Patna :  बीपीएससी द्वारा राज्य के प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में सृजित 45,852 पदों पर प्रधानाध्यापकों की बहाली को लेकर शिक्षा विभाग ने तैयारी तेज कर दी है. इनमें 40,518 प्रधान शिक्षक और 5,334 प्रधानाध्यापक के पदों पर नियुक्ति की अधियाचना भेजने की तैयारी है. शिक्षा विभाग को संबंधित पदों पर बहाली के लिए अधिकांश जिलों से आरक्षण संबंधी रोस्टर क्लियरेंस की रिपोर्ट आ गई है. जिन जिलों से रिपोर्ट नहीं मिली है उनके जिला शिक्षा पदाधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को अविलंब देने को कहा गया है.

प्रारंभिक विद्यालयों में पहली बार प्रधान शिक्षकों की नियुक्ति होनी है. इसी तरह नवस्थापित माध्यमिक एवं उच्च विद्यालयों में भी प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति होनी है, जो लिखित परीक्षा के आधार पर होगी. नियुक्त होने वाले प्रधान शिक्षक और प्रधानाध्यापक सीधे शिक्षा विभाग के अधीन होंगे. शिक्षा विभाग के मुताबिक सृजित पदों का सभी 38 जिलों के बीच बंटवारा करते हुए रोस्टर क्लियरेंस के निर्देश के साथ जिलों को भेजे गये थे. इसकी रिपोर्ट 23 अक्तूबर तक ही मांगी गयी थी. लेकिन, मियाद पूरी होने के बावजूद सभी जिलों ने रिपोर्ट नहीं भेजी थी. इसे गंभीरता से लेते हुए शिक्षा विभाग द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (स्थापना) को रोस्टर क्लियरेंस रिपोर्ट देने को कहा है.

प्रधान शिक्षकों के जिलावार पदों की संख्या

अररिया में 1327, अरवल में 335, औरंगाबाद में 1093, बांका में 1220, बेगूसराय में 738, भागलपुर में 902, भोजपुर में 1139, बक्सर में 651, दरभंगा में 1424, पूर्वी चंपारण में 1914, गया में 1697, गोपालगंज में 1055, जमुई में 828, जहानाबाद में 547, कैमूर में 612, कटिहार में 1115, खगडिय़ा में 544, किशनगंज में 812, लखीसराय में 473, मधेपुरा में 810, मधुबनी में 1883, मुंगेर में 536, मुजफ्फरपुर में 1632, नालंदा में 1352, नवादा में 963, पटना में 1984, पूर्णिया में 1354, रोहतास में 1271, सहरसा में 754, समस्तीपुर में 1540, सारण में 1436, शेखपुरा में 247, शिवहर में 216, सीतामढ़ी में 1107, सिवान में 1209, सुपौल में 1047, वैशाली में 1112, पश्चिम चंपारण में 1639 पद.

Patna: सूबे में 1 जुलाई से लेकर 15 जुलाई तक सरकारी विद्यालयों  के कक्षा 1 से 8 तक के  विद्यार्थियों के लिए पाठ्यपुस्तक क्रय पखवारा चलाया जाएगा. इसके तहत पाठ्यपुस्तक खरीदने के लिए बच्चों के बैंक खातों में राशि भेजे जायेगें. इस तरह सूबे के 2 करोड़ छात्रों को इसका लाभ मिलेगा. बच्चों को निःशुल्क किताब मिल इसके लिए विद्यलयों को 284 करोड़ की राशि उपलब्ध करा दी गयी है. विद्यालय द्वारा बच्चों के खातों में पुस्तक की क्रय राशि भेजी जाएगी.

बच्चे किताब खरीद सकें इसको लेकर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद में जिलों को दिशा निर्देश जारी कर दिया है. जिलों को कहा गया है कि जिला प्रखंड और पंचायत स्तर पर अधिक से अधिक जगह पर पुस्तक भेजने की व्यवस्था करें.

बिहार शिक्षा परिषद मिली जानकारी के अनुसार पाठ्यपुस्तक खरीदने के लिए राशि के भुगतान के लिए संबंधित विद्यलयों को राशि उपलब्ध करा दिया गया है. बिहार राज्य पाठ्य पुस्तक प्रकाशन निगम ने भी मुद्रकों को जिम्मेदारी दी है कि स्थानीय स्तर पर किताब बिक्री का इंतजाम करें. करीब 50 मुद्रकों को विभिन्न जिलों के लिए जिम्मेदारी दी गई है.