नैनी फकुली में किसी भी कीमत पर नहीं बनने देगे चर्च : शैलेंद्र सेंगर

Chhapra: शहर से सटे मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नैनी फकूली गांव में बन रहे क्रिश्चियन चर्च को लेकर विरोध शुरू हो चुका है. धर्मांतरण विरोधी मोर्चा के सदस्य सक्रिय होकर इसके निर्माण को किसी भी कीमत पर पूर्ण नहीं होने का दावा कर रहे हैं.A valid URL was not provided.

धर्मांतर विरोधी मोर्चा के बैनर तले आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए शैलेंद्र सेंगर ने कहा कि धर्म का प्रचार प्रसार संवैधानिक अधिकार है, लेकिन किसी को स्वास्थ्य, शिक्षा एवं आर्थिक रूप से प्रलोभन देकर धर्मांतरण का कार्य नहीं कराया जा सकता. इस कुकृत्य को मोर्चा बर्दाश्त नहीं करेगा.

श्री सिंह ने कहा कि वर्तमान में देश के अंदर एक बड़ी साजिश के तहत धर्मांतरण की प्रक्रिया चल रही है. छपरा खुला क्षेत्र है और दूसरे प्रदेशों के लोग यहां शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक सुधार का प्रलोभन, पैसा देकर लोगों का धर्मांतरण करा रहे है.

श्री सिंह ने कहा कि जिले के बहुसंख्यक को अल्पसंख्यक बनाने की साजिश चल रही है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक रैकेट चल रहा है. जिसका प्रभाव नॉर्थ ईस्ट में ज्यादा है. उसका असर छपरा में भी दिखाने की कोशिश चल रही है, लेकिन छपरा के नैनी फकुली में किसी भी कीमत पर चर्च का निर्माण नहीं होने दिया जाएगा.

उन्होंने बताया कि गांव के ही डा भरत माझी द्वारा जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के साथ जनप्रतिनिधि को भी आवेदन देकर इस निर्माण को रोकने की मांग की है. उन्होंने जिला प्रशासन से भी मांग की है कि वह लालच और प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराने वाले लोगों पर कार्रवाई करें.

लहलादपुर:  श्रावणी मेला को लेकर श्री ढोंढनाथ मंदिर प्रांगण एवं परिसर की साफ-सफाई से लेकर कावंरियों को रहने-ठहरने एवं कांवर रखने की व्यवस्था की तैयारी युद्ध स्तर पर हो रही है. मंदिर के साथ-साथ दुकानें भी सजने लगी हैं. सारी व्यवस्था स्थानीय श्रद्धालुओं द्वारा श्री ढोंढनाथ मंदिर जीर्णोद्धार समिति के माध्यम से की जाती है तथा कावंरियों के शुद्ध शाकाहारी नास्ता एवं भोजन, गर्म चाय-पानी, इलाज की व्यवस्था श्री ढोंढनाथ कांवरिया सेवा संघों द्वारा नी:शुल्क की जाती है.

मंदिर परिसर की इस सफाई अभियान में समर स्वच्छ भारत इंटरशीप-2018 के तहत एनएसएस लोक महाविद्यालय, हाफिजपुर के माध्यम से टीम लीडर अमित कुमार सिंह के नेतृव में पांच सदस्यीय टीम ने मंदिर परिसर, शिव गंगा (पोखरा), गंडकी नदी घाट आदि की सफाई किया. जिसमें दीपू कुमार सिंह, राजन कुमार, सोनु कुमार तथा अजय कुमार शामिल थे.

विदित हो कि आज शनिवार को श्रावण माह आरंभ है तथा तथा हर साल की भांति इस साल भी आज से लगभग 35 किलोमीटर दूर सिमरिया (रिविलगंज) स्थित नाथजी घाट से सरयू नदी का पवित्र गंगाजल कावंर में भरकर पैदल यात्रा करके शिवभक्त बाबा श्रे ढोंढनाथ का जलाभिषेक करने पधारेंगे. खासकर भक्तों की यहां सोमवार तथा शुक्रवार को अपार भीड़ लगती है.

 

छपरा: शहर के चांदमारी रोड स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर के समीप बुधवार की सुबह शिवलिंग मिलने से लोगों के कौतुहल फ़ैल गया. देखते ही देखते स्थानीय लोगों के साथ दूर-दूर से शिवलिंग देखने के लिए पहुँचने लगे.

मंदिर के पुजारी अवध किशोर पाण्डेय ने बताया कि सुबह में मंदिर में पहुंचे तो मंदिर के उत्तर दिशा में नज़र पड़ी तो जलजमाव के बीच शिवलिंग की आकृति दिखी जिसके बाद उन्होंने मंदिर प्रबंधन के लोगों को सूचना दी गयी. वहीँ मंदिर प्रबंधन से जुड़े हरेन्द्र सिंह ने बताया कि पुजारी की सूचना पर हम लोगों ने शिवलिंग को देखा. ऐसा प्रतीत होता है कि यह सौ से डेढ़ सौ साल पुराना है.

हालांकि शिवलिंग यहां कहां से आया या किसी प्राचीन शिव मंदिर के अवशेष होने की लोगों में चर्चा रही. लोग बताते है कि साल भर पहले पंचमुखी हनुमान मदिर का निर्माण कराया गया था. यहाँ आज भी लोग पूजा-पाठ करते है.

छपरा: चार दिनों तक चलने वाला लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा की तैयारियां शुरू हो गयी है. दिवाली ख़त्म होते ही लोग छठ पूजा के तैयारियों ने जुटे हुए है. इस वर्ष छठ पूजा की तिथि चार नवंबर से लेकर सात नवंबर तक है. महापर्व छठ पूजा में उपयोग में आने वाली सभी चीजों के दुकानों पर भारी भीड़ देखी जा रही है.

दउरा और सूप बनाने में जुटे कारीगर
शहर के हवाई अड्डा के मुख्य सड़क के किनारे कारीगर बांस से दउरा, सूप, डलिया आदि बनाने में जुटे है. छपरा टुडे संवाददाता से बात करते हुए कारीगर ने बताया कि हम लोग दुर्गा पूजा के बाद से ही इस कार्य में लग जाते है, छठ पूजा तक बांस के बने सभी सामानों को बेचते है.

पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष दामों में वृद्धि हुई है. एकहरा दउरा प्रति पीस 250 रूपये, दोहरा दउरा प्रति पीस 300 रूपये, सूप 60 रूपये, डलिया 50 रूपये और एकहरा दउरा (बड़ा, जिसमे सात कलसूप) प्रति पीस 550 रूपये का बिक रहा है.chhath

बताते चलें कि महापर्व छठ पूजा कार्तिक शुक्ल की षष्ठी को मनाई जाती है. यह चार दिवसीय महापर्व है जो चौथ से सप्तमी तक मनाया जाता है. इसे कार्तिक छठ पूजा कहा जाता है.

छपरा: सावन की दूसरी सोमवारी इस बार शिव भक्तों के लिए खास दिन है. कई वर्षो बाद ऐसा संयोग आया है जब सोमवारी के दिन ही शिवरात्रि है.

छपरा टुडे से बातचीत में पंडित द्वारिका नाथ तिवारी ने बताया कि इस सोमवार शिवभक्तो पर भगवान भोले शंकर की आपार कृपा होने वाली है. काफी वर्षो बाद ऐसा संयोग आने वाला है जब सोमवारी के दिन शिवरात्रि है.

इस दिन त्रि-तिथि स्पर्शा योग है. जब त्रयोदशी को स्पर्श कर रही चतुर्दशी तिथि है. साथ ही इसी दिन रात में अमावस्या का आगमन भी हो रहा है. इस कारण इस तिथि के आगमन का विशेष महत्व है.

इस तिथि को भगवान भोले शंकर की पूजा अर्चना करने वाले सभी भक्तों के लिए अत्यन्त पुण्य फलदायी है. उन्होंने बताया है कि यह सोमवारी सभी भक्तों को उपवास रखना चाहिए. भगवान भोले शंकर की पूजा अर्चना करनी चाहिए तथा शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए. एक ही दिन सोमवारी, शिवरात्रि तथा प्रदोष तीनों पावन योग है.