Patna: राजधानी पटना में दिनदहाड़े प्रोपर्टी डीलर की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई. घटना बेउर थाना इलाके की है. मृतक बीजेपी के मंडल उपाध्यक्ष भी बताए जा रहे है.

घटना को लेकर बताया जा रहा है कि अपराधियों ने घटना को उस समय अंजाम दिया जब बीजेपी नेता और मंडल उपाध्यक्ष राजेश कुमार झा उर्फ राजा बाबू मॉर्निंग वॉक पर निकले थे. बेउर थाना क्षेत्र के तेज प्रताप नगर इलाके में सीताराम उत्सव हॉल के पास बाइक सवार अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया.घटना को अंजाम देने वाले अपराधी नकाबपोश थे. जिन्होंने राजा बाबू के कनपटी में पिस्टल सटाई और गोली मार दी. गोली लगते ही राजा बाबू घायल होकर गिर पड़े, जिसके बाद उनकी मौत हो गई.

मामले की जानकारी मिलते ही बेउर थाना कि पुलिस घटनास्थल पर पहुंची है. जानकारी के मुताबिक मृतक प्रोपर्टी डीलर का भी काम करते थे.

हत्या की इस घटना को अपराधियों ने किस वजह से अंजाम दिया है इसका पता नहीं लग सका है लेकिन आशंका भूमि विवाद की जताई जा रही है. इस मामले में विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है.

Patna:  पटना में होली के दिन मंगलवार की शाम को जदयू के छात्र नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र के पटेल नगर में हुई इस घटना में छात्र नेता के साथ उसके एक दोस्त को भी गोली मारी गई, जिसे घायल अवस्‍था में हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. इस मामले में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है, लेकिन मुख्य आरोपी कुश अभी तक पुलिस की पहुंच से बाहर है.

घटना के बाद पुलिस जांच में जुट गई है. जांच में जुटे डीएसपी राजेश सिंह प्रभाकर ने कहा कि छात्र जदयू नेता का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, जांच हो रही है और जल्द ही दोषी गिरफ्तार किए जाएंगे.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक घटना का कारण होली के लिए जारी किए गए पोस्टर पर आरोपी का नाम नहीं होना बताया जा रहा है. सरेशाम हुई हत्या की इस घटना के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गई है. इस घटना में मुख्य आरोपी कुश बताया जा रहा है जो घटना के बाद से ही फरार है. पुलिस कुश की गिरफ्तारी के लिए मंगलवार की रात से ही छापेमारी कर रही है. हालांकि पुलिस ने अबतक दो छात्रों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है.

पूछताछ से मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि होली मिलन समारोह के एक कार्यक्रम में छपे पोस्टर पर कुश नामक युवक का नाम नहीं था, जबकि उसी पोस्टर में कन्हैया कौशिक का नाम था. बस इसी बात को लेकर कुश की कन्हैया से नाराजगी थी. उसकी नजर में कन्हैया ने ही पोस्टर से उसका नाम हटवाया था. इसी बात को लेकर मंगलवार को कन्हैया और कुश में झगड़ा हुआ था, जिसके बाद दोस्तों की सलाह पर श्रीकृष्णापुरी थाने में कन्हैया ने कुश के खिलाफ लिखित शिकायत की थी. जब कुश को इस बात का पता चला तो इसी गुस्से में उसने हत्या की साजिश रची. उसने कन्हैया से समझौता करने के लिए उसे पटेल नगर बुलाया. जब कन्हैया अपने दोस्त चंदन के साथ वहां पहुंचा तो दोनों को गोली मार दी.