Chhapra: नींबू के बाद अब टमाटर के दाम आसमान छूने लगे हैं. टमाटर के भाव एक ही महीने में 60 फीसदी तक बढ़ गए हैं. एक महीना पहले 20 रुपए प्रति किलो टमाटर मिलता था, लेकिन अब 80 से 100 रुपए प्रति किलो में मिल रहा है. सूरत शहर में कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात के गांवों से टमाटर सूरत आता है. बेमौसम बारिश, खराब मौसम के कारण टमाटर का उत्पादन कम हुआ है. इस वजह से टमाटर की आवक घटने से कीमतें बढ़ गई हैं.

छपरा के व्यापारियों का कहना है कि बाहर से टमाटर कम आ रहा है. जिसके वजह से दाम बढ़ गया है. लोगों कि थाली से टमाटर तो गायब हो ही रहा है साथ ही बाज़ार में भी बहुत कम जगह बिकता हुआ देखा जा रहा है. बेमौसम बारिश और खराब मानसून के कारण टमाटर की कम पैदावार हुई है. इस कारण टमाटर की आवक घट गई है.

Chhapra: लॉक डाउन की घोषणा के बाद शहर के लोग अचानक से बाजारों में निकल पड़े, हर तरफ सिर्फ जनता खरीददारी में जुटी थी. देखते ही देखते बाजारों में खाद्य सामग्री के दाम आसमान छूने लगे. एक दिन पहले जो आटे, दाल, आलू, चावल का भाव था उसपर दुकानदारों द्वारा अचानक 10 से 50 रुपये तक भाव बढ़ा दिया गया. जिला प्रशासन से जनता ने इसकी शिकायत की और प्रशासन द्वारा कालाबाजारी पर बंदिश लगाते हुए कई दुकानदारों के ऊपर कार्रवाई की गई.

बाजारों में कालाबाजारी को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा खाद्य सामग्री का रेट तय किया गया. बुधवार को जारी किए जिला प्रशासन के खाद्य सामग्री रेट चार्ट में सभी तरह के खाद्य पदार्थो का रेट तय किया गया है. रेट चार्ट में आटा, चावल, दाल, आलू, दूध, तेल सभी के दाम खुदरा एवं थोक दर भी निर्धारित किये गए है. जिसपर आम जनता को खरीददारी करने तथा इस तय रेट से ज्यादा राशि लेने पर प्रशासन को सूचित करने का निर्देश जारी किया गया है. जिला प्रशासन ने तो अपना काम कर दिया लेकिन मार्केट कुछ और ही कह रहा है.

बुधवार को इस संदर्भ में मौना चौक के कई किराना दुकानदारों से बात की गई. दुकानदारों ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि खाद्य सामग्री का रेट निर्धारण जनता के हित के लिए है. लेकिन समस्या यह है कि दुकानदार थोक भाव मे जो खरीद रहा है उसपर अपना खर्च निर्धारित कर बेच रहा है. जिसका रेट तय रेट से ज्यादा हो रहा है. छपरा की मंडी में फिलहाल खाद्य सामग्री आ नही रही है. मुख्य समान सरसों तेल, आटा, दाल, चावल आपूर्ति मंडी में पूरी तरफ ठप्प है. खाद्य समानों से लदे ट्रक रास्तों में फसें पड़े है.

दुकानदारों का कहना है कि जब समान आएगा ही नही तो निश्चित तौर पर थोक बाजार में समान का दाम चढ़ेगा. खरीददारी के अनुसार ही समानों की बिक्री त रेट निर्धारित होगा.

दुकानदारों का कहना है कि वह आपदा की घड़ी में जनता के साथ है, सरकार और प्रशासन खाद्य सामग्री का आयात सुनिश्चित करें. थोक बाजार में निर्धारित रेट के अनुसार दुकानदारों को समान मुहैया कराए वह लागत मूल्य पर जनता को समान बेचने के लिए तैयार है.

Chhapra: धनतेरस पर शहर के सभी दुकान सज चुके हैं. इस धनतेरस पर मुख्य रूप से शहर का सर्राफा बाजार साहेबगंज, सुनारपट्टी एवं गुदरी बाजार में खासी चहल-पहल है. धनतेरस में भगवान गणेश, माता लक्ष्मी और कुबेर महाराज को प्रसन्न करने के लिए सभी अपनी ओर से तैयारी में जुटे हैं. जिससे कि उनके घर सुख समृद्धि का वास हो. धनतेरस को लेकर इस वर्ष दुकानदारों द्वारा ग्राहकों के लिए खरीदारी पर निश्चित उपहार तथा कई तरह के अन्य ईनामों की घोषणा की गई है, जिससे कि खरीददार उनके पास आए और खरीददारी कर सकें.

धनतेरस में महालक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर महाराज की पूजा को लेकर भी तैयारियां हैं. हालांकि इस पूजा को लेकर समय निर्धारित है. जिस समय में सभी पूजा करेंगे. धनतेरस पर होने वाली पूजा को लेकर छपरा टुडे से बातचीत के क्रम में पंडित द्वारिका नाथ तिवारी ने बताया कि धनतेरस पर सभी माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर महाराज की पूजा करते हैं. पूजा के लिए एक निश्चित समय होता है, जिसके अनुसार वह पूजन विधि समपन्न करते है.

धनतेरस पर इस लग्न में करें पूजा

श्री तिवारी ने बताया कि इस बार धन त्रयोदशी का आरंभ 4 नवंबर की मध्य रात्रि से हो जाएगा. मध्यरात्रि में एक बजकर 24 मिनट से प्रारंभ होकर अगले दिन 5 नवंबर को 11 बजकर 45 मिनट तक इसका संयोग है. धनतेरस पर सोमवार को राहुकाल सुबह 7: 30 बजे से लेकर 9 बजे तक है. लेकिन वृषभ लग्न में कुबेर और मां लक्ष्मी की पूजा श्रेष्ठ मानी जाती है.वही वृषभ लग्न संध्या 7: 15 से 9 : 15 बजे तक है.

यह है खरीददारी का शुभ मुहूर्त

उन्होंने बताया कि जिस प्रकार पूजन के लिए समय निर्धारित है, ठीक उसी प्रकार खरीददारी को लेकर भी एक निश्चित समय है. उस समय के अंतराल में खरीददारी करने पर निश्चित तौर से सुख समृद्धि और धन, धान्य में वृद्धि होती है. सोमवार की संध्या 7 बजकर 15 मिनट से 9 बजकर 15 मिनट तक शुभ मुहूर्त में सोना चांदी की खरीददारी की जा सकती है.

इसके अलावे भी अन्य सामानों की खरीददारी को लेकर अलग अलग समय निर्धारित है जिस लग्न में खरीददारी कर सकते है. जिसके लिए ब्राह्मण से खरीददारी की जाने वाली सामानों के लग्न समय की जानकारी ली जा सकती है.

छपरा: रमज़ान शुरू होते ही शहर के बाज़ारों में रौनक बढ़ गयी है, दुकाने सज गयी हैं. छपरा के खनुआ बाज़ार पर सुबह और शाम खरीददारी को लेकर काफी भीड़ देखी जा रही है.

रोजेदार सेहरी और इफ्तार के खरीददारी के लिए बाज़ार में देखे जा रहे है. जिससे बाजार में रौनक बढ़ गयी है. रमजान के दौरान इफ्तार और सेहरी के लिए जरूरी सामानों की इन दिनों खरीदारी हो रही है. नान रोटी, रुहफ्ज़ा, लच्छा आदि की बिक्री बढ़ गयी है.

हम आप तक पहुंचा रहे है छपरा के बाज़ार नें सामानों के भाव.

1. लच्छा- 60-100 रूपये प्रति किलो

2. रुमाली सेवई (सादा)- 70 रूपये प्रति किलो

3. रुमाली सेवई (भुना)- 80 रूपये प्रति किलो

4. पिनखाजूड़- 250-300 रूपये प्रति किलो

5. मुरब्बा- 80 रूपये प्रति किलो

6. नान रोटी- 12-20 रूपये प्रति पीस

7. बखरखानी- 35-40 रूपये प्रति पीस