नई दिल्ली, 07 मई (हि.स.)। पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ देश में उपजा गम और गुस्सा आज सुबह नए जज्बे के रूप में दिखा। पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए पाकिस्तान के खिलाफ आधीरात बाद किए गए वायुसेना के ऑपरेशन सिंदूर को सुनकर लोगों के कलेजे को कुछ ठंडक पहुंचीं। हमले में अपने परिजनों को गंवानों वालों ने बदला लेने के लिए भारतीय सेना को सलाम करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया।

इस हमले में जान गंवाने वाले करनाल (हरियाणा) के विनय नरवाल की मां आशा ने आंसू पोछते हुए कहा, ” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने वादे को निभाया है। उन्होंने बदला ले लिया है। मैं उनके साथ हूं, जनता और हमारा पूरा परिवार उनके साथ है। सेना के जवानों को मैं संदेश देना चाहती हूं कि वो आगे बढ़ते रहें और ऐसे ही बदला लेते रहें, जिससे ऐसी घटना दोबारा न घटे।” पुणे की प्रगति जगदाले ने पहलगाम में अपने पति संतोष जगदाले को गंवाया है। उन्होंने कहा कि वह इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करती हैं। उन्होंने पाकिस्तान को यह दिखा दिया कि वह चुप बैठने वालों में से नहीं है। संतोष की बेटी असावरी जगदाले ने कहा, ”ऑपरेशन सिंदूर को सुनकर मैं बहुत रोई। मेरे आंसू आतंकी हमले में मारे गए लोगों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि हैं।”

पहलगाम में पुणे के कौस्तुभ गणबोटे की भी कायर आतंकवादियों ने जान ली है। उनकी पत्नी संगीता गणबोटे ने ने कहा, ”भारत ने जो कार्रवाई की है वो एकदम सही है और ऑपरेशन का नाम सिंदूर देकर महिलाओं को सम्मान भी दिया है।” कौस्तुभ गणबोटे के बेटे कुणाल गणबोटे ने कहा, ” हमने जो बदला लिया है, वहएकदम सही है और यही होना चाहिए था। हम सभी इसी चीज की प्रतीक्षा कर रहे थे हम भारत सरकार से बहुत उम्मीद लगकर बैठे थे। सरकार के इस कदम से खुशी में आंखें नम हैं।”

इस आतंकी हमले में कानपुर के शुभम द्विवेदी के प्राण पखेरू भी उड़े हैं। उन्होंने अपना नाम न छापने का आग्रह करते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद करना चाहती हैं। उन्होंने मेरे पति की मौत का बदला लिया है। जिस तरह से उन्होंने पाकिस्तान को जवाब दिया, उसने हमारा भरोसा कायम रखा है। यह उनके पति को सच्ची श्रद्धांजलि है। शुभम द्विवेदी के पिता संजय द्विवेदी ने कहा कि वह लगातार खबरें देख रहे हैं। वह भारतीय सेना को सलाम करते हैं। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और सेना ने देश की जनता का दर्द समझा। जब से हमने यह खबर सुनी है, पूरा परिवार कुछ हल्का महसूस कर रहा है।

– किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक या सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया

नई दिल्ली, 07 मई (हि.स.)। भारत ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 सैलानियों में विधवा हुई महिलाओं की मांग से उजड़े सिंदूर को ध्यान में रखते हुए मंगलवार की आधी रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। भारत ने बिना सीमा पार किए हैमर, स्कल्प और मिसाइलों से पाकिस्तान और पीओके के नौ आतंकी शिविरों पर हमला करके जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के ठिकानों को तबाह कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर भारी गोलाबारी शुरू कर दी है। भारतीय सेना ने एलओसी पर पाकिस्तानी गोलीबारी का सटीक जवाब दिया है।

भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देते हुए मंगलवार को आधी रात के बाद पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए हैं। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना और वायु सेना ने सटीक हमला करने वाले हथियारों का उपयोग करके एक संयुक्त अभियान चलाया। भारत ने बिना सीमा पार किए लड़ाकू विमान राफेल और सुखोई से हैमर, स्कल्प मिसाइलों से मुजफ्फराबाद, सियालकोट, कोटली, गुलपुर, भिन्वेर, मुरीदके, बहावलपुर में आतंकी शिविरों पर हमले किए।

जम्मू-कश्मीर में भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी बुनियादी ढांचे पर हमला किया, जहां भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाकर उन्हें अंजाम दिया जा रहा था। भारतीय सेना ने भारत में आतंकवादी गतिविधियों को प्रायोजित करने में भूमिका के लिए जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर के शीर्ष नेतृत्व को निशाना बनाने के इरादे से हमलों के लिए स्थान का चयन किया था। हमलों में तीनों सेनाओं, भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना की सटीक हमला करने वाली हथियार प्रणालियों का इस्तेमाल किया गया, जिसमें लोइटरिंग हथियार भी शामिल थे। यह हमले केवल भारतीय धरती से किए गए थे।

भारत की कार्रवाई केंद्रित और सटीक रही है। किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक या सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया। केवल ज्ञात आतंकी शिविरों को ही निशाना बनाया गया। हमलों के तुरंत बाद एनएसए अजीत डोभाल ने अमेरिकी एनएसए और विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बात की और उन्हें की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। भारत के पास विश्वसनीय सुराग, तकनीकी जानकारी, जीवित बचे लोगों की गवाही और अन्य सबूत हैं, जो इस हमले में पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों की स्पष्ट संलिप्तता की ओर इशारा करते हैं।

भारत की कार्रवाई में निशाना बनाए गए आतंकी ठिकानों में बहावलपुर स्थित जैश का मुख्यालय है, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा से 100 किमी दूर है। इसी तरह मुरीदके में स्थित लश्कर का अड्डा है, जहां से मुंबई के 26/11 के आतंकी हमलों की योजना बनाकर अंजाम दिया गया था।भारत के हमले में तबाह हुए गुलपुर के आतंकी शिविर से पुंछ-राजौरी हमलों और जून, 2024 की बस पर हमले को अंजाम दिया गया था। पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर के सवाई कैंप को सोनमर्ग, गुलमर्ग, पहलगाम हमलों की जड़ माना जा रहा था।

इसी तरह नष्ट किया गया बिलाल कैंप जैश का लॉन्चिंग पैड रहा है। कोटली कैंप में 50 आतंकियों की क्षमता थी, जो लश्कर बमर्स का अड्डा रहा है। तबाह हुआ बर्नाला कैंप राजौरी के सामने 10 किमी की दूरी पर था। सांबा-कठुआ के सामने जैश ठिकाना सरजल कैंप अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास था। नष्ट किया गया नवां आतंकी ठिकाना महमूना शिविर हिजबुल मुजाहिद्दीन का आतंकी कैंप है, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा से 15 किमी. दूरी पर सियालकोट के पास स्थित है।

नीट पेपर लीक के नाम पर साइबर ठगी करने वाला बांग्लादेश मेडिकल कॉलेज का छात्र गिरफ्तार

अररिया:  नीट परीक्षा प्रश्न पत्र लीक के नाम पर टेलीग्राम के माध्यम से साइबर ठगी को अंजाम देने वाला मेडिकल का छात्र को अररिया पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया।आर्थिक अपराध इकाई पटना के निर्देश पर साइबर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।गिरफ्तार मेडिकल छात्र एस.के.फैज उर्फ शेख फैज पिता एस .के.रौशन अली उर्फ शेख रौशन अररिया इस्लामनगर वार्ड संख्या 27 का रहने वाला है।उसके पिता शेख रौशन पैथोलॉजिस्ट हैं और इस्लामनगर में ही अला पैथोलॉजिस्ट के नाम से पैथोलॉजी सेंटर चलाते हैं,जबकि गिरफ्तार 22 वर्षीय एस.के.फैज उर्फ शेख फैज बांग्लादेश के सिलहट के नॉर्थ ईस्ट मेडिकल कॉलेज का चतुर्थ वर्ष का छात्र है।माता पिता के दो भाई बहन एकमात्र बेटा है,जिसे अररिया पुलिस ने गिरफ्तार किया।

गिरफ्तार एस.के.फैज उर्फ शेख फैज ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में साइबर थाना के पुलिस पदाधिकारी के समक्ष बताया कि 2020 में अररिया से इंटरमीडिएट करने के बाद वर्ष 2021 में उन्होंने अपना नामांकन बांग्लादेश के सिलहट नॉर्थ ईस्ट मेडिकल कॉलेज में कराया और वर्तमान समय में वह चतुर्थ वर्ष में है।उन्होंने पुलिस को बताया कि निजी खर्चे की भरपाई करने के लिए उन्हें पैसों की आवश्यकता थी।इसी क्रम में उन्होंने बिहार में नीट परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने की जानकारी मिली।प्लान के तहत 2022 में टेलीग्राम पर @MeBldur नाम से अपना अकाउंट खोलकर एक चैनल बनाकर नीट परीक्षा प्रश्न पत्र लीक का मैसेज को सर्कुलेट करने लगा।उन्होंने बताया कि इस मैसेज के बाद बड़ी संख्या में उनसे लोगों ने संपर्क किया।जिसके बाद उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक खाता संख्या 4933000100091284 पर फोन पे के माध्यम से बार कोड भेजकर अवैध पैसे मंगाना शुरू कर दिया।एक बार पैसे खाता में आने के बाद पैसे भेजने वाले का अकाउंट को ब्लॉक कर देता।फलस्वरूप पैसे भेजने वाले दुबारा संपर्क स्थापित नहीं कर पाते थे।

उन्होंने बताया कि इस काम में उन्हें काफी मुनाफा हुआ।उन्होंने बताया कि चार वर्षों से वह इस काम को इसी तरह अंजाम दे रहा था।नीट पेपर लीक के नाम पर सैकड़ों लोगों से पैसे लेने की बात उन्होंने स्वीकार की।हालांकि अपने बयान में उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि भले ही नीट प्रश्न पत्र लीक मामले में उन्होंने पैसों की ठगी की,लेकिन किसी को भी कोई प्रश्नपत्र उपलब्ध नहीं कराया।अचानक अररिया पुलिस के घर पर आने के बाद हिरासत में उन्हें लिया और पूछताछ के लिए थाना लाया,जहां पूछताछ के क्रम में उन्होंने पुलिस को यह स्वीकारोक्ति बयान दिया है।

मामले की पुष्टि एसपी अंजनी कुमार ने भी की है और कहा कि प्राप्त सूचना के आलोक में साइबर टीम वैज्ञानिक और तकनीकी तथ्यों के आधार पर एस.के.फैज उर्फ शेख फैज को गिरफ्तार किया है,जिन्होंने अपने स्वीकारोक्ति बयान में नीट प्रश्न पत्र लीक मामले में टेलीग्राम के माध्यम से मैसेज कन्वे कर पैसों की ठगी में शामिल था।एसपी ने मामले में हर पहलू पर जांच किए जाने की बात कही।

न्यूयॉर्क, 06 मई (हि.स.)। अमेरिका के कोलंबिया विश्वविद्यालय ने पुलित्जर पुरस्कार विजेताओं की घोषणा कर दी। द न्यूयॉर्क टाइम्स की झोली में सोमवार को चार पुरस्कार आए । इनमें डोनाल्ड ट्रंप की हत्या के प्रयास की तस्वीरें भी शामिल हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स ने सूडान के गृहयुद्ध, अफगानिस्तान में अमेरिकी विफलताओं और शहर के घातक ओपियोइड संकट की बाल्टीमोर बैनर के साथ जांच पर रिपोर्टिंग के लिए भी पुरस्कार जीता। प्रोपब्लिका को सार्वजनिक सेवा पुरस्कार दिया गया। पुलित्जर पुरस्कार पत्रकारिता के लिए 15 और कला क्षेत्र में आठ श्रेणियों में प्रदान किया जाता है। पुरस्कार विजेता को प्रमाण पत्र और 15,000 डॉलर की राशि प्रदान की जाती है।

द न्यूयॉर्क टाइम्स ने घातक ओपियोइड संकट की जांच के लिए गैर-लाभकारी समाचार आउटलेट द बाल्टीमोर बैनर के साथ मिलकर भी पुरस्कार जीता। द न्यू यॉर्कर ने कमेंट्री और फीचर फोटोग्राफी के साथ-साथ अपने खोजी पॉडकास्ट इन द डार्क के लिए तीन पुरस्कार जीते। प्रोपब्लिका ने देश भर में राज्य गर्भपात प्रतिबंधों के प्रभाव की कवरेज के लिए सार्वजनिक सेवा के लिए पुरस्कार जीता। इसे पुलित्जर में सबसे प्रतिष्ठित माना जाता है। रिपोर्टर कविता सुराना, लिजी प्रेसर, कैसंड्रा जारामिलो और फोटोग्राफर स्टेसी क्रैनिट्ज ने मृत्यु प्रमाणपत्रों और अस्पताल के रिकॉर्ड का उपयोग करके यह पता लगाया कि कैसे प्रतिबंधों ने माताओं की रोकी जा सकने वाली मौतों को सीधे तौर पर जन्म दिया।

द वाशिंगटन पोस्ट के कर्मचारियों ने जुलाई में बटलर, पेनसिल्वेनिया में ट्रंप की रैली में उनकी हत्या के प्रयास की कवरेज के लिए ब्रेकिंग न्यूज रिपोर्टिंग का पुरस्कार जीता। वाशिंगटन पोस्ट की एन टेलनेस को सचित्र रिपोर्टिंग और टिप्पणी के लिए पुरस्कार दिया गया। कार्टूनिस्ट टेलनेस ने जनवरी में इस्तीफा दे दिया था। रॉयटर्स को फेंटेनल एक्सप्रेस के लिए खोजी रिपोर्टिंग पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह एक शृंखला अमेरिका के ओपियोइड संकट के पीछे नशीली दवाओं के व्यापार की जांच करती है। दुनिया के सबसे अमीर आदमी एलन मस्क की कवरेज के लिए द वॉल स्ट्रीट जर्नल के पत्रकारों को राष्ट्रीय रिपोर्टिंग पुरस्कार मिला। कवरेज ने रूढ़िवादी राजनीति में मस्क के प्रभाव, अवैध दवाओं के उपयोग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत के बारे में विवरण प्रकट किया।

द न्यूयॉर्क टाइम्स के आजम अहमद, क्रिस्टीना गोल्डबाम और मैथ्यू ऐकिंस ने अफगानिस्तान में युद्ध के परिणामों की जांच के लिए रिपोर्टिंग पुरस्कार जीता। डेक्लेन वाल्श और द न्यूयॉर्क टाइम्स के पत्रकारों ने सूडान में चल रहे गृहयुद्ध की कवरेज के लिए अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टिंग का पुरस्कार जीता। न्यूयॉर्क टाइम्स के डग मिल्स ने पिछले वर्ष राष्ट्रपति ट्रंप की हत्या के प्रयास की तस्वीरें लेने के लिए ब्रेकिंग न्यूज फोटोग्राफी पुरस्कार जीता, जिसमें एक तस्वीर में गोली भी दिखाई दे रही थी।

द बाल्टीमोर बैनर और द न्यूयॉर्क टाइम्स की एलिसा झू, निक थिएम और जेसिका गैलाघर को खोजी रिपोर्टिंग पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

फीचर लेखन का पुरस्कार एस्क्वायर पत्रिका के योगदानकर्ता मार्क वारेन को मिला। द न्यू यॉर्कर के मोसाब अबू तोहा को गाजा पट्टी में अनुभव आधारित निबंधों के लिए सम्मानित किया गया। आलोचना के लिए ब्लूमबर्ग सिटीलैब की लेखिका एलेक्जेंड्रा लैंग को पुरस्कृत किया गया। ह्यूस्टन क्रॉनिकल के राज मनकाड, शेरोन स्टीनमैन, लिसा फाल्केनबर्ग और लीह बिंकोविट्ज को खतरनाक रेल क्रॉसिंग और अवरुद्ध चौराहों के बारे में एक शृंखला के लिए संपादकीय लेखन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कला और साहित्य के लिए पुरस्कारों में पर्सीवल एवरेट के उपन्यास जेम्स को फिक्शन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। ब्रैंडन जैकब्स-जेनकिंस के पर्पस ने ड्रामा पुरस्कार जीता। यह नाटक नागरिक अधिकार आंदोलन से जुड़े एक प्रमुख अश्वेत परिवार के भीतर के एक समझौते पर आधारित है।

इतिहास पुरस्कार कैथलीन डुवैल की किताब नेटिव नेशंस: ए मिलेनियम इन नॉर्थ अमेरिका और एडा एल. फील्ड्स-ब्लैक की कॉम्बी: हैरियट टबमैन, द कॉम्बाही रिवर रेड, एंड ब्लैक फ्रीडम ड्यूरिंग द सिविल वॉर को दिया गया। जीवनी पुरस्कार लेखक जेसन रॉबर्ट्स को एवरी लिविंग थिंग: द ग्रेट एंड डेडली रेस टू नो ऑल लाइफ के लिए दिया गया। टेसा हल्स को आत्मकथा पुरस्कार दिया गया। बेंजामिन नाथन्स की पुस्तक टू द सक्सेस ऑफ आवर होपलेस कॉज: द मेनी लाइव्स ऑफ द सोवियत डिसिडेंट मूवमेंट को सामान्य नॉनफिक्शन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कविता पुरस्कार मैरी होवे की को मिला। सुसी इबारा संगीत के क्षेत्र में पुरस्कार दिया गया।

कटिहार, 06 मई (हि.स.)। बिहार में कटिहार जिले के कुरसेला थाना क्षेत्र के चांदपुर हनुमान मंदिर के पास सोमवार देर रात एक स्कॉर्पियो मक्का लदी ट्रैक्टर से टकरा गई, जिसमें आठ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

मृतकों की पहचान टुनटुन कुमार, ज्योतिष कुमार, प्रिंस कुमार, अजय कुमार, सिक्कू कुमार और तीन अन्य युवकों के रूप में हुई है। ये सभी बाराती रुपौली थाना क्षेत्र के ढिबरा गांव से पूर्णिया जिले के कोसकीपुर विपिन सिंह के घर जा रही थी।

हादसे के बाद शादी का माहौल मातम में तब्दील हो गया। घायलों को समेली स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की तहकीकात में जुट गई है।

– 10 मई को सीतामढ़ी में सजेगा धर्म, संस्कृति और लोक जीवन का मंच
– राज्यपाल होंगे मुख्य अतिथि, धार्मिक और आध्यात्मिक हस्तियां बनेंगी साक्षी
– समाचार एजेंसी हिन्दुस्थान समाचार की पहल पर भारत की सांस्कृतिक विविधता का महोत्सव

सीतामढ़ी, 06 मई (हि.स.)। जब देश वैश्विक सोच और आधुनिक जीवनशैली की ओर तेजी से बढ़ रहा है, तब ऐसी कौन-सी शक्ति है जो हमारी जड़ों से हमें जोड़े रखती है? वह शक्ति है- लोक संस्कृति, जो पीढ़ियों से समाज को दिशा देती आई है। इसी लोक परंपरा का सबसे उज्ज्वल प्रतीक हैं मां सीता… जिनके त्याग, धैर्य और मर्यादा ने न केवल धार्मिक कथा को जीवंत किया, बल्कि भारतीय समाज की आत्मा को भी आकार दिया। उनके आदर्श आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने वे त्रेता युग में थे। आगामी 10 मई को सीतामढ़ी में आयोजित होने वाला सीता महोत्सव-2025 लोक संस्कृति के पुनर्जागरण का महत्वपूर्ण अवसर है।

भारतीय भाषाओं की आवाज देश की एकमात्र बहुभाषी न्यूज एजेंसी हिन्दुस्थान समाचार 10 मई को सीता महोत्सव-2025 के जरिए कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत की विविधता को एकसूत्र में पिरोएगी। श्री जानकी जन्मभूमि पुनौराधाम सीतामढ़ी का प्रेक्षागृह ‘लोक संस्कृति एवं लोकजीवन में मां सीता’ विषयक सीता महोत्सव-2025 का साक्षी बनेगा। इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य मां सीता के जीवन और उनके लोकजीवन में योगदान को समर्पित करना है। हिन्दुस्थान समाचार समूह के अध्यक्ष अरविन्द भालचंद्र मार्डीकर कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार समूह के मुख्य समन्वयक राजेश तिवारी ने कहा कि सीता महोत्सव यह संदेश देगा कि अगर हमें एक मजबूत, नैतिक और एकजुट भारत चाहिए तो हमें अपनी लोक संस्कृति की ओर लौटना होगा- उस संस्कृति की ओर जिसकी जड़ें मां सीता के जीवन से सिंचित हैं। उन्होंने बताया कि लोक संस्कृति में मां सीता का स्थान अडिग है और सीता महोत्सव लोकजीवन में उनके योगदान को पुनः स्थापित करने का एक प्रयास है। यह कार्यक्रम भारतीय संस्कृति की गहरी जड़ों को सम्मानित करने का भी आदर्श उदाहरण बनेगा और मां सीता के आदर्शों से जुड़कर समाज को नई दिशा देगा।

राज्यपाल समेत धार्मिक और आध्यात्मिक हस्तियां बढ़ाएंगी महोत्सव की शोभा

सीता महोत्सव में बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान बतौर मुख्य अतिथि भाग लेंगे। वे इस अवसर पर मां सीता के जीवन और उनके योगदान को लेकर अपने विचार साझा करेंगे। साथ ही, पीठाधीश्वर श्री जानकी जन्मभूमि मंदिर पुनौराधाम के श्रीमहंत कौशल किशोर दास जी महाराज आशीर्वचन देंगे। मुख्य वक्ता सिद्धपीठ हनुमत निवास अयोध्या धाम के श्रीमहंत आचार्य मिथिलेशनंदिनीशरण जी महाराज, बगही धाम सीतामढ़ी के श्रीमहंत डॉ. शुकदेव दास जी महाराज और बतौर विशिष्ट अतिथि श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा की अनन्त श्री विभूषित महामंडलेश्वर श्री मां योग योगेश्वरी यती जी जैसी धार्मिक और आध्यात्मिक हस्तियां भी मौजूद रहेंगी। महोत्सव में विशिष्ट अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य सूचना आयुक्त पदुम नारायण द्विवेदी और भाग्य विधाता चैरिटेबल एवं ट्रस्ट (रजि.) के संस्थापक अध्यक्ष राम सुरेश चौधरी, कार्यकारी अध्यक्ष संतोष सुरेश चौधरी, निदेशक भाष्कर झा भी उपस्थित होंगे।

सजेगी सांस्कृतिक सुर संध्या, उदय और सुरेन्द्र छेड़ेंगे स्वर

इस महोत्सव में सांस्कृतिक सुरों की शाम भी सजेगी। बिहार के प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित उदय कुमार मलिक और भजन गायक डॉ. सुरेन्द्र कनौजिया अपने संगीत से इस कार्यक्रम को और भी रंगीन करेंगे। उनकी मधुर और शास्त्रीय गायकी न केवल कार्यक्रम में रूहानी अहसास जोड़ेगी, बल्कि यह भारतीय शास्त्रीय संगीत के प्रति सम्मान और श्रद्धा को भी नए स्तर तक पहुंचाएगी। सांस्कृतिक मंच पर भारतीय शास्त्रीय संगीत के सुरों में गजब का जोश और ऊर्जा देखने को मिलेगी। शास्त्रीय संगीत और मां सीता के जीवन के मिले-जुले प्रभाव कार्यक्रम में चार चांद लगाएंगे।

Chhapra: पर्यटन विभाग बिहार सरकार एवं जिला प्रशासन सीतामढ़ी द्वारा आयोजित सीतामढ़ी महोत्सव 2025 में सारण की कुमारी अनीशा को प्रस्तुति के लिए आमंत्रित किया गया है।

यह अयोजन दो दिवसीय 6 और 7 मई को पुनौरा धाम , सीतामढी में होगा । स्थानीय कलाकार से लेकर राज्य स्तरीय एवं प्रसिद्ध कलाकारों की भी प्रस्तुति होंगी । अनीशा की प्रस्तुति 7 मई को शाम में होगी ।

अनीशा की कत्थक का प्रारंभिक प्रशिक्षण छपरा में ही पंडित राजेश मिश्रा के द्वारा हुआ है ।

वो अभी वर्तमान में कत्थक गुरु बक्शी विकाश से कत्थक की शिक्षा प्राप्त कर रही है। अनिशा जिला प्रशासन सारण के सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ साथ अन्य जिलों एवं राज्यों में अपनी प्रस्तुति देती आ रही है।  

नई दिल्ली, 5 मई (हि.स.)। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नागरिक सुरक्षा तैयारियों को मजबूती देने के उद्देश्य से सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को 7 मई को मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्देश दिया है। यह निर्णय पहलगाम हमलों और पाकिस्तान के साथ बढ़े तनाव के बाद लिया गया है।

आपातकालीन स्थिति का पूर्वाभ्यास
सरकारी सूत्रों के अनुसार, इस मॉक ड्रिल में हवाई हमले की स्थिति में नागरिकों को सचेत करने के लिए सायरन की प्रभावशीलता का परीक्षण करना और नागरिकों एवं छात्रों को बुनियादी आत्मसुरक्षा उपायों के बारे में शिक्षित करना शामिल है। इसके अलावा युद्ध के संभावित खतरे के दौरान अंधेरा कर देने की आपात प्रक्रिया (क्रैश ब्लैकआउट) का अभ्यास और संवेदनशील प्रतिष्ठानों को छिपाकर बुनियादी ढांचे की रक्षा करना शामिल होगी। इसके साथ ही आपातकालीन स्थिति में लोगों की सुरक्षित निकासी की योजनाओं को अद्यतन किया जाएगा और उनका पूर्वाभ्यास भी कराया जाएगा।

सूत्रों के अनुसार, इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य नागरिकों में जागरूकता बढ़ाना, उनकी भागीदारी सुनिश्चित करना और राज्य तथा स्थानीय प्रशासन की तैयारियों की समीक्षा करना है। यह मॉक ड्रिल विभिन्न स्तरों पर नागरिक सुरक्षा प्रणाली की प्रभावशीलता को जांचने का एक समन्वित प्रयास है।

यह पहल देश की समग्र सुरक्षा रणनीति का हिस्सा
गृह मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि वे इस अभ्यास की पूरी योजना पहले से तैयार करें और सभी संबंधित एजेंसियों के साथ समन्वय बनाकर उसका सफल आयोजन सुनिश्चित करें। यह पहल देश की समग्र सुरक्षा रणनीति का हिस्सा है और भविष्य की किसी भी आपात स्थिति से निपटने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

कटहरीबाग़ की वर्षो की जलजमाव की समस्या को विधायक ने किया दूर

chhapra: कटहरीबाग वैभव पैलेस होते हुए से अग्रहरी अपार्टमेंट होते हुए रावल टोला की तरफ जाने वाली सड़क पर वर्षो से जलजमाव होता था लेकिन इस समस्या को छपरा विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने पूर्णतः हल कर दिया है. विधायक डॉ गुप्ता ने अपने सम्बोधन में कहा की ये सड़क काफी चर्चित थी वर्षों से इसका उन्नयन आवश्यक था जो अब पूरा हुआ है उम्मीद है की आमजन इससे अब काफी खुश होंगे.

जो भी सड़क बच गई है उसकी भी अनुशंसा मेरे द्वारा कर दी गई है.विधायक ने कहा की मेरे कार्यकाल में हुआ क्या है पूछने वाले उन सभी उपेक्षित सड़क को देखे जिसका निर्माण हो चुका है.विकासात्मक कार्य गिनवाने पर शायद विरोधियों की गिनती कम पर जाए. प्रचार -प्रसार से ज्यादा आमजन का कार्य ग्राउंड लेवल पर करने का जोर मेरा ज्यादा होता है. आगे भी काम ऐसे ही विकासात्मक रूप से अनवरत जारी रहेगा.

Chhapra: सारण जिले के अमनौर थानान्तर्गत महज 5 घंटे के अंदर डकैती की घटना का सफल उद्धभेदन कर पुलिस ने गिरोह केतीन सदस्यों को अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार किया है।

सारण  पुलिस ने बताया कि दिनांक-03.05.25 को अमनौर थाना को सूचना प्राप्त हुई कि थाना क्षेत्रान्तर्गत ग्राम-अमनौर सुल्तान स्थित स्टेट बोरिंग के पास कुछ अपराधकर्मी अवैध हथियार के साथ एकत्रित हुए है।  लूट की योजना बना रहें है।

उक्त सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए अमनौर थाना द्वारा छापामारी टीम का गठन कर बताए गए स्थान पर छापामारी किया गया। छापामारी के क्रम में लूट की योजना बना रहें 3 अपराधकर्मियों को 01 देशी कट्टा, 01 जिन्दा कारतूस एवं 02 लूट की मोबाईल के साथ गिरफ्तार किया गया।

इस संबंध में अमनौर थाना कांड सं0-124/25, दिनांक-03.05.25, धारा-310 (4)/310 (5) / 310 (6) भा०न्या०सं० एवं 25 (1-बी) ए/26/35 आर्म्स एक्ट दर्ज किया गया।

गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछ-ताछ के क्रम में इनके द्वारा अमनौर थाना कांड संख्या-123/25, दिनांक-03.05.25, धारा-310 (2) भा०न्या०सं० में अपने एवं अपने अन्य तीन साथियों की पूर्ण संलिप्ता स्वीकार किया गया है।

उक्त कांड में लूटी गयी दो मोबाईल बरामद किया गया है साथ ही इनके द्वारा बताया गया कि सभी साथ मिलकर शाम में लूट की योजना बनाते है एवं रात में राहगीरों से लूट-पाट करते है। उक्त कांड में संलिप्तत अन्य अपराधकर्मियों की गिरफ्तारी हेतु लगातार दविश जारी है।

गिरफ्तार अभियुक्त 

1. रविकांत कुमार उर्फ रवि, पिता-केशव सिंह, साकिन पुरैना, थाना-अमनौर, जिला-सारण।

2. विशाल कुमार, पिता-शंकर सिंह, साकिन पुरैना, थाना-अमनौर, जिला-सारण।

3. संचीत कुमार सिंह, पिता-संजय कुमार सिंह, साकिन-सहादी, थाना-अमनौर, जिला-सारण।

जब्त सामान 

1. देशी कट्टा-01, 2. जिन्दा कारतूस-01, 3. मोबाइल-05, 4. मोटरसाईकिल-01

 

Chhapra: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा छपरा शहर के इंदिरा नगर में निःशुल्क स्वास्थ जांच शिविर का आयोजन हुआ। जिसमें सुप्रसिद्ध चिकित्सक डॉ ओंकार नाथ (फिजिशियन) द्वारा सैकड़ों लोगों की स्वास्थ्य की जांच की गई।

निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर में स्थानीय लोगों ने अपना स्वास्थ्य जांच कराया और चिकित्सकीय परामर्श लिया। इस शिविर का आयोजन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सेवा विभाग के द्वारा किया गया था। 

इस अवसर पर रजनीश सुधाकर, ओमप्रकाश गुप्ता, रमेश कुमार, सिद्धार्थ कुमार, प्रेम कुमार, रंजन कुमार, विकाश कुमार, दिवाकर कुमार, राज किशोर , रिशेष, रंजन, अभिलाष, कामेश्वरी, सुनील त्यागी, सुशील, रुद्र नारायण की गरिमामय उपस्थिति रही।

जयपुर:  करणी विहार थाना इलाके में एक बिल्डिंग के चार मंजिल से बुजुर्ग सिक्योरिटी गार्ड ने छलांग लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। फिलहाल मृतक के आत्महत्या करने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। बताया जा रहा है कि छत का गेट बंद मिलने पर सिक्योरिटी गार्ड को ढूंढा तो उसका शव बिल्डिंग के पास खाली प्लाट में लहूलुहान हालत में पड़ा मिला। पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव को एसएमएस अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया है। जहां रविवार दिन में पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के हवाले कर दिया गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।

थानाधिकारी जयसिंह बेसरा ने बताया कि मृतक महादेव मदान (62) मूलत: उत्तर प्रदेश का रहने वाला था और पिछले 22 सालों से रजनी विहार करणी विहार स्थित मोहित कॉटेज में गारमेंट फैक्ट्री में रहता था। जो फैक्ट्री की सिक्योरिटी करता था। पुलिस की प्रारंभिक जांच पड़ताल में सामने आया कि उसने बिल्डिंग के चार फ्लोर से छलांग लगाकर आत्महत्या कर लिया। फैक्ट्री अकाउंटेंट अपने घर जाने के लिए निकला तो मृतक महादेव मदान नहीं दिखा। आवाज लगाते हुए फैक्ट्री में ढूंढते हुए छत पर जा पहुंचा,जहां चार फ्लोर का गेट बंद मिला। काफी आवाज लगाने और गेट खटखटाने के बाद भी नहीं खोला गया। शक होने पर गेट के पास स्थित छज्जे पर उतरकर छत पर पहुंचा। वहां भी महादेव मदान के नहीं मिलने पर बिल्डिंग के नीचे इधर-उधर झाक कर देखने पर पास ही खाली प्लाट में महादेव मदान पड़ा दिखा। खाली प्लाट में महादेव मदान का शव खून से लथपथ हालत में पड़ा देख पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पुलिस मौके पहुंची और सबूत जुटाकर शव को एम्बुलेंस की मदद से एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी में भिजवाया। पुलिस ने मृतक के पास किसी प्रकार का सुसाइड नोट मिलने की बात से इंकार किया है। फिलहाल परिजनों से इस बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।