Chhapra: समाहरणालय सभागार में आयोजित साप्ताहिक समन्वय समिति की बैठक में जिलाधिकारी अमन समीर के द्वारा उपस्थित जिलास्तरीय पदाधिकारियों को महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिया गया।
बैठक में जिलाधिकारी के द्वारा विभिन्न विभागों से संबंधित सी. डब्लू. जे. सी / एम. जे. सी के 20 मामलों पर विस्तार से समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी महोदय के द्वारा सभी मामलों का संक्षिप्त विवरणी तैयार कर अगली बैठक में शामिल करने का निदेश दिया गया। साथ ही सभी मामलों में प्रतिशपथ पत्र तैयार करवाने का निदेश दिया गया। इसके लिए संबंधित विभाग के कार्यालय प्रधान को तत्परता से कार्य करने का निर्देश दिया गया। समीक्षा बैठक में विभागीय कार्रवाई से संबंधित 11 मामलों पर चर्चा करते हुए जिलाधिकारी के द्वारा आवश्यक निदेश दिया गया। वर्ष 2023 के नये विभागीय कार्रवाई से संबंधित मामलों को तीन माह के अंतर निष्पादित करने का निदेश जिलाधिकारी के द्वारा सभी विभाग के नोडल पदाधिकारी को दिया गया।
शहर में जल जमाव की समस्या पर चर्चा करते हुए जिलाधिकारी ने बुडको एवं पथ निर्माण विभाग को इस समस्या का समाधान अतिशीघ्र करने का निदेश दिया गया । जाति प्रमाण पत्र के आवेदनों की कुल संख्या एवं निष्पादित आवेदनों की संख्या की संपूर्ण विवरणी तैयार कर अगले बैठक में लाने का निदेश संबंधित पदाधिकारी को दिया गया। सभी विभागों के नोडल पदाधिकारियों को उनके विभाग में तीन वर्ष से अधिक वाले कर्मियों की पहचान कर उनकी सूची उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया। कार्यपालक अभियंता विद्युत पूर्वी एवं पश्चिमी को बिना सूचना के विद्युत कटौती करने पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए प्रेस विज्ञप्ति के जरिए लोगों को पूर्व में सूचना देकर विद्युत कटौती करने का निदेश दिया गया। जिला पदाधिकारी महोदय ने निर्देश देते हुए कहा कि प्रेस-विज्ञप्ति में ग्रिड का नाम, प्रखंड, पंचायत, गॉव, वार्ड इत्यादि का नाम शामिल करते हुए विद्युत कटौती का समय सारणी दिया जाय। ताकि संबंधित प्रभावित होने वाले आम जनों को आसानी से बात समझ में आ जाय ।
जिलाधिकारी के द्वारा पूर्व में दिये गये आदेश की चर्चा करते हुए कहा कि 01 से 12 तक के कक्षाओं के बच्चों के विद्यालय भीषण गर्मी के कारण 24 जून तक बंद कर दिये गये हैं। परन्तु ऐसी शिकायत प्राप्त हो रही है कि कुछेक विद्यालय अभी भी खुल रहे हैं। अतः इस संबंध में आदेश का सख्ती से अनुपालन करवाने का निदेश सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं अनुमंडल पदाधिकारी को दिया गया।
पी.एच.ई.डी.के. कार्यपालक अभियंता को सारण जिले में पानी की कोई समस्या नही हो, इसके लिए खराब पड़े चापाकलों की अविलंब मरम्मति करने का निदेश दिय गया। साथ ही चापाकलों की जिला में कुल आवश्यकता की सूची उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया। हर खेत में सिंचाई का पानी योजना अंतर्गत जलालपुर एवं माँझी में चल रही योजनाओं की जानकारी कार्यपालक अभियंता नगर प्रमंडल के द्वारा दिया गया। बताया गया कि जलालपुर में कुल चार योजनाओं का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। जबकी माँझी में एक योजना किसानों के द्वारा रोका गया है। जिलाधिकारी के द्वारा अंचलाधिकारी को निरीक्षण कर किसानों के समस्याओं का समाधान करने का निदेश दिया गया। इसके अलावे सामुदायिक भवन, कब्रिस्तान आदि के लिए जमीनों के सीमांकन पर जिलाधिकारी ने कई आवश्यक निदेश दिये।
बैठक में नगर आयुक्त सुमित कुमार, अपर समाहर्त्ता डॉ गगन एवं सभी जिलास्तरीय पदाधिकारीगण, सभी कार्य विभागों के कार्यपालक अभियंता गाने एवं संबंधित कर्मी गण उपस्थित थे।

पटना, 19 जून (हि.स.)। पटना मौसम विज्ञान केंद्र की पूर्वानुमान के अनुसार अगले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के 27 जिलों में बारिश और आकाशीय बिजली का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

रविवार को पटना के साथ-साथ कई जिलों में हल्की बारिश हुई, जिससे राज्य के अधिकतम तापमान में 2 से 4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई।

मौसम विभाग ने राज्य के 27 जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसमें पटना, गया, जहानाबाद, शेखपुरा, नवादा, नालंदा, जमुई, लखीसराय, मुंगेर, बांका, भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, खगड़िया, बेगूसराय, सहरसा, सुपौल, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, वैशाली, शिवहर, सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर शामिल हैं।

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मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक प्रदेश में धीरे-धीरे मानसून सक्रिय हो रहा है। अगले 24 घंटे के दौरान खासकर उत्तर पूर्व और उत्तर मध्य हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। बारिश के दौरान तेज हवा और आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका है।

बिहार में लू से पिछले चार दिनों में 26 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा 10 मौतें भोजपुर जिले में हुई हैं। वहीं, औरंगाबाद में पिछले 24 घंटे में 5 लोगों की संदिग्ध मौत हुई है। रविवार को सीवान में एक दारोगा की मौत हो गई। वहीं अपने पिता के अंतिम संस्कार के लिए भोजपुर से बक्सर पहुंचे एक युवक की हीट स्ट्रोक से जान चली गई। प्रदेश के अस्पतालों में लू लगने और डिहाइड्रेशन के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
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नई दिल्ली, 19 जून (हि.स.)। भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के वरिष्ठ अधिकारी रवि सिन्हा को सोमवार को रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) का प्रमुख बनाया गया है। कैबिनेट की अपॉइंटमेंट कमेटी ने सिन्हा के नाम को मंजूरी दी है। सिन्हा सामंत कुमार गोयल की जगह लेंगे। सामंत का रॉ चीफ का कार्यकाल 30 जून को पूरा हो रहा है।

उल्लेखनीय है कि सिन्हा छत्तीसगढ़ कैडर के 1988 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी हैं। सिन्हा वर्तमान में मंत्रिमंडल सचिवालय में विशेष सचिव के रूप में कार्यरत हैं। रॉ चीफ के तौर पर सिन्हा का कार्यकाल दो वर्ष के लिए होगा।

Patna: बिहार काँग्रेस को राहुल गांधी के जन्मदिन के अवसर पर बड़ा झटका लगा है। पार्टी के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता व नेता कुंतल कृष्ण भाजपा में शामिल हो गए हैं। भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने अन्य नेताओं के साथ उन्हें भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराई।       

इसके पूर्व कुंतल कृष्ण ने काँग्रेस से इस्तीफा देते हुए कहा था कि वे पार्टी में छात्र जीवन से NSUI से जुड़कर फिर काँग्रेस से जुड़े थे।   

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इस्तीफे के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप भी लगाए थें। कुंतल कृष्ण कांग्रेस में पिछले 25 वर्षों से जुड़े थे। कुंतल कृष्ण ने कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नेतृत्व कांग्रेस को कभी स्वीकार नहीं करना चाहिए। बिहार में नीतीश कुमार ने अन्य दलों को बौना साबित करने की लगातार कोशिश की है। इसी का नतीजा है कि कांग्रेस को उचित प्रतिनिधित्व सरकार की ओर से नहीं मिल रहा है। उन्होंने नीतीश कुमार पर कांग्रेस को तरजीह नहीं देने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे कांग्रेस के लिए कुर्बानी दे रहे हैं। आलाकमान तक संदेश पहुंचना चाहिए कि कांग्रेस के नेता ने पार्टी के लिए इस्तीफा दिया है।

छपरा : अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्था लायंस इंटरनेशनल की स्थानीय इकाई लायंस क्लब छपरा सारण के द्वारा इस भीषण गर्मी को देखते हुए चौक-चौराहों पर शुद्ध एवं शीतल पेय जल की व्यवस्था राहगीरों, टेम्पो एवं रिक्शा चालकों के लिए की गई ।

मौके पर अध्यक्ष लायन प्रमोद मिश्रा ने बताया कि विगत कई दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही है, धूप भी बहुत तेज है । इसी समस्या को ध्यान में रखकर गर्मी से थोड़ी राहत पाने के लिए यह सेवा प्रारंभ की गई है ।

यह सेवा कार्य क्लब के द्वारा लगभग एक सप्ताह तक लगातार चलाया जाएगा, जिसमें राहगीरों, टेंपो चालकों, रिक्शा चालकों को शुद्ध एवं शीतल पेयजल पिलाया जाएगा । वहीं लोगों ने शीतल पेयजल का लाभ लेते हुए लायंस क्लब के इस सेवा कार्य की सराहना की एवं कहा कि लोगों को इस चिलचिलाती धूप में पानी पी कर राहत मिल रही है ।

मौके पर लायंस क्लब के अध्यक्ष लायन प्रमोद मिश्रा, रीजन चेयर पर्सन प्रह्लाद सोनी, मनोज वर्मा संकल्प, जोन चेयर पर्सन विकी आनंद, सचिव मणिशंकर मिश्रा, वासुदेव गुप्ता, आनंद अग्रहरि, सुभाष कुमार, सुशील वर्मा, संदीप गुप्ता, नारायण पांडे, आदि सदस्य मौजूद थे।

उक्त जानकारी पी आर ओ लायन साकेत श्रीवास्तव ने दी ।

नई दिल्ली, 18 जून (हि.स.)। वर्ष 2021 का गांधी शांति पुरस्कार गीता प्रेस, गोरखपुर को प्रदान किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली जूरी ने रविवार को विचार-विमर्श के बाद सर्वसम्मति से इस संबंध में निर्णय लिया।

केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के अनुसार अहिंसक और अन्य गांधीवादी तरीकों के माध्यम से सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिवर्तन की दिशा में उत्कृष्ट योगदान के लिए गीता प्रेस, गोरखपुर को वर्ष 2021 के गांधी शांति पुरस्कार के लिए चुना गया है। पुरस्कार मानवता के सामूहिक उत्थान में योगदान देने के लिए गीता प्रेस के महत्वपूर्ण और अद्वितीय योगदान को मान्यता देता है। यही सच्चे अर्थों में गांधीवादी जीवन का प्रतीक है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गीता प्रेस को अपनी स्थापना के सौ साल पूरे होने पर गांधी शांति पुरस्कार से सम्मानित किया जाना संस्थान द्वारा सामुदायिक सेवा में किए गए कार्यों की पहचान है।

उल्लेखनीय है कि 1923 में स्थापित गीता प्रेस दुनिया के सबसे बड़े प्रकाशकों में से एक है। इसने अभी तक 14 भाषाओं में 41.7 करोड़ पुस्तकें प्रकाशित की हैं। इनमें 16.21 करोड़ श्रीमद्भगवद्गीता शामिल हैं। संस्था ने राजस्व सृजन के लिए कभी भी अपने प्रकाशनों में विज्ञापन पर भरोसा नहीं किया है। गीता प्रेस अपने संबद्ध संगठनों के साथ, जीवन की बेहतरी और सभी की भलाई के लिए प्रयासरत है।

गांधी शांति पुरस्कार महात्मा गांधी की 125वीं जयंती के अवसर पर महात्मा गांधी द्वारा प्रतिपादित आदर्शों को श्रद्धांजलि के रूप में 1995 में भारत सरकार द्वारा स्थापित एक वार्षिक पुरस्कार है। पुरस्कार राष्ट्रीयता, नस्ल, भाषा, जाति, पंथ या लिंग की परवाह किए बिना सभी व्यक्तियों के लिए खुला है। पुरस्कार में एक करोड़ रुपये, एक प्रशस्ति पत्र, एक पट्टिका और एक उत्कृष्ट पारंपरिक हस्तकला/हथकरघा वस्तु प्रदान की जाती है।

हाल के पुरस्कार विजेताओं में सुल्तान कबूस बिन सैद अल सैद, ओमान (2019) और बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान (2020), बांग्लादेश शामिल हैं। पिछले पुरस्कार विजेताओं में इसरो, रामकृष्ण मिशन, बांग्लादेश के ग्रामीण बैंक, विवेकानंद केंद्र, कन्याकुमारी, अक्षय पात्र, बेंगलुरु, एकल अभियान ट्रस्ट, भारत और सुलभ इंटरनेशनल, नई दिल्ली जैसे संगठन शामिल हैं।

यह पुरस्कार दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत डॉ. नेल्सन मंडेला, तंजानिया के पूर्व राष्ट्रपति डॉ जूलियस न्येरेरे, सर्वोदय श्रमदान आंदोलन के संस्थापक अध्यक्ष (श्रीलंका) डॉ. एटी अरियारत्ने, जर्मनी के डॉ. गेरहार्ड फिशर, बाबा आमटे, डॉ. जॉन ह्यूम (आयरलैंड), चेकोस्लोवाकिया के पूर्व राष्ट्रपति वाक्लाव हवेल, दक्षिण अफ्रीका के आर्कबिशप डेसमंड टूटू, चंडी प्रसाद भट्ट और योही ससाकावा (जापान) को भी दिया जा चुका है।

कबड्डी प्रतियोगिता में सारण ने वैशाली को हराया

Chhapra: मधेपुरा में आयोजित होने वाली 21वी बिहार राज्य सब जूनियर बालिका कबड्डी प्रतियोगिता के प्रथम राउन्ड का मैच स्थानीय खेल भवन छपरा में खेला गया. मैच का विधिवत उद्घाटन सारण जिला कबड्डी संघ के अध्यक्ष रमाकांत सोलंकी, संरक्षक डॉ सुरेश सिंह, सभापति बैठा, सचिव पंकज कश्यप, उपाध्यक्ष विकास सिंह ने संयुक्त रूप से खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर एवं भूमि पूजन के साथ किया. उक्त प्रतियोगिता में सारण एवं वैशाली की बालिका कबड्डी टीम के मुकाबले खेले गए.

जिसमें सारण जिले की बालिका टीम ने 48 अंक एवं वैशाली की टीम ने 16 अंक प्राप्त किया, इस तरह सारण जिले की टीम ने अगले चक्र में प्रवेश किया.

प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका सूरज कुमार, शिव शंकर सिंह, ऋषभ कुमार, रामानुज यादव, चंदन कुमार, सोनल कुमारी एवं सोनी कुमारी ने निभाई.

खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए अध्यक्ष रमाकांत सोलंकी ने कहा कि बिहार राज्य की कबड्डी टीम पिछले कुछ सालों से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही है.

छपरा कचहरी से आनंद बिहार तक चलेगी आरक्षित विशेष गाड़ी, यहां देखें समय सारणी…

Chhapra: रेलवे प्रशासन द्वारा दिल्ली की तरफ जाने वाले यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुये यात्री जनता की सुविधा हेतु 01515 छपरा कचहरी-आनन्द विहार टर्मिनस आरक्षित विशेष गाड़ी का संचलन 24 जून 2023 दिन शनिवार को छपरा कचहरी से तथा 01516 आनन्द विहार टर्मिनस-छपरा कचहरी विशेष गाड़ी का संचलन 25 जून 2023 दिन रविवार को एक फेरे के लिये किया जायेगा.

इस गाड़ी में यात्रा करने वाले यात्रियों को कोविड-19 के मानकों का पालन करना होगा.

05115 छपरा कचहरी-आनन्द विहार टर्मिनस विशेष गाड़ी 24 जून,2023 को छपरा कचहरी से 08.00 बजे प्रस्थान कर मढ़ौरा से 08.30 बजे, मशरख से 08.52, दिघवा दुबौली से 09.25 बजे, सिधवलिया से 09.42 बजे, थावे से 11.10 बजे, तमकुही रोड से 11.44 बजे, पड़रौना से 12.20 बजे, कप्तानगंज से 13.07 बजे, गोरखपुर से 14.40 बजे, खलीलाबाद से 15.20 बजे, बस्ती से 15.50 बजे, गोण्डा से 17.15 बजे, बुढ़वल से 18.20 बजे, सीतापुर जं0 से 20.20 बजे, दूसरे दिन बरेली से 00.02 बजे, मुरादाबाद से 01.48 बजे तथा गाजियाबाद से 04.25 बजे छूटकर आनन्द विहार टर्मिनस 05.00 बजे पहुंचेगी.

वापसी यात्रा में 05116 आनन्द विहार टर्मिनस-छपरा कचहरी विशेष गाड़ी 25 जून,2023 को आनन्द विहार टर्मिनस से 07.00 बजे प्रस्थान करे गाजियाबाद से 07.32 बजे, मुरादाबाद से 10.48 बजे, बरेली से 12.30 बजे, सीतापुर जं0 16.15 बजे, बुढ़वल से 18.20 बजे, गोण्डा से 19.30 बजे, बस्ती से 20.45 बजे, खलीलाबाद से 21.12 बजे, गोरखपुर से 22.30 बजे, कप्तानगंज से 23.28 बजे, दूसरे दिन पड़रौना से 00.14 बजे, तमकुही रोड से 00.52 बजे, थावे से 01.55 बजे, सिधवलिया से 02.55 बजे, दिघवा दुबौली से 03.12 बजे, मशरख से 03.45 बजे तथा मढ़ौरा 04.07 बजे छूटकर छपरा कचहरी 04.40 बजे पहुंचेगी.

इस गाड़ी की संरचना में जनरेटर सह लगेज यान का 01, एल.एस.एल.आर.डी. का 01 तथा साधारण द्वितीय श्रेणी के 02, शयनयान श्रेणी के 07, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 02, वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी के 02, वातानुकूलित तृतीय इकोनामी श्रेणी के 06 तथा वातानुकूलित प्रथम श्रेणी के 01 कोच सहित कुल 22 कोच लगाये जायेंगे.

 

 

 

शनि के वक्री होने के बाद बिहार के किसान के चेहरे पर मुस्कराहट दिखाई देगा। गर्मी से राहत मिलेगी। ज्योतिष में शनि ग्रह का एक महतवपूर्ण स्थान है। ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह को विशेष दर्जा दिया गया है। शनिदेव को कर्मफल दाता, कलियुग का दंडाधिकारी कहा जाता है। नवग्रहों में शनि ग्रह को न्यायाधीश का दर्जा मिला हुआ है। इसके साथ ही वह मकर और कुंभ राशि के स्वामी है। शनि अनुराधा नक्षत्र और उतरा भाद्रपद का स्वामी है।

ज्योतिष गणना के अनुसार, इस समय शनि कुम्भ राशि में गोचर कर रहे हैं लेकिन शनि कुम्भ राशि में वक्री हो रहे है जिसे बन रहा है केंद्र त्रिकोण राजयोग इस राशि का स्वामित्व शनि है। इनके वक्री होने से आम जीवन पर प्रभाव तो पड़ेगा लेकिन साथ में भारतीय जलवायु पर इसका असर देखा जायेगा। शनि ग्रह बहुत ही धीमी गति से चलते है। 17 जून को अपनी राशि कुम्भ में रात्रि 10 बजकर 46 मिनट पर कुम्भ राशि में वक्री होंगे। वही सूर्य बुध राशि में है। जिसे 19 जून से लेकर 21 जून तक बिहार में तेज हवा के साथ हल्की वर्षा होगी।  वही 22 जून को सूर्य आद्रा नक्षत्र नक्षत्र में प्रवेश करेगे।

ज्योतिष गणना के अनुसार शनि और सूर्य दोनों का पिता तथा पुत्र का संबंध है शनि के वक्री होने के बाद। सूर्य आद्रा नक्षत्र में प्रवेश करेगे इस नक्षत्र के स्वामी राहु है और मिथुन राशि के अंतर्गत आने के कारण इन पर बुध का प्रभाव भी रहता है।  वर्तमान में सूर्य मिथुन राशि में गोचर कर रहे है जो अच्छी वर्षा का कारक बन गया है। जिसे 22 जून से अल्प वर्षा की शुरूआत होने का संकेत हो रहा है, ऐसे में किसान धान के बीज डालेगे उनके लिए हल्की- फुल्की वर्षा की शुरुआत से खुशहाल रहेगे। 

बिहार में मक्का का खेती करने वाले किसान का मन प्रसन्न रहेगा। 28 जून के बाद से 02 जुलाई तक वर्षा खूब होगी फिर सूर्य 06 जुलाई को सूर्य पुनर्वसु नक्षत्र में आयेगे दिन गुरुवार होगा जिसके बाद शुक्र मंगल का युति के कारण वर्षा अच्छी होगी लेकिन दक्षिण राज्यों में जलवायु का परिवर्तन देखा जायेगा समय अनुसार मानसून नहीं आने के कारण गर्मी बढ़ जाएगी दक्षिण के राज्यों में जैसे गोवा,  कर्नाटक,  केरल,  आंध्रप्रदेश,  महाराष्ट्र,
राज्य में 22 जून के बाद वर्षा की शुरुआत होगी जुलाई के महीने में इन राज्यों में तेज हवा के साथ वर्षा होगी.

श्रावण मास (शुद्ध मास )
इस मास की शुरुआत 04 जुलाई से शुरु होंगे और 17 जुलाई तक 06 जुलाई के बाद बादल बन जायेगे। साथ में अच्छी वर्षा होगी 17 जुलाई के बाद अधिक श्रावण मास लग जायेगा जो बादल के साथ हल्की वर्षा होगी. इस पक्ष में तीन मंगलवार पड़ने के कारण गर्मी भी खूब पड़ेगी। 

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847

वाराणसी, 18 जून, 2023: रेलवे प्रशासन द्वारा दिल्ली की तरफ जाने वाले यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुये यात्री जनता की सुविधा हेतु 01515 छपरा कचहरी-आनन्द विहार टर्मिनस आरक्षित विशेष गाड़ी का संचलन 24 जून,2023 दिन शनिवार को छपरा कचहरी से तथा 01516 आनन्द विहार टर्मिनस-छपरा कचहरी विशेष गाड़ी का संचलन 25 जून,2023 दिन रविवार को एक फेरे के लिये किया जायेगा। इस गाड़ी में यात्रा करने वाले यात्रियों को कोविड-19 के मानकों का पालन करना होगा।

05115 छपरा कचहरी-आनन्द विहार टर्मिनस विशेष गाड़ी 24 जून,2023 को छपरा कचहरी से 08.00 बजे प्रस्थान कर मढ़ौरा से 08.30 बजे, मशरख से 08.52, दिघवा दुबौली से 09.25 बजे, सिधवलिया से 09.42 बजे, थावे से 11.10 बजे, तमकुही रोड से 11.44 बजे, पड़रौना से 12.20 बजे, कप्तानगंज से 13.07 बजे, गोरखपुर से 14.40 बजे, खलीलाबाद से 15.20 बजे, बस्ती से 15.50 बजे, गोण्डा से 17.15 बजे, बुढ़वल से 18.20 बजे, सीतापुर जं0 से 20.20 बजे, दूसरे दिन बरेली से 00.02 बजे, मुरादाबाद से 01.48 बजे तथा गाजियाबाद से 04.25 बजे छूटकर आनन्द विहार टर्मिनस 05.00 बजे पहुंचेगी।

वापसी यात्रा में 05116 आनन्द विहार टर्मिनस-छपरा कचहरी विशेष गाड़ी 25 जून,2023 को आनन्द विहार टर्मिनस से 07.00 बजे प्रस्थान करे गाजियाबाद से 07.32 बजे, मुरादाबाद से 10.48 बजे, बरेली से 12.30 बजे, सीतापुर जं0 16.15 बजे, बुढ़वल से 18.20 बजे, गोण्डा से 19.30 बजे, बस्ती से 20.45 बजे, खलीलाबाद से 21.12 बजे, गोरखपुर से 22.30 बजे, कप्तानगंज से 23.28 बजे, दूसरे दिन पड़रौना से 00.14 बजे, तमकुही रोड से 00.52 बजे, थावे से 01.55 बजे, सिधवलिया से 02.55 बजे, दिघवा दुबौली से 03.12 बजे, मशरख से 03.45 बजे तथा मढ़ौरा 04.07 बजे छूटकर छपरा कचहरी 04.40 बजे पहुंचेगी ।

इस गाड़ी की संरचना में जनरेटर सह लगेज यान का 01, एल.एस.एल.आर.डी. का 01 तथा साधारण द्वितीय श्रेणी के 02, शयनयान श्रेणी के 07, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 02, वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी के 02, वातानुकूलित तृतीय इकोनामी श्रेणी के 06 तथा वातानुकूलित प्रथम श्रेणी के 01 कोच सहित कुल 22 कोच लगाये जायेंगे ।

नई दिल्ली, 18 जून (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में आपातकाल के दौरान राजनीतिक बंदियों को दी गई यातनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि आजादी के अमृतकाल में हमें लोकतंत्र के खिलाफ हुए इस अपराधों को याद रखना चाहिए।

प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात के 102वें एपिसोड में कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है। हम अपने लोकतांत्रिक आदर्शों और संविधान को सर्वोपरि मानते हैं। ऐसे में हम 25 जून को कभी नहीं भुला सकते। यह वही दिन है जब हमारे देश पर आपातकाल थोपा गया था। यह भारत के इतिहास का काला दौर था। लाखों लोगों ने आपातकाल का पूरी ताकत से विरोध किया था। लोकतंत्र के समर्थकों पर उस दौरान अत्याचार किया गया था। इतनी यातनाएं दी गईं कि आज भी मन सिहर उठता है। इन अत्याचारों पर कई पुस्तकें लिखी गई हैं। स्वयं उन्हें भी पुस्तक लिखने का मौका मिला। कुछ दिनों पहले उन्होंने ऐसी एक पुस्तक देखी ‘टॉर्चर ऑफ़ पॉलीटिकल प्रिजनर्स इन इंडिया’। पुस्तक में वर्णन किया गया है कि इमरजेंसी के दौरान कैसे उस समय की सरकार लोकतंत्र के रखवालों पर क्रूरता से व्यवहार कर रही थी। इसके बारे में जानकार आज की युवा पीढ़ी को लोकतंत्र के मायने और उसकी अहमियत समझने में और ज्यादा आसानी होगी।

प्रधानमंत्री ने आज जल संरक्षण, आपदा प्रबंधन, निक्षय मित्र, पेड़ लगाने की मियावाकी पद्धति, जम्मू-कश्मीर में बढ़ता डेयरी उद्योग, खिलाड़ियों के हालिया प्रदर्शन, छत्रपति शिवाजी महाराज, योग दिवस, जगन्नाथ यात्रा, आपातकाल जैसे कई विषयों पर अपने विचार रखे। प्रधानमंत्री ने आज आपदा के समय भारत के लोगों के सामूहिक बल, सामूहिक शक्ति और चुनौतियों का हल निकालने की क्षमता की प्रशंसा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि 2 दिन पहले बिपरजॉय तूफान के दौरान हमने यही ताकत देखी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि तूफान की तबाही से कच्छ के लोग बहुत तेजी से उभर जाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत की आपदा प्रबंधन क्षेत्र में बड़ी ताकत अब दुनिया के लिए एक उदाहरण बन गई है।

जल संरक्षण की दिशा में किए जा रहे प्रयासों का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं से निपटने का सबसे अच्छा तरीका प्रकृति का संरक्षण है। उन्होंने कहा कि ‘कैच द रैन’ जैसे अभियानों से देश आज इस दिशा में सामूहिक प्रयास कर रहा है। उदाहरण के तौर पर उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले की विलुप्त नदी ‘नील नदी’ को जीवंत करने का प्रयास। महाराष्ट्र के निलवांडे डैम की नहर का काम पूरा होने से जुड़ी लोगों की भावनाओं को अभिव्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि नदी, नहर, सरोवर केवल जलस्रोत नहीं बल्कि इनसे जीवन में रंग और भावनाएं जुड़ी होती हैं।

छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के 350 वर्ष पूरे होने के अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके सुशासन और प्रबंध कौशल से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। उनके जल प्रबंधन, नौसेना और जलदुर्ग जैसे कार्य इतिहास का गौरव बढ़ा रहे हैं।

‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री ने क्षय रोग यानी टीबी को जड़ से समाप्त करने के लिए सरकार की ओर से चलाई गई निक्षय मित्र योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 2025 तक भारत को टीवी मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया है। इसमें समाज बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहा है। 10 लाख से ज्यादा टीबी मरीजों को गोद लिया जा चुका है और यह काम 85 हजार निक्षय मित्रों ने किया है।

प्रधानमंत्री ने जापान की मियावाकी पद्धति के माध्यम से कम उपजाऊ भूमि को हरा-भरा करने की दिशा में भारत में हो रहे प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि केरल के राफी रामनाथ ने इस पद्धति के माध्यम से एक हर्बल गार्डन बनाया है। इसे उन्होंने विद्यावनम् नाम दिया है। इस तकनीक से शहरों में भी आसानी से पेड़ पौधे लगाए जा सकते हैं।

जम्मू-कश्मीर में श्वेत क्रांति की शुरुआत की बात कहते हुए प्रधानमंत्री ने बारामुला जिले में बढ़ते डेयरी उद्योग की जानकारी दी। उन्होंने ‘मीर सिस्टर डेयरी’ फार्म का उदाहरण दिया। यह डेयरी फार्म हर दिन करीब डेढ़ सौ लीटर दूध की बिक्री कर रहा है। पिछले दो-तीन वर्षों में यहां 500 से ज्यादा डेयरी यूनिट लगी है।

पिछले महीने से जुड़ी हुई खेल उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह हमारे खिलाड़ियों के लिए बेहद खास रहा है। महिला जूनियर एशिया कप, जूनियर एशिया कप, जूनियर शूटिंग वर्ल्ड कप, एशिया अंडर-20 एथलेटिक चैंपियनशिप का उदाहरण दिया। इन सबके पीछे कारण राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली प्रतियोगिताएं हैं। जहां इन खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभाओं को दिखाने का अवसर मिल रहा है।

प्रधानमंत्री ने लोगों से अपने दैनिक जीवन में योग अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि इस बार के योग दिवस वाले दिन वे संयुक्त राष्ट्र में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि योग के लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं करनी पड़ती और इसे कभी भी जीवन में शामिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि 21 जून को इस संबंध में संकल्प लेने का अवसर है।

प्रधानमंत्री ने पुरी में हर वर्ष आयोजित होने वाली जगन्नाथ यात्रा को एक भारत श्रेष्ठ भारत का उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि 20 जून को ऐतिहासिक रथ यात्रा का दिन है। इस यात्रा का एक विशिष्ट दुनिया में पहचान है। देश के अलग-अलग राज्यों से बहुत धूमधाम से पकवान रथ यात्रा निकाली जाती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मन की बात कई देशवासियों के लिए नई प्रेरणा बनी है। उन्होंने प्रसिद्ध शास्त्रीय नृत्यांगना आनंदा शंकर जयंत से प्राप्त पत्र का उल्लेख किया। उन्हें मन की बात के एपिसोड से स्टोरी टेलिंग के बारे में पता चला और उससे प्रेरित होकर उन्होंने ‘कुट्टी कहानी’ तैयार की है। यह बच्चों के लिए अलग-अलग भाषाओं में कहानियों का बेहतरीन संग्रह है।

फिल्म ‘आदिपुरुष’ के लेखक मनोज मुंतशिर ने कहा है कि हाल ही में रिलीज हुई फिल्म के कुछ संवाद अगले कुछ दिनों में बदल दिए जाएंगे। ओम राउत द्वारा निर्देशित और कृति सनोन, सैफ अली खान और प्रभास अभिनीत फिल्म को 16 जून को बड़े पर्दे पर रिलीज होने के बाद इसके ‘विवादित’ संवादों के लिए ट्रोल किया जा रहा है।

मनोज मुंतशिर ने रविवार को ट्विटर पर एक लंबी पोस्ट शेयर की और कहा कि आदिपुरुष के निर्माताओं ने दर्शकों की भावनाओं को आहत करने वाले विवादास्पद संवादों को बदलने का फैसला किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने उल्लेख किया कि उन्होंने आदिपुरुष में लगभग 4,000 पंक्तियां लिखीं, जबकि फिल्म में केवल पांच संवादों के लिए उन्हें बुरी तरह ट्रोल किया गया। उन्होंने कहा कि उन्हें यह समझ में नहीं आता है कि उनके लिखे गए अन्य संवादों के लिए उन्हें प्रशंसा क्यों नहीं मिली और ‘सनातन द्रोही’ के रूप में टैग किए जाने पर निराशा व्यक्त की।

इससे पहले एक चैनल से बात करते हुए मनोज ने कहा, “फिल्म का नाम आदिपुरुष है। सबसे पहले मैं 2 बातें स्पष्ट करना चाहता हूं। हमने रामायण नहीं बनाई है, लेकिन हमने उससे प्रेरणा ली है। फिल्म की शुरुआत में डिस्क्लेमर में हमने कई चीजों के बारे में बताया है। अगर हम तय करते तो आसानी से इसका नाम रामायण रख सकते थे, लेकिन हमने तो इससे प्रेरणा ही ली है। हमने रामायण में सिर्फ एक युद्ध पर एक छोटी सी कला प्रस्तुत की है।”

मनोज राष्ट्रवादी विचारधारा के लेखक के रूप में जाने जाते हैं और अब उनके प्रशंसक इस बात से परेशान हैं कि इस फिल्म ने उनकी छवि को नुकसान पहुंचाया है। साफ है कि फिल्म के संवादों से कई लोगों की भावनाएं आहत हुई थीं। ‘आदिपुरुष’ में प्रभास, कृति सनोन, सैफ अली खान और देवदत्त नाग मुख्य भूमिकाओं में हैं।