वाराणसी: रेल एवं कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष व बोर्ड के सदस्यों तथा संरक्षा निदेशालय के वरिष्ठ रेल अधिकारियों के साथ रेल संरक्षा की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक गुरुवार को नई नई दिल्ली में की . बैठक में रेल संरक्षा के सभी पहलुओं पर विचार-विमर्श किया गया. जिसमें गत दिनों घटित रेल दुर्घटनाओं के मूल कारणों का विश्लेषण एवं समीक्षा की गई. रेल संरक्षा को उच्च स्तरीय बनाये रखने को लेकर रेल मंत्री ने वरिष्ठ रेल अधिकारियों को का निर्देश भी दिए.

बैठक में रेल दुर्घटना के दो महत्वपूर्ण कारणों, अनारक्षित समपार और रेल पथ में खामियों के कारण अवपथन को चिन्हित किया गया. जिसके बाद रेल अवपथन को दूर करने के विशेष उपायों पर चर्चा की गई. श्री गोयल ने बैठक में उपस्थित रेल अधिकारियों को रेल संरक्षा सुनिष्चित करने के निर्देश दिये इसके साथ ही उन्होंने भारतीय रेलवे पर सभी अनारक्षित समपारों को एक वर्ष में बन्द करने का निर्देश दिया. साथ ही साथ उन्होंने अधिकारियों और भी कई निर्देश दिए जिसमे पटरियों के बदलाव/रिन्यूवल का कार्य प्राथमिकता के आधार पर करने तथा जिन रेल खण्डों में रेलों (पटरियों) का बदलाव अभी पूर्ण न हुआ हो उसे तत्काल बदलने, ई.सी.एफ. डिजाइन के कोचों का निर्माण बन्द कर उनके स्थान पर केवल नये डिजाइन के एल.एच.बी.कोचों का निर्माण करना, इंजनों में एंटी फाग एल.ई.डी. लाइटलगाना जिससे कोहरे के मौसम में संरक्षित रूप से गाड़ियाँ चलाई जा सकें.

रेल मंत्री ने रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ रेल अधिकारियों को रेल संरक्षा के इन सभी कार्य योजनाओं के क्रियान्वयन पर सतत् निगरानी के भी निर्देश दिए.

नई दिल्ली: रेलवे जल्द ही दिल्ली-आगरा गतिमान एक्सप्रेस सेवा में ट्रेन होस्टेस तैनात करने जा रही है. यह ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली पहली ट्रेन होगी. रेल मंत्री सुरेश प्रभु रेल बजट पेश करने के दौरान अगले महीने चलने वाली देश के पहले सेमी-हाई स्पीड ट्रेन की विशेषताओं की घोषणा करेंगे. ट्रेन में एक उच्च क्षमता वाली आपातकालीन ब्रेक प्रणाली, स्वचालित फायर अलार्म, जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली और डिब्बों में स्लाइडिंग दरवाजे होंगे. साथ ही उसमें लाइव टीवी सेवा भी मौजूद होगी.

सूत्रों के अनुसार उड़ान सेवाओं की तर्ज पर गतिमान एक्सप्रेस में ट्रेन में होस्टेस होंगी और उनमें कैटरिंग सेवा भी एयरलाइनों के स्तर की होगी. भारतीय रेलवे कानपुर-दिल्ली, चंडीगढ़-दिल्ली, हैदराबाद-चेन्नई, नागपुर-बिलासपुर, गोवा-मुंबई और नागपुर-सिकंदराबाद सहित नौ और मार्गों पर इस तरह की ट्रेनें शुरू करेगा. रेलवे सूत्रों के अनुसार ट्रेन का किराया शताब्दी ट्रेनों के किराये से 25 प्रतिशत अधिक होगा.