वाराणसी: COVID 19 के मद्देनजर 3 मई 2020 तक सभी यात्री ट्रेन सेवाएं रद्द कर दी गईं. यूटीएस और पीआरएस सहित बुकिंग के सभी टिकट काउंटर अगले आदेश तक निलंबित रहेंगे.

हालांकि अगले आदेश तक ई टिकट सहित ट्रेनों के टिकटों का कोई अग्रिम आरक्षण नहीं है, ऑनलाइन रद्दीकरण की सुविधा कार्यात्मक बनी रहेगी. रद्द की गई ट्रेनों के आरक्षण के लिए पूर्ण धन वापसी होगी. जिन ट्रेनों को अभी तक कैंसिल नहीं किया गया है. उन ट्रेनों के अग्रिम टिकट बुकिंग रद्द करने पर भी पूर्ण धन वापसी की जाएगी.

COVID-19 लॉकडाउन के मद्देनजर किए गए उपायों की निरंतरता में यह निर्णय लिया गया है कि भारतीय रेल पर सभी यात्री ट्रेन सेवाएं जिनमें प्रीमियम ट्रेनें, मेल / एक्सप्रेस ट्रेनें, यात्री ट्रेनें, उपनगरीय ट्रेनें, कोलकाता मेट्रो रेल, कोंकण रेलवे आदि शामिल हैं जो 3 मई 2020 तक रद्द रहेंगी.

देश के विभिन्न हिस्सों में आवश्यक आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए माल और पार्सल गाड़ियों की आवाजाही बनी रहेगी. यूटीएस और पीआरएस के लिए टिकट बुकिंग के सभी काउंटर अगले आदेश तक निलंबित रहेंगे.

03 मई के बाद भी अगले आदेश तक ई टिकट सहित सभी प्रकार की बुकिंग रद्द रहेगी. टिकट बुकिंग के लिए ऑनलाइन रद्दीकरण की सुविधा कार्यात्मक रहेगी. जहां तक ​​3 मई तक रद्द की गई ट्रेनों का सवाल है. रेलवे द्वारा रिफंड स्वचालित रूप से ग्राहकों को ऑनलाइन किया जाएगा. जबकि जिन लोगों ने काउंटरों पर बुक किया है, रिफंड 31 जुलाई तक लिया जा सकता है.

रद्द की गई ट्रेनों की बुकिंग के लिए टिकटों का पूरा रिफंड दिया जाएगा. उन अग्रिम बुकिंग वाले टिकटों के रद्दीकरण की भी पूर्ण वापसी होगी. जिन ट्रेनों को अभी तक रद्द नहीं किया गया है.

Chhapra: रंगों का त्यौहार होली मंगलवार को छिटपुट घटनाओ के साथ संपन्न हो चुका है. देश के विभिन्न क्षेत्रों से अपने घर होली मनाने आये परदेशियों का जाना भी शुरू हो चुका है. बुधवार को सुबह से ही ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली गाडियों में खड़े होने तक कि जगह नही दिख रही थी. वही सड़कों पर भी छोटी गाड़ियों की संख्या भी अधिक दिख रही थी.

जीविकोपार्जन के लिए देश के विभिन्न राज्यो में जाकर नौकरी करने वाले लोगों का हुजूम छपरा जंक्शन पर दिख रहा है. जक्शन से दोनों ही दिशाओं में जाने वाले लगभग सभी ट्रेन पूर्व से ही यात्रियों से भड़ी पड़ी है. इसके बावजूद भी लोग उसमें बैठ रहे है.

होली पर लगभग सभी अपने घर आते है. परिवार से मिलना और एक दूसरे को रंग गुलाल लगाना समरसता का त्यौहार है. जिससे कोई अछूत नही रहना चाहता. होली के बाद अपने अपने गंतव्य को जाने के लिए जिन्होंने पूर्व में ही अपना टिकट कटा लिया है उन्हें कोई परेशानी नही है लेकिन जिनका टिकट कन्फर्म नही हो पाया है वह टिकट को टकटकी लगाए बैठे है. हालांकि वैसे यात्रियों की संख्या भी अधिक है जिन्होंने अभी टिकट लिया ही नही है. जिसका समाधान करीब 30 मार्च तक नही दिख रहा है.बहरहाल दिल्ली जाने वाले यात्रियों के लिए बस एक विकल्प साबित हो रहा है. लेकिन उसमें भी पूर्व आरक्षण के कारण एक से दो दिनों का समय लगने वाला है.

New Delhi: राष्ट्रीय एकता के प्रतिक सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी जयंती पर अनावरण किया. गुजरात के केवड़िया में सरदार सरोवर बांध के करीब निर्मित यह प्रतिमा विश्व की सबसे ऊँची प्रतिमा है. 182 मीटर ऊंची यह प्रतिमा नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बांध से 3.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.

इसके निर्माण में 250 इंजीनियर, 3,400 मजदूर दिन रात लगे रहे. इसके निर्माण में लगभग 4 साल का समय लगा.

विश्व की सबसे ऊँची प्रतिमा को देखने के लिए आम लोगों को 350 रुपये खर्च करने पड़ेंगे. यही नहीं बस के लिए 30 रुपये और देने होंगे. पर्यटक https://soutickets.in पर आप ऑनलाइन टिकट बुक करा सकते हैं.

पर्यटकों को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को देखने के साथ-साथ वैली ऑफ फ्लॉवर, मेमोरियल म्यूजियम, सरदार सरोवर बाँध, और Audio Visual Gallery देखने को मिलेगा. यहां घूमने का समय सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक होगा.