छपरा: सारण जिला फुटबॉल संघ द्वारा आगामी 19 मार्च से नीलिमा बसु फुटबॉल नॉक आउट टूर्नामेंट 2016-2017 के क्वार्टर फाइनल मैच का आयोजन किया जा रहा है. स्थानीय राजेंद्र महाविद्यालय खेल परिषर में आयोजित इस टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल की जानकारी देते हुए संघ के महासचिव उदित राय ने बताया कि आगामी 19 मार्च को मलखचक और परसा, 20 मार्च को मशरख और सेमना, 21 मार्च को राजेंद्र कॉलेज और नैनी, 22 मार्च को जलालपुर और टेकनिवास के बीच खेला जाएगा.

क्वार्टर फाइनल में विजेता टीम का पहला सेमी फाइनल मैच 23 मार्च और दूसरा सेमीफाइनल मैच 24 मार्च को खेला जायेगा. प्रतिदिन का मैच 2:30 बजे दोपहर से खेला जायेगा.

छपरा: सारण जिला फूटबाल संघ के तत्वावधान में स्थानीय राजेंद्र स्टेडियम में एक दिवसीय अर्जुन राय मेमोरियल फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन शनिवार को किया गया. प्रतियोगिता में न्यू स्टार क्लब, मुजफ्फरपुर और डी एफ ए, पूर्णिया की टीम के बीच मैच हुआ. निर्धारित समय में डी एफ ए पूर्णिया की ने मुजफ्फरपुर की टीम को 3-0 से हराकर ख़िताब पर कब्ज़ा किया.

पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने विजेता और उप विजेता टीम के खिलाडियों को ट्रॉफी प्रदान किया.

इस अवसर पर सारण जिला फुटबॉल संघ के महासचिव सह पूर्व मंत्री उदित राय, अध्यक्ष अवधेश्वर सहाय, सारण प्रमंडल के आयुक्त प्रभात शंकर, डीआईजी अजित कुमार राय, अनुमंडल पदाधिकारी सुनील कुमार, डीटीओ श्याम किशोर सिन्हा, सुनील सिंह, विभूति नारायण शर्मा और सत्यप्रकाश यादव समेत खेल प्रेमी उपस्थित थे.

छपरा: सारण जिला फूटबाल संघ के तत्वावधान में स्थानीय राजेंद्र स्टेडियम में एक दिवसीय अर्जुन राय मेमोरियल फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन आगामी 6 फ़रवरी को किया जाएगा. प्रतियोगिता में न्यू स्टार क्लब, मुजफ्फरपुर और डी एफ ए, पूर्णिया की टीम हिस्सा लेंगी.

प्रतियोगिता की जानकारी देते हुए सारण जिला फुटबॉल संघ के महासचिव सह पूर्व मंत्री उदित राय ने कहा कि स्थानीय स्तर पर फुटबॉल प्रतियोगिता से खिलाड़ियों को काफी प्रोत्साहन मिलेगा. फुटबॉल प्रेमी मैच का आनंद ले सकेंगे. इस अवसर पर सारण जिला फुटबॉल संघ के अध्यक्ष व वरीय अधिवक्ता अवधेश्वर सहाय, संतोष महतो, सुनील सिंह, विभूति नारायण शर्मा और सत्यप्रकाश यादव समेत खेल प्रेमी उपस्थित थे.

बेहतरीन खिलाड़ी थे अर्जुन राय
अर्जुन राय दहियावां फुटबॉल क्लब के बेहतरीन खिलाड़ी थे. उनकी खेल प्रतिभा को देख कर तत्कालीन डीएम बी एन बसु के अनुशंसा से उन्हें सरकारी नौकरी भी मिली थी.