Ekma/Manjhi: जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी अमन समीर ने कहा कि चुनाव कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने साफ कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनायी जाती है और किसी भी कोताही पर सीधे कार्रवाई तय है।

सोमवार को मांझी और एकमा विधानसभा के सेक्टर पदाधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में डीएम ने कहा कि सेक्टर पदाधिकारी चुनाव की धुरी हैं। क्षेत्र में वे प्रशासन की आंख और कान होते हैं। उन्होंने बताया कि सेक्टर ऑफिसर सीधे चुनाव आयोग के अधीन होते हैं और भारत निर्वाचन आयोग के प्रेक्षक उनसे प्रत्यक्ष रिपोर्ट लेते हैं।

टू-वे कम्युनिकेशन से समीक्षा

डीएम ने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान वन-वे कम्युनिकेशन अपनाया गया था, जिसमें कार्य-दायित्व समझाए गए थे। लेकिन समीक्षा बैठक में टू-वे कम्युनिकेशन की पद्धति अपनायी गई है, ताकि अब तक किए गए कार्यों का आकलन हो सके। उन्होंने कहा कि आगे केवल परिणाम देखा जाएगा, किसी भी कमी या कोताही को क्षमा नहीं किया जाएगा।

प्रश्नोत्तरी के माध्यम से डीएम ने बूथ तक पहुंच मार्ग, रास्ते की बाधाएं, भविष्य की संभावित समस्या, वैकल्पिक व्यवस्था, क्रिटिकल बूथ और वलनरेबल क्षेत्र की पहचान के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि सेक्टर पदाधिकारियों की रिपोर्ट के आधार पर ही फोर्स डिस्प्लायमेंट, निरोधात्मक कार्रवाई और लोगों में विश्वास बहाली का काम होगा।

निहित होती है मजिस्ट्रेट की शक्ति

डीएम अमन समीर ने बताया कि चुनाव के पूर्व सेक्टर पदाधिकारियों को मजिस्ट्रेट की शक्ति प्राप्त हो जाती है। लॉ एंड ऑर्डर का संधारण भी उन्हीं की जिम्मेदारी होगी। एक छोटी घटना को भी गंभीरता से लेकर एसएचओ और बीडीओ को रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने ईवीएम की सुरक्षा से लेकर मतदान केंद्र तक ले जाने और पोल्ड ईवीएम को स्ट्रॉन्ग रूम में जमा कराने तक की जवाबदेही भी सेक्टर पदाधिकारियों की बताई। रिजर्व ईवीएम को वेयरहाउस में जमा करना होगा।

डीएम ने कहा कि मांझी विधानसभा क्षेत्र में अंतर्राज्यीय सीमा है, जिस पर विशेष निगरानी रखनी होगी। सभी थानों में तीन-तीन स्थायी जांच केंद्र (एसएसटी) स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि चुनाव कार्य सर्वाधिक संवेदनशील है और इसमें कोई ढिलाई नहीं चलेगी। संबंधित अधिकारी या कर्मी पर तत्काल सख्त कार्रवाई होगी।

पोलिंग प्रक्रिया और पोल-डे रिपोर्टिंग की ट्रेनिंग दी जाएगी: जावेद एकबाल

उप निर्वाचन पदाधिकारी जावेद एकबाल ने कार्य सूची की प्रस्तुति के साथ बैठक की शुरुआत की। उन्होंने चुनाव पूर्व, मतदान दिवस और चुनाव समाप्ति तक की प्रक्रिया विस्तार से समझाई। उन्होंने कहा कि आगे ईवीएम संचालन, पोलिंग प्रक्रिया और पोल-डे रिपोर्टिंग की ट्रेनिंग दी जाएगी।

बैठक में एकमा के आरओ सह जिला पंचायत राज पदाधिकारी शशि कुमार, मांझी के आरओ सह सदर भूमि सुधार अपर समाहर्ता आलोक राज, एसडीपीओ सदर राज कुमार, पुलिस इंस्पेक्टर एकमा वीरेंद्र कुमार सिंह, बीडीओ एकमा अरुण कुमार, बीडीओ मांझी रंजीत कुमार सिंह, बीडीओ बनियापुर रामेंद्र कुमार, बीडीओ जलालपुर विनोद कुमार प्रसाद, सीओ मांझी सौरभ अभिषेक, सीओ एकमा राहुल कुमार, एसएचओ मांझी आशीष कुमार, एसएचओ एकमा उदय कुमार, एसएचओ जलालपुर चंदन कुमार राम एवं एसएचओ बनियापुर दिनेश कुमार यादव समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

Chhapra: शहर के कटहरी बाग मुहल्ला में जनसुराज पार्टी के द्वारा छपरा नगर कार्यालय का विधिवत उद्घाटन किया गया।

जनसभा को ई० अजीत सिंह ने संबोधित किया

इस अवसर पर आयोजित जनसभा को ई० अजीत सिंह ने संबोधित किया। अपने उद्बोधन में उन्होंने जनसुराज की विचारधारा, पार्टी की नीतियों तथा आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा की।

उद्घाटन समारोह में पार्टी के कई वरिष्ठ एवं गणमान्य नेता भी मौजूद रहे।

इसके साथ ही जनसुराज परिवार कार्ड कैंप का भी आयोजन किया गया। जिसमें भारी संख्या में लोगों ने भागीदारी की और अपने परिवार कार्ड बनवाए।

Saran: जिले के अमनौर थाना क्षेत्र से एक बड़ी खबर सामने आई है। पुलिस ने 31 वर्षों से फरार चल रहे आर्म्स एक्ट के लाल वारंटी ब्रज किशोर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।

गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई

21 अगस्त की रात गश्ती के दौरान पुलिस को सूचना मिली थी कि वांछित आरोपी ब्रज किशोर सिंह (पिता–स्व. टुकड़ सिंह, निवासी–गोरौल, थाना अमनौर, जिला सारण) को परसा थाना क्षेत्र के ग्राम चनपुरा में देखा गया है। सूचना मिलते ही अमनौर पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए छापेमारी की और आरोपी को पकड़ लिया।

लंबे समय से फरार था आरोपी 

गिरफ्तार आरोपी पर आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज है और वह पिछले 31 साल से फरार चल रहा था। आखिरकार पुलिस की सक्रियता से उसे दबोच लिया गया।

छापेमारी दल शामिल सदस्य

गिरफ्तारी की इस कार्रवाई में अमनौर थानाध्यक्ष और थाना के अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।

Chhapra: सारण वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष ने बुनियादी प्रशिक्षण केंद्र, सारण का भौतिक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण मुख्य रूप से नवनियुक्त प्रशिक्षु सिपाहियों के शारीरिक प्रशिक्षण (पी.टी.) और परेड अभ्यास की प्रगति की समीक्षा के लिए किया गया था।

कुमार आशीष ने प्रशिक्षण के दौरान पूरी ऊर्जा और अनुशासन बनाए रखने की सलाह दी

निरीक्षण के दौरान एसपी ने प्रशिक्षणरत सिपाहियों का पी.टी. और परेड प्रदर्शन देखा। उन्होंने सिपाहियों के समर्पण की सराहना की और अभ्यास में पाई गई कुछ त्रुटियों पर सुधार के लिए दिशा-निर्देश दिए। इनमें शारीरिक चुस्ती, कदमताल में लय, टर्न आउट, वर्दी का सही पहनावा, तेज चाल, सावधान-विश्राम की स्थिति, और सेल्यूट करने के तरीके जैसी बातें शामिल थीं।

एसपी ने सिपाहियों को इन बिंदुओं पर और बेहतर करने के लिए प्रेरित किया तथा प्रशिक्षण के दौरान पूरी ऊर्जा और अनुशासन बनाए रखने की सलाह दी।

Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद( ABVP) द्वारा राजेंद्र महाविद्यालय में सदस्यता अभियान के तहत पोस्टर विमोचन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संगठन के विभिन्न पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जिला प्रमुख डॉ. अनुपम सिंह, डॉ. प्रत्यूष सिंह, डॉ. सुशील कुमार सिंह, श्री भावेश कुमार, विभाग सह संयोजक विशाल कनोडीया, जिला संयोजक नीरज यादव, नगर मंत्री आशीष प्रजापति, राज्य विश्वविद्यालय संयोजक रवि पांडेय, प्रांत सोशल मीडिया सह संयोजक रितेश प्रकाश श्रीवास्तव, प्रांत SFS सह संयोजक सचिन चौरसिया, प्रांत कार्यकारिणी सदस्य राजन कुमार, नगर SFD संयोजक आदर्श कुमार, नगर सह मंत्री कुशाग्र मिश्रा, नगर SFS संयोजक अर्पित शारदा, अमर पांडेय तथा विभाग संगठन मंत्री सूर्यानंद राय की उपस्थिति रही।

Saran: जिले के रिविलगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य विभाग द्वारा मिशन परिवार विकास अभियान के तहत सोमवार को परिवार नियोजन भव्य मेला का आयोजन किया गया। इस परिवार नियोजन मेला का उद्घाटन रिविलगंज प्रखंड प्रमुख डॉ राहुल राज एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी रितेश कुमार के द्वारा संयुक्त रूप से फीता काटकर किया गया। इस पखवाड़े में लोगों को स्थाई एवं अस्थाई उपायों की जानकारी दी गई। जिले के सभी प्रखंडों में व्यापक जनजागरूकता एवं सेवा विस्तार का लक्ष्य रखा गया है।

उक्त अवसर पर प्रखंड ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण के लिए लोगों को जागरूक किया जाए और उन्हें सभी सुविधाएं सरलता से उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा कि छोटा परिवार सुखी जीवन के मंत्र को जन-जन तक पहुंचाना जरूरी है और इसके लिए सामुदायिक स्तर पर निरंतर प्रयास हो रहे हैं। इतना ही नहीं बल्कि स्टॉल के माध्यम से आमजनो को निःशुल्क परामर्श व जानकारी दी जा रही है। प्रखंड प्रमुख ने यह भी बताया कि परिवार नियोजन अपनाने वालों को प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की जाएगी। जिसके अंतर्गत पुरुष नसबंदी लाभार्थी को 03 हजार एवं उत्प्रेरक को 400 रुपये मिलेगा। गर्भपात उपरांत महिला बंध्याकरण लाभार्थी को 02 हजार एवं उत्प्रेरक को 300 रुपये मिलेगा।

प्रसव पश्चात महिला बंध्याकरण लाभार्थी को 03 हजार एवं उत्प्रेरक को 400 रुपये मिलेगा। स्वास्थ्य विभाग की मंशा है कि इन योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे ताकि प्रत्येक परिवार योजना बनाकर अपने जीवन में संतुलन और स्थिरता ला सके। इसके साथ ही लड़कियों में होने वाले सर्वाइकल कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर से बचाव व वैक्सीनेशन की उचित एवं महत्वपूर्ण जानकारी भी दी, उन्होंने बताया कि जो वैक्सीन बाजार में अत्यधिक मूल्य पर बिकने के कारण लोग लेने में असमर्थ रह जाते है उन सभी वैक्सीनों को इस पखवाड़ा के माध्यम से उचित परामर्श व जानकारी के साथ निःशुल्क वितरण किया जा रहा है, जिससे अधिक से अधिक बच्चियों को इसका भरपूर लाभ मिल सके और उनका जीवन सुरक्षित हो सके।

वही उपस्थित प्रखंड विकास पदाधिकारी ने जनसंख्या संसाधनों पर बढ़ती बोझ को ध्यान में रखते हुए परिवार नियोजन के महत्व के बारे में संबोधित करते हुए कहा कि अधिक जनसंख्या सिर्फ संसाधनों पर ही बोझ नहीं बनता, बल्कि सामाजिक, आर्थिक और पारिवारिक असंतुलन का भी कारण बनता है। सरकार इस दिशा में गंभीर है और इसी के तहत यह विशेष अभियान चलाया जा रहा है। प्रत्येक परिवार को सही समय पर सही सलाह और सेवा मिले, यही सरकार का लक्ष्य है।

इस अवसर पर उपस्थित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राकेश कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य है कि प्रत्येक परिवार को सही समय पर सही सलाह और सेवा मिले, ताकि वे अपने परिवार के भविष्य की बेहतर योजना बना सकें इसलिए मिशन परिवार विकास अभियान के अंतर्गत इस तरह के मेले और जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन लगातार किया जा रहा है।

इस मौके पर प्रखंड प्रमुख डॉ राहुल राज, प्रखंड विकास पदाधिकारी रितेश कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राकेश कुमार, बीएचएम संजीव कुमार, बीसीएम रितु कुमारी, बीएमएनई प्रियंका कुमारी, पीएसआई के प्रतिनिधि मुलीधर, राजीव कुमार, सीफार के डीपीसी गनपत आर्यन, कृष्णा सिंह, अजीत साह मुखिया, विष्णु साह मुखिया, शिवजी मांझी बी डी सी, महेश गुप्ता समेत अन्य चिकित्सक और कर्मीगण मौजूद रहे।

Chhapra। डेंगू और चिकनगुनिया जैसे मच्छर जनित रोगों की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के द्वारा वीडियो कन्फ्रेंसिंग के माध्यम से डेंगू एवं चिकनगुनिया की रोकथाम को लेकर एक समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला प्रशासन, नगर निकायों, स्वास्थ्य महकमे और अन्य संबद्ध विभागों के अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए। इस दौरान जिलाधिकारी अमन समीर, उप विकास आयुक्त यतेंद्र पाल, नगर आयुक्त सुनिल कुमार पांडेय, सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह शामिल थे। इस दौरान लार्वीसाइडल दवा का छिड़काव, जल जमाव को समाप्त करने, अस्पतालों में डेंगू-चिकनगुनिया के इलाज की विशेष व्यवस्था करने का निर्देश दियाग या। शहरी क्षेत्र में नगर निगम और नगर परिषद्, नगर पंचायत के द्वारा फॉगिंग कराया जायेगा। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग के टीम द्वारा छिड़काव होगा।

सदर अस्पताल में 10, अनुमंडलीय अस्पताल में 5 तथा सभी पीएचसी में 2 बेड का डेंगू वार्ड बनेगा:

इस दौरान जिलाधिकारी अमन समीर ने कहा कि डेंगू और चिकनगुनिया से निपटने के लिए सदर अस्पताल में 10 बेड, अनुमंडलीय अस्पताल में 5 बेड तथा सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 2 बेड सुरक्षित रखें। सभी बेड को मच्छरदानी युक्त रखने का निर्देश दिया है। संबंधित मरीजों के उपचार के लिए पर्याप्त मात्रा में दवा की व्यवस्था सभी अस्पतालों में हमेशा उपलब्ध रखें। डेंगू के मरीज की पुष्टि होने पर मरीज के निवास स्थान के 500 मीटर के रेडियस में फागिंग कराने का निर्देश दिया गया है। इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों के द्वारा एक्टिव सर्विलांस कराने का निर्देश भी दिया गया है ताकि नए मरीजों की खोज की जा सके। जिलाधिकारी ने आदेश दिया कि मेडिकल कॉलेज से समन्वय स्थापित कर प्लेटलेट्स की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। जिलाधिकारी निर्देश पर डीसीसी और और नगर आयुक्त के द्वारा सदर अस्पताल का भ्रमण किया गया और जलजमाव की समस्या से निपटने के लिए आवश्यक उपाय बताये गये।  

 

एडीज मच्छर के काटने से होता है डेंगू

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि जिले में डेंगू के रोकथाम के लिए सभी आवश्यक तैयारी की गयी है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों में डेंगू के जांच के लिए कीट की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है। फॉगिंग के लिए नये मशीन की खरीदारी हुई है। बैठक आयोजित कर निर्देश दिया जा चुका है। जल्द हीं जिला समन्वय समिति की बैठक आयोजित की जायेगी। एडीज मच्छर के काटने से डेंगू होता है। यह मच्छर दिन में काटता है और स्थिर एवं साफ पानी में पनपता है। तेज बुखार, बदन, सिर एवं जोड़ों में दर्द और आंखों के पीछे दर्द हो तो सतर्क हो जाएं। त्वचा पर लाल धब्बे या चकते का निशान, नाक-मसूढ़ों से या उल्टी के साथ रक्तस्राव होना और काला पखाना होना डेंगू के लक्षण हैं। इन लक्षणों के साथ यदि तेज बुखार हो तो तत्काल सदर अस्पताल जाएं और अपना इलाज करवाएं। उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को पहले डेंगू हो चुका है तो उसे ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। ऐसे व्यक्ति दोबारा डेंगू बुखार की आशंका होने पर सरकारी अस्पताल या फिर डॉक्टर से संपर्क करें।

इन बातों का रखे ध्यान

• घर के आसपास पानी जमा न होने दें।
• कूलर, टायर, गमलों आदि की सप्ताह में कम से कम एक बार सफाई करें।
• मच्छरदानी का उपयोग करें और पूरी बाजू के कपड़े पहनें।
• लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें।

Saran: जिलाधिकारी सारण अमन समीर द्वारा आज समाज कल्याण विभाग, बिहार द्वारा सारण जिले में संचालित बाल पर्यवेक्षण गृह का निरीक्षण किया गयानिरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा उक्त भवन के जीर्णोद्धार कार्य का निरीक्षण किया गया तथा संतोष व्यक्त व्यक्त करते हुए कार्यपालक अभियंता, स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन, छपरा 1 को सुरक्षा के दृष्टिकोण से उक्त भवन के जीर्णोद्धार कार्य में तेजी लाते हुए गुणवत्तापूर्ण सामग्रियों का उपयोग कर एक सप्ताह के अंदर सभी मरम्मति कार्य पूर्ण करने का निदेश दिया गया। साथ ही सहायक निदेशक, बाल संरक्षण इकाई को विद्युत कार्य प्रमंडल से समन्वय स्थापित कर पूरे भवन परिसर में विद्युत वायरिंग के मरम्मति हेतु प्राक्कलन तैयार कराने का निदेश दिया गया ताकि मरम्मति का कार्य कराया जा सके। निरीक्षण के क्रम में बाल संरक्षण पदाधिकारी, सहायक अभियंता, स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन छपरा आदि उपस्थित रहे।

Chhapra: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने आतंकवाद के विरुद्ध ऑपरेशन सिंदूर के तहत एक निर्णायक वैश्विक अभियान की शुरुआत की है। इस पहल के तहत भारत के सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल विश्व के विभिन्न प्रमुख साझेदार देशों और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों की यात्रा पर भेजे जा रहे हैं। प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न दलों के संसद सदस्य, प्रमुख राजनीतिक हस्तियां और प्रतिष्ठित राजनयिक को शामिल किया गया है।

  • मिस्रक़तरइथियोपिया और दक्षिण अफ्रीका का दौरा करेंगे रुडी

सारण से सांसद राजीव प्रताप रूडी इस ऐतिहासिक पहल में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं। वे सातवें प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में मिस्र, क़तर, इथियोपिया और दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर जा रहे हैं। यह प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद के विरुद्ध भारत की जीरो टॉलरेंस नीति को वैश्विक समुदाय के समक्ष रखेगा। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व एनसीपी शरद पवार गुट की सांसद सुप्रिया सुले करेंगी।

  • एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल

सांसद रूडी के साथ इस प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रमुख प्रतिनिधि शामिल हैं जिसमें आप सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी, भाजपा सांसद अनुराग सिंह ठाकुर, टीडीपी सांसद लवु श्री कृष्ण देवतरायालु, कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा, वी मुरलीधरन और सैयद अकबरुद्दीन है। यह प्रतिनिधिमंडल अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह स्पष्ट संदेश देगा कि भारत आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के विरुद्ध पूरी तरह एकजुट और अडिग है।

इस संदर्भ में सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में आतंकवाद के विरुद्ध भारत की यह वैश्विक पहल ऐतिहासिक है। उसमें भागीदारी करना मेरे लिए गौरव की बात है। मुझे गर्व है कि मैं इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनकर भारत की एकजुटता और दृढ़ नीति को दुनिया के सामने प्रस्तुत कर रहा हूँ। यह प्रतिनिधिमंडल भारत की राजनीतिक विविधता के बावजूद उसकी राष्ट्रीय एकता और आतंकवाद के विरुद्ध स्पष्ट रुख का प्रतीक है।

नई दिल्ली, 18 मई (हि.स.)। संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा के 17 सांसदों और दो संसदीय समितियों को संसद रत्न पुरस्कार 2025 के लिए चुना है। पुरस्कारों के लिए चयन राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराज अहीर की अध्यक्षता में बनी समिति ने किया है।

साल 2010 में संसद रत्न पुरस्कार शुरू किए गए थे। इसका विचार पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने दिया था और उन्होंने मई 2010 में चेन्नई में आयोजित पहले समारोह का उद्घाटन किया था। पुरस्कार प्राइम प्वाइंट फाउंडेशन और ई-मैगजीन प्रेसेन्स की पहल पर दिए जाते हैं। हंसराज गंगाराम अहीर इस पुरस्कार के पहले प्राप्तकर्ता थे।

प्राइम प्वाइंट फाउंडेशन की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार यह पुरस्कार समारोह जुलाई 2025 के अंतिम सप्ताह में नई दिल्ली में आयोजित होगा। इस बार चार सांसदों को विशेष पुरस्कार मिलेंगे, जिन्हें “संसदीय लोकतंत्र में निरंतर और उत्कृष्ट योगदान” के लिए चुना गया है। इनमें भरतृहरि महताब (ओडिशा), एन.के. प्रेमचंद्रन (केरल), सुप्रिया सुले और श्रीरंग बारणे (दोनों महाराष्ट्र) शामिल हैं।

महाराष्ट्र ने इस वर्ष सबसे ज्यादा सात पुरस्कार अपने नाम किए हैं। इन विजेताओं में स्मिता वाघ, अरविंद सावंत, नरेश म्हस्के, वर्षा गायकवाड़ और मेधा कुलकर्णी शामिल हैं। उत्तर प्रदेश से प्रवीण पटेल और रवि किशन, झारखंड से निशिकांत दुबे और बिद्युत महतो, राजस्थान से पी.पी. चौधरी और मदन राठौर, तमिलनाडु से सी.एन. अन्नादुरई और असम से दिलीप सैकिया को भी सम्मानित किया जाएगा।

संसद रत्न पुरस्कारों की शुरुआत 2010 में की गई थी। अब तक 125 पुरस्कार दिए जा चुके हैं। ये पुरस्कार सांसदों के बहस, प्रश्न और निजी विधेयकों की संख्या जैसे प्रदर्शन मानकों के आधार पर दिए जाते हैं।

इस बार दो संसदीय स्थायी समितियाँ भी पुरस्कार पाएंगी– वित्त पर स्थायी समिति (अध्यक्ष भरतृहरि महताब) और कृषि पर स्थायी समिति (अध्यक्ष चरणजीत सिंह चन्नी)। इन समितियों को संसद में प्रस्तुत की गई रिपोर्टों के लिए चुना गया है।

Chhapra: सारण जिले के सुप्रसिद्ध फार्मेसी इंस्टिट्यूट विवेकानंद इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मेसी (Vivekananda Institute Of Pharmacy) में शनिवार को विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के अवसर पर इंस्टिट्यूट के विद्यार्थियों द्वारा विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।

विश्व उच्च रक्तचाप दिवस की इस वर्ष की थीम दुनिया भर में कम जागरूकता दर से निपटने और सटीक रक्तचाप माप विधियां प्रदान करने पर केंद्रित है। अपने रक्तचाप को सटीक रूप से मापें, इसे नियंत्रित करें, लंबे समय तक जिएं।

कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित वीआईपी ग्रुप के अध्यक्ष सह रिविलगंज पूर्व प्रखंड प्रमुख विपिन सिंह के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। ततपश्चात संस्थान के मेधावी विद्यार्थियों द्वारा तरह-तरह के संदेशप्रद कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए। इन बच्चों ने कैंप लगाकर सैकड़ों लोगों को परामर्श देते हुए तथा अपनी कलाकारी से उच्च रक्त चाप से होने वाली समस्याओं और जानलेवा बीमारियों के बारे में बताकर लोगो को जागृत किया। इसके साथ ही अनेकों लोगों की निःशुल्क ब्लड प्रेशर, शुगर, ऑक्सीजन लेबल, पल्स आदि की जांच भी की गई।

मुख्य अतिथि विपिन सिंह ने इन बच्चों के अथक परिश्रम और कलाकृतियों की सराहना करते हुए कहा कि आज के दिन का हम सभी के लिए विशेष महत्व है। दुनिया में बहुत से लोग ऐसे हैं जो जानकारी के अभाव में स्वास्थ्य के प्रति सजग नहीं रहते है और अंततः गंभीर जानलेवा बीमारी के शिकार हो जाते हैं। ऐसे लोगो को ये दिन याद कराने, उन्हें उच्च रक्त चाप से बचाने व उसके लक्षण के बारे में अवगत कराने का है।

संस्थान के संचालक तथा शिक्षकों ने भी अपने वाचन के दौरान उच्च रक्त चाप के कारण, लक्षण तथा उससे बचाव की दिशा पर प्रकाश डालते हुए लोगो को बताया।

मुंबई, 17 मई (हि.स.)। प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) ने शनिवार को सीजन 12 के लिए रिटेन किये गए खिलाड़ियों की सूची जारी की। सीजन 12 की नीलामी 31 मई और एक जून को मुंबई में आयोजित की जाएगी। अधिकांश फ्रेंचाइजियों ने अपने मुख्य खिलाड़ियों को रिटेन किया है और अब वे आगामी सीजन के लिए और भी मजबूत टीम बनाने की तैयारी में हैं।

प्रमुख रिटेन्ड खिलाड़ियों में यू मुंबा के सुनील कुमार और आमिर मोहम्मद जफरदानेश, हरियाणा स्टीलर्स के जयदीप डहिया, यूपी योद्धा के सुरेंदर गिल और पुनेरी पलटन के असलम इनामदार व मोहित गोयत शामिल हैं।

इस बार कुल 83 खिलाड़ियों को तीन श्रेणियों में रिटेन किया गया है:

25 खिलाड़ी ‘एलीट रिटेन्ड प्लेयर्स’ श्रेणी में
23 खिलाड़ी ‘रिटेन्ड यंग प्लेयर्स ’ श्रेणी में
35 खिलाड़ी ‘न्यू यंग प्लेयर्स’ श्रेणी में

नीलामी में 500 से अधिक खिलाड़ी उतरेंगे, जिनमें भारत के नामी खिलाड़ी — पवन सहरावत, अर्जुन देशवाल, आशु मलिक और पीकेएल 11 के टॉप रेडर देवांक दलाल शामिल हैं। इसके अलावा, ईरान के दिग्गज फजल अत्राचली और मोहम्मदरेजा शदलूई, साथ ही मनींदर सिंह और प्रदीप नरवाल जैसे अनुभवी खिलाड़ी भी नीलामी में शामिल होंगे।

एक रोचक तथ्य यह है कि नवीन कुमार पहली बार नीलामी में उतरेंगे। उन्होंने दबंग दिल्ली केसी के लिए 6 सीजन में 1102 रेड पॉइंट्स बनाए हैं और 1000+ पॉइंट्स के साथ नीलामी में उतरने वाले पहले खिलाड़ी बनेंगे।

नीलामी के लिए खिलाड़ियों को चार श्रेणियों में विभाजित किया जाएगा और उनका एक बेस प्राइस (आधार मूल्य) भी होगा। कैटेगरी ए का बेस प्राइस 30 लाख रुपये है। इसी तरह कैटेगरी बी के लिए 20 लाख रुपये बेस प्राइस रखा गया है। कैटेगरी सी के खिलाड़ी कम से कम 13 लाख रुपये में बिकेंगे, जबकि कैटेगरी के लिए न्यूनतम मूल्य 9 लाख रुपये है।

हर श्रेणी के अंतर्गत खिलाड़ियों को उनके रोल के अनुसार वर्गीकृत किया जाएगा। ये रोल रेडर, डिफेंडर और ऑल-राउंडर हैं। हर फ्रेंचाइजी के पास 5 करोड़ का कुल सैलरी पर्स होगा।