Chhapra: छपरा में कोरोनावायरस के बढ़ते मरीजों को देखते हुए अब नगर निगम क्षेत्र के सभी वार्डों में कोरोना वायरस की जांच की जाएगी. सारण के सीएस ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि अभी कंटेनमेंट जोन में सभी परिवारों का जांच करने का फैसला हुआ था, लेकिन अब छपरा के सभी 45 वार्डों में जांच की जाएगी. जांच में महिलाओं, बच्चों व गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को चिन्हित करके इनका टेस्ट किया जाएगा.


सीएस माधेश्वर झा ने बताया कि छपरा के कई वार्डों में कोरोनावायरस फैल गया है. जिसके बाद अब सभी 45 वार्डों से लोगों का सैम्पल लिया जाएगा और सभी सैंपल को टेस्ट के लिए भेजा जाएगा ताकि वायरस और संक्रमित लोगों का पता लगाया जा सकेगा.

किन लोगों की होगी टेस्टिंग

सीएस ने बताया कि सैम्पलिंग में मुख्य रूप से बुजुर्ग, गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोग, दिल की बीमारी, सुगर के मरीज, महिलाओं और बच्चों का सैंपल लिया जाएगा. आपको बता दें कि छपरा शहर में कोरोनावायरस एक से दूसरे मोहल्ले में फैल रहा है. शहर में कटहरी बाग, आर्य समाज रोड, दहियावांजगदंबा रोड, गुदरी समेत कई इलाकों के लोगों में वायरस फैल गया. जिसके बाद अब छपरा के सभी 45 वार्डों में टेस्टिंग कराने का फैसला लिया गया.

सारण में कोरोनावायरस मरीजों की संख्या 220 के पार चली गई है. वही ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 180 से ऊपर है. इसके अलावा 6 लोगों की मौत भी हो गई है. वही सारण में रिकवरी रेट भी काफी बेहतर है लोग वायरस से जल्दी ठीक हो रहे हैं.

Chhapra: हर कोई वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है. इस बीच मौसम ने भी अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. आसमान से आग बरस रहे हैं. लोगों को घर से निकलना मुश्किल है. पारा 45 डिग्री के पास पहुंच चुका है. गर्मी में चिलचिलाती धूप बढ़ने के साथ ही बीमार होने का खतरा भी बढ़ गया है. जिसमें सबसे अहम है हीट स्ट्रोक यानी लू लगना. लू उन अधिक गर्म और शुष्क हवाओं को कहा जाता है. ऐसे मौसम में अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है तथा अति आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकलें.

सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया कि लू लगने पर शरीर का तापमान एकदम बहुत बढ़ जाता है और शरीर में पानी और नमक की ज्यादा कमी हो जाती है. दरअसल जब शरीर का थर्मोस्टेट सिस्टम शरीर को वातारवरण के अनुकूल ठंडा रखने में नाकाम हो जाता है तो शरीर में गर्मी बढ़ जाती है. इससे शरीर की ठंडक कम हो जाती है और लू लग जाती है. साथ ही लू लगने पर शरीर में गर्मी, खुश्की और थकावट महसूस होने लगती है और ज्यादा प्यास लगती है.

पानी की पूर्ति रखें
लू लगने की अहम वजह शरीर में पानी की कमी होना है, इसलिए किसी ना किसी रूप में पानी की पूर्ति कर लें. ऐसे में आप आम का पन्ना लें, जो लू से बचाने में काफी कारगर साबित होता है. इसके अलावा नींबू पानी, सादा पानी, फल का रस, दही, मठ्ठा, जीरा छाछ, जलजीरा, लस्सी आदि के माध्यम से पानी लेते रहें. ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं.

धूप में बाहर निकलें तो शरीर को ढककर रखें 
जब भी धूप में बाहर निकलें तो शरीर को ढककर रखें और धूप से बचें. इसके लिए ध्यान रखें कि जब भी आप धूप में जा रहे हैं तो सिर और आंखों को ढककर रखें. आंखों के लिए चश्मे और सिर के लिए कपड़े या टोपी का इस्तेमाल करें. साथ ही अचानक ठंडी जगह से एकदम गर्म जगह पर जाने से बचें. जैसे अगर आप लंबे समय से एसी में बैठे हैं तो एकदम से धूप में ना जाएं.

खाली पेट घर से ना निकलें 
वैसे तो किसी भी मौसम में घर से खाली पेट नहीं निकलना चाहिए, मगर गर्मी में तो ऐसा बिल्कुल ना करें. जब भी कर से निकले तो गर्मी के अनुसार हेल्दी खाना खाएं और फिर बाहर निकलें. साथ में पानी की बोतल ले जाना भी नहीं भूलें.

तरबूज-ककड़ी, खीरा का करें सेवन 
गर्मी के मौसम में शरीर में पानी की कमी न हो इसलिए तरबूज, ककड़ी, खीरा खाना चाहिए. साथ ही ऐसे फ्रूट पर ज्यादा ध्यान दें, जिनमें पानी की मात्रा अधिक होती है. कहा जाता है कि टमाटर की चटनी, नारियल और पेठा खाने से भी लू नहीं लगती है. वहीं जौ खाना भी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है और आप इसका अलग अलग तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए.

लू के लक्षण
•अचानक शरीर का तापमान बढ़ जाना
•सिर में तेज दर्द का होना
•लू लगने से किडनी, दिमाग और दिल की कार्य-क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ता है
•नाड़ी तथा सांस की गति तेज हो जाती है
•डिहाइड्रेशन के लक्षण नजर आते हैं-चक्कर आना,दस्त लगना,मिचली होना
•त्वचा पर लाल दाने हो जाना
•बार-बार पेशाब आना
•शरीर में जकड़न होना

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