Chhapra: समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद की अध्यक्षता में विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला 2017 के सफल आयोजन हेतु बैठक सम्पन्न हुयी. जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद ने बताया कि इस वर्ष सोनपुर मेला का उद्घाटन 2 नवम्बर 2017 को होगा, जो 03 दिसम्बर 2017 को सम्पन्न होगा. उन्होंने बताया कि मेला के सफल आयोजन एवं संचालन हेतु 11 कोषांगो का गठन किया गया है. स्वागत समिति कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी जिला आपूर्ति पदाधिकारी अनिल कुमार रमण को बनाया गया है. उनके कार्यो में सहयोग हेतु 10 अन्य पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों को कोषांग में रखा गया है.

इस कोषांग का प्रमुख कार्य मेला में आए हुए विशिष्ट एवं गणमान्य अतिथियों का स्वागत करना होगा मेला के उद्घाटना के अवसर पर सभी गणमाण्य अतिथियों को बुके, प्रतीक चिन्ह्/सोवेनायर प्रदान कर सम्मानित करने का कार्य इस कोषांग के द्वारा सम्पन्न किया जायेगा. उद्घाटन एवं समापन के अवसर पर स्वागत संबंधी सभी कार्यों का निष्पादन ससमय कोषांग सुनिश्चित करेगी. यह कोषांग नयाचार पदाधिकारियों के अलग-अलग दल का गठन करेगा एवं विशिष्ट एवं गणमान्य आगंतुको हेतु नयाचार पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति करेगा. इस कोषांग का यह भी दायित्व होगा की सम्पूर्ण मेला अवधि के दौरान विशिष्ट एवं गणमान्य आगंतुकों के आगमन के समय उनके आतिथ्य, स्नान, पूजा, मेला क्षेत्र का भ्रमण, आवासन एवं भोजन इत्यादि की व्यवस्था सुनिश्चित करेगी.

साफ-सफाई एवं पेयजल आपूर्ति कोषांग के वरीय प्रभारी पदाधिकारी के रूप में असैनिक शल्य सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, छपरा प्रभारी पदाधिकारी के रूप में अंजय कुमार राय, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद् छपरा को नामित किया जाता है. हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला 2017 के अवसर पर सफाई व्यवस्था को सुचारू रूप से सम्पन्न कराने के उद्देश्य से सम्पूर्ण मेला क्षेत्र को दस जोन में बांटा गया है. जोन की सूची में संलग्न सम्पूर्ण हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला 2017 में सफाई के लिए चिन्ह्ति क्षेत्रों को जिसमें मेला क्षेत्रों के सभी स्नान घाटों, सड़के, नालियां, सभी पदाधिकारी शिविर, डाक बंगला क्षेत्र एवं मेला क्षेत्र के समीपवर्ती अन्य क्षेत्र भी शामिल है. जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि मेले में खाद्य सामग्री खुले में न रखकर बेचा जाय. विक्रेता खाद्य सामग्री को ढ़क कर रखे. अगर खाद्य सामग्री खुले में रखकर बेचा जा रहा है, तो संबंधित बिक्रेता के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई करें.

बैरिकेडिंग, स्नानघाट निर्माण एवं घाट सुरक्षा कोषांग के वरीय प्रभारी पदाधिकारी के रूप में शिवकुमार पंडित, वरीय उप समाहर्ता, सारण प्रभारी पदाधिकारी के रूप में उपेन्द्र पाल, भूमि उप समाहर्ता, सोनपुर एवं अतिरिक्त प्रभारी पदाधिकारी के रूप में जिला अभियंता, जिला परिषद्, सारण को नामित किया जाता है. सोनपुर मेला में सोनपुर गंडक नदी के सभी घाटों एवं पहलेजा घाट में स्नानघाट निर्माण एवं इसकी सुरक्षा हेतु बैरिकेडिंग का कार्य जिला प्रशासन द्वारा कराया जाना है. इस कोषांग का प्रमुख कार्य बैरिकेडिंग के लिए चिन्ह्ति क्षेत्र एवं संवेदनशील स्थलों पर सुरक्षात्मक कार्यो की सतत् निगरानी करना होगा. मेला के प्रारंभ में स्नान हेतु बड़ी संख्या में आये हुए श्रद्धालुओं/भक्तों को बिना कोई कठिनाई हुए स्नान कार्य को ससमय सम्पन्न कराने का कार्य भी इस कोषांग द्वारा किया जायेगा. इस कोषांग द्वारा स्नान करने हेतु चिन्ह्ति स्थलों यथा पुरानी गंडक पुल घाट, साधु गाछी घाट, काली घाट एवं अन्य घाटों के साथ की पहलेजाघाट पर भी स्नान करने संबंधी सारे कार्यो की भी सुक्ष्म निगरानी पूर्ण सतर्कता के साथ किया जायेगा.

बैठक में जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद के अलावें अपर समाहर्ता अरूण कुमार, उपविकास आयुक्त सुनिल कुमार, असैनिल शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ निर्मल कुमार, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी अनिल कुमार चौधरी, अनुमंडल पदाधिकारी सोनपुर सुबोध कुमार सहित सभी संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे.

 

छपरा/सोनपुर: विश्वप्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेला का उद्घाटन सूबे की पर्यटन मंत्री अनीता देवी ने दीप प्रज्वलित कर किया. इस अवसर पर जन समूह को संबोधित करते हुए मंत्री अनीता देवी ने कहा कि सोनपुर का हरिहर क्षेत्र मेला देश ही नही बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्ध है. सबसे बड़े पशु मेले में दूर दूर से लोग आते है. बदलते परिवेश में मेला भी बदला है.  मेला को विकसित और भव्य बनाया जायेगा.

उन्होंने कहा कि बिहार में मंगलराज है. अपने प्रदेश में सभी को मान सम्मान मिल रहा है. हर क्षेत्र में बिहार आगे बढ़ रहा है. मेले को अन्तराष्ट्रीय स्तर का बनाने में हर जरुरी कदम उठाये जा रहे है. 

गौरवशाली है अपना बिहार

कला संस्कृति मंत्री शिव चंद्र राम ने कहा कि हमारा इतिहास स्वर्णिम है. उसे विरासत के रूप में सजा संवार कर रखने की जरुरत है. सरकार विकास के लिए कृत संकल्पित है. सरकार इसके प्रगति के लिए कार्य कर रही है. मेले में बड़े बड़े कलाकार के साथ स्थानीय कलाकार आ रहे है. सभी को प्राथमिकता दी जा रही है. सभी का सम्मान हो रहा है. हमारा बिहार गौरवशाली बिहार है.

वही खनन एवं भूतत्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी ने कहा कि हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला के धार्मिक महत्व को देखते हुए सरकार ने इसके विकास के लिए कार्य कर रही है. प्रतिवर्ष मेला का स्वरुप और भव्य हो रहा है. बिहार के आर्थिक विकास के लिए मेला महत्वपूर्ण है. मेला के अंतराष्ट्रीय ख्याति के लिए सभी को मिल कर काम करने की जरुरत है.

पर्यटन विभाग की सचिव हरजोत कौर ने कहा कि पशुओं के मामले में विश्व का सबसे बड़ा मेला पहले राजस्व विभाग का मेला था. अब पर्यटन विभाग का हो गया है. ऐसा पर्यटन को बढ़ने के लिए किया गया है. विगत 5 वर्षो से सोनपुर मेले का आयोजन पर्यटन विभाग कर रहा है. पर्यटन बिहार का महत्वपूर्ण है बिहार की जीडीपी पर्यटन से जुडी है. पर्यटकों की संख्या सूबे में निरंतर बढ़ रही है. पर्यटन विभाग के सचिव ने कहा कि जिसने बिहार नहीं देखा, उसने कुछ नहीं देखा.

छपरा विधायक सी एन गुप्ता ने अपने संबोधन में सोनपुर मेले की ख्याति के साथ साथ रिविलगंज के गोदना सेमरिया मेले को भी विकसित करने की मांग की. 

सारण के जिलाधिकारी दीपक आनंद ने धन्यवाद ज्ञापन करने के दौरान कहा कि मेला को हाई-टेक किया जा रहा है. सरकार की सभी योजनाओं की जानकारी स्टाल के माध्यम से दी जा रही है. जिलाधिकारी ने कहा कि 1000, 500 के नोट वाली समस्या मेले में नहीं आएगी. सभी बैंकों को एटीएम के लिए निर्देश दिए गए है. कई महीनों से सभी द्वारा किये गए कठिन परिश्रम से मेला सफल हो पाता है।

इस अवसर पर मेला दर्पण का लोकार्पण किया गया साथ ही आम जनता के लिए सोनपुर मेला का एक मोबाइल App भी लांच किया गया है. जिससे मेले में आने में लोगो को जानकारी प्राप्त करने में सहूलियत होगी.

उद्घाटन सत्र के दौरान मंच पर आयुक्त नर्मदेश्वर लाल, डीआईजी अजित कुमार राय, एसपी पंकज कुमार राज, जिला परिषद की अध्यक्ष मीणा अरुण, तरैया विधायक मुद्रिका राय, अमनौर विधायक शत्रुघ्न तिवारी सहित वैशाली और सारण जिले के दर्जनों जिला प्रशासन के पदाधिकारी मौजूद थे.

उद्घाटन के बाद बिहार गौरव गान का आयोजन हुआ. वही मशहूर पार्श्वगायिका अलका याग्निक ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को झुमने को मजबूर कर दिया.

छपरा(सुरभित दत्त): हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला, एशिया का सबसे बड़ा मेला है. लगभग 5 से 6 किलोमीटर के क्षेत्र में मेला लगता है. इस मेले को लेकर एक बात मशहूर है कि यहाँ सुई से लेकर हाथी तक बिकता है.

वैसे तो हाथियों की खरीदारी पर सरकार ने रोक लगा रखी है. बावजूद इसके मेला में हाथी आकर्षण का केंद्र होते है. मेला में पशुओं की बिक्री होती है. जिनमे खास तौर पर घोड़ा, बैल, भैस, कुत्ते आदि शामिल है. मेला में पक्षी मेला भी लगता है. हरिहर क्षेत्र मेले का एक बड़ा आकर्षण मीना बाजार भी होता है. यहां देश के विभिन्न स्थानों से व्यापारी अपने सामनों के साथ पहुंचते है.

पौराणिक मान्यता
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सोनपुर मेला उसी स्थान पर लगता है जहां कभी गज और ग्राह में भयंकर युद्ध हुआ था. ऐसी मान्यता है कि गज को बचाने के लिए विष्णु स्वयं यहां आए थे. वही सोनपुर में हरिहरनाथ मंदिर दुनिया का इकलौता ऐसा मंदिर है जहां हरि (विष्णु) और हर (शिव) की एकीकृत मूर्ति है. इसके मंदिर के बारे में कहा जाता है कि कभी ब्रह्मा ने इसकी स्थापना की थी.

एक महीने चलता है मेला

कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान के साथ शुरू होने वाला सोनपुर मेला एक महीने चलता है. गंगा स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है. पहले आधिकारिक तौर पर मेला सिर्फ 15 दिनों का होता था. लेकिन इस बार 32 दिनों तक चलेगा.

बड़ी संख्या में पहुंचते है विदेशी सैलानी

सोनपुर मेला की प्रसिद्धि इतनी है कि विदेशों से सैलानी इस मेले को देखने बड़ी संख्या में पहुंचते है. मेले में सैलानियों के ठहरने के लिए खास इंतजाम किये जाते है. snp2

 मेले में आने वाले विदेशी मेहमानों के रहने और पर्यटकों के लिए अन्य जरुरी तैयारी की जा रही है. 

12 नवम्बर से 13 दिसंबर तक चलेगा मेला
सोनपुर मेला को लेकर तैयारियां अब अंतिम चरण में है. इस बार मेला का उद्घाटन 12 नवम्बर को होगा. सूबे की पर्यटन मंत्री अनीता देवी मेले का उद्घाटन करेंगी. उद्घाटन सत्र में मशहूर पार्श्व गायिका अलका याग्निक प्रस्तुति देंगी.  मेले का समापन 13 दिसम्बर को होगा. सोनपुर मेला को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का उत्कृष्ट मेला बनाने के लिए तैयारियां जोरो पर है.  

सांस्कृतिक कार्यक्रम की होगी प्रस्तुति 

कला-संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार एवं सूचना जनसम्पर्क विभाग बिहार के द्वारा प्रतिदिन मुख्य पंडाल में राष्ट्रीय, अंतराष्ट्रीय, स्थानीय कलाकारो के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमो की प्रस्तुति होगी. मेले में एडवेंचर स्पोर्ट्स की व्यवस्था भी की गयी है.

कैसे पहुंचे सोनपुर मेला
सड़क मार्ग:
राजधानी पटना से 25 किलोमीटर
हाजीपुर से 3 किलोमीटर
जिला मुख्यालय छपरा से 50 किलोमीटर

हवाई मार्ग
नजदीकी एयरपोर्ट, पटना

ट्रेन
हाजीपुर स्टेशन से 3 किलोमीटर
सोनपुर स्टेशन से 1 किलोमीटर
पटना जंक्शन से लगभग 25 किलोमीटर