Chhapra: भारत स्काउट और गाइड के डिस्ट्रिक्ट ओपन ट्रूप ने कामता सखी मठ, उत्तरी दहियावां टोला समेत अन्य जगहों पर 51 जरूरतमंद परिवारों के बीच घर घर जा कर सूखा राशन (चावल,आटा और आलू तथा अन्य किराना सामग्री) का वितरण किया.

राष्ट्रीय मुख्यालय द्वारा कोविड 19 के तहत लागू लॉक डाउन में जीरो हंगर (कोई भूख न रहे) के तहत वितरण किया. तथा मास्क के साथ साथ सभी लोगो को कोरोना जागरूकता पंपलेट का वितरण करते हुए उन्हें जागरूक भी किया.

इस मौके पर डिस्ट्रिक्ट ओपन ट्रूप के स्काउट मास्टर सह राष्ट्रपति स्काउट अमन राज ने कहा कि वैश्विक महामारी की इस दौर में समाज के वंचित तबके की सहायता करना सभी का दायित्व है.

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स्काउट एंड गाइड संगठन ने अपने बलबूते पर वैसे लोगों को चिन्हित कर सहायता करने का निर्णय लिया है, जो प्रतिदिन कमा कर अपना तथा अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं, लेकिन लॉक डाउन के कारण उनके समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है. साथ ही साथ अमन राज ने स्वच्छता पर विशेष ध्यान देंने के अलावे बार – बार हाथ को साबुन से धोने, नाक, कान और आंख को बिना वजह न छुए की अपील की.

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Chhapra: शहर से लेकर गांव तक सड़क किनारे अमूमन जंक फूड की दुकानें धड़ल्ले से खुल चुकी है. कम दाम में मिलने के कारण लोग भी इसे बखूबी पसंद कर रहे है, लेकिन इसका हर्जाना लोगो को अपने स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर चुकाना पड़ रहा है.

खाद्य सुरक्षा नियमों को ताक पर रखकर बेची जा रही इन जंक फूड को लेकर प्रशासन पूरी तरह से चिर निद्रा में है. वही लोग इसे खाकर अस्पताल में जा रहे है. बरसात के दिनों में यह जंक फूड लोगों के लिये और भी घातक साबित हो रहा है.

शहर की सभी सड़कों पर ख़ासकर मुख्य चौक गांधी चौक, मौना चौक, नगरपालिका चौक, थाना चौक, भगवान बाज़ार, गुदरी सहित कई अन्य जगहों पर जंक फूड चाउमीन, बर्गर की दुकानें धड़ल्ले से खुल चुकी है. जहाँ लोग खूब मजे के साथ इनका स्वाद ले रहे है.

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कम कीमत में मिल रही इन जंकफूड की दुकानों पर अमूमन लोग खिंचे चले आ रहे है. लेकिन दुकानदार इसी का फायदा उठाकर वह सीधे तौर पर लोगों की जिंदगी से खेल रहे है.

दुकानदार अपने जंकफूड में कम कीमत और लोकल सॉस, ब्रेड, नूडल्स और रिफाइन तेल के साथ साथ क्रीम और मख्खन का प्रयोग कर रहे है. जिससे उन्हें ज्यादा मुनाफ़ा भले ही हो रहा हो लेकिन इसका सीधा असर उनकी दुकान पर आने वाले ग्राहकों पर हो रहा है. बरसात के दिनों में इन घटिया किस्म के सॉस और नूडल्स को खाने से बच्चें बीमार पर रहे है. लेकिन प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नही है.

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प्रशासन से ज्यादा आम जनता को इनके प्रति जागरूक होना होगा. स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए उन्हें जंकफूड वही खाने चाहिए जो दुकानदार अच्छी किस्म के सामानों और खाद्य सुरक्षा नियमो का बखूबी पालन करते हो.