Chhapra: सावन के अंतिम सोमवारी पर शहर के विभिन्न शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी. इस मौके पर शहर के धर्मनाथ मंदिर में हजारों की संख्या में शिव भक्त जलाभिषेक करने पहुंचे. इस दौरान मंदिर में सुबह से ही जल चढ़ाने के लिए श्रदालु पहुंचने लगे.

जय शिव के नारों से गूंज उठा मंदिर

अंतिम सोमवारी के दिन मन्दिरो में भक्तों ने बेलपत्र, भांग, धतूरे आदि से शिव लिंग पर अभिषेक किया. इन दौरान जय शिव के नारों से मंदिर गुंजायमान हो उठा.

इसके अलावें शहर के बटुकेश्वर नाथ मंदिर, उमानाथ मंदिर, मशुमेश्वर नाथ में लोगों ने जलाभिषेक किया. साथ ही साथ जिले के श्री ढोढ नाथ मन्दिर, सोनपुर स्थित हरिहरनाथ मंदिर में शिव भक्तों का तांता लगा रहा.

 

 

लहलादपुर:  श्रावणी मेला को लेकर श्री ढोंढनाथ मंदिर प्रांगण एवं परिसर की साफ-सफाई से लेकर कावंरियों को रहने-ठहरने एवं कांवर रखने की व्यवस्था की तैयारी युद्ध स्तर पर हो रही है. मंदिर के साथ-साथ दुकानें भी सजने लगी हैं. सारी व्यवस्था स्थानीय श्रद्धालुओं द्वारा श्री ढोंढनाथ मंदिर जीर्णोद्धार समिति के माध्यम से की जाती है तथा कावंरियों के शुद्ध शाकाहारी नास्ता एवं भोजन, गर्म चाय-पानी, इलाज की व्यवस्था श्री ढोंढनाथ कांवरिया सेवा संघों द्वारा नी:शुल्क की जाती है.

मंदिर परिसर की इस सफाई अभियान में समर स्वच्छ भारत इंटरशीप-2018 के तहत एनएसएस लोक महाविद्यालय, हाफिजपुर के माध्यम से टीम लीडर अमित कुमार सिंह के नेतृव में पांच सदस्यीय टीम ने मंदिर परिसर, शिव गंगा (पोखरा), गंडकी नदी घाट आदि की सफाई किया. जिसमें दीपू कुमार सिंह, राजन कुमार, सोनु कुमार तथा अजय कुमार शामिल थे.

विदित हो कि आज शनिवार को श्रावण माह आरंभ है तथा तथा हर साल की भांति इस साल भी आज से लगभग 35 किलोमीटर दूर सिमरिया (रिविलगंज) स्थित नाथजी घाट से सरयू नदी का पवित्र गंगाजल कावंर में भरकर पैदल यात्रा करके शिवभक्त बाबा श्रे ढोंढनाथ का जलाभिषेक करने पधारेंगे. खासकर भक्तों की यहां सोमवार तथा शुक्रवार को अपार भीड़ लगती है.

 

छपरा: सावन माह के तीसरे सोमवार के अवसर पर सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ देखी जा रही है. सभी प्रमुख मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु जलाभिषेक करने पहुंच रहे है. सावन माह में जलाभिषेक का अपना अलग महत्त्व है. सभी शिवालयों को इस अवसर पर सजाया संवारा गया है. मंदिरों में जलाभिषेक के लिए विशेष व्यवस्था भी की गयी है.

मंदिरों में सुरक्षा को लेकर प्रशासन भी सतर्क रहा. सभी मंदिरों में पुलिस बल की तैनाती की गयी है.

जिले के तमाम मंदिरों में भक्तों ने अहले सुबह से ही जलाभिषेक शुरू किया. लम्बी लम्बी कतारों में घन्टों खड़े होकर श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया.

फाइल फोटो

सावन के महीने में सारण जिले के लह्लादपुर प्रखंड स्थित ढो़ढ़नाथ मंदिर में शिवभक्त भारी संख्या में पहुंचते है. ढो़ढ़नाथ मंदिर में स्थापित प्राचीन शिवलिंग के जलाभिषेक के लिए लोग दूर-दूर से यहाँ आते है.

सावन के सोमवारी के अवसर पर मंदिर में विशेष पूजा और जलाभिषेक होता है. एक अनुमान के अनुसार सोमवार के दिन लाखों लोग जलाभिषेक करने मंदिर पहुंचते है. सावन में श्रद्धालुओं के आगमन को लेकर मंदिर के साथ साथ समस्त परिसर को सजाया सवारा गया है. रात्री बिश्राम करने वाले शिव भक्तों के लिए मंदिर के बरामदे में विश्रामालय बनाया गया है. वही मंदिर के बाहरी हिस्‍से पर पंडाल की व्यवस्था है.

ढो़ढ़नाथ मंदिर में कावरियों द्वारा रिविलगंज से सरयू नदी का पवित्र जल लाकर जलाभिषेक किया जाता है.

कैसे पहुंचे ढो़ढ़नाथ मंदिर

इस मंदिर में पहुँचने के लिए सबसे नजदीकी स्टेशन एकमा है. एकमा स्टेशन से उतर श्रद्धालू परसा केसरी होते हुए बनपुरा या दयालपुर के रास्‍ते मंदिर तक पहुँच सकते है.