Varansi: 1 जून से चलाई जाने वाली यात्री ट्रेनों की समय सारणी रेलवे ने रिलीज कर दी है. गुरुवार को रेलवे द्वारा 100 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों के टाइम टेबल को रिलीज कर दिया गया. इन ट्रेनों में छपरा जंक्शन से होकर गुजरने वाली कई ट्रेन भी शामिल हैं, ये सभी स्पेशल ट्रेन बनकर चलेंगीं, साथ ही साथ रेलवे द्वारा गाइडलाइंस जारी की गई है जो सभी यात्रियों को फ़ॉलो करना अनिवार्य होगा.

यहां देखें समय सारणी


इन ट्रेनों में एसी और नॉन एसी के अलावा जनरल कोच भी होगा, रेलवे की ओर से जारी सूची में दुरंतो, संपर्क क्रांति, जन शताब्दी और पूर्वा एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों के नाम हैं.

छपरा/ सिवान, बलिया आदि जंक्शन पर खुल रहा रिजर्वेशन काउंटर

यह ट्रेने ए.सी. और नान ए.सी. क्लास और जनरल कोच के साथ पूरी तरह से आरक्षित ट्रेने होंगी जिसमें यात्रा करने के लिए सभी श्रेणी के कोचों में आरक्षण अनिवार्य है. यात्रियों की सुविधा के लिए पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के प्रमुख स्टेशनों – मांडुवाडीह, गाजीपुर सिटी,बलिया,छपरा,सीवान , देवरिया,मऊ एवं आजमगढ़ के कम्प्यूटरीकृत यात्री आरक्षण केन्द्र सिंगल शिफ्ट(प्रातः 08:00 बजे से सायं 04:00बजे) तक के लिए खोले गए हैं..


उक्त ट्रेनों से यात्रा करने के लिए रेलवे प्रशासन ने पैसेंजर गाइडलाइंस भी जारी किया है, जिसे जानना जरूरी है.

1. रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों का प्रवेश और निकास अलग-अलग द्वार से होगा. स्टेशनों एवं ट्रेनों में मानक समाजिक दूरी और रक्षा,सुरक्षा और स्वच्छता प्रोटोकाल का पालन किया जायेगा. केवल कन्फर्म्ड टिकट वाले यात्रियों को ही रेलवे स्टेशन में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी.

2. ट्रेन पर चढ़ने के लिए सभी यात्रियों की अनिवार्य रूप से जाँच की जाएगी और केवल लक्षण न पाए जाने वाले यात्रियों को ही यात्रा करने की अनुमति होगी. लक्षण पाए जाने वाले यात्री को टिकट कैंसिलेशन पर पूरा रिफण्ड मिलेगा । यात्रियों को कम से कम 90 मिनट पहले स्टेशन पहुँचना होगा.

3. सभी यात्रियों को यात्रा के दौरान फेस कवर/मास्क पहनना होगा साथ ही स्टेशन और ट्रेनों के अंदर भी समाजिक दूरी का पालन करना होगा। अपने गंतव्य पर पहुँचने पर यात्रियों को राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा निर्धारित स्वास्थ्य प्रोटोकाल का पालन करना होगा.

4. ट्रेन के भीतर कोई लिनेन,कंबल और पर्दे उपलब्ध नहीं कराए जायेंगे. यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपना लिनेन ,भोजन और पानी साथ लेकर यात्रा करें । ए सी कोचों के भीतर का तापमान उपयुक्त रूप से नियंत्रित रखा जाएगा. यात्रियों को कम सामान के साथ सफर करने की सलाह दी जाती है.

5. नियमित ट्रेनों में स्वीकृत सभी कोटे की अनुमति दी जाएगी और सीमित संख्या में आरक्षण काउण्टर संचालित किये जा रहे हैं. ट्रेन के प्रस्थान करने के कम से कम 4 घंटे पहले पहला चार्ट तैयार किया जाएगा । ट्रेन में कोई भी अनारक्षित(Unreserved) कोच नहीं होगा । श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को चलाया जाना स्थानीय राज्य सरकारों द्वारा जारी रहेगा.

6. अग्रिम आरक्षण की अवधि अधिकतम 30 दिनों की होगी तथा मौजूदा नियमों के अनुसार (RAC/WL) आरएसी और प्रतीक्षा सूची तैयार की जाएगी. आरएसी एवं प्रतीक्षा सूची के (RAC/WL) टिकट धारकों को ट्रेन में चढ़ने की अनुमति नही होगी ।कोई भी अनारक्षित (Unreserved) टिकट जारी नहीं किया जायेगा और यात्रा के दौरान किसी भी यात्री को कोई टिकट जारी नहीं किया जायेगा.

7. यात्रियों से सम्बंधित रियायतों के अंतर्गत नियमित ट्रेनों में स्वीकृत सभी कोटे की अनुमति दी जाएगी और दिव्यांगजन की केवल 4 श्रेणियों एवं रोगियों की 11 श्रेणियों में रियायत दी जाएगी । टिकट रद्दीकरण और वापसी के लिए रेलवे यात्री (टिकट रद्दीकरण और किराया वापसी ) नियम,2015 लागू होगा.

8. अन्य नियमित यात्री सेवाएं,जिसमें सभी मेल/एक्सप्रेस ट्रेने हैं ,यात्री और उपनगरीय रेल सेवाएं अगले निर्देश तक रद्द रहेंगी । आई आर सी टी सी केवल सीमित ट्रेनों में भुगतान के आधार पर खाने-पीने और सीलबंद पीने का पानी की व्यवस्था करेगा.

वाराणसी मंडल से ओरिजनेट/टर्मिनेट होने वाली तथा मंडल से विभिन्न स्टेशनों से गुजरने वाली गाड़ियों सूची संलग्न है.

Chhapra: हर कोई वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है. इस बीच मौसम ने भी अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. आसमान से आग बरस रहे हैं. लोगों को घर से निकलना मुश्किल है. पारा 45 डिग्री के पास पहुंच चुका है. गर्मी में चिलचिलाती धूप बढ़ने के साथ ही बीमार होने का खतरा भी बढ़ गया है. जिसमें सबसे अहम है हीट स्ट्रोक यानी लू लगना. लू उन अधिक गर्म और शुष्क हवाओं को कहा जाता है. ऐसे मौसम में अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है तथा अति आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकलें.

सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया कि लू लगने पर शरीर का तापमान एकदम बहुत बढ़ जाता है और शरीर में पानी और नमक की ज्यादा कमी हो जाती है. दरअसल जब शरीर का थर्मोस्टेट सिस्टम शरीर को वातारवरण के अनुकूल ठंडा रखने में नाकाम हो जाता है तो शरीर में गर्मी बढ़ जाती है. इससे शरीर की ठंडक कम हो जाती है और लू लग जाती है. साथ ही लू लगने पर शरीर में गर्मी, खुश्की और थकावट महसूस होने लगती है और ज्यादा प्यास लगती है.

पानी की पूर्ति रखें
लू लगने की अहम वजह शरीर में पानी की कमी होना है, इसलिए किसी ना किसी रूप में पानी की पूर्ति कर लें. ऐसे में आप आम का पन्ना लें, जो लू से बचाने में काफी कारगर साबित होता है. इसके अलावा नींबू पानी, सादा पानी, फल का रस, दही, मठ्ठा, जीरा छाछ, जलजीरा, लस्सी आदि के माध्यम से पानी लेते रहें. ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं.

धूप में बाहर निकलें तो शरीर को ढककर रखें 
जब भी धूप में बाहर निकलें तो शरीर को ढककर रखें और धूप से बचें. इसके लिए ध्यान रखें कि जब भी आप धूप में जा रहे हैं तो सिर और आंखों को ढककर रखें. आंखों के लिए चश्मे और सिर के लिए कपड़े या टोपी का इस्तेमाल करें. साथ ही अचानक ठंडी जगह से एकदम गर्म जगह पर जाने से बचें. जैसे अगर आप लंबे समय से एसी में बैठे हैं तो एकदम से धूप में ना जाएं.

खाली पेट घर से ना निकलें 
वैसे तो किसी भी मौसम में घर से खाली पेट नहीं निकलना चाहिए, मगर गर्मी में तो ऐसा बिल्कुल ना करें. जब भी कर से निकले तो गर्मी के अनुसार हेल्दी खाना खाएं और फिर बाहर निकलें. साथ में पानी की बोतल ले जाना भी नहीं भूलें.

तरबूज-ककड़ी, खीरा का करें सेवन 
गर्मी के मौसम में शरीर में पानी की कमी न हो इसलिए तरबूज, ककड़ी, खीरा खाना चाहिए. साथ ही ऐसे फ्रूट पर ज्यादा ध्यान दें, जिनमें पानी की मात्रा अधिक होती है. कहा जाता है कि टमाटर की चटनी, नारियल और पेठा खाने से भी लू नहीं लगती है. वहीं जौ खाना भी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है और आप इसका अलग अलग तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए.

लू के लक्षण
•अचानक शरीर का तापमान बढ़ जाना
•सिर में तेज दर्द का होना
•लू लगने से किडनी, दिमाग और दिल की कार्य-क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ता है
•नाड़ी तथा सांस की गति तेज हो जाती है
•डिहाइड्रेशन के लक्षण नजर आते हैं-चक्कर आना,दस्त लगना,मिचली होना
•त्वचा पर लाल दाने हो जाना
•बार-बार पेशाब आना
•शरीर में जकड़न होना

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