी बाते करते  हैं। पीएम मोदी मन की बात के माध्यम से एक मौन क्रांति लाने का प्रयास कर रहे हैं। 

केंद्र सरकार ने अभी हाल ही में देश से वीआइपी कल्चर को समाप्त करने का ऐतिहासिक फैसला किया जिसमें सभी श्रेणियों के वाहन से सभी तरह की बत्तियां हटाने का फैसला हुआ। मोदी सरकार ने सामाजिक कल्याण बहुत सारी योजनाओं का श्रीगणेश किया जिनमें कुछ ने सफलता हासिल की तो कुछ अभी सफल होने के लिए बेकरार है। तीन साल में सरकार की सबसे बड़ी सफलताओं में रेल बजट को समाप्त करके उसे आम बजट के साथ जोड़ना और 10 हजार करेाड़ रूपये की बचत करना। सरकार ने बजट पेश करने की तारीख में बदलाव किया तथा अब वित्तीय वर्ष को बदलने की तैयारी चल रही है। नोटबंदी के बाद अब सरकार कैशलेस सिस्टम की ओर तेजी से बढ़ रही है। पीएम मोदी ने देश में व्यापक पैमाने पर बदलाव लाने के लिए बहुत सारी योजनाओं का शुभारम्भ किया है जिसमें कुछ योजनाये सफल तो रही हैं लेकिन कुछ योजनायें अभी सफलता का मार्ग खोजने में लगी हुईं हैं। पीएम मोदी ने जिन योजनाओं को लांच किया है उसमें स्टैंड अप इंडिया योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना , फसल बीमा योजना,सांसद आदर्श ग्राम योजना , बेटी बचाओ, बेटी पढाओ,डिजिटल भारत, अनुसूचित जाति कल्याण कार्यक्रम ,स्वच्छ भारत मिशन, नमामि गंगे सहित छात्रों आदि के लिए कौशल विकास योजनाओ जैसे तमाम योजनाओं का शुभारम्भ सरकार की ओर से किया गया। इसे नकारा नही जा सकता कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भ्रष्टाचार रहित सरकार दी हे तथा वह एक प्रकार से सबका साथ सबका विकास के नारे के आधार पर अपनी सरकार को न्यू इंडिया प्लान के तहत आगे बढ़ा रहे है। पीएम मोदी अपनी हर बात युवाओें को केंद्रित करके कह रहे हैं।

सरकार की यह सबसे बड़ी सफलता है कि आज देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ा हुआ है। पर्यटन के माध्यम से कमाई का विकास हुआ है। जीडीपी दर में वृद्धि हुई है तथा डालर के मुकाबले रूपया कुछ मजबूत हुआ है। देश के शेयर बाजार का सेंसेक्स 30 हजार के ऊपर  जा रहा है तथा निफ्टी भी लगातार चढ़ रहा है। सरकार की उज्ज्वला योजना कारगर सिद्ध हो रही हैं जिसके तहत अब तक तीन करोड़ बीपीएल परिवारों को गैस कनेक्शन दिये गये। यह भी माना जा रहा है कि उप्र में यह योजना गेमचेजर साबित हो गयी है। यह बात भी सही है कि अभी देश में व्यापक बदलाव लाने के लिए सरकार को बहुत कुछ करना है।

सरकार ने तीन साल में नये पैमाने तो स्थपित कर ही दिये हैं। मोदी सरकार आम लोगों व गरीबों की सरकार साबित हुई है। सरकार ने जनहित में बहुत सारे निर्णय लिये है जो कि स्वागत योग्य तो है लेकिन अभी उनका प्रतिफल जमीनी धरातल पर उतरने से ही पता चलेगा। सरकार को कई क्षेत्रों में अभी लम्बा सफर तय करना है।  

ये लेखक के निजी विचार है. 

 

नीरज कुमार सोनी

(लेखक पत्रकार और स्तंभकार है.) 

https://www.facebook.com/neerajsonijournalist

 

नई दिल्ली: पाकिस्तान में ‘बंधक’ बनाकर रखी गई उज्मा गुरुवार सुबह भारत लौट आई. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर उसका स्वागत किया. इसके साथ ही बाघा बार्डर पर भारतीय पक्ष ने उसका जोरदार स्वागत भी किया. उज्मा से बंदूक के बल पर पाकिस्तानी नागरिक ने शादी की थी. फिर वह किसी तरह इस्लामाबाद में भारतीय दूतावास पहुंची और मदद मांगी थी.


इसके बाद पाकिस्तान के इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने भारतीय उच्चायोग में शरण लेने वाली भारतीय महिला को भारत लौटने की आज अनुमति दे दी थी.

पाकिस्तान में से भारत लौटी उज्मा के परिजनों ने सरकार का धन्यवाद किया जिसने दावा किया था कि पाकिस्तान में उसे बंदूक के दम पर शादी के लिए मजबूर किया गया. परिवार के सदस्यों ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह ”इतनी जल्द” घर वापस लौटेगी.

उज्मा नई दिल्ली की रहने वाली है. ऐसा माना जाता है कि वह ताहिर अली से मलेशिया में मिली थी और उसे उससे प्यार हो गया. उसने इस्लामाबाद हाईकोर्ट को बताया कि वह पाकिस्तान यात्रा पर पहुंची तो अली ने तीन मई को उसे शादी के लिए मजबूर किया.

नई दिल्ली: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस गुरुवार को उस समय बाल बाल बच गए जब उनका चॉपर क्रेश हो गया. हालांकि इस भयानक हादसे में पॉयलट समेत सभी लोग सुरक्षित बच गए. सीएम फडणवीस ने खुद ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी. चॉपर में सीएम के ओएसडी समेत चार से पांच लोग मौजूद थे.

महाराष्ट्र सरकार के सिकोरस्काई हेलिकॉप्टर ने 12 बजे लातूर से उड़ान भरी थी. हेलिकॉप्टर में दो क्रू मेंबर समेत छह लोग सवार थे. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री भी हेलिकॉप्टर में मौजूद थे. उड़ान भरने के बाद पायलट ने तेज हवा की वजह से दिक्कत महसूस की. पायलट ने वापस लैंड करने का फैसला लिया, लेकिन दोबारा लैंडिंग के दौरान हेलिकॉप्टर बिजली के तार से उलझ गया. हेलिकॉप्टर को काफी नुकसान पहुंचा है. इसमें सवार सभी लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं.

छपरा: जिले में बढ़ती आपराधिक घटनाओं और बैंक में लूट के बाद बैंक, दुकान से लेकर सरकारी कार्यालयों तक मे सीसीटीवी लगाने का आग्रह जिला प्रशासन द्वारा जारी किया गया था.

ख़ासकर उन जगहों पर अनिवार्य और विशेष रूप से सीसीटीवी लगाने का आग्रह किया गया था जहाँ पैसे के लेंन देंन तथा लोगों की भीड़ ज्यादा होती है.

लेकिन सुरक्षा के मद्देनजर शहर का प्रधान डाकघर में अब तक ना सीसीटीवी लग पाया है और ना ही कोई सुरक्षा कर्मी तैनात है.

मॉडल डाकघर में शुमार इस डाकघर में सुरक्षा के नाम पर कुछ भी नही है जिससे यहाँ आने वाले लोग और यहाँ के कर्मी अपने को किसी आपराधिक वारदात के समय सुरक्षित महसूस कर सकें.

मुख्य डाकघर में प्रतिदिन लाखों रुपये की लेनदेन होती है. पत्रों के निबंधन और स्पीड पोस्ट के अलावे अन्य कई कार्यो को लेकर शहर से गांव तक के हजारों लोग प्रतिदिन यहाँ आते है और लाइन में लग कर काम करवाते है.

लेकिन इनकी सुविधा और सुरक्षा को लेकर परिसर में पुलिस बल तो दूर होमगार्ड का एक जवान भी नही दिखता.

भीड़ भाड़ में जनता खुद ही एकदूसरे से उलझती है और खुद ही उसका निदान भी करती है.हालांकि डाकघर केंद्र सरकार के अधीन कार्यरत होता है इस प्रश्न को लेकर उनके अपने विभागीय उत्तर है. लेकिन जनहित और कर्मचारियों के हित में सुरक्षा व्यस्था की जिम्मेवारी कार्यालय प्रधान की बनती है.

नई दिल्ली: बॉलीवुड के भाईजान सुपरस्टार सलमान खान की फिल्म ‘ट्यूबलाइट’ का ट्रेलर गुरुवार को रिलीज हो. ट्रेलर में सलमान खान बेहद सीधा और मासूम एक दब्बू किस्म के लड़के के किरदार में दिख रहे है. ऐसा कहा जा रहा है कि इस फिल्म की कहानी 1962 में हुई भारत-चीन की लड़ाई के इर्द-गिर्द है. 

फिल्म ‘ट्यूबलाइट’ में बॉलीवुड के सुपरस्टार सलमान खान, सोहेल खान और चाइनीज एक्ट्रेस झू झू लीड रोल में हैं. फिल्म के प्रोड्यूसर सलमा खान और सलमान खान हैं.

इस फिल्म को निर्देशक कबीर खान डायरेक्ट कर रहे हैं. फिल्म ‘ट्यूबलाइट’ ईद के मौके पर रिलीज होगी.

यहां देखें फिल्म का ट्रेलर

छपरा: स्नातक परीक्षा का प्रोग्राम एक दो दिन में जारी कर सकता है. जयप्रकाश विश्वविद्यालय के पीआरओ प्रो केदारनाथ ने बताया कि परीक्षा मंडल की बैठक गुरुवार को कुलपति प्रो० हरिकेश सिंह की अध्यक्षता में हुई. बैठक में सभी सदस्य उपस्थित थे. बैठक में निर्णय लिया गया कि सत्र 2014-17 के स्नातक कला, वाणिज्य और विज्ञान की प्रतिष्ठा, सामान्य और वोकेशनल परीक्षा के परीक्षा सारिणी को दो से तीन दिन के अन्दर प्रकाशित कर दिया जायेगा.

कुलपति ने प्राध्यापकों से आग्रह किया है कि छात्रहित को ध्यान रखते हुए ग्रीष्मावकाश के समय परीक्षा संपन्न कराने में सहयोग करें. उन्होंने कहा कि ग्रीष्मावकाश में परीक्षा कार्य करने के बदले उन्हें सत्र के अंतर्गत छुट्टी दी जाएगी.

डोरीगंज: सप्ताहभर पूर्व स्थानीय थानाक्षेत्र के बलवन टोला गाँव से फरार युगल प्रेमी जोड़े ने गुरूवार को डोरीगंज थाने पहुँच सरेंडर कर दिया. थानाध्यक्ष के समक्ष दोनो प्रेमी जोड़े ने यह कबूल करते हुए बताया कि दोनो एक दूसरे के वगैर नही रह सकते वही पुलिस की पूछताछ के दौरान युवती ने खुद को बालिग करार देते हुए एज प्रूफ के तौर पर अपने आधार कार्ड के साथ अन्य कागजात भी प्रस्तुत किए. युवती ने पुलिस को बताया कि उसका अपहरण नही हुआ था बल्कि वह खुद अपनी मर्जी से अपने प्रेमी के साथ गई थी.

थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार ने बताया कि लड़के को पुलिस हिरासत मे लेकर युवती को 164 के ब्यान हेतु छपरा कोर्ट भेज दिया गया

मालूम हो कि सप्ताहभर पूर्व दोनो प्रेमी जोड़े घर से फरार हो गए थे. जिसकी प्राथमिकी युवती की माँ के द्वारा गाँव के सुरेश राय के पुत्र पंकज कुमार को आरोपित कर परिवार के अन्य लोगो के विरूद्ध खुले मे शौच जाने के क्रम मे अपहरण कर लिए जाने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी.

छपरा: गंडक कॉलोनी में अनाधिकृत रूप से रह रहे लोगों के क्वार्टर को गुरुवार को खाली कराने की कार्रवाई की गई. सदर सीओ विजय कुमार सिंह के नेतृत्व में कार्रवाई की गई. इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी.

सीओ ने बताया कि जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद के आदेश पर अनाधिकृत रूप से रह रहे दो दर्जन क्वार्टरों को खाली कराने की कार्रवाई की गई है. जिनमे से 7 से 8 क्वार्टरों को खाली कराया जा चुका है शेष बचे क्वार्टरों को दो दिनों में खाली करा लिया जाएगा. 

इस दौरान गंडक विभाग के अधीक्षण अभियंता उमानाथ राम, कार्यपालक अभियंता विनय कुमार सिंह आदि उपस्थित थे.

छपरा: शहर के मेवालाल चौक पर छपरा विधायक सीएन गुप्ता की गाड़ी ट्रक के टक्कर से बाल- बाल-बाल बच गई. मामला गुरुवार की रात्रि का है. जब छपरा विधायक गांधी चौक से मेवालाल चौक पहुंचे ही थे कि महावीर स्थान की तरफ तेज़ रफ्तार से आ रही ट्रक मेवालाल चौक पर टकराते-टकराते बच गई.

गाड़ी से निकलकर विधायक के बॉडीगार्ड ने ट्रक ड्राइवर को फटकार भी लगाई. ऐसा मामला सुनते ही लोगों ने कॉल करके विधायक जी का हाल जाना. भाजपा नेता श्याम बिहारी अग्रवाल ने भी कॉल कर छपरा विधायक का हाल पूछा.

छपरा: अपने सुहाग की लंबी आयु के लिए सुहागिन महिलाओं ने वट सावित्री का व्रत किया.पूरे दिन उपवास रखकर सुहागिनों ने वट वृक्ष की पूजा की और अपने सुहाग की लंबी आयु की कामना की.

पूजा अर्चना के दौरान महिलाओं ने वट वृक्ष में पीला धागा लपेट वृक्ष को आम, चना और लीची का भोग लगाया साथ ही उन्हें पंखा भी झला.

पूजा के बाद संध्या समय मे सुहागिन पति के चरण स्पर्श कर फलाहार कर अपने व्रत को विराम देतीं हैं.

मान्यताओं के अनुसार सावित्री इसी दिन अपने मृत पति सत्यवान के आत्मा को यमराज से वापस मांग लिया था. अपने सूझ बुझ से सावित्री अपने पति को जिंदा करने में सफल रही थी.

वट सावित्री की पूजा दिन के मध्य में की जाती है. क्योंकि सती सावित्री अपने पति सत्यवान के प्राण यमराज से वापस लाकर पति को पुनर्जीवित किया था.