नई दिल्ली, 1 सितंबर (हि.स.)। पेरिस में खेले गए बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप के महिला एकल फाइनल में जापान की अकाने यामागुची ने शानदार प्रदर्शन करते हुए चीन की पूर्व विश्व नंबर-1 चेन यूफेई को सीधे सेटों में 21-9, 21-13 से हराकर तीसरी बार विश्व खिताब अपने नाम किया।

पांचवीं वरीयता प्राप्त यामागुची ने महज 37 मिनट में मुकाबला समाप्त कर 2021 और 2022 के बाद अपना तीसरा स्वर्ण पदक हासिल किया। मैच के दौरान वह पूरी तरह आत्मविश्वास से भरी नजर आईं और अपने प्रतिद्वंद्वी को कोई मौका नहीं दिया।

चीन की टोक्यो ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता चेन यूफेई ने सेमीफाइनल में शीर्ष वरीय और मौजूदा चैम्पियन दक्षिण कोरिया की आन से-यंग को हराया था। हालांकि, इस दौरान उनके टखने में चोट लग गई थी और फाइनल में उनकी मूवमेंट पर इसका असर साफ दिखाई दिया। यामागुची ने पहले गेम में पूरी तरह दबदबा बनाए रखा और दूसरे गेम में अंतराल के बाद लगातार अंक जुटाकर जीत सुनिश्चित कर ली। यह चेन का दूसरा विश्व चैम्पियनशिप रजत पदक है।

इसी टूर्नामेंट में मलेशिया की चौथी वरीय जोड़ी चेन टांग जी और तोह ई वी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए चीन की दूसरी वरीय जोड़ी जियांग झेनबांग और वेई याक्सिन को 21-15, 21-14 से मात देकर मिक्स्ड डबल्स का खिताब अपने नाम किया।

वहीं पुरुष एकल फाइनल में चीन के विश्व नंबर-1 शी यूकी और मौजूदा चैम्पियन थाईलैंड के कुनलावुत वितिद्सर्न के बीच खिताबी मुकाबला खेला जाएगा।

लंदन: एक वेबसाइट पर जारी सूचना के मुताबिक एक जापानी दुभाषिये ने इस बात की पुष्टि की है कि 1945 में एक विमान दुर्घटना के बाद सुभाष चंद्र बोस की ताईपे में एक सैन्य अस्पताल में मौत हुई.

नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के आखिरी दिनों को बयां करने के लिए शुरू की गई वेबसाइट http://www.bosefiles.info/ के मुताबिक बोस के साथ 1943 से 1945 के बीच दुभाषिये रहे काजुनोरी कुनीजुका अभी तक जीवित हैं. कुनीजुका ने 18 अगस्त 1945 को ताईपेई में एक विमान दुर्घटना के परिणामस्वरूप उनकी मौत होने के बारे में अपनी डायरी में बोस के आखिरी दिनों का ग्राफिक ब्योरा लिखा है.

सनकेई शिमभुन अखबार के लंदन संवाददाता नोबुरू ओकाबे ने वेबसाइट को इस बात से अवगत कराया. उन्होंने डायरी की प्रति भी वेबसाइट को सौंपी है. बोस के पोते और वेबसाइट बनाने वाले आशीष रे ने बताया, ‘डायरी जापानी भाषा में है. हम इसे अनुवाद कराएंगे और आने वाले समय में इसके प्रासंगिक अंशों को जारी करेंगे.’

ओकाबे के मुताबिक कानीजुका 98 साल के हैं और जापान के कोबे में एक वृद्ध आश्रम में रह रहे हैं. ओकाबे उनसे मिले और यह सत्यापित किया कि विमान हादसे के बाद ताईपेई में जापानी सैन्य अस्पताल में बोस की मौत हुई थी.

इससे पहले जब रे ताईपेई गए थे तब वह कैप्टन केइकीची के बेटे युकीची अरई से मिले थे. वह जापानी सेना के एक अधिकारी थे. वह बचे हुए उन सात लोगों में शामिल थे जो दुर्घटनाग्रस्त होने वाले विमान में सवार थे. हालांकि, उन्होंने अपनी डायरी में यह भी लिखा है कि बोस के दुर्घटना में घायल होने के बाद मौत हुई थी.

इसमें उल्लिखित बातों के मुताबिक ताईपे से विमान के उड़ान भरने के शीघ्र बाद जापानी बमवषर्क विमान ने फौरन ही नियंत्रण खो दिया और यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया.