-नीतीश ने कहा, पार्टी विधायकों-सांसदों के कहने पर लिया फैसला
-संजय जायसवाल बोले, भाजपा को नीतीश कुमार ने धोखा दिया

पटना: बिहार में पांच साल पुराना भाजपा-जदयू गठबंधन मंगलवार को टूट गया। इसी के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान को इस्तीफा सौंप दिया। साथ ही उन्होंने राजद, जदयू, कांग्रेस और वाम दलों के 160 विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को देते हुए महागठबंधन की सरकार बनाने का दावा भी पेश किया।

आज पूर्वाह्न 11 बजे जदयू की बैठक में सहमति बनने के बाद सीएम चार बजे से 20 मिनट पहले राजभवन गए और राज्यपाल को त्यागपत्र सौंप दिया। दूसरी ओर राजद विधायक दल की बैठक दिन 11 बजे से शुरू हुई, जिसमें कांग्रेस और वाम दलों ने तेजस्वी यादव को नेता मानते हुए पूरा समर्थन देने की बात कही।

बिहार के राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद जदयू नेता नीतीश कुमार ने कहा कि सभी सांसद और विधायक आम सहमति पर हैं कि हमें एनडीए छोड़ देना चाहिए। इसके तुरंत बाद उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। ये पूछने पर कि भाजपा से क्या परेशानी थी, नीतीश कुमार ने कहा कि इस सवाल का जवाब वे बाद में देंगे। इसके बाद वे सीधे वहां से राबड़ी देवी के आवास के लिए रवाना हो गए। राबड़ी देवी के आवास पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।

नयी सरकार में बताया जा रहा है कि कांग्रेस और राजद से दो उप मुख्यमंत्री होंगे। हालांकि, महागठबंधन ने साफ कर दिया कि उन्होंने नीतीश कुमार को ही नेता माना है।

इन सभी घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार की जनता और भाजपा को नीतीश कुमार ने धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि 2017 से और अब क्या अंतर आया, नीतीश कुमार इसका जवाब दें। संजय जायसवाल ने कहा कि 2020 में एनडीए के तहत मिलकर चुनाव लड़ा। कम सीट जीतने के बाद भी भाजपा ने पीएम मोदी के कहने पर नीतीश कुमार को सीएम बनाया। नीतीश कुमार ने 2017 में गठबंधन तोड़ने का अफसोस भी जताया था।

लोजपा रामविलास पार्टी के अध्यक्ष और जमुई सांसद चिराग पासवान ने कहा कि आज नीतीश कुमार की क्रेडिबिलिटी शून्य है। हम चाहते हैं कि बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू हो और राज्य को नए सिरे से जनादेश मिले।नीतीश कुमार की कोई विचारधारा नहीं अगले चुनाव में जदयू को शून्य सीटें मिलेंगी।

लालू की बेटी चंदा ने भाई तेजस्वी यादव की तस्वीर शेयर करते हुए रिएक्ट किया। उन्होंने तस्वीर में लिखा-‘तेजस्वी भवः बिहार’। इसमें जिस तरह से तेजस्वी की तस्वीर लगी हुई है उससे तय है कि लालू के छोटे लाल का रोल नई सरकार में अहम रहने वाला है।

दधीचि देहदान समिति बिहार की छपरा इकाई का हुआ गठन

Chhapra: मंगलवार को रोटी बैंक छपरा के कार्यालय पर एक बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें सर्वसम्मति से दधीचि देहदान समिति छपरा (सारण) इकाई का गठन किया गया. बैठक में सर्वमत से समिति में पदाधिकारियों का चुनाव अध्यक्ष , सचिव, उपाध्यक्ष, सहसचिव, कोषाध्यक्ष, प्रेस सचिव, कार्यकारिणी सदस्यों के रूप में हुआ.

जिसमें अध्यक्ष के पद पर संजीव कुमार चौधरी एवं सचिव के पद पर पिंटू कुमार गुप्ता, कोषाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार उपाध्यक्ष, आनंद शरण मिश्रा, सह सचिव रंजीत जायसवाल, प्रेस सचिव कृष्ण मोहन के साथ टीम को मजबूती प्रदान करने के लिय कार्यकारिणी सदस्यों का भी चुनाव किया गया.

जिसमें रोटी बैंक छपरा के सभी सम्मानित सदस्यों को शामिल किया गया है. हालांकि कुछ पदों पर चयन होना अभी बाकी है.

दो वर्ष बाद इसुआपुर में निकला ताजिया जुलूस ब्रह्मोस की दिखी झलक

इसुआपुर: दो वर्षो के बाद उल्लास के साथ इसुआपुर में ताजिया जुलूस निकाला गया. मुहर्रम के अवसर पर निकाली जाने वाली यह जुलूस मंगलवार को इसुआपुर और विशुनपुरा से निकलकर इसुआपुर बाजार पहुंची. जहां हजारों के तादाद में उपस्थित लोगों ने अखाड़ा दिखाया वही लाठी डंडे तलवार के करतब दिखाए.

दो वर्षो बाद जोश के साथ निकली इस ताजिया जुलूस में इस बार इसुआपुर अखाड़ा द्वारा ब्रह्मोस की झलक दिखाई गई.

सैकड़ों की संख्या में ढोल और उसपर शामिल लोग करतब दिखाते नजर आए. इसुआपुर और विशुनपुरा का ताजिया बाजार होते हुए अपने गंतव्य तक गया.

मुहर्रम के अवसर पर इसुआपुर में बड़े मेले का आयोजन होता है. शाम के समय इसुआपुर के आसपास के दर्जनों ताजिया जुलूस आपने अपने अखाड़े के साथ मुख्य बाजार पहुंचेंगे. जहां अखाड़ा खिलाड़ियों द्वारा करतब दिखाया जायेगा.

वही इस अवसर पर लगे मेले में बैलून, खिलौने, जलेबी सहित अन्य सामानों की बिक्री जोरों पर है जो देर रात तक चलेगी.

Chhapra: बिहार राज्य कृषि समन्वयक संघ के आह्वान पर सोमवार से जिले के सैकड़ों कृषि समन्वयक हड़ताल पर चले गए हैं। इस दौरान कृषि समन्वयको ने जिला कृषि कार्यालय मे धरना देकर अपने 5 सूत्री मांगो के समर्थन मे जमकर नारेबाजी किया।

कृषि समन्वयक संघ के सारण जिलाध्यक्ष केशव सिंह ने कहा कि सरकार उनकी मांगें माने नहीं तो केंद्र और राज्य सरकार के सौजन्य से संचालित सभी कृषि योजनाएं जिले मे ठप्प होकर रह जाएगी । उन्होंने बताया कि हमारी पांच मुख्य मांगे है जिसमे कृषि समन्वयक का ग्रेड पे तकनीकी योग्यता के अनुरूप 4600 किया जाय।समन्यवयक को अधिकारी का दर्जा देते हुए प्रखंड समन्वयक का पद नाम हटाकर कृषि विकास पदाधिकारी रखा जाए । 33% प्रखंड कृषि पदाधिकारी के पद को कृषि समन्वयक कोटा से भरने के लिए कम से कम 33% समन्वयक वर्ग से लिया जाय।

कृषि समन्वयक को उर्वरक निरीक्षक घोषित कर गुणवत्तापूर्ण कार्य के लिए उन्हें लैपटॉप, मोटरसाइकिल सहित 4000 अलग से मानदेय देने की व्यवस्था की जाए।

पटना: जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के ओर से रविवार को लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान के उपर दिये गये बयान का जवाब सोमवार को प्रेस वार्ता कर चिराग पासवान ने दिया है।

ललन सिंह के बयान कि जदयू डूबता नहीं बल्कि दौड़ता जहाज है पर तंज कसते हुए चिराग ने कहा कि पानी में चलने वाला जहाज दौडेगा कैसे। क्या उपेंद्र कुशवाहा साल 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में चिराग मॉडल के प्रतीक नहीं है। बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा उस समय जदयू से अलग चुनाव लड़े और नीतीश कुमार के दल ने बाद में उन्हें जदयू में शामिल कर लिया।

लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने सोमवार को कहा कि नीतीश कुमार को सिर्फ मुख्यमंत्री कैसे बने रहें, इस बात की चिंता है। उन्हें विकास से कोई मतलब नहीं है। वह विकास पुरूष नहीं पलटूराम है। जबकि चिराग मॉडल तो विकास का मॉडल है। बिहार की 32 लाख जनता ने हमें सपोर्ट किया। उनका मॉडल क्या है, यह उन्हें बताना चाहिए। उन्होंने सीएम नीतीश से सवाल किया कि 2015 में आप जिनके साथ गए थे तब जंगलराज याद नहीं था। किसने तैयार किया चिराग मॉडल . जेडीयू इस सवाल का जवाब दें।कितना इंतजार कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि चिराग किसी का मॉडल है तो वो रामविलास पासवान का था। जीते जी रामविलास पासवान को अपमानित करने का कोई मौका नहीं छोड़ा। मेरी पार्टी और परिवार को नीतीश कुमार ने तोड़ा और आज खुद ही पार्टी टूट रही है तो बहाना बना रहे हैं। क्या नीतीश कुमार चाहते हैं उन्हें पलटूराम की तरह याद करें।

उल्लेखनीय है कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान पर रविवार को निशाना साधते हुए जदयू के वर्ष 2020 विधानसभा चुनाव में सीटें घटने का कारण साजिश बताया था। ललन सिंह ने चिराग मॉडल का नाम देकर कहा था कि जदयू का जनाधार नहीं घटा है बल्कि चिराग मॉडल से हमें कमजोर करने की साजिश रची गई थी। अब वैसी ही साजिश आरसीपी सिंह के रूप में थी जिसे ललन सिंह ने चिराग मॉडल-2 नाम दिया था।

पटना: बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। नीतीश कुमार के एनडीए से अलग होने की चर्चा जोरों से चल रही हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) के सभी विधायकों और सांसदों की मंगलवार को बैठक भी बुलाई है। इस बैठक में कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है। ऐसे में बिहार की राजनीति के लिए अगले 24 घंटे काफी अहम माने जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते दिन कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से फोन पर बात की थी। अब इन दोनों के बीच क्या बात हुई, इसकी तस्वीर अगले कुछ दिनों में ही साफ हो सकती है।

मुख्यमंत्री नीतीश के आवासीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार नीतीश कुमार ने सोनिया गांधी से लालू यादव को इस बात पर मनाने का आग्रह किया है कि भाजपा से अलग होने की स्थिति में सीएम उन्हें ही बनाया जाए। राजद सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार गृह और उपमुख्यमंत्री की कुर्सी सहित कई प्रमुख विभाग राजद को मिलने वाले हैं।

हालांकि राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बातचीत में कहा कि मंगलवार को राजद विधायक, सांसद और एमएलसी की बैठक 2024 के लोकसभा और उसके अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर है न कि किसी सरकार के गठन को लेकर। जगदानंद ने कहा कि नीतीश कुमार को हमने आमंत्रित नहीं किया है। गठबंधन की कोई बात नहीं हुई है। हमने किसी को प्रस्ताव नहीं भेजा है।

इन सब के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी मंगलवार को अपनी पार्टी के सभी विधायकों और सांसदों की बैठक बुलाई है, जिसमें कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है। जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा का कहना है कि पार्टी के विधायकों से फीडबैक लेने के लिए विधायक दल की बैठक बुलाई गयी है।

रविवार को जनता दल (यूनाइटेड) राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा था कि कुछ लोग बिहार में एक बार फिर से 2020 के चिराग पासवान मॉडल इस्तेमाल करना चाहते थे, मगर नीतीश कुमार ने इस षड्यंत्र को पकड़ लिया है। इसी के साथ वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह के इस्तीफे को लेकर उन्होंने कहा था कि उनका तन भले ही जनता दल यूनाइटेड में था, मगर उनका मन कहीं और था।

Chhapra:  20वर्षों से प्रतिष्ठित स्किल एजुकेशन सेंटर NCC Computers Pvt Ltd. ने जिले  के युवाओं को उनके भविष्य के सपनों को पूरा करने के लिए रेगुलर मोड में बैचलर और मास्टर्स डिग्री कोर्स लेकर आया है. 

NCC कॉलेज ऑफ एजुकेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर अभिजीत शरण सिन्हा ने बताया कि  यह पहली बार हो रहा है जब शहर में रेगुलर मोड पर समय पर रिजल्ट मिलेगा और प्लेसमेंट सेल की मदद से कैंपस सेलेक्शन की सुविधा भी होगी. छात्रों को कम खर्च में समय पर एक विश्वसनीय डिग्री मिल जाएगी. 

उन्होंने बताया कि NCC कॉलेज ऑफ एजुकेशन में रेगुलर मोड में B.A., BBA, BCA, BLISS, B.SC IT, BJMC, MA, MCA, MBA, M.SC IT, और MJMC जैसे कोर्स कराए जाएंगे. एनसीसी कॉलेज ऑफ एजुकेशन को देश का एक प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी देश भगत यूनिवर्सिटी पंजाब का  सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया गया है. इस यूनिवर्सिटी के ही गाइडेंस में युवाओं के लिए नए द्वार खुलेंगे. एक तरफ जहां कुछ युवा अपनी रेगुलर डिग्री को लेकर काफी चिंतित रहते हैं, पढ़ाई समय पर हो और डिग्री समय पर मिल जाए तो आगे का रास्ता आसान हो जाता है. वहीं दूसरी तरफ इस कॉलेज में अब छात्र छात्राओं को किसी प्रकार का इंतजार नहीं करना पड़ेगा.  समय पर पढ़ाई और समय पर डिग्री मिल सकेगी.

उक्त अवसर पर एनसीसी कॉलेज ऑफ एजुकेशन की टीम, अभिषेक अरुण, नंदिनी भारती, एमडी इमरान, राकेश कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे.

तरैया में 40 लीटर देशी शराब के साथ एक महिला समेत दो धंधेबाज गिरफ्तार

Chhapra: जिले के तरैया थाना क्षेत्र के दो अलग-अलग गांवों में तरैया पुलिस ने छापेमारी कर 40 लीटर देशी शराब के साथ एक महिला समेत दो धंधेबाज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. एएसआई अगस्त कुमार सिंह ने प्राथमिकी दर्ज की है.

मामले में थानाध्यक्ष मो. शोएब आलम ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी किया गया. रामपुर केशवगंज पर 35 लीटर देशी शराब के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार व्यक्ति रामपुर महेश गांव निवासी शंकर मांझी का पुत्र धर्मेंद्र माझी है. वही गवन्द्री गांव में छापेमारी किया गया, जहां करिया नट की पत्नी प्रीति देवी को 5 लीटर देशी शराब के साथ गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार दोनों धंधेबाजों को छपरा जेल भेज दिया गया है.

रोटरी सारण के सावन महोत्सव में सोहन दीपाली बने बेस्ट कपल

Chhapra: रोटरी सारण के द्वारा स्थानीय जन्नत पैलेस में सावन महोत्सव का आयोजन किया गया. जिसमे अनेक प्रतिभागियों द्वारा मनमोहक प्रस्तुति की गई. इसमें क्लब के रोटेरियन एवं मिसेज रोटेरियन ने हिस्सा लिया तथा कई तरह के मनोरंजक कार्यक्रम किये गए.

नृत्य का दौर चला और बच्चों ने मोहक डांस की प्रस्तुति दी. इस बार छपरा में पहली बार कृत्रिम बारिश वर्षा कर के बच्चे और सदस्यों ने सावन का लुफ्त उठाया. बेस्ट कपल का अवार्ड रोटेरियन सोहन गुप्ता और दीपाली गुप्ता की जोड़ी बनी. डांस में भाग लेने वाले बच्चों को भी उनके नृत्य के लिए पुरस्कृत किया गया.

वहीं अच्छी मेहंदी लगाने को लेकर भी पुरस्कार दिया गया. जज की भूमिका अर्चना रस्तोगी, प्रियंका कुमारी, रूपा गुप्ता ने अदा की.

कार्यक्रम में मेहंदी कंपटीशन में प्रथम स्थान दीपाली गुप्ता, द्वितीय स्थान मंजू गुप्ता, तृतीय स्थान गायत्री देवी को मिला. बेस्ट मेल का ख़िताब प्रथम राजेश फैशन, द्वितीय स्थान पंकज कुमार, तृतीय स्थान श्याम बिहारी अग्रवाल को मिला. बेस्ट नृत्य प्रस्तुति में संस्कृति हर्षिता युगल जोड़ी, अंनन्या जयसवाल, शिवम् को पुरस्कार मिला.

मॉडलिंग गर्ल्स में अनन्या, संस्कृति, लडडू, मॉडलिंग बॉयज में अक्षय, गौतम, स्वस्तिक एवं शिव पार्वती झांकी में निर्भय- सान्वी, राधा कृष्ण, अनन्या – अनय की जोड़ी को पुरस्कृत किया गया.

जन सुराज अभियान की पहली समिति का लोकतांत्रिक तरीके से गठन

Siwan: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर द्वारा शुरू किए गए जन सुराज अभियान के लिए 8 अगस्त का दिन ऐतिहासिक रहा. 8 अगस्त 2022 को जन सुराज अभियान की पहली समिति गठित की गई. समिति सिवान के जीरादेई प्रखंड में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई.

लोगों को यह भी मौका दिया गया कि अगर किसी नाम पर आपत्ति है तो वे उसे दर्ज करा सकते हैं. प्रखंड निवासियों के समक्ष खुले मंच से जन सुराज की सोच से सहमति रखने वाले सभी लोगों ने सर्वसम्मति से इस समिति के लिए लोगों का चयन किया.

इस चयन प्रक्रिया का जीरादेई के प्रखंड निवासियों और बिहार के विभिन्न जिलों से आए सैकड़ों लोगों ने स्वागत किया.

सामाजिक कार्यकर्ता मनोरंजन कुशवाहा और शराफत हुसैन ने जीरादेई मोड़ पर प्रशांत किशोर का फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया और जीरादेई पधारने के लिए उनका आभार व्यक्त किया.

समिति गठन कार्यक्रम की शुरुआत में स्थानीय स्कूल की बच्चियों ने महात्मा गांधी का प्रिय भजन ‘रघु पति राघव राजा राम’ का गायन कर सभी लोगों का स्वागत किया. मंच पर मौजूद सभी लोगों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की.

इस मौके पर प्रशांत किशोर ने लोगों को संबोधित करते हुए जन सुराज और इसकी सोच पर अपने विचार रखे.

प्रशांत किशोर ने कहा कि “जन सुराज का उद्देश्य है बिहार में एक नई राजनीतिक व्यवस्था बनाना. सत्ता परिवर्तन हमारा मकसद नहीं है. अगर पदयात्रा के बाद सब लोगों की सहमति से कोई दल बनता भी है तो वो बिहार के सभी सही लोगों का दल होगा, प्रशांत किशोर का दल नहीं होगा. सब मिलकर अगर तय करेंगे तो दल बनाया जाएगा. मैं अभी लोगों से बात करने, उनकी समस्याओं को समझने में अपना पूरा वक्त लगा रहा हूं. जो लोग विकास का दावा कर रहे हैं अगर उनको सच मान भी लिया जाए तो भी देश में सबसे ज्यादा अशिक्षित लोग, बेरोजगार लोग, गरीब लोग बिहार में रहते हैं.” बिहार के विकास के लिए सही लोग, सही सोच और सामूहिक प्रयास पर बल देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि देश के अग्रणी राज्यों में अगर बिहार को खड़ा करना है तो बिहार के लोगों को मिलकर प्रयास करना होगा.

इस कार्यक्रम का मंच संचालन स्थानीय निवासी कृष्णा सिंह ने किया और सभी प्रस्ताव उपस्थित लोगों के बीच रखे जिसे ध्वनिमत से पारित किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता स्थानीय निवासी राजेश्वर सिंह ने की. समिति के समक्ष तीन प्रमुख प्रस्ताव रखें. जिसमें पहला, ‘जन सुराज’ अभियान के सदस्यों द्वारा यह शपथ ली गई कि ‘जन सुराज’ अभियान का वे समर्थन करते हैं और इसके प्रचार-प्रसार व अन्य क्रिया कलापों में हमेशा अग्रसर रहकर अपनी सहभागिता सुनिश्चित करेंगे. दूसरा, सभी सदस्य ‘जन-सुराज’ अभियान के विस्तार के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे. तीसरा और अंतिम प्रस्ताव यह रहा कि समिति के सदस्य सर्वसम्मति से विकास के मुद्दे को लेकर हमेशा सजग और तत्पर रहेंगे.

जन सुराज की नवगठित जीरादेई समिति में कुल 41 सदस्यों को सर्वसम्मति से शामिल किया गया। इसमें से कुछ प्रमुख नाम इस प्रकार हैं –

1. राजेश्वर सिंह : सामाजिक कार्यकर्ता और बुद्धिजीवी

2. नरोत्तम मिश्रा : सेवानिवृत्त प्रोफेसर और पूर्व सांसद उम्मीदवार

3. रामेश्वर सिंह: पूर्व पीएसी अध्यक्ष और लक्ष्मी नारायण मंदिर के अध्यक्ष।

4. ललितेश्वर राय : प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता

5. प्रशांत कुमार : लोकपाल

6. रामेश्वर राय: व्यवसायी पूर्व मुखिया

7. नूरुल हुड्डा: ( पीएसी अध्यक्ष )

8. डॉ. जमील : ग्रामीण चिकित्सक

9. देवेंद्र चौधरी: पूर्व मुखिया

10. कृष्ण कुमार सिंह: समाजसेवी सह सिवान तीतिर स्तूप विकास मिशन के संस्थापक

11. राहुल कीर्ति सिंह: पूर्व प्रवक्ता, बिहार कांग्रेस और स्वतंत्रता सेनानी के पोतें

12. मनोज कुमार मांझी: मुखिया और महत्त्वपूर्ण परिवार

13. हरिकान्त सिंह: शिक्षक और प्रमुख पीआरआई परिवार

14. अनिल सिंह: प्रखंड उप-प्रमुख

15. मनोरंजन कुमार सिंह: शिक्षक, अध्यक्ष- कबड्डी जिला महासंघ, सदस्य- माध्यमिक जिला शिक्षा संघ

शराबबंदी तालिबानी कानून, बिना सोचे समझे सीएम ने उठाया कदम: एमएलसी सच्चिदानंद राय

Chhapra: एमएलसी ई. सचिदानन्द राय ने मकेर के फुलवरिया भाथा पहुँचकर जहरीली शराब से हुई 13 मौत वाले परिवारों से मिलकर अपनी संवेदनाए प्रकट की. इस दौरान उन्होंने सभी मृतक के आश्रितों को 50-50 हजार की राशि देने की बात कही.

वे शराबबंदी और मौत के मामले में नीतीश कुमार पर जमकर बरसे, उन्होंने शराबबंदी कानून को तालिबानी कानून बताया, उन्होंने कहा कि पहले नीतीश कुमार हर गाँव के बाजारों पर अंग्रेजी शराब की दुकान खोलवाये फिर एकाएक बन्द कर दी.

इसके लिये योजना तैयार नही की, इसी का नतीजा है कि लोग जो पहले से शराब पीने के आदि थे वो आज भी शराब की लत में अपनी जान गवा रहे है.

Chhapra: सावन माह के अंतिम सोमवारी के पावन मौके पर शिवालयों में श्रद्धालुओं का शैलाब उमड़ पड़ा है।

हर-हर महादेव के जयधोष के साथ श्रद्धालुओं के आने-जाने का सिलसिला लगातार जारी है। छपरा शहर से लेकर जिले के तमाम शिवालयों में शिवभक्तों के द्वारा जलाभिषेक किया जा रहा है. जिले में बाबा हरिहरनाथ मंदिर, शिल्हौरी मंदिर, बाबा धर्मनाथ मंदिर समेत तमाम मंदिर्यों में जलाभिषेक के लिए श्रद्धालु सुबह से ही जलाभिषेक करने के लिए कतारों में देखे गए. इस अवसर पर वातावरण शिवमय हो गया है.