Chhapra: चैती छठ पर्व के अवसर पर व्रतियों द्वारा शुक्रवार को अस्ताचल गामी सूर्य देव को पहला अ‌र्ध्य दिया. शनिवार को प्रात: उदीयमान भाष्कर को अ‌र्ध्य अर्पित किया जायेगा. जिसके पश्चात लोक आस्था के इस महापर्व का पारन होगा.

बताते चलें कि गुरुवार की संध्या में व्रतियों ने पूरे स्वच्छता व नियम निष्ठा के साथ उपवास रख कर खरना पूजन किया. व्रती द्वारा अरवा चावल, गुड़, दूध से बना खीर का भोग लगाया गया. खरना के पश्चात श्रद्धालुओं में प्रसाद का वितरण किया गया.

उल्लेखनीय है कि कार्तिक मास में होने वाले छठपर्व की भांति चैत्रकालीन छठव्रत भी कई व्रतियों द्वारा शहर तथा आसपास के क्षेत्रों में निष्ठापूर्वक मनाया जाता है. हालांकि नदी, नहर एवं जलाशयों में शुद्ध प्रवाहित जल की कमी के कारण व्रतियों को परेशानी हो सकती है. पर्व को लेकर शहर समेत ग्रामीण अंचलो में उत्साह व धार्मिक माहौल है.

Chhapra: सर्दी का सितम सर चढ़ के बोल रहा है. हाड़ कंपाने वाली ठंड ने रविवार को शहरवासियों को ठिठुरने को मजबूर कर दिया. दिन भर लोग आसमान की ओर टकटकी लगाए हुए थे कि अब भगवान भास्कर दर्शन देंगे लेकिन दिन भर भगवान भास्कर ने दर्शन नही दिए. धूप नही निकलने से पारा और गिर गया.

दिन भर लोगों ने अलाव व हीटर का सहारा लिया. ठंड के मद्देनजर लोग घर से बाहर निकलने से कतराते रहे. दिन में भी सुबह जैसा नजारा रहा. कोहरा से तो निजाद मिली लेकिन बर्फीली हवाओं ने शहरवासियों के हौसले को डिगा दिया. लोगों का मानना है कि इस वर्ष ठंड का सितम कुछ ज्यादा ही मेहरबान है. विगत सालों में ऐसी ठंड नही पड़ी थी जितनी इस वर्ष ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ रखा है.