पटना , 14 अगस्त (हि.स.)। मधुबनी पेंटिंग के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित गोदावरी दत्ता के निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नेगहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा है कि मूलरूप से दरभंगा निवासी गोदावरी दत्ता ने मधुबनी पेंटिंग को देश-विदेश में पहचान दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई थी। उनके निधन से कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।

मुख्यमंत्री ने स्व. गोदावरी दत्ता के परिजनों एवं प्रशंसकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

मिथिला पेंटिंग की शिल्पगुरु मानी जाने वाली गोदावरी दत्त का लंबी बीमारी के बाद बुधावार काे दाेपहर में निधन हो गया। पद्मश्री पुरस्कार सम्मानित गोदावरी दत्त 93 साल की थी। गोदावरी दत्त बीते एक हफ्ते से कोमा में थीं। किडनी खराब हो गई थी। डॉक्टर ने जवाब दे दिया था।

गोदावरी दत्त का जन्म एक निम्न मध्यम वर्गीय कायस्थ परिवार में दरभंगा के लहेरियासराय में 1930 में हुआ था। इनका विवाह मधुबनी के रांटी गांव में उपेन्द्र दत्त से हुआ, जहां से उनकी पेंटिंग्स की यात्रा शुरू हुई। गोदावरी दत्त ने मिथिला पेंटिग को घर से निकालकर देश दुनिया में पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई। काफी वृद्ध होने के बाद भी वह अपनी पेंटिंग के हुनर से ऐसी पेंटिंग बनाती रहीं कि देखने वाले मंत्रमुग्ध हो जाते हैं।

डोडा, 14 अगस्त (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में बुधवार को जारी मुठभेड़ में सेना का एक कैप्टन बलिदान हो गया और एक आतंकी मारा गया है।

सेना की व्हाइट नाइट कोर ने एक्स पर जानकारी साझा की है कि डोडा जिले में जारी ऑपरेशन में एक आतंकवादी मारा गया है। इस दौरान एम4 राइफल और एक एके 47 राइफल बरामद की गई है। सेना ने कहा कि ऑपरेशन जारी रहने के दौरान रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है।

इससे पहले सेना ने कहा कि व्हाइट नाइट कोर के बहादुर कैप्टन दीपक सिंह के सर्वाेच्च बलिदान को सलाम करते हैं, जिन्होंने अपनी चोटों के कारण दम तोड़ दिया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया कि व्हाइट नाइट कोर गहरी संवेदना व्यक्त करता है और इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ा है।

बुधवार सुबह सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के जंगलों में आतंकवादियों के साथ चल रही मुठभेड़ स्थल से एक एम4 राइफल और अन्य युद्धक सामग्री बरामद की।

व्हाइट नाइट कोर ने कहा कि विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के आधार पर भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा पत्नीटॉप के पास अकर वन में एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया था। डोडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जावेद इकबाल ने बताया कि ऑपरेशन प्रगति पर है और आगे का विवरण तदनुसार साझा किया जाएगा।

 

फाइल फोटो

– सम्मानित वायु योद्धाओं ने मिशन के दौरान राष्ट्र की सेवा में योगदान दिया

नई दिल्ली, 14 अगस्त (हि.स.)। भारतीय सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस पर वायु सेना को छह वीरता पदक देने का ऐलान किया है। वायु सेना के दो फ्लाइंग पायलटों को उनकी बहादुरी के लिए शौर्य चक्र से नवाजा गया है। इन पदकों से सम्मानित वायु योद्धाओं ने मिशन के दौरान अपने दायित्वों को बखूबी निभाते हुए राष्ट्र की सेवा में योगदान दिया है।

राष्ट्रपति ने फ्लाइंग (पायलट) विंग कमांडर अक्षय अरुण महाले को वायु सेना पदक (वीरता), जूनियर वारंट ऑफिसर विकास राघव आईएएफ (गरुड़) को वायु सेना पदक (वीरता), सार्जेंट अश्विनी कुमार (फ्लाइट गनर) को वायु सेना पदक (वीरता), स्क्वाड्रन लीडर महिपाल सिंह राठौर फ्लाइंग (पायलट) को वायु सेना पदक (वीरता), विंग कमांडर आनंद विनायक अगाशे फ्लाइंग (पायलट) को वायु सेना पदक (वीरता), विंग कमांडर जसप्रीत सिंह संधू फ्लाइंग (पायलट) को वायु सेना पदक (वीरता) प्रदान किया है। इसके अलावा विंग कमांडर वर्नोन डेसमंड कीन वीएम फ्लाइंग (पायलट) और स्क्वाड्रन लीडर दीपक कुमार फ्लाइंग (पायलट) को शौर्य चक्र से नवाजा गया है।

1. विंग कमांडर अक्षय अरुण महाले इस समय एक फाइटर स्क्वाड्रन में बतौर फ्लाइंग (पायलट) तैनात हैं। उन्हें 26 सितंबर, 23 को आबादी वाले क्षेत्र में बड़ी झील के ऊपर एरोबेटिक्स प्रदर्शन के लिए अधिकृत किया गया था। इस दौरान टरबाइन गैस तापमान (टीजीटी) में अचानक 80-90 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने पर विमान का एक इंजन खराब हो गया। केवल एक इंजन उपलब्ध होने के कारण विमान की गति 250 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से नीचे तेजी से गिरने लगी। इस गंभीर स्थिति में भी पायलट ने विमान को आबादी वाले इलाके से दूर मोड़ लिया। अगर उसने ऐसा नहीं किया होता तो विमान में अनियंत्रित गति के साथ भयावह स्थिति उत्पन्न हो सकती थी। विमान ने धीरे-धीरे ऊंचाई हासिल की और उसे सुरक्षित तरीके से ऊपर ले लिया गया। इन जानलेवा परिस्थितियों के दौरान पायलट ने अपना धैर्य बनाए रखा और पूरी तरह से व्यावसायिकता का परिचय दिया।

2. जूनियर वारंट ऑफिसर विकास राघव इस समय वायु सेना की गरुड़ फ्लाइट की तैनात टुकड़ी में हैं। उन्हें 15 अगस्त, 2023 को कांगड़ा (हिमाचल) में भीषण बाढ़ से निपटने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। बचाव और निकासी अभियान के दौरान वह एक छत पर उतरे, जहां उन्हें एक लकवाग्रस्त 68 वर्षीय मरीज, आठ दिन के एक बच्चे के साथ मां और दो गर्भवती माताओं की गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ा, जिन्हें चिकित्सा सहायता के लिए तत्काल निकालने की आवश्यकता थी। उन्होंने पूरी तरह से लकवाग्रस्त रोगी को सुरक्षित करने के लिए एक हार्नेस तैयार करके अपनी बांहों में सुरक्षित रूप से पकड़े रखा। इसके बाद उन्होंने साहसपूर्वक 8 दिन के नाजुक शिशु को बिना हार्नेस के निकाला, ताकि हेलीकॉप्टर के बहाव में फंसने से शिशु के दम घुटने के किसी भी संभावित जोखिम को रोका जा सके। इसके बाद उन्होंने गर्भावस्था के अंतिम चरण में दोनों गर्भवती माताओं को निकाला। उन्होंने एक अन्य बचाव अभियान में चार शिशुओं को बचाने में अनुकरणीय बहादुरी का प्रदर्शन किया। उन्होंने कुल 494 लोगों की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और 152 लोगों को सुरक्षित निकालने में अकेले जिम्मेदारी निभाई।

3. सार्जेंट अश्विनी कुमार इस समय एक हेलीकॉप्टर इकाई में तैनात हैं। उन्हें 15 अगस्त, 2023 को हिमाचल प्रदेश के फतेहपुर के पास मानवीय सहायता और आपदा राहत संचालन के लिए तैनात किया गया था। उन्होंने पहले दिन कम ऊंचाई पर हेलीकॉप्टर से उतरकर विकलांग नागरिकों को बचाया। दूसरे दिन वे एक तेज बहती नदी से अलग-थलग क्षेत्र में जीवित बचे लोगों से मिले। उन्होंने खुद को हेलीकॉप्टर के हार्ड पॉइंट पर बांध लिया और सीढ़ी के आखिरी पायदान पर उतर गए और जीवित बचे लोगों को हेलीकॉप्टर में खींच लिया। सार्जेंट अश्विनी कुमार ने कम समय में तेजी से ऑपरेशन चलाकर 510 लोगों की जान बचाई, जिसमें 42 लोगों की जान चरखी से बचाई गई।

4. स्क्वाड्रन लीडर महिपाल सिंह राठौर इस समय एक फाइटर स्क्वाड्रन में तैनात हैं। उन्हें 04 जनवरी, 2024 को दो 1000 पाउंड लाइव बमों के साथ एक प्रशिक्षण सॉर्टी उड़ाने के लिए अधिकृत किया गया था। टेक ऑफ के दौरान रोटेशन गति पर जैसे ही उन्होंने नियंत्रण स्तंभ को पीछे की ओर बढ़ाया तो विमान ने प्रतिक्रिया नहीं की। उनका अगला प्रयास भी असफल रहा। केवल 2500 फीट रनवे शेष रहने पर भी उन्होंने सही ढंग से टेक ऑफ करने का फैसला किया। उड़ान के बाद के विश्लेषण से पता चला कि विमान में कुछ खराबी थी, जिसके कारण अगर पायलट ने उड़ान भरने में कोई कसर छोड़ी होती तो विमान दुर्घटनाग्रस्त हो सकता था। सीमित अनुभव के बावजूद उन्होंने असाधारण साहस और उत्कृष्ट धैर्य का परिचय दिया, जिसके परिणामस्वरूप विमान को सुरक्षित रूप से वापस लाया गया।

5. विंग कमांडर आनंद विनायक अगाशे इस समय एक हेलीकॉप्टर यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर हैं। 15 अगस्त, 2023 को भारी बारिश के कारण महाराणा प्रताप सागर के बाढ़ के द्वार खोल दिए गए, जिससे कांगड़ा (हिमाचल) जिले के गांव जलमग्न हो गए। प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को बचाने के लिए भारतीय वायु सेना को मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) अभियान चलाने का काम सौंपा गया। इसके लिए विंग कमांडर आगाशे ने अपनी टीम के साथ इस तरह के उच्च जोखिम वाले कार्य के लिए गहन और सावधानीपूर्वक योजना बनाई। बाढ़ से घिरे क्षेत्र में सैकड़ों लोग घरों और छतों पर फंसे हुए थे। विंग कमांडर अगाशे ने एचटी/एलटी केबल, माइक्रोवेव टावर और ऊंचे पेड़ों के करीब खतरनाक इलाके में सटीक उड़ान भरी, जो हेलीकॉप्टर की तेज हवा के कारण हिल रहे थे। इसके बावजूद उन्होंने 42 फंसे हुए नागरिकों को सुरक्षित निकाला। जीवित बचे लोगों में हृदय रोगी, गर्भवती महिलाएं, शिशु, बुजुर्ग और विशेष रूप से सक्षम लोग शामिल थे। पूरे मिशन के दौरान उनकी टीम ने 1002 लोगों की जान बचाई।

6. विंग कमांडर जसप्रीत सिंह संधू इस समय एक फाइटर स्क्वाड्रन में तैनात हैं। 25 जनवरी, 2024 को उन्हें मिग बाइसन पर एयरफ्रेम और इंजन चेक सॉर्टी उड़ाने के लिए अधिकृत किया गया। लैंडिंग के समय प्रतिकूल क्रॉस विंड के कारण विमान स्टारबोर्ड की ओर चला गया। इसके बावजूद शांत स्वभाव बनाए रखते हुए उन्होंने तुरंत पूर्ण ब्रेक लगाकर विमान को बंद कर दिया। उन्होंने पहिया ब्रेक और टायरों को कोई नुकसान पहुंचाए बिना रनवे की दाहिने लेन पर विमान को सफलतापूर्वक रोक दिया। इस दौरान कार्रवाई में एक सेकेंड की भी देरी से विमान रनवे से बाहर जा सकता था। बाद में जांच से पता चला कि मुख्य रेडियो का एंटीना कनेक्टर ऑटोपायलट बे में पतवार पैडल के लिंक रॉड तंत्र को बाधित करने से यह स्थिति पैदा हुई थी। इसके बावजूद पायलट की सूझबूझ से मूल्यवान हवाई संपत्ति को सुरक्षित बचाया जा सका।

7. विंग कमांडर वर्नोन डेसमंड कीन वीएम इस समय एक फाइटर स्क्वाड्रन में तैनात हैं। जगुआर लड़ाकू विमान पर 24 जुलाई, 2023 को एक सॉर्टी के दौरान उन्हें तेल प्रणाली ने खराबी का संकेत दिया। ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं हुई थी लेकिन पायलट ने बाएं इंजन को बंद करने का फैसला लिया और निकटतम रनवे के लिए दाएं इंजन का उपयोग करके रिकवरी शुरू की। इस बीच 2500 फीट की ऊंचाई पर दाहिना इंजन फेल हो गया, जिससे विमान तेजी से ऊंचाई खोते हुए उत्तर प्रदेश के घनी आबादी वाले गोरखपुर शहर के पास पहुंच गया। एक इंजन के सहारे पायलट ने विमान को नियंत्रित करके गैर आबादी वाले क्षेत्र की ओर मोड़ दिया और खाली ईंधन टैंकों को आबादी वाले क्षेत्र से दूर फेंक दिया। उन्होंने साथ ही बाएं इंजन को फिर से चालू करके असाधारण साहस, दृढ़ता और धैर्य का परिचय देते हुए विमान को क्षतिग्रस्त होने से बचाकर जमीन पर जान और संपत्ति के संभावित नुकसान को बचाया।

8. स्क्वाड्रन लीडर दीपक कुमार इस समय एयर फ़ोर्स स्टेशन हकीमपेट में तैनात हैं। उन्हें 25 अगस्त, 2023 को एक प्रशिक्षु पायलट के साथ किरण विमान में एक निर्देशात्मक रात्रि उड़ान भरने के लिए अधिकृत किया गया था। अंधेरी रात में उड़ान के दौरान कम ओवरशूट के बाद चक्कर लगाते समय विमान से पक्षी टकराया, जिससे इंजन में आग लग गई। उन्होंने तुरंत स्थिति का आकलन करके विमान को सीधे आगे की ओर उतारने का निर्णय लिया। रात में सीमित संकेतों के बावजूद उन्होंने अपने असाधारण निर्णय और उत्कृष्ट उड़ान कौशल का उपयोग करके विमान को छोटे रनवे पर जबरन उतारा। लैंडिंग के बाद रनवे की उपलब्ध लंबाई लगभग 1000 फीट थी, जिसमें स्विच ऑफ करने, ब्रेक लगाने और अरेस्टर बैरियर को जोड़ने जैसी उनकी त्वरित कार्रवाई के परिणामस्वरूप विमान को न्यूनतम क्षति के साथ सुरक्षित रूप से रोक दिया गया।

नई दिल्ली, 14 अगस्त (हि.स.)। देश की 75 आशा कार्यकर्ता और एएनएम (स्वास्थ्य कर्मी) को लाल किले पर 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में उनके परिवारजनों के साथ विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। बुधवार को आमंत्रित अतिथियों के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने संवाद किया और राष्ट्र के प्रति उनके योगदान का सम्मान करते हुए 75 आशा और एएनएम को विशेष अतिथि के रूप में सम्मानित किया।

इस मौके परआशा और एएनएम की “राष्ट्र के स्वास्थ्य परिदृश्य में सुधार लाने में उनके असाधारण और अथक प्रयासों” के लिए सराहना करते हुए अनुप्रिया पटेल ने कहा कि “वर्तमान में 10.29 लाख से अधिक आशा और 89,000 एएनएम हैं जो हमारे देश में सामुदायिक स्वास्थ्य की आधारशिला के रूप में काम करती हैं और जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य सेवा को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उनके योगदान में समुदायों को संगठित करना, स्वास्थ्य सेवाओं को सुविधाजनक बनाना, सामुदायिक स्तर की स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना और स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देना शामिल है। उनका समर्पण सबसे दूरस्थ और कमजोर आबादी को भी महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में आवश्यक रहा है। दुर्गम क्षेत्रों में उनके काम का प्रभाव गहरा है, और हम स्वास्थ्य सेवा को सभी के लिए सुलभ बनाने की उनकी प्रतिबद्धता की गहराई से सराहना करते हैं।

उन्होंने कहा कि आशा और एएनएम ने भारत में मातृ, बाल और किशोर स्वास्थ्य के परिदृश्य को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मातृ मृत्यु दर में 82 प्रतिशत की गिरावट, टीकाकरण दर में सुधार और शिशु मृत्यु दर में गिरावट को प्राप्त करने में आशा और एएनएम महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

Chhapra: शहर के राजेन्द्र स्टेडियम में होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह और परेड की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

बुधवार को जिलाधिकारी अमन समीर एवं पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष ने स्वतंत्रता दिवस परेड के फाइनल रिहर्सल का निरीक्षण किया।

इस दौरान अलग अलग टुकड़ियों का निरीक्षण किया गया।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बिहार के विज्ञान प्रौधोगिकी मंत्री सह सारण जिला के प्रभारी मंत्री सुमित कुमार सिंह राष्ट्र ध्वज फहराएंगे। इस दौरान जिले के सभी राजनेता और पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे।

Chhapra: विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल के द्वारा अखंड भारत दिवस के अवसर पर भव्य तिरंगा यात्रा निकाला गया। इसकी शुरुआत नगर निगम परिसर से हुई। यात्रा शुरू होने से पहले पूजा अर्चना भी हुआ।

यात्रा में मुख्य रूप से छपरा नगर निगम महापौर लक्ष्मी नारायण गुप्ता, विहिप के उत्तर बिहार प्रांत कोषाध्यक्ष सह जिलाध्यक्ष छपरा सुमित कुमार सिंह, उप महापौर रागिनी गुप्ता उपस्थित थे।

इस अवसर पर सुमित कुमार सिंह ने कहा कि हमारा संगठन इस दिन को अखण्ड भारत दिवस के रूप में मनाता है क्योंकि आज के हीं दिन भारत माता के दो टुकड़े किए गये थे। उस दिन को याद करते हुए हमलोग यह तिरंगा यात्रा निकालते है कि फिर से अखंड भारत इस तिरंगे के नीचे आए।

इस अवसर पर महापौर ने इस यात्रा को सफल बनाने के लिए लोगों को धन्यवाद दिया।

ये यात्रा नगर निगम भारत माता की जय घोष से शुरू होकर शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए छपरा जंक्शन पर जाकर समाप्त हुआ।

यात्रा का संचालन विहिप जिला संयोजक अनुज कुमार, सोहन राय, बिनोद सिंह, प्रभात कुमार सिंह , नवनीत कुमार आदि लोगों ने किया और इसमें हजारों लोगों ने भाग लिया ।

Chhapra: स्वतंत्रता दिवस के पूर्व अखंड भारत दिवस पर शहर में तिरंगा यात्रा निकाल कर लोगों ने देश के प्रति अपने सम्मान और समर्पण को व्यक्त किया।

तिरंगा यात्रा का आयोजन विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल और राम जन्मोत्सव शोभा यात्रा समिति न्यास के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।
यात्रा नगर निगम परिसर से शुरू होकर शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए भगवान बाजार स्थित छपरा जंक्शन पर समाप्त हुई।

यात्रा का शुभारंभ नगर निगम के महापौर लक्ष्मी नारायण गुप्ता, उप महापौर रागिनी देवी, विश्व हिन्दू पारिषद के प्रांत कोषाध्यक्ष सुमित सिंह तथा अमित कुमार ने संयुक्त रूप से भारत माता की आरती व पुष्पांजलि अर्पित कर किया।

इस तिरंगा यात्रा का नेतृत्व विश्व हिन्दू पारिषद के अनुज कुमार ने किया।

इस अवसर पर शहर के विभिन्न समाजसेवी संस्थान, कोचिंग संस्थान के विद्यार्थियों के सात आम लोग बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए।

इस अवसर पर महापौर लक्ष्मी नारायण गुप्ता ने उन्होंने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद आज के दिन को अखंड भारत दिवस के रूप में मनाता है। तिरंगा हमारे आन बान और शान का प्रतीक है। तिरंगा यात्रा के माध्यम से देश भक्ति को व्यक्त करने के लिए इस आयोजन को प्रत्येक वर्ष किया जाता है।

Chhapra: अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य पर राजेंद्र कॉलेज में रेड रिबन क्लब के तत्वावधान में एचआईवी एड्स से बचाव हेतु गहन जागरूकता कैंपेन का शुभारंभ किया गया।

अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर उनसे संबंधित तीन मुद्दों पर विमर्श किया गया।  प्रथम मुद्दा एचआईवी एड्स संबंधी जागरूकता कार्यक्रम, दूसरा सतत विकास में युवा डिजिटल मार्ग और तीसरा कैंपस को रैगिंग मुक्त करने से संबंधित था।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रभारी प्राचार्य प्रो. सुशील कुमार श्रीवास्तव ने अंतराष्ट्रीय युवा दिवस की सार्थकता एवम औचित्य पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि यह दिवस, युवाओं के गुणों और पूरे विश्व के विकास के लिए उनकी क्षमता का सम्मान करने के लिए एक मंच प्रदान करता है। साथ ही युवा लोगों के सामने आने वाली चुनौतियों और मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का काम भी करता है।

मंच संचालन करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. अनुपम कुमार सिंह ने इस वर्ष की थीम क्लिक से प्रगति तक: सतत विकास हेतु युवा डिजिटल तकनीक की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समावेश एवम आर्थिक विकास में डिजिटल तकनीक की चुनौतियों एवम अवसर से छात्र छात्राओं को अवगत कराया।

धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सेहत केंद्र की नोडल पदाधिकारी डॉ. जया कुमारी पांडेय ने युवा डिजिटल कौशल को विकसित करने, साइबर सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों से छात्रों को जागरूक किया।

इस अवसर पर प्रो संजय कुमार, राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ कन्हैया प्रसाद, डॉ देवेश रंजन सहित सचिन कुमार चौरसिया, आरती कुमारी, विशाल साह, रोहित कुमार आदि कई छात्र छात्राओं ने भाग लिया।

Chhapra: सावन माह की चौथी सोमवारी को जिले के शिवालयों और मंदिरों में शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिए शिव भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी रही।

सुबह से ही शिव भक्त शिवालय पहुंचकर भगवान शिव की पूजा अर्चना की। शिवालयों में जलाभिषेक के लिए भक्तो ने कतारबद्ध होकर शिवलिंग पर जलाभिषेक के साथ भांग धतूरा और फूल के साथ पूजा अर्चना की।

इस दौरान पूरा मंदिर परिसर हर हर महादेव, जय शिव शंकर,बाबा भोलेनाथ की जय की नारों से वातावरण गुंजायमान रहा।

कई मंदिरों में कांवर में जल लेकर पैदल शिवालय पहुंच कर शिव भक्तों को शिवलिंग पर जलाभिषेक करते देखा गया। इधर सावन की चौथी सोमवारी को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के विशेष इतजाम किए गए। सभी मंदिरों में पुलिस अधिकारियों के साथ पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति विधि व्यवस्था संधारण को लेकर की गई थी।

पटना, 12 अगस्त (हि.स.)। कश्मीर में अनंतनाग जिले के अहलान गगरमांडू वन क्षेत्र में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए बिहार के सारण जिला के आर्मी जवान हवलदार दीपक कुमार यादव को आर्मी अधिकारी ने श्रद्धांजलि अर्पित की।

सारण जिले के बनियापुर थाना क्षेत्र के लौवा कला ग्राम निवासी सुरेश राय के 30 वर्षीय पुत्र दीपक कुमार यादव ने देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहूत दी है।

शहीद जवान दीपक यादव भारतीय सेना में हवलदार के पद पर कार्यरत थें। शनिवार की रात सेना ने अनंतनाग के कोकेरनाग जंगल मे दो आतंकियों के छुपे होने की सूचना पर सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसमे दोनों आतंकियों को सेना के जवानों द्वारा घेर लिया गया। दोनों तरफ से हुई क्रॉस फायरिंग में सेना के जवान हवलदार दीपक यादव को गोली लगी। गोली लगने के बावजूद अदम्य साहस का परिचय देते हुए दीपक यादव अपनी अंतिम सांस तक आतंकियों पर गोली बरसाते रहे। बाद में वही पर शहीद हो गए।

हवलदार दीपक यादव के शहीद होने की खबर जब घर वालों को मिली तो कोहराम मच गया। पूरे क्षेत्र में लोगों के बीच शोक की लहर दौड़ गई। शहीद जवान की शादी करीब दस साल पहले अनिता यादव के साथ हुई थी। उन्हें एक नौ साल का पुत्र रोहन है।

जवान के पार्थिव शरीर को आज उनके घर लाया जाएगा। जिसके बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। 

 

Chhapra: जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों से हुए मुठभेड़ में भारत माता की रक्षा करते हुए सारण के वीर सपूत दीपक यादव ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है

बनियापुर थाना क्षेत्र के लौवा कला ग्राम निवासी सुरेश राय के 30 वर्षीय पुत्र दीपक यादव ने देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहूत दी है।

शहीद जवान दीपक यादव भारतीय सेना में हवलदार के पद पर कार्यरत थें। शनिवार की रात सेना ने अनंतनाग के कोकेरनाग जंगल मे दो आतंकियों के छुपे होने की सूचना पर सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसमे दोनों आतंकियों को सेना के जवानों द्वारा घेर लिया गया। दोनों तरफ से हुई क्रॉस फायरिंग में सेना के जवान हवलदार दीपक यादव को गोली लगी। गोली लगने के बावजूद अदम्य साहस का परिचय देते हुए दीपक यादव अपनी अंतिम सांस तक आतंकियों पर गोली बरसाते रहे। बाद में वही पर शहीद हो गए।

हवलदार दीपक यादव के शहीद होने की खबर जब घर वालों को मिली तो कोहराम मच गया। पूरे क्षेत्र में लोगों के बीच शोक की लहर दौड़ गई। शहीद जवान की शादी करीब दस साल पहले अनिता यादव के साथ हुई थी। उन्हें एक नौ साल का पुत्र रोहन है।

जवान के पार्थिव शरीर को आज उनके घर लाया जाएगा। जिसके बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। 

वाराणसी: पूर्वोत्तर रेलवे के द्वारा यात्रियों को सुविधाजनक एवं आरामदायक यात्रा अनुभव कराने के लिये निरन्तर प्रयासरत है। इसी क्रम में, यू.टी.एस. एवं पी.आर.एस. टिकट काउंटरों पर टिकटों के भुगतान के लिए इस रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर क्यू.आर. डिवाइस लगाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है।  जिससे यात्रियों को यू.पी.आई. के माध्यम से डिजिटल भुगतान करने की सुविधा उपलब्ध हो सके।

वाराणसी मंडल पर 163 अदद क्यू.आर. डिवाइस उपलब्ध कराये गये हैं। जिनमें 105 काउंटरों पर लगाये जा चुके हैं तथा शेष 58 लगाये जाने की प्रक्रिया में हैं।

इसी क्रम में वाराणसी मंडल के प्रमुख स्टेशनों पर 78 यू.टी.एस., 9 पी.आर.एस. तथा 18 यू.टी.एस. सह पी.आर.एस. काउंटरों पर यू.पी.आई. के माध्यम से डिजिटल भुगतान की सुविधा उपलब्ध है।

वाराणसी मंडल के देवरिया सदर स्टेशन के आरक्षण केन्द्र के तीनों टिकट काउंटरों पर यह सुविधा प्रदान की गयी है । इस प्रकार से बनारस स्टेशन के सभी यूटीएस एवं पीआरएस काउंटर पर फेयर रिपीटर के साथ क्यू आर कोड से भुगतान की सुविधा उपलब्ध हो चुकी है। इसके अतिरिक्त वाराणसी मंडल के अन्य स्टेशनों यथा वाराणसी सिटी, गाजीपुर सिटी मऊ, आजमगढ़, बलिया, सीवान, मैरवां, कप्तानगंज, बेल्थरा रोड, सलेमपुर, भटनी, सुरेमनपुर तथा थावे के आरक्षण काउंटरों पर भी शीघ्र ही यह सुविधा आरम्भ होने जा रही है।

इन क्यू.आर. डिवाइसों के लग जाने से नगद एवं फुटकर पैसों के लिए परेशान नही होना पड़ेगा।  टिकट जारी करने में लगने वाले समय में कमी आएगी और पारदर्शिता बढ़ेगी।

पहले यू.पी.आई. के माध्यम से डिजिटल भुगतान की सुविधा ऑनलाइन टिकट बुकिंग हेतु उपलब्ध थी, परन्तु इन क्यू.आर. डिवाइसों के लग जाने से अब यू.टी.एस. एवं पी.आर.एस. काउंटरों पर टिकट बुकिंग हेतु भी डिजिटल भुगतान की सुविधा उपलब्ध हो गई है।

क्यू आर कोड स्कैन से टिकट बनाने के निम्नलिखित फायदे हैं:-
1. यह पूर्णतः Casheless बुकिंग है।
2. यात्रियों को चेंज की परेशानी नहीं होगी।
3. जितना टिकट का अमाउंट है वह ऑटोमेटिकली इसमें दिखाने लगेगा और स्कैन करने के बाद यात्री के मोबाइल में अपने आप fetch हो जाएगा जिससे पारदर्शिता बनी रहेगी।
4. यात्रियों को रिजर्व्ड टिकट बनाते समय टिकट की पूरी जानकारी फेयर रिपीटर में दिखेगी जिससे यात्री टिकट बुक होने के समय यह सुनिश्चित कर सकेंगे की उनका नाम, ओरिजिन एवम डेस्टिनेशन स्टेशन नाम, उम्र, यात्रा की तारीख टिकट में सही है।
5. इसके साथ ही फेयर रिपीटर में टिकट बुक करने वाले रेलवे कर्मचारी का नाम भी दर्शाया जाएगा जिससे पारदर्शिता बनी रहेगी।