Patna, 23 सितंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा चुनाव-2025 से ठीक पहले नौकरी-रोजगार से जुड़े करीब दर्जन भर फैसले लिए और उसे कैबिनट से मंजूर करवाया।

बिहार में रहने वाली 60 प्रतिशत से अधिक युवा आबादी को साधने के लिए हर पार्टियां लगी हुई हैं। नीतीश कुमार ने भी सरकार का खजाना इनके लिए खोल दिया है।

नीतीश कुमार ने बीते दो माह में दर्जन भर से अधिक योजनाओं की घोषणा की है, जो सीधे रोजगार से जुड़ा है। जिसके जरिये युवा आबादी को साधने की कोशिश की गई।

गत दो माह में नीतीश सरकार ने 5 साल में एक करोड़ नौकरी-रोजगार का वादा किया जिसे कैबिनेट में हाई लेवल कमेटी बनाने की स्वीकृति दी गई।

सभी परिवार की एक महिला को 210000 तक की आर्थिक सहायता

स्नातक पास करने वालों को नौकरी खोजने के लिए 2 साल तक 1000 रुपये स्वयं सहायता भत्ता, स्वरोजगार के लिए राज्य के सभी परिवार की एक महिला को 210000 तक की आर्थिक सहायता, सभी सरकारी नौकरियों की प्रारंभिक परीक्षा का शुल्क घटकर 100 रुपये और मुख्य परीक्षा नि:शुल्क करने का फैसला, टीआरई-4 शिक्षक भर्ती परीक्षा में डोमिसाइल नीति लागू, युवाओं के कौशल विकास के लिए कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना, बिहार लघु उद्यमी योजना के माध्यम से गरीब परिवारों के स्वरोजगार के लिए 2 लाख तक की सहायता शामिल है।

स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत ब्याज मुक्त राशि

इसके लिए सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण में डोमिसाइल लागू, राज्य में औद्योगिक विकास प्रोत्साहन पैकेज 2025 के तहत उद्योगों को मुफ्त जमीन और प्रोत्साहन राशि, मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना के तहत युवाओं को इंटर्नशिप के लिए 4000 से 6000 प्रतिमाह राशि, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत ब्याज मुक्त राशि, बंद उद्योगों को फिर से चालू करने के लिए बिहार एमनेस्टी पॉलिसी 2025 के तहत रियायत और सहायता, विभिन्न पदों पर नियुक्ति के लिए चयन आयोग के माध्यम से नियमित परीक्षा, बिहार प्लेटफार्म आधारित गिग कामगार अधिनियम 2025 की शुरुआत और निजी और सार्वजनिक क्षेत्र की नौकरियों में स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता देने और उनके विकास के लिए बिहार युवा आयोग का गठन शामिल है।

युवा वोटर की आबादी  3 करोड़ 70 लाख के करीब

चुनाव आयोग के आंकड़ों को देखें तो बिहार में 20 से 29 साल तक के युवा एक करोड़ 55 लाख 90481 है। वहीं, 30 से 39 वर्ष के युवा वोटर 2 करोड़ 4 लाख 24920 है। विधानसभा चुनाव में इस बार 10 लाख के करीब नए युवा वोटर जुड़ रहे हैं। यानी 18 से 40 साल तक के युवा वोटर की आबादी को देखें तो यह 3 करोड़ 70 लाख के करीब पहुंच रहा है। इसके साथ 40 से 49 वर्ष के वोटर की आबादी को भी जोड़ लें तो यह एक करोड़ 69 लाख 2686 है। यानी 50 साल से कम उम्र के वोटरों की आबादी बिहार में 5.50 करोड़ के करीब है।

मीरजापुर, 23 सितंबर (हि.स.)। शारदीय नवरात्र का दूसरा दिन मंगलवार विंध्यधाम भक्ति और आस्था की उमंग में सराबोर रहा। मां विंध्यवासिनी मंदिर परिसर सहित नगर के अन्य देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता सुबह से ही लगना शुरू हो गया। इस दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है। भक्तों ने व्रत रखकर मां की उपासना की और विधि-विधान से आराधना कर सुख, समृद्धि एवं मनोकामना पूर्ण होने का आशीर्वाद मांगा।

विंध्यधाम में अलसुबह से ही घंटा-घड़ियाल की गूंज और जयकारों से वातावरण भक्तिमय हो गया। मां ब्रह्मचारिणी के दरबार को आकर्षक रूप से सजाया गया है। देवी प्रतिमाओं के चारों ओर फूलों की झालरें और रंग-बिरंगी रोशनी भक्तों के मन को भक्ति भाव से भर दे रही हैं। श्रद्धालु दर्शन-पूजन के साथ-साथ धार्मिक अनुष्ठानों में भी भाग ले रहे हैं।

विंध्यधाम में दूसरे दिन की भीड़ ने प्रशासन की परीक्षा भी ली। जिला प्रशासन व पुलिस ने सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं। मंदिर परिसर से लेकर घाट और मुख्य मार्गों तक पुलिस बल तैनात है। महिला पुलिसकर्मी भीड़ को नियंत्रित करने में सक्रिय दिखीं। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने भी एंबुलेंस और मेडिकल टीम की व्यवस्था की है ताकि किसी आपात स्थिति से निपटा जा सके।

स्थानीय बाजार में भी रौनक देखने को मिली। प्रसाद, चुनरी, नारियल और श्रृंगार सामग्री की दुकानों पर खरीदारों की भीड़ उमड़ी। बाहर से आए श्रद्धालु मां के दरबार में दर्शन कर खुद को धन्य महसूस कर रहे हैं।

श्रद्धालुओं का मानना है कि मां ब्रह्मचारिणी की आराधना से साधक को तप, त्याग और संयम की शक्ति प्राप्त होती है। नवरात्र का यह दिन अध्यात्म और साधना के मार्ग पर चलने का प्रेरणा स्रोत माना जाता है।

सुबह से ही विंध्यधाम भक्ति के रंग में रंगा रहा और भक्तों की भीड़ से माता का दरबार कृपा और श्रद्धा का अनोखा संगम प्रस्तुत करता रहा।

Chhapra: सारण जिला में वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष के द्वारा बुनियादी प्रशिक्षण केन्द्र का भौतिक निरीक्षण किया गया। यह निरीक्षण मुख्यतः नवनियुक्त प्रशिक्षु सिपाहियों के शारीरिक प्रशिक्षण पी.टी. एवं परेड अभ्यास की प्रगति की समीक्षा हेतु किया गया था।

निरीक्षण के क्रम में प्रशिक्षणरत सिपाहियों के पी.टी. एवं परेड प्रर्दशन का अवलोकन कर वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रशिक्षु सिपाहियों के समर्पण की सराहना की गयी एवं इस दौरान प्राप्त त्रुटियों जैसे शारीरिक चुस्ती, टर्न आउट, वर्दी के पहनावे, धीरे चल एवं तेज चाल, सावधान-विश्राम, सेल्यूट करने के तरीके आदि के सुधार हेतु प्रेरक दिशा-निर्देश दिया गया।

इस दौरान पुलिस उपाधीक्षक (रक्षित), सारण एवं अन्य पुलिस पदाधिकारी मौजुद रहे।

Chhapra: दुर्गा पूजा पर्व के अवसर पर प्रतिमा स्थापित करने एवं जुलूस के लिए लाईसेन्स प्राप्त करना अनिवार्य है। बिना लाईसेन्स वाले जुलूस को विधि-विरुद्ध मजमा माना जाता है एवं उक्त जुलूस में सम्मिलित सभी व्यक्ति, विशेष कर आयोजक, दण्ड के भागी होंगे।

सारण पुलिस ने इस संदर्भ में निर्देश जारी करते हुए सभी से अपील की है। 

निर्देश में कहा गया है कि जुलूस के साथ लाईसेन्सधारी स्वयं उपस्थित रहकर लाईसेन्स साथ रखेंगे। पुलिस प्रशासन द्वारा मांगे जाने पर लाईसेन्स दिखायेंगें तथा निर्गत लाईसेन्स में दिये गये शतों का अक्षरशः पालन करना होगा। साथ ही निर्धारित तिथि व समय के अन्दर ही जुलूस प्रारंभ व समापन करना होगा। केवल लाईसेन्स में चिहिन्त रूट/मागों से ही विसर्जन जुलूस निकालने की अनुमति होगी।

पुलिस के द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि सभी दुर्गा पूजा समिति सदस्य पूजा पंडाल को मजबूती से बनाये एवं पूजा पंडाल के पास आग की रोकथाम हेतु कम-से-कम 05 बाल्टी में बालू एवं पानी एवं फायर एक्सटिंग्विशर्स की व्यवस्था निश्चित रूप से करेंगे तथा आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का पालन करें।

साथ ही पूजा पंडाल बनाते समय ट्रैफिक का ध्यान रखते हुए पूजा पंडाल बनाये ताकि यातायात बाधित न हो।

पूजा पंडाल में बिजली कनेक्शन विधिवत् विद्युत विभाग से प्राप्त करेगें तथा वायरिंग ठीक से करेंगे ताकि शॉट सर्किट के कारण कोई अप्रिय घटना घटित न हो।

पूजा पंडाल में महिला श्रद्धालुओं एवं पुरूष श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग दो प्रवेश द्वार का निर्माण करेंगे।

विधि-व्यवस्था संधारण में प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी को आपेक्षित सहयोग प्रदान करें।

क्या न करें

किसी भी जुलूस के अवसर पर डी० जे० पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा और लाउडस्पीकर भी निर्धारित मानक के अनुरूप ही बजेगा।

किसी प्रकार के धार्मिक उन्माद वाले तथा आपत्तिजनक भड़काउ नारें न लगाये। व्यंग्य चित्र/बैनर /पोस्टर जो दूसरे समुदाय की भावना को ठेस पहुँचा सकते है, न लगायें अन्यथा कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

कृपया दुर्गा पूजा के अवसर पर यातायात नियमों का उल्लंघन न करें। बाईकर्स गैंग पर विशेष कार्रवाई की जायेगी। बाईक दौड़ाने से बचे, अन्यथा दंड के भागी होंगे। गति सीमा का उल्लंघन न करें, दुर्घटना हो सकती है।

शराब एवं अन्य मादक पदार्थों का सेवन न करें। यह कानूनन अपराध है। पूरे बिहार में शराब बंदी लागू है, नशे की हालत में पाये जाने वाले तत्त्वों पर कठोर कार्रवाई की जायेगी।

सभी जुलूस सी०सी०टी०वी०, वीडियोग्राफी की निगरानी में रहेंगे। सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास न करे अन्यथा ऐसा करने वाले असामजिक तत्वों पर कठोर कार्रवाई की जायेगी। विधि-विरूद्ध जुलूस में शामिल सभी लोगों को सी०सी०टी०वी०, वीडियोग्राफी से चिहिन्त कर कांड दर्ज किया जायेगा एवं गिरफ्तारी की जायेगी।

सारण पुलिस ने सभी से अपील किया है कि दुर्गा पूजा पर्व को शांति, सौहार्द और भाईचारे के माहौल में मनाएँ। कृपया किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखने में पुलिस प्रशासन का सहयोग करें। यदि किसी प्रकार की समस्या हो तो तुरंत जिला पुलिस नियंत्रण कक्ष हेल्पलाइन नंबर- 9031036406 पर संपर्क करें।

Chhapra: विवेकानंद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में नवरात्रि महोत्सव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन तीनों लोकों में सभी को सौभाग्य प्रदान करने वाली मां जगदम्बे की पूजा, दिव्य स्त्रीत्व का सम्मान करने तथा छात्रों के बीच सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए किया गया।

इस दौरान विद्यालय के यू० के० जी० से छठी कक्षा तक के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने अपनी शिक्षिका के मार्गदर्शन में नव दुर्गा के सभी स्वरूपों में आकर्षक ढंग से माँ दुर्गा के भक्ति गीतो पर नृत्य व झांकियां प्रस्तुत किया।

सभी छोटे बच्चों के आकर्षक स्वरूपो ने उपस्थित सभी दर्शकों का मन मोह लिया। बच्चों ने माता के सुंदर गीतों पर डांडिया भी प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के दौरान बच्चो ने माता के सभी रूपों के बारे में बताया, साथ ही नवरात्रो की नौवों दिन की विशेषता पर चर्चा किया गया।

विद्यालय के निदेशक सह रिविलगंज प्रखंड प्रमुख डॉ राहुल राज ने देवी दुर्गा के प्रति अपनी श्रद्धा अर्पित करते हुए विद्यालय परिवार के सभी सदस्यों को नवरात्रि एवं दशहरा की शुभकामनाएं दी तथा उन्हें मां के कल्याणकारी स्वरूप को आत्मसात करने तथा उनके अनमोल जीवन मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित किया।

उन्होंने कहा कि विद्यालय में इस तरह के विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम एवं प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है, ताकि बच्चों के अंदर छिपी हुई प्रतिभा में निखार आ सके। इस प्रकार के आयोजन से बच्चों का मनोबल बढ़ता है तथा उनमें और बेहतर करने की क्षमता भी बढ़ती है।

मौके पर विद्यालय की प्राचार्या, शिक्षक, शिक्षिका तथा अनेकों विद्यार्थीगण मौजूद रहे।

पटना, 22 सितंबर (हि.स.)। बिहार में पिछले एक दशक यानी 10 वर्ष के दौरान जमीन, मकान और फ्लैट जैसे संपत्तियों के निबंधन से होने वाला राजस्व दोगुने से अधिक हो गया है। राज्य के मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के आधिकारिक आंकड़ों में इसका खुलासा हुआ है।

राज्य के मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2015-16 से 2024-25 तक की अवधि में कुल एक करोड़ 22 लाख 66 हजार दस्तावेजों का निबंधन हुआ, जिससे राज्य सरकार को 49 हजार 606 करोड़ 69 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है।

आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2015-16 में लगभग 11 लाख दस्तावेजों के निबंधन से 3 हजार 562 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था। वहीं, वित्तीय वर्ष 2024-25 में 16 लाख 61 हजार दस्तावेजों के निबंधन से 7 हजार 648 करोड़ 88 लाख रुपये की आय हुई है। इसके अलावा, वित्तीय वर्ष 2023-24 में 14 लाख से अधिक दस्तावेजों के निबंधन से 6 हजार 170 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व अर्जित किया गया है। चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 में सितंबर तक 7 लाख 57 हजार दस्तावेज निबंधित हुए हैं, जिससे 3 हजार 418 करोड़ 52 लाख रुपये की आय हो चुकी है। ये आंकड़े दर्शाते हैं कि दस्तावेज निबंधन की संख्या और उससे होने वाली आय में निरंतर वृद्धि हो रही है।

उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार की ओर से निबंधन प्रक्रिया को डिजिटल और पारदर्शी बनाया गया है। इससे लोग घर बैठे आसानी से ऑनलाइन निबंधन कराने के साथ संबंधित दस्तावेजों को भी डाउनलोड कर सकते हैं।

पटना, 22 सितंबर (हि.स.)। बिहार में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की तरफ से 16 अगस्त से 20 सितंबर 2025 तक चलाए गए महा–अभियान को राज्यवासियों से जबरदस्त समर्थन मिला है। इस अभियान के दौरान कुल 44 लाख 95 लाख 887 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें सर्वाधिक आवेदन जमाबंदी में त्रुटि सुधार के लिए आए हैं।

राजस्व विभाग को प्राप्त आवेदनों में जमाबंदी त्रुटि सुधार के 33,72,694, ऑफलाइन जमाबंदी को ऑनलाइन करने लिए, 5,74,252 (पांच लाख चौहत्तर हजार दो सौ बावन), उत्तराधिकार नामांतरण के लिए 2,97,195 (दो लाख संतानवे हजार एर सौ पंचानवे)और बंटवारा नामांतरण के लिए कुल 2,51,746 (दो लाख इक्यावन हजार सात सौ छिहत्तर) आवेदन शामिल हैं।

जिलावार प्रदर्शन की बात करें तो औरंगाबाद जिले के लोगों ने 3,00,608 आवेदनों के साथ पूरे राज्य में पहला स्थान प्राप्त किया। इसके बाद गोपालगंज (2,24,608), दरभंगा (2,17,799), समस्तीपुर (2,11,416), गया (2,05,372) और पटना (2,00,662) का स्थान आता है। शीर्ष 10 जिलों में इनके अलावा अररिया, सुपौल, मधुबनी, पूर्वी चंपारण और सिवान भी शामिल हैं। अन्य जिलों में सीतामढ़ी, नालंदा, भोजपुर, मुजफ्फरपुर, रोहतास, बांका, खगड़िया, जमुई और वैशाली ने भी उल्लेखनीय भागीदारी की है।

इस महा–अभियान के अंतर्गत रैयतों को उनके घर तक जमाबंदी पंजी की प्रति उपलब्ध कराई गई। इस दौरान जमाबंदी में त्रुटि सुधार, ऑफलाइन जमाबंदी को ऑनलाइन करने, उत्तराधिकार एवं बंटवारा नामांतरण के आवेदन लिए गए। अब इन आवेदनों का अंचलस्तर पर ऑनलाइन संधारण किया जा रहा है।

इस बीच विभाग ने निर्देश जारी कर कहा है कि शिविरों में ऑफलाइन लिए गए सभी आवेदनों को 26 सितम्बर तक महा-अभियान पोर्टल पर अनिवार्य रूप से अपलोड कर दिए जाएं। अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने प्रमंडलीय आयुक्तों और सभी समाहर्त्ताओं को पत्र लिखकर यह स्पष्ट किया है कि अंतिम दिनों में भीड़ और तकनीकी समस्या के कारण कई स्थानों पर आवेदन ऑफलाइन लिए गए थे, जिन्हें अब निर्धारित समय सीमा के भीतर ऑनलाइन करना जरूरी है।

यह जिम्मेदारी अंचलाधिकारियों की होगी और कार्य केवल उन्हीं कर्मियों के लॉगिन से किया जाएगा, जिन्हें अंचलाधिकारी ने अधिकृत किया है। आवेदनों के अपलोड होने पर आवेदक को पूर्ववत एसएमएस से सूचना दी जाएगी। विभाग ने 22 से 27 सितंबर 2025 तक शिविरों में प्राप्त प्रपत्रों और आवेदनों के संधारण की जांच का भी निर्णय लिया है।

Entertainment: अक्षय कुमार और अरशद वारसी की दमदार जोड़ी एक बार फिर दर्शकों को हंसाने और सोचने पर मजबूर करने लौटी है। मशहूर कोर्टरूम ड्रामा फ्रैंचाइज़ी ‘जॉली एलएलबी’ का तीसरा पार्ट अब सिनेमाघरों में चर्चा का विषय बना हुआ है।

फिल्म ने करीब 21 करोड़ का बिज़नेस किया

साल 2013 में आई पहली फिल्म में अरशद वारसी ने मुख्य भूमिका निभाकर दर्शकों का दिल जीता था, जबकि 2017 में रिलीज़ हुई ‘जॉली एलएलबी 2’ में अक्षय कुमार ने अपनी मौजूदगी से बॉक्स ऑफिस पर सफलता दर्ज की थी। अब करीब आठ साल बाद डायरेक्टर सुभाष कपूर ‘जॉली एलएलबी 3’ लेकर आए हैं, जो 19 सितंबर को रिलीज़ हुई।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, लंबे इंतजार के बाद रिलीज़ हुई इस फिल्म को पहले ही दिन शानदार रिस्पॉन्स मिला। शुक्रवार को लगभग 12 करोड़ की ओपनिंग के बाद शनिवार को कलेक्शन उछलकर 20 करोड़ तक पहुंच गया। रविवार को भी फिल्म की पकड़ मजबूत रही और करीब 21 करोड़ का बिज़नेस किया। सिर्फ तीन दिनों में फिल्म ने लगभग 53.50 करोड़ की कमाई कर ली है।

अमृता राव भी अपने-अपने रोल में वापसी करती दिख रही हैं

इस बार कहानी की खासियत यह है कि कोर्टरूम में पहली बार दोनों ‘जॉली’ अक्षय और अरशद, आमने-सामने दिखाई दे रहे हैं। वहीं, दर्शकों के चहेते सौरभ शुक्ला ने एक बार फिर अपने यादगार जज का किरदार निभाया है। इसके अलावा हुमा कुरैशी और अमृता राव भी अपने-अपने रोल में वापसी करती दिख रही हैं।

सोशल मीडिया पर फिल्म को शानदार प्रतिक्रिया मिल रही है। दर्शकों का कहना है कि अक्षय और अरशद की टक्कर, कोर्टरूम की नोकझोंक और दमदार डायलॉग्स ने इस बार सिर्फ पर्दे पर ही नहीं, बल्कि बॉक्स ऑफिस पर भी बड़ी जीत दिलाई है।

Entertainment: बॉलीवुड की पावरफुल अदाकारा रानी मुखर्जी एक बार फिर बड़े पर्दे पर अपने दमदार अंदाज़ से दर्शकों का दिल जीतने के लिए तैयार हैं। पिछले कई महीनों से उनकी चर्चित फिल्म ‘मर्दानी 3’ को लेकर काफी उत्साह बना हुआ है। अब दर्शकों का इंतजार और भी रोमांचक हो गया है, क्योंकि यशराज फिल्म्स (वाईआरएफ) ने नवरात्रि के शुभ अवसर पर फिल्म का नया पोस्टर जारी कर दिया है।

रानी मुखर्जी शिवानी शिवाजी रॉय के लुक में नजर आ रही हैं

इस पोस्टर में रानी मुखर्जी अपने आइकॉनिक किरदार शिवानी शिवाजी रॉय के लुक में नजर आ रही हैं। पुलिस की वर्दी पहने और हाथ में बंदूक थामे रानी का यह रौबदार अंदाज़ एक बार फिर यह साबित करता है कि वह पर्दे पर किसी भी गैंगस्टर और अपराधी को सीधी चुनौती देने के लिए तैयार हैं। पोस्टर पर साफ झलकता है कि इस बार कहानी और भी ज्यादा इंटेंस, दमदार और चैलेंजिंग होने वाली है।

‘मर्दानी’ ने खाकी वर्दी के दम से जबरदस्त छाप छोड़ी थी

फिल्म का निर्देशन अभिराज मीनावाला ने किया है, जबकि इसके निर्माता आदित्य चोपड़ा हैं। यशराज फिल्म्स की इस मशहूर फ्रेंचाइज़ी की तीसरी किस्त से दर्शकों की उम्मीदें दोगुनी हैं। 2014 में आई ‘मर्दानी’ और 2019 की ‘मर्दानी 2’ में रानी मुखर्जी ने अपनी बेहतरीन अदाकारी और खाकी वर्दी के दम से जबरदस्त छाप छोड़ी थी।

फैंस सोशल मीडिया पर पोस्टर की तारीफ कर रहे हैं

नए पोस्टर के साथ निर्माताओं ने लिखा, “नवरात्रि के शुभ अवसर पर, यहां बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाया जाता है। रानी मुखर्जी अपने करियर के सबसे चुनौतीपूर्ण मामले की जांच करने के लिए तैयार हैं।”

फिल्म ‘मर्दानी 3’ को 27 फरवरी, 2026 को सिनेमाघरों में रिलीज़ किया जाएगा। दर्शक और फैंस सोशल मीडिया पर पहले ही इस पोस्टर की तारीफ कर रहे हैं और यह मानकर चल रहे हैं कि रानी मुखर्जी का यह रोल एक बार फिर समाज को सोचने पर मजबूर कर देगा।

Lucknow, 22 सितंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर प्रदेशभर से पधारे बौद्ध भिक्षुओं व भंते समाज के प्रतिनिधियों ने भगवान बुद्ध के ‘पिपरहवा अवशेषों’ की रूस के कालमिकिया गणराज्य में प्रदर्शनी के आयोजन के लिए प्रधानमंत्री के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए आभार भी जताया।

कोई ऐसा देश नहीं होगा, जहां तथागत बुद्ध के अनुयायी न हों: केशव प्रसाद

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से विश्व के अनेक देशों में भारतीय आध्यात्मिक धरोहरों के संरक्षण, संवर्धन और प्रसार की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हो रही है। उन्होंने कहा कि रूस में भगवान बुद्ध के पवित्र पिपरहवा अवशेषों की प्रदर्शनी का आयोजन भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर के गौरव को विश्वपटल पर स्थापित करने वाला ऐतिहासिक क्षण है। दुनिया के 38 से अधिक देशों में तथागत बुद्ध के बहुसंख्यक अनुयायी रहते हैं। कोई ऐसा देश नहीं होगा, जहां तथागत बुद्ध के अनुयायी न हों।

उपमुख्यमंत्री ने बताया कि विश्व के सबसे बड़े मंच संयुक्त राष्ट्र महासंघ से संबोधित करते हुए नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि हमने संसार को बुद्ध दिया है युद्ध नहीं। अगर संसार में शांति चाहिए तो सबको तथागत बुद्ध की शरण में आना होगा। उनकी कही इस बात की तमाम बौद्ध देशों में व्यापक चर्चा हुई। उन्हाेंने कहा कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद दुनिया के तीन देश थाईलैंड, मंगोलिया और वियतनाम में इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित हो चुके हैं। तथागत बुद्ध के अवशेष लेकर हम रूस जा रहे हैं। इससे इन देशों में भारत के राजनीतिक संबंध के साथ-साथ आध्यात्मिक संबंध भी बन गए।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के अनेक राज्यों में भाजपा की सरकार है। उनके बीच से मुझे रूस का प्रतिनिधिमण्डल का नेतृत्व करने का अवसर दिया है। जो जिम्मेदारी मुझे सौंपी गयी है उसे सही तरह से निभाकर वापस आऊंगा। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष विजय मौर्य, भाजपा महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी, भंते समाज के प्रतिनिधिगण एवं अन्य प्रतिष्ठितजन की गरिमामयी उपस्थिति रही।

New Delhi, 22 सितंबर (हि.स.)। नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के​. त्रिपाठी ​सोमवार को श्रीलंका की चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर ​रवाना हुए हैं।​ यात्रा के दौरान​ वह तीनों सेनाओं के प्रमुखों तथा अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ रक्षा सहयोग के व्यापक मुद्दों पर द्विपक्षीय चर्चा करेंगे।​ एडमिरल त्रिपाठी​ कोलंबो में अंतर​राष्ट्रीय समुद्री सम्मेलन के 12वें संस्करण में भी भाग लेंगे, जिसका विषय ​इस बार ‘बदलती गतिशीलता के तहत हिंद महासागर का समुद्री परिदृश्य’​ रखा गया है।​ ​

नौसेना प्रमुख श्रीलंका के प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे

नौसेना के कैप्टन विवेक मधवाल ने बताया कि नौसेना प्रमुख श्रीलंका के प्रधानमंत्री डॉ. हरिनी अमरसूर्या और वाइस एडमिरल कंचना बनगोडा से मुलाकात करेंगे और​ जिसमें समुद्री सुरक्षा, क्षमता संवर्धन, प्रशिक्षण और सहयोग को मजबूत करने के अवसरों की पहचान पर ज़ोर दिया जाएगा। भारतीय नौसेना नियमित रूप से वार्षिक रक्षा वार्ता, स्टाफ वार्ता और अन्य परिचालनात्मक बातचीत के माध्यम से श्रीलंकाई नौसेना के साथ बातचीत करती है, जिसमें श्रीलंका-भारत नौसेना अभ्यास, जलमार्ग अभ्यास, प्रशिक्षण और हाइड्रोग्राफी आदान-प्रदान शामिल हैं।

इसके अलावा दोनों नौसेनाएं नियमित रूप से बहुपक्षीय कार्यक्रमों जैसे हिंद महासागर नौसेना संगोष्ठी, गैले वार्ता, मिलन, गोवा समुद्री सम्मेलन, संगोष्ठी, कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन में भाग लेती हैं। श्रीलंका में नौसेना प्रमुख की बैठकें दोस्ती के बंधन को मजबूत करने और साझा रणनीतिक और समुद्री हितों के प्रमुख क्षेत्रों में बेहतर समझ का मार्ग प्रशस्त करने के उद्देश्य से आयोजित की गई हैं, जो ‘महासागर’ के दृष्टिकोण के अनुरूप है। उनकी यह यात्रा भारत-श्रीलंका संबंधों की पुष्टि में पारस्परिक सम्मान, समुद्री विश्वास और हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए एक साझा दृष्टिकोण पर आधारित है।

Chhapra: शारदीय नवरात्र का पावन पर्व आज से आरंभ हो गया है। सुबह से ही पूरे देश में घरों, मंदिरों और पूजा पंडालों में भक्तों ने कलश स्थापना कर मां दुर्गा की आराधना शुरू की। श्रद्धालु व्रत रखकर, मंत्र-जाप और भजन-कीर्तन के साथ भक्ति में लीन नजर आए। वातावरण मां दुर्गा के जयकारों और घंटा-घड़ियाल की ध्वनि से गूंज उठा।

मां शैलपुत्री की आराधना

नवरात्र के प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा का विशेष महत्व होता है। इन्हें पर्वतराज हिमालय की पुत्री कहा गया है, इसी कारण नाम पड़ा “शैलपुत्री”। माता वृषभ पर सवार होकर एक हाथ में त्रिशूल और दूसरे हाथ में कमल पुष्प धारण किए अपने भक्तों को दर्शन देती हैं। मान्यता है कि मां शैलपुत्री की उपासना से साधक को दृढ़ता, शांति और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस अवसर पर भक्तजन उपवास रखते हैं और दुर्गा सप्तशती पाठ के साथ विशेष अनुष्ठान कर मां से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

नौ दिनों तक मां के नौ रूपों की साधना

नवरात्र के नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। पहले दिन शैलपुत्री, दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी, तीसरे दिन चंद्रघंटा, चौथे दिन कूष्मांडा, पांचवें दिन स्कंदमाता, छठे दिन कात्यायनी, सातवें दिन कालरात्रि, आठवें दिन महागौरी और नवें दिन सिद्धिदात्री की पूजा का विधान है। इन नौ रूपों की साधना कर भक्त अपने जीवन से नकारात्मकता को दूर कर दिव्यता और शक्ति की प्राप्ति करते हैं।

मंदिरों और पंडालों में रौनक

नवरात्र को लेकर मंदिरों और पूजा पंडालों में विशेष सजावट की गई है। जगह-जगह भव्य पंडाल बनाए गए हैं, जिनमें मां दुर्गा की मनमोहक प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। रोशनी, सजावट और भक्ति गीतों से पूरा माहौल आध्यात्मिक रंग में रंग गया है। श्रद्धालु परिवार सहित पंडालों में पहुंचकर मां के दर्शन कर रहे हैं और भजन-कीर्तन में शामिल हो रहे हैं।

प्रशासन की तैयारियां

त्योहार को लेकर प्रशासन भी पूरी तरह सतर्क है। भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों और बड़े पंडालों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। सफाई और बिजली आपूर्ति पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कई जगहों पर महिला सुरक्षा बल और स्वयंसेवक भी तैनात किए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व

शारदीय नवरात्र न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और परंपराओं का भी महत्वपूर्ण हिस्सा है। मान्यता है कि इसी काल में मां दुर्गा ने महिषासुर का वध कर धर्म और सत्य की स्थापना की थी। इसलिए नवरात्र को शक्ति की उपासना का पर्व कहा जाता है। यह पर्व भक्ति, तप और आत्मशुद्धि का अवसर भी है।

आस्था और विश्वास का पर्व

नवरात्र के दिनों में भक्त मां दुर्गा से सुख, शांति, स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना करते हैं। मान्यता है कि मां की सच्चे मन से की गई उपासना से जीवन के कष्ट दूर होते हैं और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। पंडालों और मंदिरों में उमड़ी भीड़ यह दर्शाती है कि मां की भक्ति लोगों के हृदय में गहराई तक रची-बसी है।