Chhapra: छपरा में इंजीनियरिंग ,मेडिकल सहित विभिन् प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कराने वाली संस्था, गेटवे द्वारा एक और नए मिशन की शुरुआत की गई. अब गेटवे टीम द्वारा छात्रों के घर जाकर उन्हें पढ़ाने का कार्य किया जायेगा. गुरुवार को शहर के शक्तिनगर में ट्यूशन के लिए कार्यालय का उदघाट्न किया गया.

इसके तहत अब होम ट्यूशन के माध्यम से प्रारंभिक, माध्यमिक, उच्च स्तरीय,प्लस टू एवं सभी प्रकार के प्रतियोगिता परीक्षाओं के अध्ययन कर रहे बच्चों को उनके घर जाकर उन्हें बेहतर शिक्षा दी जायेगी. इस संस्था का मुख्य उद्देश्य छपरा के सभी अभिभावकों को ये मौका देना की वे स्वेच्छा से अपने बच्चों के लिए शिक्षकों का चुनाव कर सके और साथ ही तमाम गरीब परिवार के बच्चे जिनको छपरा आ कर उच्च शिक्षा ग्रहण करने में पैसों की बाधा उत्पन्न होती है. वैसे बच्चों को सहयोग देना है

बताते चलें कि इससे पहले गेटवे साइंस इंस्टीट्यूट और गेटवे कंपटीशन इंस्टीट्यूट की नींव रखी जा चुकी है. जिसमें हजारों छात्र-छात्राओं ने विभिन्न क्षेत्रों में( जेईई मेंस ,मेडिकल, एयरफोर्स ,नेवी ) में सफलता हासिल कर एक मिसाल कायम किया है.

इस संदर्भ में संस्था के डायरेक्टर रमन सिंह ने बताया कि शिक्षा के बाजारीकरण के दौर में प्राइवेट स्कूलों में महंगी फीस के बावजूद बच्चों को बेहतर शिक्षा नहीं मिल पाती है. सरकार द्वारा संचालित सरकारी स्कूलों की स्थिति किसी से छिपी नहीं है. इसी के मद्देनजर हमारी गेटवे टीम ने इस संस्था की शुरुआत की है. जिससे सभी प्रकार के छात्र छात्राओं को फायदा होगा.

इससे पूर्व का उद्घाटन मढौरा विधायक जितेन्द्र राय द्वारा हुआ. जिसमें विधायक वहां पर उपस्थित तमाम छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित किया गया.

 

 

Chhapra: डाकघरों में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के फॉर्म भरने के लिए लगने वाले स्टांप नहीं मिलने से सोमवार को दर्जनों अभ्यर्थियों ने क्लेट्रेट में प्रदर्शन किया. अभ्यर्थियों को परीक्षा फॉर्म भरकर भेजने के लिए पोस्टल स्टांप डाकघर में नहीं मिल रहा. इसके लिए वो कई दिन से चक्कर लगा रहे हैं.

उनका आरोप था कि हेड पोस्ट ऑफीस में भी पोस्टल स्टांप उन्हें नहीं मिल पाया. फॉर्म भरने भेजने की तिथि भी खत्म होने को है. पोस्ट आफिस के इस रवैये से नाराज अभ्यर्थियों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया.

छात्रों का कहना है कि पोस्टल स्टाम्प के बारे में डाकघर के पदाधिकारियों द्वारा ठीक से जानकारी भी नहीं दी जा रही है.

गौरतलब है कि रक्षाबन्धन को लेकर डाकघरों में डाक टिकटों की मांग काफी बढ़ गयी थी. जिसके बाद अब प्रतियोगी परीक्षा का फॉर्म भरने वाले छात्र अब डाक टिकट नहीं मिलने से परेशान हैं.