बेतिया : चंपारण सत्याग्रह के प्रणेता पंडित राजकुमार शुक्ल की 147वीं जयंती समारोह बेतिया में संत कबीर रोड, विवेक विहार कॉलोनी स्थित शर्मा हाउस के सभागार में पंडित राजकुमार शुक्ल स्मारक समिति के तत्वाधान में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए समिति के अध्यक्ष श्री रवीन्द्र कुमार शर्मा ने पंडित शुक्ल के व्यक्तित्व, कृतित्व की चर्चा करते हुए समिति की ओर से पुरानी मांगों को पुनः दोहराते हुए शीघ्र पूर्ति की मांग की।

सभा में सर्वसम्मति से निम्नांकित मांगों को सरकार से पूरा करने की मांग की गई और इन मांगों की सूची ज्ञापन-पत्र के रूप में समिति के प्रतिनिधि मंडल द्वारा सभा के अंत में अपर समाहर्ता पश्चिम चंपारण को समर्पित की गई।

हमारी मांगे:- (1) पंडित राजकुमार शुक्ल को केंद्र सरकार द्वारा भारत रत्न से सम्मानित किया जाय। (2)चनपटिया रेलवे स्टेशन का नामकरण पंडित राजकुमार शुक्ला के नाम पर किया जाय।(3) बेतिया में हवाई यात्रा सेवा यथाशीघ्र प्रारंभ की जाए तथा इसका नामकरण पंडित राजकुमार शुक्ल के नाम पर “राजकुमार शुक्ल एयरपोर्ट बेतिया” किया जाए (4) पटना तथा बेतिया में पंडित राजकुमार शुक्ल स्मृति संग्रहालय की स्थापना हो। (5) पटना तथा बेतिया में पंडित राजकुमार शुक्ल की आदम कद प्रतिमा स्थापित की जाए। (6) पटना तथा बेतिया के किसी महत्वपूर्ण मार्ग का नामकरण पंडित राजकुमार शुक्ल के नाम पर हो।

किशनगंज: केंद्रीय ग्रामीण विकास और उपभोक्ता कार्य एवं खाद राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने मंगलवार को स्थानीय जैन भवन में प्रेस वार्ता के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी के उपलब्धि को गिनाया और आपदा के समय पीएम मोदी सभी के लिए देवदूत की तरह काम करने की बात कही।

केजरीवाल पर तंज कहते हुए उन्होंने कहा कि केजरीवाल जैसे नेता फ्री की बिजली सहित कई चीजों के देने की बात करते है। दिल्ली का पैसा पंजाब में लगाकर गंदी राजनीति करते है इससे लोगों को समझना चाहिए। अन्ना के आंदोलन में भ्रष्टाचार के नाम पर राजनीति में आए और उनके मंत्री मनीष सिसोदिया भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए। ज्ञानवापी मामले में औरंगजेब की इंट्री को लेकर साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि देश में कुछ अराजक तत्व मौजूद है। जिसे सबक सीखने की जरुरत है।

पटना: बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद ही उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नवजवानों को 10 लाख नौकरी देने का दावा किया है।

इस बीच एक यूजर का ट्वीट सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल होने लगा है।जिसका नाम इन्द्रसेन यादव है। ट्विटर पर इंद्रसेन यादव ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को टैग कर ऐसी बात लिखी है जो कि इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। उसने अपने ट्वीटर हैंडल पर ट्वीट कर तेजस्वी को बताया है कि आपके सरकार में आने के बाद मेरी गर्ल फ्रेंड वापस लौट आई है और मुझे रोज़ कॉल करती है। वह मुझसे पूछती है कि शिक्षक बहाली का ज्वाइनिंग लेटर कब मिलेगा।

यूजर इंद्रसेन यादव ने लिखा है कि तेजस्वी भैया मेरी गर्लफ्रेंड छोड़कर चली गई थी। आपने सत्ता में आकर भरोसा दिया है कि जल्द शिक्षकों की बहाली होगी। सीटीईटी पास की नियुक्ति की जाएगी। इसके बाद से वो पगली (यूजर की प्रेमिका) रोज फोन करके पूछती है कि कब नियुक्ति पत्र मिलेगा? यूजर ने तेजस्वी से अनुरोध भी किया है। कहा है कि भइया जल्दी कीजिए, ताकि हम इस साल घर बसा लें।

इस ट्वीट पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं। यूजर्स इसको लेकर हंसी मजाक भी कर रहे हैं। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए वैभव सिंह नाम के यूजर ने लिखा है कि बिल्कुल सही कहा आपने, अभी तो सबका यही हाल है। वहीं इंद्रसेन को दुआएं भी मिलने लगी हैं। इसी तरह अजय यादव नाम के यूजर ने लिखा है कि इस बार जरूर आपका घर बसेगा। तेजस्वी से अपील करते छात्र के इस ट्वीट को काफी प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। करीब सौ से ज्यादा बार ट्वीट को रिट्वीट किया गया है।

पटना: बिहार में अब महागठबंधन की सरकार बन गई है लेकिन विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने पद छोड़ने से इंकार कर दिया। उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करते हुए इसे नियम विरुद्ध बताया

मंगलवार को एक पत्रकार सम्मेलन में बिहार विधानसभा विजय कुमार सिन्हा ने साफ कर दिया कि वे विधानसभा के अध्यक्ष पद से इस्तीफा नहीं देंगे। उन्होंने कहा है कि अविश्वास प्रस्ताव में व्यक्तिगत आरोप लगाये गये हैं, जिसे खारिज करने का उनकाे पूरा अधिकार है।

उल्लेखनीय है कि बिहार में नीतीश-तेजस्वी की सरकार बनने के दिन ही यानि 10 अगस्त को बिहार विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। राज्य में जेडीयू-राजद औऱ कांग्रेस की नई सरकार बनने के बाद भाजपा अल्पमत में आ गई है। चूंकि विधानसभा अध्यक्ष सिन्हा भाजपा के हैं, इसलिए उन्हें पद छोड़ देना होगा। उनके इस्तीफा न देने पर अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला लिया गया है। विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर नोटिस के 14 दिनों के अंदर उस पर चर्चा औऱ वोटिंग करानी होती है।

-पाकिस्तान में गिरी थी ब्रह्मोस मिसाइल, वायु सेना के तीन अधिकारी बर्खास्त
– मिसाइल की रेंज बढ़ाकर परीक्षण के दौरान तकनीकी गलती से हुआ था हादसा
– रक्षा मंत्री ने राज्यसभा में हथियार प्रणालियों की सुरक्षा को दी थी सर्वोच्च प्राथमिकता

नई दिल्ली:परीक्षण के दौरान भारत की ब्रह्मोस मिसाइल पाकिस्तान की सीमा में गिरने की घटना पर गठित उच्चस्तरीय कोर्ट ऑफ इंक्वायरी में वायु सेना के तीन अधिकारियों को मुख्य रूप से जिम्मेदार ठहराया गया है। केंद्र सरकार ने उनकी सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त करके मंगलवार को उनकी बर्खास्तगी के आदेश दिए हैं। यह हादसा सॉफ्टवेयर अपग्रेड करके मिसाइल की रेंज बढ़ाकर परीक्षण किये जाने के दौरान तकनीकी गलती से हुआ था। इस घटना के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में बयान देकर हथियार प्रणालियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का भरोसा दिया था।

भारत की सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल रेंज बढ़ाकर नए एयर वर्जन का परीक्षण किये जाने के दौरान तकनीकी खामी से 09 मार्च को मार्ग से भटककर पाकिस्तान की सीमा में 160 किमी. दूर गिरी थी। इस घटना पर पाकिस्तान ने 10 मार्च को कहा था कि भारत के सिरसा से लॉन्च की गई एक मिसाइल उनके क्षेत्र में मियां चन्नू इलाके में गिरी है। इससे कुछ निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ है। भारत ने पाकिस्तान के इस दावे पर 24 घंटे तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी, लेकिन अगले दिन भारत ने गलती से मिसाइल लॉन्च होने की बात स्वीकार करके उच्चस्तरीय कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए थे।

वायु सेना के विंग कमांडर आशीष मोघे के अनुसार इस घटना के लिए जिम्मेदारी तय करने सहित हादसे के तथ्यों की जांच करने के लिए गठित कोर्ट ऑफ इंक्वायरी (कर्नल) ने पाया है कि परीक्षण के दौरान मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का पूरी तरह पालन नहीं किया गया जिसकी वजह से आकस्मिक फायरिंग हो गई। दुर्घटनावश हुई घटना की वजह से मिसाइल मार्ग से भटककर पाकिस्तान की सीमा में 160 किमी. दूर गिरी थी। जांच में परीक्षण के दौरान मौजूद रहे वायु सेना के तीन अधिकारियों को मुख्य रूप से जिम्मेदार ठहराया गया है। केंद्र सरकार ने उनकी सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त करके आज उनकी बर्खास्तगी के आदेश दे दिए हैं।

इस पूरे मामले पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 15 मार्च को राज्यसभा में बयान देकर सदन को भरोसा दिलाया था कि भारत की मिसाइल प्रणाली बहुत विश्वसनीय और सुरक्षित है। इसके अलावा, हमारी सुरक्षा प्रक्रियाएं और प्रोटोकॉल उच्चतम हैं और समय-समय पर इसकी समीक्षा की जाती है। रक्षा मंत्री ने यह भी कहा था कि इस घटना के मद्देनजर संचालन, रखरखाव और निरीक्षण के लिए मानक संचालन प्रक्रियाओं की समीक्षा की जा रही है। हम अपनी हथियार प्रणालियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं। यदि कोई कमी पाई जाती है तो उसे तत्काल दूर किया जाएगा।

Chhapra: जदयू जिलाध्यक्ष मुरारी सिंह की अध्यक्षता में सारण स्नातक चुनाव की तैयारी बैठक आहूत की गई. बैठक में सारण जिला संगठन प्रभारी मंजीत सिंह ने जिले के सभी पंचयत में पचास नये मतदाता बनाने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए प्रखंड संगठन प्रभारी को निर्देश देते हुए कहा कि अपने अपने प्रभार वाले प्रखंडो में जाकर कैंप करें और पचास नये मतदाता बनाने का कार्य करें. उन्होंने बताया कि बिहार विधान परिषद की सारण स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से डॉ वीरेंद्र नारायण यादव महागठबंधन समर्थित जदयू प्रत्याशी होंगे.

स्नातक चुनाव को लेकर महागठबंधन के विधान पार्षद ने कहा कि आप कार्यकर्ता के बदौलत जीत सुनिश्चित होगी.

जदयू प्रदेश सचिव अल्ताफ आलम राजू ने कहा की आप समर्पित कार्यकर्ता पार्टी के धरोहर है. स्नातक पास साथियों को अधिक से अधिक स्नातक चुनाव में मतदाता बनाने का कार्य करें

बैठक में कामेश्वर सिंह, अरशद परवेज, जयप्रकाश यादव, राजेश त्यागी, सुरेश कुमार सिंह,महेश सिंह,माहेश्वर चौधरी,डॉo दिनेश कुशवाहा, राज बलभव कुशवाहा, पशुप्तिनाथ पटेल, मनोज पटेल, डॉo अशोक कुशवाहा, ललन देव तिवारी, काजिम रजा रिजवी जदयू जिला प्रवक्ता मोहम्मद फिरोज, प्रभास शंकर, रमेश किशन कुशवाहा, चाँदनी सिंह, कुसुम देवी, लालमुनी देवी गुड्डीया जायसवाल, राखी कुशवाहा, शकीला बेगम, अभिशेख रंजन, रवि प्रकास, इम्तेयाज परवेज, सम्भु मांझी, मन्नू गिरी, जहागीर आलम मुन्ना, प्रभुनाथ पटेल, संजय राम, लालबाबू पाण्ड्य, आनत गोंड, शंकर मलाकर, सोहाग सिंह, गणेश सिंह, प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष एवम प्रखण्ड अध्यक्ष सम्मलित थे.

बेगूसराय: देश-विदेश में मोक्ष स्थली के रूप में चर्चित गया के विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर में मुस्लिम धर्मावलंबियों के प्रवेश पर रोक के बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ बिहार सरकार के मंत्री इसराइल मंसूरी के प्रवेश करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले को लेकर सनातन धर्मावलंबी एवं भाजपा कार्यकर्ताओं में काफी आक्रोश है।

मंगलवार को केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने भी इसको लेकर एक बार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला किया है। गिरिराज सिंह ने कहा है कि बिहार में अब सनातन धर्म की रक्षा मुश्किल हो गई है। जब शासक नास्तिक और हिंदू विरोधी हो जाएगा तो बिहार में धर्म की रक्षा कैसे होगी। गिरिराज सिंह ने कहा कि एक मुसलमान के साथ विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करने वाले नीतीश कुमार ने जानबूझकर मंदिर की पवित्रता को भंग किया है, सनातन धर्म का अपमान किया है।

उल्लेखनीय है कि गया के विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर के मुख्य द्वार पर गैर हिन्दू का प्रवेश वर्जित लिखा हुआ है। लेकिन नौ सितम्बर से शुरू हो रहे पितृपक्ष ही तैयारी का जायजा लेने सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गया दौरे पर आए थे। यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विष्णुपद मंदिर में जब पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे तो प्रमुख नेता और कार्यकर्ता के साथ बिहार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री मो. इसराइल मंसूरी भी गर्भ गृह में प्रवेश कर गए।

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा जब मंत्री इसराइल मंसूरी के साथ गर्भ गृह में मुख्यमंत्री का फोटो जारी किया गया तो हड़कंप मच गया। मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू एवं बांग्ला में भाषा में अहिन्दु का प्रवेश निषेध रहने का बोर्ड लगे रहने के बावजूद मुस्लिम मंत्री के प्रवेश पर सनातन धर्मावलंबियों द्वारा बड़ा सवाल उठाया जा रहा है। इसके बाद मंगलवार को गिरिराज सिंह ने भी जोरदार हमला कर दिया।

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से शिष्टाचार भेंट की।

राष्ट्रपति सचिवालय ने मुलाकात की तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया, “भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की।”

जम्मू: जम्मू-कश्मीर में 6 घंटे के भीतर दो बार भूकंप आया। पहला भूकंप सोमवार आधीरात बाद 2 बजे के बाद आया जबकि दूसरा बुधवार सुबह करीब 8 बजे आया। इससे अब तक किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है।

जम्मू-कश्मीर में आधीरात बाद 2ः20 बजे 3.9 तीव्रता का भूकंप का झटका महसूस किया गया।। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप कटरा से 61 किलोमीटर पूर्व में आया। भूकंप की गहराई जमीन से 10 किलोमीटर नीचे थी। रात होने के चलते ज्यादातर लोगों को इस भूकंप के बारे में पता नहीं चला। जिन्हें यह भूकंप का झटका महसूस हुआ वह लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए।

इस भूकंप के झटके के 6 घंटे बाद ही मंगलवार सुबह 8ः03 बजे 2.9 की तीव्रता का भूकंप का झटका महसूस किया गया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप उधमपुर से 26 किलोमीटर पूर्व में आया। भूकंप की गहराई जमीन से 5 किलोमीटर नीचे थी। इस भूकंप की तीव्रता पहले भूकंप से काफी कम थी।

अमेरिकी बिजनेस मैगजीन फोर्ब्स ने हाल ही में सबसे ज्यादा फीस वसूलने वाले एक्टर्स की लिस्ट जारी की है, जिसमें बॉलीवुड के खिलाड़ी यानि अक्षय कुमार दुनिया में सेकेंड हाइली पेड एक्टर्स में शुमार हो गए हैं।

फोर्ब्स 2022 की लिस्ट के अनुसार, अक्षय कुमार 48.5 मिलियन डॉलर की फीस के साथ इस समय दुनिया में सबसे सेकेंड हाइली पेड एक्टर हैं। किसी भारतीय एक्टर के लिए इस लिस्ट में शामिल होना गर्व की बात मानी जाती है।

उल्लेखनीय है कि फ़ोर्ब्स मैगजीन हर साल सबसे ज्यादा फीस वसूलने वाले दुनिया के 100 सेलेब्स की लिस्ट जारी करती है। इस साल जारी की गई लिस्ट में अक्षय कुमार का नाम आने के बाद साफ हो गया है कि खिलाड़ी कुमार बॉलीवुड के सिंहासन पर एकछत्र राज करने वाले कुछेक एक्टर्स में से एक हैं। बॉलीवुड ही नहीं, बल्कि हॉलीवुड में भी उनका जलवा बरकरार है।

अक्षय कुमार के वर्कफ्रंट की बात करें तो वे मौजूदा समय में बॉलीवुड के सबसे व्यस्ततम अभिनेताओं से एक हैं। वह जल्द ही फिल्म कैप्सूल गिल, कठपुतली, रामसेतु, सेल्फी समेत अन्य कई फिल्मों में अभिनय करते नजर आएंगे ।

नई दिल्ली: केन्द्र सरकार ने एक सामान्य राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल (https://awards.gov.in) विकसित किया है ताकि पारदर्शिता और जनभागीदारी सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और एजेंसियों के सभी पुरस्कारों को एक मंच पर लाया जा सके।

गृह मंत्रालय के अनुसार यह पोर्टल प्रत्येक नागरिक या संगठन को भारत सरकार की ओर से विभिन्न पुरस्कारों के लिए व्यक्तियों व संगठनों को नामित करने की सुविधा प्रदान करता है।

वर्तमान में निम्नलिखित पुरस्कारों के लिए नामांकन व सिफारिशें इस पोर्टल पर की जा सकती हैं।

पद्म पुरस्कार- अंतिम तिथि 15/09/2022

वानिकी में उत्कृष्टता के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार 2022- अंतिम तिथि 30/09/2022

राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार 2022- अंतिम तिथि 15/09/2022

राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2022- अंतिम तिथि 15/09/2022

वरिष्ठ नागरिकों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार – वयोश्रेष्ठ सम्मान 2022- अंतिम तिथि 29/08/2022

व्यक्तिगत उत्कृष्टता के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार 2021- अंतिम तिथि 28/08/2022

व्यक्तिगत उत्कृष्टता के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार 2022- अंतिम तिथि 28/08/2022

दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण में कार्यरत संस्थानों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार 2021- अंतिम तिथि 28/08/2022

दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण में कार्यरत संस्थानों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार 2022- अंतिम तिथि 28/08/2022

राष्ट्रीय सीएसआर पुरस्कार 2022- अंतिम तिथि 31/08/2022

नारी शक्ति पुरस्कार 2022- अंतिम तिथि 31/10/2022

सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार 2023- अंतिम तिथि 31/08/2022

मद्यपान और मादक द्रव्यों के सेवन की रोकथाम के क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार 2022- अंतिम तिथि 29/08/2022

जीवन रक्षा पदक – अंतिम तिथि 30/09/2022

नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो अभियान समय की मांग की है। राहुल ने सोमवार को दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में भारत जोड़ो यात्रा की बैठक के दौरान सिविल सोसायटी के प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए कहा कि वह भारत जोड़ो अभियान के लिए निकलेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब रुकने वाली नहीं है। इस यात्रा में अगर लोग नहीं भी आएंगे तो वह अकेले ही यात्रा शुरु कर देंगे।

राहुल ने कहा कि देश को तोड़ने वाली सोच के विरोध में देश को जोड़ने वाली सोच की बात करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान लोगों को बताया जाएगा कि कैसे कुछ लोग देश को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा में हर उस व्यक्ति का स्वागत है जो देश को अखंड रखने की सोच रखते हैं।

कार्यक्रम के समापन के बाद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि राहुल गांधी ने आज सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधियों से करीब डेढ़ घंटे संवाद किया। इस दौरान राहुल ने करीब 40 लोगों के सवालों के जवाब दिए।

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस 07 सितंबर से भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत कर रही है। यह यात्रा लगभग 3,500 किलोमीटर लंबी होगी। यात्रा 150 दिनों तक चलेगी। यह यात्रा कन्याकुमारी से कश्मीर तक 12 राज्यों और 07 केन्द्र शासित राज्यों से होकर गुजरेगी।